रोज सवेरे कचरे के ढेर में मिलती है शराब की बोतलें
उदयपुर, । शहर की सबसे सुरक्षित परिसर कलेक्ट्री में रोज सुबह कचरे के ढेर में शराब की बोतलें पडी होती है जिससे लगता है कि या तो कलेक्ट्री परिसर शराबियों का अड्डा बन गया है या पि*र यहां रात में पहरा देने वाले ही कलेक्ट्री में महफिल जमा रहे है।
सुबह की रौनक देखके रात को महफिल की रंगीनियों का अंदाजा लगाया जा सकता है। इध बात को चरितार्थ करता है सरकारी कर्मचारी द्वारा इकठ्ठा किया हुआ कलेक्ट्री परिसर का कचरा, जिसमें शराब और बीयर की बोतलों का ढेर प$डा मिलता है। इन शराब की बोतलों के ढेर से यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि या तो शहर के शराबियों ने कलेक्ट्री परिसर को महपि*ल जमाने की सुरक्षित जगह बना ली है जहां कोई रोक टोक करने वाला नहीं और जो विभाग (पुलिस-प्रशासन) पूरे शहर में रात १० बजे बाद शराबियों को धरकप$ड करते है उन्हीं के परिसर में शराबी सुरक्षित है। धमाल मचा रहे है या पि*र कलेक्ट्री परिसर के गार्ड पुलिस की मिलीभगत से शराब की महपि*ले जम रही है या पि*र खुद गार्ड और परिसर में तैनात पुलिसकर्मी आराम से कलेक्ट्री में महपि*ले जमा रहे है और शराब की बोतलें ऐसे ही पैं*क रहे है। ये बोतलें सुबह एसपी ऑपि*स के पीछे, आईजी ऑपि*स के पास, कलेक्ट्रर ऑपिुस के पीछे हर जगह ये बोतलें बिखरी प$डी मिलेगी और खुद रात की महपि*ल को बयां करेगी।