हिंदुस्तान जिंक द्वारा विद्यार्थियों को मास्क एवं पंचायत, विद्यालयों और आगंनबाडी...

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हिंदुस्तान जिंक द्वारा स्थानीय समुदाय स्वास्थ्य की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए राजकीय विद्यार्थियों को मास्क एवं पंचायत, विद्यालयों और आगंनबाडी केंद्रों पर कोविड किट वितरित किए गये। कोविड राहत प्रयासों के तहत्  हिंदुस्तान जिंक की राजपुरा दरीबा कॉम्प्लेक्स टीम ने 8 शिक्षा संबल स्कूलों, 10 पंचायत भवनों और 32 आंगनवाड़ी केंद्रों को 250 से अधिक कोविड परीक्षण किट उपलब्ध कराए। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने दो हजार से अधिक छात्रों को एन95 मास्क वितरित किए ,स्कूल स्टाफ, प्रधानाचार्यों, सरपंच और उपसरपंच के साथ गवारडी राजकीय विद्यालय के लगभग 320 छात्रों, एवं राजपुरा दरीबा काॅम्प्लेक्स की सीएसआर टीम ने इस गतिविधि में सक्रिय रूप से भाग लिया। इस अवसर पर राजपुरा दरीबा कॉम्प्लेक्स के एसबीयू डायरेक्टर संजय कुमार खटोड़ ने कहा कि, “कोविड ने देश भर में लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। हिंदुस्तान जिंक इस महामारी के समय में राष्ट्र के साथ एकजुट हैं। हमें उम्मीद है कि इन संसाधनों को उपलब्ध कराकर हम अपने समुदायों को महामारी से बचाव में सहायक होगें। महामारी की दूसरी लहर की शुरुआत के दौरान टीम ने रोगियों के लिए निरंतर ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 5 दिनों के रिकॉर्ड समय में अपनी राजसमंद की दरीबा इकाई में ऑक्सीजन बॉटलिंग प्लांट स्थापित कर मेडिकल ऑक्सीजन के 14000 से अधिक सिलेंडरों की आपूर्ति की थी। साथ ही राज्य सरकार को 500 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर उपलब्ध कराने, फील्ड हाॅस्पीटल की स्थापना और व्यापक टीकाकरण अभियान चलाकर राज्य सरकार को सहयोग दिया था।

आईएसबी हैदराबाद ने जीता वेदांता का केस स्टडी कंपटीशन

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वेदांता का एक्सस्ट्रैट बी-स्कूल केस स्टडी कंपटीशन संपन्न हो गया। इसमें आईएसबी हैदराबाद ने जीत हासिल की है। आईआईएम अहमदाबाद को फर्स्ट रनर अप...

हिन्दुस्तान जिंक द्वारा सखी महिलाओं के अभियान ‘उठोरी‘ के तहत् दूसरें...

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हिन्दुस्तान जिंक द्वारा मंजरी फाउंडेशन के सहयोग से संचालित सखी परियोजना के तहत लगभग 17 हजार महिलाओं को प्रथम चरण के प्रशिक्षण के बाद, दूसरे चरण का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। सखी परियोजना का मुख्य उद्ध्ेश्य महिलाओं को संगठित कर उनके समूहों का निर्माण करना, भविष्य में इन समूहों और संगठनों के माध्यम से आजीविका संवर्धन , महिला सशक्तिकरण के माध्यम से आर्थिक व सामाजिक विकास को सुनिश्चित करना है । सखी परियोजना के अन्तर्गत तीन दिवसीय उठोरी लैंगिक ‘समानता की एक पहल‘ प्रशिक्षण का द्वितीय प्रशिक्षण कासा, उदयपुर में आयोजित किया गया । अभियान उठोरी 2 राज्यों , 6 जिलों, 7 लोकेशन, 11 ब्लाॅक और 54 पंचायतों में संचालित है । प्रथम प्रशिक्षण में लैंगिक संवेदनशीलता की आधारभूत सोच को मजबूत करने के बाद इस तीन दिवसीय कार्यशाला में नागरिकता और संविधान, जेंडर और समाज का दोहरा व्यवहार, समाधान की रणनीति और यौनिकता जैसे संवेदनषील मुददों को भी छूने का प्रयास किया गया । वभिन्न रचनात्मक गतिविधियों, विडियों और अन्य माध्यम से महिलाओं को इस जटिल समस्या को सुलझाने मेें मदद मिलेगी । कार्यक्रम में मंजरी फाउण्डेषन के कार्यक्रम अधिकारी शिवओम, वर्कशाॅप में संदर्भ व्यक्ति दिल्ली से जेंडर एक्सपर्ट डाॅ राकेश सिंह, उदयपुर से शशिप्रभा ने जावर,देबारी ,चित्तौड़गढ,दरीबा, आगुचा एवं कायड की 47 जेंडर सखियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। ये महिलाएं मास्टर ट्रेनर बन कर अब समुदाय को जागरूक करेंगी।

हिन्दुस्तान जिंक द्वारा स्वास्थ्य सेवा परियोजना के तहत् राष्ट्रीय कृमि मुक्ति...

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  हिन्दुस्तान जिंक द्वारा स्वास्थ्य सेवा परियोजना के माध्यम से समुदाय को एसटीएच संचरण के बारे में जागरूक करने के उद्धेश्य से भीलवाड़ा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़...

हिन्दुस्तान जिंक सीआईआई राष्ट्रीय एच आर उत्कृष्टता अवार्ड में ‘लीडरशिप इन...

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उदयपुर, 8 फरवरी। देश की एकमात्र और विश्व की अग्रणी एकीकृत सीसा-जस्ता और चांदी उत्पादक हिन्दुस्तान जिंक को प्रतिष्ठित 12 वें सीआईआई राष्ट्रीय मानव संसाधन उत्कृष्टता अवार्ड में 'लीडरशिप इन एचआर एक्सीलेंस' से सम्मानित किया गया है। कंपनी को कठोर सीआईआई आंकलन में 600$ बैंड बेरियर में स्कोरिंग मानव संसाधन उत्कृष्टता में नेतृत्व के लिए सराहना मिली। यह पुरस्कार भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा प्रदान किया गया जिसका उद्देश्य सलाहकार और परामर्श प्रक्रियाओं के माध्यम से उद्योग, सरकार और नागरिक समाज के साथ साझेदारी करके भारत में विकास के अनुकूल वातावरण को स्थापित करना और बनाए रखना है। सीआईआई एचआर एक्सीलेंस अवार्ड मानव संसाधन उद्योग में प्रमुख सम्मानों में से एक है। एचआर एक्सीलेंस मॉडल वैश्विक उत्कृष्टता आकलन के साथ साथ दुनिया भर के समकालीन मॉडल में उपयोग किए जाने वाले ढांचे पर आधारित है। विशेष रूप से हिन्दुस्तान जिंक के स्कोर और तीन मापदंडों में बैंचमार्क स्कोर नेतृत्व, शिक्षा और विकास तथा संगठनात्मक प्रदर्शन संकेतक एक ही श्रेणी में थे जो एक व्यापक मूल्यांकन पर आधारित था। यह उपलब्धि अपने कर्मचारियों, सहयोगियों और भागीदारों के लिए एक आदर्श कार्य वातावरण विकसित करने और बनाए रखने के लिए कंपनी के समर्पण को दर्शाती है। यह कंपनी की बेहतर एचआर नीतियों का प्रमाण है और अपने कर्मचारियों एवं स्टेक होल्डर्स की भलाई के लिए समग्र विकास को पूरा करने का उच्च प्रबंधन का अभियान है। हिन्दुस्तान जिंक के संचालनों में लोग महत्वपूर्ण है। कोविड-19 के संक्रामक प्रसार के दौरान कंपनी ने कर्मचारियों और व्यावसायिक भागीदारों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए समूह कोरोना कवच नीति सहित विभिन्न पहलों को लागू किया। पूरे कार्यबल के साथ कर्मचारियों के परिवारों पर पड़ने वाले प्रभाव की निगरानी के लिए कोविड टास्क फोर्स को भी तैनात किया गया। कंपनी ने कोविड-19 के दौरान अपने एचआर प्रयासों को बढ़ाया ताकि कर्मचारियों और परिचालन स्थानों में रहने वालों के जीवन को प्रभावित न होना सुनिश्चित किया जा सके।

bikaner express train हादसा की आखिर क्या है वजह, आखिर क्यूँ...

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इन तस्वीरों को देख कर अंदाज़ा लगाया जा सकता है की ये हादसा कितना भयानक होगा।  हर जगह चीख पुकार , एक के ऊपर...

Overcome epilepsy with homoeopathy

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Epilepsy is a disease that affects the brain's nerve cells and triggers the release of abnormal electrical signals. This can cause temporary malfunctioning of...

आपके फोन में घुसे जासूस की अब खैर नहीं: पेगासस जैसे...

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आईफोन चलाने वाले यूजर अब इस बात का पता लगा सकते हैं कि कहीं उनके फोन में पेगासस स्पायवेयर तो नहीं है। स्विट्जरलैंड के...

तालाबों में बदलता रेगिस्तान राजस्थान में बाढ़ जेसे हालात।

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राजस्थान में बारिश का कहर लगातार जारी है।  कई जिलों में खासी वर्षा से बाढ़ जैसे हालात तक पहुंच गए है।  इसी के बिच...

हिन्दुस्तान जिंक द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित

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  हिन्दुस्तान जिंक महिलाओं की प्र्रगति सुनिश्चित करने के लिए उन्हें साथ लेकर विविध और समान अवसर प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, कंपनी द्वारा महिला कर्मचारियों, उनके रिश्तेदारों, महिला अनुबंध कर्मियों के साथ-साथ हिंदुस्तान जिंक की सीएसआर परियोजना से जुडी स्थानीय सखी महिलाओं के लिए कार्यक्रम आयोजित किये गये। महिला दिवस कार्यक्रमों के तहत् हिंदुस्तान जिंक की चेयरमैन श्रीमती किरण अग्रवाल वर्चुअल माध्यम से लाईव सत्र में सखी महिलाओं से रूबरू हुई। उन्होंने कहा, “महिला सशक्तिकरण न केवल परिवारों बल्कि समुदायों का समग्र विकास सुनिश्चित करने की कुंजी है। इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान सखियों द्वारा दिये गये अपार योगदान और कड़ी मेहनत के लिए उन्होंने सभी को बधाई दी। उन्होंने सभी महिलाओं की प्रेरणा दायक मेहनत से सखी कार्यक्रम की उत्तरोत्तर प्रगति के लिए प्रसन्नता व्यक्त की। सत्र के दौरान, स्वयं सहायता समूह की सखी सदस्यों ने हिंदुस्तान जिंक की उपलब्धियों और विचारों द्वारा सखी कार्यक्रम के माध्यम से सशक्तिकरण अपने अनुभवो को साझा कर उनके उन्नयन मंे कंपनी की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में अवगत कराया। श्रीमती अग्रवाल ने उनके प्रयासों की सराहना की और उन्हें अपने समाज और खुद को उसी जुनून और जोश के साथ विकसित करने के लिए प्रेरित किया। हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी तभी देश  आत्मनिर्भर होगा। महिलाओं को सशक्त बनाने से न केवल परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है बल्कि पूरे देश की प्रगति और समृद्धि में वृद्धि होती है। हिंदुस्तान जिंक में हम हमेशा महिलाओं को रोजगार अवसर प्रदान करने, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहित करने पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं। महिलाएं पुरूषों को इस बात के लिए शिक्षित करें कि वे महिलाओं को बराबरी का दर्जा दे और बडे सामाजिक  बदलाव की महत्वपूर्ण कड़ी बने। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सभी महिलाओं बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कंपनी की सफलता में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। इसके साथ ही कंपनी की परिचालन इकाइयों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। हिंदुस्तान जिंक की सभी महिला कर्मचारियों के लिए सेलिब्रिटी फिटनेस ट्रेनर हेमंत पारीक द्वारा महिला कल्याण पर जागरूकता सत्र आयोजित किया गया। महिला नेतृत्व के जीवन आधारित फिल्म का प्रदर्शन, चंदेरिया लेड जिं़क स्मेल्टर द्वारा महिलाओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण सत्र का आयोजन के साथ ही कायड, आगुचा और पंतनगर में सखी उत्सव आयोजित किए गए। उल्लेखनीय है कि हिन्दुस्तान जिं़क अपने परिचालन क्षेत्र के आसपास के गांवो के सर्वागिण विकास के लिए विगत एक दशक से अधिक समय से ग्रामीण विकास हेतु विभिन्न परियोजनाएं संचालित कर रहा है। ग्रामीण विकास को और गति प्रदान करने एवं आसपास की ग्रामीण महिलाओ को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सखी परियोजना संचालित की जा रही है। ग्रामीण समाज में निर्णय लेने की प्रकिया में महिलाओं की भागीदारी को सुनिश्चित करने और उन्हें स्थायी आजीविका से जोडने के लिए सखी स्वयं सहायता समूह गठित किये गये। ग्रामीण महिलाओं ने अपने प्रमुख मुद्दो के समाधान के लिए गांव और पंचायत में सम्मिलित हो कर अलग पहचान बनायी है। वर्षो के सतत् प्रयास से आज सखी फेडरेशन से 27000 से अधिक ग्रामीण सखियां लाभान्वित हो रही है। 2 हजार से अधिक सखियां व्यापार, कृषि और पशुपालन के रूप में अपनी उद्यमिता का सफल प्रदर्शन कर रही है एवं संपूर्ण अर्थव्यवस्था को डिजिटेल टेब से संचालित कर रही है।