250 Graduate Engineers from 61 colleges of 23 States of India Join Hindustan Zinc

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Hindustan Zinc, recognized as Zinc of India, is looking to expand its mining and smelting capacities. The company is on course to produce 1.2 million tonnes of metal on immediate basis and subsequently 1.35 million tonnes in 3-4 years’ time and eventually 1.5 million tonnes in about 5 years. The mines are also under expansion and Hindustan Zinc is looking to increase mine production from all its mines to support the smelters.

To take this vision forward 250 graduate engineers (GETs) from 61 colleges of 23 States of India have joined Hindustan Zinc. These engineers are from different streams like – mining, electrical, metallurgical, chemical, instrumentation, electronics, civil engineering, mechanical and computer engineering and would be going through a rigorous process of induction. During the induction, they would be given exposure to different businesses, departments and challenges. Leaders from all the departments of Hindustan Zinc would be interacting with them to give exposure of business. Post induction these engineers would be placed in Hindustan Zinc mines and smelters located at Udaipur, Zawar, Bhilwara, Chanderiya, Dariba, and Ajmer in Rajasthan and Pantnagar in Uttarakhand.

Speaking on the occasion Sunil Duggal, CEO of Hindustan Zinc said, I am very happy to see GETs from across the country joining Hindustan Zinc and it only proves that the importance of mining is understood across all top engineering colleges in India, as one of the most important sectors towards  economic development of a nation. Our mines are expanding and each GET who is joining has a leader within. Your career graph will depend upon how you want to grow and how much energy and passion you bring to your work. Hindustan Zinc is an open field for your ideas and innovations. Hindustan Zinc is a place where safety is given utmost importance. There is zero-tolerance on safety. Each one of the GETs has to 100% adhere safety norms and ensure there is no deviation.”

The company is also expanding in its silver portfolio. With current production capacity of about 550 tonnes of Silver, Hindustan Zinc is the 10th largest Silver producer globally and is aiming to produce 1500 tonnes of Silver in the next 4-5 years and be counted amongst the top 3 global silver producers.  Recently, the Company’s silver refinery at Pantnagar has been recognized by London Bullion Market Association for its quality.

जिस पर लगाया दहेज़ मांगने का आरोप उसको 21 लाख की मांडवाली में कर दिया दोषमुक्त, पुलिस ने निभाई बिचोलिये कि भूमिका – दहेज़ लोभियों को छोड़ दिया किसी और कि ज़िन्दगी बर्बाद करने को .

उदयपुर . बात हम बिना किसी लाग लपेट और भूमिका बांधे शुरू करें तो सीधी सी बात है कि दहेज़ के लोभियों को सजा मिलनी चाहिए या फिर उनसे मामला सेटल कर छोड़ देना चाहिए ताकि वह अपने मंसूबों में कही और कामयाब हों किसी और लड़की  की ज़िन्दगी बर्बाद करें .

उदयपुर में  सोमवार को दहेज मांगने वालों से इसी तरह की मांडवाली की लड़की और उसके परिजनों ने .  बिचोलिये  की भूमिका निभाई हमारे शहर के कामयाब और काबिल पुलिस अधिकारियों  ने. मामला 21 लाख रूपये में सेटल हुआ, लड़के पक्ष द्वारा दुल्हन को 21 लाख रुपये दिए गए इसमें पुलिस को कितना फ़ायदा हुआ इसकी जानकारी नहीं है .
राजस्थान के उदयपुर शहर में सोमवार ९ जुलाई को गुजराती समाज भवन में   सेक्टर 14, हिरणमगरी निवासी युवती इशिता उर्फ हीना पुत्री करण सिंह खजांची की कोलकाता निवासी अमित बैद पुत्र बिजय सिंह बैद से शादी होने वाली थी। शादी के एन मोके पर दुल्हन इशिता ने शादी से इनकार कर दिया और अपने परिजनों के साथ सूरजपोल थाणे रिपोर्ट लिखवाने जा पहुची . युवती ने आरोप लगाया कि अमित और उसके घरवाले, बहन, जीजा मुझे लगातार दहेज की मांग कर टॉर्चर कर रहे हैं।  इशिता ने बताया कि इन लोगों ने दस दिन पहले तक मेरी सुसाइड करने जैसी हालत कर दी थी। छह महीने पहले जब मेरे मम्मी पापा कोलकाता गए थे, तब स्पष्ट कहा था कि हमारे पास देने के लिए दहेज नहीं है। तब तो बोले कि हमें कुछ नहीं चाहिए। अप्रेल में सगाई के बाद किसी भी नाम से पैसे की डिमांड करने लगे। हर बात में मुझे टॉर्चर करते थे। अब यहां शादी करने आए हैं, 6 जुलाई से यहीं पर हैं, तब से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बार-बार ज्वैलरी, पैसे, गिफ्ट्स देने की बात कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले इन्होंने मुझसे तीन लाख रुपए मांगे थे। मैंने जैसे-तैसे व्यवस्था कर इनके खाते में तीन लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए। मैं इनको जब भी पैसा देती, तो यही कहते की हमारे बीच की बात है, किसी को नहीं बताना।
दहेज़ समाज का कलंक है ,.. और दहेज़ मांगने वालों और लड़की को परेशान करने वालों के खिलाफ कड़ी कारवाई का प्रावधान भी है,.. यहाँ भी पहले तो लड़की और उसके परिजन लड़के पर दहेंज की भारी मांग का आरोप लगाते हुए थाणे पहुचे ,… शहर का मीडिया भी सक्रीय हो गया और दहेज़ मांगने वालों के खिलाफ जोर शोर से खबर चलाई ,.. लेकिन जब लड़के वाले पूरी तरह से पुलिस मिडिया के दबाव में आगये तो इसके बाद लड़की उसके परिजन और समाज के लोगों के साथ साथ शहर की पुलिस के आला अधिकारियों ने क्या किया ? 
 
आप खुद जान लीजिये इन्होने बजाय दहेज़ के लोभियों को सजा दिलवाने के 21 लाख में मामला सेटल कर दिया और लड़के वालों से 21 लाख रुपये खर्च के नाम पर लेलिये … पुलिस ने भी बिचोलिये की भूमिका निभाते हुए अपनी जिम्मेदारी पूरी करली . समाज के मोतबिर लोगों ने भी दहेज़ मागने वालों को आसानी से जाने दिया और जो लड़की दहेज़ को लेकर बड़ी बड़ी बातें कर रही थी,.. खुद को आत्महत्या के लिए मजबूर होना बता रही थी वह भी 21 लाख के सामने अपने परिजनों के साथ नतमस्तक हो गयी. 
 
इधर अगर लड़के वालों की बात माने तो लड़के ने दहेज़ की बात को निराधार बताया ,… सवाल काफी चुभने वाले है कि अगर दहेज़ की बात निराधार थी तो 21 लाख रुपये में सौदा क्यूँ किया … और लड़की व् उसके परिजनों से भी सवाल उठाता है कि जब लड़का और उसके परिजनों ने दहेज़ की मांग की थी तो फिर उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवानी चाहिए थी क्यूँ 21 लाख का नाम सुनते ही नियत बदल गयी और दहेज़ मांगने वालों को निर्दोष बता कर छोड़ दिया ,.. सबसे बड़ा सवाल पुलिस के आला अधिकारियों से कि वह दोषियों के खिलाफ कारवाई करने के लिए बैठे हुए है या फिर मांडवाली करवा कर रुपये उगाहने के लिए बैठे हुए है …वर पक्ष अगर दहेज़ मांगने और दहेज़ के लिए लड़की को टॉर्चर करने के आरोपी है तो फिर क्यूँ उनके खिलाफ कारवाई नहीं की. 
और एक सवाल शहर के समझदार मीडियाकर्मियों से कि क्यूँ उन्होंने पुलिस और युवती के पीआरओ की भूमिका निभाई ,.. समाज के कलंक माने जाने वाले दहेज़ की सच्चाई क्यूँ नहीं बताई ,… क्यूँ उन्होंने इस 21 लाख के समझोते पर सवाल नहीं उठाए,.. सीधा अगर कहा जाय तो क्या यह कहना उचित नहीं होगा कि लड़की और उसके परिजनों ने मीडिया और पुलिस के बूते व् दहेज़ का कैस दर्ज करवाने की धमकी के नाम पर लड़के वालों को ब्लेकमेल किया और 21 लाख में सौदा कर लिया,.. उदयपुर पोस्ट का सीधा सा मानना है कि अगर लड़के ने लड़की से दहेज़ की मांग की और लड़की के अनुसार उसको इतना परेशान किया कि वह आत्महत्या पर मजबूर हो गयी तो फिर आखिर क्यूँ 21 लाख में उन दहेज़ के लोभियों को बख्श दिया क्यूँ कि अब वह किसी और की ज़िन्दगी बर्बाद करेगें और इस 21 लाख को सूद सहित किसी और लड़की व् उसके परिजनों से उगाही करेगें . 

जनाना हॉस्पिटल के बाहर सड़क पर ही हुई डिलीवरी – महिलाओं और नर्सिंग कर्मियों ने सम्भाला .

उदयपुर। जनाना चिकित्सालय परिसर में सोमवार को एक महिला का जमीन पर ही प्रसव हो गया। देबारी निवासी महिला तारा पत्‍‌नी हीरालाल को ऑटो से हॉस्पिटल लाया जा रहा था। हॉस्पिटल पहुंचने पर दर्द इतना बढ़ गया कि महिला को ऑटो से जैसे ही नीचे उतारा गया तो वहीं डिलेवरी करानी पड़ गई। परिजनों के अनुसार तारा को सुबह करीब 5 बजे से दर्द उठ रहा था, लेकिन उसने किसी को भी इसका जिक्र नहीं किया। पति सुबह मजदूरी करने चला गया था। इसके बाद जब तेज दर्द उठना शुरू हुआ तो तारा की देवरानी उसे ऑटो से हॉस्पिटल लेकर आई। ऑटो से नीचे उतारते ही प्रसूता जमीन पर लेटकर दर्द से कराहने लगी। ऐसे में आसपास बैठी महिलाओं ने दौड़कर प्रसूता के चारों ओर चादर पकड़कर घेरा बनाया। इतने में जनाना हॉस्पिटल का नर्सिंग स्टाफ भी वहां पहुंच गया। जिनकी निगरानी में तारा ने लड़के को जन्म दिया। इसके बाद प्रसूता को वार्ड में शिफ्ट किया गया

स्टाफ ने तुरंत संभाल लिया, जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं : डॉ. माहेश्वरी
चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. सुनीता माहेश्वरी ने बताया कि स्टाफ ने तुरंत महिला को संभाल लिया। जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। माहेश्वरी का कहना है कि कई बार ऐसा होता है जब प्रसूताओं को डिलेवरी का दर्द उठने पर उन्हें तुरंत हॉस्पिटल नहीं लाया जाता। देरी से हॉस्पिटल लाए जाने पर ऐसी घटनाएं होती हैं।

मानवता फिर हुई शर्मसार – प्रेमी जोड़े को निर्वस्त्र कर गाँव में घुमाया।

उदयपुर। जाने कैसा हो गया है आज का इंसान ,.. जाने क्या हो गया है आज के लोगों को ,.. मोका मिलते ही इंसान की शक्ल में छुपा जानवर बाहर आजाता है और इंसानियत को शर्सार करदेने वाली घटना को अंजाम दिया जाता है।
ऐसे ही हुआ राजस्थान के उदयपुर जिले के एक गाँव में,.. जहाँ इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना हुई। प्रेमी जोड़े को निर्वस्त्र कर गाँव भर में घुमाया गया लोग तमाशा देखते रहे और विडियो बनाते रहे। महिला गिदगिड़ाती रही ,.. घटना को अंजाम देने वालों में शामिल महिला से पीड़ित महिला कपडे नहीं उतारने और महिला होने कि दुहाई देती रही लेकिन किसी ने एक ना सुनी। पहले प्रेमी जोड़े को रात भर पीटा और सुबह गाँव भर में निर्वस्त्र कर घुमाया
यह घटना है राजस्थान के उदयपुर जिले में सरे गाँव की। पुलिस के अनुसार महिला की पांच वर्ष पहले सरे खुर्द निवासी तारु गमेती से शादी हुई थी। तीन वर्ष तक महिला उसके साथ रही, उससे इसका दो-ढाई साल का बच्चा है। इसके बाद महिला झाड़ोल निवासी मांगीलाल के साथ रहने लगी, इससे भी एक वर्ष का बच्चा है।
करीब डेढ़ से दो वर्ष इसके साथ रहने के बाद महिला का पिछले कुछ महीनों से सरे खुर्द निवासी रामलाल (22) पुत्र मोहनलाल से प्रेम प्रसंग हुआ। रामलाल सवारी टेंपो चलाता है और महिला मजदूरी करने गांव से आती थी। इनका मिलना-जुलना शुरू हुआ। महिला रामलाल से शादी करने का विचार कर रही थी। रामलाल भी शादीशुदा है। उसकी पत्नी पीहर गई हुई थी। इस पर रामलाल ने महिला को सरे खुर्द गांव में अपने घर बुला लिया। महिला ने रामलाल को यह नहीं बताया था कि यह गांव उसके पहले पति तारु का है। गुरुवार रात को तारु को महिला के गांव आने और रामलाल के घर होने का पता चला तो वह छोटे भाई हरीश और चाचा लालू के साथ उसके घर पहुंच गया। वहां दोनों के साथ रात को मारपीट की। इसके बाद लालू की पत्नी शांतिबाई ने महिला के कपड़े फाड़े। प्रेमी युगल को निर्वस्त्र किया गया और दोपहर 12 से 1 बजे के बीच दोनों को करीब 100 से 150 फीट तक गांव में घुमाया। इस दौरान तारु के तीन दोस्तों ने इनका पूरा वीडियो भी बनाया।
महिला ने बताया कि पहले पति ने मुझे और प्रेमी को रातभर मारा। सुबह कहा कि निर्वस्त्र कर गांव में घुमाएंगे। काकी सास शांति मेरे कपड़े फाड़ रही थी। मैं उसके सामने गिड़गिड़ाई, लेकिन उसने मेरी एक नहीं सुनी। महिला होने की दुहाई भी दी। मेरे कपड़े तार-तार कर दिए। मुझे रस्सी से बांधा। मेरे साथ उसको भी बहुत पीटा और रस्सी से बांधकर हमें गांवभर में घुमाया। मैं शर्म से सिर झुकाकर रो रही थी, कि शायद किसी को दया आ जाए और मेरे शरीर पर कोई कपड़े डाल दे, लेकिन सभी तमाशा देख रहे थे। कुछ लोगों ने हमारे वीडियो भी बनाए, लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया।
घटना को अंजाम देने के आरोपी महिला के पति तारु गमेती पुत्र मांगीलाल, उसके भाई हरीश, चाचा लालू और लालू की पत्नी शांतिबाई को गिरफ्तार कर लिया गया है।

https://youtu.be/jQ36dLs4Qxc

हत्याकाण्ड के बाद पुलिस बल के सामने ही आरोपियों के घर में किया दाह संस्कार

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उदयपुर. खेरोदा थाना क्षेत्र स्थित खरसाण में जमीन विवाद को लेकर चचेरे भाई की हत्या कर दी गई। इस हत्याकाण्ड के बाद आक्रोशित लोगोंं ने आरोपियोंं के घर मेंं ही मृतक का दाह संस्कार कर डाला। भारी पुलिस बल के मौके पर होने के बावजूद पुलिस मूूक दर्शक बनकर रह गई और भीड़ ने आरोपियोंं के घरोंं मेंं दाह संस्कार करते हुए एक ट्र्रेेेेक्‍टर को भी जला डाला। इस पूरे घटनाक्रम का किसी को भी वीडियो नहींं बनवाने दिया और ना ही मोबाइल पर उस दरमियान किसी केा बात करने दी गई। आरोपी परिवार रात से ही फरार है।

जानकारी मेंं आया कि पुलिस ने कुछ लोगोंं को हिरासत मेंं ले लिया है। यह एक नृशंस हत्या बताई जा रही है। सूत्रोंं के अनुसार मृतक फतहलाल के सिर मेंं पहले वार किए गए उसके बाद लोहे की सब्बल और नुकीली चीजेंं शरीर के कमर के नीचे वाले हिस्से मेंं घुसा दी गई। गांव मे भारी पुलिस बल तैनात है। बताया जा रहा है कि फतहलाल और उसके चचेरे भाइयों के बीच जमीन को लेकर कुछ समय से विवाद चल रहा था। जानकारी यह भी मिली है कि मृतक के उपर आरोपियोंं ने ट्रेक्टर भी चढा़या जिससे उसके पैरोंं की हड्डियां चकनाचूर हो गई।

गौरतलब है क‍ि वारदात रात को हुई पुलिस को सुबह सूचना मिली तो शव कब्जे मेंं लेकर मृतक का एमबी अस्पताल मेंं पोस्टमार्टम करवाया। अब तक की जानकारी के अनुसार शाम को फतहलाल मेनारिया अपने खेत पर काम कर रहा था तभी उसके पास ही खेतों मे काम कर रहे चचेरे भाइयों से किसी बात को लेकर विवाद हाेे गया जिस पर फतहलाल को बेदर्दी से मारा गया । एम्बुुलेंस के जर‍िए गंभीर घायल फतहलाल को अस्पताल पहुंचाया गया जहां रात को उसकी मौत हो गई। अलसुबह पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और हत्या का मामला दर्ज किया। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने आरोपियोंं को हिरासत मेंं ले लिया है। लेक‍िन बाद में लोगों ने मृृृृतक फतहलाल के शव का आरोप‍ियों के घर में दाह संस्‍कार कर द‍िया। इसके बाद पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया।

HINDUSTAN ZINC AWARDED WITH STATE LEVEL 24th BHAMASHASH AWARD

4 units of Hindustan Zinc, Rampura Agucha Mine, Rajpura Dariba Mine, Zawar Mines and Zinc Smelter Debari, were honored with 24th Bhamashah Award on 28th June, 2018, at Birla Auditorium Jaipur, for its contribution in the field of Education during FY 2017-18.

The award was presented by the Hon’ble Assembly Speaker – Mr. Kailash Meghwal, State Education Minister – Prof. Vasudev Devnnani, Session Secretary – Mr. Naresh Pal Gangwal, Director Secondary Education – Mr. Nathmal Dedail and Director Primary Education Bikaner – Mr. Shyam Singh Rajpurohit.  Education officers and other esteemed guests were also present during the event. On behalf of Hindustan Zinc the awards were received by Mr. Dalapat Singh Chauhan & Ms. Ruchika Naresh Chawla from Rampura Agucha Mine, Colonel K.G.K. Choudhary & Mr. Abhay Gautam from Rajpura Dariba Mine, Mrs. Aruna Cheeta & Ms. Nairuthi Sanghvi from Zawar Mines and Mr. Budhi Prakash Pushkarna & Zarnain Fatima from Zinc Smelter Debari.

The company under its Community Service Initiatives for Education has been providing additional classes of Maths, English and Science for subjects under its Shiksha Sambal program, coaching for IIT exams under Unchi Udaan program, organizing sponsorship programs, supporting students to get education from Ringus College, construction of Nand Ghars, aiding Khushi Anganwadi Centres, setting up infrastructures & safety devices for libraries and laboratories, providing books & study material for teachers & students, arranging workshops for teachers, organizing summer training camps for the students, to name a few.

मासूम बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के आरोपियों को फांसी की सजा को लेकर उदयपुर के सर्व समाज संगठन का विरोध प्रदर्शन

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उदयपुर। मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में नाबालिग मासूम बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के आरोपियों को फांसी की सजा को लेकर उदयपुर के 75 सामाजिक और राजनातिक संगथों ने जिला कलेक्ट्री पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति प्रधानमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर आरोपियों को फंसी की सज़ा की मांग की।
मंदसौर में मासूम बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म को लेकर लोगों में लगातार आक्रोश बढ़ता जारहा है। इसी आक्रोश के चलते उदयपुर के ७५ सामाजिक धार्मिक और राजनातिक संगठन सड़कों पर आगये। सभी संगठनों के साथ महिलाऐं बच्चे शामिल थे जिन्होंने आरोपियों को फांसी की सजा की तख्ती हाथ में पकडे हुए थी। जिला कलेक्ट्री पर जमा संगठनों की भीड़ ने जोरदार प्रदर्शन किया नारे बाजी की। इस मौके पर लोगों ने जिला कलेक्टर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का ज्ञापन भी सौंपा ।जिसमें इस घटना को अंजाम देने वाले व्यक्ति को फांसी की सजा देने की मांग की । प्रदर्शन करना आए लोगों का कहना है कि इस घटना ने पूरे देश को शर्मसार किया है । ऐसे में इस तरह की घृणित घटनाएं आगे ना हो उसको लेकर भी सरकार द्वारा उचित कदम उठाया जाए । संगठनों के पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री को दिए ज्ञापन में कहा कि तीसरी कक्षा की उस नन्ही छात्रा को वहशी हमले का शिकार बनाने वाले इरफान ओर आसिफ नामक आरोपी को शीघ्र फाँसी की सजा मिलनी चाहिए।विभत्स विवरण ओर हमलावर की दरिंदगी के बाद यह दण्ड बहुत ही कम लग रहा है।अतःलम्बी चौड़ी कानून व्यवस्था में सुधार कर शीघ्र न्याय दिलाने की व्यवस्था की जाए।जब भारत में विदेशी पर्यटकों के मुकदमो में महीने भर में फांसी की सजा होती है तो हमारे देश की नारियों के प्रकरणों में क्यों नही? उक्त मन्दसौर प्रकरण में भी शीघ्र ही आरोपियों को फांसी दी जाए आज देश मे प्रति मिनट बलात्कार की घटनाओं से बेटियां ओर माँ बाप असुरक्षित महसूस कर रहे है देश मे भय का माहौल है। ऐसे बुरे कृत्य करने वाले चाहे किसी भी धर्म के हो पर ऐसे व्यक्ति समाज ही नही राष्ट्रहित के भी खिलाफ है अतः राष्ट्रहित मे निणर्य लेते हुए ऐसे अपराधियो को फांसी की सजा दी जावे |विश्व के अन्य देशों में बलात्कार की सजाओ का अध्ययन करते हुए भारत में भी ऐसी कठोर सजाओ का प्रावधान शीघ्र करावे,साथ ही प्रत्येक जिला स्तर पर पोक्सो कोर्ट खोली जाए जहां नाबालिक बच्चो के साथ हो रहे अत्याचारों के विरुद्ध शीघ्र कार्यवाही हो सके ।

विरोध प्रदर्शन करने वाले संगठन

विश्व हिंदू परिषद उदयपुर,बजरंग दल उदयपुर,मेवाड़ जनशक्ति दल उदयपुर,राष्ट्रीय वीर गुजर महासभा उदयपुर,एकलिंग सेना उदयपुर,श्री राम सेना ( मेवाड़ उदयपुर ),बजरंग सेना मेवाड़ उदयपुर,ॐ बन्ना संस्थान उदयपुर,विप्र फाउंडेशन युवा मंच उदयपुर,विश्व ब्राह्मण संगठन उदयपुर,वन्देमातरम मेवाड़ उदयपुर,शहीद भगतसिंह ग्रुप उदयपुर,गुजर गौड़ समाज उदयपुर,राजस्थान नाथ समाज सेवा मण्डल (उदयपुर ),वन्दे मातरम युवा संगठन उदयपु,कच्चेली तेली समाज उदयपुर,नूपुर नारी सेवा संस्थान उदयपुर,अखिल भारत हिन्दू महासभा उदयपुर,चेटक सर्कल व्यापार मंडल उदयपुर,महादेव सेना उदयपुर,रामपुरा व्यापार संग उदयपुर,श्री चतुर्भुज हनुमान मंदिर व्यायाम शाला उदयपुर,हिन्दू भगवा सेना उदयपुर राजस्थान,सामान्य एकता मंच उदयपुर,रक्तदाता युवा वाहिनी उदयपुर,श्री कृष्ण गौ धाम कविता टीम उदयपुर,हिन्दू साम्राज्य उदयपुर,श्री त्रिवेदी मेवाड़ा ब्राह्मण समाज खड़क क्षेत्र जवास ( युवा प्रकोष्ठ,जय दाता युवा वाहिनी उदयपुर,माँ आशापुरा संगठन उदयपुर,राष्ट्रवादी युवा वाहिनी उदयपुर,महाराणा प्रताप सेना उदयपुर,राज राजेश्वर महादेव सेवा समिति टेकरी उदयपुर,भीलूराणा दल मेवाड़ उदयपुर,भील सेना मेवाड़ उदयपुर,शिव सेना उदयपुर,श्री धर्मराज क्लब काया उदयपुर,मेवाड़ नवयुवक मंडल 14 उदयपुर,अखिल भारतीय सर्व ब्राह्मण एकता परिषद उदयपुर,गडियादेवरा नवयुक मंडल उदयपुर,औदिच्य वेलफैर युथ फोरम उदयपुर,युवा ब्रह्मशक्ति मेवाड़ उदयपुर,राजस्थान नवनिर्माण सेना उदयपुर,सन्त टेरेसा स्कूल टीम बम्बोरा,हिन्दू महासेना टाइगर फोर्स उदयपुर,श्री राम बजरंग दल मेवाड़ उदयपुर,वसीटा धोबी समाज उदयपुर,श्री भैरोंसिंह शेखावत जागृति मंच, उदयपुर बी एड बेरोजगार संघ, जिला उदयपुर,रामपुरा नवयुवक मंडल उदयपुर,नारायणी सेना सेन समाज उदयपुर,सेन चेतना मंच उदयपुर,जन अधिकारी सेना उदयपुर,अंतराष्ट्रीय हिन्दू परिषद उदयपुर,राष्ट्रीय बजरंग दल उदयपुर,करणी सेना उदयपुर शामिल थे

महिला सुरक्षा और सम्मान में बड़े बड़े लेख लिखने वाले देश के बड़े अखबार का सर्कुलेशन मैनेजर ने ही किया ऐसा काम कि महिला की इज़्ज़त हुई तार तार – पीड़िता ने लगाए गंभीर आरोप।

उदयपुर। नैतिक मूल्यों और महिला सुरक्षा और सम्मान की अलख जगाने वाली संस्थान के सर्कुलेशन मैनेजर ही अपनी सर्वेयर पर बुरी नज़र रखने और अकेले में जबरदस्ती अपने घर पर ले जाने का आरोप एक युवती ने लगाया है।
देश के सबसे बढ़ते हिंदी दैनिक अखबार दैनिक भास्कर के उदयपुर संस्करण के सर्कुलेशन मैनेजर दीपेंद्र त्रिवेदी पर भास्कर में ही सर्वेयर का काम करने वाली एक युवती ने गलत नियत रखने और छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। युवती ने अपने साथ हुई जबरदस्ती की रिपोर्ट अम्बामाता थाने में दर्ज करवाई है।अम्बामाता थाने में युवती की रिपोर्ट के आधार पर दीपेंद्र त्रिवेदी पर 354 , 506 व् एस सी एसटी एक्ट में मामला दर्ज़ किया है।
पिछले दो माह से दैनिक भास्कर में सर्वेयर का कार्य करने वाली एक युवती ने बताया कि सर्वेयर के कार्य में कोई समय सीमा नहीं थी इस वजह से वह भास्कर की नौकरी छोड़ने का मन बना चुकी थी। इसके लिए उसने सर्कुलेशन मैनेजर दीपेंद्र त्रिवेदी को सूचित किया। दीपेंद्र ने रविवार को युवती को सहेलियों की बाड़ी स्थित दैनिक भास्कर के ऑफिस बुलाया जब युवती ऑफिस पहुंची तो मैनेजर दीपेंद्र स्कूटी लेकर ऑफिस पंहुचा और युवती को ऑफिस के निचे आने को कहा। युवती ने कहा की आप ऊपर आजाओ यहीं बात कर लेते है। मैनेजर दीपेंद्र ने कहा कि मेने घर के कैज्युअल कपडे पहन रखे है तुम निचे आजाओ यहीं बात करलेंगे । जब युवती निचे आयी तो मैनेजर उसको अपने घर ले जाने की जिद करने लगा। मैनेजर का कहना था की घर पर चलो वहीँ पर बैठ कर बात करेगें घर पर मेरी पत्नी भी है। युवती ने उसके घर जाने से मना किया लेकिन मैनेजर दीपेंद्र ने जबरदस्ती उसका हाथ पकड़ा और स्कूटी पर बैठा दिया। युवती भाग ना जाए इसके लिए वह जिद करने लगा की तुम आगे बैठो में पीछे बैठ कर स्कूटी चलाऊगां। जब युवती ने मना किया और अपने साथ हो रही जबरदस्ती का विरोध किया तब भी जबरदस्ती दीपेंद्र युवती को स्कूटी पर बैठा कर वोडा फोन के ऑफिस के पास अपने घर ले गया। युवती ने उतरते ही घर के अन्दर जाने से मना कर दिया और बाहर दरवाजे को पकड़ लिया। दीपेंद्र उसको अंदर लेजाने की जिद करता रहा कि अंदर चलो मेरी पत्नी है अंदर। लेकिन युवती ने बताया की घर के बाहर ताला लगा हुआ था और मैनेजर झूठ बोल रहा था। युवती मैनेजर की नियत भांप गयी और अपना हाथ छूटा कर वहां से भाग आयी और तुरंत अपने पति को कॉल किया। उसके बाद वह वहां से चली गयी।
प्रार्थी युवती ने बताया कि जब सारी बात पति और घर में भाई वगेराह को बताई तो उन्होंने पुलिस में एफआईआर दर्ज करने की सलाह दी। इधर जब मैनेजर दीपेंद्र त्रिवेदी को अपने खिलाफ मामला दर्ज होने की सूचना मिली तो वह अपनी पत्नी के साथ आया। युवती और उसके भाई ने बताया कि पहले तो उन्होंने भास्कर अखबार की धौंस दी। फिर बाद में उसकी पत्नी भी झूठ बोलती रही कि वह उस वक़्त घर पर ही थी। जब युवती नहीं मानी तो दीपेंद्र अपनी गलती पर हाथ जोड़ कर पेअर पकड़ कर माफ़ी मांगने पर भी तैयार हो गया।
पीड़िता ने बताया की वह पहले भी गलत नियत से अपने घर पर ले जाने की जिद कर चुका है। वह हमेशा कहता है की मेरी पत्नी घर पर है तुमसे मिलना चाहती है। जबकि दीपेंद्र की पत्नी का कही जॉब है और दिन में वह वहां पर जाती है।
युवती और उसके परिजनों ने अम्बामाता थाने में मामला दर्ज़ करवा दिया है पुलिस मामले की जाँच कर रही है। युवती ने बताया है की भास्कर ऑफिस की पार्किंग में सी सी कैमरे लगे हुए है उसमे साड़ी घटना कैद है घटना की सत्यता की पुष्टि उससे हो जायेगी। पुलिस मामले की जाँच कर रही है।

बेटी के सामने बाप की ह्त्या करने वाले आये पुलिस की गिरफ्त में – ह्त्या की गुत्थी सुलझ जानिये क्या है राज़।

उदयपुर। दो दिन पहले राजस्थान के उदयपुर शहर में बेटी के सामने बाप का क़त्ल करने वाले आखिर पुलिस की गिरफ्त में आ ही गए। शहर के ३०० से अधिक पुलिस कर्मी जिसमे एडिशनल एसपी से लेकर कांस्टेबल तक पुलिस कर्मी शामिल थे ने जी तोड़ छान बिन कर 48 घंटों में लूट की नियत से की गयी ह्त्या का खुलासा कर लिया व् ह्त्या में शामिल पाँचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यह ह्त्या उदयपुर शहर की कानून व्यवस्था के नाम पर एक खुला तमाचा था। लेकिन पुलिस ने तत्परता से इस गुत्थी को सुलझा कर कुछ हद तक बदनामी का दाग धोने की कोशिश की है।

पुलिस के बताये अनुसार दो दिन पहले उदयपुर के आबकारी विभाग में काम करने वाले यशवंत शर्मा को रात को लिफ्ट देने के बहाने सुनसान जगह पर ले जा कर ह्त्या करदी थी। यशवंत शर्मा अपनी बेटी के इलाज के लिए अहमदाबाद गए हुए थे और इलाज करवा कर रात एक बजे अपनी बेटी और दोहिते के साथ उदयपुर आये थे। उसी वक़्त पांच लुटेरों ने उन्हें मरूरी वे में उनके निवास हिरणमगरी में छोड़ने का कह कर बैठा लिया था। बाद में रास्ते में सुनसान जगह पर ले जाकर लूट की नियत से उनकी ह्त्या करडाली।
पुलिस ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही अलसुबह जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल सहित जिले के आलाअफसर और शहरभर के थानों के थानाधिकारी मौके पर पंहुच गए। पुलिस कप्तान ने करीब 300 पुलिसकर्मियों को इस हत्या की गुत्थी सुलझाने के निर्देश ​दे दिए। सभी ने मिलकर पार्किंग स्थलों सहित संदिग्ध स्थानों पर गाड़ी की तलाश शुरू कर दी। तभी भूपालपुरा के कांस्टेबल भंवरलाल और एसटीएफ के प्रहलाद पाटीदार को जरिए मुखबिर के सूचना मिली कि एक संदिग्ध व्यक्ति गोवर्धन विलास की ओर घुम रहा है। बाद में पता चला कि घटना के दिन से ही जगदीश ओढ़ उर्फ दरबार अपने साथियों के साथ गायब है। इस पर भूपालपुरा थानाधिकारी हरेंद्र सौदा और सूरजपोल थानाधिकारी आदर्श परिहार मय जाब्ता कानोड़ पंहुचे और कानोड़ पुलिस की मदद से जगदीश ओढ़ उर्फ दरबार और रामा उर्फ रमेश रावत को पकड़ ​ही लिया। दोनों ने अपना अपराध कबूल कर लिया साथ ही इस वारदात में दीपक ओढ़ सहित एक बाल अपचारी का भी शामिल होना बताया। आरोपियो ने पूछताछ में बताया कि वारदात में शामिल गाड़ी डूंगला के राजमल उर्फ राजू लोहार की थी।
जो भी मिले उसे लूट लेना —
वैसे तो इस वारदात में शामिल सारे ही आरोपी नोसीखिए थे, लेकिन मुख्य षड़यंत्रकर्ता को पकड़ने में भी पुलिस कामयाब रही है। कानोड़ निवासी गणेश मीणा ने इन आरोपियों को लूट के लिए तैयार किया था और सभी को उदयपुर भेजने से पहले निर्देशित किया था जो भी पहले मिले उसे लूट लेना। पुलिस ने गणेश लाल मीणा को भी गिरफ्तार करके उसका पिछला रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है।
इस टीम को मिली सफलता —
उदयपुर में लूट के बाद हत्या की सनसनीखेज वारदात का खुलासा करने वाली टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी, हर्ष रत्नू, बृजेश सोनी, उप पुलिस अधीक्षक भगवत सिंह हिंगड़, भंवर सिंह हाड़ा, सीआई आदर्श परिहार, हरेन्द्र सौदा, गोवर्धन सिंह भाटी, हनुवंत सिंह, जितेन्द्र आंचलिया, भवानी सिंह, छगन पुरोहित, संजीव स्वामी, रविंद्र सिंह चारण, हेड कांस्टेबल सुखदेव सिंह, तेज सिंह, शरीफ खान, विक्रम​ सिंह, कांस्टेबल भंवर लाल, प्रहलाद पाटीदार, योगेश, गणेशसिंह, सलीम, अखिलेश, यशपाल, सुभाष, भारत सिंह, शक्तिसिंह, उमेश, ओमप्रकाश, विष्णुशर्मा, प्रभ्यजोत सिंह, देवेंद्र उपेंद्र शामिल थे।

आखिरकार राजस्थान भाजपा की लगाम थामने वाला मिल गया – मदन लाल सैनी बने प्रदेशाध्यक्ष

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पोस्ट न्यूज़। 74 दिन की लंबी मशक्कत के बाद शुक्रवार को राजस्थान भाजपा को प्रदेशाध्क्ष मिल ही गया। राज्यसभा सांसद मदन लाल सैनी को भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है। नई दिल्ली से शुक्रवार शाम को सैनी के प्रदेशाध्यक्ष बनने के आदेश जारी हुए। सैनी के नाम पर प्रदेश नेतृत्व और केंद्रीय नेतृत्व दोनों ही सहमत नजर आए।
मदन लाल सैनी को इसी साल राज्यसभा का सांसद बनाया गया था। सैनी भाजपा संगठन में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। सैनी तीन बार प्रदेश महामंत्री के अलावा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री के पद पर रह चुके हैं। एक बार वे विधायक भी रहे। हालांकि एमपी और एमएलए के चुनाव में उन्हें हार का भी सामना करना पड़ा था।गौरतलब है कि अशोक परनामी ने कामकाज में व्यस्तता का हवाला देते हुए गत 16 अप्रेल को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके चलते अप्रेल से प्रदेश में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का पद खाली था। इसके लिए राजस्थान के कई मंत्रियों और नेताओं ने पिछले कई दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए थे।
सीकर के मदनलाल सैनी को राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की कमान, जानिए सैनी की कुछ बातें
मदनलाल सैनी वर्तमान में राज्य सभा के सासंद है। वर्ष 1970 मे विधि स्नातक बनकर वकालत करने वाले सैनी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत विधार्थी परिषद के जिला और प्रदेश पदाधिकारी बनने से की। प्रदेश के मजदूरों के लिए भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री बनकर सैनी ने लम्बे संघर्ष के बल पर राज्य में अपनी अलग पहचान बनाई।
अशोक परनामी के इस्तीफा देने के बाद नए प्रदेशाध्यक्ष पद के कई नेताओं के नाम सामने आए थे। इनमें गजेंद्र सिंह शेखावत नाम सबसे पहले लिया जा रहा था। लेकिन राज्य और केंन्द्र में एक सहमति नहीं बनने से फाइनल नाम पर घोषणा नहीं हो सकी। आखिरकार 74 दिन बाद शुक्रवार को मदन लाल सैनी के नाम पर मुहर लग गई।