अब लगेगा चिकित्सालय में पंजीयन शुल्क

उदयपुर, । महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय के आउटडोर में १० रुपये प्रति मरीज तथा इण्डोर शुल्क के रूप में ३० रुपये प्रति मरीज शुल्क लगेगा। चिकित्सालय के अधीक्षक ने बताया कि पंजीयन शुल्क की यह दरें २२ नवम्बर से लागू की जाएंगी।

जश्ने शहीदे आजम कांफ्रेंस व जश्ने-सकीना

उदयपुर, इन्तेजामिया कमेटी मस्जिद मदरसा तकिया कब्रिस्तान मोहल्ला धोलीबावडी उदयपुरकी ओर से हर साल की तरह इस साल भी जश्ने शहीदे आजम कांफ्रेंस और जश्ने सकीना का प्रोग्राम बडी शानों शौकत से हुसैनी चोक, धोलीबावडी पर ७/८ मोहर्रम शरीफ बमुताबिक २२/२३ नवम्बर जुमेरात शुक्रवार को मनायाजा रहा हैं। जिसमें बेदारी शिक्षा और सामाजिक व पारिवारिक उत्थान के लिए तकरीर व तदबीर बताई जाएगी। दोनों जश्नों की निगरानी खतीब इमाम हसैनी मस्जिद, धोलीबावडी जनाब शकिरूल कादरी फैजी करेंगे और इन्तेजामिया कमेटी, अल-नवाज कमेटी के सदस्य इस प्रोग्राम को कामयाब बनाने के लिए बहुत कोशिश कर रहे है।

इंजिनियरींग छात्र ने खुदकुशी की

उदयपुर, शहर के प्रतापनगर थानाक्षैत्र निवासी इंजिनियरींग छात्र ने कमरे में फांसी लगा खुदकुशी कर ली।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मंगलवार रात में बारछोली जिला बारां हाल शिव कोलोनी प्रताप नगर निवासी लोकेश (२२) पुत्र सूरलमत ने मंगलवार रात में अपने कमरे में फांसी लगा खुदकुशी कर ली। लोकेर पेसेफिक कॉलेज में इजिनियरनीग का छात्र था। ३ वर्ष से शिवकोलोनी स्थित मकान में किराये पर रह रहा था। गत दिनो छुट्टियों में गांव गया था मंगलवार को लोटकर उसने फांसी लगा ली। पूछताछ में डिप्रेशन के चलते फांसी लगाने की बात सामने आई है।

रामदा होटल में लापरवाही सेल लगी आग, पर्यटकों की ज़िन्दगी से खिलवाड़ और मिडिया कर्मियों से मारपिट

पत्रकारों, फ़ोटो जर्नलिस्टों के साथ मारपीट कर कैमरे तोडे

उदयपुर, रामपुरा चौराहे के समीप उबेश्वर मार्ग पर रामदा रिसोर्ट के लांर्डी और स्टोर में सुबह तडके आग लग गयी पांच घंटे के बाद आग पर काबू पाया जा सका। घटना को छुपाने व होटल की लापरवाही उजागर ना हो इस नियत से होटल प्रबंधन ने आग लगने के २ घंटे बाद फायर ब्रिगेड व पुलिस को सूचना दी तथा कवरेज के लिए गये पत्रकारों, फ़ोटो जर्नलिस्टों के साथ मारपीट कर कैमरे तोड दिये।

रामदा होटल के लांड्री में सुबह ५.३० बजे धुआं उठा व आग धीरे धीरे स्टोर रूम तक चली गयी। होटल में आग से निपटने के लिए ना तो कोई टे्रड गार्ड थे न आग बुझाने के पर्याप्त साधन फीर भी प्रबंधन और स्टाफ मिलकर आग बुझाते रहे जो कि बजाय बुझाने के धीरे धीरे विकराल रूप ले लिये। प्रबंधन द्वारा ढाई घंटे तक पुलिस फायर ब्रिगेड को सूचना नहीं दी गई। आस पासके लोगों ने जब धुआं ओर विकराल होते देखा तो उन्होने पुलिस ओर फायर ब्रिगेड को सूचना दी। जिसके बाद फायर ब्रिगेड ने आकर मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। नगर परिषद गैराज अधीक्षक ने बताया कि परिषद की दो फायर ब्रिगेड द्वारा सात गाडियां खाली करने पर आग पर काबू पाया जा सका। आग के कारणों का खुलासा नहीं हुआ लेकिन सूत्रों के अनुसार शार्ट सर्किट हुआ जिससे गद्दे, कपडे, बिस्तर, फर्नीचर स्टोर में रखा कई सामान जल कर खाक हो गया।

लापरवाही की खीज पत्रकारों पर उतारी : होटल में लगी आग का कवरेज करने गये पत्रकार कबीर जेठी, चंचल सनाढय, कृष्णा तंवर व अविनाश को होटल मालिक रतन तलदार, जनरल मैनेजर अभिमन्यु कायस्थ ने व अन्य स्टाफ ने मिलकर हमला बोल दिया। व जमकर मारपीट की जिससे कबीर जेठी का केमरा तोड दिया। तथा उसे चोटे आयी अविनाश, कृष्णा तंवर व चंचल को भी पीटा तथा उसके केमरे व मेमोरी कार्ड छिन लिये। बाद में लेकसिटी प्रेस क्लब अध्यक्ष अख्तर खान द्वारा नाई थाने में मालिक रतन तलदार, सुनील तलदार, जनरल मैनेजर अभिमन्यु कायस्थ व अन्य स्टाफ कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।

कसाब को फांसी देकर जेल में ही दफन कर दिया

 

यहां लगी थी क़साब को फांसी

बुधवार की सुबह मुंबई हमले में मारे गए 166 लोगों के परिजनों के लिए काफी सूकून देने वाली रही होगी। जब देश नींद से जागा तो उसे अजमल आमिर कसाब को फांसी पर लटकाए जाने की खबर मिली। थोड़ी ही देर बाद (करीब पौने नौ बजे) महाराष्‍ट्र सरकार के गृह मंत्री आर.आर. पाटील मीडिया के सामने आए और आधिकारिक तौर पर कसाब को फांसी दिए जाने की घोषणा की

केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि कसाब को पुणे की यरवडा जेल में सुबह 7.30 बजे फाँसी दे दी गई.

शिंदे के अनुसार गृहमंत्रालय ने कसाब की दया याचिका नामंज़ूर करने की सिफ़ारिश 16 अक्तूबर को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पास भेजी थी और राष्ट्रपति ने कसाब की दया याचिका को ख़ारिज करने संबंधी फ़ाइल पांच नवंबर को वापस गृहमंत्रालय को भेज दी थी.

शिंदे ने बताया कि सात नवंबर को उन काग़ज़ात पर हस्ताक्षर करने के बाद उन्होंने आठ नवंबर को उन्हें महाराष्ट्र सरकार के पास भेज दिए थे.

कब क्या हुआ: हमले से लेकर फाँसी तक

 

 शिंदे के अनुसार आठ तारीख़ को ही इस बात का फ़ैसला ले लिया गया था कि 21 नवंबर को पुणे की यरवडा जेल में कसाब को फांसी दी जाएगी.

दफ़ना दिया गया

शव के बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा कि पाकिस्तान को इस बारे में सूचित कर दिया गया है लेकिन अभी तक पाकिस्तान की तरफ़ से शव की मांग नहीं की गई है.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के अनुसार कसाब के शव को यरवडा जेल परिसर में ही दफ़ना दिया गया है.

साल 2008 में नवंबर की 26 तारीख़ को कसाब अपने 10 साथियों के साथ समुद्र के रास्ते मुंबई आया था.

उन लोगों ने शिवाजी रेलवे स्टेशन, ताज होटल और ट्राइडेंट होटल समेत शहर के कई इलाक़ों को निशाना बनाया था.

इस हमले में कुल 166 लोग मारे गए थे और सैंकड़ों अन्य घायल हुए थे. इनमें कई पुलिस अधिकारी और विदेशी भी शामिल थे.

पुलिस और एनएसजी कमांडो की जवाबी कार्रवाई में कसाब के नौ साथी मारे गए थे जबकि वो पकड़ा गया था.

फांसी पर राजनीति भी शुरू

लंबी कानूनी प्रक्रिया और लगभग चार साल के इंतज़ार के बाद कसाब को फांसी दी गई. लेकिन इसको क्लिक करें राजनीतिक रंग भी दिया जा रहा है.

शीतकालीन सत्र से एक दिन पहले कसाब को फांसी दिए जाने को कई विश्लेषक सरकार की उस कवायद का हिस्सा मान रहे हैं जिसके जरिए उसने क्लिक करें विपक्ष की रणनीति पर पानी फ़ेर दिया है.

द हिंदू अख़बार की स्मिता गुप्ता बताती हैं कि अगले महीने होने वाले गुजरात चुनाव को देखते हुए इसका राजनीतिक फ़ायदा भी सरकार को हो सकता है.

दूसरी ओर विपक्ष अब नए मुद्दे तलाशने में जुट गया है. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट किया, “अफ़ज़ल गुरू का क्या होगा, जिसने हमारे जनतंत्र के मंदिर – संसद भवन – पर 2001 हमला किया था. उसका अपराध कसाब के अपराध से कई साल पहले किया गया था.”

हालाँकि विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं ऐसी बातों का जवाब देना भी उचित नहीं समझता. (जो लोग ऐसी बातें कह रहे हैं) क्या वो चाहते थे कि कसाब को फाँसी न दी जाती.”

‘यही अंजाम होना था’

कसाब को फांसी दिए जाने पर पाकिस्तान में भी कोई ख़ास हलचल नहीं दिखी है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोआज्जम अली ख़ान ने अपनी क्लिक करें प्रतिक्रिया में कसाब का ज़िक्र किए बिना कहा है, “हम किसी भी तरह के आतंकवादी हरकतों की निंदा करते हैं और इसके ख़िलाफ़ लड़ रहे देशों का सहयोग करने को तैयार हैं.”

वहां के ज़्यादातर राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक भी उन्हें भारत सरकार के इस कदम का इंतज़ार था.

राजधानी इस्लामाबाद स्थित एक और वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक एहतेशामुल हक़ के अनुसार आम पाकिस्तानी में इसको लेकर कोई ख़ास दिलचस्पी नहीं है. उनके मुताबिक़ ज़्यादातर लोगों का यही मानना है कि कसाब ने जो किया था उसकी यही अंजाम होना था.

एहतेशामुल हक़ का कहना है कि आम पाकिस्तानी नागरिकों को लगता है कि मुंबई पर हमले के कारण पाकिस्तान और भारत के रिश्ते और ख़राब हो गए हैं और अब जबकि कसाब को फांसी दे दी गई है तब हो सकता है कि भारत और पाकिस्तान के संबंध थोड़े बेहतर हों!

 

सो. बी बी सी

कसाब को फांसी दे दी गई

मुंबई हमलों के गुनाहगार अजमल आमिर कसाब को आज सुबह 7:30 बजे पुणे की यरवडा जेल में फांसी दे दी गई है। महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर आर पाटील ने पुष्टि कर दी है कि कसाब को आज बुधवार की सुबह 7.30 बजे फांसी दी जा चुकी है। उल्लेखनीय है कि पहले अटकले लगाई जा रही थी कि मुंबई पर हुए हमले की चौथी बरसी पर कसाब को फांसी हो सकती है, लेकिन गुपचुप तरीके से कसाब को पूणे के यरवाडा जेल में लाया गया और आज बुधवार को सुबह 7.30 बजे फांसी दे दी गई। फांसी दिए जाने के बाद डॉक्टरों ने कसाब को मृत घोषित कर दिया।

बस नदी में गिरी 21 घायल

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बांसवाडा, बांसवाडा से झालावाड जा रही बस बांसवाडा शहर से लगभग दस किलो मीटर की दूरी पर माही नदी के बैकवाटर में पाडला पुलिया के पास जा गिरी। समीप स्थित पुलिस चौकी के जवानों एवं ग्रामीणों के साहस के चलते बस में सवार सत्तर व्यक्तियों की जान बचा ली गई। हादसे में २१ लोग घायल हुए। जिनमें दस महिलाएं सम्मिलित है। सभी घायलों को जिला मुख्यालय के महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। इतने बडे के हादसे के बावजूद जिलें का एक भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। बताया जाता है खस्ता हाल सडकों के कारण बस का पट्टा टूट गया या स्टेरिंग रोड टूट गई जिसके चलते यह हादसा हुआ। घायल महिलाएं यात्री श्रीमती कोठारी ने बताया कि हादसे से २-३ मिनिट पूर्व ऐसा अहसास हो रहा था कि कोई हादसा हो जायेगा। २ मिनट बाद तो बस पलटी खाकर बैकवाटर में जा गिरी। इस हादसे के बावजूद सभी यात्रियों ने धेर्य नहीं खोया और कोई कांच तोडकर तो कोई पिछले दरवाजे से बाहर निकलने का प्रयास कर रहा था। उन्होंने बताया कि पाडला चौकी के पुलिस कर्मियों एवं ग्रामीणों के सहयोग से कोई अनहोनी नहीं हो पाई। इधर महात्मा गांधी चिकित्सालय के स्टाफ ने भी तत्परता दिखाई। घायलों के चिकित्सालय पहुंचने से पूर्व ही नर्सिंग अधीक्षक शंकरलाल यादव ने नर्सिंग स्टाफ को तैनात कर दिया जिससे घायलों के आते ही इलाज शुरू हो गया।

केनाल में पहुंचे मगरमच्छ से ग्रामीण भयभीत

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धरियावद, नागलिया बांध से जाखम की दाई मुख्य कैनाल में दो मगरमच्छ भटक गए। सिंचाई एवं सेंचूरी की टीम ने एक मगरमच्छ को पकडकर जाखम बांध में छोड दिया जबकि दूसरे की तलाश जारी है। मगरमच्छ के कारण ग्रामीणों में भय व्याप्त है।

केनाल में मगरमच्छ दिखने की सूचना पर वन्य जीव प्रतिपालक पी सी जैन एवं क्षेत्रिय वन अधिकारी जयपालसिंह सहित जाप्ता एवं सिचाई विभाग के अधिकारी मोके पर पहूचे। ग्रामीणों की मदद से नागलिया बांध से डेढ किलोमीटर दूर दाई मुख्य नहर साठपुर आर डी १०८ पर दो मगरमच्छ कैनाल के बहते पानी में ग्रामीण को दिखाई दिए। जिस पर तुरन्त प्रभाव से मुख्य कैनाल को तीन घण्टे तक बन्द रखने के पश्चात एक मगरमच्छ ९ फीट लम्बा व ५ वर्षीय को जाल एवं रस्सीयों की सहायता से सुरक्षित पकड लिया गया तथा बाद में उसे जाखम बांध ले जाकर गहरे पानी में स्वतंत्र विचरण के लिए छोड दिया गया।

वन्य जीव प्रतिपालक पी सी जैन ने बताया कि दुसरे मगरमच्छ की भी तलाश जारी हे, रात्रि होने के कारण पता नही लग पाया, अतिआवश्यक होने से मुख्य कैनाल को पुन: चालु करना दी गई तथा आसपास के ग्रामीणों को आग्रह किया गया कि जहॉ कही भी मगरमच्छ नजर आए तो उसकी सुचना सीतामाता वन्यजीव सेंचूरी के अधिकारीयों को तुरन्त भेजे। मगरमच्छ के दिखाई देने पर कोई भी व्यक्ति उसे परेशान अथवा छेडछाड नही करे। विभाग वन्यजीव की सुरक्षा के लिए मुस्तेद है।

मेवाड के नेताओं ने सिर्फ मेवाड की जनता को छला है : किरोडी

उदयपुर, दौसा सासंद डा.किरोडीलाल मीणा के ६ दिवसीय दौरे के तहत मंगलवार को प्रतापगढ जिले गोदोला एवं दुसरी उदयपुर जिले के सलूम्बर के केदेश्वर महादेव मंदिर पर विशाल जनसभा को सम्बोधित किया।

 

मीडिया प्रमुख ललित तलेसरा ने बताया कि मंगलवार को किरोडी लाल के दोनो सम्मेलनों में भारी भीड रही। दौसा सांसद किरोडी लाल ने कहा कि मुझे मेवाड के नेताओं की दुकाने बंद करानी है। जिन्होने यहां की भोली जनता को सिर्फ छला है, ठगा है दोनो ही पार्टियां मानगढ घटना के १०० वे वर्ष पूर्ण होने पर उन्हे गोविन्द गुरू व शहीद हुए आदिवासियों की याद आई। उन्होने कहाकि आजादी के इतने बरस गुजरने के बाद भी मेवाड में विकास के नाम पर कोई चीज नहीं है।

तलेसरा ने बताया कि डा.किरोडी २२ नवम्बर को दोपहर दो बजे हेलिकाप्टर से पुष्प वर्षा करेगें। दौरे में उदयपुर से नेता ललित तलेसरा, रूपेश जैन, धर्मेन्द्र, रमनदीन सिंह, जितेन्द्र गहलोत सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

सामूहिक विवाह 6 जनवरी को

उदयपुर, सक्का बिरादरी का १२वां सामूहिक विवाह सम्मेलन ६ जनवरी को होगा जिसकी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। प्रवक्ता मोहम्मद हुसैन सक्का ने बताया कि सामूहिक विवाह को लेकर सक्का गेस्ट हाउस की बैठक रखी गई जिसमें सम्मेलन को सफल बनाने के लिये जन संपर्क की योजना बनाई गई। हुसैन ने बताया कि रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि २० दिसम्बर है।