उदयपुर ,२२दिसम्बर (का.स.) राजस्थान साहित्य अकादमी कार्यालय में आज सभी अकादमियों के अध्यक्षों के सम्मलेन में हुए निर्णयों की जानकारी देते हुए अकादमी अध्यक्ष श्री वेदव्यास ने पत्रकार वार्ता में बताया की सभी अकादमियों के बिच संस्कृतिक आदान प्रदान और इनकी गतिविधियों में एक रूपता लाने के लिए और आपसी समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से “राज्य अकादमी परिषद्” का गठन किया गया है |

उन्होंने बताया की सभी अकादमी 30 मार्च को राजस्थान दिवस पर जयपुर में संस्कृतिक महोत्सव का आयोजन करेगी |इसकी मुख्य थीम नव जागरण होगी और सामाजिक एकता बढाने का प्रयास किया जायेगा |

बैठक में ये भी तय हुआ की सुचना प्रध्योगिकों के माध्यम का प्रयोग कर के वेब साईट , डॉक्युमेंट्री , फिल्म आदि के माध्यम से साहित्य और संस्कृति की जानकारी आम लोगों तक पहुचाई जाएगी |

व्यास ने बताया की वे सरकार से मांग करेगे की राज्य सरकार प्रत्येक अकादमी को प्रतिवर्ष कम से कम एक करोड़ रूपये अनुदान के रूप में प्रदान करे | अकादमियों के काम काजी ढांचे का पुनर्गठन हो | और अकादमी में राजनैतिक हस्तक्षेप नहीं हो और अकादमी को नोकर शाही से भी दूर रखा जाये |

व्यास ने बताया की आगामी २३ जनवरी को उदयपुर में साहित्य अकादमी का ५३ वां स्थापना दिवस मनाया जायेगा |

इस सम्मलेन में अकादमी अध्यक्ष वेड व्यास के आलावा प्रो.भवानी शंकर शर्मा , अध्यक्ष राजस्थान ललित कला अकादमी , डा.सुरेन्द्र उपाध्याय अध्यक्ष ब्रज भाषा अकादमी , डा. शुष्मा सिंघवी -अध्यक्ष राजस्थान संस्कृत अकादमी , और श्री श्याम मह्रिषी – अध्यक्ष राजस्थान राजस्थानी भाषा साहित्य अवं संस्कृति अकादमी ने भागी दरी की

 

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