निशुल्क प्लास्टिक सर्जरी शिविर 8 को

भारत विकास परिषद करेगी आयोजन

किरण माहेश्वरी करेगी उदघाटन

उदयपुर, । भारत विकास परिषद ’प्रताप’ अपने स्वर्ण जयंति वर्ष के उपलक्ष्य में आगामी ८ जनवरी को निशुल्क प्लास्टिक शल्य चिकित्सा शिविर आयोति करेगी।

भाविप के संयोजक डा.बी.एल.सिरोया ने बुधवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि भाविप प्रताप वर्ष २०१२-१३ स्वर्ण जयंति वर्ष के रूप में मनायेगी और इसके अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। सिरोया ने बताया कि शिविर में गुजरात से ख्यातति प्राप्त १५ चिकित्सक आ रहे है जो हृदय रोग,जोड प्रत्यारोपण, पेट से संबंधित रोग, औषध विशेषज्ञ, स्त्री रोग नाक, कान गला विशेषज्ञ, कैंसर आदि से सम्बधित विशेषज्ञ परामर्श देगें एवं प्लास्टिक शल्य चिकित्सा की विशेषज्ञा भी शिविर में आयेगें और मरीजों की प्लास्टिक शल्य चिकित्सा भी निशुल्क की जाएगी। जटिल केस में परिषद उन्हे गुजरात रेप*र करवा कर परिषद के खर्चे पर प्लास्टिक शल्य चिकित्सा करवायेगी । परिषद के संरक्षक डा.सत्य नारायण माहेश्वरी ने बतायाकि शिविर से ३ हजार रोगियों को लाभ मिलने की संभावना है। शिविर में ८ जनवरी को सेंट्रल एकेडमी स्कूल सरदारपुरा में प्रात: ११ से १ बजे तक आयोजित होगा। शिविर का उदघाटन भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव किरण माहेश्वरी करेगी।

झीलों की नगरी मे पर्यटकों की बूम

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 उदयपुर, । सर्दियों की छुट्टियों के चलेत इन दिनों झीलों की नगरी मे पर्यटकों की बहार आई हुई है। शहर के सभी पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भारी भीड लगी रही।

नये साला का जश्न खत्म होते ही शहर में पर्यटकों की भीड में वृद्घि हुई है। सर्दियों की छुट्टियों के चलते गुजराती पर्यटक ब$डी संख्या में आ रहे है। सुबह से ही प*तहसागर पर बोटिंग और नेहरू गार्डन जाने के लिये पर्यटकों की कतारें लगी हुई थी। झीलें लबालब होने से बोटिंग और स्पीड बोट के रोमांच के लिये पर्यटकों में खासा उत्साह रहा। वहीं सहेलियों की बा$डी में भी सुबह से पर्यटकों की आवाजाही रही जो देर शाम तक चलती रही।

दूधतलाई स्थित रोप-वे पर तो यह आलम था कि पर्यटकों ने तीन-तीन घंटे लाईन में ख$डे रहकर अपने बारी का इंतजार किया। वहीं जगदीश चौक क्षेत्र में पर्यटक वाहनों की वजह से जाम लगता रहा और सिटी पैलेस में भी खासी भीड रही।दिल्ली और यूपी में शीतकालीन अवकाश सोमवार से शुरू हुए है इसलिये शहर में आने वाले हप*ते में और अधिक पर्यटकों के आने की संभावना है।

 

विद्यार्थियों के नाम मतदाता सूची में जोडने हेतु शिविर

उदयपुर, 2 जनवरी/ उदयपुर के प्रमुख महाविद्यालयों में अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं के नाम मतदाता सूची में पंजीकरण हेतु महाविद्यालयों के प्रांगण में शिविर लगाए जाएंगे। संबंधित विधानसभा के ई.आर.ओ.के कार्मिक पंजीयन हेतु आवेदन प्रपत्र विद्यार्थियों को उपलब्ध कराकर उनकी पूर्ति करा कर प्राप्त करेंगे।

जिला निर्वाचन अधिकारी(कलक्टर) द्वारा जारी आदेश के अनुसार

5 व 6 जनवरी को विद्या भवन रुरल महाविद्यालय,

7 व 8 जनवरी को भूपाल नोबल्स संस्थान में,

9 व 10 जनवरी को राजकीय मीरां कन्या महाविद्यालय में,

11 व 12 जनवरी को श्रमजीवी महाविद्यालय में तथा

13 व 14 जनवरी को राजकीय कृषि महाविद्यालय में केम्प लगाए जायेंगे। इन केम्पों में ई.आर.ओ.उदयपुर शहर का स्टाफ मौजूद रहेगा।

इसी प्रकार आदेश के अनुसार

5 व 6 जनवरी को गीतांजलि मेडिकल संस्थान,

7 व 8 जनवरी को पेसिफिक महाविद्यालय,

9 व 10 जनवरी को गुरु नानक कन्या महाविद्यालय,

11 व 12 जनवरी को कला, विधि एवं सी.टी.एस.ई. तथा 13 व 14 जनवरी को वाणिज्य एवं विज्ञान महाविद्यालय में केम्प आयोजित किए जायेंगे। इन केम्पों में ई.आर.ओ.उदयपुर ग्रामीण का स्टॉफ मौजूद रहेगा।

नववर्ष का संकल्प

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सम्पादकीय – रफ़ीक एम् . पठान

 

उदयपुर । आए न तुम तो हम मर न गए

कहने की बात रह गई और दिन गुजर गए।

कुछ इन्ही जज्बातों के साथ साल 2011 विदा हो गया। बीता वक्त लौट के नहीं आता यह सच है लेकिन बीता वत्त€ दे जाता है कुछ सीख, कुछ प्रेरणा, कोई संदेश जिसके अनुसरण से हम अपनी मंजिल की ओर बढ सके। अपनी गलतियों को सुधारते हुए अपने लक्ष्य् तय् कर सके।

वर्ष 2011 लेकसिटी के लिए कई खट्टी मिठीया दे छोड गया । पयर््ाटन नगरी को मानसून का अंतिम दौर सौगात दे गया। दम तोडती शहर की झीलों को लबालब कर इनमें प्राण पूं€ग कर मानो इस शहर के सम्पूर्ण शहर की धडकन झीलों के सरोबार होकर छलकने के साथ ही दीर्घकालिन देवास योजना के लगभग पूर्ण होते चरण ने इस शहर के वाशिन्दों के दिलो को अल्हादित किया। पर्यटन से जुडे लोगों में अपार उत्साह छा गय। पर्यटन सीजन आरंभ होने के साथ ही देशी विदेशी सैलानियों की रौनक ने यहाँ के माहौल को खुशनुमा बना दिया। शहर की धडकन यह झीलें खाली हो जाती है तो पूरा शहर उदास हो जाता है और जब लबालब हो तो हम बल्लेµबल्ले कहते हुए आल्हादित हो जाते है। उत्सवी माहौल के कुछ दिनों बाद ही हमें इसी धकडन की सतह पर तैरते नजर आते आता है प्रदूषण का ताज और हम सब इन से आंखे मूंद कर नजर अंदाज कर अपनी मौज मस्ती में रम जाते हे। यहीं से रूदन हो जाता है इन बेबस धडकनों का। हमें तहे दिल से शहर की इन धडकनों को सदैव इन झीलों को प्रदूषण मुक्त करने का निजी कर्तव्य् निभाना होगा तभी हम संजो कर रख पाऐंगे अपनी इस विरासत को जो हमे हमारे अग्रजो ने पांरम्परिक तोहफे के रूप में दी है।

इसी के साथ इस नये साल की सुप्रभात पर लालिमा लिए उषा किरणों के साथ इस शहर में कौमी एकता का संकल्प भी दोहराना होगा।मैने पूरा भारत भ्रमण किया है। विदेश भी गया हूँ वहां की संस्कृति और संस्कारों से भी रूबरू हुआ हूँ लेकिन उदय्ापुर शहर जल शांतµअमन चैन वाला शहर मुझे कहीं नहीं मिला। पर्यटक विदेशी हो या देशी हमारा अतिथि है हमारी तहजीबµसंस्कृति हमारी मेहमान नवाजी में छलकती है। जब किसी पर के साथ कोई अवांछनीय् घटना होती है तो उसका प्रभाव पूरे शहर की अस्मिता पर पडता है। अपने घर आए मेहमान के साथ कोई अप्रिय् वारदात हमारे अतिथि देवो भव के संदेश को चुनौति देती है।

अपनी आन बान और शान के लिए विश्व में पहचान रखने वाले इस मेवाड अंचल की धरा पर जन्म लेने वाले प्रत्य्ोक नागरिक को वर्ष 2012 में एक संकल्प लेना होगा। इस शहर के नैसर्गिक सोंदर्य को अक्षुण्ण बनाए रखने तथा इस पर्यटन नगरी को सभी प्रदूषणों से मुक्त रखने दृढ संकल्प लेना होगा। हमे उन झीलों को प्रदूषण से मुक्त रखने की चुनौती को स्वीकार करना होगा जो हमारी धडकन हे। हमें उन ऐतिहासिक विरासतों को संजाने का संकल्प लेना होगा। जो हमारी संस्कृति की संवाहक है। हमें उन अतिथिय के मानµसम्मान की रक्षा करनी होगी जो सात समुन्दर पार हमारी संस्कृति की गाथा सुनकर यहा आते है आत्म शांति के लिए। यहाँ महसूस होने वाली सुख शांति न तो पहाडो की चोटियों पर मिलेगी और ना ही समुन्दर के किनारो पर राहत महसूस की। रेतीले धोरो ने भी शरीर को तपाय ही है। जो सुकून हमें महसूस होता है अरावली की इन उपत्काओं के मध्य वैसा और कहीं नहीं जो गर्व हमें हमारी विरासतों पर होता है वैसा आभास और कहीं नही। जो अमनµचैन कौमी एकताµभाईचारा हमें यहाँ दिखाई देता है वैसा ओर कहीं नहीं दिखा। पिछले कुछ समय से कुछ लोगों द्वारा यहाँ की सुख शांति को भी छीनने का दुस्साहस किया जा रहा है। निःसंदेह ये लोग ञमेवाडञ के शूरवीर नहीं हो सकते।

मेवाड तो अपने संदेश ञञ जो दृढ राखे धर्म को ताही रखे करतारञञ के आव्हान के साथ अडीग है। तो आइए नव प्रभात नए वर्ष और नय्ो जोश को हम आत्मसात करते हुए अपने खुबसुरत शहर के नैसर्गिक सोंदर्य को और निखारने का संकल्प ले की,यहाँ की झीलों, संस्कृति, विरासत को संजोने की प्रतीक्षा करें। हम संकल्प ले की यहाँ के भाईचारे कौमी एकता को अक्षुण्ण बनाए रखने का प्रण ले।

उदयपुर पोस्ट आशा करता है कि ऐसा होगा हमारा नए साल का सफर जहां खुशियों की बरसात होगी और तरक्की का सैलाब होगा इस झीलों की नगरी में।

नववर्ष आपके लिए, परिजनों के लिए, मित्रों के लिए शुभ हो, मंगलमय हो इन्हीं शुभकामनाओं के साथ नया साल मुबारक।

 

खादी मेले में उमड़ी भीड़

उदयपुर,। टाउन हॉल प्रांगण में चल रही राज्य स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में रविवार को मेलार्थियों का सैलाब उमड़ पड़ा। और लेकसिटीवासियों ने खादी एवं ग्रामोद्योग से जुड़े विभिन्न उत्पादों की जमकर खरीदारी की। शनिवार रात तक ६० लाख से अधिक की बिक्री हो चुकी थी। मेलार्थियों का रूझान देखकर स्टॉलधारियों का उत्साह भी बढ़ा है।

यह जानकारी देते हुए मेला व्यवस्थापक पप्पू खण्डेलवाल ने बताया कि रविवार को छुट्टी होने के कारण दोपहर बाद से ही मेलार्थियों का हुजुम खादी मेले में पहुंचने लगा। परिवार समेत आए मेलार्थियों ने अपनी आवश्यकता की वस्तुओं की जमकर खरीदारी की। मेले में महिलाओं को इस बार जैसलमेर की वुलन शॉल, पट्टु, बरड़ी, कशीदा शॉल, टाई एण्ड डाई शॉल, सिल्क की साड़ियों में ब्ल्यु चेरी, कांता, कटकी, बंधेज और लहेरिया साड़िया विशेष रूप से भा रही है और वे इसकी खरीददारी में भी विशेष उत्साह दिखा रहीं है। इसके अलावा सिल्क का कपड़ा, ड्रेस मैटेरियल, कलात्मक आकर्षक कपड़े के बेग, हेण्ड ब्लॉक प्रिंट, बेडशीट आदि भी मेले का आकर्षण बढ़ा रहे है। महिलाओं के लिए गर्म स्वेटर, जैकेट, गाऊन मेले में उपलब्ध है।

रविवार को महिलाओंं ने विभिन्न तरह के अचार, मुरब्बे, पापड़, बड़ी, नमकीन आदि की खरीददारी में भी रूचि दिखाई। चमडे व कपडे से निर्मित लेडिज पर्स व बेग उचित मूल्यों पर मेला स्थल पर उन्हें मिल रहे है। मेला स्थल पर चाट, पकौडी, मक्की राब आदि मेलार्थियों ने चटखारे लिये। महिला सहायता समूह द्वारा स्थापित समर्थन समिति के उत्पाद शहद व मधुमेह नाशक जामुन का सीरका भी मेला स्थल पर उपलब्ध है।

सोहराब की मोहब्बत जीती

 उदयपुर, 1 जनवरी। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित मासिक नाट्य संध्या ‘‘रंगशाला’’ में रविवार शाम नाटक ‘‘रूस्तम सोहराब’’ मंचित किया गया जिसमें दुश्मन की बेटी के साथ सोहराब का इश्क आखिर अमन दे गया।

शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में आयोजित नाट्य संध्या में जयपुर के रंगकर्मियों ने ऋषिकेश शर्मा द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘रूस्तम सोहराब’’ का मंचन किया। पारसी रंगमंच शैली पर आधारित इस नाटक में सोहराब डाकुओं द्वारा चुराये घोड़े को लेने के लिये दुश्मन देश में चला जाता है। वहां का शहंशाह उसे शाही मेहमान बना कर उसे घोड़ा वापस दिलाने का वचन देता है किन्तु उसका सिपहसालार सोहराब को दुश्मन मानता है व उसे धोखे से मारना चाहता है।

मगर शहजादी सोहराब के शोर्य से काफी प्रभावित होती है वह उससे मिलने मेहमान खाने जाती है व दोनों में प्रेम होजाता है। इसी प्रेम क ेचनते दो मुकों के बीच युद्ध के से हालात पैदा हो जाते हैं तथा षडयंत्र रचे जाते हैं। आखिर में जीत मोहब्बत की होती है और अमन की बरसात होती है।

पारसी शैली के संवादों में दर्शकों को खूब रास आया वहीं कलाकारों ने अपने सटीक अभिनय से प्रस्तुति को प्रभावी बनाया। प्रस्तुति में मंच संकल्पना ने दृश्यों को प्रभावी बनाया वहीं प्रकाश संयोजन सशक्त भाग रहा। नाटक का गीत संगीत अनुकूल बन सका।

 

इंटरनेट कार

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उदयपुर , आज इंटरनेट का जादू हर खासो आम के सर चढ़ कर बोल रहा है और इंटरनेट के इसी प्रयोग को देखते हुए ब्रिटिश के वैज्ञानिकों ने पूरी कार ही इंटरनेट की बना डाली | और इस कार का नाम रखा है रिनस्पीड बैबू जेसा इसका नाम अनोखा हे वेसे ही इसका रंग और रूप भी आम कारों से जुदा है इस अनोखी कार में इंटरनेट की सुविधा दी गई है जिसकी मदद से आप ई-मेल, सोशल नेटवर्किंग साइट और ट्विटर का प्रयोग किया कर सकते हैं।

ताज लेक पैलेस में हुआ रोयल कार्निवाल

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उदयपुर , नए साल पर जहाँ हर जगह डी जे संगीत और मस्ती का धूम धडाका था वही लेक पैलेस ने अपने मेहमानों को नए साल की रात रोयल कार्निवाल का एक नया तोहफा दिया ,

लेक पैलेस को किसी रजवाड़े तरह सजाया गया |

झंकार में मेहमानों के लिए राजस्थानी साफा और चुनरी का इंतजाम किया था जहा सभी मेहमान राजस्थानी सफा बंधे नज़र आये और महिलाये राजस्थानी चुनरी बांधे नज़र आई |

तो सज्जन टेरेस पर लोक नृत्य का आयोजन किया था जहा महमान लोक कलाकारों के साथ नृत्य में दुबे नज़र आये , मेवाड़ टेरेस पर रजा महारानी हाट बाज़ार का इंतज़ाम था जहा कही जादू गर की कलाकारी तो कही चूड़ी बेचने वाली खी खिलखिलाहट नज़र आई |

वही लिली पोंड पर कालबेलिया नृत्य का आयोजन किया गया |

और आखिर में भव्य आतिश बजी का नज़ारा देखने को मिला

ताज लेक पैलेस एशिया की न. 1 होटल

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उदयपुर ,पिछले दिनों मुंबई में विश्व के अग्रणी होटल्स ग्रुप (LHW ) द्वारा आयोजित वार्षिक सम्मलेन के दोरान उदयपुर की होटल ताज लेक पैलेस को गुणवत्ता और उत्कृष्ठ सेवाओं के लिए प्रथम पुरूस्कार दिया गया |

सम्मलेन में विश्व के सभी अग्रणी होटल्स ग्रुप के मेंबर मोजूद थे ताज लेक पैलेस को यह सम्मान उसकी गुणवत्ता और यहाँ आने वाले मेहमानों के अनुभव , भोजन की गुणवत्ता होटल के रख रखाव आदि के आधार पर दिया गया |

उदयपुर की ताज लेक पैलेस पिछोला झील के बिच स्थित है और विश्व भर में खासी मशहूर होटल है जिसका सञ्चालन अभी ताज ग्रुप द्वारा किया जा रहा है |

 

जश्न के साथ 2012

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रंगबिरंगी रोशनी, मस्ती भरे संगीत और लोगों का हुजूम। नए साल के स्वागत में साल के अंतिम दिन उदयपुर के तमाम होटलों में और फार्म हॉउस में यह नजारा खूब देखने को मिला। कड़ाके की ठंड के बावजूद यहां दोस्तों और परिजनों के साथ भारी संख्या में आए लोगों ने एक-दूसरे को तोहफे और नए साल की बधाई दी।सुरक्षा के मद्दे नज़र पुलिस भी चक चोबंद थी , लोगों के उत्साह में कोई कमी देखने को नहीं मिली और शाम से ही लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई जो आधी रात के बाद तक देखने को मिली।

जगदीश चोक लाल घाट एरिये की होटलों और रेस्टोरेंटों में विदेशी पर्यटकों की मस्ती देखने को मिली |

हर होटल और रेस्त्रां गुब्बारों और रंगबिरंगी रोशनी वाली लडिय़ों से जगमगाता दिखा। सैंकड़ों की संख्या में मौजूद लोग यहां मौज-मस्ती के साथ डांस फ्लोर पे थिरकते दिखे और देर रात तक पार्टी मनाई। वीकेंड की वजह से लोगों का उत्साह सुबह से ही देखने को मिला।