उदयपुर। भुपालपूरा थाना पुलिस ने रविवार रात्रि को हुई लाखों की चोरी का पर्दाफाश करते हुए पीडित के भतीजे को ही गिरफ्तार किया है। १७ वर्शीय इस किषोर ने कार खरीदने और प्रेमिका पर रूबाब झाडने के लिए ही चोरी की थी। रात्रि को ही पुलिस ने लक्ष्मीचंद आहूजा के इस भतीजे को हिरासत में ले लिया था। जिसने पूछताछ में चोरी करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने आरोपी से चोरी किए ढाई लाख रूपए बरामद कर लिए है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर तेजराजसिंह ने बताया कि इस बाल अपचारी की सिंधी समाज में ही एक प्रेमिका है, जो इसकी रिश्तेदार भी है। यह किशोर अपनी प्रेमिका को कार में घूमाना चाहता था इसी कारण उसने अपनी ही चाचा लक्ष्मीचंद के घर में चोरी की। इस किशोर को चाचा के घर में रखी जाने वाली रकम के बारे में पूरी तरह पता था। लक्ष्मीचंद के घर से जाते ही वह छत के माध्यम से चाचा के कमरे में गया और गहनों से भरे डिब्बों और नकदी को उठाकर छत पर चला गया। जहां पर उसने गहनों को डिब्बों में से निकाल थैली में भरे और डिब्बों को चादर में बांधकर कुलर में रख दिए। सारे पैसों और गहनों को इसने अपने कमरे में रख दिए। घर पर आने के बाद इस किशोर को अहसास हुआ कि गहनों से वह फंस सकता तो उसने गहनों की थैली को भुपालपूरा ग्राउण्ड में बनी नगर परिषद की बिल्डिंग के पास झाडियों में फैंक दिया। जब लक्ष्मीचंद द्वारा घर से लाखों रूपए की चोरी करने की जानकारी परिजनों को दी तो यह किशोर भी गहने तलाशने का बहाना करने लगा। इस किशोर की प्रेमिका की मां को माताजी आते है जिसका फायदा उठाते हुए इस बाल अपचारी ने परिजनों को बताया कि भाव में माताजी ने घर में दो युवकों के घुसकर चोरी करने और गहनों को भुपालपूरा ग्राउण्ड में फैंकना बताया और परिजनों के साथ ढूंढने लगा। ढूंढने का बहाना करते हुए आरोपी ने झाडियों से गहनों को निकाल लिया और घर पर आ गया। इसी दौरान वहां पर पुलिस भी पहुंच गई थी। पुलिस को देखते ही यह किशोर घबरा गया। पुलिस ने इस किशोर की प्रेमिका की मां से माताजी के भाव के बारें में पूछा तो उसने मना कर दिया। फिर पुलिस ने इससे पूछताछ की तो यह सबकुछ सच-सच बोल गया। जिस पर पुलिस ने इसे डिटेन कर पैसे भी बरामद कर लिए है। इधर अपने ही घर के सदस्य के चोर निकलने पर परिजन भी सकते में है।

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