जनरल ऑफिसर कमाण्डिंग कोणार्क कोर ने उदयपुर मिलिट्री स्टेशन का दौरा किया

Genral Commonder-05-11-14उदयपुर, जनरल ऑफिसर कमाण्डिंग, कोणार्क कोर ले. जनरल बॉबी मेथ्यूस ने बुधवार को उदयपुर मिलिट्री स्टेशन का दौरा किया। इस दौरे के दौरान उन्होंने न सिर्फ उदयपुर फॉर्मेशन का ऑपरेशन जायजा लिया बल्कि उन्होंने सैन्य साजो सामान और उदयपुर मिलिट्री स्टेशन की प्रशासनिक देखभाल का जायजा भी लिया।
रक्षा प्रवक्ता ले. कर्नल मनीष ओझा ने बताया कि कोर कमाण्डर ने एकलिंगगढ मिलिट्री स्टेशन में सेवारत सैनिकों के प्रशिक्षण एवं कल्याण सम्बन्धि मुद्दों का जायजा लिया और सभी पदों को संबोधित करते हुए मुख्यालय कोणार्क कोर के अंतर्गत चल रहे कई प्रकार के कल्याणकारी प्रोग्राम्स के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं का उद्देश्य सेवारत सैनिकों को आवास, मैरिड एकोमोडेशन, बच्चों को स्कूली सुविधा, मेडिकल और रिटायर्ड सैनिकों के परिवारों को और अधिक सुविधा प्रदान करना है।* अपने संबोधन के दौरान उन्होंने सभी पदों को सेना के तौर-तरीकों को अपनाये रखने के लिए प्रोत्साहित किया।*
जनरल ऑफिसर ने डोडा, जम्मू-कश्मीर से नोएडा और उदयपुर घूमने आये एजुकेशन मोटीवेशनल टूर के 23 विद्यार्थियों एवं अध्यापकों से मुलाकात की। भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सद्भावना’ के अंतर्गत आये इस टूर में विद्यार्थियों को शांति, एकता और जम्मू-कश्मीर युवा शक्ति, राजस्थान की जनता की जीवन शैली और देश के दूसरी हिस्सों के बारे में अवगत कराया।
अपने उदयपुर भ्रमण के दौरान कोर कमाण्डर ने प्राकृतिक आपदा की तैयारी का भी जायजा लिया और यह विश्वास किया कि यदि आवश्यकता पडे तो राज्य में किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा, मानव निर्मित उपद्रव व हिंसा फैलाने पर सेना संसाधनों के साथ राज्य की मदद करने के लिए पूरी तरह तैयार है।* उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि, राज्य सरकार और सेना का एक दूसरे के साथ अच्छा सहयोग है।

नगर पालिका आमचुनाव 2014, सात को जारी होगी लोक सूचना

उदयपुर, नगरपालिका आमचुनाव 2014 के लिए 7 नवम्बर को लोक सूचना जारी होने के साथ ही नामांकन भरने की प्रक्रिया आरंभ हो जायेगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने बताया कि नामांकन प्रस्तुत करने की अंतिम 11 नवम्बर होगी जबकि नामांकन पत्रों की संवीक्षा 12 नवम्बर को की जायेगी। कार्यक्रम के अनुसार अभ्यर्थिता वापस लेने की अंतिम तिथि 14 नवंबर होगी वहीं 15 नवम्बर को चुनाव चिह्न का आवंटन किया जायेगा। 22 नवम्बर को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान होगा जबकि मतगणना 25 नवम्बर की सुबह 8 बजे से होगी। इसी प्रकार 26 नवम्बर को अध्यक्षीय पदों का निर्वाचन होगा वहीं उपाध्यक्षीय पदों का निर्वाचन 27 नवम्बर को होगा।

‘रितु रंग’ में दिखेगी रंगों की बहार

Photo-1. RADHIKA SURANA उदयपुर। स्थानीय सिटी पैलेस म्यूजियम में गुरूवार से सात दिवसीय चित्र प्रदर्शनी ‘रितु रंग’ आयोजित कीजाएगी। कार्तिक पूर्णिमा के शुभ उपलक्ष में कला को प्रोत्साहित करने हेतु आयोजित इस प्रदर्शनी में नई दिल्ली की चित्रकार राधिका सुराणा द्वारा बनाए गए चित्रों की श्रृंखला ‘रितु रंग कलर्स ऑफ द सीजन’ का उद्घाटन महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड़ करेंगे।
महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के मुख्य प्रशासनि· अधिकारी भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि 6 नवंबर से 12 नवंबर तक आयोजित की जाने वाली प्रदर्शनी यहां सिटी पैलेस स्थित गणेश चौक स्थित छोटा दरीखाना में चित्रकार राधिका सुराणा द्वारा बनाए गए विभिन्न चित्र देखे जा सकेगे। प्रदर्शनी की आमजन के लिए शुक्रवार से प्रतिदिन प्रात: 10 बजे से शाम 4 बजे तक नि:शुल्क रखा जाएगा। इस प्रदर्शनी में कलाप्रेमियों का प्रवेश जगदीश मंदिर मार्ग से सिटी पैलेस के बड़ी पोल से होगा। प्रदर्शनी का समापन 12 नवंबर को होगा।

Akhilesh Joshi, CEO-HZL Appointed Vice Chairman of International Zinc Association

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Mr. Akhilesh Joshi-CEO Hindustan ZincAkhilesh Joshi the CEO of India’s largest and world’s leading zinc producing company, Hindustan Zinc, has been appointed as Vice Chairman of the International Zinc Association (IZA). A decision in this regard was taken by the Board of International Zinc Association (IZA) in their Annual General Meeting held on 23rd October 2014. Akhilesh Joshi is the first Indian CEO to be appointed as Vice Chairman of International Zinc Association (IZA).

Known for his expertise in mining sector, putting in 38 years in zinc-lead-silver mining industry, Akhilesh Joshi has been one of the most influential strategists in mining sector who has also been awarded National Mineral Award in 2006 by the Government of India for systematic exploration, increase in production and meeting the highest standards of mine safety. He has also been recognized by Business Today Best CEO Award (Core Sector) in 2013. Since joining the service in September 1976 Akhilesh Joshi has been consistently working in Hindustan Zinc.

On 1st October 2008 Mr. Joshi took over as Chief Operating Officer and Whole-time Director of Hindustan Zinc and in January 2012 he was elevated to Chief Executive Officer of the company, setting an example within the company where a young engineer has become the CEO of the very same company. “We all have Zinc in our lives” says Akhilesh Joshi, who is currently busy in driving exploration and expansion of mining activities in Hindustan Zinc, particularly the development of under-ground mining at Rampura Agucha.

International Zinc Association(IZA), a non – profit organization established in 1990 in Brussels, has been very actively pursuing globally the image of Zinc, from an industrial product to an essential element. The International Zinc Association(IZA) has also been instrumental in running a “Zinc Saves Kids” program in association with UNICEF. International Zinc Association (IZA) has a strong regional presence in USA, Europe, Latin America, Asia including China, South Africa and Australia, through 11 offices and more than 250 member companies, including big global mining companies like MMG, Teck Cominco, Boliden etc. and Zinc smelting companies like Korea Zinc, Votorantim to name a few.

International Zinc Association(IZA) has also been working very closely in India with National Highways Authority of India, Airport Authority of India, Indian Railways, Central Public Works Department, Central Road Research Institute etc. to highlight the importance and necessity of Galvanizing. Recently, in close association with Hindustan Zinc, International Zinc Association(IZA) organized the first International Galvanizing Conference in New Delhi. Later a Zinc College was also organized in Udaipur under the auspices of Mr. Akhilesh Joshi, which saw participation of 75 experts representing 32 countries.

At present International Zinc Association has Chairman as Mr. Andrew Michelmore, the CEO of MMG limited and Executive Director as Mr. Stephen Wilkinson, who is an ex Teck Cominco executive.

नवास-ए-रसूल को सलाम, कर्बला के शहीदों को सलाम

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उदयपुर | कर्बला में शहीद हुए नवास-ए-रसूल इमाम हुसैन और उनके 72 साथी की शहादत को याद कर मुस्लिम समुदाय द्वारा ताजियों का जुलुस निकाल इबादत कर, रोज़े रख कर तबर्रुक तकसीम कर आज योमे आशूरा मनाया जा रहा है | और शहर भर में ताजियों के जुलुस दो चरण में निकाले गए सुबह और शाम को निकलने वाली ताजियों की सवारी में अपार जन समूह उमड़ा। मस्जिदों में यौमे आशूरा की विशेष नमाज़ अदा की गयी तो कई जगह मजलिसों का दौर भी चला |
आज मुहर्रम की दस तारीख को योमे आशुरा मनाया जा रहा है ताजियों की सवारियों को पुरे जोश खरोश के साथ निकाली जा रही है1 | ताजिये दो चरण में निकले जिसमे सुबह १० बजे से शहर के सभी मुस्लिम मोहल्लों के के करीब २० से अधिक ताजिये व् कई छोटी बड़ी मेह्न्दियों का जुलुस हाथीपोल हर्वेन जी के खुर्रे से रवाना हुआ सब से आगे महावत वाड़ी के ताजिये थे उसके बाद सिलावट वाड़ी, कल्ले सात , आदि कई मोहल्लों के सजे धजे ताजिये थे अबरक से बना ताजिया आकर्षण का केंद्र रहा , ताजियों की सवारी पुरे जोश खरोश, और या हुसैन या हुसैन की मातमी गुंजों के साथ आगे बड़ा साथ में युवा ढोल नगाड़ों पर मातमी ताल बजाते चल रहे थे।
घंटा घर पर घेरा बना कर कई देर तक युवाओं ने या हुसैन या हुसैन कर मातम मनाया जुलुस घंटा घर से गणेशा घाटी होता हुआ पांडू वाड़ी पंहुचा जहा पर ताजियों और मेह्न्दियों को ठंडा किया गया । कई जागरूक लोगों ने ताजियों को ठंडा नहीं किया और झील बचाओ का नारा लगते हुए पानी का छिटा लगा कर वापस ले आये ।
बड़े ताजिये शाम को :
शाम को बड़े ताजियों का दुसरा चरण शुरू होगा जिसमे अकीदतमन्द भारी संख्या में मोजूद रहेंगे \ । दुसरे चरण के ताजियों के लिए तीनों बड़े ताजियों के अलघ अलग खंड जुलुस के रूप में १ बजे से तीज के चोक में लाना शुरू हो गए अलीपुरा, बड़ी पलटन, और धोली बावड़ी के बड़े ताजिये तीज के चोक में जमा होकर वही सरे खंड जमाये जायेगें और करीब ४ बाजे वहां से ताजियों का जुलुस निकला जाएगा तिन बड़े ताजियों के साथ विभिन्न मोहल्लों के छोटे ताजिये भी शामिल रहेंगे ।
युवा या हुसैन के नारों के साथ ताजियों को आगे ले कर बढ़ाते है, साथ में माइक पर नात और मर्सियाह भी पड़ा जाता है । धोली बावड़ी, पलटन और अलीपुरा के बड़े ताजिये अपने आप में एक कारीगरी और आर्ट का नमूना थे ताजियों पर बड़ी बारीकी से पेपर और रंग बिरंगे पन्नी और थर्मा कोल का खुबसूरत काम किया गया है ।
सभी ताजिये भडभुजा घटी बड़ा बाजार घंटा घर जगदीश चोक होते हुए रात ८ बजे तक लाल घाट स्थित कर्बला पहुंचेगें जहाँ ताजियों को ठंडा किया जाएगा ।
बड़ा बाजार स्थित चिल्ले की मस्जिद पर ताजियों का मुकाम रुकवा कर सभी रोजदारों का रोजा खुलवाया जाता है, और जगदीश चोक में विहंगम द्रश्य देखने को शहर भर का भारी जन सैलाब उमड़ता है, अन्धेरा होते ही सभी ताजिये आकर्षक रौशनी से जगमगा उठते है।
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मन्नतें उतारी
पहले व्दुसरे चरण की सवारी में बड़े ताजियों पर कई लोगों ने अपनी मन्नतें उतारी तो कई यों ने मन्नते ली , कोई ताजियों के आगे लोटा तो कोई अपने बच्चे को लेकर ताजियों के निचे से निकला , जगह जगह महिलाओं ने फूल के सेहरे और नारियल पेशा किये ।
हर जगह सबिले लगायी गयी थी जिसमे शरबत चाय , पानी , हलवा , आइस क्रीम , पुलाव हलिम आदि खिलाये गए , हलिम तो शाम होते होते हर मुस्लिम मोहल्ले की हर गली में बनता हुआ दिखाई दिया ।
रोज़े भी रखे गए :
इस्लाम में मोहर्रम का महीना खुदा की इबादत व इमाम हुसैन की शहादत की याद करने का है। मुस्लिम लोग इस महीने की नौ व दस तारीख को रोजे भी रखते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार इन दिनों में रोजा रखने से बीते समय के सभी गुनाहों से छुटकारा मिलता है।
इस्लाम को मानने वाले मोहर्रम माह की दस तारीख को शहीदों की याद के रूप में तथा इस्लाम के प्रति अपने समर्पण को दर्शाते हैं, और साथ ही यह दुआ भी करते हैं कि रब उन्हें भी नेकी, समर्पण व कुर्बानी के जज्बे से सराबोर रखे। जंग को हराम समझे जाने वाले इस माह को शहरूल्लाह व शहरूल अम्बिया भी कहा जाता है।
रात में हुआ छड़ी मिलन :
कल रात को चेतक सर्कल स्थित पलटन मस्जिद व धोलीबावडी के बाहर ताजियों को जियारत के लिए रखा गया है जहां अकीदतमंदो ने फूल पेश किए। मोहर्रम की ९वीं तारीख को शहर में भ$डभुजा घाटी में होने वाली ’कत्ल की रात’ में नायकवाडी एवं कुंजरवाडी मौहल्ले की छडी मिलन की रस्म हुई। शहर के खांजीपीर, कुंजरवाडी, खेरादीवाडा, धोलीबावडी व आयड में लगाई गई सबीलों पर खीर, हलीम व पुलाव आदि तबर्रूक के तौर पर बांटे गए।
पलटन के ताजिये को झील में नहीं करेंगे ठंडा:
मुहर्रम पर्व पर इस बार पलटन मस्जिद के ताजियेे को ठंडा नहीं कर पुन: पलटन मस्जिद लाया जाएगा। फैजाने हुसैन कमेटी के अब्दुल मजीद ने बताया कि झील संरक्षण की दृष्टि से कमेटी द्वारा इस बार यह निर्णय लिया गया है कि इस बार ताजियों को लालघाट ले जाया जाएगा इसके बाद पुन: पलटन मस्जिद लाया जाएगा। जहां लोहे के सामान को सुरक्षित कर ताजिये के निर्माण में उपयोग ली गई सामग्री को ठंडा करवा दिया जाएगा।
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पार्षद की दावेदारी करने वालों की अक्ल से बड़ी है भैंस

r1094225_13133049उदयपुर | निगम चुनाव के लिए कई दावेदारों ने अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है तो कई ने शोशल मिडिया पर खुद को पार्टी का प्रत्याशी घोषित कर दिया है | जब की अभी तक ना तो भाजपा ना ही कांग्रेस की तरफ से किसी को इशारा हुआ ना ही प्रत्याशियों की कोई सूचि जारी की गयी है | इन दावेदारों के ज्ञान कि बात कि जाए तो अक्ल बड़ी या भैंस जैसा प्रतीत हो रहा है | भाजपा कांग्रेस के निगम में दावेदारों को परखने के लिए मददगार ने जब कुछ सवाल किये हैरान करने वाली बाते सामने आई कि अधिकाँश दावेदार यही नहीं बता पा रहे है कि उन्हें पार्षद बन कर करना क्या है |
मुख्य बेसिक सवालों के जवाब नहीं दे पाये :
भाजपा के कई दावेदार टिकिट की आस लगा कर तो बैठे है और कई टिकिट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने की चेतावनी भी दे रहे है, लेकिन उन्हें यही नहीं पर की उदयपुर नगर निगम कब बना उससे पहले पगार परिषद था तो उसकी स्थापना कब हुई ? अब तक कितने सभापति और महापौर आगये है ? ऐसी किसी बात का ज्ञान नहीं है, यही नहीं अपने वार्ड के मौजूदा पार्षद का नाम भी ठीक से नहीं पता | दोनों पार्टियों के दावेदारों को नगर निगम के काम, नगर पालिका एक्ट जातिगत समीकरण और जीतने का गणित के बारे में सवाल किया तो कोई जवाब नहीं दे पाये |
कांग्रेसी दावेदार को यही नहीं पता कि वे पार्टी में कितने समय से जुड़े हुए है | जीतने का आधार क्या होगा? साथ ही भाजपा शासन में कितने धरने प्रदर्शन किए और मुद्दे क्या रहे। कांग्रेस में कितने समय हो? क्या क्या जिम्मेदारियां रही? विधानसभा और लोकसभा में क्या जिम्मेदारी थी और उसका परिणाम क्या रहा? इस तरह के सवाल में से किसी सवाल का सही जवाब नहीं दिया, कई ने तो कॉल ही काट दिया कि बाद में बात करेंगे |
पार्षद दावेदार भी मोदी पर सवार :
भाजपा के दावेदार तो यह माने बैठे है कि बस टिकिट मिल जाए बाकी काम तो सिर्फ मोदी का नाम ही कर जायेगा उन्हें कुछ करने की जरूरत नहीं | जब भाजपा दावेदारों से पार्टी में उनकी भूमिका , टिकिट मिलाने पर जीत का आधार जैसे सवाल किये तो अधिक तर ने नरेंद्र मोदी का सहारा लेते हुए कह दिया की जीत के लिए तो मोदी का नाम ही काफी है | एक ने तो यहाँ तक कह दिया की जीत के लिए सिर्फ उनके साथ मोदी के पोस्टर वाला फार्मूला ही जीताने में काम आ जायेगा | जब की उन्हें भाजपा पार्टी के बारे में अधिक जानकारी भी नहीं |
वार्ड नंबर तक नहीं पता :
कई महिला दावेदारों को तो उनका वार्ड तक का नंबर नहीं पता है | उनका कहना है की पति पार्टी के कार्यकर्ता है जिन्होंने उनका नाम दिया है | उनका वार्ड कहाँ से कहाँ तक है कितने मतदाता है ऐसी किसी बात कि जानकारी नहीं है |

नुक्कड़ नाटक परेड थम का मंचन

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उदयपुर | रविवार शाम नाट्यांश सोसाइटी के द्वारा गुलाबबागए पिछोला पालए एवं फतेहसागर पाल पर नुक्कड़ नाटक परेड थम का सफल मंचन हुआ जिसमे की भारत के संविधान में बताये गए कर्तव्यों की आज की दशा का वर्णन किया गया |
परेड थम नुक्कड़ नाटक आधारित है, भारत की आज़ादी के समय बनी कई महत्वपूर्ण चीजों का जिसमे सबसे महत्वपूर्ण हैए हमारा संविधान द्य जैसा की हमे पता है हमारा संविधान 2 साल 11 महीने और 18 दिन में बड़ी से बना था परन्तु आज आज़ादी के 64 साल बाद भी कितने ही लोग हमारे संविधान की अनदेखी करते आये है | जिस महान संविधान पर भारतवासियों को गर्व होना चाहिए उसी संविधान को दरकिनार करके लोग आगे चल देते है | आज का यह आलम है, कि कितने लोग जानबूझ कर नियमो की अवहेलना कर देते है, कुछ इसी प्रकार के मुद्दों एवं घटनाओ और संविधान में दिए गए कर्तव्यों को सम्मिलित करके ष्परेड थम्म नुक्कड़ का मंचन किया गया |
नाट्यांश संस्था के संयोजक अब्दुल मुबीन खान पठान ने बताया कि नाटक का लेखन एवं निर्देशन अशफ़ाक नूर खान द्वारा किया गया जिसमे अमित श्रीमाली श्लोक पिम्पलकर , मोहम्मद रिजवान मंसूरी, नेहा पुरोहित, आयुष माहेश्वरी, रेखा सिसोदिया द्वारा अभिनय किया गया | सभी कलाकारों ने नाटक के सफल मंचन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई एवं दर्शको को अपने जीवन में इन कर्तव्यों को उतरने का निवेदन किया | नाटक के मंचन के बाद कई दर्शको ने नाटक को सराफा और आगे से अपने आप में सुधर लेन की बात भी कही |

हिन्दुस्तान जिंक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट द्वारा उदयपुर के 30 प्रतिशत मल का उपचार

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उदयपुर | वेदान्ता समूह की कंपनी हिन्दुस्तान जिंक द्वारा मनवा खेड़ा में स्थापित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट उदयपुर के 30 प्रतिषत मल का उपचार कर रहा है। हिन्दुस्तान जिंक ने राजस्थान सरकार के साथ 20 मिलियन टन प्रतिदिन क्षमता वाले इस ट्रीटमेंट प्लांट के समझौते के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये थे। अब यह प्लांट पूरी तरह कार्यरत है तथा प्रतिदिन 20 मिलियन टन मल का उपचार कर रहा है। उदयपुर में प्रतिदिन 70 मिलियन टन मल उत्पन्न होता है तथा इस हिसाब से हिन्दुस्तान जिंक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट उदयपुर का प्रतिदिन 30 प्रतिषत मल का उपचार कर रहा है।
अतिआधुनिक प्रस्तावित तकनीक से बनाया गया यह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट राजस्थान का पहला प्लांट है तथा इसके संचालन से उदयपुर वातवरण एवं पर्यावरण में निष्चिततौर पर सुधार देखा जा रहा है।
हाल ही में घरेलू मल को छोटी पाइप लाइनों द्वारा बड़ी पाइप लाइन से जोड़ने का कार्य प्रारंभ हो गया है। यह बड़ी पाइप लाइनें सीधे हिन्दुस्तान जिं़क के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ी जा रही है। इससे मल के उपचार में और सुविधा हो जाएगी।
उदयपुर की झीलों में अब मल का प्रवाह कम हो जाने से झीलों की सुन्दरता में भी प्रभाव दिखने लगा है।
गौरतबल है कि मल के उपचार के साथ-साथ उपचार के उपरान्त उत्पन्न होने वाली खाद को भी उपयोग में लाया जाएगा जिससे उदयपुर नगर परिषद व्यस्थित रूप से बिक्री कर लगभग एक करोड़ रु. सालाना अर्जित कर पाएगा।
हिन्दुस्तान जिंक अपने पर्यावरण कार्यक्रमों द्वारा तथा अपनी इकाईयों में लगे अतिआधुनिक संयंत्रों द्वारा निरन्तर पानी की बचत करता रहा हैं।
इस संर्दभ में हिन्दुस्तान जिंक के हेड-कार्पोरेट कम्यूनिकेषन पवन कौषिक ने कहा कि ‘‘उदयपुर का विष्व मानचित्र पर एक विषेष स्थान है तथा इसकी सुन्दरता एवं वास्तविकाता के लिए इस सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना होना अतिआवष्यक था। हमें खुषी है कि हिन्दुस्तान ज़िंक राजस्थान सरकार के साथ मिलकर इस सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को स्थापित व संचालित कर पाया।‘‘

नगर निगम नहीं अब जनता ही रखेगी गली मोहल्लों में सफाई का ध्यान, और शुल्क भी देना होगा

nagar nigamउदयपुर | बदहाल सफाई व्यवस्था से त्रस्त जनता पर राज्य सरकार कचरे का बोझ डालने जा रही है | डोर टू डोर कचरा संग्रहण की जिम्मेदारी नगर निगम की बजाय अब मोहल्ला विकास समिति या संस्थाओं पर थोपी जा रही है | जिसमे जनता को ही सफाई कर्मी व् कचरा संग्रहण से लेकर डिपो तक ले जाने की व्यवस्था करनी होगी | इसके लिए आवश्यक राशि की उगाही भी जनता को अपनी जेब से ही करनी होगी राज्य सरकार के स्वायत शासन विभाग की और से जारी इन आदेशों में नगर निगम पर जम कर कृपा बरसाई गयी है | और इस व्यवस्था को प्रधान मंत्री के स्वच्छता अभियान से जोड़ते हुए नाम दिया है स्वच्छता मित्र आपके द्वार |
क्या है योजना :
राज्य सरकार ने सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए स्वच्छता मित्र आपके द्वार योजना लागू करने जा रही है। जिसके लिए उदयपुर नगर निगम ने मोहल्ला विकास समितियों व् संस्थाओं को आमंत्रित किया है | नगर निगम डोर-टु-डोर वेस्ट कलेक्शन करने की इच्छुक संस्थाएं, व्यक्ति या मोहल्ला विकास समितियों से प्रस्ताव लेकर पंजीयन करेगी आैर सफाई के बदले जनता से सहयोग राशि वसूलने का अधिकार भी देगी। एक से ज्यादा प्रस्ताव आने पर किसी संस्था व्यक्ति का चयन निगम लॉटरी से होगा। निगम 150 से 250 घरों के एक समूह को कलस्टर बनाकर वेस्ट कलेक्शन का काम करवाएगा। नगरीय ठोस अपशिष्ठ (प्रबंधन एवं हथालन) नियम 2000 की पालना में वेस्ट कलेक्शन के बदले 100 वर्गमीटर से अधिक के मकानों के मालिकों से 50 रुपए, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से 80 रुपए आैर ढाबे, होटल्स, रेस्टोरेंट बेकरी मालिकों से 100 रुपए प्रतिमाह वसूले जाने का फैसला किया गया है। यह राशि अधिकृत संस्था, एनजीआे या मोहल्ला विकास ही एकत्रित करेगी। सफाई कर्मचारी को पारिश्रमिक का भुगतान भी संस्था अपने स्वयं के स्तर पर ही करेगी।
नगर निगम पर मेहरबानी, जनता पर बोझ :
स्वच्छता मित्र आपके द्वार योजना में निगम को उसके मुख्य कार्य शहर में सफाई व्यवस्था से ही मुक्त कर दिया गया और सारा बोझ जनता पर डाल दिया गया है | इसमे यह की सफाई कर्मी, ट्रॉली, संसाधन जुटाने से लेकर कचरा संग्रहण करने व् शुल्क लेने तक की जिम्मेदारी मोहल्ला विकास समिति या संस्था पर डाली गयी है | यहाँ तक की सफाई कार्य के दौरान यदि कोई सफाई कर्मी दुर्घटना ग्रस्त होने की स्थिति में भी नगर निगम को जिम्मेदारी से मुक्त रखते हुए बोझ मोहल्ला विकास समिति पर ही डाला गया है | और तो और सफाई व्यवस्था बिगड़ने पर भी नगर निगम के अधिकारी या कर्मचारियों पर कार्रवाई सुनिश्चित नहीं की गयी है, लेकिन कचरा फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशषा की गयी है |

इनका कहना …
राज्य सरकार द्वारा शुरू होने वाली योजना स्वच्छता मित्र आपके द्वार के आदेश आचुके है इसके लिए उदयपुर नगर निगम ने शहर की मोहल्ला विकास समितियों व् संस्थाओं को आमंत्रित किया है | देवेन्द्र सनी , स्वस्थ अधिकारी नगर निगम उदयपुर |

अंजुमन को दरकार एक शिक्षा विद्द की

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उदयपुर | “अंजुमन तालीमुल इस्लाम” की स्थापना करीब सौ साल पहले मुसलामानों में तालीम (शिक्षा) के बढ़ावे के लिए की गयी थी | इसके लिए ऐसे लोगों को जिम्मेदारी सौंपी गयी थी जो खुद भी शिक्षित थे और शिक्षा के लिय उन्होंने पहला कदम भी उठाया | लेकिन आज हालात उलटे है | यह अंजुमन (संगठन ) एक शिक्षित सदर ( अध्यक्ष ) के लिए आँखे फैलाये खड़ा है | लेकिन कही कोई रोशनी की किरण नज़र नहीं आरही | १०० साल पहले शुरू की गयी स्कूल आज भी उसी स्थिति में है |
९ नवम्बर को अंजुमन तालीम के विभिन्न पदों के लिए चुनाव होने वाले है | जो संगठन शिक्षा के लिए बनाया गया था आज उससे जुड़ने वाले विभिन्न पदों के उम्मीदवारों में आधे से अधिक उम्मेदवार सेकेंडरी तक भी नहीं पढ़े हुए है, तो फिर कैसे शिक्षा के महत्त्व को समझेगे और और इस संगठन और समाज में शिक्षा की अलख जगायेगें |
सदर के पद के लिए एक भी ग्रेजुएट नहीं : अंजुमन के इस चुनाव के लिए इस बार तीन उम्मीदवार मैदान में है | जिसमे मोहम्मद खलील, हाजी मोहम्मद युसूफ, एवं मोहम्मद इलियास मुल्तानी ताज्जुब की बात है की शिक्षा के संगठन में अध्यक्ष पद के दावेदारों में एक भी ग्रेजुएट नहीं है | सबसे अधिक शिक्षा है तो वह हायर सेकेंडरी पास किये हुआ प्रत्याशी है | मोहम्मद युसूफ की शैक्षणिक योग्यता हायर सेकेंडरी है, जब की इलियास मुल्तानी की शिक्षा सेकेंडरी तक और मोहम्मद खलील आठवी पास है | जब कि अन्य कुछ समाजों की इसी तरह के शिक्षा के लिए बने संगठन है उनमे बनने वाला अध्यक्ष एक शिक्षा विद्द ही होता है | इस सगठनों और कुछ ही सालों में प्राइमरी से शुरू कर आज बड़े बड़े उच्चा शिक्षण संस्था खोल दिए है |
१०० सालों में शिक्षा का स्तर वही : मुसलामानों शिक्षा के बढ़ावे के लिए बना संगठन अंजुमन में संचालित स्कूल की स्थिति आज कोई बहुत अच्छी स्थिति में नहीं है | आठवी तक बीसियों सालों तक चलती रही अलबत्ता मौजूदा कार्यकारणी ने इसको सेकेंडरी तक बढ़े और जहाँ ५० से ६० बच्चों कि संख्या थी उसमे भी कुछ इजाफा किया लेकिन १०० सालों में जहाँ यह नामी शिक्षा का मरकज बनाना चाहिए था जहाँ हायर एजुकेशन की तालीम होनी चाहिए थी उसकी जगह यहाँ सिर्फ दंस्वी तक का स्कूल संचालित हो रहा है |
इस्लाम में शिक्षा का महत्त्व : इस्लाम में शिक्षा को बहुत अधिक महत्त्व दिया है, शिक्षा के लिए कुरआन और हदीस में भी कई बार आया है | इस्लाम में कहा गया है कि शिक्षा के लिए अगर हजारों मील तक चलते हुए भी जाना पड़े तो जाना चाहिए | यही नहीं इस्लाम में महिलाओं की शिक्षा पर भी खासा जोर दिया है | कहा गया है कि एक पुरुष पड़ा लिखा होगा और शिक्षित होगा तो एक इंसान ही शिक्षित होगा लेकिन अगर एक महिला शिक्षित होगी तो आने वाली सात पीढ़ियां भी शिक्षित हो जाएगी | और इस्लाम में शिक्षा के इसी महत्त्व के चलते उदयपुर के मुस्लिम बुजुर्गों ने अंजुमन तालीमुल इस्लाम की शुरुआत की थी |
शिक्षा विद्द आते नहीं और जो आये उन्होंने भी कुछ ख़ास नहीं किया : इस संगठन को चलाने के लिए मुस्लिम समाज के शिक्षा विदों को आगे आना चाहिए अव्वल तो वह आते नहीं जो आते है वह या तो कुछ करते नहीं या राजनीति का अखाड़ा बन रहे दंगल की भेंट चढ़ जाते है | मौजूदा कार्यकारणी से पहले सदर इकबाल सागर और सेक्रेटरी मुश्ताक चंचल का कार्यकाल था पढ़े लिखे होने के बावजूद कुछ ख़ास काम शिक्षा के क्षेत्र में नहीं हुआ |