इस भाग-दौड भरी जिन्दगी में हर किसी के कंधों पर काम की जिम्मेदारी इतनी अधिक हो जाती है। कि यह टेंशन कभीकभी डिप्रेशन का विक्राल रूप धारल कर लेती है जिससे के कारण व्यक्ति के सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जाती है। लेकिन अब परेशान होने की जरूरत नहीं है और ना ही डिपे्रशन से बचने के लिए ढेर सारी दवाइयाँ खाने की जरूरत है।

आपको जानकर ता”ाुब हो कि सिर्फ मीठी खाने से ही आपको डिप्रेशन से राहत मिल सकती है। चीनी का प्रयोग फिकेपन को दूर करने को किया जाता है। जब भी आपको शरीर में थकावट या लो महसूस हो तो शुगर से बने पदार्थो का सेवन करें। यह शरीर में शुगर के लेवल को ठीक कर नई ऊर्जा देता है। जैसे फू्रड कस्टर्ड, जूस का एक ग्लास, केक का एक टुकडा वगैहर खा कर आप पहले से ज्यादा तरोताजा फील कर सकते हैं। पालक में विटामिन बी के साथ आयरन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है इसलिए शरीर में लो महसूस होने पर आप दो कप पालक का सूप पीने इससे उभर सकते हैं।

टोस्ट और जैम जिन मरीजों का खाना अवसाद होता है उनके लिए कार्बाेहाइडे्रट का सेवन लाभदायक होता है और ब्रेड में कार्बोहाइड्रेट खूब मात्रा में पाया जाता है। इसलिए आप ब्रेड पर जमे लगाकर खाएं इसे खाने से आप अच्छा महसूस करेंगे। आयरन युक्त खाना खाने से शरीर में एनर्जी लेवल अच्छा रहता है। आयरन की सबसे ज्यादा कमी गल्र्स में होती है। इसलिए वे अकसर असवाद की शिकार हो जाती हैं। इससे बचाने के लिए उन्हें आयरन से भरपूर भोजन का सेवन करना चाहिए।

जो आपके आयरन लेवल को ठीक रखें। अण्डे में पाऎ जाने वाला डीएचए 50 प्रतिशत अवसाद को ठीक करता है। साथ ही यह शरीर में होने वाले बीमारियों से बचता है। ऊर्जा की पूर्ति हेतु अनाज, अण्डा, चीनी, गुड, वसा की विशेष्ा रूप से अधिक मात्राएँ प्रस्तावित की गई हैं !

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