नए उत्पाद जुडने से कैच और हुआ मसालेदार

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इसी साल 11 नए उत्पाद पेश किए गए

उदयपुर , कैच सॉल्ट एण्ड स्पाइसेज, जो कि देश के सबसे उम्दा एफ एण्ड बी ब्राण्डों में एक है ने अपने नेटवर्क को विस्तार देते हुए नए बाजार में कदम रखा। ब्राण्ड कैच 1866 करोड के डीएस ग्रुप का हिस्सा है जिसने मसालों और सीजनिंग उत्पादों की अपनी बडी शृंखला के साथ भारतीय मसाला उद्योग को अभूतपूर्व नयापन दिया है। विस्तार की योजनाओ के तहत कैच अपनी उत्पाद श्रंखला को बडा कर रहा है और स्थानीय स्वाद युक्त खास उत्पादों को जोड रहा है। गुरूवार को होटल ट्राईडेंट में आयोजित प्रेसवार्ता में डीएस ग्रुप की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट भावना सूद ने कहा कि कैच ने इस वर्ष 11 नए उत्पाद पेश किए हैं जिनमें दो मिक्स एन ड्रिंक श्रेणी में हैं। ये 50, 100 व 20 ग्राम के विभिन्न भंडारण इकाइयों (एसकेय) में मोनो कार्टन्स/ स्प्रिंकलर पैक्स/पाउच में उपलब्ध हैं। इसके अलावा पुदीना चटनी मसाला, रायता , रसम और अचारी मसाला आदि ऐसे उत्पाद हैं जो भारतीय भोजन को और स्वादिष्ट बनाते हैं। नए उत्पाद बनाने से पहले स्थानीय तौर पर बदलते लोगों के स्वाद, इस्तेमाल की सुविधा और किसी खास व्यंजन के लिए अद्भुत सुगंध पर ध्यान दिया जाता है। सांभर पाउडर दक्षिण भारतीय सुगंध सुनिश्चित करता है। शाही पुलाव और बिरयानी मसाला अनोखे मसालों के मिश्रण से बने हैं और ये व्यंजन को स्वादिष्ट बनाते हैं। कैच की मिक्स एन ड्रिंक श्रेणी में पेश मजेदार आमपाना और ऑरेंज पेय कहीं भी, कभी भी तैयार किए जा सकते हैं।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग ले सकेंगे स्थानीय कलाकार

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सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग ले सकेंगे स्थानीय कलाकार

चयन 30 सितम्बर से 6 अक्टूबर तक

दशहरा दीपावली मेला

उदयपुर , दशहरा दीपावली मेले में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने वाले स्थानीय कलाकार 30 सितम्बर से 6 अक्टूबर तक आवेदन कर सकेंगे। मेला संयोजक धनपाल स्वामी, सहसंयोजक मोहम्मद अय्यूब ने बताया 17 से 23 अक्टूबर तक नगर परिषद प्रांगण में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शृंखला में 17, 18 अक्टूबर को स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। इसके लिए इच्छुक कलाकार 30 सितम्बर से 5 अक्टूबर तक राजस्व शाखा से आवेदन प्राप्त कर उनकी पूर्ति कर नरेन्द्र दोशी, घनश्याम मेनारिया को 6 अक्टूबर तक जमा करवा सकते है। प्राप्त आवेदनों में से चयनित कलाकरों का 7 अक्टूबर को नगर परिषद सुखाडिया रंगमंच पर होगा। उपसभापति महेन्द्रसिंह शेखावत ने बताया कि स्कूल, कॉलेज एवं स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों के कलाकारों का चयन परिषद की ओर से नियुक्त निर्णायक व सांस्कृतिक समिति सदस्य करेंगी। इस दौरान रविवार एवं रामनवमी के अवकाश होने पर भी आवेदन जमा करा सकेंगे।

अवकाश घोषित: नगर परिषद सभापति रजनी डांगी ने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए रामनवमी 5 अक्टूबर को नगर परिषद में अवकाश की घोषणा की।

बस स्टेंड को बम से उड़ाने की धमकी

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सरफिरे की कारस्तानी से पुलिस हुई सतर्क

बेंक में पुलिस जांच करते हुए

उदयपुर, कल उदियापोल स्थित ICICI बेंक के बाहर लगे ATM के चेक बॉक्स में किसी सरफिरे ने बेंक की डिपोजिट स्लिप पर ये लिख कर दाल दिया की “11 अक्टूबर को बम धमाका होगा बस स्टेंड पर , यह स्लिप शाम को जब बेंक कर्मचारियों ने पड़ी तो उन्होंने बेंक मैनेजर गोरव कुमार को सूचित किया , मैनेजर ने इस को गंभीरता से लिया और स्लिप लेकर सूरज पोल पुलिस थाने पहुच गए और पुलिस को स्लिप सोंप कर एक रिपोर्ट दी ,

पुलिस ने भी एक बार तो घटना को किसी सरफिरे की कारस्तानी बताया लेकिन इस पर गंम्भीरता से कार्यवाही करते हुए , रेलवे स्टेशन और बस स्टेंड पर चैकिंग शुरू करदी , और संग्दिग्ध लोगों से पूछताछ की , पार्किंग में पड़े वाहनों की तलाशी , और कई दिनों से पार्किंग में पड़े वाहनों के बारे में जानकारी ली , और सादा वर्दी धारी पुलिस कर्मियों को तेनात कर दिया ,

ICICI बेंक की रेखा चक्रवर्ती ने बताया की पुलिस को सभी सुचना देदी हे और हर संभव सहायता की जायेगी |

बेंक की स्लिप जिस पर धमकी लिखी है

 

सुबह भक्तो की कतार शाम को गरबा की धूम

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उदयपुर , नवरात्री के पहले दिन सुबह ६ बजे से ही माता के दरबार में भक्तो की लम्बी कतारें लग गयी , शहर के सभी प्रमुख माता के मंदिरों ,. अम्बा माता , नीमच माता , आवरी माता , बेदला माता , सभी प्रमुख मंदिरों में सुबह से ही भक्त जनों की भीड़ लगी रही ,

हर गली मोहल्ले में माता की मूर्ति की स्थापना के लिए ढोल नागारो के साथ मूर्ति लायी गयी और शाम होते होते आरती के साथ गरबा  शुरू होगये ,

नवरात्रा के पहले दिन गरबा रास देर तक नहीं चला लेकिन बच्चो और महिलाओं ने आज भी गरबा रास का आनंद लिया , सुथार वाडा में आरती के समय सेकड़ो भक्त मोजूद रहे और बाद में गेर नृत्य का आयोजन हुआ , जगदीश चोक में गरबा के पहले दिन ही धूम रही , शहर के अन्य जगहों पर पहले दिन से ही गरबे का उत्साह नज़र आया

 

 

 

 

स्वर्ग से सुन्दर

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उदयपुर , पर्यटन के क्षेत्र में उदयपुर एक महत्त्वपूर्ण डेस्टिनेशन हे , यहाँ की विश्व प्रसिद्द झीले और हरी भरी पहाड़ियों से ये शहर ऐसा लगता हे मानो स्वर्ग में आगये हो ,

यहाँ प्रदशित फोटो 2006 अगस्त में फोटो जर्नलिस्ट
अख्तर खान द्वारा हेलिकोप्टर से लिए गए थे ,

और आज की ताज़ा स्थति भी कुछ ऐसी ही हे, सभी झीले लबालब भरी हुई हे हरतरफ हरियाली छाई हुई हे , इनको देख के दिल में ये ही ख्याल आता हे के कुदरत की मेहरबानी इस शहर पे इस बार खूब हुई और हमरी प्रार्थना हे की ये कुदरत इस शहर पे ऐसे ही हमेशा मेहरबान बनी रहे,

वेनिस खुबसूरत नज़ारा पिछोला से लिंक होता हुआ स्वरुप सागर
रोंयल लेक , पिछोला
दूध तलाई .
पिछोला , झील के बीच जग मंदीर,
शहर के बीच से होकर गुजरती आयद नदी ,हरियाली के बीच बसा हुआ उदयपुर शहरफ़तेह सागर
फ़तेह सागर
उदयपुर शहर
हरी भरी पहाड़ियां मानो कुदरत ने हरी चादर बीचा रखी हो
पहाड़ियों के बीच उदयसागर झील
शहर से निकल के जब आयड़ नदी उदयसागर में jaati हे तो कुछ इस तरह बल खाती हे
झामरी नदी जो एशिया की दूसरी बड़ी मानव निर्मित झील में जा कर मिलती हे

पति, पत्नी और दोस्ती की डोर.

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                                “तेरे बगैर दोस्ती के कोई मायने नहीं हे मेरे हमसफ़र,

                                 मैं क्या करूँगा ज़माने की दोस्ती लेकर”.

जब हमसफ़र ही दोस्त हो तो दोस्ती की शान और प्यार का खुमार दोनों ही ऊंचाई पे होते हैं. कुछ लोगों का मानना है के पति पत्नी के पावन रिश्ते के बीच दोस्ती का रंग चढ़ जाये तो प्यार का रंग फीका पड़ जाता है. जब के मनोवैज्ञानिको का कहना है के दोस्ती का रंग किसी भी रिश्ते की मिठास को कम नहीं करता बल्कि मजबूती बढाता है. एक दोस्त प्यार हो सकता है, पर बात तब बनती हे जब प्यार दोस्त बन पाए. पेश हे कुछ टिप्स

प्यारी दोस्ती, बेहतर कम्युनिकेशन:

जिस तरह एक दोस्त दुसरे दोस्त से बात आसानी से कह देता है, उसी सरलता से अगर हम हर रिश्ते में कम्युनिकेशन बनाये रखें तो पति पत्नी में झगडे की संभावना कम हो जाती है. अपनी प्रोब्लम्स को साथी के साथ  बेहिचक शेयर कीजिये. फिर देखिये शिकायतें कहा हवा में उड़ जाती हैं.  शिकायतें कौनसे कपल में नहीं होती. बस फर्क इतना हे के कुछ लोग शिकायतों को मेनेज करना जानते है.

 दोस्ती के साथ कहिये अकेलेपन को बाये बाये

जब आप अपने साथी को दोस्त मानेंगे तो एक दोस्त के वेल-विषर होने के नाते आप गुस्से में भी एक दुसरे का नुकसान नहीं कर पाएंगे. कभी कभी अहेमकर वश कपल दोषारोपण करते करते, हार जीत का इशु बना लेता है. ऐसे समय में दोस्ती की डोर ही एक मजबूत बांध बनती है जो विश्वास और प्यार के धागों से बनी होती है. “ज़िन्दगी में दोस्ती से बड़ा कोई रिश्ता नहीं, ये ही दोस्ती, माँ बेटी के रिश्ते में, पति पत्नी के रिश्ते में मजबूती के जोड़ का काम करती है.” कहना है मनोवैज्ञानिक मधुमिता सिन्हा का. “दोस्ती का डोज़ ज़िन्दगी में खुशियाँ ला देता है, फिर वो डोज़ किसी भी रिश्ते के लिए क्यों न हो.” कहना है उषा सैनी का. हर रिश्ते को बनाये रखने के लिए मेहनत करनी पड़ती है. प्यार से सवर्ण पड़ता है और विश्वास की नाज़ुक खुशबू से मेहेकाना पड़ता है. जब दोस्ती जैसी भीनी खुशबू से ये कम आसानी से किया जा सकता है तो क्यों नहीं.

साकार कीजिये एक कुशल दाम्पत्य के सपने को दोस्ती के रंगो के साथ.

ख़बरों की कहानी फोटो की जुबानी

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पिछले सप्ताह दुनिया की खबरें फोटो की ज़ुबानी

25 .9 .2011 – अफगानिस्तान में एक अमेरिकी चोकी के बाहर स्वचालित ग्रेनेड लांचर MK1904 40mm के सामने एक मासूम पक्षी अपनी उड़ान भरता

 

25 .9 .2011 – नेपाल में दुर्घटना ग्रस्त विमान के मलबे की जांच करते , यह विमान पिछले दिनों तब दुर्घटना ग्रस्त हुआ था जब की विदेशी पर्यटकों को एवरेस्ट तक की सेर करने के लिए लेजाया जा रहा था और ख़राब मोसम में दुर्घटना ग्रस्त हो गया था

 

25 .9 .2011 – गद्दाफी के विरोधी एक शुतुरमुर्ग के साथ जो ये बताना चाह रहे हे के हम तुम्हे खा जायेगे

 

25 .9 .2011 -38 बर्लिन. मेराथन दोड़ के दोरान एक लोंग एक्सपोजर फोटो .

 

24 . 9 . 2011 – हेदराबाद में तेलंगना समर्थकों ने हड़ताल के दोरान करीब 48 घंटों तक ट्रेन रोके रखी

 

24 .9 .2011 . – लीबिया ,त्रिपोलिया में गद्दाफी के हथियार खाने में हुए में एक विस्फोट के बाद उससे उठे धुए के गुबार ने पुरे शहर को ढँक दिया , विस्फोट के कारणों का अभी पता नहीं चला हे |

 

24 .9 .2011 . – रूस , मोस्को में एक शो के दोरान मशहूर पोप सिंगर ब्रिटनी , ब्रिटनी इन दिनों अपने यूरोप शो के टूर पर हे ,

 

24 .9 .2011 – न्युयोर्क , आर्थिकी कारणों से वाल स्ट्रीट पर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शन कारियों को उठा कर लेजाती स्थानीय पुलिस ,

 

23 .9.2011 – यमन , एक महिला, राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह के इस्तीफे की मांग का प्रदर्शन करती , महिला के हाथ पे लिखा हे “मेरा खून क्रांति के लिए हे”

 

19 .9 .2011 . – नेपाल , पिछले दिनों आये भूकंप में ढही इमारतो के बिच रास्ता बनाती महिलाए ,

 

20 .9 .2011 – टोक्यो . शहर में लगे कोस्मेटिक के विज्ञापन के विशाल होर्डिंग को अंतिम रूप देता कार्यकर्ता

 

23 .9 .2011 . – जर्मनी , पोप बेनेडिक्ट XVI अपनी चार दिवसीय अधिकारिक यात्रा के दोरान मात्र भूमि जर्मनी पहुंचे ,

 

सो. याहू न्यूज़

अजगर ने चीतल को निगला

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चित्तोड़ , दुर्ग पर शनिवार को मृग वन में एक ६ महीने के चीतल के बच्चे को 15 फिट लम्बा अजगर धीरे धीरे कर के अपनी जकड में लेके निगल गया , चीतल के बच्चे ने छुटने के बोहत जतन किये लेकिन इतने विशाल अजगर के चंगुल से बच पाना उसके लिए संभव नहीं होसका और अजगर ने चीतल के बच्चे को पूरा निगल लिया ,

चीतल ‘हिरन को निगलने के बाद , अजगर वही अस्त होगया अजगर ने बोहत जतन किये लेकिन वो चीतल के बच्चे को हजम नहीं कर पाया , और उगल दिया , उसी वक़्त वहा पहुचे वन कर्मियों ने अजगर के पेट पे रस्सी बांध कर चीतल को उगलने में अजगर की मदद की और आखिर प्रयासों के बाद चीतल को बहार निकाल सके , बाद में अजगर को पकड़ कर बस्सी सेंचुरी में छोड़ दिया !

 

 

 

 

 फोटो – नरेश ठक्कर

 

 

 

 

 

 

 

खतरों के खिलाडी

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चाहे पड़ोसी की मोटर सायकिल से पेट्रोल की चोरी हो या फिर बिना लाइसेंस के पहली जॉय राइड पर निकलना, मस्ती-मस्ती में उदयपुर की भोली जनता खतरों के खिलाडी बन गयी हे रिस्क खूब लेती है। जानते हैं, उदयपुर वालों की 11 रिस्की आदतों के बारे में…

 हम सब ने अपनी अपनी ज़िन्दगी कोई न कोई रिस्क लिया होगा वेसे सारे रिस्क का जवाब होता हे भाई शादी से बड़ा रिस्क क्या हो सकता हे ., लेकिन कोई अपने बोस को बेवकूफ बनाने के किस्से सुनाता हे तो कोई पुलिस के आगे रेड लाइट में बिना हेलमेट के निकलने का किस्सा सुनाता हे इसके अलावा भी लोग कई तरह के रिस्क लेते ही रहते हे लेकिन हमारे उदयपुर के लोग महान हे जो ये रिस्क अक्सर लेते हुए कही न कही दिख जायेगे

 अबे नहीं गिरेगा

बाइक हो या कार की डिकी, उसमें कई बार सामान ऐसे लोड किया जाता है, जैसे अपने घर का ट्रक हो। चुन्नी और प्लास्टिक की रस्सियों से बांधकर सिलेंडर, फर्नीचर धड़ल्ले से कई-कई किलोमीटर का सफर तय कर आते हैं। और जो कोई आगाह करे, उसे झट जवाब मिल जाता है, इससे भी बड़े-बडे़ लगेज पहुंचाए हैं! और जब बिच रस्ते में एक्सीडेंट हो जाये तो ये रिस्क उनपर भरी पद जाता हे

 नहीं छूटेगी ट्रेन यार

अरे आराम करो, अभी बहुत टाइम बाकी है। अच्छा खाने के लिए अच्छे से पूड़ियां तो ली है ना। सुनो मुझे उठा देना, मैं सोता हूं। अक्सर घर का एक न एक मेंबर ऐसा बोल कर बाकियों को भी सुस्त कर देता है। और फिर एकदम से सबको होश आता है कि घड़ी की सुई में ट्रेन का समय बजने में बस 1 घंटा बचा और स्टेशन कोसों दूर। लेकिन छूटती ट्रेन को पकड़ने के रिस्क की आदत है कि सुधरती नहीं!

 एडवेंचर का मजा

लाइफ में क्या कोई पागलपन किया है। पूछने पर कोई कहता है बंजी जपिंग, तो कोई फ्री स्काई डाइविंग के रोमांच की कहानी बयां करना नहीं भूलता। मगर मजेदार बात ये है कि उनमें ज्यादातर ने घर में दो सीढि़यां भी कभी एकसाथ नहीं टापी होती हैं। लेकिन जैसा कि फिल्म ‘जिंदगी ना मिलेगी दोबारा’ में दिखाया है, ऊपर जाने से पहले लोग लाइफ का थ्रिल और रिस्क का भरपूर मजा उठाना चाहते है. और ये मजा वो फ़तेह सागर की पाल पे तेज बीके या कार चला के या फिर कुछ नहीं तो बन्सियो चल के ही उठा लेते हे ,

 अबे कोई पुलिस नहीं हे

ये जुमला हम शहर के हर चोराहे पर युवा बाइकर से सुन सकते हे और वो इसी मोके में रहते हे के चाहे सिंग्नल पर लाल लाइट हो बस जल्दी निकलना हे , और ग्रीन लाइट होने के १० सेकंड पहले सब निकलने का रिस्क हर बुध जवान , महिला लेलेती हे , और हमारी पुलिस भी उनका चलन बनाने का रिस्क नहीं लेती , आखिर वो रिस्क लेके जो लाल लाइट में निकले हे

 एकदम मस्त चलेगा

अरे यार, देखो न साफ इंस्ट्रक्शन लिखी हुई है कि सिर्फ ओरिजिनल पार्ट्स ही चलेंगे। लेकिन उदयपुर वाले ऐसी सभी बातों का तोड़ रखते हैं और उनकी इसी सोच को सलाम करती है यहां की कई पुरानी गली मार्केट्स। आपको जहां नकली सीडी, वॉच आदि के पार्ट्स और सबसे ज्यादा बेधड़क पाइरेटेड सॉफ्टवेयर मिलते हैं। इसके रिस्क जानकर भी अक्सर लोग सस्ते में काम बनने का मोह नहीं छोड़ पाते!

 बिना तैयारी के एग्जाम

बस भगवान-भगवान करते हुए एग्जाम हॉल में घुस जाना। क्वेश्चन देखकर फिर खुश होना कि चलो बॉस, आज का रिस्क लेना भारी नहीं पड़ा। आम तौर पर ये उन लोगों की लाइफ का फंडा होता है, जिन्होंने पूरे साल न पढ़ने की कसम खा रखी होती है। ऐसे ही कुछ डेयरिंग स्मार्टी, ऑफिस के प्रेजेंटेशन में भी अपना करतब दिखाने से बाज नहीं आते।

 कम फ्यूल में लंबा सफर

‘ ना जाने ले जाएगी अब ये मंजिल हमें कहां..’ गाते-गाते बिना फू ल फ्यूल बॉक्स भरे कुछ हटकर और नया करने की सोचकर मनमौजी निकल चलते हैं। आखिर वापस आकर बताना भी तो होता है न कि देखो हमने इतनी दूर ऐसे सफर किया। हालांकि यह पूछना बेकार है कि इस रिस्क के साथ कैसे पूरा किया!

बिना जानकारी, जाने दुनिया सारी

अरे ये तो वही स्कीम है, जिसका तगड़ा रिटर्न आता है। भर दो, भर दो, अच्छी स्कीम है। इस आधी-अधूरी जानकारी में फंसकर जो बेचारा इन्वेस्ट करता है, एक समय के बाद वह किसी को कुछ कहने लायक बचता ही कहां है! वह तो फिर बाद में नहीं पता, बताकर अपनी इंटेलिजेंस का मजाक बनवाने से बचता फिरता है।

 अनजान जगहों की सैर

अमां यार सोचना नहीं चाहिए, बस निकल पड़ो। ऐसा बोलबचन उन महान लोगों का तकियाकलाम है, जो वापस लौटकर कई दिनों तक अपने ट्रिप के दुख-दर्द सुनाकर सबको बोर कर देते हैं। एडवेंचर एलिमेंट्स से ज्यादा उनका पंगे लेकर लौटना भी उन्हें सुधार नहीं पाता!

 स्टंटबाजी को हरदम रेडी

तू बाइक से ऐसे रोल करके दिखा सकता है? अच्छा तुम 120 की स्पीड पर भी चला लेते हो! ऐसे हैरान-परेशान वाले सवाल जिनसे पूछे जाते हैं, वे तब तो बड़ी शेखी बघारते हैं, लेकिन उस रिस्क में जरा-सी भी चूक के जो जोरदार फटके पड़ सकते हैं, उसका डर कोई खुलकर नहीं दिखाता!

 डॉक्टरों के डॉक्टर

चाहे जेसी बीमारी हो हमारे उदयपुर वासी डॉक्टर बनने का रिस्क ले ही लेते हे और एक मिनट में ४ मेडिसिन के नाम बता देते फिर चाहे , उन मेडिसिन का कोई भी रिएकशन हो , और कुछ नहीं तो पुराने नुस्खे ही बता देते हे, जो मर्ज़ एक दिन में सही होना हे वो उनकी इस रिस्की आदत से १० दिन का मेहमान बन जाता हे

 तो ये थी हमारे उदयपुर वालो की कुछ रिस्की आदतें जो हर रोड हर घर हर गली में मिलजाएगी , हम ये ही दुआ करेगे की भगवन बचाए उन्हें इसे रिस्की खतरों से

अस्मत मांगी रिश्वत में,नंगे हुए गिरफ्तार

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उदयपुर । दिल की बीमारी का ईलाज करा रही पु़त्री दवाइओं के लिए पिता का इंतजार कर रही थी और पिता अपनी काम पिपासा के लिए किसी नारी के काम के बदले उसकी अस्मत के साथ खेलने का जुगाड़ कर रहा था। लेकसिटी में शुक्रवार शाम हुई इस शर्मनाक घटना से समाज के एक जिम्मेदर स्तंभ का दुराचारी चेहरा उजागर हुआ हैं वही उस नारी की हिम्मत और ज़ज्बे को भी सलाम है जिसने विपरित परिस्थितियों में भी धैर्य से काम लेते हुए उस कामुक दरिन्दे को सलाखों के पिछे पहुंचा कर नारी शक्ति का परिचय दिया हैं।

घटना की जानकारी देते ए.एस.पि. राजेन्द्र प्रसाद गोयल

लेकसिटी में यह घटना शुक्रवार शाम को हुई जहां भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के दल ने त्वरित कार्यवाही करते हुए रिश्वत के रूप में अस्मत मांगने के आरोपी एक सहायक लोकअभियोजक को अर्द्धनग्न अवस्था में गिरफ्तार किया। ए.सी.बी. के ए. एस.पी. राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि एक महिला ने अन्य द्वारा फर्जी तरीके से बेची अपनी जब्त कार को छुड़वाने के लिए लोक अभियोजक प्रथम अभिमन्यू सिंह पु़त्रा बच्चन सिह मूल निवासी उत्तर प्रदेश हाल अम्बामाता स्कीम से सम्पर्क किया । महिला की रिपोर्ट पर अम्बामाता थाना पुलिस ने कार जब्त की थी जिसे उक्त महिला छुड़वाना चाहती थी। मामला कानूनी रूप से सिंह के पास होने की जानकारी मिलने पर उसने अभियुक्त से सम्पर्क किया था। बातचित के दौरान सिंह ने कार छुड़वाने के बदले सौदे की बात कही तो महिला ने उससे राशि पूछी। इस पर सिंह ने कहा कि पैसा तो उसके पास बहुत है उसे रिश्वत में अस्मत चाहिए। महिला ने इसके लिए इंकार कर दिया तथ हिम्मत दिखाते हुए ए.सी.बी. कार्यलय को शिकायत की। गोयल ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्यवाही करते हुए शुक्रवार सांय 05.45 बजे सत्यापन के लिए महिला से मोबाइल पर बात करवाई। बातचित के दोरान आरोपी ने किसी भी हालत में अस्मत से कम का सौदा करने से इंकार कर दिया । इससे शिकायत का सत्यापन हो गया।

गोयल ने बतायाकि सत्यापन के बाद तुरंत आरोपी को रंगेहाथ पकड़ने की योजना के तहत परिवादी महिला से आरोपी की पुनः मोबाइल से बात कराते

अस्मत का सोडा करने वाला ए .पि.पि. अभियुक्त " अभिमन्यु सिंह "

हुए आरोपी को सांय सात बजे सुखाड़िया सर्कल बुलवया गया। निर्धारित समया पर सिंह सुखाड़िया सर्कल पहुंच गया तथा वहां खड़ी परिवादिया की एक्टिवा पर बैठ कर परिवादिया के घर पहुंच गया। ए.सी.बी. ने महिला को कमरे की कुंदी बन्द नही करने की सलाह दी थी। आरोपी सीधा महिला के शयन कक्ष मे पहुंच कर तुरंत अर्द्धनग्न हो कर अश्लील हरकतें करने लगा। महिला ब्यूरो के निर्देशानुसार मोबाइल से टीम के सदस्य को मिस कॉल किया । संकेत मिलते ही टीम ने आरोपी सिंह को अर्द्धनग्न आवस्था में गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की जामा तलाशी के दौरान उसके पास 50हजार 570 रूप्ये नकद एवं एक पाउच में यौनवर्धक एक गोली मिली । आरोपी ने बताया कि पाउच में रखी तीन गोलियां वह खा चुका है। इसके अतिरिक्त सावन निरोध का एक पैकेट भी आरोपी से बरामद हुआ। बरामद नगदी के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं देने पर ब्यूरो ने वह राशि जप्त कर ली।

गोयल के अनुसार ब्यूरो द्वारा रात भर की गई कार्यवाही के तहत आरोपी के घर से 44 हजार 45 रूप्ये नकद बरामद किये गये तथा काफी मात्रा में बरामद सोन व चांदी के आभूषणों का मूल्यांकन किया जा रहा हैं । इसके अतिरिक्त 15 बैको में खाते के दस्तावेज एवं तीन ए.टी.एम. कार्ड बरामद हुए है जिनके बारे में जाच की जा रही है।

घटना की पृष्ठभूमि का हवाला देते हुए ए एस.पी. गोयल ने बताया कि महिला क अपने पति से तलाक का मामला न्यायालय में चल रहा है । यह प्रकरण आरोपी ही देख  रहा था। इस लिए दोनो एक दूसरे को पहचानते थे। जप्त कार महिला के नाम पर थी जिसे पति ने फर्जी तरिके से बेच दिया था। अम्बामाता थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पर पुलिस ने उक्त कार बरामद कर ली थी जिसे छुड़वाने के लिए ही परिवदिया ने सिंह से सम्पर्क किया था।

गोयल ने बताया कि 49 वर्षीय आरोपी सिंह तीन व्यस्क संतानो का पिता हैं । एक पु़त्रा एवं एक पुत्राी का विवाह हो चुका है। एक पुत्राी को दिल की बीमारी जिसके लिए वह राजकीय एम.बी. चिकित्सालय के कार्डियोलोजी वार्ड में भर्ती है। शुक्रवार ष्शाम आरोपी ने अस्पताल से ही बातचित की थी तथा वहीं से सीधा सुखाड़िया सर्कल पहुंचा था।

 कार्यवाही को अंजाम देने में ए.एस पि.राजेंद्र प्रसाद गोयल के नेतृत्व में राजेन्द्र सिंह जैन, जितेन्द्र सनाढय,मुनीर खान, अख्तर, भगवत सिंह, राम अवतार,बाबु लाल तथा कैलाश व्यास का योगदान रहा।

अभियुक्त अभिमन्यु सिंह ( लाल घेरे में ) को कोर्ट लेजाने , सी.आई. राजेंद्र जैन और अख्तर