उदयपुर, रबर व टायर को चार विधियों से रिसाइकल किया जा सकता है। लेकिन हर विधि में जन सुरक्षा, प्रकृति सुरक्षा व दूरगामी आर्थिक सुरक्षा जरूरी है। मैकेनिकल ग्राइंडिंग व क्रायोजिनिक विधियां पाइरोलाइसिस विधि से बेहतर है। पाइरोसिस विधि भी एक पू्रवन विधि है लेकिन इसमें बहुत जरूरी हैं कि प्रक्रिया में उत्पन्न होने वाली प्रदूशणकारी गैसों का उचित उपचार हो तथा बनने वाले तेल को सीधे प्रयोग में न लेकर उसका षुद्घीकरण व फिलटराईजेषन किया जाये। पाइरोलाइसिस विधि में टायर को उच्च तापक्रम पर दाब पर गलाया जाता है। इसमें उच्च स्तर की सुरक्षा जरूरी है।