कलेक्ट्रेट परिसर में रोज रात जमती है शराबीयों की महफिल

रोज सवेरे कचरे के ढेर में मिलती है शराब की बोतलें

उदयपुर, । शहर की सबसे सुरक्षित परिसर कलेक्ट्री में रोज सुबह कचरे के ढेर में शराब की बोतलें पडी होती है जिससे लगता है कि या तो कलेक्ट्री परिसर शराबियों का अड्डा बन गया है या पि*र यहां रात में पहरा देने वाले ही कलेक्ट्री में महफिल जमा रहे है।

सुबह की रौनक देखके रात को महफिल की रंगीनियों का अंदाजा लगाया जा सकता है। इध बात को चरितार्थ करता है सरकारी कर्मचारी द्वारा इकठ्ठा किया हुआ कलेक्ट्री परिसर का कचरा, जिसमें शराब और बीयर की बोतलों का ढेर प$डा मिलता है। इन शराब की बोतलों के ढेर से यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि या तो शहर के शराबियों ने कलेक्ट्री परिसर को महपि*ल जमाने की सुरक्षित जगह बना ली है जहां कोई रोक टोक करने वाला नहीं और जो विभाग (पुलिस-प्रशासन) पूरे शहर में रात १० बजे बाद शराबियों को धरकप$ड करते है उन्हीं के परिसर में शराबी सुरक्षित है। धमाल मचा रहे है या पि*र कलेक्ट्री परिसर के गार्ड पुलिस की मिलीभगत से शराब की महपि*ले जम रही है या पि*र खुद गार्ड और परिसर में तैनात पुलिसकर्मी आराम से कलेक्ट्री में महपि*ले जमा रहे है और शराब की बोतलें ऐसे ही पैं*क रहे है। ये बोतलें सुबह एसपी ऑपि*स के पीछे, आईजी ऑपि*स के पास, कलेक्ट्रर ऑपिुस के पीछे हर जगह ये बोतलें बिखरी प$डी मिलेगी और खुद रात की महपि*ल को बयां करेगी।

जिले में नये राशनकार्ड बनाने का अभियान कल से

जानिये केसे बनेगे नए राशन कार्ड

मतदाता सूची एवं बीपीएल सूची होंगे आधार

६ से १५ जुलाई तक भरे जायेंगे आवेदन

उदयपुर, । जिले में नये राशनकार्ड बनाने का अभियान ६ से १५ जुलाई तक चलाया जायेगा। इस अवधि में राशनकार्ड बनाने के लिए आवेदन भरे जायेंगे। राशनकार्ड बनाने के लिए मतदाता सूची में नाम और बीपीएल सूची को आधार बनाया जायेगा। यह जानकारी बुधवार को जिला कलक्टर हेमन्त कुमार गेरा ने नये राशनकार्ड बनाने को लेकर आर.एन.टी.मेडिकल कॉलेज के सभागार में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए दी।

अभियान के तहत ५ जुलाई को प्राधिकृत अधिकारियों(विकास अधिकारी) द्वारा पर्यवेक्षकों को आवेदन पत्र एवं अन्य सामग्री वितरित की जायेगी। इसके उपरान्त पर्यवेक्षकों द्वारा प्रगणकों को प्रशिक्षण दिया जाकर ६ जुलाई से घर-घर आवेदन पत्र वितरण का कार्य प्रारम्भ किया जायेगा।

भरे हुए आवेदन पत्र १५ जुलाई तक प्राप्त किये जायेंगे तथा ३० जुलाई तक कम्प्यूटर एजेन्सी से जिला कलक्टर द्वारा अनुबंध कराकर कार्यादेश दिये जायेंगे। आवेदन पत्र १० अगस्त तक आवेदन पत्र कम्प्यूटर एजेन्सियों को प्राधिकृत अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराये जायेंगे तथा एजेन्सी द्वारा कम्प्यूटराइज्ड राशनकार्ड एक सितम्बर तक तैयार किये जायेंगे। इसके उपरान्त १५ अक्टूबर तक राशनकार्ड,यूनिट रजिस्टर व वितरण सूचियां तैयार की जाकर राशनकार्डों का वितरण १५ नवम्बर तक सूनिश्चित किया जायेगा।

जिला कलक्टर ने कहा कि बीपीएल की ऑनलाइन सूची से आवेदक का मिलान करने एवं पुराना राशनकार्ड देखकर ही नये राशनकार्ड के लिए आवेदन पत्र दिया जावे जिससे किसी भी प्रकार की अनियमितता होने की स्थिति नहीं बने। आवेदन भरवाते समय एकल परिवार अथवा तीन जनों से कम संख्या के प्रकरणों में विशेष रूप से ध्यान रखा जावे।

जिला कलक्टर ने कहा कि फर्जी राशनकार्ड अथवा बीपीएल दर्ज होने का सम्पूर्ण दायित्व प्रगणक का होगा। उपखण्ड अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अभियान कार्य की सतत् रूप से मॉनिटरिंग करें। उपखण्ड अधिकारी एवं विकास अधिकारी प्रगणक पंजिका की समय-समय पर स्वयं जांॅच करें और उस पर मय दिनांक हस्ताक्षर करें। जॉच का उल्लेख वे अपनी वर्कबुक में भी करेंगे जिसे कभी भी उच्च स्तरीय अधिकारियों द्वारा देखा जा सकेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि अनियमितता की स्थिति में संबंधित कार्मिक को निलम्बित करने का अधिकार भी उपखण्ड अधिकारी को होंगा।

उन्होंने कहा कि जनसंख्या अनुपात में (पॉपुलेशन राशनकार्ड रेशो) आवेदन वितरण कार्य होगा। जहां ज्यादा राशनकार्ड वितरण के प्रकरण हो वहां प्रत्येक राशनकार्ड की यूनिट के आधार पर जॉच की जाएगी।

उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान संभागियों की भ्रांतियों का निराकरण करते हुए कहा कि बीपीएल परिवार के मुखिया की मृत्यु होने की स्थिति में उसकी पत्नी अथवा बडे पुत्र के नाम कार्ड दर्ज होगा। शादी होने पर बेटी का नाम स्वत: ही कार्ड से हटा दिया जायेगा जबकि बेटे की शादी की स्थिति में उसकी पत्नी व बच्चों के नाम जोडे जा सकेंगे। इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति बीपीएल कार्ड से अलग होकर पृथक यूनिट के रूप में कार्ड बनाना चाहता है तो वह एपीएल के रूप में ही आवेदन कर सकेगा। पिता की मृत्यु की स्थिति में उसके दो बेटों में बॅटवारा होता है तो उनके दो कार्ड नहीं बनेंगे। यदि वे बीपीएल का लाभ उठाना चाहते हंै तो कार्ड बडे पुत्र के नाम रहकर दूसरे का नाम भी उसीमें दर्ज होगा। यदि छोटा पुत्र अलग कार्ड बनवाता है तो वह एपीएल के योग्य होकर बीपीएल के लाभों से वंचित रहेगा।

शुल्क एक रुपया : प्रत्येक श्रेणी के आवेदक को नया राशनकार्ड बनाने के लिए एक रुपया शुल्क देना होगा। एक रुपया चुकाकर आवेदन पत्र प्राप्त किया जा सकेगा। इसी प्रकार एपीएल उपभोक्ताओं को राशन कार्ड के लिए १० रुपये शुल्क देना होगा जबकि गैर एपीएल उपभोक्ताओं को राशन कार्ड नि:शुल्क उपलब्ध कराये जायेंगे।

सफेद गुलाबी होंगे आवेदन पत्र : नये राशनकार्ड बनाने के लिए आवेदन पत्र सफेद और गुलाबी दो रंगों में होंगे। एपीएल श्रेणी के आवेदन पत्र (प्रपत्र अ-१) सफेद रंग में तथा गैर एपीएल यथा बीपीएल, स्टेट बीपीएल, अन्त्योदय, अन्नपूर्णा एवं आस्था श्रेणी चयनित आवेदकों के आवेदन पत्र (प्रपत्र – अ-२) गुलाबी रंग में होंगे।

माता का नाम भी अंकित करना होगा : नये राशनकार्डों पर दी गई जानकारी में सदस्यों के पिता के साथ-साथ माता का नाम भी अंकित करना होगा, ऐसा प्रथम बार हो रहा है। साथ ही आवेदन प्रपत्र पर जन्मतिथि अंकित करनी होगी और यदि सही जन्मतिथि याद नहीं है तो एक जनवरी आधार मानकर वर्ष अंकित करना होगा।

आवेदन पत्र पर मुखिया का फोटो चिपकाने के साथ ही इसे प्राधिकृत अधिकारी द्वारा मय मोहर सत्यापित कराना आवश्यक होगा। आवेदक यदि किरायेदार है तो आवेदन पत्र पर मकान मालिक के हस्ताक्षर कराने होंगे। इसी प्रकार अकेले व्यक्ति का राशनकार्ड अति विशिष्ट परिस्थितियों के अलावा नहीं बनाया जा सकेगा।

क्षेत्रवार प्राधिकृत अधिकारी : नये राशनकार्ड अभियान के लिए नगर परिषद, नगरपालिका एवं ग्रामीण क्षेत्र के लिए पृथक पृथक क्षेत्रवार प्राधिकृत अधिकारी रहेंगे। जिला मुख्यालय, नगर परिषद स्तर पर जिला रसद अधिकारी , प्रवर्तन अधिकारी, निरीक्षक एवं समय समय पर सरकार द्वारा नियुक्त प्राधिकृत अधिकारी रहेंगे। जबकि ग्रामीण क्षेत्र के लिए संबंधित पंचायत समिति के विकास अधिकारी एवं नगरपालिका क्षेत्रों के लिए संबंधित अधिशाषी अधिकारी प्राधिकृत अधिकारी लगाये गये हैं।

 

पोलियो मिटाओ आन्दोलन

उदयपुर । रोटरी क्लब उदयपुर व प्रांत ३०५० द्वारा भारत में पोलियो उन्मूलन हेतु वृहद स्तर पर वर्ष २०१२-१३ में जन जागृति व पोलियो की दवाई समय-समय पर पिलाने हेतु उदयपुर जयपुर, ग्वालियर, कोटा, अहमदाबाद शहरों में पोलियो उन्मूलन हेतु होर्डिंग लगाये गए। इस क्रम में उदयपुर में कलकत्ता से विशेष तौर पर आए रोटरी अंतर्राष्ट्रीय के निदेशक रो. शेखर मेहता ने रोटरी बजाज भवन में रोटरी क्लब उदयपुर के तत्वावधान में पोलियो उन्मूलन हेतु स्थापित किये गये होर्डिंग का अनावरण किया। रो. शेखर मेहता ने बताया कि गत एक वर्ष के दौरान देश में एक भी पोलियो केस दर्ज नहीं हुआ। रोटरी अगले दो वर्षों में पोलियो मिटाने हेतु कृत संकल्प है।

आबकारी दल पर हमला

उदयपुर, किराणा दुकान पर दबिश देने आये आबकारी दल पर मालिक व उसके पुत्रों ने पत्थरबाजी कर भगा दिया। इस दौरान कांस्टेबल घायल हो गया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मंगलवार रात में गांव$डापाल निवासी लाला पुत्र रत्ता मीणा की किराणा दुकान पर शराब बिक्री करने के सूचना मिलने पर एसआई दोलारामपुत्र हरलाल ,कांस्टेबल रामचन्द्र मोके पर पहुच कर कार्यवाही की । इस दौरान विद्युत आपूर्ति बंद होने पर लाला व उसके पुत्र इशिया, भैरा तथा दोलिया पुत्र चोखा ने पत्थरबाजी कर प*रार हो गये। इस दौरान कांस्टेबल रामचन्द्र घायल हो गया। जिसका सलूम्बर चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार करा दोलाराम ने हमलावरों के खिलाप* सलूम्बर थाना पुलिस में राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने का प्रकरण दर्ज करवाया।

कॉपीराईट एक्ट में गिरप*तार: गोवर्धन विलास थाना पुलिस ने टीडी स्थिति चीनूराज मोबाईल की दुकान पर दबीश देकर ब्ल्यू पि*ल्म की ३ मेमोरी कार्ड, ५ सीडी, एक मोबाइल जब्त कर मालिक सेरा निवासी अनिल पुत्र जीवतराम अहारी को गिरप*तार किया।

तलवार बाजी में पांच घायल

उदयपुर,। शहर के समीप तीतर$डी गांव में जमीन विवाद को लेकर हुई तलवार बाजी में ५ जने घायल हो गए जिन्हें निजी चिकित्सालयों में उपचार के लिए भर्ती कराया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार बुधवार सवेरे तीतर$डी गांव में जमीन विवाद को लेकर भैरूलाल पुत्र किशनलाल सुथार रमेशचन्द्र व हेमंत पुत्र भैरूलाल, मोना पत्नी रमेश, सुशील, नरेन्द्रसिंह पुत्र हमेर सिंह ने तलवार व कूट से श्यामलाल (५५) पुत्र देवकिशन सुथार, शांतिलाल (५०) पुत्र हमेरलाल, हेमन्त(६५) देवकिशन(७५), सतिश (६०) पुत्र डालचंद सुथार निवासी तितर$डी पर हमला कर दिया। जिन्हें परिजनों ने गीतांजली एवं अमेरिकन चिकित्सालय मेंभर्ती कराया। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने तितर$डी निवासी विजय पुत्र शांतिलाल सुथार की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाप* प्रकरण दर्ज करवाया है। इस मामलें में हमलावर रमेश व उसके पिता भेरूलाल को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पूछताछ में पता चला कि भाजपा गिर्वा मण्डल महामत्री श्यामलाल का उसके चचेरे भाई रमेश दोनों परिवार के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। बुधवार सवेरे विवादित जमीन पर पत्थर डालने पर श्यामलाल ,शांतिलाल, हेमन्त, देवकिशन, सतिश मोके पर गये जहां विवाद होने पर हमलावरों ने तलवार व कूट से हमला कर दिया। इस दौरान श्यामलाल का बाया हाथ कट गया तथा शेष घायलों के शरीर पर गंभीर चोटे लगने से मोके पर गिर प$डे। जिन्हें परिजनों ने उपचार के लिए चिकित्सालय पहुचाया।

खुला घूम रहा हैं गलत तथ्यों से पासपोर्ट बनवाने का आरोपी

पुलिस ने भी किया गलत सत्यापन

पुलिस मिलीभगत से हुआ यह खेल

उदयपरु, । पासपोर्ट बनवाने के लिए एक ओर जहां आमजन लोहे के चने चबाने प$डतेे हैं वहीं पुलिस की मेहरबानी हो तो आपराधिक रिकार्ड वालों को भी तुरंत पासपोर्ट मिलजाता हैं। ऐसा ही एक मामला हाल ही उजागर हुआ है। पुलिस मामले को दबाने के लिए आरोपी का पासपार्ट अपने कब्जे ले कर स्वयं की पीठ थपथपा रही हैं।

प्रकरण के अनुसार शहर के थाना घण्टाघर क्षैत्र के पाला गणेश जी स्थान निवासी हरीश पालीवाल पुत्र मांगी लाल पालीवाल ने अपना पुराना पासपोर्ट नम्बर ए-९६५०१३८ के नवीनीकरण के लिए फाईल नम्बर जे.पी.आर.डब्ल्यु-३१२१२९-११ के तहत दिनांक०३.०५.२०११ को उदयपुर में आवेदन किया। उक्त आवेदन के आधार पर पुलिस द्वारा किए गए चरित्र सत्यापन रिपोर्ट के बाद उसे पासपोर्ट कार्यालय जयपुर द्वारा पासपोर्ट नम्बर जे-१५६४४१३ जारी कर दिया गया।

उक्त पूरे प्रकरण में जहां आवेदक हरीश पालीवाल ने आवेदन में गलत जानकारी दे कर अपराध किया वहीं दूसरी ओर पुलिस ने भी आवेदक से रसुकात निभाते हुए उसे सद् चरित्र का प्रमाण प्रमाण पत्र दे दिया,जबकि उक्त अवधि में पालीवाल के विरूद्घ शहर के घण्टाघर थाना में ही प्रकरण संख्या २१/०९ में आई.पी.सी. की धारा ३४१-३२३तथा ३५४ के अन्तर्गत चालान होने के बाद वर्तमान में भी उदयपुर न्यायालय में मामला लम्बित हैं। यह ही नहीं उक्त आरोपी के विरूद्घ सत्यापन के दौरान भी हिरणमंगरी थाना में प्रकरण संख्या १२२/११ में आई.पी.सी. की धारा ४२०-४६८ एवं ४७१ के तहत मुकदमा दर्ज हैं। इसके अतिरिक्त महिला थाना में भी प्रकरण संख्यां ४७/११ आई.पी.सी. धारा ४०६-ए तथा ४९८ के तहत मुकदमा दर्ज हैं।

इस मामले में गौरतलब है कि पालीवाल ने तो पासपोर्ट कार्यालय को आवेदन पत्र के कॉलम १७(बी)व (सी) में गलत सूचना दे कर अपराध किया ही वहीं पुलिस ने स्वयं के थाना क्षैत्र मेें प्रकरण दर्ज होने के उपरांत भी उक्त आरोपी को चरित्रवान बता कर पासपोर्ट कार्यालय को मिथ्या रिपोर्ट भेज दी।

उक्त पूरे प्रकरण में पुलिस की भूमिका संदिग्ध रही।पुलिस जहां आम आदमी की ऐसे मामलो में सत्यापन रिपोर्ट दो-दो सप्ताह दबाए रखती हैं वहीं इस व्यक्ति की रिपोर्ठ को भेजने में जल्दबाजी दिखाई। जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के निर्देश पर थाना घण्टाघर पर तैनात तत्कालीन बीट प्रभारी अनीस मोहम्मद ने जांच कार्यवाही को अंजाम दिया,जिसकी हेडमोहर्रीर मदन वर्मा ने आंख बंद कर तस्दीक कर दी तथा तत्कालीन थानाधिकारी बंशी लाल ने बिना समय गंवाए अपना ठप्पा लगाते हुए जावक क्रमांक डी-१६३२ के तहत ३१.०५.२०११ को जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय को रिपोर्ट प्रेषित कर दी। इधर एस.पी. कार्यालय से भी बिना समय गंवाए क्रमांक संख्यां प०९(३४४८)उदय/जि.वि.शा.।१०-११/४२५५ के तहत दूसरे ही दिन अर्थात ०१.०६.२०११ को ही पासपोर्ट कार्यालय,जयपुर भिजवा दिया गया।

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार यह सत्यापन रिपोर्ट उस पुलिस कर्मी ने अपने हाथों से जावक रजिस्टर में दर्ज कर पासपोर्ट कार्यालय,जयपुर भेजा उसकी ड्युटी उक्त दिनांक को एस.पी. कार्यालय में ही नहीं थी।ऐसी क्या विवशता थी कि उक्त पुलिस कर्मी ने अत्याधिक तत्परता दिखाते हुए नियमों के विपरित कार्य किया। इसकी जांच करानी चाहिए।

प्रकरण के संबंध में हास्यास्पद् बात तो यह है कि इस पासपोर्ट आवेदन के छह माह बाद ही आरोपी ने हथियार का लाइसेंस लेने आवेदन किया तो पुलिस सत्यापन रिपोर्ट मे उसी घण्टाघर थाने पालीवाल के विरूद्घ वर्ष २००९ से लम्बित मुकदमे का उल्लेख कर आपराधिक रिकार्ड की सूचना दी। इस प्रकार एक ही थाना क्षैत्र से एक ही व्यक्ति की पासपोर्ट तथा हथियार लाइसेंस आवेदन की विरोधाभासी सत्यापन रिपोर्ट स्पषत:पुलिस की मिलीभगत की ओर ईशारा करती है।

देश की सुरक्षा व्यवस्था से जु$डा यह संवेदनश्ील मामला उजागर होने पर गत १४ जून २०१२ को सी.आई.डी.(क्राइम ब्रांच) ने उदयपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक तथा उदयपुर जिला पुलिस अधीक्षक को इस संबंध में रिपोर्ट की। इसी क्रम में खुफिया विभाग ने भी एस.पी. उदयपुर तथा जयपुर मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी।

इधर पासपोर्ट कार्यालय की सूचना पर जिला पुलिस अधीक्षक ने थानाधिकारी घण्टाघर को जांच के आदेश दिए। दूसरी ओर इस संवेदनशील मामले की जानकारी मिलने पर इसे गंभीरता से लेते हुए केन्द्रीय एवं राज्य गृह सचिवालय ने भी जांच के आदेश जारी किए वहीं चीफ पासपोर्ट अधिकारी,दिल्ली ने भी मामले की रिपोर्ट तलब की। इस पर पासपोर्ट अधिकारी जयपुर ने पुलिस अधीक्षक,उदयपुर द्वारा पूर्व में भेजी गई सत्यापन रिपोर्ट एवं दस्तावेजों की प्रतियां पुलिस अधीक्षक उदयपुर को भेज कर कार्यवाही करन को कहा। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने जांच घण्टाघर थानाधिरी से वापस ले कर पुलिस उप अधीक्षक(पूर्व)अनन्त कुमार को सौंप दी।

इतनी कार्रवाई और दबाव को देखते हुए भी पुलिस आरोपी से मामले की पूछताछ भी न कर सकी जब कि दिखावे के लिए आरोपी को हिरासत में लेने के लिए पुलिस के चार जवानों को उसकी निगरानी के लिए तैनात किया गया।

पूरे प्रकरण में पुलिस की आरोपी से संलिप्तता उजागर हो जाने के उपरांत भी पुलिस ने इस मामले को हल्के में लिया तथा एक साधारण कार्रवाई की तरह गत २ जुलाई,२०१२ को घण्टाघर थाने का एक सहायक निरीक्षक पालीवाल के घर जा कर उसका पासपोर्ट अपने कब्जे में ले कर कार्रवाई का समापन कर दिया। इस प्रकरण में यह जानते हुए भी कि यह एक संवेदनशील मामला है,पुलिस की उदासीनता उसकी कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाती हैं।

अपराधों का सिलसिला जारी: पासपोर्ट जारी होने के बाद भी आरोपी के द्वारा वारदातों का सिलसिला जारी रहा जिसके तहत थाना गोवर्धन विलास में प्रकरण संख्या ६३/१२ के तहत न्यायालय में चालान हो चुका है तथा वर्तमान में शहर के सूरजपोल थाना में आई.टी.एक्ट के तहत प्रकरण संख्या ७३/१३ में मुकदमा दर्ज है।

यह है मामले के मुख्य दोषी: आरोपी हरीश पालीवाल इस मामले में मुख्यत:मिथ्या जानकारी देने का दोषी है। दूसरी ओर सत्यापन रिपोर्ट देने वाले थानाधिकारी सहित तीनों पुलिस कर्मी भी इस मामले में दोषी हैं जिनके विरूद्घ विभाग को कार्यवाही करनी चाहिए।

यह है प्रावधान: ऐसे मामलों में पासपोर्ट एक्ट १९६७ के अन्तर्गत आई.पी.सी. की धारा ४२० तथा ४७१ में प्रकरण दर्ज हो कर दो वर्ष का कारावास एवं ५० हजार रूप्ये तक जुर्माना का प्रावधान हैं।

पूर्व में इस प्रकार के प्रकरण में यह हुआ था: अक्टूबर २००९ में सी.आई.डी जोन उदयपुर की रिपोर्ट पर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक संजीव नार्जरी ने आरोपी राजेश खरा$डी पिता नरेन्द्र खरा$डी निवासी खैरवा$डा के विरूद्घ पासपोर्ट आवेदन मे गलत जानकारी देने पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। इस प्रकरण में गलत तथ्यों के आधार पर पासपोर्ट हथियाकर भी आरोपी कानून की पक$ड से दूर खुला घूम रहा है और पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है।

इनका कहना है:

आरोपी का पासपोर्ट जप्त कर लिया गया है। अब जो भी कानून के अनुसार कार्यवाही होगी उसके विरूद्घ की जायेगी।

– हरिप्रसाद शर्मा

जिला पुलिस अधीक्षक

भावी शिक्षकों को जूझना पडा परेशानियों से

तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती काउंसिलिंग का मामला

शौचालयों पर भी लगे थे ताले

उदयपुर, तृतीय श्रेणी अध्यापक की भर्ती के लिए जिला परिषद काउन्सलिंग की गयी जिले भर से आये सैक$डों अभ्यार्थियों को काप*ी परेशानियों का सामना करना पडा ।

जिला परिषद और कलेक्ट्री परिसर में सुबह से ही सैकडों अभ्यार्थियों और परिजनों की भीड लगी थी। तृतीय श्रेणी अध्यापक की काउन्सलिंग जिला परिषद में हुई इसके लिए जिले भर से सभी वर्ग के अभ्यर्थी पहुंच गये अभ्यर्थियों की संख्या करीब १४०० के लगभग थी। महिला अभ्यर्थियों के साथ उनके परिजन भी थे। कलेक्ट्री और जिला परिषद में देर शाम तक भी$ड रही। काउन्सङ्क्षलग के दौरान अभ्यर्थी को काप*ी परेशानियों का सामना करना पडा। जिला परिसर में बेठने की पर्याप्त जगह नहीं थी तपती उमस में अभ्यर्थी हाल बेहाल थे कई महिलाएं तो गर्मी से इतनी बेहाल थी की उनका नम्बर कब आ कर चला गया पता नहीं चला माईक की सही व्यवस्था नहीं थी। गर्मी को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर पानी की व्यवस्था करनी चाहिए वो भी नहीं की। अभ्यर्थी पानी के लिए भी इधर उधर भटकते दिखे। अभ्यार्थियों में अव्यवस्थाओं को लेकर भारी रोष था । उनका कहना था कि हर जिले मे काउन्सलिंग अलग-अलग वर्ग की अलग अलग दिन हुई है और यहां पर सभी वर्ग को एक साथ बुला लिया।

जिला परिषद सभागार में काउन्सलिंग प्रक्रिया में १० काउन्टर लगाये गये थे तथा जिला प्रमुख व जिला परिषद के मुख्य कार्यकोरी अधिकारी अबरार अहमद मौजुद थे।

तेज गर्मी और उमस में महिलाओं के हाल बुरे थे उस पर जिला कलेक्ट्री परिसर में बने शौचालय एसपी ऑप*ीस के पास ओर जिला परिषद के पिछे वाले महिला शौचालय में ताला लगा हुआ था। किसी ने भी महिला अभ्यर्थियों की पी$डा नहीं समझी और शाम तक ताले नहीं खुले।

मात्र 100 रूपयें प्रीमियम पर 4 लाख का दुर्घटना बीमा

उदयपुर, भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपने पुराने व नये ग्राहकों के लिये एक नवीन योजना लेकर आया है जिसकी शुरूआत गत माह १ जून से पूरे देश में हो चुकी है। इस योजनान्तर्गत जंहा पुराने बचत खाताधारक मात्र एक सौ रूपयें जमा करवाकर या अपने खाते में से एक सौ रूपयें कटवानें का आवेदन कर ४ लाख का दुर्घटना बीमा योजना के ग्राहक बन सकेंगे वहीं नये ग्राहक खाता खुलवाकर इसके भागीदार बन सकेंगे। अब तक इस योजना का उदयपुर में २५० से अधिक ग्राहकों ने लाभ ले लिया है।

क्षेत्रीय शाखा कार्यालय के सहायक महाप्रबन्धक दीनदयाल चौहान ने बताया कि यह योजना उदयपुर सहित विभिन्न संभागों के उदयपुर, भीलवाडा, राजसमन्द, चित्तौडगढ, डूंगरपुर, पाली एंव बांसवाडा जिलों में लागू हो चुकी है। उन्होनें बताया कि अपनी तरह की यह सबसे सस्ती पॉलिसी है जिसका लाभ ग्राहकों को मिलेगा। इसके अन्तर्गत बचत खाताधारक की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तो उसके उत्तराधिकारी या आश्रित को बीमे की ४ लाख रूपयें की राशि बैंक की ओर से प्रदान की जायेगी।

हाईवे की होटल पर नाबालिग के साथ बलात्कार

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देह व्यापार जिला मुख्यालय सहित हाईवे पर पसार रहा है पेर

डूंगरपुर, सदर थाना न्तर्गत मोतली मोड पर स्थित एक होटल में २९ तारीख की रात्रि को एक नाबालिग पू*ल के साथ बलात्कार करने का प्रकरण सामने आया है।

सदर थाना प्रभारी गुलाबसिंह कटारा ने बताया कि कण्डूला निवासी दिनेश पुत्र शंकरलाल उसी गांव के रणछोड की पुत्री को अपनी मोटरसाइकिल पर बैठा कर २९ तारीख को बिछीवाडा गया जहां से लोटकर मोतली मोड के निकट एक होटल में ठहरा। तथा उसके साथ धोखे में रखकर बलात्कार कर किशोरी को अकेला छोड कर भाग छूटा। प्रार्थिया की रिपोर्ट के आधार पर अभियुक्त के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।

उल्लेखनीय है कि शहर के विभिन्न होटलों, हाईवे पर शिशोद, आमझरा, बरोठी, सहित पूरे मार्ग पर स्थित होटले देह व्यापार पूरे यौवन है। लेकिन इस ओर पुलिस और होटल मालिकों की मिलीभगत के चलते कभी कोई कार्यवाही नहीं होती। जिसके चलते यह देह व्यापार इस क्षेत्र में चरम सीमा है। यही नहीं बडी होटलों में तो विभिन्न राज्यों से भी कॉल गर्ल इस जिले में आने लग गई है। और इनके साथ साथ कई अपराधिक तत्व भी अपने ठिकाने बनाने में लगे हुए है। जिसके माध्यम से कई प्रकार के कारोबार संचालित हो रहे है।

 

तेज गर्मी के चलते स्कूलों में 8 जुलाई तक छुट्टी

उदयपुर , राज्य में तेज गर्मी के चलते राज्य सरकार के आदेश पर जिला कलेक्टर हेमंत गेरा ने सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में ८ जुलाई तक छुट्टी की घोषणा की है ।

शिक्षक सहित अन्य कर्मियों को आना होगा ड्यूटी पर, प्रवेशोत्सव कार्यक्रमों में होंगे बदलाव।

राज्य में भीषण गर्मी के कारण जयपुर जिले में अब स्कूल 9 जुलाई से खुलेंगे। जिला प्रशासन ने तेज गर्मी व लू के मद्देनजर स्कूल प्रशासन को ये निर्देश जारी किए हैं। राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी कलेक्टर को अपने जिलों की स्थिति देखते हुए स्कूलों में छुट्टियों के लिए अधिकृत कर दिया है। छुट्टियों के दौरान शिक्षक सहित अन्य कर्मचारियों को ड्यूटी पर आना अनिवार्य होगा।