महिला आयोग अध्यक्ष ने न्याय के आश्वाशन का झुनझुना थमाया

सराडा में महिला को निर्वस्त्र करने का मामला

घटनास्थल का दौरा किए बगैर हो गई कार्रवाई

उदयपुर,। सराडा क्षेत्र में प्रेमी युगल को निर्वस्त्र कर प्रताड़ित करने की घटना की जांच के लिए उदयपुर पहुंची राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष टीम सहित औपचारिकता पूर्ण कर पुलिस एवं पंचायत को क्लीन चिट दे गई। टीम ने घटनास्थल का दौरा कर किए बगैर सर्किट हाउस के वातानुकूलित कमरें में कार्यवाही निपटा दी तथा बंद कमरे में पीडिता से वार्ता कर उसे न्याय के आश्वासन का झुंझुना थमा दिया।

उल्लेखनीय है कि सराडा गांव में विवाहिता व उसके प्रेमी को पंचायत, विवाहिता के पति तथा गांव वालों ने कई सौ लोगों के बीच निर्वस्त्र कर पेड से बांधा तथा प्रताड़ित किया। इस घटना की देश भर में आलोचना हुई तथा राजस्थान शर्मसार हुआ।

मामले की जांच करने व पीडिता को न्याय दिलाने दिल्ली से महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा सुबह उदयपुर पहुंची और घटनास्थल पर जाने के बजाय पीडिता को यही उदयपुर में सर्किट हाउस या एयरपोर्ट से सर्किट हाउस के बीच किसी गोपनीय स्थान पर मिली। पीडिता ओर उसके भाई से घटना के बारे में जानकारी ली। कुछ देर की मुलाकात व पुलिस की लिखित कार्यवाही के आधार पर अपनी जांच पुरी कर ली तथा १२.३० बजे जांच पूरी कर प्रेस कांफ्रेंस बुला ली। तथा पत्रकार वार्ता मे बताया कि पीडिता से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली है । पीडिता को शीघ्र ही न्याय दिलाया जायेगा तथा इस केस को ऑफीसर केस स्कीम में लिया जाएगा । पीडिता के साथ हुए कृत्य में जो महिलाएं शरीक थी उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाये तथा पीडिता के पूनर्वास के प्रयास किये जाये। पत्रकार वार्ता में ममता शर्मा ने अपनी बात तो रख दी लेकिन पत्रकारों के एक भी सवाल का जवाब नहीं दे पायी यहां तक की उन्होंने तो पंचायत और पुलिस को भी क्लीन चिट दे डाली कि यह जो भी घटना हुई है वह पारिवारिक घटना है इसमें पंचायत का कोई लेना देना नहीं है। जबकि फ़ोटो और वीडियों कुछ और ही बयां कर रहे है कि यह घटना पंचों के बीच उनके कहने पर हुई। पुलिस का पक्ष लेते हुए कहा कि हमकों पीडिता ने बताया कि पुलिस के आने के बाद मेरे साथ ज्यादती नहीं की वरना वे मेरी नाक काकट कर गधे पर बेठाने वाले थे। जबकि सर्वविदित है कि पुलिस की मौजुदगी में गांव वालों ने जीप को रोक कर महिला को उतारा और उससे मारपीट की। पत्रकारों के सारे सवालों को टालती रही और घटनास्थल पर जाने की बात कही तो महिला आयोग अध्यक्ष कहने लगी कि वहां जाने की क्या जरूरत है। और तो ओर पुलिस द्वारा जिन धाराओं मामला दर्ज किया है वे सभी धाराएं है इनमे कोई ऐसी धारा नहीं जो पीडिता पर हुए अत्याचार की सजा दिलवा सके और इस मामले में १२० बी की धारा लगानी थी वह अभी तक नहीं लगी। कुल मिलाकर ऐसे हालात में ना तो गांव की ऐसी कुरीति सुधारनी है ना ही पीडिता को न्याय संभव है। क्यों कि महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा इस गंभीर मामले की जांच के लिए उदयपुर तो आयी लेकिन बंद एयरकंडीशन कमरों में ही बैठे बैठे जांच की खाना पुर्ती करती रही । पीडिता को बंद कमरे में गुप्त रूप से बुला कर और उदयपुर आईजी, एसपी, जिला कलेक्टर और तमाम आला अधिकारियों से बंद कमरे में कॉफी की चुस्की के साथ हंसते हंसते इस गंभीर मामले पर चर्चा कर रिपोर्ट तैयार कर दी जो सरकार को भेज दी जाएगी। गांव में ऐसी घटना ना हो आखिर क्यों गांव के बुढे बच्चे इस घटना के मुकदर्शक बने रहे। पंचायतों की क्या भूमिका होनी चाहिए थी और क्या है ऐसे कई समाज को जागरूक करने वाले प्रश्न अभी भी ऐसे ही है जिनसे महिला आयोग अध्यक्ष को कोई लेना देना नहीं है। अगर उन्हें बंद कमरे में ही जांच की खाना पूर्ति करनी थी तो पीडीता को दिल्ली बुला लेते क्यूं सरकार का इतना पैसा और वक्त बर्बाद किया। ममता शर्मा के साथ अन्य समाज सेवी संगठन और पीयूसीएल की कार्यकर्ता प्रज्ञा जोशी व उर्षा विकल्प तथा आल इण्डिया प्रोग्रेसिव वुमेन एसोसिएशन की डा.सुधा चौधरी का भी कहना है कि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष को घटनास्थल पर जान चाहिए था अगर नहीं जाना था तो पीडिता को वहीं दिल्ली बुला लेते।

महिला को निर्वस्त्र करने के मामले में ८ गिरफ्तार

उदयपुर, । पाल सराडा के कोलर गांव में प्रेमी युगल को बंधक बनाकर मारपीट कर निर्वस्त्र करने के मामले में पुलिस ने सरपंच सहित ८ जनो को गिरफ्तार किया।

सराडा थानान्तर्गत पाल सराडा के कोलर गांव में रविवार को प्रेमी युगल प्रकाश पुत्र भीम जी एवं दुर्गा पत्नी हामजी को पेड से बांध कर मारपीट कर उन्हें निर्वस्त्र करने के मामले में पुलिस ने पाल सराडा उपसरपंच नंद लाल पुत्र ज्ञाना मीणा सहित पीडिता के पति हामजी, रामलाल, बाबु लाल,गौतम, लक्ष्मण, वेलचंद, मावजी को गिरप*तार किया। प्रकरण के अनुसार १५ दिन पूर्व प्रेमी युगल गांव छोड कर भाग गए थे जिन्हे ग्रामीणों ने ऋषभदेव हाइवे से पकड कर गांव लेकर आये तथा रविवार को ग्रामीणों ने दोनो को पेड से बांधकर मारपट की तथा निर्वस्त्र कर दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने पथराव किया। इस दौरान दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस पर और जाप्ता मंगवाकर पुलिस ने प्रेमी युगल को मुत्त* करा कब्जे में लेकर प्रकरण दर्ज किया। इधर घटना की जानकारी मिलने पर सोमवार को जिला पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा, अति.जिला कलक्टर प्रशासन बी.बार.भाटी, अति.पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुधीर जोशी,महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्वेता, समाज कल्याण विभाग उपनिदेशक मान्धाता ङ्क्षसह राणावत, एसडीएम सराडा रूपा राम खोड, तहसीलदार भंवर लाल मीणा ने पीडित युगल के बयान को लेकर प्रकाश को छोड दिया तथा दुर्गा को उसके भाई चावण्ड अम्बाला निवासी गेहरीलाल व सुरेश को सुपूर्द किया।

इधर घटना के बाद से मौके पर पुलिस बल एहतियात के तौर पर तैनात है जबकि इस मामले को लेकर महिला आयोग का ३ सदस्यीय दल जल्द ही कोलर गांव पहुंच पीड़ितों से मिलकर वास्तविक घटना से रूबरू होगा।

प्रेमी युगल को गाँव वालों ने कपडे उतार कर रात भर पेड़ से बंधे रखा

उदयपुर/सराडा। जिले के सराडा थाना क्षेत्र में प्रेम-प्रसंग के चलते भागे देवर-भाभी को ग्रामीणों ने पकडकर नग्नावस्था में पेड से बांध कर मारपीट की। मौके पर बचाने के लिए गए जाब्ते पर पथराव कर दिया। जिससे दो पुलिसकर्मियों को चोंटे आई है। बाद में आदिवासी जनप्रतिनिधि की मध्यस्था के सात घंटे बाद आदिवासियों ने देवर-भाभी को आजाद करवा थाने लेकर आए। वहीं आदिवासी समाज के पंच पटेल दोनों के भागने पर जुर्माना लेने के लिए पंचायत कर रहे है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार थाना क्षेत्र के कोलर गांव के पास स्थित लिम्बात फलां में रहने वाले प्रकाश (२८) पुत्र भीमजी मीणा और इसी की भाभी दुर्गा (२२) पत्नी हामजी मीणा के बीच अवैध सम्बन्ध स्थापित हो गए थे। दुर्गा की शादी को ६ वर्ष हो गए है और एक ३ वर्ष की एक पुत्री भी है। वहीं प्रकाश कुंवारा है और गांव में ही मजदूरी करता है। दुर्गा का पति अहमदाबाद में रहकर मजदूरी करता है। करीब दो माह से चल रहे अवैध सम्बन्धों के चलते करीब १५ दिन पूर्व दोनों ही भाग गए थे। इसको को लेकर आदिवासियों में बेहद ही आक्रोश था। शनिवार को गांव के लोगों को केशरियाजी हाईवे पर घूमने की सूचना मिली। सूचना मिलने पर दर्जनों की संख्या में आदिवासी मौके पर पहुंचे तथा दोनों को पकड कर गांव में लेकर आ गए। जहां पर हजारों की संख्या में आदिवासी एकत्रित हो गए। आदिवासियों ने दोनों को रात भर कमरे में बंद रखा और रविवार को देवर-भाभी के बाल काट दिए और कपडे फाड़ कर नग्नावस्था में पेड से बांध दिया और मारपीट करनी शुरू कर दी।

इसके साथ ही गांव के कुछ युवकों ने महिला के गुप्तांगों के साथ भी छेडछाड की। इधर इस घटना की जानकारी पुलिस को मिलने पर मौके पर थानाधिकारी शिवप्रकाश टेलर दोनों को आजाद करवाने के लिए मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखकर आदिवासी आक्रोशित हो गए तथा पथराव शुरू कर दिया। सैंकडों आदिवासियों के सामने पुलिस के कुछ जवान कुछ नहीं कर पाए और पुलिस को पथराव से डरकर पीछे हटना पडा। पथराव में चावण्ड चौकी प्रभारी अमृतलाल मीणा और कानिस्टेबल मणिलाल मीणा को चोंटे आई। थानाधिकारी टेलर ने इस घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। जिससे मौके पर आस-पास के थानों के थानाधिकारी मय जाब्ते और खेरवाडा से एम.बी.सी. की एक यूनिट और डिप्टी कैलाश दान, उपखण्ड अधिकारी रूपाराम खोड, तहसीलदार भंवरलाल मीणा भी पहुंच गए। भारी मात्रा में गए जाब्ते ने पूरे गांव को घेर लिया। पुलिस ने आदिवासियों को समझाने का प्रयास किया। आदिवासियों के नहीं मानने पर चावण्ड सरपंच कालू मीणा को बुलाया गया। कालू मीणा की मध्यस्ता के बाद पुलिस की आदिवासियो से वार्ता शुरू हुई। शाम को चार बजे आदिवासियों ने देवर-भाभी को छोड दिया। जिसके बाद पुलिस दोनों को थाने पर लेकर आ गई। इधर गांव में अभी भी सैंकडों की संख्या में आदिवासी पंचायत कर रहे है। सभी आदिवासी देवर-भाभी के रिश्ते को कलंकित करने वाले दोनों पर जुर्माना लगाने पर अडे है। एतियात के तौर पर गांव के बाहर भारी जाब्ता तैनात किया गया है।

छूटते ही जीप के नीचे घुसी विवाहिता

उदयपुर। जानकारी के अनुसार जैसे ही आदिवासियों ने दुर्गा और प्रकाश को छोडा तो विवाहिता भाग पुलिस की जीप के नीचे जाकर छुप गई और पुलिस से बचाने की गुहार लगाने लगी।

 

फेसबुक से बच्चे बने जुआरी !

फेसबुक पर अब आरोप लग रहा है कि इस सोशल नेटवर्किग साईट पर मौजूद गेम बच्चों को जुआरी बना रहा है.

विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर फेसबुक पर बच्चों को लास वेगस के जुआघरों की तर्ज पर बने गेम्स को लंबे समय तक खेलने दिया जाएगा तो वो ज़िदगी भर के लिए जुआरी बन जाएंगे.इन गेम्स को घरों में खेलने के लिए नौजवानों को वर्चुअल यानी आभासी पैसा दिया जाता है फिर कम्पूयटर और मोबाईल फोन पर वो इस खेल को आगे बढ़ाते हैं.

फेसबुक पर 13 साल से उपर के सदस्य कई तरह के गेम्स खेल सकते हैं. जानकार दावा करते हैं कि इससे बच्चों को इस तरह के खेल खेलने की लत लग जाने की आशंका है.

मुफ्त के गेम्स नौजवानों को ये आभास देतें हैं कि इससे कुछ नुकसान नहीं हो सकता है और धीरे धीरे वो इस तरह के खेलों के चंगुल में फंस जाते हैं.

 उम्र भर का नशा

डेली मेल अखबार को सैलफोर्ड युनिवर्सिटी की डा़ कारोलिन डाउंस ने बताया कि कैसे उनकी 13 साल की बेटी एक वर्चुअल पैसे वाले गेम में हारने के बाद मायूस हो गई थी.

डा कारोलिन का कहना है, ‘इसमें कोई दो राय नहीं है कि जितनी जल्दी बच्चे जुए का गेम खेलना शुरू करते हैं, उतनी जल्दी उनको उसकी लत लग जाती है और इसका दुष्प्रभाव ताउम्र होता है.’

गेमकेयर चैरिटी की प्रवक्ता का कहना है वो चाहेंगी कि गैंबलिंग कमिशन इस तरह के सोशल गेमों और उसके प्रभाव पर शोध करें.

जानकारों का कहना है कि ये क्षेत्र बहुत जल्दी से फैल रहा है और इस बात की जांच होना बहुत जरूरी है कि नौजवानों पर इसका क्या प्रभाव पड़ रहा है.

फेसबुक के प्रवक्ता का कहना था कि किसी भी गेम को बनाने के दौरान फेसबुक को स्थानीय कानून का ध्यान रखना पड़ता है साथ ही फेसबुक के सारे एप्लीकेशन्स को कई और दिशा निर्देश का भी पालन करना पड़ता है.

ब्रिटेन में जुआ खेलने की कानूनी उम्र कम से कम 18 साल है. फेसबुक पर एक अनुमान के अनुसार सत्रह साल से कम उम्र के तकरीबन तीस लाख लोग हैं.

चांद के दीदार के साथ हुआ इबादतों का आगाज

रमजान के चांद का हुआ आतिशी अभिनन्दन

उदयपुर, । चांद के दीदार के साथ ही मुस्लिम समुदाय के पवित्र माह रमजान की शुरूआत हो गई । ईबादत एवं सब्र के इस माह के आगमन पर सभी ने एक दूसरे को मुबारकबाद दी। मस्जिदों में शनिवार को इस माह की विशेष नमाज’’ तराबीह’’ आंरभ हो गई जबकि पहला रोजा रविवार से आंरभ होगा।

बादलो की लुकाछिपी के बीच पवित्र माह रमजान के चांद के दीदार के साथ ही मुस्लिम समुदाय में हर्ष की लहर छा गई। सभी ने एक दूसरे के गले मिलकर पवित्र माह के आगमन की मुबारक बाद दी। मुस्लिम मौहल्लों में हलचल आंरभ हो गई। मस्जिदों में शनिवार से ही विशेष नमाज अता की गई। इबादतों के इस पवित्र माह में मुस्लिम एक माह तक रोजा रख कर ईबादत करते हुए सब्र का इम्तहान देगें। इस पवित्र माह में जकात अर्थात दान पुण्य कर पुण्य अर्जित किया जाएगा। अंजुमन तालीमुल इस्लाम के सदर शराप*त खान ने चांद के दीदार की तस्दीक करते हुए सभी को रमजान की मुबारक बाद दी है।

भीण्डर संवाददाता के अनुसार शनिवार को चाँद दिखने पर मुस्लिम समुदाय में भारी उत्साह। चाँद दिखने के साथ ही रमजान के महिने की षुरूआत हो गई। षनिवार रात को विषेश नमाज अदा की जाएगी और रविवार सुबह को रोजा रखा जायेगा। यह महिना मुस्लिम समुदाय के विषेश इबादत का महिना है और इस महिने में रोजा रख गरीबों को जकात दी जाती है। इस महिने में हर मुसलमान अपने गुनाहों से तौबा कर उसे दुबारा न करने की माफी मांगता है। यह जानकारी मुस्लिम महासभा राजस्थान के देहात जिला उपाध्यक्ष सईद मोहम्मद षेख समेत सभी सदस्यों ने दी।

तीन गुना दामा में उपलब्ध है गुटखे

उदयपुर, । राज्य सरकार ने गुटखे के उत्पादन भण्डार व विक्रय पर रोक के बावजूद भी शहर में धडल्ले से गुटके बिक रह है और तय कीमतों से तीन चार गुना दामों में बेचे जा रहे है। अधिकारी अपनी इस रिपोर्ट से सतुंष्ट है कि अब शहर में किसी दुकान पर पाऊच, गुटके नहीं टंगे हुए है। जबकी हकीकत कुछ और ही है।

अगर शहर में गुटका प्रतिबंध के दिनों की सही से पडताल हो तो सामने आयेगा कि छुटकर दुकानदारों द्वारा जब गुटका प्रतिबंध होने की जुगत चल रही थी तो ओर ज्यादा खरीद कर भण्डार कर लिया गया । सूत्रों की माने तो एक एक छुटकर दुकानदार ने एक-एक दिन में ५-५० हजार तक के पाउच खरीदे वजह सिर्प* एक ही कि प्रतिबंधित होने के बाद इन्ही गुटको से ३ से ५ गुना ज्यादा पैसा कमाया जा सके। बाजार में बिकने वाली सबसे ज्यादा तम्बाकु युत्त* विमल प्रतिबंध से पहले २ रूपये में मिलती थी लेकिन अब यहीं पाउच ४ से ६ रूपये के बीच मिल रहा है। जिसकी कीमत ५ रूपये थी उसके १० से १५ रूपये वसूले जा रहे है। जिन पाउच की कीमत १ रूपया थी उनके ५ रूपये वसूले जा रहे थे।

प*र्क सिर्प* इतना पडा कि यह पाउच अब सरेआम दुकानों पर लटके नहीं मिलते लेकिन दुकानदार छुपा कर गुप्त रूप से रख कर बेच रहे है। मुख्य बाजारो में नहीं हर गली मौहल्लो में यह गुटके उपलब्ध हो रहे है। अधिकारी नाम की कार्यवाही और छापे मार रहे है लेकिन इनका बिना रोक नहीं पा रहे है।

ATM तोड़ा

उदयपुर, शहर के मादडी रोड पर स्थित एसबीबीजे बैंक एटीएम को तोड कर चोर ने नकदी चोरी करने का प्रयास किया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रतापनगर थानान्र्तगत मादडी रोड नंबर २ रिको कार्यालय के समीप स्थित एसबीबीजे बैंक के बाहर लगे एटीएम में शुक्रवार रात में घुसे चोर ने एटीएम का उपरी हिस्सा तोड कर तिजोरी तक पहुचे जहां उसको तोडने में असफल होने पर फरार हो गये। शनिवार को इसका पता चलने पर बैंक मेनेजर राजेन्द्र कुमार जैन ने अज्ञात चोर के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया। प्रारंभिक अनुसंधान में पता चला कि एटीएम में कोई सुरक्षा प्रहरी तैनात नहीं था तथा उसमें लगा हुआ सीसीटीवी केमरा बंद पडा था। एटीएम में करीब १० लाख से अधिक की नकदी बताई जाती है। उसकों खोलने के बाद ही वास्तविक नकदी का पता चल पायेगा।

विदेशी महिला के एटीएम से नकदी चोरी

उदयपुर, । अम्बामाता थाना पुलिस ने बदमाश के खिलाफ विदेशी महिला के एटीएम से नकदी निकाल चुरा ले जाने का प्रकरण दर्ज किया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार नावघाट निवासी प्रशांत पुत्र योगेश्वर दमामी ने अज्ञात चोर के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया। कि २० जुलाई को होटल स्वरूप विलास में ठहरी हालेण्ड निवासी सैवालीनी को शहर भ्रमण के लिए ले गया। इस दौरान मल्लातलाई स्थित एचडीएफसी बैंक एटीम से १० हजार रूपये निकलवाये थे तथा १० हजार रूपये शेष थे। दूसरे दिन चैक करने पर खाते में जीरों बेलेन्स मिला। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।

 

आधी दुनियां का राज

उदयपुर, । हरियाली अमावस के मेले के दूसरे दिन सहेलियों की बाडी व फतहसागर की पाल पर आधी दुनिया का राज रहा पूरी तरह अपनी मस्ती मस्त महिलाओं और युवतियों का सैलाब उमड पडा। मेले में महिलाओं और युवतियों मेले की मस्ती का भरपूर आनंद लूटा। जहां खरीदारी भी मन से की तो व्यंजनों के चटकारे भी खूब लिए। डोलर चकरी में झूलने में कोई कमी नहीं रखी तो पुपाडिया का शोर शराबा करने में करने में भी पीछे नहीं रही ।

परंपरा के अनुसार हरियाली अमावस का मेला फतह सागर कि पाल और सहेलियों कि बाडी में लगता है तह दुसरे दिन सिर्फ महिलाओं का ही मेला लगता है जिसमे शहर कि और आस पास गाँव की महिलाये आती है ग्रामीण महिलाए परंपरा अनुसार लहरिया पहने हुए नजर आई वही श्री युवतियां वेस्टर्न और पारंपरिक वस्त्रों में नजर आई . पुलिस के पुख्ता इंतजामों के बिच यहाँ सिर्फ महिलाओं का ही राज था अपनी मस्ती मस्त युवतिय कही चटपटे व्यंजनों के चटकारे लेती नजर आई तो कही मेले कि टोपी पहने पुपाडी बजाती नजर आई । महिलाओं के मेले में नगर परिषद् सभापति व् अन्य महिला पार्षद खुद को रोक नहीं पायी और वे भी पुलिस बेंड कि धुन पे थिरक उठी

मेले के पहले दिन फतह सागर पर भीड थी लेकिन शुऋवार को महिलाओं के मेले में सहेलियों कि बडी रोड पर बोहत भीड रही सहेलियों कि बाडी में प्रवेष निशुल्क था वह महिलाओं ने अपनी सहेलियों के साथ पिकनिक का आनंद भी उठाया ।

पर्यटकों को मिलेगा नया ईको डेस्टीनेशन

केवडा की नाल में नव विकसित ईको टूरिज्म साइट का अवलोकन

१० लाख से ईको टूरिज्म कॉम्पलेक्स का निर्माण प्रारम्भ

उदयपुर, । राज्यपाल श्रीमती मारगे्रट अल्वा ने अपने उदयपुर प्रवास के आज तीसरे दिन जनजाति क्षेत्रीय विकास, एम.पी.डी.ए. तथा मनरेगा के अन्तर्गत उदयपुर से २० किलोमीटर दूर वनखंड केवडा की नाल पहुंच कर राजस्थान वानिकी एवं जैव विविधता परियोजना के अन्तर्गत विकसित किये गये ईको टूरिज्म साइट का अवलोकन किया।

राज्यपाल ने विकसित किये जा रहे ईको टूरिज्म कॉम्पलेक्स के बारे में आशा जताई कि उदयपुर से जयसमन्द अभ्यारण्य जाने वाले पर्यटकों को अब उदयपुर से २० किलोमीटर दूरी पर ही नया ईको डेस्टीनेशन की सौगात मिलेगी। यहां पर्यटकों की आवाजाही बढेगी जिससे स्थानीय जनजाति लोगों को रोजगार के नये अवसर मिलेंगे और उनकी आय में वृद्घि होगी।

राज्यपाल को अवगत कराया कि केवडा की नाल में विभिन्न योजनाओं से नाला उपचार कार्य के अन्तर्गत छोटी-बडी ७ जल संरक्षण संरचनाएं बनायी गई हंै जिनमें वर्ष भर जल की उपलब्धता बनी रहती है। जैविक दबाव कम करने के लिए मनरेगा के अन्तर्गत ६ किलोमीटर लम्बी कम लागत वाली सुरक्षा दीवार का निर्माण कराया गया तथा ७० हजार से अधिक ग्वार पाठा के पौधों का रोपण किया गया। नेशनल मेडिशनल प्लान्ट बोर्ड द्वारा स्वीकृत एम.पी.डी.ए. योजना के अन्तर्गत २ हजार हैक्टेयर वन क्षेत्र में ५० हजार औषधीय पौधों का रोपण किया गया है। इनसे जनजाति लोगों के लिए रोजगार के अवसर बडे है।

राज्यपाल को यह भी जानकारी दी गई कि गत दो वर्षो से यहां बांस विदोहन से समिति को ४.५० लाख रुपये की आय हुई है। इस वर्ष २०१२-१३ में भी एक लाख रुपये से ज्यादा बांस निकालने के प्रबंधन की योजना स्वीकृत हुई है जिससे समिति को १० लाख रुपये से ज्यादा की आय होने की संभावना है। यहां किये गये कार्यो से वन संवर्धन और जनजाति लोगो को रोजगार मिला है वहीं पानी की उपलब्धता तथा वानस्पतिक सघनता बढने से वन्यजीवों की संख्या में भी वृद्घि हुई है। यहां ६ किलोमीटर लम्बाई तथा ८०० हैक्टेयर क्षेत्र में करीब ५ से ६ पेंथर की साईटिंग देखी जाती रही है। अन्य ऋतुओं सहित विशेषकर वर्षा ऋतु में यह स्थल अत्यन्त मनोरम होने से यहां बडी संख्या में पर्यटक आने लगे है। जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना मद में हल्दुघाटी केवडे की नाल में २ लाख रुपये से एक पौधशाला का निर्माण भी कराया जा रहा है।