nsuiउदयपुर। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर में शिक्षक भर्ती मामले की जांच में सुखाड़िया विश्वविद्यालय के रिटायर्ड प्रोफेसर दरियाव सिंह चुंडावत की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को शहर में कांग्रेस और एनएसयूआई ने राज्य सरकार के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। एनएसयूआई के बेनर तले सैकडों छात्र जिला कलेक्ट्री के बाहर पंहुचे और वसुधंरा सरकार पर बदले की भावना से कार्रवाई का आरोप लगाते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की वहीं देहात और शहर जिला कांग्रेस के कार्यकर्ता भी जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने पंहुचे।
सोमवार सुबह भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के कार्यकर्ता और कांग्रेसियों ने जेएनवीयू के भर्ती घोटाले को लेकर सुविवि के पूर्व प्रोफेसर दरियावसिंह चूंडावत की गिरफ्तारी का विरोध किया। उन्होंने इसे द्वेषतापूर्वक गिरफ्तारी बताया। साथ ही उन्हें जल्द ही रिहा करने की मांग की।
एनएसयूआई के शहर अध्यक्ष रोहित पालीवाल ने बताया कि ये प्रो. चूंडावत के खिलाफ साजिश है, उन्हें राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है। अगर प्रो. चूंडावत को रिहा नहीं किया जाएगा तो प्रदेश में उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार व प्रशासन की होगी। सुखाडिया विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष हिमांशु चौधरी ने आह्वान किया है कि वह अपने गुरू के समर्थन में पहले तो विश्वविद्यालय बदं करवाएंगे और अगर 20 जनवरी से पहले श्री चुण्डावत को नही छोडा गया तो उदयपुर शहर बंद करवाया जाएगा। प्रो. चूंडावत को रिहा करने की मांग को लेकर अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओपी बुनकर को ज्ञापन सौंपा।
इधर कांग्रेस पदाधिकारियो ने भी जिलाकेलक्टरी पर प्रदर्शन किया। देहात जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला, पूर्व संसदीय सचिव गजेन्द्रसिंह शक्तावत की अगुवाई में प्रदर्शन करते हुए राज्य सरकार के दबाव में एसीबी द्वारा पक्षपातपूर्ण एवं द्वेषतापूर्वक कार्यवाही की कडी निन्दा करते हुए कहा कि वसुंधरा सरकार अपने राजनैतिक विरोधियो को ठिकाने लगाने के लिए सरकारी तंत्र का इस्तेमाल कर रही है। दरियाव सिंह चुण्डावत के सर्मथन में जिला कलेक्ट्री के बाहर पंहुचे काग्रेंसी नेताओं ने साफ किया कि सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है जो कि गलत है और आगे सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन भी करना पडेगा तो वह पीछे नही हटेंगे। पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं विधानसभा प्रत्याशी रहे दिनेश श्रीमाली एवं काँग्रेस के पदाधिकारियों ने कहा की जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय मे शिक्षण भर्ती मामले मे उदयपुर के से.नि. प्रोफेसर डॉ. दरियाव सिंह चुण्डावत को राजनीतिक बदले की कार्यवाही करते हुए अनुचित रूप से भाजपा की राज्य सरकार द्वारा फंसाया गया है जबकि डॉ. चुण्डावत पूर्व मे शिक्षा के क्षेत्र में ईमानदारी से सराहनीय योगदान के लिए कई बार सम्मानित हो चुके है । डॉ. दरियाव सिंह इससे पहले शिक्षक भर्ती मामले मे पुलिस प्रशासन द्वारा की गई जांच में सम्पूर्ण जानकारी साक्ष्यों सहित दे चुके हैं फिर भी उन पर सरकारी गवाह बनने के लिए लगातार दबाव बनाया गया और वह सरकारी गवाह नहीं बने तो षड्यंत्रपूर्वक उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया । डॉ. चुण्डावत स्वच्छ छवि के श्रेष्ठ प्रशासक है एवं उन्होने शिक्षा जगत में विद्यार्थियों के लिए सम्पूर्ण जीवन पर्यन्त ईमानदारी से कार्य किया है । भाजपा सरकार द्वारा राजनेतिक षड्यंत्र कर काँग्रेस विचारधारा के लोगों को सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर गलत तरीके से फंसाया जा रहा है ।
गौरतलब है कि प्रोफेसर दरियाव सिंह चुण्डावत वर्ष 2012 में हुई शिक्षक भर्ती में सिंडिकेट के सदस्य थे ओर उस दौरान भर्ती मामले को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका लगाई गई थी जिसको बाद में खारिज कर दिया गया लेकिन बाद में राज्य सरकार ने शिक्षक भर्ती मामले में कार्रवाई की और कुछ दिनों पहले जोधपुर एसीबी की टीम ने कुल पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया जिसमें प्रोफेसर दरियाव सिंह चुण्डावत भी शामिल है।

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