उदयपुर , 16 दिसम्बर । पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा आयोजीय लोक कलाओं का महाकुंभ शिल्पग्राम उत्सव आगामी 21 से 30 दिसम्बर तक हवाला गांव स्थित शिल्पग्राम में आयोजित किया जाएगा। उत्सव में 16 राज्यों के 600 लोक कलाकार एवं 400 शिल्पी प्रतिभागिता करगें। कार्यक्रम की तय्यारियां अंतिम चरण में है।

यह जानकारी यहाँ शुक्रवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में केन्द्र के अतिरिक्त निदेशक फुरकान खान ने दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 1986 में स्थापित इस सांस्कृतिक केन्द्र का यहाँ रजत जयंती वर्ष है। इसलिए इस वर्ष इस आयोजन के कार्यक्रम को परिष्कृत किया गया है। उत्सव का उद्घाटन प्रदेश के राज्यपाल शिवराज पाटिल करेंगे जबकि महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय्ा के कुलपति एस.एस. चाहल विशेष अतिथि होंगे।

देश की लोक कला अनूठी शिल्प परंपरा के प्रोत्साहन तथा कलाकारों व शिल्पकारों को कला प्रदर्शन के लिये मंच उपलब्ध करवाने तथा शिल्प साधकों को शिल्प उत्पादों के विपणन के लिये बाजार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से केन्द्र द्वारा इस उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उत्सव में केन्द्र को विकास आयुक्त हस्त शिल्प नई दिल्ली, विकास आयुक्त हथकरघा नई दिल्ली, केन्द्रीय ऊन विकास बोर्ड, वस्त्र् मंत्रालय नई दिल्ली, राष्ट्रीय पटसन बोर्ड वस्त्र् मंत्रालय

नई दिल्ली, देश के समस्त क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्रों, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के सदस्य राज्य राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र तथा गोवा राज्य सरकार का रचनात्मक सहयोग रहेगा। इन सहभागी संस्थाओं द्वारा लोक कलाकार व शिल्पकार उत्सव हेतु उदयपुर आमंतरित किया गया हैं। पश्चिम क्षेत्र्ा सांस्कृतिक केन्द्र इस वर्ष अपना रजत जयंती वर्ष मना रहा है। शिल्पग्राम उत्सव के दौरान केन्द्र अपने सदस्य राज्यों की कला प्रस्तुतियों का विशेष आयोजन करने जा रहा है। इसके अतर्गत 22 दिसम्बर को ’’महाराष्ट्र दिवस’’, 23 दिसम्बर को ’’गोवा दिवस’’, 24 दिसम्बर को ’’गुजरात दिवस’’ तथा 25 दिसम्बर को ’’राजस्थान दिवस’’ का आयोजन विशेष रूप से किया जायेगा । इस अवसर पर इन राज्यों के कला एवं संस्कृति विभागों द्वारा विशेष कला दल उत्सव हेतु भिजवाय जा रहे हैं। उत्सव में ही 26 दिसम्बर को ’’लोक तरंग’’, 27 दिसम्बर को ’’उडान’’, 28 दिसम्बर को ’’सप्तरंग’’ 29 दिसम्बर को ’’धरोहर’’ तथा 3. दिसम्बर को समापन अवसर पर ’’झंकार ’’ का आयोजन किया जायेगा। 27 सितम्बर को आयोजित ’’उडान’’ में इंडिया गॉट टेलेन्ट के अंतर्गत प्रस्तुति दे चुके पाशा व उनके दल के विशेष बच्चों की प्रस्तुतिया विशेष आकर्षण का केन्द्र होंगी। उत्सव में ही 29 दिसम्बर को ’’धरोहर’’ में सुप्रसिद्ध पण्डवानी गायीका पद्मभूषण तीजन बाई के श्रीमुख से महाभारत की गाथा के श्रवण का अवसर कला रसिकों मिल सकेगा। दस दिवसीय उत्सव के दौरान अपरान्ह 12 बजे से हाट बाजार प्रारम्भ होगा जहां आगंतुकों को भात के विभिन्न राज्य के शिल्प उत्पाद देखने व खरीदने का अवसर मिलेगा। उत्सव के दौरान रोजाना शाम 6 बजे से मुक्ताकाशी रंगमंच ’’कलांगन’’ पर लोक कलाकारों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा।

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