यात्रियों का गुस्सा और पुलिस की धमकी

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उदयपुर। भूटान नरेश के उदयपुर आगमन से पहले पुलिस की ओर से की गई सुरक्षा व्यवस्था से परेशान हुए रेलवे स्टेशन पर यात्रियों ने हंगामा खड़ा कर दिया। इस मौके पर पहले तो पुलिस ने समझाने का प्रयास किया बाद मे नहीं मानने पर पुलिस अधिकारियों ने धक्का-मुक्की कर सभी यात्रियों को वहां से खदेड़ दिया। इस मौके पर यात्रियों में काफी नाराजगी दिखाई दी। सूत्रों के अनुसार भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक के उदयपुर आगमन को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से पुख्ता प्रबंध किया गया था। रेलवे स्टेशन में घुसते ही मौजूद पुलिस अधिकारी स्टेशन के प्रवेश द्वार से पहले ही यात्रियों को रोक रहे थे। वहीं भूटान स्टेशन के प्रवेश द्वार पर दो तरह के द्वार बनाए गए थे तथा यात्रियों को दूसरे द्वार से ही अंदर प्रवेश करने दिया जा रहा था। भूटान नरेश के आने के करीब १५ मिनट पहले से ही दूसरे द्वार को भी बंद कर दिया तथा यात्रियों को काफी पहले ही रोकना शुरू कर लिया। कुछ देर तक तो यात्रियों ने इंतजार किया परन्तु बाद में यात्रियों में आक्रोश व्याप्त हो गया। सूत्रों के अनुसार यात्रियों ने रेलवे स्टेशन पर ही हंगामा मचाना शुरू कर दिया तथा मुख्य द्वार की ओर बढ़ गए। हो-हल्ला सुनकर प्लेटफार्म नम्बर १ पर खड़े पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी बाहर की ओर भागते हुए गए। जहां पर पहले तो यात्रियों को समझाने का प्रयास किया परन्तु यात्रियों में काफी आक्रोश था। कुछ देर तक समझाईश करने के बाद भी नहीं मानने पर पुलिस अधिकारी पुलिसिया लहजे पर उतर आए तथा यात्रियों को धक्का देना शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने एक-दो यात्रियों को थप्पड़ भी मार दी। यह देखकर हंगामा कर रहे यात्री वहां से भाग खड़े हुए तथा पुलिस जवान भी यात्रियों के पीछे दौड़े। सभी यात्री मुख्य द्वार के काफी पहले जाकर खड़े हो गए। फिर से ऐसा हंगामा ना हो इसके लिए पुलिस ने वहां पर भी जाब्ता तैनात कर दिया। भूटान नरेश के आकर होटल की ओर जाने के बाद ही सभी यात्रियों को रेल्वे स्टेशन में प्रवेश करने दिया गया।

 

प्रोटोकॉल तोड़ के मुसीबत में फ़सी मासूम

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– पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों में मचा हड़कंप

– मासूम व उसके पिता को लिया हिरासत में, जयपुर से होगा कार्यवाही के लिए निर्णय, अधिकारियों को जवाब

देना पड़ा भारी

उदयपुर। भूटान राष्ट्राध्यक्ष जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक के लिए जारी किए प्रोटोकॉल के दौरान एक

मासूम बालिका ने बिना किसी पूर्व कार्यक्रम या बिना स्वीकृति के भूटान नरेश तथा उनकी पत्नी के

पास जाकर स्वागत के लिए एक चावल का दाना देकर प्रोटोकॉल तोड़ दिया। यह देखकर पुलिस एवं प्रशासनिक

अधिकारियों में हड़कंप मच गया। प्रोटोकॉल के लिए जारी सूची में इस मासूम का नाम नहीं

होने पर पुलिस ने तत्काल ही मासूम तथा उसके पिता को हिरासत में ले लिया है तथा इस बारे में जयपुर

उच्चाधिकारियों को बता दिया जा चुका है। पुलिस अधिकारियों को जवाब तक देना नहीं बन रहा है।

जयपुर से निर्णय के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।

सूत्रों के अनुसार भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक तथा उनकी पत्नी जेतसुन पेमा के रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद दोनों होटल में जाने के लिए स्टेशन के से बाहर निकल गए। स्टेशन के बाहर ही उनकी गाड़ी के पास पहुंचे ही थे कि दूसरी तरफ से एक १० वर्षीय मासूम बालिका मनस्विनी सोगा भागकर आई तथा भूटान नरेश को एक कागज दिया। इस कागज पर वेलकम टू इंडिया,एट राजस्थान, एट उदयपुर लिखा हुआ था। कागज पर लिखा हुआ चावल का दाने पर भी लिखा हुआ था। भूटान नरेश ने यह देखकर इस बच्ची के साथ फोटो खिचावाया, हाथ मिलाया। बच्ची ने इसके एवज में उन्हें थैंक्यू भी कहा। भूटान नरेश के रवाना होने के बाद इस बच्ची तथा उसके पिता सेक्टर १४ निवासी जयप्रकाश को घेर लिया तथा पूछताछ करनी शुरू कर दी। केन्द्र सरकार की ओर से आमंत्रित किए गए भूटान नरेश को जेड़ प्लस की सुरक्षा दी गई है तथा पुलिस महकमे की ओर से विशेष सुरक्षा व्यवस्था देने का आदेश आया हुआ है। इस सुरक्षा व्यवस्था में भूटान राष्ट्राध्यक्ष को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के बराबर की सुरक्षा दी जाती है तथा बिना पूर्व नियोजित कार्यक्रम कोई भी नहीं मिल सकता है। वहीं पूर्व में जारी हुए सुरक्षा कार्यक्रम में कहीं भी इस बच्ची द्वारा चावल का दाना देने का कार्यक्रम नहीं था। यह देखकर हड़कंप मच गया। कुछ देर तक बात करने के बाद जब भूटान राष्ट्राध्यक्ष रवाना हो गए। उसके बाद पुलिस अधिकारियों ने इस बच्ची तथा उनके पिता जयप्रकाश को घेर लिया तथा पूछताछ करनी शुरू कर दी। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष इस बारे में उच्चाधिकारियों को बताने तथा जवाब देने में हिचकिचाहट हो रही थी। पुलिस अधिकारियों ने इस व्यक्ति को हिरासत मे ले लिया है तथा सूरजपोल थाने भिजवा दिया है। पुलिस

अधिकारियों के अनुसार इस बारे में राजधानी जयपुर में पुलिस के उच्चाधिकारियों को बताया जाएगा। जिसके बाद ही आगामी कार्यवाही का निर्णय लिया जाएगा। पहले भी बाहर निकाला था रू- इधर मौके पर मौजूद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर तेजराज सिंह ने बताया कि जयप्रकाश नामक इस व्यक्ति भूटान नरेश के आने से काफी समय पहले ही वहां पर आ गया था तथा स्टेशन परिसर में घुस गया था। जिसे देखकर एक बार तो रेलवे का कर्मचारी समझा। पूछताछ करने पर जयप्रकाश भूटान राष्ट्राध्यक्ष के स्वागत के लिए चावल का दाना देना बताया तो तेजराज सिंह ने उसे साफ तौर से मना करते हुए बाहर निकाल दिया। जिसके बाद वह बाहर ही खड़ा रहा तथा मौका देखकर अपनी बच्ची को भेज दिया। कौन है जयप्रकाश रू- जयप्रकाश नाम का यह व्यक्ति सेक्टर १४ में रहता है तथा छोटे-मोटे ठेके लेकर काम चलाता है। इस व्यक्ति ने पहले भी कई अति महत्वपूर्ण लोगों के लगने वाली प्रोटोकॉल को तोड़ा है। जिस बारे में उसे पहले भी समझाया गया था

भूटान नरेश का उदयपुर में शानदार स्वागत

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उदयपुर। शनिवार शाम को आठ बजे रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर एक पर काले कोट, काले पेंट तथा काली शर्ट में उतरे भूटान नरेश के साथ ब्ल्यू कलर के टॉप तथा सफेद स्कर्ट में उतरी उनकी पत्नी जेतसुन पेमा आदिवासी कलाकारों के नृत्य को देखा तथा एक मासूम बच्ची ने चावल के दाने के माध्यम से उनका स्वागत करने के तरीके को देखकर अभिभूत हो गए। नव विवाहित भूटान नरेश एवं राजकीय अतिथि जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक अपनी पत्नी जेतसुन पेमा के साथ शनिवार रात्रि को हनीमून मनाने के लिए विशेष रेल से उदयपुर पहुंचे। रेल्वे स्टेशन पर भूटान नरेश का शहर पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों ने मेवाड़ी परम्परा के अनुसार स्वागत किया। पिछले तीन दिनों से अपनी पत्नी के साथ राजस्थान के विभिन्न शहरों में घूमकर राजस्थान की रंगबिरंगी संस्कृति का आनंद उठा रहे भूटान नरेश शनिवार शाम को रेलवे की विशेष ट्रेन से उदयपुर पहुंचे। भूटान नरेश के आगमन के लिए शहर के प्रशासन व रेलवे ने पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थी। रात्रि करीब ८ बजे तक रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर एक रेलवे के कर्मचारी जुटे रहे। रेलवे कर्मचारियों ने प्लेटफार्म पर गलीचा बिछाया गया। रेलवे के कर्मचारियोंकी ओर से गलीचे पर गुलाब जल तथा केसर का छिड़काव किया गया।

 

शाम को करीब ७.४५ बजे उदयपुर नगर परिषद सभापति रजनी डांगी भी स्वागत के लिए पहुंच गई। वहीं मौके पर रेलवे के डीआरएम, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक ने हाथों में मालाएं लेकर गाड़ी का इंतजार करने लगे। रात्रि को ठीक आठ बजे भूटान नरेश की विशेष गाड़ी प्लेटफार्म नम्बर एक पर पहुंची। गाड़ी में से पहले तो भूटान के सेना अधिकारी, पुलिस अधिकारी, सुरक्षा अधिकारी उतरे तथा स्टेशन को अच्छी तरह से जांचा परखा। अच्छी तरह से जांचने के बाद भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक तथा उनकी पत्नी जेतसुन पेमा डिब्बे में से उतरे। काले कोट, काले पेंट तथा काली शर्ट में भूटान नरेश तथा ब्ल्यू कलर के टॉप तथा सफेद स्कर्ट में जेतसुन पेमा काफी खुबसूरत लग रहे थे। जिनका वहां पर मौजूद सभापति रजनी डांगी ने पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। सभापति ने भूटान नरेश तथा उनकी पत्नी का स्वागत किया। उनके बाद अतिरिक्त संभागीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक उदयपुर रेंज, जिला कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक ने उनका स्वागत किया। सभापति ने प्लेटफार्म पर ही भूटान नरेश तथा उनकी पत्नी से कुछ देर तक बात की। जिसके बाद वे बाहर की ओर रवाना हो गए। इस मौके पर गैलरी से निकलते समय भूटान नरेश तथा उनकी पत्नी वहां पर मौजूद लोगों का अभिवादन कर रहे थे। बाहर भूटान नरेश के बाहर निकलते ही बाहर आदिवासी कलाकारों ने भूटान नरेश के स्वागत के लिए गुजराती लोक नृत्य प्रस्तुत किया तथा बाहर मौजूद एक गजराज ने भूटान नरेश का स्वागत किया। कुछ देर तक रूककर भूटान नरेश ने गुजराती नृत्य को देखा तथा बाद में गाड़ी में बैठने लगे इसी दौरान एक १० वर्षीय बच्ची मनस्विनी सोगा ने भूटान नरेश को एक कागज तथा चावल का दाना दिया। चावल के दाने पर भूटान नरेश के स्वागत लिखा हुआ था। भूटान नरेश तथा उनकी पत्नी ने इस बच्ची के साथ फोटो खिचवाएं तथा अपनी कार में बैठ गए। कार में बैठने के बाद भूटान नरेश की पत्नी ने हाथ जोड़कर सभी का आभार प्रकट किया। जिसके बाद भूटान नरेश पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के भारी लवाजमें के साथ होटल की ओर रवाना हो गए। भूटान नरेश के कार्यक्रम को देखते हुए पूर्व में उदयपुर में पोस्टेड़ प्रोटोकॉल आफिसर तारिक खान को विशेष रूप से बुलाया गया था।

 

एनजाय उदयपुर रू- भूटान नरेश के स्वागत के दौरान सभापति ने इन नव विवाहिता दम्पति को उदयपुर में जमकर एन्जाय करने के लिए कहा। सभापति ने बताया कि मात्र कुछ सैकंड की बातचीत के दौरान उन्होंने उदयपुर में एन्जाय करने तथा शहर के सभी पर्यटक स्थलों पर भ्रमण करने के लिए कहा। वहीं भूटान नरेश ने भी उन्हें थैक्यूं कहा।

 

जुकाम के घरेलू उपचार

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गर्मी के बाद बरसात और बरसात के बाद सर्दी, इस बदलते मौसम के अनुकूल शरीर को भी ढालना होता है, अगर मौसम के अनुसार शरीर एडजस्ट नहीं करता है तो मौसमी रोगों का शिकार हो जाता है. खास कर मौसम के बदलाव के दौरान व्यक्ति का शरीर वातावरण में हो रहे बदवाल को नहीं झेल पाता है. सर्द-गर्म के असर से सर्दी-जुकाम से ग्रसित हो जाता है. इससे बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय हैं, जिसके जरिये आप इन मौसमी रोगों से मुक्ति पा सकते हैं.

जुकाम के इलाज में हल्दी काफी फायदेमंद है. बहती नाक के इलाज के लिए हल्दी को जलाकर इसका धुआं लें, इससे नाक से पानी बहना तेज हो जाएगा व तत्काल आराम मिलेगा. यदि नाक बंद है तो दालचीनी, कालीमिर्च, इलायची और जीरे के बीजों को बराबर मात्रा में लेकर एक सूती कपड़े में बांध लें और इन्हें सूंघें जिससे छींक आएगी.

10 ग्राम गेहूं की भूसी, पांच लौंग और कुछ नमक लेकर पानी में मिलाकर इसे उबाल लें और काढ़ा बनाएं. एक कप काढ़ा पीने से लाभ मिलेगा. हालांकि जुकाम आमतौर पर हल्का-फुल्का ही होता है जिसके लक्षण एक हफ्ते या इससे कम समय के लिए रहते हैं, लेकिन खान-पान की आदतों को लेकर हमें काफी सतर्क रहना चाहिए और यदि जुकाम वगैरह के लक्षण दिखाई दे तो समुचित दवाओं आदि से इलाज कराना चाहिए.

डिप्थीरिया होने पर अमलतास के काढ़े से गरारा करने पर बहुत हद तक आराम मिलता है. तुलसी और अदरक इस मौसम में लाभदायक होते हैं. तुलसी में काफी उपचारी गुण होते हैं, जो जुकाम और फ्लू आदि से बचाव में कारगर साबित होते हैं. तुलसी की पत्तियां चबाने से ठंड और फ्लू दूर रहता है. इन बताए गए टिप्स से सर्दी- जुकाम से निजात पा सकते हैं.

सेक्स हार्मोन्स पर असर डालता है गुटखा

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गुटखा खाने वालों के लिए बुरी खबर है। गुटखा से न केवल आपको मुंह का कैंसर हो सकता है, बल्कि दांत भी खराब हो सकते हैं। इतना ही नहीं, गुटखे में मौजूद कई किस्म के रसायनों से हमारे डीएनए को भी नुकसान हो सकता है, साथ ही सेक्स हार्मोंस भी प्रभावित होने का खतरा बढ़ जाता है। हाल ही में पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एज्यूकेशन एंड रिसर्च चंडीगढ़ में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि गुटखा खाने का बुरा असर हमारे शरीर के विभिन्न अंगों पर होता है।

भारत में दुनिया के दूसरे देशों की अपेक्षा कैंसर होने के खतरे सबसे ज्यादा होते हैं। गुटखे में तंबाकू, कत्था, सुपारी, चूने के साथ और कई नशीले पदार्थों को मिलाया जाता है, जो हमारे शरीर के एंजाइमों पर बुरा प्रभाव डालते हैं। हमारे शरीर के हर अंग में पाए जाने वाले साइप-450 नामक एंजाइम की कार्यक्षमता पर इसका बुरा असर पड़ता है। चंडीगढ़ में हुआ यह अध्ययन साइंस जर्नल ‘केमिकल रिसर्च इन टॉक्सीकोलॉजी’ में प्रकाशित किया गया है।

हमारे शरीर में ये एंजाइम हार्मोंस के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा गुटखा हमारे शरीर में टॉक्सिन बनने की प्रक्रिया में बाधा पहुंचाता है। जो हार्मोन टॉक्सीन बनाते हैं, यह उनको नुकसान पहुंचाता है। इस अध्ययन के लिए जानवरों को चुना गया था।

कल भूटान नरेश उदयपुर आयेगें

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उदयपुर अक्तूबर। भूटान के नवविवाहित नरेश जिग्मे खेसर नाग्येल वागचुक और महारानी जेत्सून पेमा वागचुक राजस्थान की पाच दिवसीय यात्रा पर गुरुवार को विशेष ट्रेन से गुलाबी शहर जयपुर पहुंचे।और जोधपुर होते हुए कल उनके उदयपुर आने की सम्भावना हे |

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली से यहा पहुंचे शाही दंपति की राज्य के उद्योग मंत्री राजेंद्र पारिख और जयपुर के महापौर ज्योति खडेलवाल ने आगवानी की।

राजस्थान के मुख्य सचिव एस अहमद ने बताया कि यह दंपति शुक्रवार को सिटी पैलेस, जंतर मंतर और आमेर का किला देखेगा। उसके बाद शाम में दंपति जोधपुर रवाना होगा।

अहमद ने बताया कि शनिवार को यह दंपति कायलाना झील, मेहरानगढ़ किला और जसवंत थड़ा जाएगा। जसवंत थड़ा महाराजा जसवंत सिंह द्वितीय की याद में बनाया गया है।

दंपति उसके बाद उदयपुर जाएगा। 31 अक्तूबर को दंपति दिल्ली लौट आएगा।

नरेश की 13 अक्तूबर को शादी के बाद उनकी पहली विदेश यात्रा है जबकि नवंबर, 2008 में गद्दीनशीं के बाद चौथा विदेश भ्रमण है।

वागचुक अपनी पत्नी के साथ 24 अक्तूबर को नौ दिवसीय राजकीय यात्रा पर भारत पहुंचे थे।

गेट-सेट-गो, फार्मूला 1

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रिपोर्ट – नेहा राज

ग्रेटर नोयडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में ग्रा पी. से भारतीय खेलों में एक नया इतिहास जुड़ने जा रहा हे , फार्मूला वन के प्रति दर्शको का जूनून देखते बनता हे ,

देश में पहली बार हो रही फार्मूला वन रेस ३० अक्तूबर को होगी और इसका अभ्यास सत्र आज २८ अक्तूबर से शुरू होगा और २९ अक्तूबर को क्वालिफाइंग सत्र होगा |

बुद्ध इंटरनेशनलमें एक लाख से ज्यादा दर्शकों के आने की सम्भावना है ,और अगर हिस्सा ले रहे एक मात्र भारतीय नारायण कार्तिकेयन अपनी हिस्पेनिया टीम के लिए अंक जुटा पाता हे तो यह किसी चमत्कार से कम नहीं होगा ,

जीत किसी की भी हो लेकिन यह तय हे की ३० अक्तूबर को भारतीय खेलों में एक नया इतिहास लिखा जायेगा ,

रेसिंग ट्रेक

रेसिंग ट्रेक बनाने वाली कंपनी के अनुसार इस ट्रेक को बनाने में करीब चार करोड़ डॉलर का खर्च आया हे और करीब पांच हज़ार मजदूरों ने इस काम को अंजाम दिया हे ,

अब इस पर दुनिया के २४ शीर्ष के ड्रायवर अपनी रेसिंग के करतब दिखायेगे ,

ग्लेमर की चमक

उम्मीद लगायी जा रही हे की फार्मूला वन रेस के रोमांच का आनंद उठाने पूरा बोलीवुड तो मोजूद रहेगा लेकिन होलिवुड के भी कई सितारे यहाँ आयेगे ,कयास लगाये जा रहे हे की टॉम क्रूज़ जेसे नामी होलिवुड स्टार सिर्फ इस रेस के लिए भारत पहुचने वाले हे ,

और बोलीवुड की कई नामचीन हस्तियाँ शामिल होंगी शाहरुख़ खान , सचिन तेंदुलकर, इमरान खान , सानिया मिर्ज़ा , अभिषेक बच्चन , और न जाने कितने सितारे F1 ट्रेक पर अपनी नज़रें जमाये रहेगे

खुशियों की बहार ऐसी आई कि, हर घर को रोशन कर गयी (उदयपुर में दिवाली की धूम )

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उदयपुर , जिस धूम धाम , और खुशियों से पुरे देश में दिवाली मनाई उसी धूम से उदयपुर में भी दिवाली मनाई गयी , हर घर में खुशिया की बहार कुछ ऐसी आई के शहर के हर घर को रौशनी से जगमगा दिया ,

दिवाली की सुबह से ही सभी लोग लक्ष्मी दर्शन को मंदिर पहुँच गए , और घंटों कतार में खड़े रह कर इंतजार किया , और ये दर्शन का सिलसिला देर रात तक जारी रहा , बाजारों की रोनक सुबह से देखते बनती थी , चाहे फूल की मालाओ की दुकान हो पटाखे की शॉप हो या मिठाई भण्डार हर जगह भीड़ और , मंडी की तो ये हालत थी की पाँव रखने की भी जगह नहीं थी , शाम को शुभ मुहूर्त में सब ने अपने अपने घरों में लक्ष्मी की पूजा की , और रौशनी से सजे बाज़ार देखने निकल पड़े , अश्वनी मार्केट , बापुबज़ार , सूरज पोल , लक्ष्मी मार्केट , शहर का हर मार्केट रौशनी में नहाया हुआ था , हर शॉप के बाहर सजावटकर रखी थी , बापुबज़ार में जगह जगह , अलग अलग प्रोग्राम हो रहे थे कही बच्चों के डांस तो कही मुच्छड़ क्लब की राम राम तो कही बेंड की धून पे नाचते घोड़े , हर शॉप सजी हुई और हर महिला श्रृंगार किये हुए हर पुरुष सजा हुआ मनो एसा लग रहा था की दिवाली की रात ढेरों खुशिया ले कर आई है , और इस खुशियों को दुगुना किया , नगर परिषद् की आतिश बाजी ने , जब आतिश बाजी शुरू हुई तो आसमान रंगीन सितारों से भर उठा , सब ने दिल खोल कर एक दुसरे को दिवाली बधाई दी , हर महिला पुरुष अपने सारे गिले शिकवे भूला कर एक दुसरे के गले मिले , और इन सब के बिच मोबाईल पे sms और कॉल पर बधाई देने का सिलसिला भी ऐसा चला की अभी तक नहीं रुका

हिन्दुस्तानी तकनीक का कमाल “ऱा-वन”

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फिल्म समीक्षा – नेहा राज

रा-वन शाहरुख़ खान की ऐसी महत्वकांशी योजना थी जिसमे उन्होंने दिल खोल के रूपये खर्च किये , फिल्म की कहानी उन्होंने बच्चो को ध्यान में रख कर बनायीं हे ,और उन्होंने ने जिस तरह से फिल्म पर पैसा बहाया हे उस हिसाब से तो फिल्म के स्पेशल इफेक्ट होलिवुड की बराबरी नहीं कर पाए लेकिन फिर भी तारीफ करनी होगी की तकनिकी हिसाब से यह फिल्म भारत में निर्मित अब तक की सब से सर्व श्रेष्ठ फिल्म हे , और शाहरूख की तारीफ करनी होगी के उन्होंने इतने ज़ोरदार इफेक्ट भारत में ही फिल्माए ,

यह सही हे की फिल्म होलिवुड की साइंस फिल्मो का मुकाबला नहीं करपाती लेकिन फिर भी उसने पीछे नहीं रही हे , और इससे यह सिद्ध हो गया हे की भारत अब फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कही भी पीछे नहीं हे ,

फिल्म की कहानी शेखर से शुरू होती हे , शेखर एक कंप्यूटर प्रोग्रामर हे और उसकी पत्नी सोनिया (करिश्मा कपूर ) और बेटा प्रतिक (अरमान ) हे, बेटा अपने पिता को बहुत कमज़ोर महसूस करता हे . और अपने बेटे की विचार धारा बदलने के लिए शेखर एक ऐसा गेम बनता हे जिसमे खलनायक रा-वन नायक से ज्यादा ताकतवर हे , और उसको कोई नहीं मार सकता , फिल्म में कुछ इसी चमत्कारिक घटनाएं होती हे की खलनायक रा-वन असली में जीवित हो जाता हे , और गेम में प्रतिक ने रा-वन को हरा दिया होता हे तो वह उसको मारने के लिए उसकी तलाश करता हे और उसके पिता शेखर को मार देता हे . तब प्रतिक उसके पिता के बनाये दुसरे किरदार जी-वन को लड़ाई में उतारता हे और रा- वन के खिलाफ लड़ाई में जीतता हे ,

तकनिकी द्रष्टि से शाहरुख़ खान का यह बेहद सराहनीय प्रयास हे , और 3d में तो इसके इफेक्ट देखते ही बनते हे , अभिनय में शाहरुख़ बोहत प्रभावी रहे हे अरमान और अर्जुन राम पाल का काम भी बहुत अच्छा लगा , करीना कपूर खुबसूरत लगी हे , उनपर फिल्माया गीत छम्मक छल्लो बहुत अच्छा रहा हे .अभिनव सिन्हा ने हर द्रश्य बहुत तन्मयता से फिल्माया हे , कुल मिला कर रा-वन पूरा पैसा वसूल और अच्छी फिल्म हे जिसको बच्चे हर बार देखना पसन्द करेगे

 

लक्ष्मीजी की आरती

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ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।

तुमको निशि दिन सेवत हर-विष्णु विधाता।। ॐ जय…

उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता।

सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता।। ॐ जय…

दुर्गा रूप निरंजलि, सुख सम्पति दाता।

जो कोई तुमको ध्यावत, रिद्धि-सिद्धि धन पाता

तुम पाताल निवासिनी, तुम ही शुभ दाता।

कर्म प्रभाव प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता।। ú जय…

जिस घर तु?हरे वासा, तहं सब सद्गुण आता।

सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता।।ॐ जय…

तुम बिन यज्ञ न होवे, वस्त्र न होय राता।

खान-पान का वैभव सब तुमसे आता।। ॐ जय…

शुभ-गुण-मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता।

करत चतुर्दश तुम बिन कोई नहीं पाता।।ॐ जय…

महालक्ष्मी की आरती, जो कोई नर गाता।

उर आनंद समाता, पाप शमन हो जाता।। ॐ जय…