उदयपुर। गृह मंत्री के गृहनगर के थाने एक प्रार्थी मुस्लिम युवक को कांस्टेबल द्वारा दाढ़ी पकड़ कर घसीटने उसको घुटनों के बल चलाने और रोज़े की हालत में जातिगत गालियां देते हुए पीटने का मामला सामने आया है। इस युवक का दोष सिर्फ इतना था कि वह आपसी विवाद के बाद इन्साफ की गुहार लगाने के लिए रिपोर्ट दर्ज करवाने थाने पहुँच गया। यही नहीं जब उसकी तबियत खराब हुई और उसको अस्पताल ले जाया गया तो अस्पताल की पर्ची के पांच रूपये के बदले कांस्टेबल ने उसको अपनी दाढ़ी कटवा कर रूपये देने को कहा।

लगता है उदयपुर शहर में या तो जंगलराज हो गया है या पुलिस का गुंडा रात तारी हो गया है,.. जहाँ प्राथी को ही पुलिस हैवानों की तरह पीटने लगती है जिसके चलते शहर के सूरजपोल थाने में एक मुस्लिम युवक को इसलिए पिटा गया की उसने अपने धर्म के लिहाज़ से दाढ़ी राखी हुई थी और सर पर टोपी लगाए हुए था। इस घटना को लेकर शहर के मुस्लिम समाज में काफी आक्रोश है। बुधवार को इस युवक का वीडियो व्हाट्सप्प के हर ग्रुप में वायरल हुआ और समस्त मुस्लिम समाज ने सूरजपोल थाने के दोषी कांस्टेबल मन बहादुर थापा व् एक अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मुस्लिम महासंघ ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर व् एडिशनल पुलिस अधीक्षक हर्ष रत्नू को ज्ञापन दे कर कार्रवाई करने की मांग की है।
खांजीपीर, किशन पोल निवासी रियाज़ अहमद ने बताया की गत २६ मार्च को उसके मोहल्ले में एक युवक से किसी बात पर विवाद हो गया। रियाज़ अहमद इस विवाद को लेकर सूरजपोल थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचा। थाने में रियाज़ अहमद रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए बैठा हुआ था कि वहां पर कांस्टेबल मन बहादुर व् एक अन्य कांस्टेबल आये और पूछा कि यहाँ क्यों बैठे हो तो उन्होंने रिपोर्ट लिखवाने की बात कही इस पर पूरी बात सुने बगैर ही कांस्टेबल बहादुर रियाज़ अहमद के साथ गालिगलोच करते हुए मारपीट करने लग गया जब रियाज़ अहमद ने कहा कि मुझे क्यों मारा जा रहा है मै प्रार्थी हूँ तो इस पर कांस्टेबल और गुस्सा हो गया और रियाज़ अहमद को थाने के उस भाग में ले गया जहाँ पर सीसी कैमरे नहीं लगे हुए है वहां ले जा कर रियाज़ अहमद की दाढ़ी पकड़ कर घसीटने लगा और मारने लगा। जब रियाज़ अहमद ने कहा की दाढ़ी मत पकड़ो चाहे तो सर के बाल पकड़लो मेरे रोज़ा है ,.. इस कांस्टेबल ने रियाज़ की दाढ़ी पकड़ कर घुटने के बल बैठा कर घसीटते हुए उसको रोज़े और दाढ़ी को लेकर अपशब्द कहते हुए खूब पिटा और जबरदस्त शांति भंग का आरोप लगाते हुए हवालात में बाद कर दिया।
चूँकि रियाज़ ने सुबह से रोज़ा रखा हुआ था उस पर कांस्टेबल द्वारा हैवानों की तरह पिटाई से उसकी रात को तबियत खराब हो गयी व हवालात में उल्टियां होना शुरू हो गयी। जब उसने गिड़गिड़ाते हुए कहा की मुझे अस्पताल ले जाओ वरना में मर जाऊंगा तब भी किसी का दिल नहीं पसीजा जब ज्यादा उल्टियां होने लगी तो उसको एक घंटे बाद एक अन्य कांस्टेबल “टवेरा का ड्राइवर” अस्पताल लेगया। अस्पताल पर्ची के लिए जब पांच रुपये मांगे गए तो रियाज़ के पास उस वक़्त नहीं थे उसने कहा मेरे पास रूपये नहीं है तो उस कांस्टेबल ने कहा कि “अपनी दादी कटवा ले पांच रूपये का जुगाड़ हो जायेगा”। रियाज़ को अगले दिन पेश कर जमानत पर छोड़ा गया।
जिस रियाज़ ने कभी थाने की शकल नहीं देखि जिसका पुलिस से कभी वास्ता नहीं पड़ा वह जमानत पर छूटने के बाद काफी दिनों तक सदमे में रहा । जब उसके साथ हुई घटना के बारे में आसपड़ोस के लोगों को व् मुस्लिम संगठनों को पता चली तब आज मुस्लिम महासंघ ने कांस्टेबल बहादुर व् अन्य कांस्टेबल के खिलाफ कार्रवाइओ की मांग की है।
रियाज़ ने व्हात्साप पर अपने साथ हुए अन्याय का वीडियो बना कर डाला जिसके बाद तेजी से वीडियो वायरल हो गया और शहर के मुस्लिम समाज ख़ास कर युवाओं में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया है। मुस्लिम समाज के कई जागरूक लोगों का कहना है कि दाढ़ी इस्लाम में सुन्नते रसूल है इसको लेकर किसी बेगुनाह को पुलिस मारे पिटे और दाढ़ी पकड़ कर घसीटे यह बर्दाश्त के काबिल नहीं है।
इस घटना से यह साफ़ ज़ाहिर होता है कि पुलिस थाने में अगर कोई प्रार्थी जाता है तो उसके साथ क्या सुलूक किया जाता है।

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