अमर सिंह पहुचे उदयपुर में जैन मुनी का आशीर्वाद लेने

amar-singh2उदयपुर ,समाजवादी पार्टी के पूर्व महामंत्री अमर सिंह अपनी निजी एक दिवसीय यात्रा के दौरान लेकसिटी पहुचे जहाँ उन्होंने जैन मुनि रिषभ विजय मासाब से आशीर्वाद लिया और नाथद्वारा में श्रीनाथ जी के दर्शन किये ।

amar-singh1सूत्रों के मुताबिक यहाँ उनकी पूर्ण रूप से निजी यात्रा थी जिसके दौरान वह शनिवार दोपहर उदयपुर पहुचे और अपने परिचित के यहाँ विश्राम कर जैन मुनि रिषभ विजय मासाब से आशीर्वाद प्राप्त किया जैन मुनि ने उन्हें आशीर्वाद दे भविष्य में सफलता की कामना की तथा उनके स्वस्थ के लिए भी प्रार्थना की ।अमर सिंह पिछले काफी समय से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित है । मुनि जी आशीर्वाद प्राप्त कर अमर सिंह नाथद्वारा के लिए रवाना हो गए जहाँ श्रीनाथ जी के दर्शन के बाद पुनः लौट जायेगे

सी पी जोशी के रेल मंत्री बनने पर उदयपुर में मनाई खुशिया

उदयपुर,। केन्द्रीय भूतल परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री डॉ. सी. पी. जोशी को आज रेल मंत्रालय का पुनः अतिरिक्त प्रभार प्रदान कर रेल मंत्री बनाये जाने की सूचना मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों ने चेतक सर्कल पर एक दूसरे का मुंह मीठा कराकर बधाईयां दी और फैक्स भेजकर डॉ. सी. पी. जोशी को भी बधाई प्रेषित की।

देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला, जिला प्रमुख मधु मेहता, उपाध्यक्ष रामलाल गायरी, बाबूलाल श्रीमाली, महामंत्री भगवतीलाल खटीक, हरिसिंह झाला, मथुरेश नागदा, दिलीप प्रभाकर, सचिव देवेन्द्रसिंह शक्तावत, श्यामलाल चौधरी, कमलसिंह चौधरी, सैयद मुर्तजा हुसैन साबरी, प्रतापसिंह चौहान, देवेन्द्र मीणा, प्रधान कन्हैयालाल खराडी, तुलसी मेघवाल, ब्लॉक अध्यक्ष भगवतसिंह झाला, मांगीलाल चौधरी, स्वयंभू शर्मा, कालूराम मीणा, महेश पालीवाल, जीतसिंह चुण्डावत, कार्यकारिणी सदस्य लक्ष्मीनारायण मेघवाल, केवलचन्द लबाना, कौशल नागदा, किसान कांग्रेस महासचिव रमेशपुरी गोस्वामी, जिला प्रवक्ता हेमन्त श्रीमाली एवं मावली विधायक पुष्करलाल डांगी आदि ने डॉ. सी. पी. जोशी पर विश्वास जता कर पुनः रेल मंत्रालय का पदभार प्रदान करने पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी, प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह एवं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का आभार जताया।

जिला प्रवक्ता हेमन्त श्रीमाली ने बताया कि इन नेताओं ने अपने बयान में कहा डॉ. सी. पी. जोशी के विकास के विजन, दूरदृष्टि, तथ्यात्मक जानकारी एवं राजनैतिक सोच का लाभ न केवल मेवाड़ व राजस्थान वरन पूरे देश को मिलेगा ओर रेलवे का विकास कर आम आदमी के जीवन में परिवर्तन आयेगा।

इन नेताओ ने कहा कि मेवाड़ जो रेल विकास की दृष्टि से पिछड़ा हुआ है और रेल बजट से भी मेवाड को ज्यादा कुछ नही मिल पाया है। डॉ जोशी के रेल मंत्री बनने से मेवाडवासियो, उद्योगपतियों, व्यवसायियों तथा आदिवासी अंचल के आम नागरिको ने मेवाड के रेल विकास हेतु आशा की किरण जागृत हुई हैं।

देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला ने प्रधानमंत्री एवं राहुल गांधी को पत्र लिखकर आदिवासी अंचल के आदिवासी जो स्व. राजीव गांधी के हृदय मे निवास करते थे उनके सवांगीण विकास हेतु विलक्षण व्यक्तित्व के धनी, कर्मशील व्यक्तित्व एवं धरातलीय अनुभव रखने वाले डॉ. जोशी के पास रेल मंत्रालय का प्रभार स्थायी रूप से रखने की मांग की।

कांग्रेस मीडिया सेन्टर अध्यक्ष पंकज कुमार शर्मा ने केन्द्रीय सडक़ परिवहन मंत्री डॉ. सी. पी. जोशी के रेल मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिए जाने पर खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी उन्हें इस मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। शर्मा ने कहा कि अनुभवी और सकारात्मक सोच के धनी डॉ. जोशी को स्वतंत्र रूप से रेल मंत्रालय का चार्ज दिया जाए तो निश्चित रूप से जनहित में इसके सार्थक परिणाम होंगे।

मास्टर प्लान में कोई कमी न रहे – खरे

उदयपुर, उदयपुर के नाते मास्टर प्लान २०३१ को लेकर राजस्थान के चीफ टाउन प्लानर ने अधिकारीयों की बैठक ली और मास्टर प्लान बनाने के पहले विशेष दिशा निर्देश दिए ।

राजस्थान के चीफ टाउन प्लानर एन. के. खरे ने अधिकारियों से कहा है कि उदयपुर के नए मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने से पहले यह ध्यान रहे कि मास्टर प्लान व्यावहारिक हो।

खरे ने यह बात शनिवार को यहां यूआईटी में बैठक के दौरान कहीं। बैठक में यूआईटी चेयरमैन रूपकुमार खुराना भी मौजूद थे। खरे ने कहा कि मास्टर प्लान पर ही किसी क्षेत्र का भावी विकास व विस्तार निर्भर करता है। ऐसे में सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ही मास्टर प्लान को अंतिम रूप दिया जाए।

उन्होंने जलदाय विभाग, एवीवीएनएल और संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि वर्ष 2031 तक उनकी क्या जरूरतें रहेगी। उसके प्रस्ताव समय पर दे दें। जिससे कि मास्टर प्लान में उनके लिए जमीन आरक्षित की जा सके।

यूआईटी चेयरमैन रूपकुमार खुराना ने कहा कि मास्टर प्लान में जो भी प्रस्ताव शामिल किए जाने उस अनुरूप काम भी हो सके। इस बात का पूरा ध्यान रखना होगा।

उदयपुर जोन के सीनियर टाउन प्लानर सतीश श्रीमाली ने मास्टर प्लान को लेकर अब तक हुए कार्य की चीफ टाउन प्लानर को जानकारी दी। बैठक में वरिष्ठ नगर नियोजक उदयपुर जोन, सतीश श्रीमाली, एसई अनिल नेपालिया, प्लानिंग शाखा के महेन्द्र सिंह परिहार भी मौजूद थे।

दो दिन में काबू आई आई आग

उदयपुर. भीषण गर्मी के चलते शहर के आसपास के जंगलों में दावानल का खतरा रोज़ रहता है पिछले १५ दिनों में अलग अलग जगह तिन जगह जंगल और पहाड़ियों में आग लग चुकी है शनिवार सुबह तडके शहर के समीपवर्ती गांव चौकडिय़ा के हरणिया डागल वनखंड की पहाड़ी पर लगी आग पर काबू पाने के लिए वनकर्मियों और क्षेत्र के लोगों को दस घंटे से अधिक का समय लगा। सुबह चार बजे से ही वनरक्षक और ग्रामवासी अपने स्तर पर आग को बुझाने में जुटे रहे।

सहायक वन संरक्षक एस.एन. शक्तावत ने बताया कि शुक्रवार को लगी आग को बीते दिन देर रात्रि तक बुझाने का प्रयास किया गया। लेकिन हवा के चलते आग काबू में नहीं आई। सुबह चार बजे से दोबारा वनकर्मी ने आग बुझाने का काम शुरू किया, जो दोपहर तक जारी रहा।

पहाड़ी क्षेत्र में आग 30 हैक्टेयर क्षेत्र में फैल गई। जिसे बुझाने में वनकर्मियों और ग्रामवासियों ने पेड़ के पत्तों से बने झाड़ू से फायर लाइन काटने की कोशिश की। वन विभाग के वन पालक फिरोज हुसैन, सहायक वन पालक किशनलाल, माधोसिंह, वन रक्षक ज्योति, रेखा, रामचंद्र मौके पर डटे रहे।

बताया गया कि हवा के चलते ग्राउंड स्तर पर आग की चिंगारियां फैलने से यह नाई दिशा वाली पहाड़ी में फैलती गई। पहाड़ी क्षेत्र होने से दमकल विभाग के वाहन मौके पर पहुंच नहीं पाए। ऐसे में परंपरागत तरीके से आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है।

 

सन्देश यात्रा की तय्यरियाँ जोरो पर

उदयपुर. सन्देश यात्रा के अंतर्गत मुख्य मंत्री की प्रस्तावित यात्रा को सफल बनाने के लिए कांग्रेस के विभिन्न संगठनों ने तय्यरियाँ जोरो से शुरू कर दी है ।इसी को लेकर उदयपुर देहात एवं शहर जिला कांग्रेस सेवादल के जिला पदाधिकारियों एवं ब्लॉक अध्यक्षों की संयुक्त बैठक हुई ।

सेवादल के प्रदेश प्रभारी महेश त्रिपाठी ने इसी माह उदयपुर में संदेश यात्रा के तहत होने वाले मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों को सफल बनाने पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी। त्रिपाठी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सरकार की योजनाओं को लेकर भी सक्रियता निभाएं।

बैठक में सेवादल के देहात जिला अध्यक्ष दयालाल चौधरी ने सदस्यता अभियान चलाकर कांग्रेस सेवादल के सदस्य बनाने पर जोर दिया। सेवादल के शहर अध्यक्ष गोपाल नागर ने 21 मई को राजीव गांधी की पुण्य तिथी पर होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी।

शनिवार को हुई बैठक में सेवादल के संस्थापक नारायण सुब्बाराव हार्डीकर की जयंती संकल्प दिवस के रूप में मनाते हुए उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।

बैठक में अतिरिक्त मुख्य राजकुमार पाटिया, लक्ष्मण सिंह मीणा, टेकचंद चौहान, शारदा मीणा, नीना पुरोहित, अब्दुल कयूम सिन्धी, दिलीप टेलर, किशननाथ, असलम खान, अजीज खान, मंजु पांडे, विष्णु पटेल, लिम्बाराम खेर, रणबहादुर सिंह, जुगलकिशोर वैष्णव, जसवंत सरगरा सहित जिले एवं ब्लॉक के कई पदाधिकारी उपस्थित थे।

 

ACB का डंडा अब रसूखदारों के अवैध निर्माणों पर

[quote_right]जिन रसूखदारों पर यु.आई.टी. और नगर निगम के अधिकारी सालों से कोई कार्यवाही नहीं कर सके उन पर दबंगता से कार्यवाही की “राजेन्द्र प्रसाद गोयल” ने [/quote_right]उदयपुर, भ्रष्ट हो चुके नगर निकायों की शिकायते सुन सुन कर आखिर कार एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने अपनी टीम के साथ खुद ही अवेध निर्माणों के खिलाफ अभियान छेड़ और निर्माण निषेध क्षेत्र में बड़े बड़े रसूखदारों के निर्माण पर दबंगता से कार्यवाही की ।शुक्रवार को अवैध निर्माण के विरुद्ध एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल और उनकी टीम ने जो कार्यवाही की वह असल में करनी यु.आई.टी. को चाहिए थी लेकिन यु.आई.टी. में अधिकारीयों की और अवैध निर्माणकर्ता की मिलीभगत के चलते यह कदम ए.सी.बी. ने उठाया ।
लाख नोटिसों और हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद भी रसूखदार लोग बिना किसी डर के धड़ल्ले से काम करते है । यु.आई.टी. और नगर निगम के अधिकारी छोटे मोटे निर्माण को तौड कर वाह वाही बटोर लेते है लेकिन इन धन्ना सेठों के बड़े बड़े चल रहे अवैध निर्माणों के आगे से रोज़ आँखे बंद कर निकल जाते है । इतने बड़े निर्माण बिना बड़े बड़े अधिकारीयों की मिलीभगत के संभव नहीं है । और इसी वजह से राजेन्द्र गोयल ने दबंगता दिखाते हुए अपना डंडा इन रसूखदार के आलिशान बंगलों पर चला दिया ।

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शुक्रवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टीम ने शहर के चार प्रमुख अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्यवाही की जिसमे से तीन निर्माण हाईकोर्ट की अवमानना करते हुए झील निर्माण निषेध क्षेत्र में हो रहे थे इस सन्दर्भ में ब्यूरो ने यु.आई.टी. से सम्बंधित दस्तावेज तलब किये ।
IMG_1286दोपहर बाद चली भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्यवाही दो टीमों द्वारा चार जगह अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्यवाही की गयी जिसमे साइफन चौराहे पर साधना अपार्टमेंट में कार्यवाही की जिसमे ब्यूरो के डिप्टी राजीव जोशी ने बताया की यह निर्माण सुरेश मोदी द्वारा करवाया जा रहा है जिसकी स्वीकृति जी प्लस तीन स्टोरी और आवासीय की थी लेकिन शिकायत के बाद कार्यवाही के दौरान पाया की जी प्लस चार का निर्माण पूरा हो चूका है और स्वीकृति में आगे का सेट्बेक २० फिट छोड़ना था उसकी जगह १५ फिट छोड़ा गया है और साइड में दोनों तरफ १० फिट की जगह ७-७ फिट छोड़ा गया है । और बेसमेंट में भी पार्किंग की जगह कमरों का निर्माण हो रखा है । कार्यवाही के दौरान ब्यूरों ने नगर निगम और यु.आई.टी. के अधिकारीयों को भी बुलवा लिया था उन्होंने भी पुष्ठी की की यह तकनिकी रूप से अवैध निर्माण है । जोशी ने बताया की इसकी रिपोर्ट बना कर यु.आई.टी. के सम्बंधित अधिकारीयों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी क्यों के बिना मिली भगत के ऐसे अवैध निर्माण नहीं किये जा सकते ।
दूसरी कार्यवाही ब्यूरो की टीम ने झील निर्माण निषेध क्षेत्र हरिस्दास जी की मगरी महेश भरद्वाज के निर्माण धीन बंगले पर की जहाँ ब्यूरो की टीम को देख कर मजदूर तो भाग खड़े हुए ।होटल ट्राईडेंट की मुख्य रोड पर यह निर्माण कार्य चल रहा था मोके पर उस क्षेत्र के यु.आई.टी. के पटवारी चितरंजन शर्मा और अधिकारी मुकेश जानी को भी ब्यूरो ने बुलवाया और उनसे भी जवाब तलब किया तो उन्होंने बताया की हमने इनको कम बंद रखने के नोटिस दे रखे है लेकिन फिर भी ये काम बंद नहीं करते ।
बाकि की दो कार्यवाही ब्यूरो के स्पेशल टीम द्वारा प्रसन्न कुमार खमेसरा के नेतृत्व में की गयी जिसमे हेमंत पेरीवाल का चार मंजिला निर्माण धड़ल्ले से चल रहा था उसको रुकवाया और वही पीछे खेमराज सिन्धी के दो बड़े बड़े बंगलों के कार्य चल रहे थे जिनको रुकवा कर कार्यवाही की दोनों निर्माण झील निर्माण निषेध क्षेत्र में हाईकोर्ट का स्टे होने के बावजूद निर्माण कार्य चल रहा था ।
ए सी बी के अतिरिक्त अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया की पिछले काफी समय से झील निर्माण क्षेत्र में बड़े बड़े निर्माण निर्बाध रूप से होने की शिकायते व् अन्य कई जगह बिना परमिशन व् अवैध निर्माण होने की शिकायतें मिल रही थी जिस पर शुक्रवार को कार्यवाही की गयी और सभी शिकायते सही पाई गयी । गोयल ने बताया की चरों अवैध निर्माण पर कार्यवाही के दौरान सबंधित क्षेत्र के यु.आई.टी अधिकारीयों को बुलवाया गया और अब आगे ब्यूरो इस मामले में सम्बंधित अधिकारीयों के खिलाफ मामला दर्ज करेगी ।
गोयल ने बताया की अभी शहर में और भी ऐसे कई बड़े निर्माण है जिनकी जाँच कर सम्बंधित अधिकारीयों पर कार्यवाही की जायेगी ।

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दावा विक्रेताओं का एतिहासिक बंद

2013-05-10-115उदयपुर: अखिल भारतीय दवा विक्रेता संघ के आहवान पर सम्पूर्ण भारत देश में दवा व्यवसाय 24 घण्टे बंद रखने की अपील के अन्तर्गत उदयपुर डिस्टिक केमिस्टि ऑगनाईजेशन द्वारा भी उदयपुर जिले में स्थित समस्त खुदरा एवं थोक विक्रेताओं ने अपनी दुकानों को बंद रखा व् रैली निकल कर कलेक्ट्री पर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया ।

 

2013-05-10-070दावा विक्रेता के बंद के दौरान समस्त व्यापारी हॉस्पीटल रोड पर एकत्रित हुए, वहां से सभी अपने हाथों में तकतिया व बेनर लेकर संगठन के अध्यक्ष लाजपत राय बजाज सचिव दिलिप सामर के नेतृत्व में जुलुस के रूप में चेटक सर्कल, हाथीपोल, अश्विनी बाजार, देहली गेट होते हुए जिलाधीश कार्यालय पहुचें। वहां संघ के प्रतिनिधि मण्डल ने कलेक्टर को क्रेन्द्र रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्रीकान्त जैना के नाम ज्ञापन सौपा। इस दौरान सभी दवा व्यवसाइयों ने एक जुटता का परिचय देते हुए देहली गेट चौराहा पर मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन किया।

उदयपुर डिस्टिक केमिस्टि ऑगनाईजेशन के मिडिया प्रभारी देवी लाल सालवी ने जानकारी देते हुए बताया की ज्ञापन में दवा विक्रेताओं की प्रमुख चार मांगों हे जिसमे अन्याय पूर्ण दवा कानून संशोधन 2008 में सुधार किया जाये। फॉमासिस्ट समस्या का उचित निराकरण। दवा विक्रय के श्रेत्र में एफ.डी. आई. स्वीकार नहीं। नई दवा नीति में दवा विक्रेताओं का मुनाफा यथावत् रखा जाये।

2013-05-10-101को उलेखित करते हुए ज्ञापन सौपा। इस दौरान प्रमुख रूप से अशोक अग्रवाल, भंवरलाल चौधरी, रमेश जैन ;संयुक्त सचिवद्ध, सुरेश दलावत, मांगीलाल जैन, राजेन्द्र राव, दिनेश दवे, मनोज शाह, ओम प्रकाश बजाज, नरेश चौधरी, पुषोत्तम मेनारिया, नरेन्द्र दलावत, शान्तिलाल मेहता, महावीर गन्ना, सुशील चित्तौडा, मुकेश जैन, शरद जैन, बंसती लाल धाकड़, मुकेश चित्तौडा, ऋषभ धवारा, मनीष सामर सहित समस्त व्यापारी गण रेली में उपस्थित हुए। साथ ही उदयपुर जिले के अन्य श्रेत्रों से सुशील मिण्डा ;उपाध्यक्षद्ध सलुम्बर, सुन्दर दवारा डबोक, भवानी सालवी उथरदा, बुद्विप्रकाश परासर खेरोदा, सहीत पूरे जिले के 600 से 700 व्यवसायी इस रेली में उपस्थ्ति थे एवं उदयपुर ग्रामीण श्रेत्रों से जो व्यापारी गण यहां उपस्थित नही हो सके उन्होनें अपनी दुकानों को वहां बंद रख कर बंद को पूर्ण समर्थन दिया।

इस दौरान उदयपुर डिविजन केमिस्टि ऐसोसिएशन के अध्यक्ष अरविन्द गुप्ता ने बताया की उदयपुर संभाग के समस्त दवा विक्रेताओं ने अपना व्यवसाय पूर्णतः बंद रखा।

रेली के समापन के पश्चात् संगठन के सचिव दिलिप सामर नें आज के बंद को लेकर आम जनता को जो असुविधा हुई हैं। उसके लिए खेद प्रकट किया है।

क्यों दीवाने हैं भारतीय फेसबुक के?

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130510071748_facebook_getty_624x351_gettyसोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक के नए आकड़ों के अनुसार भारत और ब्राज़ील में इसका इस्तेमाल करने वालों की संख्या तेज़ी से बढ़ी है.

 

2013 की पहली तिमाही में भारत में फेसबुक का इस्तेमाल करने वालों की संख्या पिछले साल की तुलना में दोगुनी हुई है और संख्या हो गई है सात करोड़ अस्सी लाख.

 

पूरी दुनिया में फेसबुक का इस्तेमाल करने वाले लोग एक अरब से अधिक हैं जिसमें पहले नंबर पर अमरीका है.

 

दूसरे नंबर पर भारत और तीसरे नंबर पर ब्राज़ील.

 

भारत में ट्विटर की पैट शहरी इलाक़ों तक मानी जाती है लेकिन फेसबुक छोटे इलाक़ों तक भी पहुंचा है.

 

ऐसा क्या है फेसबुक में या सोशल मीडिया में कि वो भारत में इतना लोकप्रिय है.

 

फेसबुक क्यों खींच रहा है भारत में लोगों को.

 

क्या भारत के लोग अमर्त्य सेन के आरग्यूमेंटेटिव इंडियन यानी बहस करने वाले भारतीयों की परिभाषा पर सटीक बैठते हैं.

 

जब मैंने ये सवाल रखा प्रोफेसर पुष्पेश पंत के सामने तो उनका जवाब था हां भी और नहीं भी.

 

क्या हैं कारण

 

पंत कहते हैं, “वैसे तो अमर्त्य सेन बड़े आदमी हैं और उनके सिद्धांत को मान्यता भी मिली हुई है लेकिन मेरे गले से ये बात नहीं उतरती है. ये एक मिथक है कि भारतीय बातूनी होते हैं. अपनी बात के लिए जान देना और बैठ कर बतरस करना, अफवाहबाज़ी करना, गप्प लड़ाना अलग बातें हैं. बहस करने वाले भारतीय का तर्क छद्म बौद्धिकता है.”

 

उन्होंने कहा, “ये भारत का प्रतिनिधित्व नहीं करती. दलित समुदाय हो या गरीब लोग हों या फिर बाल मज़दूरों को ले लीजिए. वो कौन सी बहस करते हैं या करते रहे हैं. पुराने ज़माने में ब्राह्णणवादी शास्त्रार्थ और खंडन मंडन की परंपरा थी जिसे आगे बढ़ाया गया है इस तर्क के ज़रिए कि भारतीय स्वभाव से बहस करने वाले होते हैं.”

 

तो फिर सोशल मीडिया पर भारतीयों की बढ़ती संख्या को कैसे समझा जाए.

 

पुष्पेश कहते हैं कि इसके लिए हमें पीछे जाना होगा साल भर पहले अन्ना के पहले आंदोलन की तरफ.

 

उनके मुताबिक, “भारतीय लोगों की संख्या का फेसबुक पर बढ़ना अचरज की बात नहीं है. दो बातें हैं. एक तो व्यावसायिकता भी है और दूसरा पारंपरिक मीडिया का असफल होना है. मीडिया की भूमिका का नष्ट होना एक बड़ा कारण है. फेसबुक पर संख्या बढ़ी है अन्ना के पहले आंदोलन के समय. लोगों ने इस बारे में सोशल मीडिया के ज़रिए जाना.”

 

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता

 

सिर्फ फेसबुक ही नहीं ट्विटर को भी इसमें जोड़िए. जहां पारंपरिक मीडिया इसकी जानकारी नहीं दे रहा था वहीं सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी अधिक दी गई और लोग घरों से निकले.’’

 

दुनिया भर में फेसबुक पर एक अरब से अधिक लोग हैं. मीडिया की भूमिका का नष्ट होना एक बड़ा कारण है. फेसबुक पर संख्या बढ़ी है अन्ना के पहले आंदोलन के समय. लोगों ने इस बारे में सोशल मीडिया के ज़रिए जाना. सिर्फ फेसबुक ही नहीं ट्विटर को भी इसमें जोड़िए. जहां पारंपरिक मीडिया इसकी जानकारी नहीं दे रहा था वहीं सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी अधिक दी गई और लोग घरों से निकले"
दुनिया भर में फेसबुक पर एक अरब से अधिक लोग हैं.
मीडिया की भूमिका का नष्ट होना एक बड़ा कारण है. फेसबुक पर संख्या बढ़ी है अन्ना के पहले आंदोलन के समय. लोगों ने इस बारे में सोशल मीडिया के ज़रिए जाना. सिर्फ फेसबुक ही नहीं ट्विटर को भी इसमें जोड़िए. जहां पारंपरिक मीडिया इसकी जानकारी नहीं दे रहा था वहीं सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी अधिक दी गई और लोग घरों से निकले”

व्यवसायिकता से पुष्पेश पंत का तात्पर्य भारत के बढ़ते बाज़ार से है जिसे ध्यान में रखते हुए दुनिया की और भारत की कई कंपनियां और उत्पाद फेसबुक जैसी जगहों पर आए हैं.

 

लोग इनके ज़रिए खरीदारी भी कर रहे हैं जो इस संख्या को बढ़ा भी रहा है.

 

पुष्पेश कहते हैं कि भारत में जनतंत्र है और लोगों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आदत है. अगर सरकार नहीं देगी बहस करने तो लोग तो बहस करेंगे जहां भी मौका मिले.

 

यानी कि भारत में बहस की जगह कम हुई है और सोशल मीडिया ने ये जगह मुहैय्या कराई है.

 

उन्होंने कहा, “लोगों को जो मुद्दे महत्वपूर्ण लगते हैं उस पर अगर संसद में बहस नहीं होगी. टीवी चैनलों में अख़बारों में बहस नहीं होगी. कार्रवाई नहीं होगी तो लोग कहीं तो बात करेंगे. फेसबुक ये जगह उपलब्ध करवाता है. कहीं न कहीं.यूरोप में जहां लोकतंत्र असली मायनों में है वहां लोगों को फेसबुक पर बहस करने की ज़रुरत कम पड़ती है.”

 

‘लोगों को मिली आवाज़’

जामिया मिलिया इस्लामिया में कल्चर मीडिया और गवर्नेंस विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर तबरेज़ अहमद नियाज़ी इस बात को आगे बढ़ाते हुए कहते हैं कि सोशल मीडिया ने भारत में उन लोगों को आवाज़ दी है जिनकी आवाज़ कोई नहीं सुनता.

 

वो कहते हैं, “भारत में जो तबका हाशिए पर है उसके लिए फेसबुक जैसे साधन बहुत सही साबित हुए हैं. हमने मध्य प्रदेश में सर्वे किया तो पाया कि लोग मोबाइल के ज़रिए फेसबुक का इस्तेमाल कर अपने जिलाधीश से बात कर पा रहे हैं. शिकायत दर्ज़ कर रहे हैं. ये महत्वपूर्ण बात है.”

 

नियाज़ी कहते हैं कि सोशल मीडिया और पारंपरिक मीडिया को जोड़ कर देखा जाना चाहिए.

 

वो कहते हैं कि सोशल मीडिया का प्रभाव पारंपरिक मीडिया पर भी पड़ रहा है और ये बहुत बढ़िया बात है.

 

वो कहते हैं, “पारंपरिक मीडिया कोई ख़बर न पब्लिश करे तो सोशल मीडिया पर लोग इसकी शिकायत करते हैं. भागेदारी करते हैं. कम्युनिकेशन एकदम डायरेक्ट हो जाता है. लोग जवाब देते हैं. ट्विटर पर तो नहीं लेकिन फेसबुक पर ठीक ठाक बहस हो जाती है. इससे तो लोगों की भागेदारी बढ़ी है व्यवस्था में. लोकतंत्र तो यही होता है न कि लोगों की हिस्सेदारी बढ़े.”

 

पारंपरिक मीडिया

 

फेसबुक ने लोगों के बीच की संवाद की प्रक्रिया को प्रभावित किया है.
फेसबुक ने लोगों के बीच की संवाद की प्रक्रिया को प्रभावित किया है.

विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर सोशल मीडिया, पारंपरिक मीडिया और इंटरनेट को मिलाकर देखा जाए तो पिछले दस वर्षों में भारत की आम जनता की भागेदारी हर हिस्से में बढ़ी है.

 

भाषाई माध्यमों और इंटरनेट पर काम कर चुके नियाज़ी कहते हैं कि अभी भी भारत में स्थानीय भाषाओं में उतनी एक्टिविटी नहीं है क्योंकि फेसबुक हो या ट्विटर इसकी अग्रणी भाषा अंग्रेज़ी ही है.

 

वो कहते हैं, “अगर भाषाओं के दृष्टिकोण से देखा जाए तो जापान और चीन में लोग अपनी भाषाओं का इस्तेमाल अधिक करते हैं लेकिन एक बात ये भी है कि सोशल मीडिया ने उन समुदायों को एक ताकत दी है जिन्हें हाशिए पर माना जाता था अब तक.”

 

यानी कि कई कारण हैं भारतीय लोगों के सोशल मीडिया में इतनी रुचि होने के.

 

पारंपरिक मीडिया की असफलताएं, कुछ करने की चाहत, मुद्दों पर बहस न हो पाना.

 

ये ऐसी बातें हैं जिसने लोगों को प्रेरित किया सोशल मीडिया और फेसबुक जैसी जगहों पर आने के लिए जहां वो अपनी बात रख सकें और अधिक से अधिक भागेदारी कर सकें.

 

सो. बी बी सी

 

17 दिन बाद मलबे से ज़िंदा मिली महिला

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रेशमा को बहुत ज़्यादा चोटें नहीं आई हैं और वह बचाव दल के सदस्यों से बात कर रही हैं
रेशमा को बहुत ज़्यादा चोटें नहीं आई हैं और वह बचाव दल के सदस्यों से बात कर रही हैं

बांग्लादेश में 17 दिन पहले गिरी आठ-मंजिला इमारत के मलबे में से एक महिला को जीवित निकाला गया है.

 

सेना ने इस बात की पुष्टि की है.

 

अग्निशमन विभाग के प्रमुख अहमद अली ने इससे पहले कहा था कि रेशमा नाम की महिला आठ-मंजिला इमारत, राना प्लाज़ा, की दूसरी मंज़िल पर पाई गई थीं.

 

उन्होंने बताया कि बचाई गई महिला को अधिक चोटें नहीं आई है और वह बचाव दल के सदस्यों से बात कर रही हैं.

 

रोने की आवाज़ें

 

इससे पहले सेना ने कहा था कि इस घटना में अब तक मरने वालों की संख्या 1,000 से ज़्यादा हो चुकी है.

 

मृतकों की संख्या और अधिक हो सकती है क्योंकि सबसे ज़्यादा क्षतिग्रस्त जगहों से मलबा हटाने के लिए भारी मशीनों से काम लिया जा रहा है.

 

लेकिन शुक्रवार को एक महिला के रोने की आवाज़ें सुनकर यह काम रोक दिया गया.

 

अहमद अली के अनुसार, ”यह महिला एक खंभे और बीम के बीच में फंसी हुई थी.”

 

उन्होंने कहा, “हो सकता है कि उनके पास पीने का पानी बचा हो या फिर उन्हें पीने का पानी उसमें से मिला हो जो हमने बिल्डिंग में डाला था.”

 

रेशमा को इमारत के मलबे से निकाल लिया गया है और उन्हें सेना के अस्पताल ले जाया गया है.

गीतिका केस: अप्राकृतिक सेक्‍स करता था गोपाल कांडा

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10-gopal-kanda-geetika-301नयी दिल्ली। गीतिका शर्मा खुदकुशी केस की सुनवाई कर रही दिल्ली की एक अदालत ने हरियाणा के पूर्व मंत्री और मामले के मुख्य आरोपी गोपाल कांडा पर अप्रकृतिक सेक्स का आरोप लगाया है। कोर्ट ने एयर होस्‍टेस गीतिका शर्मा खुदकुशी मामले में गोपाल कांडा और अरुणा चड्ढा के खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं। कोर्ट ने कांडा के खिलाफ पहली नजर में आईटी कानून और आईपीसी की धाराओं के तहत बलात्कार, अप्राकृतिक यौनाचार, खुदकुशी के लिए उकसाने, साजिश रचने और फर्जीवाड़े का मामला दर्ज किया है। मामले की जांच कर रही पुलिस ने अप नी चार्जशीट में कांडा के खिलाफ ना तो बलात्‍कार और ना अप्राकृतिक सेक्‍स के आरोप दर्ज किया था, लेकिन कोर्ट ने खुद से ही इन दोनों आरोपों को भी जोड़ दिया। गौरतलब है कि एमडीएलआर एयरलाइंस में काम करने वाली 23 साल की एयर होस्‍टेस गीतिका शर्मा ने 5 अगस्‍त 2012 को अपने घर में पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली थी। गीतिका ने अपने सुसाइड नोट में कांडा और उसकी कम्पनी में काम करने वाली अरुणा चड्ढा को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था। जिसके बाद हरियाणा के पूर्व गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।