अगुर्दा रोगी निर्धन युवक को मदद की दरकार

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उदयपुर,25 अगस्त। जोधपुर निवासी एक युवक को अपने उपचार के लिए ऐसे दान दाताओं की दरकार है जो धन के साथ साथ उसे गुर्दे भी उपलब्ध करवा सके। चांदपोल के बाहर रूघनाथ्र जी बावड़ी के पिछे मेघवालों की बस्ती, राम देव जी के मन्दिर सामने जोधपुर निवासी युधिष्ठिर पुत्रा जीया लाल मेघवाल गत 3 वर्षो से गुर्दा रोग से पीड़ित हैं तथा चिकित्सकों के अनुसार उसके दोनो गुर्दे बदलने की जरूरत हैं। यह 27 वर्षीय युवक अत्यंत निर्धन परिवार से संबंधित है जिस पर 70 वर्षीय वृद्ध मां तथा पत्नी के अतिरिक्त तीन अवयस्क मासूम संतानों के भरण पोषण की जिम्मेदारी है। परिवार के किसी भी सदस्य का गुर्दा इस युवक के प्रत्यारोपण के लिए उपयुक्त नहीं हैं। परिवार के पालन पोषण में भी असमर्थ यह युवक अपना उपचार कराने में असमर्थ हैं। ऐसे में उसे दरकार हैं ऐसे दानदाताओं की जो उसका उपचार करवा कर उसके साथ पांच जिन्दगियां बचा सके। चिकित्सको के अनुसार गुर्दा प्रत्यारोपण के लिए उसे लगभग दस लाख रूपयों की जरूरत हैं जो इस गरीब युवक के बूते की बात नहीं हैं।

 

कोई भी दानदाता सहायतार्थ राशि युवक के खाता संख्या 661410110004356 स्ठेट बैंक ऑफ इण्डिया,प्रताप नगर, जोधपुर में भिजवा सकता हैं। कोई स्वयं सेवी संगठन,सामाजिक संस्थान भी इस युवक का जीवन बचाने में मददगार साबित हो सकती

78 बच्चो को आज़ाद करवाया

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उदयपुर शहर के गारियावास इलाके में बुधवार को पुलिस और श्रम विभाग ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए जिंदल बेग के कारखाने से 78 बाल शर्मिको को मुक्त कराया , पुलिस और श्रम विभाग ने आज दिन में यहाँ अचानक छापा मारा, छापे से कारखाने में में हडकंप मच गया यहाँ पर 78 बच्चे काम करते हुए मिले इसमें से 43 बच्चे 5 वर्ष से 14 वर्ष के बिच में पाई गयी जिन्हें चाइल्ड वेलफेयर सोसाइटी को सुपुर्द करदिया ,मुक्त किये गए बच्चे उत्तर प्रदेश और बिहार के हे , इनमे कई बच्चे तो रमजान का महिना होने से रोजदार भी थे ,

एएसपि जिला मुख्यालय कालूराम रावत के अनुसार काफी लम्बे टाइम से इस इलाके में कोलोनी के नियमो की अवहेलना करते हुए बोहत सी संख्या में बच्चो से दिन रात काम कराया जाता हे ,

कारखाने में 4 साल से लेकर 15 साल के बच्चे बाल श्रमिक के रूप में मजदूरी करते हुए पाए गए ये बच्चे कारखाने में बेग बनाने वाले कारीगरों की मदद करते थे ,कारखाने के मालिक ने इन्हें अवेध रूप से इनको बंन्धुआ मजदूर बना रखा था और फेक्ट्री के समीप ही इनके रहने की व्यवस्था की गयी थी

वर्षा में लेकसिटी पिछड़ी, अंचल में अन्यत्रा झमाझम

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फतेहसागर
रिपोर्ट : रफ़ीक पठान 
उदयपुर,24 अगस्त।उदयपुर संभाग मे इस बार उदयपुर शहर को छोड़ कर पूरे अंचल में इन्द्र मेहरबान रहे। मानसून देरी से आने के उपरांत भी वर्षा ने वागड़ और काण्ठल अंचल को झमाझम से तर ब-तर कर दिया तथा क्षैत्रा के जलाशयों का जलस्तर बढने लगा है।खण्ड वर्षा केउपरांत भी किसानों के
फतेहसागर का गेज

चेहरे पर मुस्कान है। गत वर्ष के वर्षा के आंकड़ों की तुलना करें तो 23अगस्त2010 तक उदयपुरमें 588 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई थी।जबकि इस बार 23 अगस्त तक मा़त्रा 379.6 मि.मीवर्षा ही दर्ज की गई है।इस प्रकार उदयपुर शहर में 209 मि.मी. वर्षा कम हुई है। बांसवाड़ा में 485 मि.मी. के मुकाबले इस बार 936 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है जब कि डूंगरपुर में 449 मि.मी. के मुकाबले 613 मि.मी. वर्षा होने से वागड़ क्षैत्रा के नदी नाले उफान पर है तथा दोनों जिलों के लगभग सभी प्रमुख जलाशय लबालब होने को है। इसी प्रकार राजसमंद जिले में गत वर्ष 23 अगस्त तक 291 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई

थी जबकि इस वर्ष अब तक 365 मि.मी. वर्षा हो चुकी है। चित्तौड़ गढ़ जिले में

569 मि.मी. के मुकाबले 590 मि.मी. तथा प्रताप गढ़ में 1102 मि.मी. के मुकाबले

अब तक 763 मि.मी. वर्षा हो चुकी है।

दूसरी ओर लेकसिटी की लाइफ लाइन प्रमुख झीलों के जलस्तर पर दृष्टीपात करेंतो केवल बड़ी स्थित जलाशय को छोड़ कर शेष की स्थिति संतोषजनक है। गत वर्ष 23 अगस्त तक फतहसागर झील जिसकी भराव क्षमता 13 फीट है का जल स्तर -11इंच था जबकि इस बार इस झील का जलस्तर 4फीट 9 इंच पहुंच चुका है तथा यहां पर प्रायौगिक रूप से वाटर स्पोर्टस आरंभ किए गए हैं जो कि भविष्य में यहां पर्यटन को प्रोत्साहित करेंगें।इसी प्रकार 11फीट क्षमता वाली ऐतिहासिक पिछोला झील गत वर्ष 6फीट 3इंच पर थी इस बार इसका स्तर वर्तमान में 7फीट 7इंच हैं। 24 फीट भराव क्षमता वाली उदयसागर झील का जल स्तर गत वर्ष इस समय 8फीट 9इंच था जबकि इस वर्ष 15 फीट है। एशिया की 27.5फीट भराव क्षमता वाली एशिया की प्रथम मानवकृत झील जयसमंद

पिछोला का गेज
पिछोला

का जल स्तर गत वर्ष 23अगस्त को-2.72 था जबकि इस बार .005इंच हैं। बड़ी स्थित जलाशय इस क्षैत्रा का एक मात्रा ऐसा जलाशय है जिसमें गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष पानी की कम आवक हुई है।गत 23 अगस्त 2010 को इस झील का जल स्तर 32 फीट भराव क्षमता के मुकाबले 7 फीट 8इंच था जबकि इस बार यह झील अब तक 1फीट 4इंच जल राशि का ही इजाफा कर पाई हैं।

 

चली झीलों की लाइफ लाइन

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उदयपुर में बारिश तो रुक गयी हे लेकिन पिछले दिनों हुई बारिश की वजह से जलाशयों में पानी की आवक बराबर बनी हुई हे , और उदयपुर की झीलों की लाइफ लाइन कहे जाने वाले देवास के गेट खुल जाने से बहते पानी और हरीभरी पहाडियों की खूबसूरती देखते बनती हे कही झरनों की तरह तो कही पहाड़ो के आस पास बलखाती हुई जलराशि शहर वासियों ध्यान अपनी ओर खिंच रही हे , हर जगह पिकनिक की पार्टिया होती हुई दिखती हे ,

 

देवास के गेट खोलने से शहर की खुबसूरत झील पिछोला में पानी की बराबर आवक बनी हुई हे और इसका लेवल 7 इंच बढ गया हे अब पिछोला का जलस्तर 7 फिट 7 इंच हो गया हे ,

 

 

 

सी.टी.ए.ई. में अब एम्.बी.ए. “इंजनियरिंग ”

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सी.टी.ए.ई. द्वारा संचालित एम्.बी.ए.(इंजीनियरिंग ) पाठ्यक्रम का उद्घाटन समारोह सी.टी.ए.ई.सभागार में आज हुआ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आई.आई.एम्. उदयपुर के निदेशक डा.जनत शाह थे , सी.टी.ए.ई. के अधिष्ठाता डा. एन.एस. राठोड ने बताया की यह चार समेस्टर ( दो वर्ष ) का पूर्ण कालिक कार्यक्रम हे , इस कार्यक्रम में तकनिकी स्नातकोतर के लिए विशेष रूप से विकसित एच्छिक विषय तथा उत्पादन और प्रबंधन , सुचना तकनीक प्रबंधन उपलब्ध हे ,जिसमे से छात्र अपनी इच्छा के विषय चुन कर विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हे , उन्होंने बताया की इस पाठ्यक्रम के दोरान ओध्योगिक प्रशिक्षण और समसामयिक विषयों पर विशेष जोर दिया ,

मुख्य अतिथि डा.जनत शाह ने इस पाठ्यक्रम की समसामयिक की प्रशंशा करते हुए कहा की सी.टी.ए.ई. ने यह पाठ्यक्रम शुरू करके एक अनोखी मिसाल पेश की हे

 

लगे रहो अन्नाभाई

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देश भर में अन्ना समर्थकों की कोई कमी नहीं हैं और अब अन्ना के समर्थन में बॉलीवुड से भी आवाज़ें उठ रही हैं.अन्ना हज़ारे की मुहिम को
अच्छा बताते हुए इमरान ख़ान कहते हैं कि अन्ना ने देश के युवाओं को जगा दिया है. इमरान ख़ान ने कहा,“अन्ना हज़ारे साहब कीमुहिम बहुत बढ़िया है. दरअसल उन्होने देश के युवाओं को जगा दिया है, एकजुट कर दिया है. भारत एक युवा देश है और देश में असल बदलाव के लिए युवाओं की भागीदारी ज़रूरी है. मैंने देखा है कि हम जैसे लोग सोचते थे कि चलता है यार. लेकिन अबकि बार स्थिति अलग है. मुझे लगता है कि ये सही दिशा में उठाया गया कदम है.”
बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन के मुताबिक़ क़ानून के अनुसार इस तरह से अपनी बात रखना जायज़ है. अमिताभ बच्चन से जब अन्ना की इस मुहिम के बारे में पूछा गया तो अमिताभ बच्चन ने कहा, “प्रजातंत्र में सभी को अपने विचारों 

को व्यक्त करने का हक़ है. कोई भी देश में भ्रष्टाचार नहीं चाहता है. और कोई इंसान वकालत करता है कि देश में भ्रष्टाचार ना हो तो ऐसा कहने का उसे अधिकार है. कानून व्यवस्था को सभी जानते हैं. और उसके अनुसार कोई चलता है तो किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.”

 

 

 

 

 

 

 

वहीं नाना पाटेकर अन्ना हज़ारे के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं, “अन्ना हज़ारे हमारे बुज़ुर्ग हैं. 74 साल की उम्र में वो अनशन कर रहे हैं. सरकार को चाहिए कि वो जल्द उनके साथ बात करे. मुझे लगता है कि उन्हें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.”

 

 

 

 

 

शाहिद कपूर ने लोकपाल बिल पर तो कुछ टिप्पणी करने से इंकार कर दिया लेकिन उन्होंने जनता की इस मुहिम को सही करार दिया. शाहिद कपूर ने कहा “मेरा मानना है कि भ्रष्टाचार के ख़िलाफ आवाज़ उठाना एक पुण्य काम है. आम जनता सड़क पर आकर भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रही है. ये काफ़ी बड़ी बात है. मैं उम्मीद करता हूँ कि हम एक ऐसा समाधान ढूँढ सके जो व्यवहारिक भी हो.”

 

 

 

 

 

 

श्रेयस तलपड़े ने अन्ना हज़ारे को गिरफ़्तार किए जाने को ग़लत कदम बताया. वो कहते हैं, “मैं पूरी तरह से अन्ना हज़ारे का समर्थन करता हूँ. कल ही मैंने फ़ेसबुक पर लिख़ा कि क्या मुझे श्रावण के व्रत के लिए भी अनुमति लेनी पड़ेगी. पूरा देश भ्रष्टाचार से मुक्ति चाहता है.”

जहाँ सब अन्ना का समर्थन कर रहे हैं वहीं बॉलीवुड में कुछ लोग ऐसे भी है जो इस मुद्दे को अन्ना समर्थक और अन्ना विरोधी के नज़रिए से नहीं देखे जाने के पक्ष में हैं.

 

 

 

फ़िल्म निर्माता महेश भट्ट कहते हैं, “अन्ना समर्थकों को ये समझना चाहिए कि जो आपके बिल के साथ नहीं है इसका मतलब ये नहीं है कि वो भ्रष्टाचार का समर्थक है.”

महेश भट्ट कहते हैं, “हम अन्ना के बिल से सहमत नहीं हैं. हां, भ्रष्टाचार के ख़िलाफ अन्ना की जंग हम सब सहमत हैं. मैं मानता हूँ कि सरकार के बिल में भी कमियाँ हैं और अन्ना का लोकपाल भी ख़तरनाक है. ये कहना कि हमारा ही बिल संपूर्ण है, ग़लत है.

संसद ठप्प

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भ्रष्टाचार का मुद्दा लोकसभा और राज्य सभा में उठाने की प्रक्रिया में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हुए वाद-विवाद की वजह से सदन का कामकाज नहीं चल सका. लोकसभा की कार्यवाही तीन बार स्थगित करने के बाद आख़िर सदन की बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी समेत कई पार्टियों के सांसदों ने भ्रष्टाचार पर विशेष बहस चाहती थीं. बहस से पहले ही लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार की ओर से पेश लोकपाल विधेयक का मसौदा निष्प्रभावी है. उन्होंने इस मसौदे के मुताबिक़ प्रधानमंत्री के लोकपाल के दायरे में ना होने की आलोचना की. वहीं राज्य सभा में सभी विपक्षी पार्टियों, भारतीय जनता पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, वाम दल और एआईएडीएमके ने मिलकर भ्रष्टाचार पर चर्चा की मांग की. लेकिन सरकार की ओर से बहस को निर्धारित समय (दो बजे) करने के आग्रह की वजह से बहस गरमा गई और आखिरकार सदन की कार्यवाही को बुधवार के लिए स्थगित कर दिया गया.

विरोध

वामपंथियों सहित नौ विपक्षी दलों ने लोकपाल बिल के सरकारी मसौदे के विरोध में देशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान किया है. संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले सीताराम येचुरी समेत कई सांसदों ने संसद के परिसर में ही विरोध के बैनर दिखाए. येचुरी ने भी लोकपाल विधेयक के सरकारी मसौदे की आलोचना करते हुए कहा, “हम एक प्रभावी क़ानून चाहते हैं, मौजूदा रूप में कई कमियां हैं जिन्हें हमने उजागर भी किया है.  सुषमा स्वराज की ही तर्ज़ पर येचुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में लाना चाहिए. विपक्ष के कड़े रुख के बावजूद संसद में भ्रष्टाचार पर बहस नहीं हो पाई क्योंकि सांसदों ने नियमित तौर से होने वाली एक अन्य चर्चा को नहीं होने दिया. द्रविड़ मुनेत्र कषगम नेता टीआर बालू श्रीलंका में तमिलों की सहायता और पुनर्वास के लिए भारत सरकार की ओर से उठाए गए कदमों पर चर्चा करना चाहते थे.

आख़िरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं हो पाई और तीन बार सदन की कार्यवाही को स्थगित करने के बाद लोक सभा को बुधवार तक स्थगित कर दिया गया

हर गली हर घर में “कृष्ण उत्सव “

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भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव एवं दधिची महोत्सव धूमधाम से मनाया गया।उदयपुर के हर गली से भगवन कृष्ण के भजनों की आवाज़ हर मंदिर में भगवन जगदीश के जन्मोत्सव की धूम दिखी वही जगदीश चौक पर जमीन तल से 25 फीट ऊंची बंधी दूध दही और मक्खन से भरी मटकी को फोडऩे के लिए गोविन्दाओं की टोलियों ने भारी मशक्कत की। गडिया देवरा के गोविन्दाओं ने मटकी फोड़ी। इस दौरान पूरा जगदीश चौक व मार्ग कृष्ण भक्तो से ठसाठस रहा। इधर, अस्थल आश्रम में भगवान के जन्म दर्शन हेतु जन सैलाब उमड़ा। अन्य मंदिरों में भी जन्माष्टमी की धूम रही।

 

: नाथद्वारा। श्रीनाथजी मंदिर में कृष्ण उत्सव के तहत आज तड़के दूध-दही उड़ेला गया जबकी नवनीत प्रियाजी सोने के पालने में झूले। नन्द के घर आनन्द भयो के जयघोष के साथ यहां महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर श्रीजी के मुखियाजी इन्द्रवर्धन गिरनारा नन्दबाबा तथा लालन के मुखियाजी नारायण बापू यशोदा ने वेश धारण कीए। तिलकायत राकेश महाराज, यूवराज विशाल बाबा आदि ने श्रीजी व लालन को खूब लाद लदाये। इस अवसर पर यहां वैष्णवजनों की भारी उपस्थिति रही। दूध दही की प्रसाद भक्तजनों पर उड़ेला गया। जिसका भक्तों ने भरपुर आनन्द उठाया।

 

 

साइकिल और सलमान

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फिटनेस प्रेमी सलमान खान बॉलीवुड में अपनी माचो इमेज से विख्यात हैं. पर इन दिनों उनको मुंबई के ट्राफिक के चलते हुए अपना हेल्दी शेड्यूल बनाये रखने के लिए जद्दो जेहेद करनी पद रही हे. फिल्म “बोडिगार्ड” और “एक था टाइगर” के लिए एक साथ शूटिंग कर रहे सलमान एक फिल्म सेट से दुसरे फिल्म सेट तक पहुचने में लगने वाले कीमती समय को ले के परेशां है, क्यों के उनका वर्क आउट टाइम सारा मुंबई के ट्राफिक में उलझ के ख़तम होता जा रहा हे. पर सल्लू बाबा के पास हर प्रॉब्लम की चाबी हे. एक फिल्म के सेट से दुसरे सेट पे जाने के लिए सलमान अब साइकिल का इस्तेमाल करते नज़र आ रहे हैं. समय की बचत और
वर्क आउट दोनों साथ में बेलेंस कर के चलना कोई सलमान से सीखे. सूत्रों के मुताबिक “बोडिगार्ड” फिल्म के क्लाइमेक्स के लिए उनको कुछ एक्स्ट्रा वर्क आउट की ज़रूरत है. इसी लीनं लुक को सलमान अपनी अगली फिल्म में भी बरकरार रखना चाहते हैं.सलमान अपने स्वास्थ और वर्क आउट टाइम से कभी कोम्प्रोमाइज़ नहीं करते. इसीलिए उन्होंने ये हेल्दी साइक्लिंग का तरीका अपनाया हे. अब इसे जहा चाह वहा राह कह दे तो भी गलत नहीं होगा के इतने बिजी शेड्यूल से भी सलमान ने बिना कोमप्रोमाइज़ के उपाय धुंध निकला. समय समय पर बॉलीवुड की ग्लेमर भरी दुनिया के पीछे छुपा मेहेनती सच बहार आता रहा हे. ग्लेमोर की चकाचौंध को पाने के लिए हर अभिनेता या अभिनेत्री ने ऐसे कई उदाहरन प्रस्तुत किए हैं.

‘सरकारी तंत्र में बड़े बदलाव करने होंगे

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प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि भ्रष्टाचार से निपटने के लिए सरकार को अपने ढांचे में बड़ा परिवर्तन करने की ज़रूरत है. डॉक्टर सिंह ने कहा कि, “इसके लिए सरकार को फ़ैसले लेने की अपनी स्वतंत्रता को कम करना होगा और फ़ैसले लेने की प्रक्रिया में पारदर्शिता लानी होगी.” उनका कहना था कि बड़े सरकारी ठेकों के आवंटन में अगर पारदर्शिता नहीं हो तो उस प्रक्रिया में भ्रष्टाचार की संभावना बढ़ जाती है. ख़ास तौर पर जब वे भूमि, खनिज पदार्थों और स्पेक्ट्रम जैसे संसाधन से जुड़े हों. ऐसा केन्द्र और राज्य सरकारों दोनों के स्तर पर होता है. साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि लघु स्तर पर सरकारी योजनाओं को लागू करने वाले लोग भी धांधली करते हैं. प्रधानमंत्री कोलकाता में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) की स्वर्ण जयंती पर आयोजित एक सभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार देश के नैतिक आधार को ही कमज़ोर नहीं करता बल्कि अक्षमता बढ़ाकर भारतीय अर्थव्यवस्था की साख पर भी असर डालता है. इसलिए देश के विकास के लिए  भ्रष्टाचार को हटाना सबसे ज़रूरी है.

 

सिर्फ़ लोकपाल काफ़ी नहीं 

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकपाल जैसी संस्था बनाने से फायदा ज़रूर होगा लेकिन ये मसले का हल नहीं. इसके साथ न्यापालिका में सुधार की ज़रूरत है ताकि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को अहसास हो कि वे बच नहीं सकते. उन्होंने ये भी माना कि पिछले कई विवादों के पीछे नियंत्रक एजेंसियों की ख़ामियाँ रही हैं. उन्हें और मज़बूत बनाने की ज़रूरत है. साथ ही उन्होंने राजनीतिक पार्टियों और चुनाव में किए जाने वाले ख़र्च में सुधार लाने की आवश्यकता पर भी बल दिया ताकि काले धन पर रोक लगाई जा सके.

 

“इसके लिए सरकार को फ़ैसले लेने की अपनी स्वतंत्रता को कम करना होगा और फ़ैसले लेने की प्रक्रिया में पारदर्शिता लानी होगी.”

“प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह

 

प्रधानमंत्री ने बताया कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्होंने एक मंत्रियों के समूह का गठन किया है और उन्हें उम्मीद है कि वो सरकारी ढांचे में मूलभूत बदलाव के सुझाव पेश करेंगे. उन्होंने कहा कि कई देशों में सरकारी ख़रीद पर नियंत्रण रखने के लिए क़ानून बनाए गए हैं, जिनकी तर्ज पर हमारी सरकार भी क़ानून लाएगी. उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने भी सरकारी ख़रीद के नियमों में संशोधन किया है और भारत में केन्द्र और राज्य सरकारों को इन्हें अपनाना चाहिए.

 

प्रधानमंत्री का कहना था कि लोकपाल विधेयक का एक मसौदा संसद की स्थाई समिति के सामने पेश किया जा चुका है और इस पर लोगों से सुझाव आमंत्रित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर एक बहस के लिए तैयार है. राज्य सभा के सदस्य अभिषेक मनु सिंघवी की अध्यक्षता में इस स्थाई समिति के सदस्यों में कांग्रेस से मनीष तिवारी, भारतीय जनता पार्टी से हरिन पाठक, लोक जन-शक्ति पार्टी से रामविलास पासवान, राष्ट्रीय जनता दल से लालू प्रसाद यादव के अलावा किरोड़ी लाल मीणा, अमर सिंह और राम जेठमलानी शामिल हैं. इस समिति के पास विधेयक में कोई भी संशोधन का प्रस्ताव रखने का अधिकार