Asrar ahmad khan 1उदयपुर । अजमेर ( ख्वाजा गरीब नवाज़ ) दरगाह कमेटी के सोमवार को हुए कमेटी के चुनाव में असरार अहमद खान को दोबारा सर्व सम्मति से सदर चुना गया। असरार अहमद खान के पिछले वर्ष के उत्कृष्ट कार्यों और अच्छे प्रशासन के बुते पर दोबारा सदर के पद के लिए मनोनीत किया गया और दरगाह कमेटी के सभी सदस्यों की एक राय से उन्हें सदर चुना गया। खान के पैतृक निवास डूंगरपुर और उदयपुर सहित सभाग और राज्य भर के कई संगठनों और कई कमिटी के अध्यक्षों अंजुमन के सदर आदि ने मुबारक बाद देते हुए यह मेवाड़ और राजस्थान के लिए गौरव की बात बताई की पहली बार मेवाड़ का कोई सदस्य दूसरी बार हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी दरगाह कमिटी का सदर बने है।
असरार अहमद खान ने पिछले वर्ष भी निवर्तमान सदर के पद पर रहते हुए दरगाह में कई विकास के कामों को अंजाम दिया। खान ने देश और दुनिया से आने वाले जायरीनों की सुविधा के लिए कई विशेष इंतज़ाम किये। असरार अहमद खान अपने पिछले कार्यकाल में पूरी तरह सक्रीय रहे और प्रशासन और अन्य सभी से अपना तालमेल बैठाते हुए विकास के कामों में अग्रणी रहे। असरार अहमद खान को दोबारा सदर चुने जाने में उनकी काबिलियत और उनके द्वारा किये कार्य और अपनी प्रशासनिक कुशलता मुख्य माध्यम रही। श्री खान को सभी मेम्बरों ने सोमवार को हुए चुनाव में एक राय होकर सदर के लिए चुना और अपने द्वारा करवाये जा रहे विकास के कार्यों को निरंतर रखने में पूरा सहयोग का वादा किया ।
असरार अहमद खान ने इस मोके पर कहा कि ये मेरे लिए सौभाग्य और बहुत खुशकिस्मती की बात है, कि मुझे गरीब नवाज़ की दरगाह में खिदमत का अवसर दोबारा मिला है । श्री खान ने कहा कि सभी सदस्य साल भर गरीब नवाज़ की बारगाह में आने वाले जायरीनों की सुविधा के लिए प्रयासरत रहते है। दरगाह के विकास के कामों में हमेशा तत्पर रहते है, आगे भी हमारी यही कोशिश रहेगी कि गरीब नवाज़ की सेवा कार्यों को हर संभव जल्दी और पूरा किया जाय। काफी काम शुरू किये गए है जिनको पूरा करने की कोशिश रहेगी और कई नए कार्यों को अंजाम दिया जाएगा।
गौरतलब है कि सदर असरार अहमद खान और पुलिस प्रशासन के प्रयासों से गरीब नवाज़ का हाल ही संम्पन्न हुआ 803 वां उर्स पूरी सुरक्षा और सफलता के साथ संम्पन्न हुआ। साढ़े तीन लाख से अधिक ज़ायरियों के एक साथ जियारत के दौरान भी किसी अनहोनी घटना के समाचार नहीं आये। पुरे दरगाह परिसर में शानदार इंतजामात किये गए थे दरगाह परिसर में जायरीनों को धुप से बचाने तक के पुरे इंतज़ाम किये थे।
असरार अहमद खान का पैतृक निवास मुख्यतः डूंगरपुर है और उदयपुर में खान परिवार सहित रहते है। उदयपुर संभाग और मेवाड़ के कई संगठनों ने असरार अहमद को बधाई देते हुए कहा की मेवाड़ और वागड़ के लिए ये एक गौरव का विषय है कि हमारे क्षेत्र के निवासी, हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी दरगाह हिन्दू मुस्लिम की एकता का प्रतिक ख्वाज़ा गरीब नवाज़ दरगाह कमेटी का सदर है ।

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