युआईटी के अधिकारियों की लापरवाही से नाराज़ है मुख्यमंत्री

images (3)उदयपुर। युआईटी की ढीली कार्यशैली और विकास कर्यों में अधिकारियों की लापरवाही और उदासीनता आखिरकार राजस्थान के मुख्य मंत्री को अखर गयी और उसका परिणाम यह हुआ की मुख्यमंत्री ने अपने आगामी १६ -१७ उदयपुर दौरे के दौरान युआईटी के किसी भी प्रोग्राम में हिस्सा लेने से मना कर दिया जब की चार दिन पूर्व युआईटी ने सारी तय्यारियाँ पूरी कर ली थीजिसमे मुख्य रूप से फतहसागर पर युआईटी द्वारा निर्मित विभूति पार्क का उदघाटन था ।

प्रताप जयंती पर आये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने युआईटी अधिकारियों और अध्यक्ष रूपकुमार खुराना से दूरी बनाते हुए अपनी नाराजगी तो पहले ही जाहिर कर दी थी । ११ जून को गहलोत ने पूरा समय युआईटी सेक्रेटी आर पि शर्मा से दूरी बनाये रखी, सेक्रेटी ने उद्घाटन कार्यक्रमों की जानकारी भी देनी चाहि लेकिन गहलोत ने टाल दिया। शाम को गोगुन्दा से लौटने के बाद भी गहलोत ने कोई तवज्जो नहीं दी यहाँ तक की युआईटी चेयरमेन रूप कुमार खुराना को सर्किट हाउस में अपने रूम के बहार घंटे भर तक इंतज़ार कराया उन्होंने मिलने के लिए रूम में स्लिप भी भेजी लेकिन नाराज़ मुख्य मंत्री ने उन्हें नहीं बुलाया और जाते वक़्त बस एक ओपचारिक मुलाक़ात कर के चले गए ।

हालाँकि युआईटी चेयरमेन और अधिकारियों का तर्क है की युआईटी द्वारा निर्मित विभूति पार्क और अन्य कार्यों के उद्घाटन वह बाद में आकर करेगे अभी सिर्फ पार्टी के कार्यक्रम और सन्देश यात्रा में ही भाग लेने आरहे है ।

कुवैत में भारतीय परिवारों को आधी रात को किया गिरफ्तार

14crimeउदयपुर। वीजा नियमों के उलंघन के अंतर्गत कुवैत सरकार ने छापामार कार्यवाही जारी रखते शनिवार तडके हवल्लि और सालमिया इलाकों में कार्यवाही करते हुए १७० लोगों को गिरफ्तार किया जिसमे अधिकतर भारतीय है । इससे पहले गुरूवार को इस्तकलाल इलाके में कार्यवाही करते हुए ५०० लोगों को गिरफ्तार किया था ।

मानाजाता है की सालमिया कुवैत का पोश इलाका इलाकों में से एक है।और यहाँ पर अधिकतर भारतीय अपने परिवारों के साथ रहेते है। पिछली रात कार्यवाही पारिवारिक वीजा का उलंघन करने वालों के लिए ही की गयी थी और इसिस्लिये १७० गिरफ्तार लोगों में अधिकतर संख्या महिलाओं की है ।

कुवैत से फरीद हुसैन ने को फोन पर बताया की यहाँ की सरकार हर रात कही न कही कार्यवाही को अंजाम दे रही है, लेकिन शनिवार रात को होने वाली कार्यवाही चोंकाने वाली थी क्योंकी यहाँ अधिकतर लोग अपने परिवारों के सात्झ ही रहते है। भारतियों के घरों की तलाशी ले गयी वो और देर रात तडके अपने परिवार के साथ आराम की नींद सोये हुए थे।

फरीद ने बताया की गुरूवार की रात इस्तकलाल में हुई कार्यवाही में करीब ५०० लोगों को गिरफ्तार किया था इस्तकलाल में अधिकतर भारतीय और मेवाड़ और वागड़ के लोग ज्यादा रहते है ।

कुवैत सरकार ने अभीतक चल रही छापे मार धर पकड़ में कोई रियायत देने का संकेत नहीं दिया है

फर्जी दस्तावेजों से जमीन हथियाने वाले को जेल भेजा

उदयपुर। अंबामाता थाना पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों से जमीन हड़पने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसे न्यायालय आदेश से जेल भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि पुलिस के मूल दस्तावेज नहीं मिलने पर पुलिस ने दस्तावेजों के फोटो स्टेट के कॉपी को एफएसएल में जांच के लिए भेजा गया। जिसमें उक्त दस्तावेज में हस्ताक्षर नहीं मिलने आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार देवाली निवासी दयाराम पुत्र सेणीराम कुमावत ने वर्ष 2002 में मामला दर्ज करवाया था कि अशोक नगर निवासी नरेश पुत्र विमल गोदा ने उसके और उसके भाई तुलसीराम कुमावत की जमीन के बंटवारे के फर्जी दस्तावेज तैयार कर उक्त जमीन के फर्जी पट्टे जारी कर बेच दिए। मामला दर्ज होने पर पुलिस के मूल दस्तावेज नहीं मिलने के कारण कोर्ट ने मामले पर एफआर लगा दी, लेकिन वर्ष 2007 में न्यायालय ने एक बार फिर से इस मामले की जांच करने के आदेश दिए। पुलिस ने मूल दस्तावेज नहीं मिलने पर कार्रवाई करते हुए फोटो कॉपियों की एफएसएल जांच करवाई। जिसमें दयाराम के हस्ताक्षर नहीं मिल पाए। इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नरेश गोदा को गिरफ्तार कर लिया। जिसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस दयाराम के स्थान पर फर्जी हस्ताक्षर करने वाले की तलाश कर रही है।

वृद्धा को धोखा देकर उठाए सोने के जेवरात

fraud-study_505_022612114432उदयपुर। शिव कॉलोनी (प्रतापनगर) में पिछले दिनों दो ठग महिलाओं ने एक वृद्धा को लालच देकर चार तोला सोने के जेवरात उठा लिए। यह वारदात उसी दिन हुई, जब प्रतापनगर चौराहे पर मुखर्जी चौक निवासी व्यवसायी को नकली सोना देकर ५० हजार रुपए की ठगी की वारदात हुई थी। पुलिस इन दोनों वारदातों को जोड़कर देख रही है।

पुलिस के अनुसार दस दिन पूर्व प्रतापनगर की शिव कॉलोनी निवासी मीरांदेवी पत्नी रमेशचंद्र सिंधी के मकान पर एक महिला आई, जो उसे एक किलो देसी घी बेचकर गई। यही महिला सात जून को एक अन्य महिला के साथ मीरादेवी के घर पहुंची और मीरादेवी के सोने के जेवरात को चार गुना करने का लालच दिया। इस पर मीरादेवी तैयार हो गई और उसने चार तौला सोने के जेवरात इन महिलाओं को दिए, जिन्होंने एक बर्तन में ये जेवरात डाले। इसके बाद इन महिलाओं ने ये जेवरात शाम को देखने के लिए कहा। शाम को जब मीरादेवी का बेटा दीपक घर आया और जेवरात देखे, तो ये नकली निकले। इस संबंध में आज सुबह मीरादेवी ने प्रतापनगर थाने में प्रकरण दर्ज कराया है।

नकली सोना थमा ५० हजार ले गया ठग : इसी दिन प्रतापनगर चौराहे पर मुखर्जी चौक निवासी मोहम्मद इब्राहिम के साथ भी ठगी की वारदात हुई है। उस घटना में एक बदमाश ने इब्राहिम को बताया कि उसका नाम सिरोही निवासी राजू प्रजापत है, जिसके पास १८३६ के समय के सोने के सिक्के और जेवरात है। बाद में प्रतापनगर चौराहे पर राजू और एक महिला आई, जिसने इब्राहिम को नकली सोना पकड़ा कर ५० हजार की ठगी कर ली। इन दोनों मामलों को पुलिस जोड़कर देख रही है।

बरसता हुआ आया मानसून

images (2)उदयपुर। तय समय से पहले पहुंचा मानसून मेवाड़ पर पूरे जोर-शोर से बरसने को तैयार है। शुक्रवार सुबह भी शहर के बाहरी क्षेत्रों में करीब आधा घंटे तक बादल जम कर बरसे और दोपहर तक उमस के साथ बरसात की संभावना बनी रही।

मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल उमस और गर्मी तो बनी रहेगी, लेकिन बादलों के गरज के साथ बरसने की पूरी संभावना है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मानसून राजस्थान में तो दस्तक दे ही चुका है, अगले दो दिन के अंदर ही मेवाड़ में भी अपनी झमाझम उपस्थिति दर्ज करा देगा। उदयपुर जिले में एक जून से अब तक गोगुंदा तहसील में सर्वाधिक 77 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जबकि सबसे कम 11 मिमी वर्षा खेरवाड़ा तहसील में रिकॉर्ड की गई है। भू-अभिलेख विभाग से प्राप्त तहसीलवाइज सूचना के अनुसार गिर्वा तहसील में आज तक 24 मिमी, वल्लभनगर में 55, मावली में 38, सलूंबर में 23, सराड़ा में 24, ऋ षभदेव में 14, लसाडिय़ा में 12 झाड़ोल में 56 एवं कोटड़ा तहसील में 32 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।

गुलाबचंद फर्जी एन्काउन्टर में कटारिया को 21 तक राहत

630x420उदयपुर। देश भर में बहुचर्चित सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में नगर विधायक और विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया की अंतरिम जमानत अवधि २१ जून तक बढा दी गई है। श्री कटारिया के समधी और एडवोकेट रोशनलाल जैन ने क्रमददगारञ्ज को फोन पर यह जानकारी दी।

श्री जैन ने बताया कि सीबीआई को मुंबई हाईकोर्ट मेंआज मय सुबूतों के जवाब पेश करना था, लेकिन उसने जवाब पेश नहीं किया, इसलिए कटारिया जी की अंतरिम जमानत अवधि अगली पेशी २१ जून तक के लिए बढ़ा दी गई है।

उन्होंने यह भी बताया कि सीबीआई ने जवाब पेश करने के लिए २७-२८ जून तक की मोहलत मांगी लेकिन अदालत ने उसकी यह मांग ठुकराते हुए २१ जून को जवाब पेश करने के आदेश

दिए हैं। श्री जैन ने यह भी कहा कि सीबीआई जब तक मुंबई हाईकोर्ट में जवाब पेश नहीं करेगी तब तक कटारिया की अंतरिम जमानत की अवधि बहाल रहेगी।

गौरतलब है कि इस मामले के अनुसंधान में सीबीआई ने पूरक आरोप पत्र पेश करते हुए भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया, उद्योगपति विमल पाटनी और दो पुलिस अधिकारियों को प्रमुख आरोपी बनाया है।

गाइडों ने जानी सूक्ष्म चित्रांकन कला

Photo1 (1)

उदयपुर, यहां सिटी पैलेस स्थित महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर द्वारा शहर की ऐतिहासिक एवं प्राचीन धरोहर के संवद्र्धन, संरक्षण के उद्देश्य से किए जा रहे विभिन्न कार्यों की जानकारी पर्यटकों को मिलें इस बाबत स्थानीय गाइडों के लिए विशेष कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को फाउण्डेशन के सभागार में मेवाड़ की सूक्ष्म चित्रांकन कला विषय पर वरिष्ठ चित्रकार राजाराम व्यास ने व्याख्यान दिया।
महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के उपसचिव प्रशासन भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि समयोपरांत आयोजित कार्यशालाओं में पैलेस के अधिकृत गाइडों को मेवाड़ के इतिहास की जानकारी दी जा रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को आयोजित कार्यशाला में मेवाड़ की सूक्ष्म चित्रांकन कला विषय पर राजाराम व्यास ने बारीकी से जानकारी दी।
इन्होंने लिया भाग: शुक्रवार को आयोजित कार्यशाला में घनश्याम सिंह शक्तावत, गिरिराज सिंह राठौड़, गिरीश चन्द्र नगरकोटी, गोपाल कृष्ण सुखवाल, गोविंद सिंह राठौड़, हंसराज उंठवाल, हंसमुख शर्मा, हरिसिंह पंवार, हर्षवद्र्धन सिंह चौहान, हेमंत कुमार चौधरी, हेमंत कुमार श्रीमाली, हेमेन्द्र पुजारी, हितेश सिंह राजपूत, हितेश सुखवाल, हितेश शर्मा, हुकम सिंह हाड़ा, जगदीश मुंडाणिया, जीवन सिंह सारंगदेवोत, जितेन्द्र सिंह विशावत, जितेन्द्र सिंह राठौड़ (बेमला), जितेन्द्र सिंह शक्तावत, जितेन्द्र सोनी, ज्योतेन्द्र सिंह गौड़, कान सिंह राजपूत, कंवलजीत सिंह सोलंकी, कपिल सिकलीगर, करणी सिंह चौहान, खुमाण सिंह भाटी, कोमल सिंह चौहान, कृष्ण गोपाल शर्मा, कुलदीप देवल, कौशल सिंह चुण्डावत, ललित कुमार श्रीमाली, ललित कुमार मेघवाल, लक्ष्मीलाल गोयल, नूतन दशोरा, विक्रम सिंह राठौड़, दीपक दत्त व्यास, गजेन्द्र शर्मा, राम रतन दवे, राजीव सिंह चौहान, एकॉन टिक्कू ने भाग लिया।

ओवरलोड बस का टायर फटा, 11 यात्री घायल

20130614_090351उदयपुर। देबारी में आज सुबह एक ओवरलोड मिनी बस टायर फटने के कारण पलट गई। इस हादसे में बस की छत पर बैठे ११ यात्री घायल हो गए। ग्रामीण इलाकों में आए दिन ओवरलोड बसों को संचालन जिला प्रशासन और परिवहन विभाग की जानकारी में हो रहा है, लेकिन कार्रवाई के अभाव में ओवरलोड बसों से हादसे हो रहे हैं, जिससे लोगों की जानें जा रही है। दूसरी तरफ जब जिला परिवहन अधिकारी से पूछा गया कि ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है, तो वो सीधा झूठ बोलते हुए कह रहे हैं कि रोजाना सुबह और शाम को कार्रवाई की जाती है।

_dsc1735सूत्रों के अनुसार मोड़ी-बाठेड़ा से आज सुबह साढ़े आठ बजे एक मिनी बस ओवरलोड होकर आ रही थी। देबारी के निकट बस का टायर फट गया। इससे बस पलट गई। बस की छत पर ११ यात्री सवार थे, जो नीचे गिरकर घायल हो गए। सूचना मिलने प्रतापनगर पुलिस मौके पर पहुंची, जिन्होंने घायल यात्रियों को अन्य वाहनों से एमबी अस्पताल पहुंचाया। घायलों में मांगीलाल, पप्पू, पूरण, परथा, शत्रु, केशु, लालू, सुखलाल, उदयलाल और मांगीलाल है। इनमें से तीन जनों को गंभीर चोटें लगने के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया है। इस २२ सीटर मिनी बस में ६० यात्री सवार थे।

खुली कार्रवाई की पोल

परिवहन विभाग द्वारा ओवर लोड बसों पर कार्रवाई और ग्रामीण बस सेवा के लिए ज्यादा से ज्यादा परमिट देने जैसे दावों की पोल ओवरलोड बसों के आए दिन हो रहे एक्सीडेंट से खुल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही बसों का फिटनेस भी नहीं है। परिवहन विभाग की लापरवाही के चलते ग्रामीण रूटों पर टूटी-फूटी बसों का संचालन हो रहा है।

परिवहन अधिकारी का झूठ

जिला परिवहन अधिकारी जितेंद्रसिंह ने बताया कि परिवहन विभाग दो तरह कि कार्रवाई करता है। एक तो ओवरलोड बसों की चैकिंग करके चालान बनाना और दूसरा ग्रामीण बस सेवा को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण रूट पर ज्यादा से ज्यादा परमिट जारी करना। अभी तक कितने परमिट जारी किए गए हैं। इसकी जानकारी दस्तावेज देखकर ही बताई जा सकती है। आज हुए हादसे की मैं जांच करवाता हूं।

 

पॉवर और प्‍यार: पति छोड़ ब्‍वॉयफ्रेंड संग लिव इन रिलेशन में महिला विधायक

0

14-mla-wife-in-illicit-relationshipलखनऊ। एक महिला विधायक की प्रेम कहानी यूपी में चटखारे लेकर पढ़ी जा रही है। 13 साल के इस लव स्‍टेारी में ड्रामा, फुल ऑन इमोशन और क्‍लाइमेक्‍स है। सबसे अहम बात ये है कि आरोपों की तो लाइन लग गई है मगर अपने बारे में कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। आगे की घटना बताने से पहले आपको पलव स्‍टोरी सुना देते हैं। महिला का नाम लक्ष्‍मी गौतम है और वो सत्‍ताधारी समाजवादी पार्टी से चंदौसी विधानसभा सीट से विधायक हैं। लक्ष्‍मी की उम्र जब 16 साल की थी तब उन्‍हें अपने से 10 साल बड़े यानी कि 26 साल के एक सरकारी अध्‍यापक से प्‍यार हो गया था। उसका नाम दिलीप है। छोटे मोटे गिफ्ट देने से प्यार की नींव पड़ी। बातें हुईं और बात बढ़ते-बढ़ते बहुत बढ़ गई। लक्ष्‍मी की बात मानें तो उसने दो बार अबॉर्शन करावाया। प्‍यार के दौरान दोनों ने छुट्टियों में पहाड़ी वादियों की खूब सैर की। बकौल लक्ष्‍मी वर्ष 2003 में दोनों घूमने के लिए मसूरी, नैनीताल और शिमला तक गए। यहां के बड़े होटलों में ठहरते थे। दिलीप लक्ष्‍मी को साड़ी पहनाकर किसी विवाहित महिला के लिबास में ही लेकर जाता था ताकि किसी को शक ना हो। खैर बाद में दोनों विवाह के बंधन में बंध गये और बच्‍चे भी हुए।

अब घटनाक्रम पर नजर डालते हैं। दोनों की प्रेम कहानी खत्‍म हो चुकी है और दिलीप का आरोप है कि लक्ष्‍मी बिना तलाक के किसी गैर मर्द के साथ लिव इन रिलेशन में रह रही है। बतौर दिलीप लक्ष्‍मी किसी गैर मर्द के साथ घूमती और फिल्‍मे देखती है। दिलीप का ये भी आरोप है कि लक्ष्‍मी विधायक बन गई और जब उसके पास ताकत आ गई तो वो अब उसे अपनी बेटियों से मिलने से भी रोक रही है। वहीं लक्ष्मी ने तमाम आरोपों को बेबुनियाद करार दिया और दलील दी कि विधायक बन जाने की वजह से उनके रिश्ते को ये दिन देखना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जनता ने चुना है तो राजनीति कैसे छोड़ दें। लक्ष्‍मी का कहना है कि दिलीप तो पहले से शादीशुदा था। लेकिन यह बात छुपाए था। लक्ष्‍मी ने कहा कि दिलीप मुझपर इतना शक करता है कि विधानसभा सत्र में विधायकों से भी नहीं मिलने देता था। कहता था कि सिर्फ हस्ताक्षर कर घर लौट आओ। वहीं विधायक लक्ष्मी गौतम अपने संबंधों के बारे में पूछे जाने पर खामोश हो जाती हैं। उनके पति दिलीप का आरोप है कि लक्ष्मी गौतम के प्रेम संबंध चंदौसी के ही एक मुकुल नाम के लड़के से हो गए हैं। वह खुद कई दफा अपनी पत्नी को उनके प्रेमी के साथ पकड़ चुका है। कई बार समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मानी। मालूम हो कि इस अजब प्रेम की गजब कहानी का खुलासा गुरुवार को तब हुआ था जब उसके पति दिलीप को मुरादाबाद स्थित आवास से धक्के मारकर बाहर निकाल दिया गया। अब दोनों मीडिया के सामने चीख-चीखकर एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इस लड़ाई का विधायक की कुर्सी पर क्या असर पड़ेगा इसका आकलन करने में पार्टी भी जुटी है।

 

 

सफाईकर्मियों की भर्ती की मांग को लेकर उग्र प्रदर्शन

safai karmiफाईकर्मी की भर्ती को लेकर चल रहे वाल्मीकि समाज के धरने प्रदर्शन ने आज उग्र रूप ले लिया। कई ठेका सफाई कर्मियों ने अपने काम का बहिष्कार किया व देहलीगेट पर चक्का जामकर नगर निगम के खिलाफ जमकर उग्र प्रदर्शन किया।

गौरतलब है कि नगर निगम में सफाईकर्मी की भर्ती को लेकर वाल्मीकि समाज का आठ जून से धरना प्रदर्शन जारी है। पार्षद काजल आदिवाल एवं अखिल राजस्थान सफाई मजदूर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सत्यप्रकाश आदिवाल ने नगर निगम महापौर और बोर्ड पर आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम की सफाई कर्मियों की भर्ती करने की मंशा ही नहीं है। इसीलिए भर्ती में टालमटोल का रवैया अपनाया जा रहा है। अभी तक जमा आठ हजार आवेदनों में से सिर्फ 67 फार्मों की जांच की गई है।

काजल आदिवाल ने कहा कि नगर निगम ने फर्जी कमेटी गठित की है, जो आगामी बैठक में यह तय करेगी कि 67 फार्मों में से किस को बुलाया जाए, बाकि बचे 7933 आवेदनकर्ताओं को जाने कब तक गुमराह किया जाता रहेगा। गुरुवार को वाल्मीकि समाज के कई ठेका कर्मियों ने काम का बहिष्कार किया और सुबह अशोकनगर स्थित नगर निगम के गैराज को भी बंद करवा दिया। देहलीगेट पर मानव शृंखला बनाकर रास्ता जाम किया गया और सभी प्रदर्शनकारी रैली के रूप में नगर निगम पहंचे, जहां उन्होंने जमकर प्रदर्शन किया। काजल आदिवाल ने कहा कि जब तक भर्ती प्रक्रिया में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक धरना प्रदर्शन चलता रहेगा।

॥कुछ स्वार्थी लोग भर्ती प्रक्रिया बाधित करके ठेकेदारों को फायदा पहुंचाना चाहते है। भर्ती प्रक्रिया नियमानुसार एक महीने में हर कीमत पर होगी। सरकार की मंशा है, महापौर की भी मंशा है कि सफाई कर्मियों की भर्ती हो। आठ हजार फार्म की जांच में समय लगता है इसलिए थोड़ा विलम्ब हुआ है। यदि जांच में कमी रह जाएगी तो कोई भी आवेदनकर्ता कोर्ट में जा सकता है, इसलिए हर फार्म की बारीकी से जांच की गयी है। वाल्मीकि समाज और हेला समाज ऐसे स्वार्थी लोगों के बहकावे में आकर गुमराह नहीं हो।

-पारस सिंघवी, अध्यक्ष स्वास्थ्य एवं सफाई व्यवस्था समिति नगर निगम उदयपुर