धनपतियों, दानदाताओं से सेवा-सहयोग का आव्हान
उदयपुर, वृद्घजन, लावारिस, मानसिक रोगी, विकलांग, अपाहिज, गरीब, असहाय, बेसहारा निश:क्तजनों की सेवा सहायता का संकल्प लेकर सिस्टर डेमियन ने बिशप डॉ. जोसफ पतालिन की प्रेरणा से दिसंबर १९९७ में आशाधाम आश्रम की उदयपुर में स्थापना की। प्रारंभ में नगर की सडक पर अस्थि भंग होकर असहाय एक ऐसी भिखारी को आश्रम से जोडा गया जिसके हाथ-पैर सडांध मार रहे थे। उसके पास कोई न जा पा रहा था। उसको सिस्टर डेमियन ने उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया और आवश्यक उपचार तथा देखभाल प्रारंभ की।
गुरूवार को आयोजित प्रेसवार्ता में सिस्टर डेमियन, सिस्टर इगनस, सिस्टर अर्चना व सिस्टर शीना ने संयुक्त रूप से बताया कि इस प्रकार एक की शुरूआत से प्रारंभ हुआ यह सेवाकल्प आज १६५ जनों का संबल एवं सहारा बना हुआ है। इस बीच १५० व्यक्ति यहां रहते उपचार एवं स्वास्थ्य लाभ करते हुए मृत्यु को प्राप्त हुए जिनका उचित विधि से दाहकर्म किया गया। उन्होंने बताया कि संस्था का उद्देश्य बहु आयामी है। धर्म, जाति, भाषा आदि का कोई भेदभाव किए बिना उन सबकी सेवा करना है जो असहाय, गरीब, निराश्रित अथवा परित्यक्त एवं बेसहारा है। साथ ही उनको शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक रूप से सहारा देकर उनके जीवन में नई आशा, आनंद एवं उमंग जागृत करने का प्रयास करना है।
सिस्टर डेमियन ने बताया कि वर्ष २०१२ में राज्य सरकार की ओर से ५० विमंदितों के लिए अनुदान स्वीकृत हुआ था। अभी वर्ष २०१३ में और ५० व्यक्तियों के लिए अनुदान की स्वीकृत हो गई है। इसके अलावा विगत ८ वर्षों से राज्य सरकार से निशुल्क या रियायती दर पर भूमि की मांग की जा रही थी जिसके फलस्वरूप गत फरवरी माह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में राज्य मंत्रीमंडल की बैठक में आश्रम को ग्राम हवाला खुर्द बडी में वृद्घाश्रम के लिए २ लाख ६९ हजार वर्गफीट भूमि का आवंटन किया गया जिसके लिए ३२ लाख रूपया जमा करना होगा।
सिस्टर डेमियन ने बताया कि संस्था के पास वर्तमान में ऐसा कोई फंड नहीं है और समय की मांग को देखते हुए वृद्घाश्रम का अलग से निर्माण अति आवश्यक हो गया है। लगातार ऐसे लोगों की संख्या बढती जायेगी जिन्हें आश्रम में रखना और उनका ठीक से उपचार कराना आवश्यक होगा। इसलिए उन्होंने धनपतियों, दानदाताओं, भामाशाहों से आव्हान किया कि वे इस परमार्थ कार्य में अधिक से अधिक सहयोग करें और अन्यों को भी इसके लिए प्रेरित करें। प्रेसवार्ता में आश्रम के लिए मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा एम्बुलेंस, एसबीबीजे द्वारा एम्बुलेंस एवं आरएसएमएम द्वारा लोडिंग टेम्पो भेंट किए जाने पर संस्था सदस्यों ने आभार व्यक्त किया।

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