रंगारंग प्रस्तुतियेां के साथ मनाया होली मिलन समारोह

IMG_0068वरिष्ठ नागरिक एवं नवनिर्वाचित पार्षदों का किया सम्मान

उदयपुर, हिरणमगरी सेक्टर 11 मित्र मंडल की ओर से बुजुर्ग एवं नवनिर्वाचित पार्षदों का सम्मान एवं होली मिलन समारोह सेक्टर 11 स्थित पशुपति मंदिर गार्डन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम संयोजक डॉ. पवित्र चोधरी ने बताया कि समारोह में सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया गया जिसमें युवक – युवतियों ने होली के गीतों पर मनमोहक प्रस्तुतियॉ दी। इस अवसर पर क्षेत्र के नवनिर्वाचित पार्षद एवं विद्युत समिति के अध्यक्ष महेश द्धिवेदी , राजेश वैरागी, समाजसेवी दीपक बोल्या, चन्द्र कला बोल्या एवं क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों का उपरणना, शॉल, सम्मान पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। समारोह का संचालन मिनु नागौरी ने किया जबकि धन्यवाद हितेश जोशी ने दिया। इस अवसर पर घनश्याम सिंह भीण्डर, सुरेन्द्र धारवाल, कपील जैन, रणवीर सिंह राणावत, संजय लोढा सहित अनेक गणमान्य नागरिक एवं महिलाएं उपस्थित थी।

निःशुल्क उदर रोग चिकित्सा शिविर 19 को

उदयपुर, मदन मोहन मालवीय राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय कॉलेज परिसर में काय चिकित्सा विभाग द्वारा गुरुवार को सुबह 9 से 1 बजे तक निःशुल्क उदर रोग चिकित्सा शिविर आयोजित किया जायेगा।
प्राचार्य डॉ.गौरीशंकर इन्दौरिया ने बताया कि शिविर में अम्लपित, अरूचि, अग्निमांघ, उदर कृमि, कब्ज आदि उदर रोगों का निदान एवं निःशुल्क औषधियों एवं क्वाथ वितरण किया जायेगा। प्रभारी अधिकारी डॉ. इन्दुशर्मा ने बताया कि शिविर में दुर्गा श्रीवास्तव, डॉ.सीमा उपाध्याय, डॉ.ऋचा परमार एवं अन्य विशेषज्ञ सेवाएं देंगे।

स्वच्छता जागरूकता सप्ताह में युवा सम्मेलन होंगे

उदयपुर, राज्य सरकार के ग्रामीण विकास एंव पंचायतीराज विभाग के निर्देशानुसार जिले में स्वच्छ भारत मिशन (निर्मल भारत अभियान ) के अन्तर्गत दिनाक 28 से 30 मार्च तक राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल एंव स्वच्छता जागरूकता सप्ताह आयोजित किया जा रहा है ।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नेहा गिरी के अनुसार युवाओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक करनें तथा ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय निर्माण हेतु प्रेरित करने के लिऐ नेहरू युवा केन्द्र के माध्यम से 12 ब्लाक युवा सम्मेलनों तथा युवा संसद का आयोजन जिलें में किया जा रहा है ।
युवा समन्वयक पवन कुमार अमरावत ने बताया कि सम्मेलनों के दौरान युवाओं की आशुभाषण एंव प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाऐगा तथा स्वच्छता की शपथ दिलाई जावेगी । उन्होनें बताया कि 21 मार्च को सलुम्बर तथा भीण्डर, 22 मार्च को बेदला(बड़गांव) गोगुन्दा, कानपुर,(गिर्वा) 23 मार्च को सराड़ा एवं ऋषभदेव, 24 मार्च को खेरवाड़ा व कोटड़ा तथा 25 मार्च को झाड़ोल व लसाडि़या में युवा सम्मेलन आयोजित होंगे। उन्होंने बताया कि राजस्थान दिवस 30 मार्च को जिला स्तरीय युवा सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।

कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए आवेदन मांगे

उदयपुर, उदयपुर जिले में बेरोजगार युवक-युवतियें के लिए कौशल विकास कार्यक्रम अंतर्गत रोज़गार परक लघु अवधि कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम निःशुल्क प्रारंभ किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 27 मार्च है।
जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के परियोजना अधिकारी ने बताया कि बेसिक ऑफ एनॉटोमी एवं फिजि़योलोजी के लिए 10वीं उत्तीर्ण 60 छात्र-छात्राओं, डायलेसिस असिस्टेंट के लिए 12वीं उत्तीर्ण 30 छात्र-छात्राओं के प्रशिक्षण दिये जायेंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में बीपीएल एवं नॉन बीपीएल अभ्यर्थी पात्र होंगे एवं जिनकी आयु सीमा 18 से 35 वर्ष है। अधिक जानकारी के लिए दूरभाष नंबर 7726007737, 9460331833 एवं वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट राजस्थानलाइवलीहुड्स डॉट ओआरजी है।

अनवरत चिकित्सा संगोष्ठी 29 को

उदयपुर, आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर के मेडिसन विभाग एवं एपीकोन 86 ट्रस्ट के तत्वाधान में अनवरत चिकित्सा शिक्षा संगोष्ठी का आयोजन महाविद्यालय सभागार में 29 मार्च को किया जायेगा।
एपीकोन 86 ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ.एच.एन.एस भटनागर ने बताया कि इस तरह की संगोष्ठी वर्ष में दो बार मार्च एवं सितम्बर में आयोजित की जाती है। आयोजन चैयरमैन एवं आरएनटी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ.डी.पी.सिंह ने बताया कि संगोष्ठी में करीब 300 चिकित्सक भाग लेंगे।
आयोजन सह चैयरमैन डॉ.मुकेश बड़जात्या ने बताया कि इस संगोष्ठी में आरएनटी कॉलेज के सहपाठी डॉक्टर्स जो राज्य के विभिन्न चिकित्सा क्षेत्र में गुर्दा रोग विशेषज्ञ सेवाएं दे रहे है, संगोष्ठी में गुर्दा रोगो पर व्याख्यान देंगे। आयोजन सचिव डॉ. हेमन्त माथुर ने बताया कि संगोष्ठी में आरएनटी मेडिकल कॉलेज के डॉ. बकुंल गुप्ता, डॉ. गुलशन मुखिया, डॉ.सोहनलाल शर्मा, कोटा से डॉ.विकास खण्डेलिया, जोधपुर से डॉ. अरविन्द कल्ला, जालंधर से डॉ.आशुतोष सोनी, जयपुर से डॉ.विनय बेनीवाल एवं अहमदाबाद से डॉ.राजकुमार माण्डोत विभिन्न गुर्दा रोगों पर अपने विचार व्यक्त करेंगे।

जवानों ने दिया ‘ बेटी बचाओ एवं बेटी पढ़ाओं‘ का संदेश

उदयपुर, एकलिंगगढ़ मिलिट्री स्टेशन के 36 जवान और अफसरों ने साईकिल सफारी के दौरान बुधवार प्रातः 11.15 बजे जयसमंद के जगतपुरा एवं बेमला के सरकारी विद्यालयों में ‘‘बेटी बचाओ एवं बेटी पढ़ाओं‘‘ एवं ‘‘स्वच्छ भारत सुरक्षित भारत‘‘ विषय पर व्याख्यान दिये। उन्होंने छात्र-छात्राओं को सेना में भर्ती होने के लिए प्रोत्साहित भी किया।
साईकिल सफारी का मुख्य उद्देश्य ग्रामवासियों में देशभक्ति की अलख जगाना एवं नई पीढ़ी को देश सेवा के मद्देनजर सेना में भर्ती होने के लिए भावना जागृत करना है। इस अवसर पर गांव के सरपंच, भूतर्पूव सैनिक, शिक्षकगण एवं अन्य अतिथि मौजूद रहे।

बडगॉव में चिकित्सा षिविर 483 की हुई जॉच

IMG-20150318-WA0023उदयपुर , पेर्सििफक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के “स्वस्थ उदयपुर स्वस्थ भारत“ अभियान के तहत आज उदयपुर के बडगॉव पंचायत के बाबामगरी में स्वास्थ्य षिविर लगाया गया । सरकार के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम मे अपनी सक्रिय भागीदारी निभाते हुए राडाजी चौराहा बाबामगरी, पर आयोजित इस शिविर में पीएमसीएच के फिजीशियन डॉ.के.आर.शर्मा, डॉ.दिनेश भटनागर ,डॉ.बशिष्ट, स्त्री रोग बिषेषज्ञ डॉ.आशा, बाल रोग बिशेषज्ञ डॉ. रवि भाटिया ने 141 बच्चों सहित 483 महिला एवं पुरूषो की निःशुल्क स्वास्थ्य जॉच की गई एवं उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। इस मौके पर सभी सामान्य जॉचे की गई एवं दवाईयॉ निःशुल्क दी गई।

‘‘राजस्थान इतिहास के स्त्रोत’’ विषयक पर एक दिवसीय कार्यशाला

IMG_0116इतिहास के सभी स्त्रोतों का दोहन आवश्यक – प्रो. सारंगदेवोत
साहित्य को भी इतिहास के स्त्रोत में स्वीकारें – प्रो. व्यास

IMG_0061उदयपुर ,जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के संघटक माणिक्यलाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय के इतिहास विभाग की ओर से बुधवार को महाविद्यालय के सिल्वर जुबली हॉल में ‘‘राजस्थान के इतिहास के स्त्रोत’’ विषयक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, सम्मानित अतिथि पूर्व कृषि मंत्री सवाई हरि सिंह चुण्डावत, अध्यक्षता डीन कला संकाय प्रो. प्रदीप पंजाबी, विशिष्ठ अतिथि इतिहासविद् प्रो. के.एस. गुप्ता, मुख्य वक्ता प्रो. एस.पी. व्यास थे। स्वागत उद्बोधन विभागाध्यक्ष प्रो. निलम कोशिक ने दिया। समारोह में मुख्य वक्ता प्रो. एस.पी. व्यास ने कहा कि इतिहास लेखन में इतिहास के रूप में सभी प्रकार के संसाधनों, समीक्षात्मक विषलेश्ण कर प्रयोग करना चाहिए। तत्कालीन साहित्यिक सामग्री , ऐतिहासिक अभिलेख, भाषा, कला, संस्कृति, लोक गीत, काव्य संग्रह आदि भी हमारे राजस्थान के इतिहास के स्त्रोत है। जिससे हमें महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है तथा किसी भी प्रकार की सामाजिक संरचना, लोक साहित्यिक, व्यापारिक परम्परा, तकनीकी साहित्य में भी राजस्थान का इतिहास जीवंत है। मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि राजस्थान के इतिहास को समझने के लिए उत्पादन के साधनों को जानना आवश्यक ही नहीं अनिवार्य है। इन उत्पादनों के साधनों से ही राजस्थान का समग्र रूप इतिहास लिखना संभव है। उत्पादन के साधनों के द्वारा ही राजस्थान की विरासत को समझा जा सकता है। समारोह का संचालन डॉ. हेमेन्द्र चौधरी ने किया जबकि धन्यवाद गिरीश पुरोहित ने दिया।
इन मोनोग्राफ व शोध जर्नल का हुआ विमोचन:-
प्रो. नीलम कोशिक तथा डॉ. हेमेन्द्र चौधरी द्वारा लिखित इतिहास विभाग की शोध पत्रिका विरासत तथा विभागीय सदस्यों द्वारा लिखित मोनोग्राफ महाराजा राजसिंह, महाराणा कुंभा, वागड़ की महिला स्वतंत्रता सेनानी, उदयपुर के मुर्ति कला में अभिव्यक्त पार्थि जगत, श्री धूल जी भाई भावसार के मोनोग्राफ का विमोचन किया।

‘सखी’ ग्रामीण उद्यमियों से मिलने आयी 800 किलोमीटर दूर से 35 छात्राएं

Vedanta Sakhi picture 3उत्तर भारत के पहले महिला विष्वविद्यालय, बीपीएस महिला विष्वविद्यालय, सोनीपत (हरियाणा) की मेनेजमैंट एवं कॉमर्स श्रेणी की अंतिम वर्ष की 35 छात्राएं एवं 3 फैकल्टि हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा चलाये जा रहे महिला सषक्तिकरण अभियान ‘सखी’ को देखने के लिए, 800 किलोमीटर से भी अधिक दूरी तय कर उदयपुर पधारी। यह 35 छात्राएं राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेष व मघ्य प्रदेष की रहने वाली है।

हिन्दुस्तान जिंक के ‘सखी’ अभियान, जिसके अन्तर्गत हिन्दुस्तान जिंक ग्रामीण व आदिवासी महिलाओं के सामाजिक व आर्थिक सषक्तिकरण के लिए कार्य कर रहा है, इससे 6000 से अधिक ग्रामीण महिलाएं जुड़ी हुई है। इन छात्राओं ने इन महिलाओं के सषक्तिकरण के बारे में पढ़ा व जानकारी ली तथा इन ‘सखी’ महिलाओं से मिलने का निर्णय किया।

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Vedanta Sakhi picture 1हिन्दुस्तान ज़िक के हेड-कार्पोरेट कम्यूनिकेषन पवन कौषिक ने बताया कि बीपीएस महिला विष्वविद्यालय, सोनीपत से हमारे पास निरन्तर ‘सखी’ स्वयं सहायता समूहों को देखने की तथा इन ग्रामीण उद्यमी महिलाओं से मिलने का निवेदन आया था। हमने सहर्ष ही उसे स्वीकार किया तथा मटून में ‘सखी’ के अन्तर्गत चलाये जा रहे कार्योक्रमों को इन छात्राओं को दिखाया। मटून में ‘सखी’ महिलाएं अखबार के कागजों से बेहतरीन टोकरियों व अन्य साज-सज्जा का सामान बना रही है जो कि अपने आप में अनोखी कला है। कम लागत से बनने वाला यह सामान लोगों को बहुत प्रभावित कर रहा है।

साथ ही इसी ‘सखी’ स्वयं सहायता समूह में अनेकों महिलाएं सिलाई कढ़ाई से जुड़कर वस्त्र बनाने का कार्य भी कर रही है। मटून की और भी महिलाएं ‘सखी’ सहायता समूह से जुड़ने को तत्पर है तथा हिन्दुस्तान जिं़क ने उनके समूहों को बनाने का कार्य भी प्रारंभ कर दिया है।

बीपीएस महिला विष्वविद्यालय, सोनीपत की 35 छात्राओं का नेतृत्व करने वाली प्राध्यापिका सुश्री ईषानी चौपड़ा ने कहा कि सभी छात्राएं ‘सखी’ ग्रामीण उद्यमी महिलाओं से मिलकर बहुत उत्साहित है तथा इनके निपुण कार्य को देखकर अचम्भित भी है। हिन्दुस्तान जिं़क अपने ‘सखी’ अभियान द्वारा ग्रामीण महिलाओं को सामाजिक व आर्थिक रूप से सषक्त करने के लिए व्यवसायिक प्रषिक्षण द्वारा इन ग्रामीण महिलाओं को एक उद्यमी के रूप में परिवरतित कर रहा है, यह बहुत ही सराहनीय कार्य है तथा ग्रामीण परिवारों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए बेहद सफल साबित होगा।

अब तक कंपनी 475 ‘सखी’ स्वयं सहायता समूह बना चुकी हैं तथा इससे 6000 से अधिक ग्रामीण महिलाएं जुड़ चुकी है। ‘सखी’ के बनाये उत्पादों को खरीदने के लिए कई संगठन व विक्रेता संम्पर्क कर रहे हैं।

चेस इन लेकसिटी की कार्यकारिणी घोषित

राजीव भारद्वाज अध्यक्ष व विकास साहू सचिव
सर्वसम्मति से हुआ निर्णय

RAJEEV BHARDWAJVIKAS SAHU शहर में कार्यरत चेस इन लेकसिटी जो ऑल राजपूताना शतरंज संघ के तहत व बुद्धिबल सेवा संस्थान से मान्यता प्राप्त कर अपनी पहली कार्यकारिणी घोषित की। संयोजक व शहर के एकमात्र फीडे आर्बिटर राजेन्द्र तेली ने बताया कि कार्यकारिणी में मुख्य संरक्षक राष्ट्रीय निर्णायक चन्द्रप्रकाश भट्ट, सहसंरक्षक सत्यप्रकाश मूंदड़ा, उर्मीला मोहता, अध्यक्ष राजीव भारद्वाज, उपाध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश बन्दवाल, डॉ. दिलिप सिंह चौहान, सोमशेखर व्यास, सचिव विकास साहू, सहसचिव पारसमल हिंगड़, कोषाध्यक्ष कन्हैयालाल, सहकोषाध्यक्ष गायत्री कटारिया, सहसंयोजक गोविन्द चन्देल, सलाहकार रविन्द्रपाल सिंह, मन्जू राजमाली, कानूनी सलाहकार एडवोकेट मनीष मोगरा व कैलाश गुलाणीया, तकनीकी कमेटी में महीपाल चौधरी, सुधाकर, निलेश कुमावत, विभव पामेचा, रिषी सालवी, योगेंश हिंगड़, मुदित बाबेल सर्वसम्मति से चुने गए।
कार्यकारिणी का कार्यकाल 2 वर्ष का रहेगा जिसमें सभी सदस्य शतरंज खेल को एंव खिलाड़ीयों के विकास हेतू आपसी सामंजस्य से, अपने प्रभाव, परिश्रम, लगन व सबका सहयोग लेकर मिलकर कार्य करेंगे। अपने उद्देश्यों में खिलाड़ियों के प्रोत्साहन एवं विकास हेतू ओपन प्रतियोगिता करवाना, विभिन्न क्षैत्रों में कोचिंग सेन्टर खोलना व खिलाड़ियों को उनकी योग्यतानुसार उचित प्लेटफार्म उपलब्ध करवाना रहेगा।