ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बना उज्जवल भविष्य का सपना साकार कर रहे जिंक कौशल केंद्र

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हिन्दुस्तान जिंक द्वारा हमेशा से अपने परिचालन इकाईयों के आस पास के क्षेत्र के समुदाय का सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण प्राथमकता में रहा है। जिसके लिए विभिन्न परियोजनाओं का संचालन शिक्षा, स्वास्थ्य और आवश्यकता आधारित कार्यक्रमों के अनुकूल किया जा रहा है। जिम्मेदार उद्योग के रूप में सीएसआर के तहत् हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा विशेष रूप से स्थानीय ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें रोजगार एवं स्वरोजगार से जोडने के लिए जिं़क कौशल केंद्र द्वारा उनके भविष्य को सुदृढ़ करने हेतु प्रयास किये जा रहे है। युवाओ क उपलब्ध कराने के कंपनी के  प्रयासों से करीब 3400 से अधिक को कौशल विकास से जोडने और उनमें से 2700 से अधिक  रोजगार एवं उद्यमी के रूप में कार्यरत होने से सफलता की ओर अग्रसर होते नजर आते है।

प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रो में बेराजगारी का मुख्य कारण युवाओं में कौशल की कमी है। इसे दूर करने के लिये हिंदुस्तान जिंक ने अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन, टाटा स्ट्राइव और वेदांता फाउंडेशन के साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्रों में हिन्दुस्तान जिं़क के कौशल विकास कार्यक्रमों संचालित किया है। ये संगठन स्थानीय युवाओं के लिए उपलब्ध रोजगार के अवसरों के साथ-साथ युवाओं की रुचि के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों की पहचान कर भौगोलिक क्षेत्रों में मूल्यांकन सर्वेक्षणों के अनुसार कार्यक्रम क शुरुआत करते है। जिंक कौशल केंद्रों में यह महत्वपूर्ण है कि युवा स्वयं किस ा्कर या क्षेत्र मंे रूचिकर है।  वर्ष 2019-20 में स्थापित दरीबा और आगुचा के बाद अब ये कौशल केंद्र जावर, देबारी, कायड़, चंदेरिया और पंतनगर में भी संचालित है।

केंद्र में नामांकित अधिकांश प्रशिक्षु नियमित शिक्षा का हिस्सा नहीं हैं। वे ज्यादातर ड्रॉपआउट हैं,इसलिए, संस्थान उन्हें सॉफ्ट स्किल, जीवन कौशल और आईटी कौशल के साथ-साथ उन्हें रोजगार योग्य नान के िएआव्य तनीकी कौशल प्रदान करता है। इन केंद्रो में युवाओं को जनरल ड्यूटी असिस्टेंट, माइक्रोफाइनेंस एक्जीक्यूटिव, इलेक्ट्रीशियन, सिक्योरिटी गार्ड, रिटेल सेल्स एग्जीक्यूटिव, डाटा एंट्री ऑपरेटर, कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट, फूड एण्ड बेवरेज सेवाएं, फ्रंट ऑफिस एसोसिएट, बीएफएसआई-बिजनेस डेवलपमेंट एक्जीक्यूटिव, ऑटो सेल्स कंसल्टेंट जैसे पदों के लिये प्रशिक्षण परदान किया जाा ह।

यदि प्रशिक्षण की बात की जाए तो 400 घंटे के सहायक इलेक्ट्रीशियन ट्रेड में मुख्य इलेक्ट्रीशियन की सहायता के लिए प्रशिक्षण कर्मियों को शामिल किया गया है। इसमें इलेक्ट्रिकल बेसिक्स, इलेक्ट्रिकल टूल्स हैंडलिंग, सिंगल और ट्रिपल फेज वायरिंग और ट्रबल शूटिंग का अध्ययन शामिल है। इसी प्रकार जनरल ड्यूटी असिस्टेंट में रोगी की देखभाल का वयावहारिक ्शिकषण, नर्स ी सायता , स्वच्छ अस्पताल के वातावरण को बनाए रखना आदि शामिल है। अर्नआम्ड सुरक्षा गार्ड की निजी गार्ड ट्रेनिंग, आपातकालीन बचाव, सीसीटीवी निगरानी, प्राथमिक चिकित्सा और अग्नि आपात से जुड़े 270 घंटे कठोर प्रशिक्षण दिया जाता है। माइक्रोफाइनेंस कार्यकारी प्रशिक्षण बैंकिंग, वित्त, बीमा और अन्य ित्तीय संस्थानों जैसे स्वं सहयता समूह में कार्य की जानकारी देता है। डेटा एंट्री ऑपरेटर प्रशिक्षण विस्तृत बुनियादी और अग्रिम कंप्यूटर ज्ञान, एमआईएस हैंडलिंग, प्रलेखन आदि प्रदान करता है। कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव ट्रेड में टेली मार्केटिंग,टेली कम्युनिकेशन में प्रशिक्षण कार्मिक, बातचीत कौशल, ग्राहक संबंध प्रबंधन आदि शामिल हैं। रिटेल सेल्स एसोसिएट ट्रेड में मार्ेटिंग से्स, स्मर रलेशनशप मैेजमें आदि में प्रशिक्षण कर्मियों को शामिल किया जाता है।

इसके अतिरिक्त, प्रशिक्षुओं को अंग्रेजी, कंप्यूटर और जीवन कौशल में भी प्रशिक्षित किया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को कंपनी के एक्सपोजर विजिट, जॉब ट्रेनिंग, गेस्ट लेक्चर, प्रोजेक्ट्स आदि से संपूर्ण कार्यप्रणाली से अवगत किया जाता है। प्रशिक्षण साप्त होनेके ा, उनहें रोजगार से जोड़े में हर संभव सहायता दी जाती है, साथ ही इस प्लेसमेंट के उपरांत अनुगमन कर दो वर्षो तक उन्हें परामर्श एवं सहायता भी प्रदान की जाती है।

युवाओं को कुशल बनाने के लिये सुविधाओं से लैस है कौशल केंद्र

प्रशिक्षण, निश्चित रूप से, परियोजना का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू है और यही कारण है कि हिन्दुस्तान जिं़क उपयो की जाने वाी सामगरी, प्र्तावि बुनियाी ढांचे आदि सहित प्रशिक्षण की सुविधाओं पर पूरा ध्यान देता है। जिंक कौशल केंद्र प्रयोगशालाओं, आईटी और सॉफ्टवेयर के साथ ही सुरक्षा गैलरी और पुस्तकालय के साथ कौशल कक्षाओं से लैस हैं। केंद्रों में अनुभवी और योग्य प्रशिक्षकों की एक टीम, गेस्ट फेकल्टी, एक्सपोजर टूर महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षण प्रक्रिया तीन चरणों में आयोजित की जाती है, अर्थात् पूर्व-प्रशिक्ण, प्रशक्षण और परशिक्षण के उपरान्त। पूर्व-प्रशिक्षण प्रक्रिया में कौशल आवश्यकताओं का मूल्यांकन, करियर परामर्श, आदि शामिल हैं, जबकि प्रशिक्षण प्रक्रिया में व्यापार और सॉफ्ट कौशल विकास सत्र और अन्य जानकारी के साथ ही रोजगार प्रशिक्षण शामिल है। प्रक्रिया का अंतिम चरण पोस्ट-ट्रेनिंग है जिसमें जॉब फेयर, मेंटरिंग और सपोर्ट, रिफ्रेश ट्रेनिंग, प्लेसें आदि ामिल है। जिंक कौशल कें्र प्रशिकषुओं को डोमिनोज, मुथूट फाइनेंस, पैंटालून, मारुति सुजुकी, स्पेक्ट्रम रिजॉर्ट, एक्सिस बैंक, एयरटेल, क्रेडिट एक्सिस ग्रामीण लिमिटेड, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक, आदि जैसी कंपनियों में सुरक्षित प्लेसमेंट में मदद करते हैं।

हिंदुस्तान जिंक, भारत में शीर्ष 15 सीएसआर मद में श्रेष्ठ कारय करन वाों उद्योगों मे से एक है अब तक राजस्थान के184ं, उत्तराखंड के 5  और गुजरात के 16 गांवों में 700,000 लोग लाभान्वित हुए है।

‘‘जिं़क कौशल कंेद्र से असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन का प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वयं की मोबाईल रिपेयरिंग की दुकान शुरू करने वाले सिंदेसर कलां रेलमगरा के प्रहलाद लौहार अब स्वयं आत्मनिर्भर है। उनमें आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिये वें और उना परवार कंेद्र का ध्यवाद देत हुए कहत है कि अब व परिवार के साथ साथ दूसरों के लिये भी मिसाल है। प्रहलाद जल्द ही अपनी दुकान में व्यापार विस्तार की योजना बना रहे है।‘‘

‘‘उदयपुर के एक रिसोर्ट में फूड एण्ड बेवरेज का महत्वपूर्ण कार्य संभाल रही मेडता गांव की चंचल गमेती जिं़क कौशल कंेद्र से प्रशिक्षित हैं। आज वह आत्मनिर्भर हो क अपने परिवार की मजबूत कडीहै। चंच कहती है ि 12वीं कक्ष के बाद पिवार की जिम्मेदारी के लिये रोजगार से जुड़ने में किसी क्षेत्र में प्रशिक्षण एक महत्वपूर्ण चुनौती थी जिसे जिं़क कौशल कंेद्र ने पूरा किया।‘‘

द्वारा हमेशा से अपने परिचालन इकाईयों के आस पास के क्षेत्र के समुदाय का सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण प्राथमिकता में रहा है। जिसके लिए विभिन्न परियोजनाओ का संचालन शिक्ष, स्वासथ्य और आवश्यकत आधारित का्यक्रमों के नुकूल किया जा रहा है। जिम्मेदार उद्योग के रूप में सीएसआर के तहत् हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा विशेष रूप से स्थानीय ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें रोजगार एवं स्वरोजगार से जोडने के लिए जिं़क कौशल केंद्र द्वारा उनके भविष्य को सुदृढ़ करने हेतु प्रयास किये जा रहे है। युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के कंपनी के  प्रयासो से करीब 3400 से अधिक को कौशल विकास े जोडने औ उनमें से 2700 े अधिक  रोजगा एवं उद्यमी े रूप में कार्रत होने से सफलता की ओर अग्रसर होते नजर आते है।

प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रो में बेराजगारी का मुख्य कारण युवाओं में कौशल की कमी है। इसे दूर करने के लिये हिंदुस्तान जिंक ने अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन, टाटा स्ट्राइव और वेदांता फाउंडेशन के साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्रोंमें हिन्दुस्तान जिं़क के कौशल िकास कार्क्रमों संचालित किया है। य संगठन स्थानय युवाओं के लि उपलब्ध रोजगार के अवसरों के साथ-साथ युवाओं की रुचि के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों की पहचान कर भौगोलिक क्षेत्रों में मूल्यांकन सर्वेक्षणों के अनुसार कार्यक्रम क शुरुआत करते है। जिंक कौशल केंद्रों में यह महत्वपूर्ण है कि युवा स्वयं किस पाठ्यक्रम या क्षेत्र मंे रूचिकर है।  वर्ष 2019-20 में स्थाित दरीब और आगुा के बाद अब ये कौशल केंद्र जावर, देबारी, कायड़, चंदेरिया और पंतनगर में भी संचालित है।

केंद्र में नामांकित अधिकांश प्रशिक्षु नियमित शिक्षा का हिस्सा नहीं हैं। वे ज्यादातर ड्रॉपआउट हैं,इसलिए, संस्थान उन्हें सॉफ्ट स्किल, जीवन कौशल और आईटी कौशल के साथ-साथ उन्हें रोजगार योग्य बनाने के लिए आवश्यक तकनीकी कौशल प्रदान करत है। इन केंद्रो मे युवाओं को जनरल ्यूटी असिस्ेंट, माइक्रोफइनेंस एक्जीक्ूटिव, इलेक्ट्ीशियन, सिक्योरिी गार्ड, रिटेल सेल्स एग्जीक्यूटिव, डाटा एंट्री ऑपरेटर, कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट, फूड एण्ड बेवरेज सेवाएं, फ्रंट ऑफिस एसोसिएट, बीएफएसआई-बिजनेस डेवलपमेंट एक्जीक्यूटिव, ऑटो सेल्स कंसल्टेंट जैसे पदों के लिये प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।

यदि प्रशिक्षण की बात क जाए तो 400 ंटे के सायक इलेक्ट्रशियन ट्रेड में मुख्य इलेक्ट्ीशियन की सहायता के लिए प्रशिक्षण कर्मियों को शामिल किया गया है। इसमें इलेक्ट्रिकल बेसिक्स, इलेक्ट्रिकल टूल्स हैंडलिंग, सिंगल और ट्रिपल फेज वायरिंग और ट्रबल शूटिंग का अध्ययन शामिल है। इसी प्रकार जनरल ड्यूटी असिस्टेंट में रोगी की देखभाल का व्यावहारिक प्रशिक्षण, नर्स की सहायता , स्वच् अस्पताल के वातावरण को बनाए रखा आदि शामिल है। अर्नआमड सुरक्षा गार्ड की निजी गार्ड ट्रेनिंग, आपातकालीन बचाव, सीसीटवी निगरानी, प्राथमिक चिकित्सा और अग्नि आपात से जुड़े 270 घंटे कठोर प्रशिक्षण दिया जाता है। माइक्रोफाइनेंस कार्यकारी प्रशिक्षण बैंकिंग, वित्त, बीमा और अन्य वित्तीय संस्थानों जैसे स्वयं सहायता समूह में कार्य की जानकारी देता है। डेटा एंट्री ऑपरेटर प्रशि्षण विस्तृत बुनियादीऔर अग्रिम ंप्यूटर ज्ञान, एमआईएस हैंडलिंग, प्रलेखन दि प्रदान करता है। कस्टमर केय एग्जीक्यूटिव ट्ेड में टेली मार्केटिंग,टेली कम्युनिकेशन में प्रशिक्षण कार्मिक, बातचीत कौशल, ग्राहक संबंध प्रबंधन आदि शामिल हैं। रिटेल सेल्स एसोसिएट ट्रेड में मार्केटिंग सेल्स, कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट आदि में प्रशिक्षण कर्मियों को शामिल किया जाता है।

इसके अतरिक्त, प्रशिक्षुओं को ंग्रेजी, कंप्यटर और जीवन कौशल ें भी प्रशिक्षित किया जाता है। ्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को कंपनी के एक्सपोजर विजिट, जॉब ट्रेनिंग, गेस्ट लेक्चर, प्रोजेक्ट्स आदि से संपूर्ण कार्यप्रणाली से अवगत किया जाता है। प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद, उन्हें रोजगार से जोड़ने में हर संभव सहायता दी जाती है, साथ ही इस प्लेसमेंट के उपांत अनुगमन कर दो वर्षोतक उन्हें परमर्श एवं सहायता भी प्रदानकी जाती है।

युवाओं को कुशल बनाने के लिये सुविधाओं से लैस है कौशल केंद्र

प्रशिक्षण, निश्चित रूप से, परियोजना का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू है और यही कारण है कि हिन्दुस्तान जिं़क उपयोग की जाने वाली सामग्री, प्रस्तावित बुनियादी ढांचे आदि सहित प्रशिक्षण की सुविधाओं पर परा ध्यान देता है। जिंक कशल केंद्र प्रोगशालाओं, आईी और सॉफ्टवेयर के साथ ही सुरक्षा गैलरी और पुस्तकाय के साथ कौशल क्षाओं से लैस हैं। केंद्रों में अनुभवी और योग्य प्रशिक्षकों की एक टीम, गेस्ट फेकल्टी, एक्सपोजर टूर महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षण प्रक्रिया तीन चरणों में आयोजित की जाती है, अर्थात् पूर्व-प्रशिक्षण, प्रशिक्षण और प्रशिक्षण के उपरान्त। पूर्व-प्रशिक्षण प्रकरिया में कौशल आवश्यकताओं ा मूल्यांकन, कियर परामर्श, आदि शामिल हैं, जबि प्रशिक्षण प्रक्िया में व्यापार औ सॉफ्ट कौशल विका सत्र और अन्य जानकाी के साथ ही रोजगार प्रशिक्षण शामिल है। प्रक्रिया का अंतिम चरण पोस्ट-ट्रेनिंग है जिसमें जॉब फेयर, मेंटरिंग और सपोर्ट, रिफ्रेशर ट्रेनिंग, प्लेसमेंट आदि शामिल हैं। जिंक कौशल केंद्र प्रशिक्षुओं को डोमिनोज, मुथूट फाइनेंस, पैंटालून, मारुति सुजुकी, स्पेकट्रम रिजॉर्ट, एक्सिस बैंक, एयरेल, क्रेडिट एक्सस ग्रामीण लिमिटेड, यू स्मॉल फाइनेंस बंक, उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक, आदि जैी कंपनियों में सुरक्षित प्लेसमेंट में मदद करते हैं।

हिंदुस्तान जिंक, भारत में शीर्ष 15 सीएसआर मद में श्रेष्ठ कार्य करने वालों उद्योगों में से एक है अब तक राजस्थान के 184ं, उत्तराखंड के 5  और गुजरात के16 गांवों में 700,000 लोग लाभान्ित हुए है।

‘जिं़क कौशल कंेद्र से असिस्टेंट इलेकट्रीशियन का प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वयं की मोबाईल रिपेयरिंग की दुकान शुरू करने वाले सिंदेसर कलां रेलमगरा के प्रहलाद लौहार अब स्वयं आत्मनिर्भर है। उनमें आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिये वें और उनका परिवार कंेद्र का धन्यवाद देते हुए कहते है कि अब वह परिवार के साथ साथ दूसरों के लिये भी मिसाल है। प्रहलद जल्द ही अपनी दुकान में व्यापा विस्तार की योजना ना रहे है।‘‘

‘‘उदयपुर के एक रिसोर्ट मेंफूड एण्ड बेवरेज का मत्वपूर्ण कार्य संभाल रही मेडता गांव की चंचल गमेती जिं़क कौशल कंेद्र से प्रशिक्षित हैं। आज वह आत्मनिर्भर हो कर अपने परिवार की मजबूत कडी है। चंचल कहती है कि 12वीं कक्षा के बाद परिवार की जिम्मेदारी के लिये रोजार से जुड़ने में किसी क्षेत्रमें प्रशिक्षण एक मत्वपूर्ण चुनौी थी जिसे जिं़क कौश कंेद्र ने पूरा किया।‘

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