स्वयं की गर्दन काट कर व्यवसायी ने की खुदकुशी

उदयपुर, गोगुन्दा कस्बे में गृह कलेश से परेशान किराणा व्यवसायी ने ब्लेड से गर्दन काट कर आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों के अनुसार गोगुन्दा मुख्य बाजार मे स्थित किराणा व्यवसायी मोती कुआ निवासी पर्वत ङ्क्षसह (३५) पुत्र कल्याण सिंह ने सोमवार सायं अपनी दुकान में पिछवाडे में ब्लेड से गर्दन काट कर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर थानाधिकारी हनुमंत ङ्क्षसह मय टीम ने मौके पर पहुंच उच्चाधिकारियों को सूचना दी। इस पर अति.पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कालू राम रावत एवं पुलिस उपअधीक्षक गिर्वा अताउर्रहमान ने मोके पर पहुंच घटनास्थल का निरीक्षण कर मृतक का शव गोगुन्दा चिकित्सालय में रखवाया है।

अवैध शराब पक$डी : आबकारी ग्रामीण थानाधिकारी महिपाल ङ्क्षसह चुण्डावत मय टीम ने सोमवार को वाघपुरा निवासी केसु लाल माली के घर पर दबीश देकर अवैध १०० बोतल देशी शराब जब्त की।आबकारी दल को देख आरोपी मौके से प*रार हो गया। दल ने शराब जब्त कर प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी।

प*ांसी: अम्बामाता थानान्तर्गत प*तहपुरा हनुमान कॉलोनी निवासी विक्की (२५) पुत्र बालूदास वैष्णव ने सोमवार अपरान्ह मकान में प*ांसी लगा खुदकुशी कर ली। पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सुपुर्द किया। विक्की रेस्टोरेंट पर कुक का काम करता था।

कार्यशाला पर लाखों रूपये हो रहे खर्च लेकिन पार्षदों को रूचि नहीं

आधे से अधिक पार्षद कार्यशाला से रहे नदारद

उदयपुर, विरासत संरक्षण के लिए नगर परिषद द्वारा आयोजित कार्यशाला में जनप्रतिनिधियों ने रूचि नहीं दिखाई। कार्यशाला में ५५ पार्षदों में से आधे भी उपस्थित नहीं थे।

लाखों रूपये खर्च कर नगर परिषद की सभापति और अधिकारियों ने स्टोर्स बर्ग (प्र*ांस) जाकर विरासत के संरक्षण के लिए एमओयू किया। उसी के अंतर्गत प्र*ांस से विशेषज्ञों की वेन को यहां बुलाया जिनकी सोमवार से वर्कशॉप की शुरूआत हुई लेकिन शहर की तरक्की की बाते करने वाले जनप्रतिनिधि,पार्षदों को इसमें रूचि नहीं दिखाई दी। यहां तक की नगर परिषद आयुत्त* मात्र आधा घंटा रूके और चले गये तो सभापति लंच के पहले ही वहां से विदा ले ली। पार्षदों के हाल तो यह थे कि ५५ पार्षदों में से आधे पार्षद भी उपस्थित नहीं हुए और जो उपस्थित थे वह लंच तक या तो आपस में बात करते दिखाई दिये या उंघते नजर आए। लंच के बाद मात्र ७-८ पार्षद रह गये वे भी एक-एक कर रवाना हो गये ओर आखिर में सिर्प* निर्माण समिति अध्यक्ष प्रेम ङ्क्षसह शत्त*ावत रह गये। विदेश से आये मेहमानों के सामने जनप्रतिनिधियों ने विरासत की अवेयरनेस में तो रूचि नहीं दिखाई लेकिन अपनी कार्यशैली से भी हमे शर्मिंदा किया।

उदघाटन सत्र में शहर विधायक और यूआईटी अध्यक्ष को भी आना था लेकिन वे भी नहंीं आए किसी को मीटिंग में जाना था तो कोई जयपुर था। शहर की विरासत का बचाने का खयाल किसी के मन में नही । ऐसा प्रतीत होता है कि पूरी कार्यशाला अगर देखा जाए तो नगर परिषद और यूआईटी के कुछ चुङ्क्षनदा तकनिकी कर्मचारियों के लिए ही आयोजित की गयी है। जन प्रतिनिधियों को इससे कोई सरोकार नहीं।

 

विरासतों को संवारने कार्यशाला आरंभ

उदयपुर, उदयपुर की ऐतिहासिक विरासत के संरक्षण एवं सौन्दर्यीकरण को लेकर नगर परिषद के तत्वावधान में सोमवार से पांच दिवसीय कार्यशाला शुरू हुई। कार्यशाला का प्रथम सत्र प्रात: १० बजे कृषि महाविद्यालय के प्रज्ञा सभागार में शुरू हुआ। जिसमें स्ट्रोसबर्ग (प्र*ांस) व आईएचसीएन के प्रतिनिधियों के साथ ही इंटेक, द्रोण कन्सलटेन्ट, विभिन्न विभाग के अधिकारियों, नगर नियोजक, नगर विकास प्रन्यास के सचिव, नगर परिषद सभापति, नगर परिषद आयुत्त*, पार्षदों तथा नगर की विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस कार्यशाला का उद्देश्य उदयपुर में विरासत संरक्षण के संबंध में योजना निर्धारण के लिये विचार कर उन्हें मास्टर प्लान में समाहित करने के लिये राज्य के मुख्य नगर नियोजक व राज्य सरकार को प्रेषित करना है। स्ट्रोस बर्ग की नगर नियोजक गेरालडाइन मेस्टली व प्रें*कोईज तथा परियोजना अधिकारी एलिस डेलजेन्ट ने स्ट्रोसबर्ग शहर में विरासत संरक्षण के लिये किये जा रहे उपायों की विस्तृत जानकारी दी। आईएचसीएन (इण्डियन हेरिटेज सिटी नेटवर्क) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोविंद कुट्टी ने शहर में विरासत संरक्षण के लिये किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी।

सभापति श्रीमी रजनी डांगी ने कार्यशाला का उदघाटन करते हुए कहा कि उदयपुर नगर अपनी खुबसूरती और ऐतिहासिकता के लिये विख्यात है। यहां की विरासत अदभुत और बेजो$ड है जिसका संरक्षण समय की मांग है। इस दिशों में यह कार्यशाला हमारे मार्गदर्शन के लिये सार्थक होगी। विरासत संरक्षण के लिये नगर परिषद पूरी तरह सजग है और इस दिशा में कार्यशाला से ठोस अनुशंषाओं की अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि परिषद ने झाीलों के संरक्षण के लिये भी कार्य योजना हाथ में ली है।

आयुत्त* सत्यनारायण आचार्य ने अपने स्वागत उदबोधन में कहा कि उदयपुर की भूमि धरोहरों से समृद्घ भूमि है। जिस तरह देशवासी हिमायल और ताजमहल पर गर्व करते है उसी तरह उदयपुर-मेवा$ड के लोग अपने इतिहास, ऐतिहासिक इमारतों, झीलों, बाव$िडयों, तोरणद्वारों, पुरानी पोलो आदि पर गर्व करते है। इन सबके संरक्षण के लिये काम तो हो ही रहा है लेकिन और क्या बेहतर हो सकता है इसकी कार्यशाला के प्रतिभागियों के अनुभवों से नई दिशा मिल सकेगी।

कार्यशाला में संदर्भ व्यत्ति* आकाश हिंगोरानी, महाराणा मेवा$ड प*ाउण्डेशन के मयंक गुप्ता, नगर विकास सचिव डॉ. आर.पी. शर्मा, इंटक के एस.के. वर्मा, सेवानिवृत मुख्य नगर नियोजक एस.एस. संचेती आदि ने भी अपने विचार व्यत्त* किये।

एम. कॉम. की परीक्षा तिथियों में परिवर्तन

 

उदयपुर, मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय द्वारा २६ मार्च को आयोजित होने वाली एम.कॉम. पूर्वाद्र्घ की परीक्षा अब १९ अप्रेल को तथा २७ मार्च को आयोजित होने वाली एम. कॉम. उतराद्र्घ की परीक्षा २८ अप्रेल को पूर्व निर्धारित समय पर आयोजित होगी। यह जानकारी विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव (परीक्षा) ने दी।

गणगौर नाव सवारी एवं सांस्कृतिक आयोजन होंगे आकर्षण का केन्द्र

 

त्रिदिवसीय मेवाड समारोह २५ से

उदयपुर, परम्परागत रूप से मनाया जाने वाला मेवाड समारोह आगामी २५ से २७ मार्च तक मनाया जायेगा जिसके तहत विविध आयोजन एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आकर्षण का केन्द्र होंगी।

बैठक में उप निदेशक(पर्यटन) वी.के.जैन ने समारोह की तैयारियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया एवं बताया कि यह आयोजन उदयपुर शहर के अलावा गोगुन्दा में भी होंगे। समारोहों से विदेशी-देशी पर्यटकों को जोडने के लिए प्रभावी प्रयास किये जा रहे हैं। त्रिदिवसीय समारोह में २५ मार्च की शाम चार से छह बजे तक पारम्परिक गणगौर सवारी घंटाघर से शुरु होकर जगदीश चौक होती हुई बागोर की हवेली गणागौर घाट पहुॅचेगी वहां रॉयल गणगौर बोट पर भव्य सवारी निकाली जायेगी, वहीं सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन होगा। २६ को शाम सात बजे से भारतीय लोक कला मंडल में भव्य सांस्कृतिक संध्या व विदेशी युगल की राजस्थानी ड्रेस प्रतियोगिता आकर्षण का केन्द्र होगी। सहायक निदेशक दलीपसिंह राठौड ने बताया कि गणगौर सवारी के विजेताओं को पारितोषिक के प्रायोजक आर.के.मार्बल होंगे।

फेक्ट्रियों के प्रदूषण से प्रभावित ग्रामीणों का प्रदर्शन

डेढ दर्जन गांवो में दूषित हुआ जल

क्षेत्र के करीब20 केमिकल फैक्ट्रियां संचालित

उदयपुर, प्रदुषण नियंत्रण संघर्ष समिति के अंतर्गत सैकडों ग्रामीणों ने सोमवार को कलेक्ट्री पर प्रदर्शन किया और मादडी क्षेत्र में केमिकलफैक्ट्री बंद करवाने की मांग की। कानपुर, बेडवास, भोईयों की पचोली, खेडा, कलडवास, मटुन, लकडवास आदि गांव मादडी में स्थित लगभग २० केमिकल पै*क्ट्रियों के वेस्ट केमिकल आहड नदी में मिलकर उदय सागर और जमीनी पानी खराब होने से पानी के संकट एवं वातावरण प्रदुषण से जूझ रहे है। मटुन सरपंच औनार राम ने बताया कि उत्त* पै*क्ट्रियों से निकलने वाला अपशिष्ट आय$ड नदी में मिलता है जिससे उदयसागर का पानी पीने योग्य हे ना ही सिचंाई के योग्य है। कई पै*क्ट्रियों ने बोरवले खुदवा कर अपशिष्ट उसमे डालना शुरू कर दिया है जिससे ग्राउण्ड लेवल वाटर भी दुषित हो गया है। इसी समस्या से निपटने के लिए प्रभावित गांवों ने प्रदूषण संघर्ष समिति बनायी। कलेक्ट्री पर समिति के तत्वावधान मतें सैकडों ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया जिसका समर्थन बीजेपी के स्थानिय नेताओं ने किया तथा भाजयुमों ने भी समिति का समर्थन कर कलेक्टर से फैक्ट्रियां बंद करवाने की मांग की तथा कलेक्टर को ज्ञापन दिया। कलेक्टर ने जल्द ही समस्या की जांच कर उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।

सडक़ पर फिसलन से फिसले वाहनधारी

 

रिपोर्ट – अब्दुल लतीफ़

एम.बी. कॉलेज रोड़ बिखरा सोप स्टोन

उदयपुर, एम.बी. कॉलेज चौराहा रोड़ पर आज प्रात: सोप स्टोन बिखरने से फिसलन हो जाने से करीब 17 दुपहिया वाहनधारी फिसल गये। इन दुपहिया वाहनधारियों के मामूली चोंटे भी आई है।

सोमवार को कुम्हारों का भट्टा से एम.बी. कॉलेज रोड़ पर गत रात्रि में ट्रक से सोप स्टोन बिखर गया था। इससे करीब 100 मीटर रोड़ पर सोप स्टोन से फिसलन हो गई। आज प्रात: से ही यहां से गुजरने वाले वाहनों के अचानक ब्रेक लगाते ही कई दुपहिया वाहनधारी स्लिप होकर नीचे गिर गये। कई दुपहिया वाहनधारियों के गिरने के पश्चात क्षेत्रवासियों और वाहनधारियों ने इसका विरोध किया। लोगों ने गाडिय़ां रोड़ पर लगाकर पुलिस को फोन किया। चौराहे पर ही ट्राफिक व्यवस्था को संभाल रहे दो पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और उन्होंने लोगों को टैंकर मंगवा कर पानी का छिडक़ाव का आश्वासन दिया।

वहीं कुम्हारों का भट्टा स्थित एक व्यवसायी ने जब इसकी सूचना नगर परिषद को दी तो उन्होंने जवाब दिया कि सोप स्टोन गिरा है तो हम क्यों करें, यह हमारा काम नहीं है। इसके पश्चात व्यवसायी ने क्षेत्रीय पार्षद को इसकी सूचना दी। करीब 1.10 बजकर नगर परिषद से एक फायर ब्रिगेड आई और उसने सडक़ पर पानी का छिडक़ाव किया।

ज्ञातव्य रहे कि इस क्षेत्र में शहर के दो से तीन विश्वविद्यालय है जहां पर अभी विद्यार्थियों की परीक्षाएं हो रही है। हालांकि इससे कोई बड़ी घटना तो नहीं हुई परंतु इस फिसलन से किसी की जनहानि भी हो सकती है।

 

Udaipur News File – 19.03.2012

दो घंटे चक्के जाम हुए एन.एच. आठ के

डूंगरपुर,

प्रशासनिक सख्ती व दो दिन की मोहलत के बाद शाम छ: बजे हुआ पुन: मार्ग शुरू

धरना स्थल पर पहुंचने की कवायद में डॉ. किरोडी गिरफ्तार

सांसद भगोरा सहित सभी वागड के जनप्रतिनिधियों ने उच्च स्तरीय की वार्ता

हाईवे पर लगा वाहनों का जमावडा, वाहनों को खेरवाडा से ही डूंगरपुर होते हुए किया रवाना

मौके पर तैनात था डूंगरपुर-उदयपुर जिले का पुलिस जाप्ता

टीएसपी क्षेत्र में टेट परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रो की पात्रता ३६ प्रतिशत करने की मांग को लेकर विगत १० दिनों से राष्ट्रीय राजमार्ग नं. ८ पर बोखला की महुदरा पहाडियो पर चल रहा महापडाव रविवार को दोपहर ४ बजे अचानक प्रशासनिक अधिकारियों के बीच चल रही वार्ता के साथ संघर्ष समिति के सदस्यों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर पथराव करते हुए मार्ग जाम कर दिया, जिससे पूरे प्रदेश में हल-चल सी मच गई।

 

सरपंच, सचिव के खिलाफ धोखाधडी का प्रकरण दर्ज

उदयपुर, खैरोदा थाना पुलिस ने खरसाण ग्राम पंचायत सरपंच,सचिव सहित अन्य के खिलाप* लोक दस्तावेजों में हेरापै*री कर नुकसान करने का प्रकरण दर्ज किया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार खरसाण निवासी कुन्दन पुत्र हिरालाल मेघवाल ने खरसाण ग्राम पंचायत सरपंच भगवान लाल सचिव धनराज इन्द्रावत, बादामी बाई पत्नी कमलाशंकर के खिलाप* प्रकरण दर्ज करवाया । कि आरोपी बादामी बाई का पति डाक विभाग खरसाण में कार्यरत है। बीपीएल कार्डधारी पुत्र तुलसीराम में अपने माता बादामी बाई एवं पिता के नामों को कार्ड में सम्मिलित कर १८अगस्त ११ को इन्दिरा वृद्घावस्था पेंशन योजना के लिए मां का नाम सरपंच एवं सचिव से नाम प्रमाणित करवा विकास अधिकारी को भेज कर पेंशन प्रारंभ करवाई। उल्लेखनीय है कि इस मामले में शिकायत मिलने पर बादामी की पेंशन बन्द करने के बाद आरोपियों के खिलाप* प्रकरण दर्ज किया।

 

चार दिवसीय दीनी इल्म मुकाबले सम्पन्न

उदयपुर, जामिया रजबिया अलीपुरा के तत्वावधान में इस्लामिक जानकारियों पर आधारित किताब ’’दीनी मालूमात’’ पर क्वीज कॉम्पिटिशन, हम्द नअत मनकबत,हुस्ने किरअत (कुरआन शरीप* की आयातों को बेहतरीन अंदाज में पढना), हुस्ने तकरीर (इस्लाम ओर हुस्ने अखलाक), इस्लाम और हुकूके वालिदेन,इस्लाम ओर औरत का मुकाम आदि विषयों पर उदयपुर शहर के विभिन्न मदरसा स्कूलों व अन्य स्कूलों के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया और इस चार दिवसीय प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला रविवार को सम्पन्न हुआ।

 

 

माइक्रोवीटा पर सेमीनार २४ को

उदयपुर,आर.एन.टी मेडिकल कॉलेज में २४ मार्च को माइक्रोवीटा रिसर्च एंड इंटिग्रेटेड मेडिसिन (समरिम) एक दिवसीय सेमीनार आयोजित कर रहे है और देश में इस तरह का माइक्रोवीटा अनुसन्धान पर सेमीनार पहली बार हो रहा है ।

पत्रकार वार्ता में डा. एस.के. वर्मा ने बताया की माइक्रोवीटा दुनिया की सबसे सूक्ष्म जैविक सत्ता है जो पदार्थ निर्माण से लगाकर उसके अंत तक है ।वत्र्तमान में हो रही वायरल बिमारियों के वायरस एक तरह से स्थूल प्रकार का माइक्रोवीटा है लेकिन इससे भी सूक्ष्म माइक्रोवीटा है जो हमारी इन्द्रियों द्वारा ग्रहण नहीं हो पते उनके कार्य जनित अथवा उच्छ मानसिक स्टार पर ही उन्हें अनुभव किया जा सकता है । डा. वर्मा ने बताया की अन्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अनुसन्धान कर्ता इस नवीन सिद्घांत पर विस्तृत चर्चा करेगें ।

समरिम के अंतर्गत होने वाले इस सेमीनार में स्वीडन के हेक डी विजर , माइक्रोवीटा अनिसंधन केंद्र जर्मनी के डा. हेंस जोचिम रुडोल्फ , सेंटर फॉर बायो टेक्नोलोजी जवाहर नेहरु विश्व विद्यालय दिल्ली के प्रो. उत्तम पति , तथा पटना के भौतिक विज्ञान के प्रो.ए. के. भास्कर माइक्रोवीटा सिद्घांत के सन्दर्भ में चेतना और पदार्थ के रस्सी को उजागर करेगें।

 

 

 

बाल विवाहों पर प्रभावी रोकथाम

उदयपुर, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशन में रविवार को यहां पुलिस लाइन मे विधि सेवा प्राधिकरण की बैठक सम्पन्न हुई।

न्यायाधिपति दलीप ङ्क्षसह की अध्यक्षता में आयोजित बेठक में मुख्यत: बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम,आहत प्रतिकर योजना-२०११ तथा अन्य मुद्दो पर चर्चा की गई। बैठक में न्यायाधिपति ने आगामी २४ अप्रेल को अक्षय तृतीया पर ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले बाल विवाहो को रोकने का आव्हान किया।

न्यायाधिपति ने बताया कि बाल विवाह निवारण कानून २००६ के अधिनियम की जानकारी आम लोगों को काप*ी कम है। बाल विवाह का संचालन, निर्देशन दुष्प्रेरण अथवा सम्पन्न कराने वाले व्यत्ति* को दो वर्ष तक की अवधि के कारावास अथवा एक लाख रूपये तक के जुर्माने अथवा दोनो से दण्डित किया जा सकेगा। बाल विवाह की रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन, न्यायतंत्र, समाज कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास, प्रचार्य, आंगनवाडी कार्यकर्ता सभी को मिलजुल कर प्रयास करने होंगे।

सरकार के नोटिपि*केशन के द्वारा उपखण्ड अधिकारी जो संबंधित अधिनियम के अधीन बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी घोषित किया गया है।

उन्होंने बताया कि बाल विवाह के प्रभावी रोकथाम के क्रम में ताल्लुका स्तर पर संबंधित प्रत्येक ग्राम की एक-एक प्रशासनिक समिति का गठन किया जावेगा। जिसमें संबंधित गांव के पंच,सरपंच,बीट कांस्टेबल, पटवारी, तहसीलदार, आंगनवाडी कार्यकर्ता, एएनएम, सचिव ग्राम पंचायत को शामिल करते हुए १० से १२ व्यत्ति* की एक टीम बनाई जावेगी जो कम से कम दो व्यत्ति* राउण्ड द क्लाक गांव में आवश्यक रूप से मौजुद रहते हुए इस प्रकार की विधि विरूद्घ होने वाले बाल विवाहोंपर नजर रखते हुए आवश्यकताअनुसार इसकी सूचना सक्षम अधिकारी/ उपखण्ड अधिकारी को देगें। संबंधित क्षेत्र के विद्यालयों में भी प्रार्थना सभा मे विद्यालय प्राचार्य द्वारा वर्णित जानकारी बैनर्स, प्लेकार्ड व प्रभात पे*री के साथ साथ विवाद, निबंध, लेखन, चित्रकारिता के द्वारा भी दी जावेगी।

इसके पश्चात अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, उदयपुर महेन्द्र कुमार माहेश्वरी ने बताया कि विधिक सहायता प्राप्त करने के लिए व्यत्ति* जिसकी वार्षिक आय सभी स्त्रोतो से १,२५०००/- रूपये है वह अब विधिक सहायता प्राप्त कर सकेगा पूर्व में यह राशि १,००,००० रूपये थी। इसके अतिरित्त* सेशन या अपर सेंशन न्यायालय मेें जो अभिभाषक विधिक सहायता के तहत अभियुत्त* की तरप* पूरे प्रकरण की पैरवी करेगा उन्हे विधिक सहायता राशि ४,५०० रूपये प्रदान की जावेगी। पूर्व में यह राशि ९०० रूपये ही दी जाती थी।

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट या अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय में जो अभिभाषक अभियुत्त* की तरप* से पूरे प्रकरण में पैरवी करेगा उन्हे विधिक सहायता राशि ३,००० रूप्ये प्रदान की जावेंगी। सिविल न्यायाधीश क.ख./अतिरित्त* सिविल न्यायाधीश क.ख.न्यायालय में जो अभिभाषक विधिक सहायता के तहत नियुत्त* अभिभाषक के रूप में पूरे प्रकरण की पैरवी करेगा उन्हे प्रकरण की पेरवी राशि २,००० रूपये प्रदान की जावेगी पूर्व में यह राशि ४०० रूपये थी।

पूर्व मंत्री किरोडी लाल मीणा को गिताफ्तार कर उदउयपुर छोडा

 

किरोडी दिल्ली रवाना

उदयपुर, पूर्व मंत्री किरोडी लाल मीणा रविवार को अपनी एक दिवसिय यात्रा के तहत उदयपुर पहुचे मीणा मुख्यत: यहां डूंगरपुर में चल रहे जन जाति छात्रों के टेट विरोधी अभियान में सम्मिलित होने आये थे। जिन्हें प्रशासन ने खेरवाडा में ही गिरप*तार कर लिया। आज उदयपुर सुबह आये किरोडी मीणा ने पत्रकारों को बताया कि साल भर पहले उदउयपुर संभाग के आदिवासियों को लेकर जो हमारी ४० सूत्रीय मांगे थी एवं कोटडा में कुपोषण से मरे आदिवासी परिवारों को आर्थिक सहायता का राज्य सरकार ने जो वादा किया था उसमें सरकार ने एक कदम भी आगे नहीं ब$ढाया । और इसके लिये अब पि*र से आन्दोलन करेगे। चाहे हमें लाठी गोली खानी प$डेें । उन्होंने कहा कि आने का मकसद यह है कि टेट की परिक्षा के विरोध में खेरवा$डा बिच्छिवाडा में जो आदिवासी छात्र धरना लगाये बैठे है उनसे उनकी समस्या के बारे में बातचीत करना है।

किरो$डी मीणा के खेरवा$डा पहुंचते ही पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से मीणा को गिरप*तार कर पुन: उदयपुर रवाना किया जहां से चेटक एक्सप्रेस से दिल्ली भेजे जाने की कवायद की जा रही है। उदयपुर पहुंचने पर उन्हे स्टेशन पर ही रिहा कर दिया जहां मीणा को सूचना मिली की बिछीवाडा मे आदिवासी छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किया गया है। मीणा अपने समर्थकों के साथ सिटी स्टेशन से ही संभागीय आयुत्त* से मिलने पैदल रवाना हो गये आगे मीणा ओर उनके समर्थक पिछे पूरा पुलिस का लवाजमा सूरजपोल, बापु बाजार, कलेक्ट्री, चेटक होते हुए ६ किमी पैदल चलकर संभागीय आयुत्त* व आईजी से उन्होने लाठी चार्ज की बात जिसका संभागीय आयुत्त* ने कहा कि वहां किसी प्रकार का लाठी चार्ज नहीं हुआ है आप निश्चित रहे। तब मीणा संतुष्ट होकर दिल्ली रवाना होने के लिए एयरपोर्ट रवाना हो गये।