मई 2003 से अमेरिका के रूट नंबर 666 का नाम बदलकर 393 या 491 रख दिया गया था। फिर भी इस सड़क की खूनी दास्तां हमेशा याद रखी जाएंगी। इस सड़क को द डेविल्स रोड या फिर द डेविल्स हाई-वे कहा जाता है। आंकड़ों पर नजर डालें तो यहां दुर्घटनाओं का प्रतिशत बहुत ज्यादा रहा है। 190 मील लंबी इस सड़क को यह नंबर वर्ष 1926 में दिया गया था। उस समय इसका शैतान के नंबर 666 या फिर ईसा विरोधियों से कोई वास्ता नहीं था। लोगों के अनुभवों ने इसकी साख बिगाड़ी थी।

चश्मदीद गवाहों के अनुसार 1930 में एक पूर्णिमा के दिन इस सड़क से गुजर रही काले रंग की पीएर्से-एरो रोडस्टर कार अचानक गायब हो गई थी। इसके बाद ये शैतानी कार दिखने पर दर्जनों कार, ट्रक व मोटर-साइकिल एक्सीडेंट हुए हैं। फीनिक्स के डॉक्टर एवेरी टीचेर पिछले दस सालों से इन दुर्घटनाओं पर रिपोर्ट जुटाकर पीएर्से ऐरो कार को शैतानी कार साबित करने में लगे हैं। टीचेर बताते हैं कि यहां वाहन रोकने वालों को कई बार शैतानी शक्तियों ने डराया है।

एक बार दो मोटरसाइकिल सवारों के दोनों हाथ कुत्तों ने खा लिए थे और उनके तीसरे साथी का 90 प्रतिशत चेहरा चबा लिया था। कुछ लोगों का दावा है कि इस सड़क पर एक महिला घूमती नजर आती है। कोई उसे कार में लिफ्ट दे देता है तो वह रास्ते में अचानक गायब हो जाती है। रास्ते में वाहन अचानक गायब होकर भी मीलों बाद वापस उभर आते थे और वाहन में बैठे लोगों को पता नहीं चलता था कि इस दौरान क्या हुआ। बाद में न्यू मैक्सिको के गवर्नर बिल रिचर्डसन ने लोगों की मांग पर इसका नाम बदल दिया था।

 

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