7438_469राजसमंद। राजसमंद महिला थाना प्रभारी वीना लोठ और उसके पति अब्दुल कादिर को एसीबी की चित्तौडग़ढ़ टीम ने 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।

एसीबी चित्तौड़ की टीम ने 15 अगस्त को राजसमंद बस स्टैंड पर यह ट्रैप किया। सरकारी क्वार्टर से एक लाख 71 हजार रुपए जब्त किए हैं। उत्पीडऩ के मामले को हल्का करने के लिए 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी।

एसीबी चित्तौडग़ढ़ ब्यूरो के एएसपी भूपेंद्रसिंह चूंडावत ने बताया कि यह रिश्वत रेलमगरा के पनोतिया निवासी नंदलाल पुत्र वेणीराम माली से ली गई थी।

रिश्वत लेते समय आरोपी पति, पत्नी कार से आए थे, जिन्हें एसीबी ने दबोच लिया। दोनों को शुक्रवार शाम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।

2005 के बैच की सब इंस्पेक्टर वीना की यह पहली पोस्टिंग है, जो मूलत: उदयपुर में मल्लातलाई के गांधीनगर की रहने वाली है। पति अब्दुल कादिर का नाम कई आपराधिक मामलों में भी आ चुका है और कांग्रेस का पदाधिकारी रहा है।

थानेदार पत्नी के पास फरियाद आते ही रिश्वत लेने पहुंच जाता पति

महिला अत्याचार से जुड़ी फरियाद महिला थाने में आते ही एसएचओ का पति लग जाता था रिश्वत के जुगाड़ में। इधर, शिकायत दर्ज हुई या नहीं कि पति दूसरे पक्ष से संपर्क कर लेता।

कई मामलों में पति या फिर दोनों निजी कार लेकर निकल पड़ते थे ठिकाने तक। घूसखोरी के पीछे एसएचओ पत्नी की कानूनी ताकत और पति राजनीति का प्रभाव और दिमाग इस्तेमाल होता था।

15 अगस्त को राजसमंद बस स्टैंड पर हुए एसीबी के ट्रैप ने यह गठजोड़ उजागर किया है। एसीबी की चित्तौड़ टीम ने गुरुवार को एसएचओ वीना लोठ और उसके पति अब्दुल कादिर को 15 हजार रुपए की घूस लेते पकड़ा। ट्रैप के बाद एसीबी की पड़ताल और जानकारों ने कई बातों का खुलासा किया है।

महिला आयोग को भी मिली थीं शिकायतें

सूत्र बताते हैं कि घूसखोरी की बढ़ती शिकायतों को लेकर स्टाफ से लेकर अधिकारी भी वाकिफ थे। हाल ही में यहां साधना शिखर में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष लाडकुमारी जैन की मौजूदगी में हुई जन सुनवाई के दौरान इनके खिलाफ ढेरों शिकायतें आई थीं।

महिलाओं ने एसएचओ पर सामने वाले पक्ष से मिलकर मामला रफा-दफा करने के आरोप लगाए थे। कई महिलाओं ने बताया कि बार-बार गुहार लगाने के बाद भी केस दर्ज नहीं किया जाता है। सूत्र इस कार्रवाई को जन सुनवाई के असर से भी जोड़कर देख रहे हैं।

पकड़ते ही बोला, गहलोत साहब से बात करा दो

दो अगस्त को परिवादी रिश्वत लेकर पहुंचा, लेकिन दंपती बाहर था। 15 अगस्त को एसीबी टीम सीआई जयमलसिंह के नेतृत्व में दो राजपत्रित अधिकारी के साथ राजसमंद पहुंची। बस स्टैंड पर दोनों कार लेकर आए और नंदलाल से 15 हजार रुपए लेकर डेशबोर्ड पर रख दिए।

इस दौरान एसीबी ने रिश्वत राशि समेत दोनों को गिरफ्तार कर लिया। टीम में कांस्टेबल रमेशचंद्र, दलपतसिंह, शेरसिंह, किशनलाल आदि शामिल थे। एएसपी चुंडावत ने बताया कि ट्रैप के दौरान कई लोगों के फोन आते रहे। अब्दुल कादिर ने तो यहां तक कह दिया कि एक बार गहलोत साहब से बात करा दो।

रिश्वत की वसूली करता था पति, घर से मिले 1 लाख 71 हजार

वसूली के लिए दोनों तीन बार गए थे फरियादी के गांव

एसीबी के मुताबिक ट्रैप से सामने आया कि फरियादी पनोतिया निवासी नंदलाल माली के गांव थानाप्रभारी वीना व इनके पति अब्दुल कादिर तीन बार कार लेकर गए थे। यहां पर रिश्वत के 20 हजार रुपए तय कर 5 हजार रुपए अब्दुल कादिर ने लिए थे। आने-जाने के लिए मारुति डिजायर कार का उपयोग करते थे। रिश्वत की योजना और हिसाब अब्दुल ही रखता था।

एक केस दबाने की कीमत 20 हजार रुपए

एसीबी के एएसपी चूंडावत ने बताया कि गत 31 जुलाई को पनोतिया निवासी नंदलाल माली ने परिवाद पेश किया। उसके परिवार के खिलाफ महिला थाना में महिला उत्पीडऩ का मामला चल रहा है। परिजनों के नाम निकालने तथा कार्रवाई हल्की करने के नाम पर वीना लोठ 20 हजार रुपए रिश्वत मांग रही थी। 31 जुलाई को पांच हजार रुपए देकर शिकायत का सत्यापन किया।

कानून ही नहीं राजनीति में भी दखल, आपराधिक प्रवृत्ति का है अब्दुल

कांग्रेस में प्रदेश अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का पूर्व प्रदेश प्रवक्ता रहा। उदयपुर जिला कांग्रेस व नगर कांग्रेस में सक्रिय रहा। पिछले साल मुख्यमंत्री के जन्मदिन समारोह में सक्रियता दिखाई थी। दिसंबर 2012 में फेसबुक पर टिप्पणी के बाद फैले तनाव के दौरान गिरफ्तार हुआ।

मल्लातलाई निवासी भैरुलाल पर तलवार से जानलेवा हमले करने का आरोप लगा। घंटाघर थाने में पुलिसकर्मियों से हाथापाई, आगजनी, जानलेवा हमले, सड़क दुर्घटना व धोखाधड़ी के 6 केस दर्ज हैं। इस मामलों में आरोपी के खिलाफ चालान हुए हैं।

विधानसभा चुनाव में जब्त हो गई थी वीना की जमानत

2005 के बैच की सब इंस्पेक्टर वीना लोठ की बतौर थाना प्रभारी राजसमंद महिला थाने में पहली पोस्टिंग है। वीना मूलत: उदयपुर के मल्लातलाई गांधीनगर निवासी है।

वीना ने 30 जून 2012 से राजसमंद के महिला थानाधिकारी के पद पर है। 2004 में वो विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी है, जिसमें जमानत जब्त हो गई थी। अब्दुल कादिर और दोनों ने लव मैरिज की। अब्दुल कादिर पर वीना के घर जानलेवा हमला भी हो चुका है।

 

Previous articleVEDANTA KHUSHI: KOYAL IS MY FIRST CHILD
Next articleरुपया आखिर लुढ़कता ही क्यों जा रहा है?
Contributer & Co-Editor at UdaipurPost.com

1 COMMENT

  1. December 2013 ko December 2012 kar lo bhai.

    । उदयपुर जिला कांग्रेस व नगर कांग्रेस में सक्रिय रहा। पिछले साल मुख्यमंत्री के जन्मदिन समारोह में सक्रियता दिखाई थी। दिसंबर 2013 में फेसबुक पर टिप्पणी के बाद फैले

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here