अंतर्राष्ट्रीय पतंगबाज अब्दुल मलिक सुपुर्दे खाक

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विभिन्न संगठनों ने जताया शोक

उदय्पुर , 12 दिसम्बर । विश्व विख्यात अंतर्राष्ट्रीय पतंगबाज अब्दुल मलिक का अल्पायु में इंतकाल हो गया। सोमवार को उन्हें शहर के अश्विनी बाजार स्थित कब्रस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया। इस अवसर पर शहर के कई गणमान्य नागरिक, मुस्लिम नेता एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। इधर, अब्दुल मलिक के अल्पायु में निधन के समाचार पर आज विभिन्न संगठनों ने शोक व्यक्त किया।

लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल की मुख्य सचेतक डॉ. गिरिजा व्यास, उदयपुर सांसद रघुवीर मीणा, सलुम्बर विधायक बसंती देवी मीणा, नीलीमा सुखाडिया, लालसिंह झाला सहित कई कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं एवं पदाधिकारियों ने मलिक के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मलिक ने अपने अद्वितीय हुनर की बदौलत उदयपुर का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया। उनके निधन पर उदयपुर ने एक अद्वितीय प्रतिभा को खो दिया।

हुसैन कमेटी खेरादीवाडा ने मलिक के इंतकाल पर मरहूम की मग्फिरत की दुआ की व मुख्य्मंत्री, जिला कलेक्टर, शहर विधायक, सांसद , यु आईटी एवं नगर परिषद से फतहसागर पर नवनिर्मित विभूति पार्क की किसी एक जगह का नाम मलिक के नाम पर नामकरण करने का अनुरोध किया।

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश प्रतिनिधि जहीरूद्दीन सक्का, पूर्व ट्रस्टी गयासुददीन बुन्दू, प्रदेश कारी समिति सदस्य मो. सलीम मेवाफरोश, पूर्व जिला अध्यक्ष मो. अयुब छीपा, अली असगर मगरी, मो. हुसैन गनवाला ने दुख व्यक्त करते हुए इसे शहर के लिए अपूरणीय क्षति बताया। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के संभागीय प्रभारी सद्दाम हुसैन ने मलिक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किय है। नगर परिषद पार्षद दिनेश श्रीमाली ने भी मलिक के निधन पर गहरा दुख जताया।

तैयार हो गया बस में प्रशासन

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तैयार हुआ मोबाइल कार्यालय

हिन्दुस्तान जिंक ने जिला कलक्टर को किया सुपुर्द

उदयपुर, 12 दिस बर/दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य कोटडा क्षेत्र के निवासियों कीविभिन्न विभागों से संबंधित समस्याओं के प्रभावी एवं त्वरित समाधान के लिए गतिमान प्रशासन के तहत करीब 50 लाख रुपये की लागत से तैयार हुए मोबाइल कार्यालय की बस को आज हिन्दुस्तान जिंक के मुख्या परिचालन अधिकारी अखिलेश जोशी ने प्रशासन को सुपुर्द कीया। उन्होंने बस की चाबी जिला कलक्टर हेमन्त कुमार गेरा को सौंपी।

बस में प्रचार-प्रसार के लिए 70 इंच का एलसीडी, जीपीएस, नौ कंप्यूटर मय प्रिन्टर, वीसीडी जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए पूर्णतया वातानुकुलित बनाई गई है। बस में नौ विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए काउण्टर की व्यवस्था की गई है। मोबाइल बस पर अपने काम के लिए आने वालों के लिए बस का उपर दो विंग्स है जिनके खुलने पर छाया की व्यवस्था रहेगी। दस्तावेजों पर फोटो लगाने के लिए फोटोग्राफी काउण्टर भी बनाया गया है। बस में मुख्य मंत्री नि:शुल्क दवा वितरण योजना के तहत दवा का नि:शुल्क वितरण करने का काउण्टर भी रखा गया है।

देश में पहला मोबाइल कार्यालय

इस अवसर पर जिला कलक्टर ने अपने संबोधन में बताया की संभवत: यह देश का पहला मोबाइल कार्यालय है। इस बस को कोटडा क्षेत्र की भौगालिक परिस्थिति की अनुरूप इस प्रकार से डिजाइन कीया गया है कि यह सभी पंचायत मु यालयों पर पहुंच सके। उन्होंने बताया कि यह बस प्रत्येक गुरुवार को पंचायत पर पहुंचेगी। बस के पहुंचने के एक माह पूर्व पटवारी एवं भू-अभिलेख निरीक्षक अपने हलके कि समस्याओं का चिह्नीकरण कर आवेदन तैयार करेंगे जिससे कि मोबाइल बस के पहुंचने पर उसी दिन हाथों-हाथ समस्याओं का निराकरण हो सके। बस में कार्य करने के लिए संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया जा चु·का है।

सहायता कार्यों में उपयोग

जिला कलक्टर ने बताया कि बस में रोशनी कि व्यवस्था के लिए इस प्रकार का बेकअप दिया गया है कि इसका उपयोग आपात स्थिति में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 24 घण्टे किया जा सकता है।

एक और मोबाइल कार्यालय

जिला कलक्टर ने बताया कि इसी प्रकार कि एक और मोबाईल कार्यालय कि बस को तैयार करने के लिए भारत सरकार द्वारा 37 लाख रुपये स्वीक्रत कर जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग को उपलब्ध कराए है। उन्होंने कहा कि तैयार किए गए मोबाइल कार्यालय कि उपयोगिता का आंकलन कर एक और मोबाइल कार्यालय तैयार किया जायेगा।

 

कैसा हो आपका रेज्यूम

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रिपोर्ट-नेहा राज

 उदयपुर , अगर किसी कंपनी में जॉब की रिक्वायरमेंट है तो उस जॉब के लिए उस कंपनी के एच आर के पास कम से कम 1000 रेज्यूम आते हे और एच आर एक रेज्यूम को ज्यादा से ज्यादा २० से ३० सेकंड तक देखता हे अब आप के रेज्यूम के पास ज्यादा से ज्यादा 30 सेकेंड का समय होता हे उस एच आर को प्रभावित करने का तो आप के रेज्यूम में एसा क्या हो की एच आर प्रभवित हो और आप को इंटरव्यू काल करे |

आप का रेज्यूम आप की गैर मोजुदगी में एच आर को प्रभावित करता हे इसलिए रेज्यूम का प्रभावशाली होना बोहत जरूरी हे आइये जानते हे के किस तरह आप का रेज्यूम प्रभावशाली बनता है

विवरण पूरा हो लेकिन छोटा हो

रेज्यूम के लेफ्ट में ऊपर सबसे पहले अपना नाम और इ मेल और फोन नंबर लिखे कई लोग नाम के साथ ही जेंडर भी लिख देते हैं ऎसा न करें। जेंडर व्यक्तिगत सूचना वाले कॉलम में लिखें। रेज्युमे में ऎसी आईडी न दें जो देखने में अजीब लगे। आईडी बिल्कुल सादा होनी चाहिए।

 अड्रेस: पत्राचार हेतु पता

टॉप राइट साइड में हमेशा पत्राचार करने हेतु वाला पता दिया जाना चाहिए। इससे रिक्रूटर को पत्राचार करने में सुविधा होती है। उसे इसे रेज्यूमे में तलाशना नहीं पढ़ता है।

ऑब्जेक्टिव: साफ और स्पष्ट

ऑब्जेक्टिव हमेशा छोटा, सादा और सीधा हो। साफ और कम शब्दों में यह बताएं कि आप कंपनी के लिए कैसे फायदेमंद हो सकते हैं। इसके लिए अपनी स्किल्स का हवाला दे सकते हैं।

 शैक्षिक योग्यता: टू द प्वाइंट

योग्यता बताते वक्त रिवर्स कोनोलॉजी

का इस्तेमाल करे। लेटेस्ट `ॉलिफिकेशन सबसे पहले लिखें और फिर नीचे की तरफ बढ़ते जाएं।इसका उल्लेख करते समय यह ध्यान रखें कि आप किसी पोस्ट के एप्लाय कर रहे हैं।

 अनुभव: संक्षिप्त और क्रमानुसार

कुल अनुभव वर्षो में बता सकते हैं। अनुभव के बारे में बताते हुए जिस कंपनी में अभी काम कर रहे हैं, वह सबसे ऊपर, उसके बाद उससे पहले के अनुभवों का जिक्र करें। इसके अलावा निभाए गए अहम प्रॉजेक्ट्स का जिक्र कर सकते हैं।

 व्यक्तिगत सूचनाएं:

रेज्युमे के सबसे अंत में आप अपने पिता और माता का नाम, डेट ऑफ बर्थ, मैरिटल स्टेटस भी देना चाहिए। डेट ऑफ बर्थ बताते वक्त साथ में यह भी लिख दें कि वर्तमान में आप कितने वर्ष के हैं।

सिर्फ बर्थ ईयर से आपकी उम्र पता करने में कैलकुलेशन करनी होगी, जिसके लिए एम्प्लॉयर के पास वक्त नहीं होता। इसी तरह मैरिटल स्टेटस की जानकारी भी देनी चाहिए। इसके अलावा अपनी रूचियों का विवरण भी देना चाहिए।परमानेंट अड्रेस भी देना चाहिए।

इनका ध्यान रखे हर दम

1. फॉन्ट का प्रयोग

याद रखें कि पूरे रेज्युमे में ज्यादा से ज्यादा दो फॉन्ट का ही प्रयोग करना चाहिए। फॉन्ट साइज आसानी से पढ़ने में आना चाहिए। इसे 10 रख सकते हैं।

 2. बोल्ड ,अंडरलाइन, इटैलिक

शब्दों को बोल्ड, अंडरलाइन या इटैलिक जरूरत से ज्यादा न करें। वाक्यों के बीच गैप भी ठीकठाक हो। याद रखिए एम्प्लॉयर को अगर उन्हें पढ़ने में दिक्कत हुई तो उन्हें आगे बढ़ते देर नहीं लगती।

 3. आकार

रेज्यूमे का आकार इंडस्ट्री और अनुभव पर निर्भर करता है। दो पेज से बडे रेज्यूमे बनाने से बचना चाहिए।

 4. सीधी सपाट हो भाषा

पूरे रेज्युमे की भाषा सीधी और सपाट रखें। तथ्यों को गोलमोल घुमाकर न रखें।

 5. ज्यादा मैं,मैं नहीं

आई, माई, मी जैसे शब्दों का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल न करें। अपने बारे में ज्यादा बखान करने का रिक्रूटर पर बैड इंप्रेशन पड़ता है।

 6. रेफरेंस कहने पर ही दें

रेफरेंस का जिक्र तब तक न करें, जब तक निर्देश न दिए गए हो। ऎसे लोगों को तैयार जरूर रखें, जो आपको अच्छी तरह जानते हों। मांगने पर उनका जिक्र करें ,साथ उनका संपर्क नबंर भी दें।

 7. ग्रामर व स्पेलिंग गलत न हो

स्पेलिंग पूरी लिखें। प्रूफ रीडिंग जरूर करा लें। पंच्चुएशन का खास ध्यान रखें। ग्रामर के मामले में बहुत सावधान रहने की जरूरत है।

 8. फोटो न लगाएं

फोटो न लगाएं क्योंकि जिस साइज में आप फोटो पेस्ट करेंगे, वह न तो क्वालिटी में अच्छा आएगा और न देखने में। जाहिर है इसका अच्छा इंप्रेशन भी नहीं पड़ेगा।

दुनिया की ख़बरें फोटो की ज़ुबानी

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 कोलंबिया ८ दिसंबर : कोलंबिया में पिछले दिनों भारी बाड़ आने से 3500 लोग बेघर हो गए उसी बाड़ के पानी में कुत्ते को बचाता जवान |

 

. भारत 8 दिसंबर : कोल्कता में एक निजी अस्पताल में आग से करीब 90 लोगो की जान गयी और रेस्क्यू ओपरेशन में कई लोगो को बचाया गया |

 

. इजराइल : फिलिस्तीन प्रदर्शन कारियों पर आंसू गेस का गोला दागता जवान |

 

.पिप्स बर्ग : समुन्द्र तट पर झींगा मछली के लगाया गया पिंजरा |

 

. भारत : पूर्ण चन्र्द ग्रहण |

 

 . न्यू जर्सी : पुरे चमकते चाँद से गुजरता विमान

 

. मेक्सिको : फूलो पर बेठी खुबसूरत तितली यहाँ इस महीने तितलियों आना शुरू हो जाता हे |

 

. लोस एंजेलिस : ९ दिसंबर कोई संदिग्ध गतिविधियों के चलते पुलिस ने इस आदमी को बिच सड़क में गोली मार दी उससे पहले के वो कोई वारदात करता |

 

, साउथ कोरिया : ७ दिसंबर क्रिसमस के पहले संता का नया अंदाज़ बड़े से एक्वेरियम में मछलियों के बिच |

 

. पेरिस ,८ दिसंबर क्रिसमस के पहले सजी हुई रात का एक द्रश्य |

 

. चाइना : एक शोपिंग माल में ३२० साइकलों से खड़ा किया १२ मीटर ऊँचा क्रिसमस ट्री|

 

 

सो. याहू न्यूज़

मुनिश्री तरूण सागर की ऐतिहासिक विदाई

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जब भी चातुर्मास की बात चलेगी, उदयपुर का नाम पहले आएगा : मुनिश्री तरूण सागर

उदयपुर, 11 दिसंबर। जब-जब तीर्थंकरों की बात चलेगी, तब भगवान महावीर स्वामी का नाम पहले आएगा। जब-जब भी मेवाड़ की बात चलेगी तब महाराणा प्रताप का नाम पहले आएगा। भक्ति की बात चलेगी, मीरां का नाम पहले आएगा और जब-जब मेरे संघ में चातुर्मास की बात चलेगी तो उदयपुर का नाम पहले आएगा। मैं आपके बीच से जा रहा हूं। आपको तकलीफ भी होगी। आप भले ही मुझे भूल जाना लेकीन मेरे विचारों को जरूर याद रखना। उक्त उद्गार क्रन्तिकारी राष्ट्रसन्त मुनिश्री तरूणसागर महाराज ने टाऊन हॉल प्रांगण में आयोजित ऐतिहासिक विदाई समारोह में व्यक्त कीये।

इस मौके पर अपने ऐतिहासिक सम्बोधन में मुनिश्री ने कहा की मैं उदयपुर से जा रहा हूं, लेकीन खाली हाथ नहीं बलकी आपकी यादें लेकर जा रहा हूं। उन्होंने कहा की राम, कृष्ण, महावीर, बुद्ध चाहे आज हमारे बीच नहीं हैं लेकीन वे भक्तों के दिलों में हमेशा रहते हैं। जब भी राम की याद आए हनुमान जैसे भक्त से कहना। वे सीना चीर कर राम ·के दर्शन करा देंगे।

हर पीढ़ी के लिए सन्देश :

मुनिश्री ने इस मौके पर हर पीढ़ी के लोगों को कुछ न कुछ दिया। उन्होंने नौजवानों को दिये सन्देश में कहा की तीन और तीन छह होते हैं लेकीन आप ऐसा करना की तीन और तीन तैंसीस हो जाए। बुुजर्गों के लिए कहा की आप बुढ़ापे को भूलभुलाते नहीं बल्की गुनगुनाते हुए बिताएं।

स्वर्ग हो तो ऐसा:

मुनिश्री ने कहा की हर कोई मरने के बाद स्वर्ग की कल्पना करते हैं लेकीन ऐसे काम करो की आपको जीते जी स्वर्ग मिल जाए। चारों ओर घर परिवार में प्रेम और वात्सल्य की ऐसी छटा बिखेरो की घर के आंगन में ही स्वर्ग का अहसास हो।

छलके आंसू :

मुनिश्री की विदाई समारोह में उनके भक्तों की आंखें भी छलछला गईं। कई महिलाएं घूंघट ·कीआड़ लेकर मुनिश्री की विदाई पर आंखों से खुशी के आंसू छलका रही थी तो कोई मुनिश्री के प्रवचन में मग्र होकर आंसुओं से बेखबर भक्ति में सराबोर हो रही थी।

समारोह के विशिष्ट अतिथियों में सांसद रघुवीर मीणा, विधाय· गुलाबचंद कटारिया, जिला प्रमुख मधु मेहता, सभापति रजनी डांगी, नानालाल बया, ताराचंद जैन, धर्मनारायण जोशी आदि उपस्थित थे।

समारोह पश्चात मुनिश्री तरूण सागरजी की विदाई-विहार प्रारंभ हुआ। टाउन हॉल से विहार यात्रा उदियापोल, रेलवे स्टेशन, पटेल सरकल , पारस तिराहा होती हुई सेक्टर 11 स्थित पृथ्वी निवास पहुंची। मार्ग में गजेन्द्र आंचलिया के सौजन्य से हेलीकोप्टर द्वारा पुष्पवृष्टि की गई। हजारों श्रद्धालु मार्ग में पाश्र्वनाथ क्रांति मंच सेक्टर 4 द्वारा सजाए गए 108 विदा द्वार के साक्षी बने। यात्राकाल में आदिनाथ युवा मंच द्वारा स्थान स्थान पर 1008 रंग बिरंगे गुŽबारे छोड़े गए। इन पर मुनिश्री के संदेश शोभायमान थे। शोभायात्रा में मंदसौर के प्रसिद्ध 21 ढोल समधुर गूंज देते छविमान थे।

अंतराष्ट्रीय पतंगबाज अब्दुल मलिक का इंतकाल

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मशहूर अंतराष्ट्रीय पतंगबाज अब्दुल मालिक का अहमदाबाद हॉस्पिटल में इंतकाल होगया

उन्हें किडनी सम्बंधित बीमारी थी और काफी समय से बीमार चल रहे थे | और पिछले एक महीने से अहमदाबाद हॉस्पिटल में भर्ती थे |

उन्हें कल दफनाया जायेगा |

अब्दुल मलिक ने अपने पतंग उड़ने को शोक को इतनी ऊँचाइयों तक पहुचाया की उन्होंने उदयपुर का नाम देश विदेश में रोशन किया था | मलिक एक ही डोर पर हजार पतंग तक उड़ा के विश्व में नाम कर चुके है | मलिक ने पतंग बाज़ी को ले कर लिम्का बुक में भी नाम रिकॉर्ड करवाया था | मलिक बच्चो के लिए कई केम्प कर के उन्हें पतंग बाज़ी के गुर सिखाते थे |

उदयपुर उनकी कभी क्षति पूर्ति नहीं कर पायगा |

उदयपुर वासियों की तरफ से और उदयपुर पोस्ट की तरफ से उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित हे |

उनकी मगफिरत के लिए हम दुआ करते है |

मौत से जंग

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उदयपुर , शहर से करीब २० की.मी. दूर काया गाँव हाइवे पर भीलवाडा निवासी सुरेश शाम 4बजे आराम से मिट्टी से भरा अपना कंटेनर गुजरात की और ले जा रहा था लेकिन तभी वही हाइवे पर स्थित अपोलो टायर के गोदाम से निकला ट्रेलर अचानक कंटेनर के सामने आगया कंटेनर के ड्रायवर सुरेश ने उसको बचने की कोशिश में एक मिनी बस को चपेट में लेता हुआ टायर के गोदाम में जा घुसा और दिवार से टकरा कर केबिन बुरी तरह पिचक गया ड्रायवर सुरेश उसमे घायल होकर अन्दर फंस गया |

फिर शुरू हुई सुरेश की ज़िन्दगी की मौत से जंग सेकड़ों हाथ मदद को जुटे हर एक की यही दुआ और यही प्रयास के किसी तरह सुरेश जिन्दा बहार निकला जा सके पुलिस अधिकारी हो , पत्रकार हो या वहा से गुजरने वाले आम लोग सभी ने अपने प्रयास किये और आस पास से गेस कटर क्रेन मंगा कर आखिर 6 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद कंटेनर के ड्रायवर सुरेश को सकुशल बहार निकाला |

स्टेरिंग में फंसे हुए चालक को गेस कटर से केबिन को काटते
राजस्थान पत्रिका के क्राइम रिपोर्टर मोहम्द ईलियास घायल चालक को बहार निकल कर ले जाते
जुटे सेकड़ो हाथ एक ज़िन्दगी की मदद को

लोगों ने देखा पूर्ण चन्द्र ग्रहण

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अंतरिक्ष की गतिविधियों पर नज़र रखने वालों ने शनिवार को चंद्र ग्रहण के नज़ारे का लुत्फ़ उठाया. चाँद पर 51 मिनट और आठ सैंकेड के लिए पूरी तरह ग्रहण था.

चंद्र ग्रहण तब लगता है जब सूर्य के चारों ओर अपनी परिक्रमा के दौरान धरती चांद और सूर्य के बीच में इस तरह आ जाती है कि चांद धरती की छाया में छिप जाता है यह तभी संभव है जब सूर्य, धरती और चांद अपनी कक्षा में एक दूसरे के बिलकुल सीध में पहुंच जाएं.

ग्रहण भारत में 6 .57  से रात 9 .59  तक रहा . ग्रहण के बावजूद शनिवार रात को कई जगह अप्रत्यक्ष रोशनी से चाँद फिर भी चमक रहा था जिससे चाँद गज़ब की लालिमा बिखेर रहा था. 2014 तक कई बार आंशिक चंद्र ग्रहण होंगे पर 2014 से पहले तक का ये अंतिम पूर्ण चंद्र ग्रहण था. इस साल दूसरी बार पूर्ण चंद्र-ग्रहण हुआ है. इस वर्ष जून में सदी का सबसे लंबा और सबसे काला चंद्र ग्रहण दिखाई दिया था जो पूरे 100 मिनट तक रहा था.

इस तरह का अगला ग्रहण वर्ष 2141 से पहले नहीं दिखेगा. पिछला सबसे काला चंद्रग्रहण चार दशक पहले छह अगस्त, 1971 को हुआ था.

उचक्कों ने लूटा राहगीरों को

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पुलिस को फरियादी पर भी संदेह

उदय्ापुर, । शहर के सूरजपोल थाना क्षेत्र में मुम्बई में मजदूरी करने वाले चार लोगों से दो बाईक सवार युवक डेढ लाख रूपए लूट कर ले गए। चारों मुम्बई में कार्यरत अपने गांव के लोगों के भी पैसे उनके घरों पर देने के लिए लेकर आए थे। घटना के बाद पुलिस ने नाकाबंदी करवाई परन्तु दोनों बाईक सवारों का कोई पता नहीं चला। पुलिस पूछताछ में लूट की गई डेढ लाख रूपए की रकम पर भी शंका व्यक्त की जा रही है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार शिवलाल पुत्र रोडा जी डांगी, किशन पुत्र लोगर पटेल, सुखलाल पुत्र भोला डांगी निवासी विजनवास डबोक, मगनलाल पुत्र देवा कुम्हार निवासी चंदेसरा पिछले कई वर्षों से मुम्बई में रहकर पानी बेचने का काम कर रहे थे। चारों कल दोपहर को मुम्बई से रवाना हुए थे जो कि सुबह 10 बजे उदिया पोल बस स्टेण्ड पर उतरे। चारों के पास काफी सामान था। चारों ने वहां पर एक ऑटो किराए पर किया तथा वहां से चंपालाल धर्मशाला के पास खडी रहने वाली गांव की बसों के लिए रवाना हुए।

चंपालाल धर्मशाला पर पहुंचने के बाद चारों ने ऑटो से सामान उतारा तथा ऑटो चालक को पैसे देकर रवाना कर दिया। जिसके बाद चारों बस की डिक्की में सामान रख रहे थे। इसी दौरान दो बाईक सवार युवक आए। दोनो ने मुहं पर लाल रंग का कपडा बांध रखा था। दोनों युवक बस के पास आकर रूके तथा वहां पर रखा एक डिब्बा (पीपा) उठाकर रवाना हो गए। जैसे ही किशन की नजर दोनों आरोपियों पर पडी तो किशन ने उनका पीछा करने का प्रयास किया। परन्तु आरोपी फतह स्कूल की ओर से होते हुए फरार हो गए। यह देखकर सुखलाल के होंश उड गए तथा उसे कुछ नहीं सूझा। वहीं तीनों ने वहां पर जोर जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया । लोगों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। जिससे मौके पर कायर्वाहक थानाधिकारी ज्ञानचंद मय जाब्ते के पहुंचे तथा हालात की जानकारी लेते ही शहर में नाकाबंदी करवाई। पुलिस चारों को थाने लेकर चली आई। पूछताछ में पहले तो चारों ने डेढ लाख रूपए बताए। जब पुलिस ने सही पूछताछ की तो सामने आया कि डिब्बे में 79 हजार रूपए ही बताए जा रहे है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि इस पूरे मामले को शंका की दृष्टि से देखा जा रहा है। सूचना मिलने पर मौके अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर तेजराज सिंह तथा डिवाईएसपी अनंत कुमार भी थाने पहुंचे थे जिन्होंने उनसे पूछताछ की है।

इस पूरे प्रकरण में सामने में आया कि सुखलाल को छोडकर शेष तीनों के पास तो उनके पैसे सही सलामत रखे हुए है। लूटे गए डेढ लाख रूपए केवल सुखलाल की जिम्मेदारी पर थे। पूछताछ में सामने आया कि मुम्बई में विजनवास, चन्देसरा तथा खेमली के कई लोग काम करते है। जिनमें से करीब 10 लोगों ने सुखलाल के हाथों पैसे भिजवाए थे ताकि सुखलाल य्ाह पैसे उनके घर पर दे सके। लूट हो जाने के बाद सारे पैसे सुखलाल को ही भरने है।

It’s happeneds only in INDIA

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आप पूरी दुनिया घूम के आजाइए लेकिन जो आप को यहाँ हिन्दुस्तान में देखने मिलेगा ऐसा कही नहीं मिलेगा , क्यों की ” ये है इंडिया मेरी जान” कुछ इसे ही फोटो हम आप को यहाँ दिखा रहे हे जो सिर्फ आप को हमारे हिन्दुस्तान में ही देखने मिलेगे और कही नहीं |

 

१. मस्त कलंदर स्वयं को यातना दे कर अपनी भक्ति जताते

 

२. दोस्ती रामू और कालू की बंगलादेश की सीमा के पास भारतीय बोर्डर पर ये दोनों की दोस्ती काफी मशहूर हे रामू बन्दर अपने दोस्त कालू कुत्ते की पीठ पे बैठ के कर भारतीय जवानों के साथ बोर्डर की चोकसी करता हे |

 

३ .देहली में इंडिया गेट पर बच्चा बिना खोफ के अपनी मस्ती में क्रिकेट खेलता

 

४. सिलीगुड़ी , चोकिये नहीं ये कोई असली कटा हुआ सर नहीं हे , ये महिषासुर का उखड़ा हुआ सर हे जिसको देवी दुर्गा ने मारा था | जिसकी झांकी यहाँ नवरात्री के दोरान बनायीं जाती हे और फिर इस को जलाशय में विसर्जित कर दिया जाता हे | विसर्जन के बाद अपने खेलने के लिए बच्चा इसको नदी से निकाल लाया |

 

 71 वें भारतीय ग्रामीण ओलम्पिक गेम्स में उत्तर प्रदेश का युवक दांतों से सायकिल को उठा कर बेलेंस करता , दांतों की इसी ताक़त आप को हिन्दुस्तान के “नीम” दातून से ही मिल सकती हे |

 

. ये द्रश्य भी आप को हमारे हिन्दुस्तान में ही मिलेगा | हर शहर में ऐसे मदारी जो बन्दर के साथ अपना पेट भी पालते हे

 

. पूरी दुनिया घूम लो लेकिन साधू को प्राणायाम करते आप यही देख सकेगे .

 

. भारत की पुलिस हर वक़्त हर जगह बिना आधुनिक हथियारों के आपकी सहायता कर सकती हे |

 

. असम के एक गाँव में अपनी जान पर खेल कर तेन्दुओ को बचाते वन विभाग के कर्मचारी |

 

. अच्छा मानसून अगर आये तो खुद पर कंट्रोल नहीं रहता | मुंबई में समुन्द्र में अपनी कला बाजी दिखता युवा

 

. सिलीगुड़ी का महानंदा वन्य जीव अभ्यारण रेलवे ट्रेक पर सिर्फ ट्रेन ही नहीं हाथी भी चलते है

 

. अहमदाबाद . ये आराम का मामला हे ,.. हिन्दुस्तानी बन्दर

 

 .भारतीय नृत्य जिसके आगे पूरी दुनिया फीकी हे |

 

 . अमृतसर , चाहे दिन में 100 रूपये ही कमाए लेकिन नींद आराम से कही भी ली जा सकती हे | ये खासियत हे हमारे मजदूरों की

 

. हेदराबाद , बारिश का मजा भी और बचाव भी ये सिर्फ हम ही कर सकते हे |

 

 , मुंबई , भरी बारिश में जब सब तरफ पानी था तब भी टेक्सी रिपेयर का काम बड़ी आसानी से चल रहा था |

 

 . मुंबई , हमारे युवाओं का अपना स्टंट

 

. अमृतसर , ये हे हमारे हिंदुस्तान का शाहरुख़ खान हज्जाम

 

. देहली कोई परिवार एसी के अन्दर तो कोई बहार लेकिन आराम

 

 .नाग पंचमी के दिन नाग को दूध से नहलाते |

 

सो.-याहू