हिन्दुस्तान व की नेमनाया आदर्श सिाि ‘सुरक्षा‘ को दी प्राथमिकता

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देश की सबसेबड़ी और शवश्व की अग्रणी एकीकृ ि सीसा-जस्ता और चांदी उत्पादक कं पनी शहन्दुस्तान शजंक द्वारा खान सुरक्षा महाशनदेशालर् (डीजीएमएस) के साथ...

हिंदुस्तान जिंक की कायड़ माइंस को राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार, श्रम एवं...

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 श्रम और रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिंदुस्तान जिंक की कायड माइंस को राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कायड...

टेलीमेडिसिन में सहयोेग बढ़ाने हिन्दुस्तान जिंक ने किया एमओयू

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उदयपुर 9 मार्च। ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों और विशेष चिकित्सा सुविधा की आवश्यकता वाले लोगों के लिए टेलीमेडिसिन एक वरदान है। पैसे और उर्जा की बचत कर समय के महत्व को समझते हुए देश की एकमात्र और विश्व की सर्वोच्च एकीकृत सीसा-जस्ता-चांदी की उत्पादक कंपनियों में शामिल हिन्दुस्तान जिंक ने आरएनटी मेडिकल काॅलेज उदयपुर के साथ एक समझौते के ज्ञापन पर हस्ताक्षर (एमओयू) किया है जिससे विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा दूसरे स्तर की विशेषज्ञ जानकारी उन ग्रामीणों को मिल सकेगी जिन्हें इसकी आवश्यकता है। यह प्रयास हिन्दुस्तान जिंक के स्वास्थ्य सेवा पहल के तहत लिया गया है जहां राजस्थान के 6 स्थानों जावर, देबारी, चंदेरिया, आगूचा और कायड़ में मोबाइल हेल्थ वैन तैनात की गई हैं। एमओयू समारोह में हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ श्री अरूण मिश्र हिन्दुस्तान जिंक और आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर के प्राचार्य डॉ. लाखन पोसवाल, ए3 टेक्नोलाॅजी के अधिकारी एवं दीपक फाउंडेशन उपस्थिति थे। इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ मिश्रा ने कहा कि हम अपने मोबाइल हैल्थ वैन के माध्यम से अपने समुदायों के दरवाजे पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है। आरएनटी मेडिकल कॉलेज के साथ एमओयू से इस प्रावधान को हमारे ग्रामीण और आदिवासी समुदायों के भीतर तथा अधिक उन्नत टेलीमेडिसिन सुविधाओं के साथ आगे बढ़ाएगा। लोगों का स्वास्थ्य और देखभाल हमारे समग्र विकास के लिए अभिन्न अंग है और कार्डियोलाॅजी, ईएनटी एवं गायनोक्लाॅजी जैसी दूरस्थ चिकित्सा सूविधाओं का पहलू अंतिम मील तक उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा तक पहंुच को सक्षम करेगा। यह एमओयू टेली मेडिकल रिमोट सुविधाओं के साथ हमारे समुदायों के घर उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल और परामर्श पहुंचाने में सक्षम करेगा। ऐसे समय में जहां रिमोट वर्किंग और वर्चुअल कनेक्ट एक नया मानदंड बन रहा है हम इसे अपने ग्रामीण समुदायों तक सरल नवाचार और प्रौद्योगिकी के माध्यम से बढ़ा रहे हैं। हिन्दुस्तान जिंक ने कार्यान्वयन भागीदार दीपक फाउंडेशन के साथ मिलकर समुदायों को उपचारात्मक और निवारक स्वास्थ्य देखभाल के लिए मोबाइल हेल्थ वैन (एमएचवी) की स्थापना की है। आरएनटी मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम मोबाइल हेेल्थ वैन के माध्यम से ऑन ग्राउंड चिकित्सा प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करेगी जो प्लांट संचालन एवं आसपास के लोगों के घर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंुचाने में मदद करेगी। आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. लाखन पोसवाल ने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक के सहयोग से प्लांट संचालन और आसपास के क्षेत्रों में संचालित मोबाइल हेल्थ वैन के टेकनिशियन को आरएनटी की टीम कार्डियोलोजी, ईएनटी, स्त्री रोग एवं अन्य में भी अपनी विशेषज्ञता प्रदान करेगी। साथ ही हम सुनिश्चित करेंगे कि हमारी सेवाएं और विशेषज्ञता सभी 5 जिलों के सुदूर इलाकों तक पहुंचे और हमारी सेवाओं से 154 गांव लाभान्वित हों। हिन्दुस्तान जिंक ने ओपीडी, विशेष स्वास्थ्य शिविर और जागरूकता सत्र जैसी विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया है। राजस्थान के 182 गांवों और उत्तराखंड के एक गांव में कुल 8 मोबाइल हेल्थ वैन संचालित है। मोबाइल हेल्थ वैन के अलावा कंपनी द्वारा संचालित अस्पतालों और होम्योपैथिक केन्द्रों द्वारा में स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। वर्ष के दौरान हिन्दुस्तान जिंक द्वारा संचालित विभिन्न हेल्थ इनिशियेटिव और कार्यक्रमों से 20 लाख से अधिक रोगियों ने लाभ उठाया है।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हिन्दुस्तान जिंक देबारी में सखी उत्सव आयोजित

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ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी आजीविका संवर्धन हेतु हिन्दुस्तान जिं़क के प्रयास सराहनीय है यह बात गिर्वा उपखण्ड अधिकारी सलोनी खेमका ने जिं़क स्मेल्टर देबारी के एक्जीक्यूटिव क्लब में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित सखी उत्सव में कही। उन्होंने सखी प्रेरणा फैडरेशन और हिन्दुस्तान जिं़क देबारी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित सखी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि सखी कार्यक्रम के माध्यम से जिस प्रकार ग्रामीण महिलाएं आर्थिक और सामाजिक तौर पर सशक्त हुई है तो वे अपनी पहचान राज्य, देश और विश्व स्तर पर स्थापित करें। इस अवसर पर उन्होंने जिं़क स्मेल्टर देबारी में सिलाई कंेद्र का उद्घाटन किया। सखी उत्सव कार्यक्रम में जनजाति अधिकारी देवयानी कटारा, शिक्षा विभाग उदयपुर की महक सनाडी ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। आस पास के 25 गांवों की 1 हजार से अधिक सखी महिलाओं ने इस अवसर पर मटका रेस, चम्मच रेस, कुर्सी रेस एवं रस्सा कस्सी जैसी रोमांचक स्र्पधाओं में बढ़चढ़ कर भाग लिया। जिं़क स्मेल्टर देबारी के एसबीयू निदेशक लीलाधर पाटीदार ने महिलाओं को समाज की मुख्यधारा में आगे बढ़ने का आव्हान किया। वहीं जिं़क स्मेल्टर मजदूर संघ के वरिष्ठतम पदाधिकारी और कार्यवाहक अध्यक्ष मांगीलाल अहीर ने महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि सखी समूह आज उद्यमी बन कर उभरी है जो कि आर्थिक और सामाजिक सशक्तिरण का उदाहरण है। कार्यक्रम में देबारी लेडीज क्लब की सचीव चैपाली चैधरी एवं विमेन काउंसिल की शीबा मशरूमवाला ने सक्रिय भूमिका निभायी। सखी उत्सव के इस कार्यक्रम के अवसर पर जिं़क स्मेलटर मजदूर संघ के महामंत्री प्रकाश श्रीमाल ,एचआर प्रमुख अनूप कुमार, जिं़क स्मेल्टर देबारी के कार्यकारिणी समिति के सदस्य उपस्थित थे। सखी कार्यक्रम की सहभागी संस्था हनुमान वन विकास समिति के राजकरण यादव एवं मंजरी फाउण्डेशन के सत्यनारायण टेलर ने कार्यक्रम को गति प्रदान की। कार्यक्रम के दौरान, सखी प्ररेणा फेडरेशन की अध्यक्ष, दुर्गा नागदा ने कुल बचत, ब्याज,  एवं ऋण आदि के संदर्भ में महासंघ के वित्तीय आंकडे़ प्रस्तुत किए। साथ हीे ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने में स्वयं सहायता समूह की भूमिका की जानकारी दी। सखी महिलाओं को सखी परियोजना के तहत उनकी उपलब्धियों और उनके अनुकरणीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। अतिथियों ने महिलाओं के उत्साह और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की प्रशंसा करते हुए उनके द्वारा स्वयं और समाज के सशक्तिकरण हेतु किये जा रहे प्रयासो की सराहना की। अतिथियों ने सखी महिलाओं द्वारा निर्मित स्टाॅल का अवलोकन उत्पादों की जानकारी ली। कार्यक्रम का संचालन कृष्णा नगारची ने किया। हिन्दुस्तान जिं़क अपने आस पास के क्षेत्र की महिलाओं के सशक्तिरण के लिये कटिबद्ध है। चंदेरिया लेड जिं़क स्मेल्टर क्षेत्र में हिन्दुस्तान जिं़क एवं मंजरी फाउण्डेशन द्वारा 370 स्वयं सहायता समूहों की 4 हजार से अधिक ग्रामीण महिलाए जिले में  हिन्दुस्तान ज़िंक द्वारा चलाएं जा रहे कार्यक्रमो से जुडकर लाभान्वित हो रही है। हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा 5 जिलों उदयपुर,राजसमंद, भीलवाड़ा, अजमेंर, चित्तौडगढ़ एवं उत्तराखण्ड के पंतनगर में सखी कार्यक्रम चलाया जा रहा है। हिन्दुस्तान जिंक की 2079 सखी समूहों से जुड़कर 27438  महिलाएं लाभान्वित हो रही है।

हिन्दुस्तान जिंक इंदिरा महिला शक्ति प्रोत्साहन एवं सम्मान से सम्मानित

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हिंदुस्तान जिंक, भारत की एकमात्र और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता-सीसा-चांदी उत्पादक कंपनी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राजस्थान सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग ने ‘इंदिरा महिला शक्ति प्रोत्साहन  एवं सम्मान’ पुरस्कार से सम्मानित किया। सम्मान समारोह कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सभी विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया। यह कार्यक्रम व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित करने के लिए जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया, जिसमें कई सरकारी उच्च अधिकारी भी सम्मलित थे। समारोह में माननीय मुख्यमंत्री ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर उन्हें सशक्त बनाने में व्यक्तियों और संगठनों के प्रयासों की सराहना की और समाज में महिलाओं की समान भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सभी को समान भावना से काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। यह पुरस्कार हिंदुस्तान जिंक-स्किल एवं एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ने प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटिंग पार्टनर टीम (अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन) के साथ प्राप्त किया। हिंदुस्तान जिंक अपनी स्किलिंग प्रयासों के माध्यम से स्थानीय युवाओं को बाजार से जुड़े रोजगार के अवसर और स्वरोजगार प्रदान करना और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना है। इस पहल के माध्यम से अब तक 2600 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिनमें से 1000 महिलाएं हैं। कंपनी ने ग्रामीण क्षेत्रों में कौशल विकास की दिशा में काम करने के लिए अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन और टाटा स्ट्राइव के साथ हाथ मिलाया है। प्रारंभ में संगठनों ने स्थानीय युवाओं के लिए उनकी रुचि के क्षेत्र के साथ उपलब्ध रोजगार के अवसरों की पहचान करने के लिए एक आवश्यकता मूल्यांकन सर्वेक्षण किया। इस मूल्यांकन के आधार पर, कम अवधि के गहन पाठ्यक्रम प्रदान करने के उद्देश्य से 2019-20 में दरीबा और अगुचा में हिंदुस्तान जिंक स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट शुरू किया गया था। अब अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन द्वारा कायड और देबारी में चार नए केंद्र शुरू किए गए हैं, जबकि चंदेरिया और पंतनगर में, टाटा स्ट्राइव परियोजना को लागू करने के प्रभारी हैं। एक सामाजिक रूप से जिम्मेदार कॉर्पोरेट के रूप में, हिंदुस्तान जिंक अपने व्यावसायिक स्थानों के आस-पास रहने वाले ग्रामीण और आदिवासी लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। कंपनी भारत में शीर्ष 15 सीएसआर खर्च करने वालों में से एक है और वर्तमान में राजस्थान के 184 गांवों एवं उत्तराखंड के 5 गांवों के 700,000 लोगों तक पहुंच रही है।

हिन्दुस्तान जिंक में खदानों में नेतृत्व कर रही हैं महिलाएं

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हिन्दुस्तान जिंक की लैंगिक समान नीतियां यह सुनिश्चित करती हैं कि महिलाओं के दृष्टिकोण को सुना जाएए उनका सम्मान कर उन्हें निष्पक्ष रूप से...

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हेतु सखी महिलाओं के लिए महिलाओं द्वारा सखी...

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ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी आजीविका संवर्धन हेतु हिन्दुस्तान जिं़क का सहयोग प्रशंसनीय है, आर्थिक स्वावलंबन महिला सशक्तिकरण की सीढ़ी है, इसके साथ ही जिला कलेक्टर ताराचन्द मीणा ने महिलाओं को चिरंजीवी योजना के बारे में भी अगवत कराया तथा हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा महिला सशक्तिकरण हेतु किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आदिवासी क्षेत्र की ग्रामीण महिलाएं आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हर्ष का विषय है कि जिले में सखी महिलाएं एकजुट होकर स्वयं की पहचान बना रही है जो कि एक उदाहरण है। उन्होंने महिलाओं से निरंतर आगे बढने, शिक्षा से जुड़ने और महिलाओं के लिए सरकार के सहयोग की बात कही। यह सखी उत्सव कार्यक्रम हिन्दुस्तान जिं़क, मंजरी फाउण्डेशन के सहयोग से ‘बे्रक द बाॅयस’ की थीम पर आयोजित किया गया है। इस अवसर पर सखी महिलाओं ने पुरानी रूढ़ीवादी से हटकर ‘रेम्प वाॅक’ का आयोजन भी किया, जिसमें सखी आॅफ द ईयर अवार्ड सविता मीणा को प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम में सुभाष हेमनानी, एसडीएम सराड़ा, किशोर कुमार, एसबीओ निदेशक जावर खदान, अनुपम निधि, हेड-सीएसआर, नागाराम जी, कार्यवाहक अध्यक्ष, जावर मजदूर संघ, किशन लाल मीणा, सरपंच नेवेतलाई ग्राम पंचायत, प्रकाश मीणा, सरपंच, जावर ग्राम पंचायत, बंशी लाल मीणा, सरपंच ग्राम टीडी पंचायत, सुशीला देवी, सरपंच, जबला ग्राम पंचायत, सीएसआर टीम एवं मंजरी फाउंडेशन की टीम उपस्थित थे। ज्ञातव्य रहे कि हिन्दुस्तान जिं़क महिला सशक्तिकरण और उत्थान के लिये कटिबद्ध है। सखी समूह आज उद्यमी बन कर उभरी है जो कि आर्थिक और सामाजिक सशक्तिरण का उदाहरण है। हिन्दुस्तान ंिजं़क, जावर द्वारा महिलाओं का महिलाओं के लिए सखी उत्सव कार्यक्रम  में आस-पास के क्षेत्र की 700 से अधिक ‘सखी‘ महिलाओं ने हर्षोल्लास से भागीदारी की। इस कार्यक्रम के दौरान, सखी संगम फेडरेशन के अध्यक्ष, मजंु सालवी ने कुल बचत, ब्याज, एवं ऋण आदि के संदर्भ में महासंघ के वित्तीय आंकडे़ प्रस्तुत किए। साथ हीे ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने में स्वयं सहायता समूह की भूमिका की जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और खेल जैसे कबड्डी, चम्मच दौड़, कुर्सी दौड और रस्साकस्सी का आयोजन किया गया। सखी महिलाओं को सखी परियोजना के तहत उनकी उपलब्धियों और उनके अनुकरणीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। अतिथियों ने महिलाओं के उत्साह और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की प्रशंसा करते हुए उनके द्वारा स्वयं और समाज के सशक्तिकरण हेतु किये जा रहे प्रयासो की सराहना की। उन्होेंनेे सखी महिलाओं द्वारा निर्मित स्टाॅल का अवलोकन उत्पादों की जानकारी ली। हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा 5 जिलों उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा, अजमेर, चित्तौडगढ़ एवं उत्तराखण्ड के पंतनगर में सखी कार्यक्रम चलाया जा रहा है। हिन्दुस्तान जिंक की 2079 सखी समूहों से जुड़कर 27438 महिलाएं लाभान्वित हो रही है।

हिन्दुस्तान जिंक के ‘ऊंची उड़ान’ कार्यक्रम ने दिये पर, सपनों ने...

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छह बैच के 184 छात्रों को इंजीनियरिंग क्षेत्र में उज्जवल भविष्य के लिए तैयार किया गया है हर इंसान की ख्वाहिश उज्जवल भविष्य की उड़ान...

हिन्दुस्तान जिंक जावर द्वारा किया गया स्कूल भवन का नवीनीकरण एवं...

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उदयपुर। हिंदुस्तान जिंक द्वारा शिक्षा सम्बल अभियान के तहत जावर ग्राम पंचायत के सीनियर सैकंडरी स्कूल में मरम्मत एवं रखरखाव कार्य का शिलान्यास किया...

हिन्दुस्तान जिंक का 45वां खान सुरक्षा सप्ताह खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस)...

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उदयपुर क्षेत्र की भूमिगत धातुमय खानों के लिए खान सुरक्षा सप्ताह का हिन्दुस्तान जिंक की जावर माइंस में रविवार को हुआ समापन । खान...