केला एक सम्पूर्ण आहार है यह वीर्यवर्धक, शुक्रवर्धक है। नेत्र रोग में लाभदायक है, यह एक शक्तिदायक आहार है। खाना खाने के बाद केला खाने से भोजन आसानी से पच जाता है। कॉन्स्टिपेशन के मरीजों के लिए भी यह अच्छा रहता है। पेट की सुजन में केला आसानी से पच जाता है जबकि दूसरे पदार्थ मुश्किल से पचते है।टायफाइड तथा अन्य ज्वरों में केले का पथ्य बहुत लाभ देता है। आंतों के अल्सर तथा दूसरे रोग हो जाने पर रोजाना 6 से 9 केले खिलाने से लाभ होता है।

खून की कमी को दूर करता है तथा गले की सुजन में लाभकारी है। गाउट रोग में यह मूत्र की यूरिक अम्ल घुलाने की शक्ति बढ़ा देता है। रोज सुबह एक केला और एक गिलास दूध पीने से वजन कंट्रोल में रहता है और बार- बार भूख भी नहीं लगती। केला खाने से हाई ब्लड प्रेशर और यूरीन की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है कच्चे केले को दूध में मिलाकर लगाने से त्वचा निखर जाती है और चेहरे पर भी चमक आ जाती है। गर्भावस्था में महिलाओं के लिए केला बहुत अच्छा होता है क्योंकि यह विटामिन से भरपूर होता है।

केले को मैश करके बालों में लगाने से बाल नर्म , मुलायम और चमकदार हो जाते हैं। केला बच्चों के लिए बहुत अच्छा होता है। केले के तने के सफेद भाग के रस का नियमित सेवन डायबिटीज की बीमारी को धीरे-धीरे खत्म कर देता है। इसके साथ ही रक्त शुध्दिकरण, लकवा (पैरालिसिस), त्वचा संबंधी रोग व डायरिया भी ठीक होता है। स्त्रियों का प्रदर रोग ठीक होगा। दही में केला और पीसी हुई मिश्री मिलकर खाने से मोटापा बढ़ता है। बलवृद्धि के लिए व्यायाम तथा खेलकूद के बाद केले खाना चाहिए। केले में कार्बोहाईड्रेट पर्याप्त मात्रा में होता है यह खून में वृद्धि करके शरीर की ताकत बढाता है। नित्य केला का सेवन अगर दूध के साथ किया जाय तो तो कुछ ही दिनों में स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव देखा जा सकता है।

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