आखिर जुमे की नमाज में उमडे अकीदतमंद

Date:

मुल्क की खुशहाली के लिए मांगी दुआएं

नमाज के बाद पढी गई अलविदा

उदयपुर, रमजान माह के आखरी जुम्मे के दिन शहर की सभी मस्जिदों में खुतबे के साथ जुम्मे की नमाज अदा की गई। नमाजियों की भीड को देखते हुए सभी मस्जिदों में विशेष इंतजाम किये गये थे। विभिन्न मस्जिदों में नमाज के बाद अलविदा पढी गई। जिसमें कल्बे आशिक है अब पारा-पारा, अलविदा अलविदा माहे रमजान प्यारा, तेरे आने से दिल खुश हुआ था और जौके इबादत बढा था, हाए अब दिल में गम का गलबा अलविदा-अलविदा माहे रमजान अलविदा पढने के बाद हुजूर की शान में सलाम पेश कर मुल्क में खुशहाली व अमन चैन की दुआएं मांगी गई।

पाक महीना रमजान के आखरी जुम्मे को बहुत बडी फजीलत मानी जाती है इसलिये हर मुस्लिम इस दिन नमाज अदा करने जाता है। आम जुम्मे के दिन की अपेक्षा इस दिन मस्जिदों में खासी भीड रहती है और इसी के चलते हर मस्जिद कमेटी द्वारा विशेष इंतजाम किये गये। पलटन मस्जिद, धोलीबावडी, मल्लातलाई आदि कई मस्जिदों में नमाजियों की संख्या को देखते हुए छत पर नमाजियों के बैठने की व्यवस्था टेन्ट आदि लगाकर करनी पडी।

जुमे की नमाज की जमात के पहले मस्जिदों में इमामों द्वारा तकरीरें पेश कर रमजान की फजीलत के बारे में बताया गया। तकरीर में इंसान को अपनी रूह को पाक करने के लिए पांच वक्त नमाज अदा करने और जिन पर रोजे फर्ज है उन्हें हर हाल में रोजे रखने की ताकीद की गई। इस मौके पर फीतरा (सदका) और जकात (अपनी आय का ४०वां हिस्सा दान) देने के बारे में बताया कि जकात और फीतरा जरूरतमंद और गरीबों में देना चाहिये तथा यह भी बताया गया कि फीतरा दिये बिना रोज़े पूर्ण नहीं होते है। इसलिये ईद की नमाज अदा करने के पहले हर मुस्लिम को अपना फीतरा दे देना चाहिये।

खुत्बे में विशेष रमजान को अलविदा का खुत्बा पढा गया। जिसमें यह संदेश दिया गया कि रहमतों और दुआओं का महीनों हमसे एक साल के लिये अलविदा हो रहा है। हर मस्जिद में जमात के साथ जुमे की नमाज की अदायगी के बाद दुआएं मांगी गई। इस दौरान लोगों ने अपने गुनाहों की मगफीरत के लिए अल्लाह से दुआ मांगी और एक-दूसरे से पूरे साल में हुई गलतियों की माफी मांगी। इसके पश्चात मस्जिदों में सलातों सलाम के पहले रमजान के रूखसत होने पर अलविदा पढी गई।

चित्तौ$डग$ढ संवाददाता के अनुसार रमजान माह के अन्तिम जुम्मे पर मुस्लिम समुदाय के लोगो ने हजरत काजी चलफीर शाह दरगाह पर नमाज अता कर देश में अमन व खुशहाली की कामना की। शुक्रवार को हजरत काजी चलफीर शाह की दरगाह पर मुसिलम समुदाय के सैकडो लोगो ने पवित्र रमजान माह के अन्तिम जुम्मे पर नमाज अता कर देश में अमन व खुशहाली की कामना की।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

Pleasant Girls Luck Position: Demonstration Setting 10 deposit bonus and you may Games Comment

Content10 deposit bonus | Maximize your Gambling establishment ExperienceAnd...

Better You Real money Internet poker Casinos inside the 2025

PostsThe importance of Table Ranks inside the Casino pokerReally...

Bally Wulff Crystal Tanzfest Für Live blackjack Online -Casino nüsse zum besten geben abzüglich Registration

ContentBesondere Funktionen des Crystal Tanzabend Slots: Live blackjack Online...

Casinos En internet los excelentes casinos sobre México Reseña total juegos de casino gratis sin registrarse 2022

ContentJuegos de casino gratis sin registrarse | ¿Dónde podría...