उदयपुर। करोड़ों का क़र्ज़ नहीं देने पर लग्ज़री लाइफ जीने वाले भाजपा के कद्दावर नेता का बेशकीमती मकान फाइनेंस कंपनी ने कोर्ट के आदेश के अनुसार आज सीज कर दिया गया। सीज करने के दौरान घर में कोई मोजूद नहीं था लेकिन बाद में नेता ने छत पर आकर बताया कि उसका परिवार घर में है और सीज करदिया गया। इधर देर रात तक शहर के भाजपा नेता पुलिस और प्रशासन के पदाधिकारी घर के बाहर मोजूद रहे। कर्ज़दार भाजपा नेता घर से बाहर आने को तय्यार नहीं और पुलिस प्रशासन कोर्ट द्वारा की गयी सीज की कारवाई के बाद ताले नहीं तोड़ सकता वह सिर्फ रेस्क्यू कर भाजपा नेता को बाहर निकाल सकते है।
आज सुबह दस बजे केपिटल फर्स्ट फाइनेंस कंपनी के स्थानीय व् दिल्ली से आये अधिकारियों ने भाजपा के महामंत्री मोती लाल ढांगी पर ३ करोड़ ५१ लाख का लोन नहीं चुकाने के बदले गिरवी रखा दुर्गा नर्सरी रोड स्थित आलिशान मकान को सीज कर दिया। सीज करने के पहले फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों ने मोतीलाल डांगी से फोन पर बात की तो उन्होंने कहा की वह परिवार सही घर के बाहर है, यह वार्ता कंपनी वालों ने रिकोर्डिंग करली। बाद में पुलिस जाब्ते के साथ आये फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों ने एक एक रूम बाथरूम आदि की वीडियों रिकोर्डिंग करते गए और दरवाजे बंद करते गए। आखिर में मुख्य द्वार पर अन्दर और बाहर सील लगा कर कोर्ट का नोटिस चस्पा कर दिया। ढाई घंटे चली सीज की कारवाई के दौरान पुलिस सही कंपनी के अधिकारी मोजूद थे। सीज करते वक़्त घर में कोई मोजूद नहीं था बाहर से ताले लगे हुए थे। सीज की कारवाई के दौरान भाजपा शहर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट भी मोजूद थे। सीजिंग के दौरान घर के अन्दर कोई नहीं था लेकिन करीब ३ बजे बाद मोतीलाल डांगी अपने बेटे के साथ छत पर आये और निचे खड़े पार्टी के पदाधिकारियों को बताया कि वह परिवार के साथ घर में ही मोजूद थे लेकिन फाइनेंस कंपनी वालों ने हमे अन्दर बंद कर मकान सीज कर दिया। इधर कंपनी के अधिकारी अमित टांक ने बताया कि हमने घर की वीडियो रिकोर्डिंग की है घर के अन्दर कोई नहीं था। अमित टांक ने बताया कि मोतीलाल डांगी ने कंपनी से ३ करोड़ ५१ लाख रूपये का बकाया पिछले साल भर से ज्यादा समय हो गया है लेकिन जमा नहीं करवाया है। कई बार कंपनी वालों ने उन्हें बुलाया व् लोन जमा करवाने के नोटिस भी दिए इसके बावजूद भी लोन जमा नहीं करवाया गया कंपनी ने लोन मकान केकागज़ गिरवी रख दिया था । कंपनी ने विधिवत कोर्ट की कारवाई के अनुसार मकान को सीज किया है।
मकान सीज होने के बाद भी घटना क्रम रुका नहीं और रात ९ बजे तक भाजपा के जिलाध्यक्ष दिनेश भट, जिनेन्द्र शाश्त्री, गजपाल सिंह, मनोहर चोधरी, गाजेंद्र भंडारी, प्रेम सिंह शक्तावत, सहित कई भाजपा के पदाधिकारी मोजूद थे। इधर पुलिस अधिकारी भगवत सिंह हिंगड़, हिरणमगरी थाना अधिकारी डॉ हनवंत सिंह सहित पुलिस जाब्ता मोजूद था। प्रशासनिक अधिकारियों में एडीएम छोगाराम देवासी भी मोके पर आये लेकिन सीज किये हुए मकान का ताला कोई नहीं तोड़ सका। एडीएम छोगा राम देवासी ने कहा कि सीज किया हुआ मकान हम नहीं खोल सकते यह कोर्ट के आदेश है। ज्यादा से ज्यादा अगर अन्दर के व्यक्ति बाहर निकालने को कहें तो रेस्क्यू कर के बाहर निकाला जा सकता है।
एडीएम ने भाजपा नेताओं को भी यही कहा कि वह मोती लाल जी से कहे तो हम उन्हें बाहर निकाल सकते है। रात ९ बजे तक कोई सहमती नहीं बन पायी थी।  फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों ने भी सीज को खोलने में असमर्थता जताई।
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