तस्दीक के बाद निर्णय होगा भविश्य का

परिजन चिंतित

अधिकांश है वागड क्षैत्र से

उदयपुर, बुधवार रात को कुवैत में हुई २१३६ हिन्दुस्तानियों की गिरफ़्तारी के बाद उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है तथा जिन भारतीयों की तस्दीक वहां के कुवैती कर रहे है उनको छोडा जा रहा है और जो कुवैती के घर के अलावा कहीं और काम कर रहे है उन्ंहे हिन्दुस्तान भेजने की कार्यवाही की जा रही है। गिरफ्तार लोगों में सबसे अधिक डूंगरपुर , बांसवाडा, उदयपुर क्षेत्र के है ओर उनके परिजन चिंतित है।

कुवैत में बुधवार की रात अवैध तोर पर रह रहे लोगों पर कुवैत पुलिस ने पूरे जाप्ते के साथ छापामार कार्यवाही कर २१३६ लोगों को गिरफ्तार किया था। कुवैत टाइम्स के अनुसार कुवैत प्रशासन को शिकायत मिली थी कि कई लोंग खादीम की वीजा (कुवैती के घरेलु नौकर) पर आते है ओर यहां आ कर कुछ और या कहीं ओर काम करते है। कई भारतीय बांग्लादेशी व श्रीलंका गैरकानूनी कार्य, शराब बनाना, वैश्यावृत्ति आदि में भी लिप्त है। उनके खिलाफ कार्यवाही की गयी है। माना जा रहा है कि कुवैत पुलिस को इतनी बडी संख्या में भारतीयों को गिरफ्तार करने की अब तक की सबसे बडी कार्यवाही है। गिरफ्तार भारतीय १८०० करीब युवक सिर्फ बांसवाडा, डूंगरपुर, उदयपुर जिले के है।

क्या है खादिम ओर शाउन की वीजा : खादिम की वीजा पर ज्यादातर भारतीय कुवैत जाते है खादिम की वीजा कोई भी कुवैती नागरिक अपनी हैसियत के अनुसार अपने घर में नौकर रख सकता है और घर के नौकर के लिए कुवैती नागरिक बाहरी मुल्कों से युवक को बुलाते है। जिसके लिए कुवैती सरकार बिना कोई शुल्क लिये उन्ह बुलाने की इजाजत दे देती है। लेकिन अब खादिम की वीजा कुवैतियों के लिए कमाई का एक जरिया बन गया है क्यों कि खादिम की वीजाका ५००दीनार करीब १ लाख रूपये लिया जाता है अत: जो वीजा कुवैती सरकार मुफ्त में देती है उसका कुवैती नागरिक एक लाख रूपये तक का शुल्क लेते है। वहां जाने पर वह बिना उसकी अनुमति के कहीं ओर नहीं चला जाए उसका पासपोर्ट कुवैती ले लेता है और खादिम की वीजा पर जाने वाले छोड दिया जाता है। और वह छुट कर कहीं और काम करता है। यदि वह पकडा गया तो उसको पुन: अपने देश रवाना कर दिया जाता है।

ऐसा ही वीजा शाउन की होती है यहा वीजा कम्पनी यानी की किसी दुकान या व्यवसायिक प्रतिष्ठान की होती है। जिस पर जाने वाले व्यक्ति को वहीं काम करना होता है यदि कहीं ओर कार्य करता पाया गया तो उसे भी पुन: अपने देश भेज दिया जाता है।

गिरफ्तारियों को लेकर अंचल में परिजन चिंतिंत : बुधवार को कुवैत में हुई गिरफ्तारियों को लेकर डूंगरपुर, बांसवाडा, उदयपुर में कई परिवारों के लोग चिंतित है। डुंगरपुर में कई पिता

a अपने बेटे के लिए चिंतितहै कि शायद उनका बेटा भी गिरफ्तार हो चुका है। गुरूवार को कईयों के मोबाइल नहीं लगने से परिजन चिंतित है। सूत्रों के अनुसार वहां गिरफ्तार युवकों पर कार्यवाही की जा रही है। तथा उनके कागजात जांचे जा रहे है। जिनमें उनके पास उनका बताका (आईडी कार्ड) जांचा जा रहा है कि क्या यह व्यक्ति तुम्हारे यहां काम कर रहा है। जो कुवैती मना कर रहा है उसको वापस हिन्दुस्तान भेजने की तैयारी की जा रही है।

इस्तकलाल : कुवैत मे इस्तकलाल में ही सबसे बडी कार्यवाही हुई सूत्रों के अनुसार इस्तकलाल वागड क्षेत्र का गढ माना जाता है। यहां पर ९० प्रतिशत लोग वागड इलाके के है जिनमें ज्यादा गांव व छोटे कस्बे के युवक है। जो वहां बडे बडे सपने लेकर अपने परिवार को सम्पन्न करने के लिए यहां पर कर्जा लेकर गये हुए है।

 

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