राशन कार्ड बनवाने को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन

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उदयपुर, कार्ड बनवाने को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया तथा उन्हे हो रही दुविधा दूर करने का आग्रह किया।

वार्ड ७ के श्रीनगर, अम्बावाडी तथा गैस गोदाम के आस पास करीब ५५० परिवार का मतदाता सूची में नाम नहीं है तथा न ही उनके राशन कार्ड बने है। चुंंकी उनके क्षेत्र सिसारमा पंचायत की सीमा पर है जिसकी वजह से यह नगर परिषद ओर सिसारमा पंचायत के बीच पु*टबाल बने हुए है और मूल सुविधा रहीत है। नगर परिषद का कहना है कि यह सीसारमा पंचायत का मामला है जबकि सीसारमा पंचायत का कहना है कि यह क्षेत्र नगर की परिधि में आता है इसी दुविधा के चलते इस क्षेत्र में रहने वाले करीब ५५० परिवारों के नाम ना तो किसी मतदाता सूची में है ना ही इनके किसी के पास राशन कार्ड है। इसी समस्या के चलते आज सभी क्षेत्रवासियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सोंप कर समस्या हल करने की मांग रखी। कलेक्टर ने जल्द ही समस्या निपटाने का आश्वासन दिया है।

 

केन्द्रीय विद्यालय का रीजनल क्रिकेट मुकाबला

उदयपुर , केन्द्रीय विद्यालय नं. 1, प्रताप नगर, उदयपुर में गुरुवार सें क्षैत्रीय (राज्य स्तरीय) अन्डर 19 किकेट प्रतियोगिता का आयोजन शुरू हुआ जिसका शुभारम्भ आज हरि प्रसाद शर्मा जिला पु्रलिस अधीक्षक द्वारा किया गया ।

प्राचार्य जी.एस.मेहता ने बताया की इस प्रतियोगिता में के.वि.सं. जयपुर संभाग की 35 टीमों के लगभग 350 खिलाडी हिस्सा लेगें। यह प्रतियोगिता सी.टी.ऐ.ई. कॅालेज ,बी.एन. फीजीकल कॉलेज तथा केन्द्रीय विद्यालय के क्रीडा स्थलों पर आयोजित होगी। यह खेलकुद प्रतियोगिता 26/08/2012 तक चलेगी तथा विजयी टीम के.वि.सं. के राष्ट्र स्तरीय क्रिकेट खेलकुद प्रतियोगिता (जो लखनऊ में आयोजित होगी में हिस्सा लेगीं)।

गुरुवार को प्रतियोगिता का आगाज़ रंग रंग कार्यक्रम के साथ शुरू हुआ प्राचार्य ने बताया की लीग के आधार पर चार टाइम उभर कर आई हे ।

उद्घाटन मैच में के.वि. न. १ ने माउंट आबू २९ रन से हरा कर झीत दर्ज की ,एनी मैच में जयपुर के.वि. न. ६ ने उदयपुर के.वि.न. २ को हराया ,आयोजन सचिव शारिख शैख़ ने बताया कि बी. एन . कोलेज ग्राउंड पर जोधपुर के.वि.न. १ को जयपुर के.वि.न. ३ को हराया तथा बीकानेर के.वि.न. १ ने जयपुर के.वि.न. १ को मात दी

 

मेवाड़ की रॉल्स रॉयस No 1

उदयपुर, । शहर के ऐतिहासिक सिटी पैलेस के जनाना महल के कोने में वर्षों से रखी विंटेज कार ‘1924 रॉल्स रॉयस 20 एचपी, बारकर ट्योरर’ (जीएलके 21) हाल ही में अमेरिका के कैलिफॉर्निया प्रांत के पेबल बीच में आयोजित दुनिया भर की विंटेज कारों की प्रतियोगिता में प्रथम नवाजी गई है। इस ऐतिहासिक शानदार कार को प्राप्त हुए विश्व स्तरीय सम्मान को महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के प्रबंध न्यासी एवं अध्यक्ष तथा एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स उदयपुर के चेयरमेन श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ ने स्वयं प्राप्त किया।

पेबल बीच गोल्फ कोर्स में गत 16 अगस्त से आयोजित चार दिवसीय समारोह में विश्व के विंटेज कारों के जानकार चुनिंदा जजों के पैनल ने उदयपुर की इस ऐतिहासिक एवं विंटेज कार को प्रथम पुरस्कार स्वरूप ल्यूकस बीब ट्राफी प्रदान की गई। 19 अगस्त को इस उपलक्ष में भव्य समापन समारोह आयोजित किया गया। उल्लेखनीय है कि पेबल बीच में वर्षों से विंटेज कारों की प्रतियोगिता आयोजित होती है। जिसमें कारें रैंप पर जलवे बिखेरती है। इस वर्ष हिंदुस्तान से केवल मात्र उदयपुर के मेवाड़ घराने से विंटेज कार ‘1924 रॉल्स रॉयस 20 एचपी, बारकर ट्योरर’ (जीएलके 21) को प्रतियोगिता में आने का निमंत्रण मिला था। विभिन्न देशों से आई सैकड़ों कारों में मेवाड़ की इस शाही गाड़ी ने प्रथम स्थान प्राप्त कर विश्व में एक बार पुन: उदयपुर शहर का परचम लहराया है। पेबल बीच में आयोजित भव्य समारोह में ट्रॉफी प्राप्त करने के पश्चात श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ ने कहा कि वर्तमान में शानो-शौकत से भरपूर विंटेज कारों का महत्व आधुनिक कारों से कहीं अधिक है। उन्होंने इस कार के रखरखाव के लिए विदेशी इंजीनियरों के साथ सिटी पैलेस के रॉयल गैराज के अतिरिक्त पैलेस के विंटर एण्ड क्लासिक कार कलेक्शन की संपूर्ण टीम को बधाई देते हुए इस श्रेय का हिस्सेदार बताया। उन्होंने बताया कि मेवाड़ घराने द्वारा चलाए जा रहे ईटरनल मेवाड़ प्रोजेक्ट के तहत ऐतिहासिक एवं प्राचीन धरोहरों के संरक्षण तथा संवद्र्धन के क्षेत्र में इस जीत से विश्व में नई पहचान मिलेगी।

 

धरती पर साक्षात स्वर्ग- सीतामाता अभयारण्य व जाखम बांध

रिपोर्ट – डा. बाषोबी भटनागर,

व्याख्याता, राजकीय महाविधालय,खैरवाडा

उदयपुर , बचपन से ही प्रकृति प्रेमी रही हूँ, चाहे खेत में (घर के आसपास) सब्जी बोनी हो या नदी, समुद्र, जंगल का सानिध्य हो हमेषा इनके साथ होने पर, अपने को बड़ा गोरवान्वित महसूस करती थी।

ईष्वर ने जीवन साथी भी दिया तो वह भी वन अधिकारी व वन्य प्रेमी। जंगलों के सानिध्य में रहते हुए पता ही नहीं लगा कैसे जीवन के 30 वर्ष गुजर गए। छुट्टी का दिन था 19 तारीख रविवार, 2012, कार्यक्रम बना अचानक जाखम बांध पर जाने का, आधे घण्टे में तैयारी कर निकल पड़े परिवार के साथ। जब धरियावद के सीतामाता अभयारण्य के पास पहुचे तो लगा क्या इससे खूबसूरत होगी ‘स्वर्ग’ की कल्पना? घने सागवान के जंगल कहीं कल-कल बहता पानी, कहीं पेड़ों से ढकी पहाड़ियॉं तो कहीं दूर-दूर तक हरे भरे खेत, जहां देखें वहीं हरियाली। धरियावद के नजदीक पहुँचते पहुचते बडी-बडी पत्तियों वाले दोनों ओर सागवान के घने जंगल ने मन मोह लिया। सागवान के वृक्षों पर लगे सफेद रंग के फूलों के गुच्छे उनकी शोभा और बढ़ा रहे थे। अंत में पहॅचे जाखम बांध के पास बने ‘वन विश्रान्ति गृह’ पर, पहाड़ी पर बना हुआ है, काफी सीढ़ियॉं चढ़कर जब वहां पहुंचे तो देखा चारों ओर पानी ही पानी और उसके चारों ओर पेड़ों से लदी पहाडियॉं। शाम का समय हो गया था चिड़ियॉंऐ व छोटे-छोट जीव जन्तुओं की आवाज, वह सन्नाटा और आकाष का केसरिया रंग इन सबने वातारण को इतना सुन्दर बना दिया था जिसको केवल अनुभव ही किया जा सकता है। बिजली नहीं होने के कारण थोड़ी देर में चारों ओर घनघोर अंधेरा वह चुप्पी मन को इतनी शान्ति पहॅुंचा रही थी कि लग रहा था हमारी बाते उस खूबसूरती को ‘कम’ कर रही है। छत पर बिस्तर लगाकर सब एक साथ सोए, गीली गीली रात लेकिन बरसे नही।

सुबह आंख खुली तो बादल से कहीं से ढका कहीं से दिखता दृष्य बहुत सुन्दर लग रहा था। फिर रवाना हुए जाखम बांध की ओर ।ऊफ।। इतना सुन्दर दृष्य ऊपर से गिरता मिट्टी का पानी ऐसा लग रहा था जैसे ‘चॉकलेट का दूध’ बह रहा हो। छोटे से झरने में बच्चे नहाए और बोले ऐसा लग रहा है मानों इस पानी से शरीर में अलग सी एक खुष्बू ताजगी भर गयी है। बहुत देर वहां वे नहाए और पुनः रवाना हुए उदयपुर की ओर, इतना भारी मन हो रहा था उस जगह को ‘अलविदा’ इस ‘क्षण’ में कहते हुए।

ऐसे स्थान को वन्य प्रेमियों व प्रकृति प्रेमियों की दृष्टि से सरकार की ओर (पर्यटन) ट्यूरिज्म को बढ़ावा मिलना चाहिए पर हां यह ध्यान में रखते हुए कि उसकी शुद्धता , सुन्दरता को बनाए रखने में हम सभी मदद करेंगे, अक्सर देखा जाता हैं कि जैसे ही कोई स्थान विकसित होता है, (पर्यटन) ट्यूरिज्म की दृष्टि से फिर वह अपनी प्राकृतिक सौन्दर्य से हाथ धो बैठता है और हम सब उसे पॉलिथिनल गंदगी से पूर्णतया नष्ट कर देते हैं।

आपको मौका मिले तो उस स्थान पर अवष्य जाऐं व बच्चों को जरूर दिखाऐं ताकि वे ‘प्रकृति’ के सौन्दर्य को रसास्वादन कर सके व उसके महत्व को समझे व देखें कि राजस्थान जिसके लिए लोग कहते है ‘सूखा’ क्षेत्र है, कैसा हरा भरा, पानी से भरा है।

बैंकों में दो दिन नहीं होगा लेन-देन

उदयपुर। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आव्हान पर बैंककर्मियों की दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल बुधवार को शुरू होगी। सुबह बैंक कर्मचारी अपने अपने बैंकों के बाहर प्रदर्शन करेंगे।

इसके बाद सभी 11.30 बजे बैंक तिराहे पर एकत्रित होंगे, जहां पर आमसभा के साथ धरना व प्रदर्शन किया जाएगा। देशभर के बैंक कर्मचारी पिछले 5 सालों से लंबित पड़ी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं।हड़ताल के मद्देनजर सभी बैंकों ने अपने अपने एटीएम में कैश डिपोजिट कर लिया है। मंगलवार को बैंकों में भारी भीड़ रही। उधर, बंद को लेकर निजी बैंकों में असमंजस है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने बंद को समर्थन दिया है तो आईडीबीआई और आईसीआईसीआई ने बैंक खुले रखने की घोषणा की है।

बैंकों ने किए एटीएम फुल : हड़ताल के मद्देनजर शहर के सभी बैंकों ने अपने एटीएम फुल कर दिए हैं। प्रबंधन का दावा है कि ग्राहकों को कोई समस्या नहीं आएगी। पीएनबी के मुख्य प्रबंधक एम.एन. परमार ने बताया कि सभी एटीएम में शाम को कैश चेक कर डिपोजिट कर दिया है। जो लोग हड़ताल पर नहीं रहते हैं, उनकी ड्यूटी लगा दी कि वे एटीएम पर नजर रखेंगे कि कहीं कोई समस्या तो नहीं हो रही है।

कैद से भगा ले गयी प्रेमिका अपने प्रेमी को

उदयपुर , महाराणा भूपाल चिकित्सालय के ट्रोमा सेंटर में भर्ती जेल में सजायाफ्ता कैदी लक्ष्मण मेघवाल रविवार रात पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। नाइट ड्यूटी पर कांस्टेबल राधाकिशन और संजय कुमार तैनात थे। हत्या के मामले में सजा काट रहे लक्ष्मण के खिलाफ सूरजपोल थाने में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। जांच अधिकारी मुबारिक शुक्रिया ने इन कांस्टेबलों से पूछताछ की।

इसके अलावा 16 अगस्त से 20 अगस्त तक कैदी से मिलने आने वाले, उसके लिए खाना लाने वालों से भी पूछताछ की गई। सीआई गोवर्धनलाल ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में यही सामने आया है कि कैदी लक्ष्मण अपनी प्रेमिका के साथ ही गया है। पुलिस की टीमें उसके संभावित ठिकानों की ओर रवाना कर दी गई हैं।

यूनिवर्सिटी चुनाव मत गणना में नहीं रखी पारदर्शिता और की अपनी मनमानी

उदयपुर , यूनिवर्सिटी के चुनाव में मत गणना के दोरान विश्व विद्यालय के चुनाव अधिकारियों में पारदर्शिता की कमी दिखी और मुख्य चुनाव अधिकारी सहित अन्य अधिकारी भी अपने किसी ख़ास चहेते प्रत्याशी को झीताने की कोशिश में लगे दिखे यहाँ तक की अन्य छात्र नेताओं द्वारा अटी धिक् निरस्त हुए मतों में भी चुनाव गणना में लिप्त अधिकारियों का हाथ बताया जा रहा है |

गणना शुरू होते ही सभी प्रेस कर्मियों को इकठ्ठा कर उन्हें अपने साथ लेकर गणना स्थल का एक दौरा करवा दिया | जेसे की बच्चों को खिलौना दे के बहलाया जाता है वेसे प्रेस कर्मियों को सभी गणना हो रहे कमरों का दौरा करवा कर एक जगह बाडा बंदी कर बैठा दिया गया और उनकी निगरानी में दो व्याख्याता लगा दिये तथा खुद चुनाव अधिकारी कैलाश सोडानी अपना मोबाईल बंद कर ताले में बैठ गए तथा सभी गणना हो रहे कमरों के ताले लगा कर गार्ड बैठा दिए गए जिनको ख़ास कर यह निर्देश दिए गए की कोई भी प्रेस कर्मी अन्दर नहीं आ सके |

पत्रकारों द्वारा लाख समझाने कि विधान सभा लोक सभा चुनाव में भी उन्हें हर १५ मिनट में अपडेट दी जाती है तो फिर यहाँ क्यों मीडिया को सुचना से दूर रखा जारहा है |

लेकिन चुनाव अधिकारी कैलाश सोडानी समेत सभी अधिकारी किसी ख़ास प्रत्याशी को झीताने के प्रयास में लगे दिखे इसीलिए प्रेस को गणना स्थल से दूर रखा यहाँ तक की शाम को ७ बजे भी जब सभी विश्व विद्यालय के परिणाम आगये और अन्दर से ख़बरें बहार चली गयी तब तक अन्दर बैठे पत्रकारों को कोई सुचना मुहय्या करने वाला नहीं था यूनिवर्सिटी के पिआरओ को भी बहार निकाल कर हाथ पर हाथ धरा कर बैठा दिया | शाम ७ बजे सभी पत्रकारों के जोरदार विरोध करने पर दरवाजे खोले और परिणाम बताये | इस सारी घटना को देख कर एसा लगता है की चुनाव अधिकारी द्वारा यह सारी कवायद और मीडिया को सुचना के अधिकार से भी दूर रखना अपने किसी ख़ास चहेते प्रत्याशी को झीताने के लिए की गयी थी और उसमे वे काफी हद तक कामयाब भी हो गए |

चुनाव अधिकारी ने तो प्रेस से इतनी दूरी बनाये रखी की पुलिस व् अन्य यूनिवर्सिटी के व्याख्याताओं द्वारा लाख समझाने के बावजूद भी वे एक बार भी प्रेस के सामने नहीं आये और न ही कोई अपडेट दी |

सारी कार्यवाही और मतगणना के दोरान गणना में लगे व्याख्याताओं की चुप्पी देख कर एसा लगता रहा जेसे की कोई कुलकी में गुड फोड़ने जेसी कार्यवाही की जा रहहि है |

इस सन्दर्भ में चुनाव अधिकारी कैलाश सोडानी से बात करनी चाहि लेकिन उन्होंने काल रिसीव नहीं किया |

यूनिवर्सिटी रोड पर लगा छात्रों का मेला

यूनिवर्सिटी रोड पर सुविवि मुख्य द्वार से लेकर ठेठ आंनद प्लाजा तक छात्रों की रैलमपेल रही। सभी छात्र नेताओं के चुनावी कार्यालय इस मार्ग पर स्थित होने से मतदान व मतगणना के दौरान दिनभर मार्ग वाहनों व छात्रों की आवाजाही से भरा रहा। कई बार जाम भी लगा। मतगणना के दौरान तो बोहरा गणेश जी की और से यूनिवर्सिटी व बेकनी पुलिया की और से यूनिवर्सिटी की और जाने वाले मार्ग पर यातायात शाम ४ बजे से तीन चार घंटे तक के लिए पुरी तरह बंद रहा।

उदयपुर-चित्तौडग़ढ़ मार्ग पर बार बार लगा जाम

सुरजपोल से सेवाश्रम ब्रिज तक के मार्ग के बीच राजस्थान कृषि महाविद्यालय, साइंस कॉलेज, कॉमर्स कॉलेज व बीएन कॉलेज स्थित है। इन सभी कॉलेजों में चुनाव हुए। छात्रों के बार बार सडक़ मार्ग पर आने से यह मुख्य मार्ग बार बार जाम हुआ। इसके चलते कई बार कॉलेज के बारह वाहनों की लंबी लंबी कतारें लगी। हालांकि यातायात पुलिस ने व्यवस्था को संभाला। सिख कॉलोनी चौराहे पर तो कई बार जाम लगा। इससे यातायात कर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

पुलिस की मुश्तेदी से नहीं हुए झगड़े

छात्रसंघ चुनाव के दौरान प्रचार, मतदान व मतगणना के दौरान कई बार एबीवीपी व सीएसएस तथा अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद की स्थिति बनी लेकिन पुलिस प्रशासन की मुश्तेदी से कोई विवाद नहीं हुई। फर्जी मतदान को लेकर साइंस कॉलेज व कॉमर्स कॉलेज में एक बार माहौल बिगड़ा लेकिन पुलिस ने तत्परता से छात्रों को तितर बितर कर व्यवस्था को संभाला।

सीएसएस जाएगी कोर्ट, निष्पक्षता पर सवाल

सुविवि में पराजय के बाद छात्र संघर्ष समिति ने चुनाव परिणाम के साथ ही यूनिवर्सिटी प्रशासन की चुनाव में पारदर्शिता पर सवाल उठाया है। छात्र संघर्ष समिति के सूर्यप्रकाश सुहालका ने कहा कि १७० वोटों को गलत तरीेके से रिजेक्ट किया गया है। उन्होंने कहा कि छात्र संघर्ष समिति की जीत हुई है। वे चुनाव परिणाम को कोर्ट में चुनौती देंगे। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने किसी भी तरह से पक्षपात किए जाने से इंकार किया है।

सुविवि में ६१ व एमपीयूएटी में ८१ प्रतिशत मतदान

शनिवार को हुए छात्र संघ चुनाव में सुविवि में ६१.५ प्रतिशत मतदान हुआ। सुविवि में कुल ८१३० मतों से ५००२ वोट डाले गए। कॉलेज के अनुसार साइंस कॉलेज में २३७७ में से १५९६ वोटे डाले गए। इसी तरह आट्र्स कॉलेज में २३९४ में से १४०९, कॉमर्स कॉलेज में २५०१ में से १४४० तथा लॉ कॉलेज में ८५८ में से ५५७ वोट डाले गए। इधर एमपीयूएटी में ८१ प्रतिशत मतदान हुआ। विवि में ३१०४ कुल छात्र मतदाताओं में से २५१६ छात्रों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

12 साल बाद MLSU में ABVP का परचम

: पंकज बोराना सुविवि अध्यक्ष निर्वाचित

: सीएसएस के दीपक शर्मा को 100 वोटों से हराया

उदयपुर। मोहनलाल सुखाडिय़ा यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर12 साल के अंतराल के बाद एबीवीपी ने जीत का परचम लहराया। एबीवीपी के पंकज बोराना 100 मतों से विजय रहे। एबीवीपी ने उपाध्यक्ष पद पर भी कब्जा कर लिया है।

मोहनलाल सुखाडिय़ा यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ मतदान के बाद दोपहर करीब ढाई बजे से एफएमएस में मत गणना शुरू हुई। मतगणना में शुरुआती से दौर से लेकर आखिरी तक एबीवीपी के प्रत्याशी पंकज बोराणा आगे ही रहे। अंतत: उन्होंने 100 वोटों से विजय श्री हासिल की। पंकज बोराणा ने सुविवि में अध्यक्ष पद पर विगत दो बार से लगातार जीत दर्ज करा रही छात्र संघर्ष समिति के प्रत्याशी दीपक शर्मा को पराजीत किया। सुविवि में इससे पूर्व 2001-02 में एबीवीपी ने जीत दर्ज कराई थी।

यह स्थिति रही चारों पद पर

सुविवि में अध्यक्ष पद पर जहां पंकज बोराणा ने जीत दर्ज की है, वही महासचिव पद पर एनएसयूआई के देवेंद्र मीणा विजयी रहे। उपाध्यक्ष पद पर एबीवीवी के प्रवीण सिंह आसोलिया तथा संयुक्त सचिव पद पर कृतिका सिंघवी विजेता रही।

जीत के जश्न में डूबे कार्यकर्ता

पंकज बोराणा के चुनाव जितते ही एबीवीपी में हर्ष की लहर दौड़ गई। एबीवीपी कार्यकर्ता पंकज की जीत की घोषणा होते ही जश्न में डूब गए। यूनिवर्सिटी गेट के बाहर जमा एबीवीपी के हजारों कार्यकर्ताओं ने पंकज को कंधे पर उठा लिया। बाद में यूनिवर्सिटी रोड पर विजय जुलूस निकाला गया।

छात्रों से किए वादे पूरे होंगे : पंकज

अपनी जीत के एबीवीपी के पंकज बोराणा ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि सभी छात्रों व संगठन के सहयोग के बिना यह जीत आसान नहीं थी। उन्होंने कहा कि चुनाव पूर्व उन्होंने छात्रों से जो भी वादे किए वे सभी प्राथमिकता से पूरे किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी जीत से सुविवि में परिवारवाद का खात्मा हुआ है।

सुविवि में अध्यक्ष मतों की यह रही स्थिति

पंकज बोराणा (एबीवीवी) – 1613 (विजयी)

दीपक शर्मा (सीएसएस) – 1513

अजितेश राय (डीएसएस) – 772

गजेंद्र सिंह राणा (एनएसयूआई) – 946

कुल गिरे मत – 4744

रिजेक्ट – 397 वोट

जीत का अंतर – 100 वोट

 

लाठी चार्ज , हुडदंग के बिच हुई वोटिंग

उदयपुर। मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनावों के चलते शनिवार को कामर्स कॉलेज में फर्जी वोटिंग का आरोप लगाकर हंगामा मचा रहे छात्रों पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। इस दौरान छात्रों की ओर से पुलिस पर पथराव भी किया गया। पुलिस ने लाठीचार्ज कर छात्रों को काफी दूर तक खदेड़ा। इससे पूर्व छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कामर्स कॉलेज में बनाए गए मतदान केन्द्र में घुसकर जमकर तोडफ़ोड़ की थी। पथराव के कारण डिप्टी गिर्वा की गाड़ी का कांच फूट गया और एक पुलिसकर्मी के पत्थर लगने के कारण चोंटे भी आई है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मतदान के दिन कामर्स कॉलेज में मतदान हो रहा था। इसी दौरान डीएसएस और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने छात्र संघर्ष समिति (सीएसएस) के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों पर फर्जी मतदान का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने पहले समझाईश का प्रयास किया। परन्तु छात्रों के नहीं मानने पर पुलिस ने छात्रों को कामर्स कॉलेज के डीन से बात करने के लिए कहा। डीन से बात करने के दौरान छात्रों नें हंगामा खड़ा कर कर दिया। डीन की समझाईश के बाद छात्र बाहर निकल गए। परन्तु तब तक बाहर की ओर हजारों की संख्या में सभी छात्र एकत्रित हो गए थे जो जबरन अंदर घुसने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान कुछ छात्र जबरन मतदान केन्द्र के अंदर घुस गए और मतदान केन्द्र में तोडफ़ोड़ करनी शुरू कर दी। मतदान केन्द्र में जहां पर मतदाता लिस्ट जांच कर रहे अधिकारी को बाहर निकाल दिया और कुर्सियां और टेबल तोड़ दी।

इधर बाहर खड़े छात्रों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। मामला बढ़ता हुआ देखकर अन्य महाविद्यालयों में कानून व्यवस्था के लिए तैनात पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और भारी जाब्ते के साथ छात्रों को नियंत्रण में करना शुरू कर दिया। इसी दौरान कुछ छात्रों ने पुलिस जाब्ते पर पथराव करना शुरू कर दिया। छात्रों द्वारा पथराव करने से डिप्टी अताउर्ररहमान की गाड़ी की खिडक़ी की कांच फूट गया। यह देखकर अधिकारियों ने लाठी चार्ज करने के आदेश दे दिए। पुलिस अधिकारियों की ओर से आदेश मिलते ही पुलिसकर्मियों ने लाठी चार्ज करना शुरू कर दिया। पुलिसकर्मियों ने छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। करीब आधे घंटे तक जमकर लाठी चार्ज हुआ। पुलिसकर्मियों के हाथ में जो भी छात्र आया उसे जमकर पीटा।

इधर लाठीचार्ज से बचने के लिए छात्रों ने भी इधर-उधर भागना शुरू कर दिया। जानकारी के अनुसार पुलिस ने छात्रों को बीएन कॉलेज तक दौड़ाया और इधर साइंस कॉलेज तक भगाया। काफी देर तक लाठी चार्ज होने के बाद सभी छात्र वहां से भाग गए। इसके बाद कॉलेज में शांति का माहौल बन गया। जानकारी के अनुसार लाठीचार्ज के बाद मतदान का समय समाप्त होने के कारण पुलिस अधिकारियों ने मत पेटियों ने जाब्ते के साथ मतगणना स्थल पर भेज दिया। इधर पुलिस का भारी मात्रा में जाब्ता कामर्स कॉलेज के बाहर तैनात किया गया है।

साइंस कॉलेज में भिड़े एबीवीपी और एनएसयूआई

उदयपुर। इससे पूर्व साइंस कॉलेज में एबीवीपी और एनएसयूआई के छात्र भी आपस में भिड़ गए थे। सूत्रों के अनुसार इस कॉलेज में चुनाव के दौरान दोनों ही संगठनों के छात्र मतदान कर रहे छात्रों को अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे थे। इसी बात को लेकर दोनों ही छात्र संगठनों के छात्र आपस में उलझ गए और मारपीट हो गई। मौके पर मौजूद जाब्ते की समझाईश के बाद मामला निपटा था।