एशिया का पहला जिंक कॉलेज अधिवेषन उदयपुर में

हिन्दुस्तान ज़िंक के आतिथ्य में हो रही है विष्व के 30 देषों के प्रतिनिधियों द्वारा जिं़क उत्पादन, उपयोग एवं बच्चों में जिंक की कमी पर चर्चाएं
7 से 11 सितम्बर, 2014 तक चलेगा अधिवेषन

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उदयपुर | भारत की सबसे बड़ी एवं दुनिया की जानमानी एकीकृत जस्ता उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान ज़िंक के आतिथ्य में एषिया की पहली जिं़क कॉलेज अधिवेषन का शुभारम्भ 7 सितम्बर, 2014 को होटल उदयविलास, उदयपुर में हुआ। विष्व के लगभग 30 देषों के 75 प्रतिभागी जिं़क कॉलेज अधिवेषन में भाग ले रहे हैं। हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री अखिलेष जोषी जिं़क कॉलेज-2014 के अध्यक्ष घोषित किये गये है।

इण्टरनेषनल जिं़क एसोसियसन द्वारा आयोजित जिं़क कॉलेज में व्याख्यान, समूह सत्र एवं जस्ता प्रद्रावण का अवलोकन शामिल है। जिं़क उत्पादन, मार्केटिंग एवं सेल्स, एपलीकेसन्स, लण्दन मेटल एक्सचेंज में ट्रेडिंग, स्टेटिक्स, कम्यूनिकेषन्स, एन्वायरमेंट, हेल्थ एण्ड क्रॉप न्यूट्रीषियन एवं सतत् विकास पर गहन विचार-विमर्ष एवं चर्चाएं आयोजित की जाएंगी। इण्टरनेषनल जिं़क एसोसियसन के सदस्य एवं सलाहकार, सार्वजनिक एवं निजी कंपनियों के वरिष्ठ अघिकारी जिं़क कॉलेज के प्रषिक्षक होते हैं। व्याख्यान एवं विचार-विमर्ष के अतिरिक्त, ‘बच्चों को बचाने में जिं़क’ ‘उर्वरक में जिं़क’ तथा दूसरे प्रयोगों में जिं़क के उपयोगों पर चर्चाएं की जाएगी। विष्व उद्योग जगत में भारत को जिं़क एवं इस्पात के उत्पादन को उभरते हुए बाजार के रूप में देखा जा रहा है। 2012 का जिं़क कॉलेज सम्मेलन ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित किया गया था।

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कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए हिन्दुस्तान जिंक मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अखिलेष जोषी ने हिन्दुस्तान जिंक के बढ़ते उत्पादन व क्षमताओं के बारे में अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों को अवगत कराया। हिन्दुस्तान जिं़क ने पिछले 10 वर्षों में 12000 करोड़ रुपये का निवेष कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक उत्कृष्ट पहचान बनाई है। हिन्दुस्तान जिं़क ने नई तकनीक, पर्यावरण एवं स्वास्थ्य व सुरक्षा को ध्यान में रखकर अपनी विस्तार योजना को क्रियान्वित किया है।
इस वर्ष जिं़क कॉलेज के मुख्य वक्ताओं में सम्मिलित हैं स्टीफन विल्किनसन (एक्जीक्यूटीव डायरेक्टर-आई.जेड.ए.), डॉ.फ्रैंक गुडविन (ग्लोबन डायरेक्टर-आई.जेड़.ए.), क्लेयर हैस्ल (प्रीन्सिपल-सी.एच.आर. मेटल्स), जेनेवीवे बेगकियोन (चीफ ऑफ हेल्थ-यूनिसेफ), पॉल व्हाईट (डायरेक्टर-इण्टरनेषनल लेड जिं़क स्टेडी ग्रुप), टॉनी ग्रीन (ग्रेनीवेन कन्सलटिंग), मो अहमदजादेह (आईएनटीएल एफसी स्टोन, यू.एस.ए.), ग्राहम वुड (टेक्निीकल डायरेक्टर-एमईसी अमेरिका), मार्क डी जोन्गह (डायरेक्टर-अमिकॉर), मैरीन सेहोनेनबीक (रेहीनजिंक), मार्टीन गेन्ज, आई.जेड़.ए. कनाड़ा, विलियम मार्कक्यूज-डायरेक्टर-आई.जेड़.ए., ब्राजील), बेन काटोनियो-एसेन्चर रिस्क मैनेजमेंट), मार्टीन वेब-जी.एम- एमएमजी लि.), सेन्डर डि लीवा-कार्मिषियल डायरेक्टर-बोलीडिन मिनरल एबी), ल्यूस इडूयरडो वूलकॉट-काम्पनिया मिनरय मिल्पो), एण्ड बेरीट विरथ्स-मैनेजर कम्यूनिकेषन-आईजेडए)।

प्रतिभागियों के साथ चर्चाओं से लाभ लेने के लिए हिन्दुस्तान जिं़क के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुनील दुग्गल, उप-मुख्य कार्यकारी अधिकरी एवं अमिताभ गुप्ता-मुख्य वित्तीय अधिकारी को पेनल चर्चाओं में सम्मिलित होंगे।

भारत से दूसरे मुख्य वक्ताओं में लक्ष्मण शेखावत-मुख्य प्रचालन अधिकारी-माइन्स, हिन्दुस्तान जिंक, अखिलेष शुक्ला-हेड-रिसर्च एण्ड डवलपमेंट-हिन्दुस्तान जिंक, राहुल शर्मा-निदेषक-आईजेड़ए एण्ड डॉ. सुमी़त्रा दास-निदेषक, जिं़क न्यूट्रीषियन इनीसिएटिव-इण्डिया, आईजेड़ए शामिल रहेंगे।

धूमधाम से हुए गणपति विदा

20140908_173718उदयपुर ,दस दिन गणपति की पूजा अर्चना और गणपति उत्सव का समापन सोमवार को अनंत चतुर्दशी के दिन धूमधाम से गणपति बप्पा की विदाई हुई | शहर के सभी इलाकों से सुबह से गनपानी विसर्जन के लिए जुलुस झीलों के किनारे पहुँचते रहे | कई लोगों ने झीलों को गन्दा ना होने की नियत से सिर्फ पानी का छींटा मारकर प्रतिमा को वापस ले आये लेकिन अधिकतर लोगों ने गणपति प्रतिमा को झीलों में ही विसर्जित किया गया |
सोमवार को गणेश विसर्जन महोत्सवों में गणेशजी की प्रतिमाओं के समक्ष शुभ मुहूर्त में हवन पूजन के मनोरथ हुए। उसके बाद प्रतिमाओं की आरती कर वाहनों में विराजमान किया गए तथा शोभायात्रा के रूप में पिछोला झील के गणगोरघाट ले जाया गया जहां आरती के बाद प्रतिमाओं को जल में विसर्जित किया गया। गणगौर घाट के अलावा गोवर्धनसागर, गंगूकुंड, दूधतलाई और फतहसागर में भी प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। आज सुबह से ही विभिन्न मोहल्लों से जुलुस रवाना हुए जिसमे विभिन्न वाहन टेम्पो , मिनी ट्रक , ट्रेक्टर आदि में गणपति की प्रतिमा को रखकर डीजे की पर गणपति की धुन के साथ नाचते गुलाल झीलों के किनारे लेकर गए फतहसागर , रानी रोड , पिछोला गणगौर घाट, दूध तलाई आदि जगह प्रतिमाओं का विसर्जन किया | जुलुस के दौरान शहर की पुलिस व्यवस्था चाक चौकन्नी रही उदयपुर। पुलिस उप अधीक्षक यातायात उदयपुर ने बताया कि अनन्त चतुर्दशी के दौरान गणपति की मूर्तियां वाहनों के जरीये शहर के विभिन्न मोहल्लों से गणगौर घाट पर आकर विसर्जित किया गया जिसको देखते हुए जगदीश चौक की तरफ जाने वाले रास्तों पर प्रात: ८ बजे से कार्यक्रम समाप्ति तक यातायात बंद रखा गया। समस्त प्रकार के वाहनों का आवागमन पूर्णतया निषेध रहा एवं गणपति की मूर्तियों को विसर्जन करने हेतु गणगौर घाट पर आने वाले वाहनों की निकासी चांदपोल की तरफ की गयी।
कई लोगों ने घरों में भी गणपति स्थापना की थी उन्होंने भी परिवार जनों के साथ अपने वाहन कार स्कूटर मोटरसाइकिल पर आकर गणपति का विसर्जन गणगौर घाट फतहसागर पर किया | गणगोर घाट पर विसर्जन के लिए नावों का प्रबंध किया गया था जिसमे ले जाकर गणपति प्रतिमा को पिछोला में विसर्जित किया गया |
झीलों का रखा ख्याल : गणपति के कई भक्तों ने झीलों को गन्दा होने से बचने के लिए गणपति विसर्जन झीलों में नहीं किया और झील किनारे लेजाकर पानी का छींटा मारा और आरती कर वापस लौट आये प्रतिमा को वही पर अलग रख दिया जिसको बाद में नगर निगम के वाहन में अन्यंत्र रखा गया | कई स्वयं सेवी संगठनों ने विसर्जन करने वालों को समझाइश भी की जिनकी बात को लोगों ने माना और झीलों को गन्दा होने से बचाया |

दुआ में याद रखना , मदीने वाले को मेरा सलाम कहना

2014-09-08-080उदयपुर | उदयपुर जिले से इस वर्ष हज पर जाने के लिए हज यात्रियों का पहला दाल सोमवार को रवाना हुआ जिसमे १२ यात्री थे |
राजस्थान हज कमिटी के तत्वावधान में उदयपुर जिले से हाजियों की पहली उड़ान ९ सितम्बर को है जानकारी के अनुसार जिले के १२ हाजियों का दल सोमवार को रवाना हुआ
आज विभिन्न मुस्लिम मोहल्लों से नात शरीफ पड़ते हुए विदा कि गई हाजियों के परिजनों ने विदा करते हुए आखें भर आई। अपने-अपने परिवारों के लिए दुआ करने का आग्रह किया। परिवार जनों और रिश्तेदारों व् दोस्तों ने हज पर जाने वालों का हर फूल पहना कर इस्तकबाल किया अपने हक़ में दुआ की दरख्वास्त की गयी | हज यात्रियों की विदाई के वक़्त ख़ुशी से परिवार और हज पर जाने वाले यात्रियों की आँखे बार बार बरस रही थी | विदा करने वाले है शख्श की जुबान पर यात्रियों के लिए एक ही लफ्ज़ थे दुआ में याद रखना और मदीने वाले को मेरा सलाम कहना | पहले दल के १२ यात्रियों को ९ सितम्बर सुबह रिपोर्टिंग करनी है और ११ सितम्बर को सुबह ८.३० पर पहली उड़ान है | जो उदयपुर जिले के यात्रियों को लेकर रवाना होगी |

ज़ीनत अमान के दीवाने हैं फ़वाद खान

466202-FawadPHOTOSFILE-1352987877-832-640x480पाकिस्तानी टेलिविज़न धारावाहिक ‘ज़िंदगी गुलज़ार है’ से भारतीय दर्शकों के दिलों में जगह बनाने वाले फ़वाद ख़ान बीते ज़माने की अभिनेत्री ज़ीनत अमान को बहुत पसंद करते हैं.

फ़वाद अपनी बॉलीवुड की पारी की शुरुआत फ़िल्म ‘ख़ूबसूरत’ में सोनम कपूर के प्रिंस बनकर करने वाले हैं.
वैसे कुछ लोगों को लगता होगा कि पाकिस्तानी दर्शक रूढ़िवादी होते हैं लेकिन फ़वाद इससे सहमत नहीं हैं.

फ़वाद का कहना है पाकिस्तानी दर्शक रूढ़िवादी नहीं बल्कि उम्दा दर्जे के हैं. वो धीरे धीरे सभी चीज़ों को अपनाएंगे लेकिन अश्लीलता को नहीं.

अंतरंग दृश्यों से परहेज़
फ़वाद ख़ान ने फिलहाल अंतरंग दृश्य करने से अपने आप को दूर रखा है क्योंकि उन्हें लगता है की उनके दर्शक फ़िलहाल इसके लिए तैयार नहीं है.

वो कहते हैं, “सलमान खान इतने बड़े स्टार है और लेकिन अंतरंग दृश्य करने से उन्हें भी परहेज़ है. जैसे ये उनका निजी फ़ैसला है मेरा भी है. मुझे लगता है अभी मेरे प्रशंसक भी इसके लिए तैयार नहीं है.”

ज़ीनत अमान के दीवाने
ये पूछे जाने पर कि फ़वाद को बॉलीवुड की कौन सी अभिनेत्री सबसे ज़्यादा पसंद हैं ?

तो वो कहते हैं, “बचपन से आजतक मैं ज़ीनत अमान जी का प्रशंसक रहा हूं.”

ज़ीनत के बारे में वो आगे कहते हैं “उन्होंने काफी कमाल का काम किया है. ज़ीनत अमान और रेखा जी उस समय की सबसे पसंदीदा अभिनेत्रियां थी.”
कैसी हैं सोनम कपूर ?

फ़वाद का कहना है की सोनम एक बेहतरीन अभिनेत्री और मेज़बान है. मेरे साथ मेरे परिवार से भी उनकी दोस्ती हो चुकी है.

सोनम फ़ैशन के लिए जानी जाती है तो क्या कोई नसीहत फ़वाद को भी मिली ?

इस पर फ़वाद बोले, “सोनम ने मुझे कोई नसीहत नहीं दी क्यूंकि उन्हें लगता है कि मेरा अपना स्टाइल है जो अलहदा है.”

‘ख़ूबसूरत’ फ़िल्म 1980 में रेखा को लेकर बनी फ़िल्म ‘ख़ूबसूरत’ का रीमेक है. ये फिल्म 19 सितम्बर को रिलीज़ होगी.

बेणेश्वर धाम बना टापू

IMG_01281अंचल में मानसून सक्रिय
उदयपुर। अंचल में मानसून एक बार फिर सक्रिय है। लेकसिटी में दो दिन से कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश हो रही है। उधर बांसवाड़ा जिले में स्थित बेणेश्वर धाम टापू बन चुका है। उसके तीनों ओर रपट पर पानी बह रहा है, जिससे आवागमन बाधित हो चुका है। उदयपुर में दो दिन में करीब तीन इंच बारिश हो चुकी है। मंगलवार देर रात से शुरू हुई बारिश दोपहर तक तक रूक-रूक कर जारी रही। कल रात भी रिमझिम से शुरू हुई बारिश करीब एक घंटे तक झमाझम हुई फिर रिमझिम में बदल गई। सुबह भी मौसम अलसाया सा रहा। सीसारमा नदी से पीछोला में पानी की आवक बरकरार है।
सिंचाई विभाग के अनुसार सुबह 8 बजे समाप्त 24 घंटों में उदयपुर शहर में 44 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई जबकि झाड़ोल में 42 और देवास में 55 मिमी बारिश दर्ज की गई। झाड़ोल और देवास में लगातार बारिश होने से झीलों के भरने की उम्मीद बढ़ गई है। झीलों में पानी का मुख्य स्त्रोत अब मानसी वाकल और देवास ही है, जहां से पानी की लगातार आवक सीसारमा नदी के जरिये बनी हुई है। सीसारमा सुबह तीन फीट तथा नांदेश्वर चैनल चार फीट पर बह रहा है। फतहसागर का जल स्तर सवा सात फीट तक पहुंच गया और पीछोला का जल स्तर अब आठ फीट हो चुका है। जिले में अन्य खेरवाड़ा में 15, जयसमंद में 20, ऋषभदेव में 12, कोटड़ा में 36 और गोगुन्दा में 30 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।

सामूहिक अवकाश लेकर किया प्रदर्शन

RPKGONL010040920143Z43Z56 AMउदयपुर। शिक्षकों ने बुधवार दोपहर जिला कलेक्ट्री पर प्रदर्शन करते हुए एकीकरण और विद्यालयों के समय परिवर्तन को लेकर विरोध दर्ज कराया। राजस्थान पंचायती राज शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने दोपहर बाद सामूहिक अवकाश लेते हुए विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। जिलाध्यक्ष शेर सिंह चौहान के नेतृत्व में जिला कलेक्ट्री पर जोरदार नारेबाजी करते हुए शिक्षकों ने सरकार के निर्णय पर आपत्ति दर्ज कराई। प्रदर्शन के बाद जिला कलेेक्टर को मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा।

ज्ञापन में पंचायती राज शिक्षकों का सेवा नियमों के विपरीत एकीकरण आदेश निरस्त करने, समानीकरण में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षको का समानीकरण डाइस बुक सितम्बर 2013 में बालकों की संख्या के आधार पर करने की बजाय 2014 अगस्त में बालकों की संख्या के आधार पर करने की मांग की गई। साथ ही, अक्टूबर की बजाय एक सितम्बर से विद्यालयो का समय 10 से 4 बजे तक करने पर आपत्ति जताते हुए इसे पूर्व की भांति 8 से 1 बजे तक करने की मांग की गई। इस दौरान विजय राज सिंह शक्तावत, नवीन व्यास, सतीश जैन, तुलसी राम सुथार, आशा माथुर, महिमा अग्रवाल, साधना पांडे, अशोक पामेचा, दिनेश पोखरना आदि शामिल थे।

काम के फीचर्स लिए आए दो गैलेक्सी फोन,

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RPJHONL009040920141ZA19ZA51 PMUdaipur. कोरियन कंपनी सैमसंग ने अपने गैलेक्सी ब्रांड के तहत हाल ही में दो नए फोन बाजार में उतारे हैं।

गैलेक्सी नोट-4 और गैलेक्सी नोट एज नामक इन दोनों ही फोन में सैमसंग ने फीचर पर काफी ध्यान दिया है।

बात चाहे मैटल केसिंग की हो या फिर फोन की एज कर्व करने की सैमसंग ने दोनों ही फोन में नए फीचर डालने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

हालांकि हाई-एंड फोन सेगमेंट में ज्यादातर मुकाबला डिजाइन को लेकर ज्यादा होता है। इसके मद्देनजर बाजार में सैमसंग की इस स्ट्रेटेजी को पसंद नहीं किया जा रहा है।

मालूम रहे कि एपल से मुकाबला करने वाले सैमसंग के दोनों फोन में डिजाइन को लेकर कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला है।

कुछ बदलाव को छोड़कर दोनों ही फोन के फीचर्स काफी समान हैं।

गैलेक्सी नो-4 और गैलेक्सी नोट एज के खास फीचर्स

डिस्प्ले
5.7 इंच क्वाड एचडी सुपर एमोलेड ( नोट एज में 5.6 इंच स्क्रीन)
1440*2560 पिक्सल रिजॉल्यूशन
515 पीपीआई पिक्सल डेंसिटी

प्रोसेसर
2.7 गीगा हर्ट्ज क्वॉडकोर या 1.9 गीगा हर्ट्ज ऑक्टाकोर

मैमोरी
3जीबी

ओएस
एंड्रॉयड 4.4 किटकेट

कैमरा
16 एमपी ऑटोफोकस रियर विद स्मार्ट ओआईएस
3.7 एमपी फ्रंट फेसिंग कैमरा

स्टोरेज
32 जीबी विद माइक्रो एसडी कार्ड (नोट एज में 64जीबी वेरिएंट)

वजन
176 ग्राम (नोट-4) 174 ग्राम (नोट-एज)

मोटाई
8.5 एमएम

कनेक्टिविटी
4जी एलटीई, वाई-फाई 802.11, जीपीएस, एनएफएस, ब्लूटूथ वी4, आईआर एलईडी, यूएसबी 2.0 और एमएचएल 3.0

बैटरी
3220 एमएएच (नोट-4)व 3000 एमएएच (नोट-एज)

नोट-एज का एक खास फीचर
नोट एज में मौजूद साइड डिस्प्ले वाकई में काफी लाजवाब है। इसमें फोन की दांए हिस्से वाली एज मुड़ कर पिछले हिस्से को छूती है।

इससे यूजर को एक एक्सट्रा डिस्प्ले मिल जाता है।

यूजर इसमें टाइम देखने के अलावा मौसम के बारे में जानकारी भी हासिल कर सकता है। और वह भी बिस्तर पर लेटे लेटे व बिना फोन उठाए।

इसके अलावा साइड डिस्प्ले पर स्टॉपवाच और फ्लैशलाइट जैसे कई फंक्शन भी मौजूूद हैं।

आपकी गोपनीय बातें सुन रही है सरकार!

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RPJHONL023040920144Z39Z09 PMUdaipur. मोबाइल और टेलीफोन उपभोक्ताओं के लिए एक चिंता वाली खबर है। उनकी फोन पर होने वाली बातचीज को टैप कराया जा रहा है। यह काम केंद्र सरकार करा रही है।

एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है कि केंद्र सरकार ने हर महीने 7500 से 9000 फोनों को टैप करने का आदेश दिया था। इसके अनुसार, एक साल में एक लाख से अधिक फोनों पर होने वाली बातचीत को टैप किया जाता है।

भारत के सर्विलांस कानून और प्रक्रिया पर आधारित यह रिपोर्ट इंटरनेट गवर्नेस फोरम ने तुर्की के शहर इस्तांबुल में बुधवार को जारी किया। इस रिपोर्ट में गृह म ंत्रालय के मई 2014 के दिए गए आरटीआई के जवाब को आधार बनाया गया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्र और राज्य सरकारों ने संयुक्त रूप से फोन टैप करने का आदेश दिया। इससे स्पष्ट होता है कि नियमित और सावधानी से भारतीय नागरिकों के फोन टैप किए जा रहे हैं।

भारतीय टेलीग्राफ कानून 1951 की धारा 419 ए के तहत केंद्र और राज्य सरकारों के गृह सचिव को फोन टैन करने का आदेश देने का अधिकार है।

जनवरी 2014 को एक आरटीआई के जवाब में पता चला है कि 26 घरेलू और विदेशी कंपनियों ने 2011 में इंटरनेट पर नजर रखने के लिए आवेदन किया था।

इस रिपोर्ट में भारत में आम लोगों की गोपनीयता के उल्लंघन को लेकर चिंता जाहिर की गई है। साथ ही कहा गया है कि देश में नागरिकों की गोपनीयता को बनाए रखने के लिए कोई कानून नहीं है।

मौत का नाका

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उदयपुर। भींडर थाना क्षेत्र के नारायणपुरा टोलनाके पर आज सुबह एक ट्रोले ने इंडिका कार और वैन को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए। कार सवार दो जनों की मौके पर ही मौत हो गई और शव कार में फंस गए, जिन्हेें बड़ी मशक्कत के बाद निकाला जा सका, वहीं वैन में सवार एक वृद्ध की भी उदयपुर के एमबी हॉस्पीटल में उपचार के दौरान मौत हो गई। हादसे में घायल सात जनों को भी एमबी हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया। हादसे के बाद ट्रोला भी टोल नाके से आगे आकर पलट गया। ट्रोले में गेहूं की बोरियां भरी थी, जो सड़क पर बिखर गई। हादसे के बाद करीब आधे घंटे तक जाम लगा रहा, जिसे पुलिस ने बहाल करवाया। बताया गया कि ट्रोले के ब्रेक फेल होने के कारण यह हादसा हुआ।
हादसा सुबह साढ़े आठ बजे हुआ, जब नारायणपुरा टोल नाके के बूथ नंबर चार पर इंडिका कार और एक वैन पर्ची कटवा रही थी। तब उदयपुर की तरफ आ रहे ट्रोले ने दोनों वाहनों को चपेट में ले लिया। हादसा इतना भीषण था कि दोनों वाहनों के परखच्चे टोलनाके से आगे तक बिखर गए। इंडिका में सवार जयपुर की जेडीए कॉलोनी निवासी बसंत (४५) पुत्र हरेंद्र पांडे, कार चालक जेडीए कॉलोनी निवासी प्रेमकुमार (३२) पुत्र रामलाल की मौत हो गई। बसंत पांडे जेडीए में अधिकारी बताए गए हैं। दोनों की शिनाख्त ड्राइविंग लाइसेंस से हुई। कार में एक और व्यक्ति था जो गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे एमबी हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया है। इसी प्रकार वैन में सवार सिंगरोली (नीमच) निवासी मोहनलाल (६०) पुत्र केसरीलाल धाकड़ की यहां एमबी हॉस्पीटल में उपचार के दौरान मौत हो गई। मोहनलाल और उसके चाचा चतरमल का कुछ समय पूर्व हार्ट का ऑपरेशन हुआ था। दोनों का चेकअप कराने परिजन उन्हें लेकर उदयपुर आ रहे थे। इस बीच यह हादसा हो गया। वैन सवार घायलों में हेमराज पुत्र देवीलाल (३०), चतरमल पुत्र देवीकिशन (७०), नंदकिशोर पुत्र चतरमल (३२), नरेश पुत्र कैलाश (१०), श्याम पुत्र सुंदरलाल (३६), राधेश्याम पुत्र कचरूमल (२८) शामिल हैं, जिन्हें एमबी हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया। मोहन का शव एमबी हॉस्पीटल के मुर्दाघर में रखवाया गया है, जबकि प्रेमकुमार और बसंत पांडे का शव भींडर अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया है।

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आधा घंटे लगा जाम : कार और वैन को टक्कर मारने के बाद गेहूं की बोरियों से भरा ट्रोला टोलनाके से निकलकर सड़क पर पलट गया। हादसे के बाद दोनों वाहनों के परखच्चे और गेहूं की बोरियां सड़क पर बिखर गई। इससे आधे घंटे तक वहां जाम लग गया। सूचना पर पहुंचे भींडर थानाधिकारी देवीसिंह जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे, जिन्होंने रास्ता बहाल करवाने के साथ ही शवों को मुर्दाघर पहुंचाया और घायलों को उदयपुर के एमबी हॉस्पीटल में भर्ती कराया। जेडीए कॉलोनी निवासी मृतक बसंत और प्रेमकुमार के परिजनों को सूचना दे दी गई जो जयपुर से रवाना हो गए हैं।
हादसे में बाइक सवार की मौत
उदयपुर। भींडर के बांसड़ा गांव में एक बाइक सवार की खंभे से टकराने से मौत हो गई। पुलिस के अनुसार भींडर निवासी शिवराजसिंह (२८) पुत्र घनश्यामसिंह राजपूत सुबह सात बजे बाइक लेकर बांसड़ा की तरफ जा रहा था, तभी बांसड़ा के पास बाइक अनियंत्रित होकर खंभे से टकरा गई। हादसे में शिवराज की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव को स्थानीय अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।

सऊदी सरकार के नापाक इरादों के खिलाफ मुस्लिम समुदाय में रोष , दिया ज्ञापन

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उदयपुर | सऊदी अरब सरकार द्वारा पैगम्बर मोहम्मद साहब के रोज़े और मस्जिदे नबवी को हटाने के बारे में विचार करने के मामले को लेकर अन्जुमन तालीमुल इस्लाम, उदयपुर की ओर से गुरूवार को जिला कलेक्ट्री में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के नाम अति. कलेक्टर यासीन पठान को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में मांग की गई कि मक्का शरीफ के मुफ्ती अली अब्दुल अजीज शिबल ने फतवा जारी किया कि पैगम्बरे इस्लाम हजरत मुहम्मद साहब के रोजे को हटा कर कही दूसरी ओर स्थापित करने के लिए सउदिया सरकार को दिया। पैगम्बर इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब के रोजे और इस्लाम मस्जिद नबवी को हटाने के बारे में सोचना और इस्लाम दुनिया के मुसलमानों का अपमान है। इससे उदयपुर के मुसलमनों में रोष है। मांग पत्र में मांग की गई है कि सउदी अरब के दूतावास को भारत सरकार की ओर से चेतावनी दी जाये कि हजरत मोहम्मद साहब के रोजे के साथ छेडछाड न की जाये। अगर ऐसा कुछ हुआ तो दुनिया के मुसलमानों के अकीदो इमान पर हमला माना जायेगा जो दुनिया के लोग इस हरकत को बर्दाशत नही करेगे। इसके लिए सउदिया सरकार के लिए बहुत बुरा परिणाम साबित होगा।
गौर तलब है कि ब्रिटेन से प्रकाशित होने वाले अखबार द इंडिपेंडेंट ने दावा किया है कि पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के रोजे को सऊदी अरब की सरकार स्थानांतरित करने वाली है। अखबार के अनुसार अली बिन अब्दुल अजीज शबल नामक सऊदी मुफ्ती ने सरकार को यह विवादित सलाह दी है कि मदीना स्थित मोहम्मद साहब के रोजे को हरी गुंबद से हटाकर किसी दूसरी अज्ञात जगह दफनाया जाए। हरी गुंबद को नष्ट करने की भी योजना है।
अखबार के अनुसार, सऊदी मुफ्ती ने मदीना की मस्जिद अल नबवी के अधिकारियों को 61 पन्नों की योजना पेश की है। इसके मुताबिक मदीना की इस मस्जिद में स्थित मोहम्मद साहब के रोजे को पास के ही किसी अनजान कब्रिस्तान में दफन करने और हरी गुंबद को नष्ट करने का प्रस्ताव है। मुसलमानों के लिए यह दूसरी सबसे प्रमुख धार्मिक जगह है। इसके संरक्षक सऊदी राजा अब्दुल्ला हैं। कल से यह खबर कई अख़बारों में प्रकाशित होने के बाद मुस्लिम समुदाय में रोष व्याप्त है | इसी सन्दर्भ उदयपुर के मुस्लिम तंजीम अंजुमन तालीमुल इस्लाम ने ज्ञापन दिया इस मौके पर अन्जुमन के कन्वीनर एडवोकेट कमर हुसैन, सेक्रेटरी फारूख हुसैन, जहीरूद्धीन सक्का, मो. खलील रिजवी, सलीम मोहम्मद मेवाफरोश, मौलाना शाकिरूल कादरी, मौलाना जुलकर नैन, मौलाना मुर्तजा रिजवी, हाफिज दिलशाद हुसैन, हाफिज महबूब साहब, हाफिज रहमते आलम, एडवोकेट युसुफ खान, समाजसेवी मुर्तजा हुसैन, एडवोकेट इकबाल खान, एडवोकेट अजमद खान, एडवोकेट अलीम खान, मोहम्मद हनीफ आदि अन्जुमन एवं मुस्लिम समाज उपस्थित थे।