आजकल बदनामी से ही मिलता है नाम : संभावना सेठ

रिपोर्ट – अब्दुल लतीफ़

उदयपुर, ’अभिभावक बच्चों को बाध्य न करें उन्हें क्या बनना है। किसी के भविष्य को पहले से निर्धारित नहीं किया जा सकता है यदि ऐसा होता तो आज मैं एक पुलिस वाली होती।’

आयटम गर्ल व रियलिटी शॉ बिग बॉस की प्रतिभागी रही संभावना सेठ ने यह बात पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। दशहरा-दीपावली मेले में अपनी प्रस्तुति देने आई संभावना ने बताया कि आजकल लोगों को बदनामी से ही नाम मिलता है। ख्याति प्राप्त करने के लिए कुछ ऐसा करना पडता है जिससे लोग उसकी तरफ आकर्षित हो। बिग बॉस के दौरान अडियल व लडाकू स्वभाव के बारे में दिखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे अपनी रियल लाइफ में ऐसी नहीं है। शो के दौरान एक ही घर में रहने के दौरान इंसान के स्वभाव में परिवर्तन आ जाता है और कुछ ऐसी बातें भी निकल आती है।

संभावना ने बच्चों के प्रति कहा कि अभिभावक उन्हें डॉक्टर, इंजीनियर बनने के लिए बाध्य न करें बच्चे जो बनना चाहते है उन्हें बनने दें। मेरे माता-पिता और मेरी इच्छा थी कि मैं एक पुलिस वाली बनूं परन्तु बचपन से डांस मेरा शौक रहा और यही मेरा प्रोफेशन बन गया है।

संभावना सेठ ने पत्रकारों को ताया कि वे अभी तक ७-८ रियलिटी शॉ का हिस्सा बन चुकी है। उन्होंने भोजपुर में भी रियलटी शॉ किए है। इसके अलावा करीब उन्होंने भोजपुरी फिल्मों में करीब १०० गानों पर आइटम डांस भी प्रस्तुत किया है। उन्हें इसके लिए भोजपुरी की ’हेलन’ भी कहा जाता है।

भोजपुरी फिल्मों की तरफ रूझान के बारे में सवाल पर उन्होंने कहा कि उस वक्त मेरे पास कोई स्कोप नहीं था और अपनी जरूरतों के लिए वे इस ओर चल दी। उन्होंने कहा कि इसके पश्चात उन्होंने जाना कि काम कोई भी छोटा ब$डा नहीं होता बस जो मिले उसे करते रहना चाहिए।

आने वाली फिल्म के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि वे भविष्य में ’शब्द’ फिल्म के गाने में नजर आएगी।

उदयपुर शहर के बारे में उन्होंने बताया कि वे कई बार उदयपुर आई है। वे शनिवार को उदयपुर में ही रहेगी और शहर का भ्रमण करेगी। संभावना कल शाम की फ्लाईट से दिल्ली के लिए रवाना होगी।

आये थे लूटने ,हथियारों सहित पकडे गये

उदयपुर, शहर के सवीना कृषि मण्डी क्षेत्र में नकदी लूटने के प्रयास में दो उचक्कों ने फायर कर दो व्यापारियों को घायल कर दिया। इस दौरान सजग व्यापारियों ने बदमाशों को हथियार सहित धर दबोच पुलिस को सुपूर्द किया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मंगलवार को सायं सविना कृषि मण्डी द्वार के समीप लूट की नियत से घात लगाए सुलतानपुर यूपी निवासी प्रमोद पुत्र रामचन्द्र श्रीवास्तव तथा शेर बहादुर पुत्र इन्द्रजीत ङ्क्षसह ठाकुर निवासी अम्बेडकर नगर यूपी ने लूट के प्रयास में व्यापरी सेक्टर ४ हिरणमगरी निवासी श्याम मिरासी (५५) पुत्र गोवर्धन दास एवं बचाव में आए आयड निवासी पवन (३२) पुत्र भंवर लाल चित्तौडा पर बदमाशों ने फायर किया। घटना का पता चलने पर दौड कर आये मण्डी व्यापारियों ने बदमाशों को धर दबोच पुलिस के सुपूर्द किया। घटना की सूचना मिलने पर अति.पुलिस अधीक्षक तेजराज सिंह, हिरणमगरी थानाधिकारी ने मौका निरीक्षण कर हथियार सहित हमलावरों को गिरफ्तार कर प्रकरण दर्जकर जांच शुरू की। पूछताछ में पता चला कि मिल्क फूड व्यवसायी श्यामा मिरानी दुकान से डेढ लाख रूपये नकदी लेकर मोपेड से घर लौट रहा था। मण्डी द्वार के समीप घात लगा बैठे हमलावरों ने उसे रोक बेग छिनने का प्रयास किया। इस दौरान बचाव में आए पवन को देख बदमाशों ने ४ फायर किये जिसमें से एक एक दोनो के पेट में लगे फायर व चिल्लाने की आवाज सुनकर दौडे व्यापारियों ने बदमाशों को धर दबोच पुलिस को सुपूर्द किया। तथा घायलों को उपचार के लिए अमेरिकन हास्पीटल में भर्ती कराया है। प्रांरभिक अनुसंधान में पता चला कि शातिर बदमाश विनोद उर्फ़ बकरी के साथी हेंडीक्राफ्ट माफीया यूपी निवासी मलखान सिंह ने हमलावरों को यूपी से बुलवाया था। पुलिस गिरफ्तार हमलावरों से पूछताछ कर रही है।

कॉमेडियन कपिल-भारती उदयपुर पहुंचे

उदयपुर। कॉमेडियन कपिल व भारती नगर परिषद द्वारा आयोजित दीपावली-दशहरा मेले के कॉमेडी कार्यक्रम में शिरकत करने मंगलवार को उदयपुर पहुंचे।
होटल इंदर रेजीडेंसी में कॉमेडी किंग कपिल ने पत्रकारों को बताया कि उदयपुर आकर उन्हें काप अच्छा लगता है एवं उदयपुर उन्हें पसंद भी है। कॉमेडी के बारे में पूछे सवाल पर उन्होंने कहा कि जब तक भारतीय संस्कृति है तब तक नये-नये आइडिया मिलते रहेंगे और वहीं कॉमेडी का काम करते है। उन्होंने बताया कि वे 12 साल से थियेटर से जुडे हुए है। उनसे जब पि*ल्मों में कॉमेडी का काम करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अभी तक उन्हें ऐसा कोई ऑप*र तो मिला नहीं केवल डायरेक्टर प्रियदर्शन के द्वारा उन्हें जरूर ऑप*र मिला जिस पर वे विचार कर रहे है।
कपिल से जब कॉमेडी द्वारा परोसी जा रही अश्लीलता पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मेरे शो में आपको कभी ऐसी चीज नहीं दिखाई दी होगी। ये वे ही लोग करते है जो अपने आपको साप* तरीके से पेश नहीं कर सकते और टीआरपी के लिए ऐसी अश्लीलता का प्रयोग करते है। उन्होंने सरकार से कहा कि वे कॉमेडी के लिए कुछ ऐसी संस्थाएं खोले जिनसे इस क्षेत्र को ब$ढाया जा सके। उन्होंने कहा कि कई छोटे-छोटे शहरों में बहुत सी प्रतिभाएं छुपी प$डी है जिन्हें आपको खोजने की जरूरत है क्योंकि एक पैसे वाला व धनवान जो बचपन से ही पैसे को देखता है वो ऐसे कार्यक्रम आपके सामने प्रस्तुत नहीं कर पाएगा।
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कॉमेडी सर्कस की लोकप्रिय कॉमेडियन भारती ने कहा कि कॉमेडी ईश्वर का दिया उपहार होता है। व्यत्ति* कहीं भी जाकर सिंगिंग व एक्टिंग तो सीख सकता है परन्तु कॉमेडी किसी के द्वारा सिखाई नहीं जाती है वह अपने आप उभर कर आती है जो दूसरों को हंसाती है। उनसे जब उनके सीरियल कॉमेडी सर्कस में लल्ली के किरदार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जब इस शो के चौथे चरण के ऑडीशन हो रहे थे तब मुझे लगा कि मेरा चयन नहीं होगा। ऑडीशन के दौरान जब आयोजकों द्वारा उनसे किसी एक चरित्र को प्रस्तुत करने को कहा गया तो उन्होंने बच्चों की आवाज जो कि उन्हें अच्छी तरह की निकालनी आती थी को आयोजकों के सामने प्रस्तुत किया और मेरा चयन शो के लिए हो गया। शो के दौरान भी मैं आपको लल्ली के रूप में बच्चे के विभिन्न रूपों में नजर आई। भारती ने बताया कि कॉमेडी शो में उन्हें सबसे अच्छा ’थीम चेन्ज’ लगता है और जब वे कपिल के साथ थीम में होती है तो वे बेपि*क्र हो जाती है। भारती ने कहा कि कॉमेडी व डांस मेरे के लिए मायके और ससुराल की तरह है।

सेंट्रल जेल में ‘चरस पार्टी’

नारीश्वर राव 

उदयपुर। उदयपुर की सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को हर तरह का नशा मिल रहा है। शराब, भांग, अफीम, चरस गांजा, ब्राउन शुगर और हेरोइन सहित अन्य प्रकार के मादक पदार्थ जेल अधिकारियों की मिलीभगत से रोजाना भीतर पहुंच रहे हैं। नशाखोर अपराधियों की दिनचर्या में कोई फर्क नहीं आया है। वे हर समय अपने नशे में टुन्न रहते हैं।

यह खुलासा  नये एमएमएस से हुआ है, जिसमें जेल की बैरक में कैदियों का एक समूह नशा करता हुआ दिखाई पड़ रहा है। ये कैदी चरस को जलाकर तंबाकू में मिलाकर चिल्लम के सुट्टे लगाते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। यह क्चरस पार्टीञ्ज प्रशासन द्वारा मारे गए छापे में कुछ मोबाइल गवाने के गम को भुलाने के लिए हुई।

उदयपुर की सेन्ट्रल जेल में मोबाईल से लिया गया चरस पार्टी का फोटो

कैदियों से वसूली का मामला मददगार द्वारा खोलने के बाद जिला कलेक्टर के आदेश पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने रविवार को केंद्रीय कारागार की तलाशी ली, जिसमें पांच मोबाइल व 4 चार्जर भी बरामद किए गए लेकिन हमारी पड़ताल यहीं नहीं थमी। इस जांच के बाद ही कैदियों ने जेल में क्रचरस पार्टीञ्ज मनाई, जिसका एमएमएस भी क्रमददगारञ्ज के पास आ चुका है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रभावशाली कैदियों के सामने जेल के अधिकारी कितने बौने हैं। इससे यह भी खुलासा हो गया है कि जेल में हुई प्रशासनिक जांच भी महज एक औपचारिकता पूरी करने के लिए ही की गई थी।

 

अधिकारियों की मेहरबानी से सब कुछ संभव

जेल के भीतर से कैदियों से मिल रही जानकारी के अनुसार जेल में नीचे से लेकर ऊपर तक के सभी अधिकारी भ्रष्ट है। प्रभावशाली कैदियों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। अधिकारी मोटी रकम लेकर हर तरह का नशा कैदियों तक पहुंचा रहे हैं। जेल में जाने वाले बड़े लोगों से रुपया लेकर उन्हें भी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है। शराब, मांस और अन्य तरह से सभी नशे जेल में पहुंचाने की एवज में जेल अधिकारी व कर्मचारी झाड़ बना रहे हैं।

 

:मैं ये मानता हूं कि जेल में मादक पदार्थ तस्करी होकर पहुंच रहे हैं। बड़े अपराधियों के पास मोबाइल भी रहते हैं, लेकिन भ्रष्ट स्टाफ की पहचान कैसे करें। ये हमारे सामने सबसे बड़ी समस्या है। स्टाफ का कोई अधिकारी या कर्मचारी रंगे हाथों पकड़ा जाएगा, तो सीधा निलंबित किया जाएगा। इस मामले की मैं जांच करवाता हूं।

-ओमेंद्र भारद्वाज, डीजी (जेल)

 

सो.- मददगार

आईपीएल की तर्ज पर अब होगी एनपीएल लीग टी-१० प्रतियोगिता

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चयन १० नवम्बर को

उदयपुर, आईपीएल की तर्ज पर अब नेशनल प्रीमियर लीग टी-१० का आयोजन किया जायेगा। यह स्पर्धा उन क्रिकेट खिलाडियों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो क्रिकेट मैदान पर अपना कौशल दिखाना चाहते है लेकिन उन्हें अवसर नहीं मिला।

यह जानकारी प्रतियोगिता संयोजक जुगबीर सिंह गढवाल ने आज यहां आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के लिए खिलाडियों के चयन हेतु १० नवम्बर को उदयपुर, अहमदाबाद, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा उत्तर प्रदेश चयन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इन प्रतियोगिताओं में चयनित खिलाडियों को विशेष प्रशिक्षण हेतु २० नवम्बर से उदयपुर स्थित शिरकारबाडी क्रिकेट मैदान पर शिविर आयोजित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षकों द्वारा दिया जाएगा।

प्रशिक्षण के बाद खिलाडियों को बोली के आधार पर १२ टीमों में विभाजित किया जाएगा। इस प्रतियोगिता की विजेता टीम को एक करोड रूपये तथा उपविजेता को ७५ लाख रूपये पुरस्कार राशि के अतिरिक्त खिलाडियों के लिए भी विशेष पुरस्कार होंगे। यह प्रतियोगिता २८ दिसम्बर से ४ जनवरी २०१२ तक हरियाणा के सिरसा शहर में आयोजित होगी।

मुस्तेद पुलिस की फैलती सुस्त तोंद

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उदयपुर। संभाग मुख्यालय पर नियुक्त चौकी इंचार्ज से लेकर सीआई (निरीक्षक) स्तर के 80 फीसदी से अधिक जवानों की तोंद लगातार फैलती जा रही है। राज्य पुलिस मुख्यालय की ओर से निचले दर्जे की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के ताजा मापदंडों पर जिले में नियुक्त पुलिसकर्मियों को कसा जाए तो 15 फीसदी अमला ही मुश्किल से टिक पाएगा। यही नहीं, घुटनों के आपस में टकराव तथा नेत्र दृष्टि के मामले में भी पुलिसिया अमला पिछड़ता जा रहा है। हद तो यह है कि, पुलिस लवाजमे में भर्ती के लिए तय की गई 10 किमी की न्यूनतम दौड़ में हर जवान हांफता नजर आएगा। ऐसे में क्रसेवार्थ कटिबद्धताञ्ज तथा क्रआमजन में विश्वास, अपराधियों में डरञ्ज का ध्येय वाक्य मात्र दीवारों का हिस्सा बनने लगा है।

जिले में वर्तमान में 3070 खाकीवर्दीधारी क्रजन रक्षकञ्ज तैनात हैं। इनमें एक पुलिस अधीक्षक, चार एएसपी, 12 डिप्टी, 26 सीआई (इंस्पेक्टर), 114 थानेदार (एसआई), 177 एएसआई, 291 हैड कांस्टेबल और 2455 कांस्टेबल शामिल हैं। इस अमले को देखने के बाद आमजन की घिग्घी बंध जाती है लेकिन अपराधों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। यही नहीं, पुलिस के इस अमले के अलावा अपराधों की रोकथाम के लिए सीआईडी सीबी, एंटी टैरेरिस्ट स्क्वाड एंड स्पेशल ऑपरेशन गु्रप (एटीएस एंड एसओजी), सीआईडी आईबी, आरएसी की ढेरों बटालियन, एमबीसी का भारी अमला आदि तैनात हैं। खास बात यह कि अपराध रोकने के लिए तैनात इस अमले में से अधिकतर उनकी तोंद ज्यादा फैली हुई हैं, जो अफसर वर्ग के हैं। उदयपुर रेंज के आईजी और पुलिस अधीक्षक द्वारा गाहे-ब-गाहे ली जाने वाली मीटिंग में भी तोंद वाले अधिकारियों का ही जमावड़ा लग जाता है लेकिन तोंद पर नियंत्रण का सवाल कभी कभार ही खड़ा हो पाता है।

 

…सभी हो जाएंगे फैल

इन दिनों राज्य पुलिस मुख्यालय ने कांस्टेबलों की भर्ती परीक्षा के नए मापदंड जारी करते हुए आवेदन मांगे हैं। इसमें ऊंचाई : 160 सेमी, सीना : बिना फुलाए 74 सेमी तथा फुलाने के बाद 79 सेमी (कम से कम पांच सीएम का फुलाव जरूरी), सिर्फ कांस्टेबल के लिए भर्ती परीक्षा में पास होने के लिए 10 किमी की दौड़ आदि जरूरी है। यह दौड़ भी 50 मिनट, 50 से 55 मिनट व 55 से 60 मिनट के दौरान पूरी करनी होती है। इसके अलावा अभ्यर्थी की दोनों आंखों की दृष्टि ६ गुणा ६ बिना चश्मे के होना जरूरी है। यही नहीं घुटने आपस में टकराने नहीं चाहिए। नसे फूली हुई नहीं हो, भैंगापन, रतौंधी, रंग दृष्टि दोष, हकलाकर बोलना, पैर समतल, या अन्य कोई विकृति जो कर्तव्य पालन में बाधक हो, नहीं होनी चाहिए। इन न्यूनतम मानदंडों पर कसा जाए तो अधिकतर पुलिस अफसर फैल हो जाएंगे।

 

सो.- मददगार

प्रहरियों ने लगायी दौड़

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उदयपुर। उदयपुर संभाग में प्रहरियों की भर्ती के लिए आज सुबह 6 बजे शुरू हुई 10 किमी दौड़ के दौरान कई प्रतिभागी हांफते नजर आए। ये वे प्रतिभागी हैं जो सितंबर में लिखित परीक्षा पास कर चुके हैं। चार दिन चलने वाले फिजिकल परीक्षण में पहले दिन 600 प्रतिभागियों को बुलाया गया है। उदयुपर में प्रहरियों के 150 पदों के लिए सितंबर में हुई परीक्षा में करीब 23 हजार प्रतिभागी शामिल हुए थे। इनमें से पास हुए तीन हजार प्रतिभागियों को फिजिकल टेस्ट के लिए बुलाया गया है। सुबह देबारी-अंबेरी लिंक हाइवे पर एक घंटे में 10 किमी दौड़ का परीक्षण शुरू हुआ। तीसरे नंबर का प्रतिभागी मात्र दस कदम की दूरी पर ही गश खाकर गिर पड़ा तो एक अन्य प्रतिभागी घुटनों में तेज दर्द उठने के बाद करीब तीन-चार किलोमीटर आगे जाने के बाद जवाब दे गया।

 

दम तोड़ने लगी हे निशुल्क दावा योजना

उदयपुर। राज्य सरकार द्वारा गरीबों के लिए शुरू की गई निशुल्क दवा योजना अपने दूसरे वर्ष में प्रवेश के साथ ही दम तोडऩे लगी है। योजना शुरू होने के साथ ही यह वादा भी सरकार द्वारा किया गया था कि इस योजना का लाभ २४ घंटे जनता को मिलेगा, लेकिन अस्पतालों में पड़ताल की गई, तो शाम चार बजे बाद ही नि:शुल्क दवाओं की दुकानें बंद पाई गई। रात में अस्पताल में कोई मरीज आता है, तो उसे निशुल्क दवाइयां नहीं मिलती है। ऐसी स्थिति में मरीजों को निजी मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीदनी पड़ती है।

एमबी अस्पताल में कुल २३ दवा वितरण केंद्र है। इनमें से १५ दवा वितरण केंद्र एमबी अस्पताल के परिसर में हैं जो कि आउटडोर दवा वितरण सेंटर की श्रेणी में आते हैं। वहीं इनडोर दवा वितरण सेंटर की संख्या आठ है। जिनमें से चार इनडोर निशुल्क दवा वितरण केंद्रों पर २४ घंटे निशुल्क दवाएं दी जाती है, लेकिन यहां पर सिर्फ अस्पताल में भर्ती मराजों को ही निशुल्क दवाएं दी जाती है।

आदेशों की अवहेलना : सरकार ने प्रतिदिन २५०० से अधिक मरीजों की आवक वाले बड़े अस्पतालों में एक या दो निशुल्क दवा वितरण केंद्र २४ घंटे खोलने के आदेश दिए थे। एमबी अस्पताल दक्षिणी राजस्थान का सबसे बड़ा अस्पताल है और रोगियों की आवक भी भारी संख्या में होती है, लेकिन यहां पर २४ घंटे दवा वितरण केंद्र नहीं खुले रहते हैं। अस्पताल प्रशासन कभी फार्मासिस्ट की कमी, तो कभी अन्य बहाने बनाकर २४ घंटे निशुल्क दवा वितरण केंद्र खोलने से कन्नी काटता रहा है।

 

भटकते हैं रोगी

उदयपुर का एमबी चिकित्सालय संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां पर आउटडोर के बंद होने के बाद भी मरीजों के आने का सिलसिला बना रहता है। ये मरीज आपातकाल में रोगी पर्ची कटवाकर यहां पर डाक्टरों को दिखाते हैं। डाक्टर मरीजों को जो दवाइयां लिखते हैं, जो निशुल्क दवा वितरण केंद्रों से लेनी होती है, लेकिन वितरण केंद्रों के चार बजे बंद होने के साथ ही मरीजों को अस्पताल के बाहर से दवाइयां लानी पड़ती है।

गोदाम में भयंकर आग

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उदयपुर , सवीना सेक्टर 9 में मठ मार्ग स्थित बारदान के एक गोदाम में रात पौने 11 बजे आग लगी। बाद में यह आग पड़ोस के गोदाम तक पहुंच गई। रात डेढ़ बजे तक भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। पांच दमकल लगी रहीं। परिवार वाले विलाप करते दिखे। भारी भीड़ जुटी।

भाग्य ट्रेडिंग कंपनी के भंवरलाल गोटी और मुकेश ट्रेडिंग कंपनी के मालिक उनके भाई मोतीलाल के गोदाम हैं। डेढ़ करोड़ के नुकसान की आशंका।

नगर परिषद की सात में से पांच फायर ब्रिगेड पहुंच जाने के बावजूद सभी से एक साथ काम नहीं कर पाईं। प्रशिक्षित कर्मचारियों की कमी भी खली।

यह घटना दिन में होती तो कई लोगों की जान पर बन सकती थी। इन गोदामों में सौ से अधिक मजदूर काम करते हैं। इनमें अधिकांश महिलाएं हैं।

पुलिस आग भड़कने की प्रारंभिक वजह शॉर्ट सर्किट मान रही है, लेकिन किसी की साजिश होने से भी इनकार नहीं कर रही है।