विवेकानंद जयंती पर हुए विशेष आयोजन

1507067_621363801259141_553030446_nउदयपुर। शहर में कई जगह विवेकानंद जयंती मनाई गई। इसमें अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वावधान में विवेकानंद जयंती पर आयड़ स्थित विवेकानंद चौराहे पर कायस्थ समाज के लोगों ने विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम में महापौर रजनी डांगी, देवेंद्र माथुर, हरिशचंद्र माथुर, सुरज कुमार, तरूण सक्सेना, गगन श्रीवास्तव, चंद्रदीप सक्सेना, संजीव सक्सेना, रघुवीर प्रसाद श्रीवास्तव, सतीश भटनागर आदि उपस्थित थे। इस मौके पर सभी ने स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को अपने मन से अंगीकार करने का आह्वान किया। इसी प्रकार विवेकानंद जयंती पर श्रीराम बजरंग सेना ने ख्यालीलाल रजक के नेतृत्व में आयड़ में विवेकानंद जयंती को बड़े धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष उमेश नागदा ने १० लीटर दुग्धाभिषेक किया एवं समाजसेवी सत्यनारायण श्रीमाली ने माल्यापर्ण कर विवेकानंद के जयकारे लगाए एवं इनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। इस मौके पर मेवाराम खींची, गिरीश सोनार्थी, राखी माली, सुनीता खटीक, गिरीजा शर्मा, नैन सिंह सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।
युवा दिवस पर निकाली रैली
स्वामी विवेकानंद की १५१वीं जयंती पर रविवार को उनकी प्रतिमा पर पुष्पाजलि अर्पितकर रैली निकाली गई एवं मानव शृंखला बनाकर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। अनुसूचित जाति-जनजाति छात्र संगठन द्वारा स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में रविवार को रैली का आयोजन किया गया। वाहन रैली सेक्टर नंबर छह से प्रारंभ होकर विवेकानंद चौराहा आयड़ पहुंची एवं विवेकानन्द प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पाजंलि अर्पित की तत्पश्चात रैली विश्वविद्यालय परिसर स्थित विवेकानन्द स्मारक पहुंचकर माल्यार्पण कर सभा में परिवर्तित हुई। इस अवसर पर संगठन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राम मीणा ने संबोधित करते हुए आह्वान किया कि विवेकानन्द के आदर्शों पर चलकर समाज के विकास में योगदान प्रदान करना है। इस अवसर पर डूंगरपुर, बांसवाड़ा, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, चित्तौडग़ढ़ से भी भारी संख्या में युवा व छात्रों ने हिस्सा लिया। स्वामी विवेकानंद की १५१वीं जयंती तथा युवा दिवस के उपलक्ष्य में चाणक्यपुरी बस्ती द्वारा मानव श्रंृखला का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

सेवा करने से होता है संस्था का चहुंमुखी विकास: कटारिया

उदयपुर। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि सेवा में अद्भूत शक्ति का समावेश होता है, जिससे न केवल जरूरतमंदों को लाभ मिलता है, वरन् संगठन व संस्था का चंहुमुखी विकास होता है। वे कल हिरणमगरी सेक्टर चार स्थित लायंस सेवा सदन में आयोजित वल्लभनगर ओसवाल जैन कांफ्रेेंस उदयपुर के शपथ ग्रहण एवं नूतन वर्षाभिनन्दन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सेवा न केवल मानसिक संतुष्टि प्रदान करती है वरन् अलौकिक आनंद का भी अनुभव कराती है। समारोह के विशिष्ठ अतिथि लक्ष्मीलाल चोरडिय़ा थे, जबकि अध्यक्षता मदनलाल ओस्तवाल ने की। समाज एवं युवा गौरव सम्मान-वल्लभनगर ओसवाल जैन कांफ्रेंस उदयपुर के अध्यक्ष गुणवंत वागरेचा ने बताया कि कटारिया सहित अन्य अतिथियों ने समारोह में समाज सेवी एवं उद्योगपति हेमंत बोहरा को समाज गौरव एवं युवा उद्यमी व समाज सेवी हस्तीमल लोढ़ा को युवा गौरव अलंकरण से सम्मानित किया।

हार्ट अटैक से सूरजपोल एएसआई के मौत

उदयपुर। शहर के सूरजपोल थाने के एएसआई की आज सुबह आर्ट अटैक से मोत हो गई।
जानकारी के अनुसार करोली हाल सेक्टर तीन निवासी सुरेंद्रङ्क्षसह (५२) की आज सुबह आर्ट अटैैक से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सुरेंद्रसिंह लगभग ३५ सालों से पुलिस विभाग में सेवा प्रदान कर रहे हैं। वर्तमान में सुरेंद्रसिंह सूरजपोल थाने में एएसआई के पद पर कार्य कर रहे थे। इससे पहले वे प्रतापनगर थाने में नियुक्त थे।

आरटीई को लेकर सरकार सुस्त

RTE-logoपोर्टल पर नहीं एडमिशन संबंधी जानकारी
उदयपुर। शहर के निजी स्कूलों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कई अभिभावक शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीई) के तहत अपने बच्चों का इन स्कूलों में निशुल्क एडमिशन करवाना चाहते हैं, लेकिन सरकार इस मामले को लेकर सुस्त है। कई अभिभावक आरटीई के पोर्टल के भरोसे बैठे है और पोर्टल पर प्रवेश से संबंधित कोई जानकारी नहीं है, जबकि निजी स्कूलों ने प्रवेश प्रक्रिया तो शुरू कर दी है, लेकिन आरटीई वेब पोर्टल पर टाइम फ्रेम अपलोड नहीं की है। ऐसे में अभिभावक इस पोर्टल के भरोसे रहे, तो बच्चे प्रवेश से वंचित रह जाएंगे।
कई अभिभावक पिछले कई दिनों से रोज पोर्टल को चैक कर रहे हैं, लेकिन उन्हें वहां से कोई जानकारी नहीं मिल रही है।
उल्लेखनीय है कि पोर्टल का उद्घाटन पिछले साल 29 जुलाई को तत्कालीन शिक्षामंत्री बृजकिशोर शर्मा ने किया था। आरटीई वेबपोर्टल (स्रद्गद्ग.ह्म्ड्डद्भ.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ) की शुरुआत करते समय शिक्षा विभाग ने दावा किया था कि शिक्षा का अधिकार कानून के तहत होने वाले निशुल्क प्रवेश की जानकारी ऑनलाइन करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है। आरटीई सलाहकारों के अनुसार आरटीई प्रवेश की गाइड लाइन का मामला अभी सरकार के पास है। सरकार ने अभी तक इस मामले में कोई रूचि ही नहीं दिखाई।
इसलिए बनाया पोर्टल
इस पोर्टल के माध्यम से निशुल्क प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों की ट्रेकिंग और ऑनलाइन मॉनिटरिंग की योजना थी। साथ ही इसके माध्यम से अभिभावकों को घर बैठे किसी निजी स्कूल में निशुल्क प्रवेश के टाइम फ्रेम, लॉटरी की तिथि, निशुल्क प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों की संख्या व नाम की जानकारी प्राप्त करने के अलावा ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा देने का दावा भी किया गया था। इस पोर्टल के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया था, लेकिन इस पोर्टल को अपडेट करने में किसी की कोई रूचि ही नहीं लगती। एक जागरूक अभिभावक के अनुसार वह पिछले 20 दिनों से रोज पोर्टल को चैक कर रहा है, लेकिन यहां से कोई जानकारी नहीं मिलती। इसलिए सभी स्कूलों जाकर कर प्रवेश की जानकारी लेनी पड़ रही है।
कई स्कूल तो अभी तक पंजीकृत भी नहीं
सरकार के निर्देश थे कि इस पोर्टल पर शहर के सभी निजी विद्यालय पंजीकरण करवाएंगे और आरटीई से संबंधित सारी जानकारी यहां पर देंगे, लेकिन अभी तक शहर के कई ऐसे निजी विद्यालय है, जिन्होंने इस पोर्टल पर अभी तक पंजीकरण तक नहीं करवाया। ऐसे में यदि अभिभावक शहर में अपने क्षेत्र के निजी स्कूल में बच्चे के एडमिशन की या अन्य आरटीई से संबंधित जानकारी इस पोर्टल के जरिये लेना चाहे, तो नहीं ले सकते हैं।

शहर में निकली विकलांगों की रैली

IMG_6588खेलकूद प्रतियोगिताएं शुरू
उदयपुर। विकलांग दिवस पर आज विकलांगों रैली को जिला कलेक्टर ने कलेक्ट्रेट से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई टाउनहॉल पहुचकर संपन्न हुई। इसके बाद दोपहर से विकलांगों की खेलकूद प्रतियोगिताएं बीएन कॉलेज ग्राउंड पर आयोजित हुई।
उल्लेखनीय है कि नौ दिसंबर को विकलांग दिवस था, लेकिन आचार संहिता के चलते उस वक्त नहीं मनाया गया। आज विकलांग दिवस मनाया गया, जिसके चलते रैली और खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिला कलेक्टर आशुतोष पेढणेकर ने आज सुबह जिला कलेक्ट्री से विकलांग और मूक बधिर छात्रों की रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रेलीदेहली गेट, बापूबाजार, सूरजपोल होती हुई टाउनहॉल पहुंची। वहां से सभी निशक्त बच्चों को बीएन कॉलेज ग्राउंड ले जाया गया, जहां पर आज शाम तक इनकी विभिन्न प्रतियोगिताएं होंगी, जिसमें लंबी दौड़, जलेबी रेस, डांस, एकल गान व सामूहिक गान होंगे और शाम को विजेताओं को पारितोषिक वितरण किया जाएगा।

खुशखबरी: पोलियो मुक्त घोषित हो जाएगा भारत

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polio free india 296212-01-2014-11-01-99N विश्व स्वास्थ्य संगठन सोमवार को भारत को पोलियो मुक्त घोषित कर देगा। पोलियो के विरूद्ध घर-घर तक चलाया गया अभियान सफल हो गया है। यह देश के लिए बड़ी खुशखबरी है कि पिछले तीन वर्ष से भारत में पोलियो की एक भी नई शिकायत सामने नहीं आई है। भारत के पोलियो मुक्त घोषित होने के बावजूद उसके खिलाफ अभियान जारी रहेगा।

पिछले वर्ष से ही संभावना थी कि भारत पोलियो मुक्त देश घोषित होने की दिशा में बढ़ रहा है। जब किसी देश में तीन साल तक पोलियो का कोई नया मामला नहीं आता है, तो उसे पोलियो मुक्त घोषित किया जा सकता है। वैसे दुनिया में कुछ देश ऎसे भी हैं, जो पहले पोलियो मुक्त घोषित हुए थे, लेकिन जब वहां लापरवाही बरती गई, तो पोलियो के विषाणु लौट आए।

खास बात यह है कि भारत पोलियो के पुनर्सक्रमण को रोकने के लिए पहले ही ठोस उपाय कर चुका है। वर्ष 2011 के बाद से पांच साल से कम आयु के जो बच्चे पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमार और भूटान के रास्ते भारत आ रहे हैं, उन्हें सीमा पर स्थित 102 चौकियों पर पोलियो ड्रॉप पिलाकर ही प्रवेश दिया जा रहा है। 30 जनवरी के बाद पाकिस्तान से जो भी भारत आएगा, उसे पोलियो ड्रॉप या टीका लगे होने का प्रमाणपत्र देना पड़ेगा। हालांकि बड़े दुर्भाग्य की बात है कि ऎसे परिवार हैं, जिन पर जागरूकता अभियानों का असर नहीं हुआ है और जो पोलियो ड्रॉप लेने से अभी भी इनकार कर देते हैं।

पिछली शिकायत

13 जनवरी 2011 को पश्चिम बंगाल के हावड़ा के पांचला ब्लॉक में पोलियो की अंतिम शिकायत दर्ज की गई थी। तब दो वर्षीय बच्ची में पोलियो के लक्षण देखे गए थे। भारत की स्थिति पहले बहुत खराब थी। वर्ष 1985 में भारत में 15000 पोलियो मामले उजागर हुए थे।

पिछले साल पोलियो : वर्ष 2013 कुल शिकायत 372

सोमालिया 183, पाकिस्तान 85, नाइजीरिया 51, अफगानिस्तान 12
इसके अलावा सीरिया, कैमरून, इथियोपिया, कीनिया में भी पोलियो की शिकायत दर्ज की गई।

पोलियो मुक्त, लेकिन लौट आई बीमारी

सोमालिया वर्ष 2007 में पोलियो मुक्त घोषित हुआ था। वहीं सीरिया, कैमरून, इथियोपिया, कीनिया भी 2012 में पोलियो मुक्त घोषित हुए थे। वर्ष 2000 के बाद ऎसे 49 देश हैं, जो पोलियो मुक्त घोषित हुए थे, लेकिन वहां लौट आई बीमारी।

कुश्ती दंगल में कटारिया और गिरिजा एक ही मंच पर

4803_69उदयपुर. गांधी ग्राउंड में रविवार को लक्ष्मण सिंह स्मृति कुश्ती दंगल के उद्घाटन समारोह में अतिथि के रूप में राजनीति के पहलवान केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास और ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने शिरकत की।

चुनावी मुकाबलों के दौरान भले ही दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए हों, लेकिन कुश्ती दंगल में दोनों ने सद्भाव का ही दांव खेला। मिट्टी के अखाड़े में पहलवानों के उतरने से पहले दोनों नेताओं ने गदाओं को कंधे पर रखकर दंगल का आगाज किया। इसके बाद अखाड़े में पहलवानों के हाथ मिलवाकर पहला मुकाबला शुरू किया।
आयोजकों का दांव गिरिजा भारत केसरी
डॉ. गिरिजा व्यास को भारत केसरी की गदा देने के मायने यह थे कि वे केंद्र में मंत्री हैं और भारत केसरी का मुकाबला भी राष्ट्रीय स्तर का होगा। इसमें कई राज्य के पहलवान लड़ेंगे।
कटारिया राजस्थान-मध्यप्रदेश केसरी गुलाबचंद कटारिया को राजस्थान-मध्यप्रदेश केसरी की गदा देने के मायने यह थे कि वे प्रदेश में मंत्री है और यह मुकाबला सिर्फ राजस्थान व मध्यप्रदेश के पहलवानों के बीच होना है।

भारतीय प्रौढ़ षिक्षा संघ तीन दिवसीय अधिवेषन सम्पन्न

IMG_3238सामाजिक बदलाव के लिए आजीवन षिक्षण महत्वपूर्ण – प्रो. रेड्डी
भारतीय प्रौढ़ षिक्षा संघ तीन दिवसीय अधिवेषन सम्पन्न
प्रो.के.सी. चौधरी बने अध्यक्ष
उदयपुर , भारतीय प्रौढ़ षिक्षा संघ तथा जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विष्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय प्रौढ़ षिक्षा संघ का तीन दिवसीय अधिवेषन राजस्थान विद्यापीठ के प्रतापनगर स्थिति कम्प्यूटर साईंस एण्ड इन्फोरमेषन एण्ड टेक्नोलॉजी के सभागार में सम्पन्न हुए।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. बी.एस. गर्ग ने कहा कि जीवनपयन्त षिक्षा एक ऐसी षिक्षा है जो स्वेच्छा और अन्तप्रेरणा से व्यक्तिगत अथवा व्यवासायिक स्तर पर ज्ञान प्राप्त करने की निरंतर प्रक्रिया है। षिक्षा की इस पद्धति से प्रतिस्पर्द्धा और रोजगार के अवसरों में वृद्धि करने में सहायता करती है। साथ ही यह पद्धति इस तथ्य को बढावा देती है कि सीखने की प्रवृति को बाल्यकाल अथवा प्रौढ अवस्था अथवा कक्षा कक्ष तक सीमित नहीं किया जा सकता। अतः जीवनपर्यन्त षिक्षा व्यक्ति अपने जीवनकाल में कभी भी ले सकता है। समारोह के मुख्य अतिथि कुप्पन विष्वविद्यालय बंगाल के रजिस्ट्रार प्रो. पी.ए. रेड्डी ने कहा कि समाज के लिए आजीवन षिक्षा एक महत्वपूर्ण कार्य व्यवहार है तथा सामाजिकता की दृष्टि से मानसिकता बनाकर कार्य करना होगां।
IMG_3224 अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि जीवनपर्यन्त षिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो नवीनतम ज्ञान से कदमताल मिलाकर चल सके। यह षिक्षा समय की आवष्कता है क्योंकि उदार आर्थिक नीतियों और सूचना विज्ञान के कारण प्रत्येक दिन और प्रत्येक क्षण ज्ञान के नये आयाम आ रहे है।
इस अवसर पर प्रौढ़ षिक्षा संघ के महासचिव कैलाष चन्द्र चौधरी, डॉ. मदन सिंह, निदेषक डॉ. वी. मोहन कुमार, प्रो. एम.एस. राणावत ने भी अपने विचार व्यक्त किएं।
पुस्तक विमोचन:-
समापन समारोह में लेखक एवं वरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मी रूपल द्वारा लिखित लघु कथा संग्रह ‘‘आप ठीक कहते है’’ का विमोचन किया गयाा।
प्रौढ़ षिक्षा संघ के आम चुनाव सम्पन्न:-
भारतीय प्रौढ़ षिक्षा संघ के निदेषक एवं चुनाव अधिकारी डॉ. वी. मोहन कुमार ने बताया कि रविवार को हुए चुनाव में अध्यक्ष पद पर मध्यप्रदेष के कैलाष चौधरी निर्विरोध निर्वाचित हुए, उपाध्यक्ष पद पर सुधीर चटर्जी, प्रो. मनोहर सिंह राणावत, डॉ. वी. रघु, डॉ. एस.वाई. शाह, डॉ. निषांत फारूख, महासचिव पद पर डॉ. मदन सिंह, संयुक्त सचिव पद पर एस.सी. खण्डेलवाल, कोषाध्यक्ष पद पर डॉ. पी.ए. रेड्डी निर्वाचित हुए , एसोसिएट सचिव के पद पर डॉ. अजमत हु सेन खां, डॉ. मृणाल. पंत, डॉ. एल. राजा, डॉ. सरोज गर्ग एवं 8 कार्यकारिणी सदस्य चुने गये।
तकनीकी सत्र:-
तीन दिवसीय सेमीनार में 200 सौ से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया तथा 247 पत्रों का वाचन हुआं।
ये आये सुझाव:-
01. जीवनपर्यन्त षिक्षा षिक्षा पद्धति का अनिवार्य अंग होना चाहिए और इसे अनौपचारिक षिक्षा पद्धति के बराबर महत्व प्रदान किया जाना चाहिए।
02. पूर्व षिक्षा को मान्ययता प्रदान करने की जरूरत है ताकि वे पारम्परिक माध्यमों से प्राप्त हुनर का मूल्यांकन कर षिक्षार्थी की योग्यता के प्रमाणित किया जा सकें और उसे प्रमाण पत्र दिया जा सके।
03. विस्तार कार्यक्रमों को विष्वविद्यालय षिक्षा के तृतीय आयम के रूप में स्वीकृत प्रदान किया जाना चाहिए और इसे विष्वविद्यालय के सभी विभागों में खोला जाना चाहिए ताकि षिक्षार्थी को वर्तमान हालात और समाज से जोड़ा जा सके।
04. जीवनपर्यन्त षिक्षा के क्षेत्र में अनेक कार्यक्रम चलाये जा रहे है लेकिन उनमें समानता को अभाव है। इसलिए ऐसे कारकों का समावेष किया जाना चाहिए जिनसे इन सभी कार्यक्रमों में समानता लाई जा सके।
05. विष्वविद्यालय में संचालित प्रौढ़ और निरंतर एवं विस्तार षिक्षा विभाग को ज्यादा से ज्यादा आर्थिक मदद प्रदान की जानी चाहिए ताकि वे सभी प्रकार की षिक्षार्थियों के लिए अन्य अवधि कार्यक्रम चलाये जा सके।
समारोह का संचालन नेहा सिंघवी ने किया, धन्यवाद की रस्म डॉ. वी. मोहनकुमार ने अदा की।

ईद मिलादुन्नबी के मोके पर किया रक्त दान

DSC_0026रविवार को जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर मुस्लिम महासभा राजस्थान ने आर.एन.टी. ब्लड बैंक, महाराणा भूपाल चिकित्सालय मे रक्तदान शिविर लगाया गया। शिविर में 31 लोगो ने रक्तदान किया और 80 लोगो ने अपने नाम का रजिस्ट्रेशन कराया कि जरूरत पडने पर तुरन्त रक्तदान करके जरूरतमंदो की मदद की जा सके। इस शिविर में अतिथि के तौर पर महिला कांग्रेस प्रदेश से शांता प्रिंस , दिनेश श्रीमाली, महासभा के प्रदेश अध्यक्ष एस.के. पठान, प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी मोहम्मद बक्ष मौजूद थे। शिविर मे महिलाआं ने भी बढ चढ कर हिस्सा लिया। महासभा द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन हर 5 महिने मे किया जाता है। महासभा द्वारा अब तक 850 यूनिट रक्तदान किया जा चुका है। महासभा हर धर्म, हर वर्ग के लोगो की जरूरत पडने पर रक्त देकर मदद करती है। इस मौके पर महासभा के हनीफ खान, करीना खान, नसीम बानो, मुबीन खान, मो. इमरान, याकूब खान, युसुफ मंसूरी आदि लोग उपस्थित थे।

दाऊदी बोहरा समाज का जश्ने ईद मिलादुन्नबी शुरू, नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श शिविर का आयोजन

eid miladunnbi par khanpura masjid ki gai sjawat (1)उदयपुर, हजऱत पैगम्बर मोहम्मद साहब के जन्मोत्सव जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर दाऊदी बोहरा समाज द्वारा 3 दिवसीय कार्यक्रम के तहत रविवार को विशाल नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 300 से अधिक रोगियों की जांच कर परामर्श प्रदान किया गया। इसके अलावा रविवार को मजलिस का आयोजन हुआ।
eid miladunnbi ke moke par free medical campयह जानकारी देते हुए प्रवक्ता अनिस मियांजी ने बताया कि जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर रविवार को प्रात: 10 बजे से 2 बजे तक बोहरा यूथ पब्लिक स्कुल बोहरवाड़ी में मेवाड़ होस्पीटल प्रा. लि. और बोहरा यूथ मेडिकल रिलीफ सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में विशाल नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श शिविर का आयोजन किया गया जिसमें हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. रिद्धिवर्धन चौरडिय़ा, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अजीत सिंह आदि अपनी नि:शुल्क सेवाएं प्रदान कीे। इस अवसर पर फखरूद्दीन रंगवाला, श्रीमती रिहाना जर्मनवाला, यूसुफ आर.जी., सोसायटी के पदाधिकारी व केयर सेंटर की चिकित्सकीय टीम उपस्थित थी। रविवार की शाम को रसुलपुरा मस्जिद में ख्वातिनों की मजलिस में हजरत पैगम्बर मोहम्मद साहब के आदर्श पुर्ण जीवन पर रोशनी डाली गई। रात को खानपुरा मस्जि़द में विशेष मजलिस का आयोजन हुआ। जिसमें मुल्ला पीर अली ने पैगम्बर साहब की नेकी की राह एवं सादगी पुर्ण जीवन पर तकरीर पेश की। मजलिस में विभिन्न पार्टियों द्वारा पैगम्बर साहब की शान में नात-ए-कलाम भी पेश किये गये। सोमवार को दिन में सामुहिक नियाज़ का आयोजन होगा जबकि मंगलवार को आयोजित जुलुस-ए-मुहम्मदी का हाथीपोल क्षैत्र में स्वागत द्वार बनाकर व शर्बत पान करा स्वागत किया जावेगा। जुलुस में बोहरा युथ पब्लिक स्कुल खांजीपीर व बोहरवाड़ी के विद्यार्थी भी भाग लेंगे।