उदयपुर, रविवार को शहर पुलिस ने एक चैन स्नेचिंग अपराधी को पक$डकर आला अधिकारियों के हवाले से भारी वाह-वाही लूटने का प्रयास किया। आनन-प*ानन में पुलिसकर्मियों को अवार्ड तक देने की हिमाकत कर दी।

जबकि विगत छह माह से निरन्तर शहर में करीब एक दर्जन से अधिक चैन स्नेचिंग के गिरोह सक्रिय है। पुलिस निरंकुश होकर शांत बैठी है। विभिन्न संगठनों के आक्रोश के पश्चात शहर पुलिस बौखला गई । एक अपराधी को पक$ड कर पुलिस भारी भरकम स्टेटमेंट जारी कर पब्लिसिटी हांसिल की वहीं अपराधियों ने पुलिस को खुली चुनौती देते दूसरे ही दिन एक नई वारदात कर घटना को अंजाम दिया। पि*र एक वृद्घ महिला को शिकार बना दिया। गोवर्धन विलास थानाक्षेत्र की वृद्घ महिला शशीबाला कौशिक (६०) मंदिर से दर्शन कर घर लौट रही थी कि तभी बदमाश ने झपट्टा मार कर चैन छीनकर प*रार हो गया। इस घटना को अंजाम देने का तरीका थो$डा अलग तरीके से इस्तेमाल किया। बाइक दूर ख$डी कर महिला के साथ पैदल चलते हुए लूट को अंजाम दिया। पि*र आगे जाकर बाइक लेकर प*रार हो गए। इसमें दो अपराधी शामिल थे।

उल्लेखनीय है कि पुलिस कप्तान आलोक वशिष्ठ का कार्यकाल शहरवासियों के लिए अपराध जगत के हौंसले बुलन्द करने वाला रहा है। वशिष्ठ की पदौन्नित के पश्चात तो शहर में अपराधों की बा$ढ सी आ गई थी। अब जब वशिष्ठ का स्थानानन्तरण हो चुका है तब शहर पुलिस ने मात्र एक अपराधी को पक$ड कर वाह-वाही लूटने का जतन किया। वृद्घा के परिजनों ने गोवर्धन विलास थाने में प्रकरण दर्ज करवाकर अपराधियों का हुलिया बताया है। वहीं निरन्तर हो रहे अपराधों के चलते शहरवासियों मे भारी आक्रोश व्याप्त है। पुलिस ने त्वरित यदि कोई कार्यवाही नहीं की तो विभिन्न संगठन स$डको पर उतर आऐंगे।

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