चचेरी बहन से बलात्कार, आरोपी गिरफ्तार…

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img1130910022_1_1मेरठ। शराब के नशे में एक युवक ने अपनी ही चचेरी बहन के साथ बलात्कार किया। बच्ची के पिता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

 

पुलिस के अनुसार शेरगढ़ी निवासी आठ वर्षीय बच्ची के साथ उसी के चेचेरे भाई रवि (22) ने सोमवार को शराब के नशे में दुष्कर्म किया। घटना के समय पीड़ित बच्ची के माता-पिता कहीं काम पर गए हुए थे। शाम को दोंनो घर लौट कर आए तो पीड़ित बदहवास हालत में चारपाई पर पड़ी मिली।

 

पीड़ित बच्ची की आपबीती सुनने के बाद उन्होंने पुलिस को सूचना देते हुए आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म की तहरीर दी। पुलिस ने पीड़ित बच्ची का मेडिकल कराया गया है।

दिल्ली गैंगरेप: अभियुक्त अदालत में, फ़ैसला कुछ ही घंटों में

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130910031636_gang_rape_afp_624x351_afp130910060242_delhi_gangrape_verdict_today_624x351_afpपिछले साल दिल्ली में चलती बस में हुए गैंगरेप के मामले में अदालत कुछ घंटे में फ़ैसला सुनाने वाली है. आज चार अभियुक्तों के मामले में अहम फ़ैसला आना है. भारी सुरक्षा के बीच चारों आरोपी कोर्ट परिसर में पहुंच चुके हैं.

अगर आरोप साबित हुए, तो आरोपियों को मौत की सज़ा तक सुनाई जा सकती है.

इस मामले में एक नाबालिग़ दोषी को तीन साल की सज़ा पहले ही सुनाई जा चुकी है. एक अभियुक्त की सुनवाई के दौरान जेल में ही मौत हो चुकी है.

यह मामला पिछले साल 16 दिसंबर का है, जब राजधानी दिल्ली में 23 साल की एक छात्रा और उसके साथी पर चलती बस में हमला किया गया था. युवती से कुछ लोगों ने सामूहिक बलात्कार कर दोनों को सड़क पर फेंक दिया था.

पुलिस ने इसके बाद बस ड्राइवर समेत पांच अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया. इसके अलावा एक नाबालिग़ युवक को भी पकड़ा गया, जिस पर सबसे ज़्यादा क्रूरता बरतने के आरोप थे.

युवती को दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया, पर उसकी हालत बिगड़ती गई. लोगों के विरोध के बीच उसे सिंगापुर के अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया.

मगर वहां भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ और 29 दिसंबर को गैंगरेप की शिकार इस छात्रा की मौत हो गई थी.

फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट

130910062557_delhi_gangrape_verdict_today_people_watching_624x351_apदिल्ली में मंगलवार को साकेत कोर्ट परिसर के बाहर काफ़ी भीड़ थी. लोगों को उत्सुकता थी कि अदालत क्या फ़ैसला करने वाली है.

इस दौरान दिल्ली समेत पूरे देश में जमकर प्रदर्शन हुए और समाज के अलग-अलग तबकों से बलात्कार के ख़िलाफ़ कड़े क़ानून बनाने की मांग उठी थी.

23 दिसंबर को दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद इस मामले की सुनवाई और जल्द निपटारे के लिए फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट बनाया गया. इस साल तीन जनवरी को पांच अभियुक्तों के ख़िलाफ़ पुलिस ने 33 पेज की चार्जशीट दायर की. 21 जनवरी 2013 को कैमरे की निगरानी में पांच अभियुक्तों के ख़िलाफ़ केस की सुनवाई शुरू हुई.

नाबालिग़ अभियुक्त की सुनवाई कर रहे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने 28 जनवरी को अपने अहम फ़ैसले में उसे नाबालिग़ घोषित कर दिया. दो फ़रवरी को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट ने पांच अभियुक्तों के ख़िलाफ़ आरोप तय कर दिए.

 

जेल में मौत

केस की कार्यवाही चल ही रही थी कि 11 मार्च को एक अभियुक्त राम सिंह तिहाड़ जेल की बैरक में मृत पाए गए. जेल प्रशासन के मुताबिक़ उन्होंने ख़ुदकुशी की थी जबकि उनके परिवार का आरोप था कि उनकी हत्या की गई थी.

इसके बाद 31 अगस्त को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने नाबालिग़ को छात्रा से बलात्कार और हत्या का दोषी पाते हुए उसे तीन साल की सज़ा सुनाई.

130910060706_delhi_gangrape_verdict_today_protests_624x351_apदिल्ली समेत पूरे देश में गैंगरेप के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हुए और समाज के अलग-अलग तबकों से बलात्कार के ख़िलाफ़ कड़े क़ानून बनाने की मांग उठी थी. (फ़ाइल फ़ोटो)

उधर, तीन सितंबर को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में भी अभियुक्तों के ख़िलाफ़ सुनवाई ख़त्म हो गई. फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में कुल 130 बैठकों में मामले की सुनवाई पूरी हुई और सौ से ज़्यादा गवाहों की गवाहियां दर्ज की गईं.

 

वर्मा कमेटी

इस बीच सरकार ने लोगों की पुरज़ोर मांग के बाद बलात्कार के क़ानूनों में बदलाव के लिए देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जेएस वर्मा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया. जस्टिस वर्मा कमेटी को देश भर से 80 हज़ार सिफारिशें मिली.

कमेटी ने दुनिया भर के उदाहरणों को ध्यान में रखते हुए इस पर गहराई से विचार किया. जस्टिस वर्मा ने 29 दिनों में सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी.

इस रिपोर्ट में बलात्कार के लिए फ़ांसी की सज़ा की मांग को ठुकरा दिया गया था.

हालांकि कमेटी ने बलात्कार और महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा के दायरे और उसके पैमाने को लेकर कड़े क़ानून बनाने की अनुशंसा की.

इसके बाद संसद ने बलात्कारियों के लिए मृत्यु दंड सहित कड़ी से कड़ी सज़ा के प्रावधान वाले नया विधेयक पास किया.

सो. बी बी सी

 

पिछोला झील में कुदी युवती को लोगो ने बचाया

udaipur_090913_dsc_0248उदयपुर पीछोला झील में सोमवार रात करीब 10.30 बजे एक युवती कूदी। वहां खड़े युवक ने कूदकर उसे निकाला और अन्य लोगों की मदद से अस्पताल पहुंचाया।

udaipur_090913_dsc_0250क्षेत्रवासियों ने बताया कि केलवाड़ा निवासी भावना पुत्री गोविंद बायती गणगौर घाट के किनारे काफी देर से खड़ी थी। अचानक पानी में कूद जाने से आई आवाज पर लोगों की उसकी तरफ नजर गई। घाट पर ही मौजूद जयेश कोटिया युवती को बचाने के लिए पानी में कूदा। पानी से निकालने के बाद इन्होंने 108 एंबुलेंस को फोन किया। 15 मिनट तक एम्बुलेंस के नहीं आने पर वहां मौजूद जयेश कोटिया, प्रतीक नागर, प्रतीक नागर, शुभम नागर, विक्रम पांडे, चेतन सोनी और गोपाल नागर टेम्पो से बेहोश युवती को अस्पताल लेकर गए।

पुलिस ने बताया कि भावना दो महीने पहले केलवाड़ा के ही अर्जुन सिंह पुत्र शंभू सिंह के साथ अहमदाबाद चली गई थी। इसके बाद भावना की मां ने केलवाड़ा में इसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। रविवार को ही पुलिस युवती को अहमदाबाद से लेकर आई और बयान लेकर मां के सुपुर्द किया। घटना से नाराज भावना सोमवार को मौका देखकर फिर घर से निकल गई। आत्महत्या करने की नीयत से वह झील में कूदी थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि युवती के साथ एक महिला और एक पुरुष खड़े थे, जो घटना के बाद गायब हो गए। पुलिस इस बात की तफ्तीश कर रही है कि वे महिला-पुरुष थे कौन।

बेटी पैदा होते ही जिन्दा दफ़न करदी

9939_11उदयपुर/प्रतापगढ़. वो बेटी थी। या मां की कोई और मजबूरी थी। 24 घंटे भी नहीं हुए थे दुनिया में आए। लेकिन मानवता के दुश्मनों ने दुधमुंही को जिंदा जमीन में गाड़ दिया। निर्ममता की यह घटना प्रतापगढ़ के अचनेरा क्षेत्र स्थित बडग़ांव कला गांव की है। ग्रामीण सोहनलाल मीणा ने रविवार सुबह 11:30 बजे खेत में बच्ची के रोने की आवाज सुनी। वहां पहुंचे तो देखा उसकी सांसें चल रही थीं। सिर जमीन के बाहर था और धड़ मिट्टी व घास में दबा था। ऊपर कीड़े रेंग रहे थे।

सोहन ने अन्य ग्रामीणों को बुलाया। बच्ची को अचनेरा पीएचसी पहुंचाया। डॉ. विष्णु शर्मा ने आधे घंटे तक मासूम को बचाने की कोशिश की, लेकिन बचा नहीं सके। डॉ. शर्मा के मुताबिक बच्ची का जन्म शनिवार रात करीब आठ से नौ बजे के बीच हुआ था। उसे रात में ही गाड़ा गया था। बच्ची किसकी है। यह अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम के बाद शव को दफना दिया है।

दूसरे दिन मामले को स्थानीय पुलिस ने छानबीर तेज कर दी है। एएसपी गोवर्द्धन राम सांकरिया ने बताया कि गांव में सभी लोगों से इस बारे में पूछताछ की जा रही है। बच्ची किसकी है, इसका पता लगाया जा रहा है। इसके साथ ही गांव की सभी नई प्रसुताओं से भी जानकारी ली ली जा रही है।

1540_3एंबुलेंस समय पर आती तो बच सकती थी जान

सोहन लाल और ग्रामीणों ने बच्ची के गड़े होने की सूचना पुलिस को दी। फिर उसे अस्पताल ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस को फोन किया गया। लेकिन एंबुलेंस एक घंटे देरी से पहुंची। बच्ची को अचनेरा पीएचसी ले जाया गया, जहां डॉ. विष्णु शर्मा ने इलाज किया। उपचार शुरू करने के आधे घंटे बाद ही मौत हो गई।

ग्रामीणों ने बताया कि एंबुलेंस समय पर पहुंच जाती तो बच्ची की जान बचाई जा सकती थी। डॉ. शर्मा ने बताया कि अस्पताल लाने तक नवजात जिंदा थी। बिना कटी नाल होने से उसके शरीर में जहर फैल गया था।

 

RNT मेडिकल कोलेज में खेलों का मेडीकोलाम्पिक

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उदयपुर। आरएनटी मेडिकल कोलेज में चार दिवसीय अंतर महाविद्यालय मेडीकोलाम्पिक का आयोजन किया जा रहा है| जिसमे विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं 9 से 12 सितम्बर के बिच आयोजित की जायेगी।
सोमवार को प्रतियोगिताएं का शुभारम्भ लक्ष्य राज सिंह मेवाड़ और आर एन टी मेडिकल कोलेज के प्रिंसिपल डॉ एस के कोशिक ने किया ।
आरएनटी मेडिकल कोलेज के छात्र अध्यक्ष ब्रजेश धाकड़ ने बताया की चार दिन तक चलने वाली खेल प्रतियोगिताएं में फुट बॉल बोली बॉल , बास्केट बॉल , क्रिकेट , और इनडोर में केरम, शतरंज , बेटमिन्टन, टेबल टेनिस, होंगी सुबह 9 से 4 बजे तक प्रतियोगिताएं चलेगी जिसमे आर एन टी मेडिकल कोलेज के छात्र भाग लेगें ।
आज हुए वोली बॉल के मेच में ०९ बेच ने रेंडोम स्पाइक को २५-११, २५-१० से हराया

पुलिस की करतूत से युवक की दर्दनाक मौत

_DSC0153उदयपुर। कोर्ट चौराहा पर बीती रात साढ़े आठ बजे काम कर लौट रहे दो युवक लाल लाइट में चौराहा क्रोस करने लगे। इसी दौरान ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के एक जवान ने उनको डंडा मारा। बाइक का संतुलन बिगड़ा और वो डिवाइडर के जा टकराई। इस हादसे में बाइक सवार एक युवक का लीवर फट गया और पेशाब की जगह गंभीर चोट आईं। पुलिसकर्मी वहां से फरार हो गया। घायल को उसके साथी उठाकर अस्पताल ले गए, जहां आईसीयू में भर्ती किया गया। देर रात एक बजे ऑपरेशन शुरू हुआ, जो तीन बजे तक चला, लेकिन अंतत: मौत जीत गई और युवक की जिदंगी हार गई।

_DSC0136सूत्रों के अनुसार पहाड़ा निवासी शौकिन (१८) पुत्र अनवर शाह, सैफ अली (१८) पुत्र मोहम्मद अली और उसके दो अन्य साथी हाथीपोल स्थित लोहाबाजार से काम करके घर लौट रहे थे। रात साढ़े आठ बजे कोर्ट चौराहे पर हरी लाइट के दौरान ये बाइक लेकर निकलने लगे, लेकिन अचानक लाल लाइट जल गई। इस पर ट्रैफिक के जवान ने शौकिन पर डंडे से प्रहार किया। डंडा शौकिन के हाथ पर लगा। बाइक का संतुलन बिगड़ गया और बाइक डिवाइडर से जा टकराई। शौकिन का लीवर फट गया और पेशाब की जगह पर जोरदार अंदरूनी चोट आई। इस घटना के बाद ट्रैफिक पुलिस का जवान वहां से फरार हो गया। शौकिन के साथी उसे अस्पताल ले गए, जहां रात एक बजे उसका ऑपरेशन शुरू हुआ, जो सुबह तीन बजे तक चलता रहा, लेकिन बाद में उसकी मौत हो गई। शौकिन परिवार में कमाने वाला इकलौता युवक है। उसके दो छोटे भाई है।

_DSC0159समुदाय में आक्रोश

इस घटना की जानकारी मिलते ही समुदाय के लोग आज सुबह से अस्पताल में जमा होना शुरू हो गए हैं। शौकिन का पोस्टमार्टम कर दिया गया है, लेकिन परिवार और समुदाय के लोगों ने शव उठाने से इनकार कर दिया है। इन लोगों की मांग है कि ट्रैफिक जवान के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए। परिवार को पांच लाख का मुआवजा दिया जाए और सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाए। मुर्दाघर के बाहर शौकिन के परिजनों के साथ ही भाजपा के फारुक हुसैन मुस्लिम महासभा के युनूस शेख, आरके सिद्दकी, मोहम्मद हाजी बक्क्ष, अख्तर अली आदि लोग मौजूद थे , जिनसे पुलिस अधिकारी समझाइश कर शव को परिजनों को सोंपा । मुर्दाघर के बाहर एडीएम सिटी यासीन पठान, एएसपी ग्रामीण सुधीर जोशी, हाथीपोल थानाधिकारी नरपतसिंह, भूपालपुरा सीआई ज्ञानेंद्रसिंह सहित शहर के थानाधिकारी मौके पर मौजूद हैं।

प्रशासनिक अधिकारियों जिला प्रशासन के तरफ से ५० हज़ार रूपये तथा ५० हज़ार रूपये मुख्यमंत्री सहायता कोष से देने की घोषणा की इसके साथ ही भाजपा के फारुख हुसैन ने ५० हज़ार रूपये और मुस्लिम महासभा के युनुस शैख़ ने ५० हज़ार रूपये देने की घोषणा की |

 

:मृतक के परिजनों से रिपोर्ट ली जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल अज्ञात टै्रैफिक पुलिस के जवान के खिलाफ धारा ३०४ के तहत प्रकरण दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।

-सुधीर जोशी, एएसपी ग्रामीण

रेजिडेंट के अध्यक्ष उतरे अब थानेदारी पर, और अपनी ही साथी का कर रहे है विरोध

उदयपुर। आरएनटी मेडिकल कॉलेज के बाल अस्पताल के आईसीयू में रेजिडेंट महिला डॉक्टर को विभाग के एचओडी द्वारा अश्लील टिप्पणी करने का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है। कॉलेज प्रचार्य द्वारा बनाई कमेटी में एचओडी को जैसे ही क्लीन चिट मिली, वैसे ही रेजिडेंट डॉक्टरों के अध्यक्ष अपने ईगो और एचओडी के बचाव में थानेदारी पर उतर आए है। वे एचओडी को बचाने के लिए रिपोर्ट को बिना किसी अधिकार के सार्वजनिक कर रहे हैं। शनिवार शाम को कप्तानसिंह ने प्रेस वार्ता आयोजित कर मीडिया के सामने रिपोर्ट पेश की।

रेजिडेंट डॉक्टर एसोशिएसन के अध्यक्ष डॉ. कप्तानसिंह पीडि़त रेजिडेंट डॉ. विभा चौधरी का विरोध इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि विभा चौधरी पहले एसोशिएसन के पास नहीं गई और सब जगह शिकायत कर दी। इसी इगो के चलते कप्तानसिंह ने प्राचार्य एसके कौशिक द्वारा बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट आते ही उसको लेकर मीडिया के सामने आ गए। डॉ. गोयल को क्लीन चिट और डॉ. विभा को दोषी एवं किसी से प्रेरित होकर ऐसा आरोप लगाना बताया है।

कमेटी ने की खानापूर्ति:

आरएनटी के प्रचार्य द्वारा बनाई गई कमेटी में डॉ एके खरे, डॉ. सुनीता महेश्वरी व डॉ. रेखा भटनागर ने रिपोर्ट में डॉ. गोयल को क्लीनचिट देते हुए कहा कि रेजिडेंट डॉ. विभा चौधरी द्वारा लगाए गए आरोप साबित नहीं होते हैं। सीडी में भी कांट-छांट की गई है। इधर, महिला आयोग के निर्देश पर जिला कलेक्टर द्वारा बनाई गई स्वतंत्र कमेटी की रिपोर्ट आना बाकी है।

विवियन डिसेना के साथ काम करने के लिए जीवन में एक बार मिलने वाला मौका

RK - Madhubalaसपने सच करने के इसी लक्ष्य के साथ कलर्स का प्रसिद्ध धारावाहिक मधुबाला – एक ईश्क एक जुनून ब्रैंड न्यू पहल शुरू कर रहा है जिसमें इच्छुक और आकांक्षी स्टार्स की खोज की जा रही है।

फिलहाल मधुबाला – एक ईश्क एक जुनून में कहानी उस मोड पर आ गई है जहां सुपरस्टार आरके (विवियन डिसेना) पर गैरपेशेवर व्यवहार के कारण प्रोड्यूसर गिल्ड ने प्रतिबंध लगा दिया है और इस बीच सभी प्रोड्यूसर उसे काम देने से मना कर देते हैं। गुस्से में आरके अपने वेंचर के लिए नए चेहरों के साथ अपनी फिल्म बनाने का फैसला करता है। बिलकुल नए चेहरे के लिए धारावाहिक में ऑडिशन लेने और देशभर से एंट्री मंगाने के लिए इच्छुक अभिनेताओं को उत्साहित किया जा रहा है। नए चेहरों में से जो सुपर स्टार आरके को सबसे अधिक प्रभावित करेगी उसे उनके साथ काम करने और आरके की क्लासिक हीरोइन बनने का मौका मिलेगा।

प्रतियोगी अपनी ऑडिशन क्लिप्स के साथ अपना ब्योरा – नाम, आयु, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल और फोटो 11 सितंबर, 2013 से पहले तांनकपजपवदे/हउंपसण्बवउ पर ईमेल कर सकती हैं। एक भाग्यशाली विजेता को स्टार शो में आरके की आने वाली फिल्म में उनकी हीरोइन के रूप में काम करने का मौका मिलेगा। विजेता के नाम की घोषणा शीघ्र ही सितंबर, 2013 में की जाएगी। कंटेस्ट का प्रोमो 4 सितंबर, 2013 से प्रसारित किया जा रहा है।

बार एसोसिएशन का आन्दोलन जारी

उदयपुर । हाई कोर्ट बेंच की मांग को लेकर बार एसोसिएशन द्वारा न्यायक कार्यों का बहिष्कार जारी है । तथा मुख्यमंत्री की उदयपुर प्रवास के दौरान कार्यक्रमों के दौरान कलेझंडे बताने का निर्णय किया गया है साथ ही ११ सितम्बर को कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गाँधी से मुलाक़ात के लिए कलेक्टर से अनुमति मांगी गयी है ।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भारत जोशी ने बताया की सोमवार को भी अधिवक्ताओं ने पूर्ण न्यायिक कार्यवाहियांे का बहिष्कार किया।

आंदोलन के अगले चरण में कल दिनांक १० सितम्बर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सदबुद्वी देने हेतु न्यायालय परिसर में सदबुद्वी यज्ञ का आयोजन किया जायेगा, साथ ही मुख्यमंत्री के उदयपुर में प्रवास के दौरान उनको काले झण्डे दिखाकर विरोध किया जायेगा।

बार एसोसिएशन उदयपुर की ओर से एक प्रतिनिधि मण्डल जिला कलेक्टर, उदयपुर से राहुल गांधी की प्रस्तावित सलुम्बर यात्रा के दौरान मिलने के संबंध में मेवाड-वागड हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति के संयोजक रमेश नंदवाना, महासचिव शांतिलाल पामेचा, बार एसोसिएशन उदयपुर के अध्यक्ष भरत कुमार जोशी, उपाध्यक्ष मंजूर हुसैन शेख, सचिव अंकुर टांक, प्रवीण खण्डेलवाल, अनुराग शर्मा, हेमन्त जोशी मिले ।

हड़ताल के दौरान राजेन्द्र सिंह हिरन और मंजू चौहान द्वारा हड़ताल के दौरान राज समंद कोर्ट में पैरवी करने पर दोनों अधिवक्ताओं को बार एसोसिएशन की सदस्यता से निलंबित करदिया गया है ।

राहुल की सभा को सफल बनाने में जुटी सरकार

6917_rahul-gandhiउदयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की 11 सितम्बर को सलूंबर में होने वाली आमसभा की तैयारियां पार्टी और प्रशासन युद्धस्तर पर चला रहे हैं। सरकार का प्रशासनिक अमला पूरी तरह से मुस्तैद और चॉक चौबंद है। पार्टी का हर छोटा-बड़ा पदाधिकारी और नेता सभा को पूरी तरह सफल बनाने की जुगत में लगा हुआ है। सलूंबर में आमसभा का विशाल पंडाल तैयार किया जा रहा है, जिसमें दो लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। सभास्थल पर तैयारी का जायजा लेने के लिए संभाग के सभी मंत्री, महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, दया राम परमार, सांसद रघुवीर मीणा दिन-रात दौरा कर रहे हंै। प्रशासनिक अधिकारी भी तैयारी पर पूरी नजऱ बनाए हुए हंै। जिला कलेक्टर आशुतोष पेढणेकर और एसपी महेश गोयल ने भी सलूंबर का दौरा करके तैयारियों का जायजा लिया है।

विधानसभा चुनाव प्रचार का शंख नाद:

माना जा रहा है कि 11 सितम्बर को राहुल गांधी की सभा के साथ ही राज्य में विधानसभा चुनाव प्रचार का शंखनाद किया जाएगा और इसीलिए सभा को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए बूथ लेवल तक का कार्यकर्ता इसकी तैयारी में जुटा हुआ है। शहर कांग्रेस प्रवक्ता फिरोज अहमद शेख ने बताया कि शहर से हजारों की संख्या में कार्यकर्ता सलूंबर पहुंचेंगे, जिसकी व्यवस्था पूरी कर ली गई है। कार्यकर्ताओं को सलूंबर पहुंचाने के लिए वाहनों की हर जगह से व्यवस्था की गई है। देहात जिला प्रवक्ता हेमेंद्र श्रीमाली ने बताया की आठ विधानसभा क्षेत्रों से एक लाख लोगों के पहुंचने की संभावना है। हर क्षेत्र के पदाधिकारियों को कार्यकर्ताओं को ले जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आज रात तक गांव-गांव, कस्बे-कस्बे में राहुल गांधी की सभा के पोस्टर लग जाएंगे।

अधिकारियों का डेरा:

उदयपुर शहर और सलूंबर में राहुल गांधी की सभा के लिए राज्य के कई विभागों के अधिकारी डेरा डाले हुए हैं। सभी अधिकारी सभा को सफल बनाने की तैयारी में अपनी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हंै। राज्य आरटीओ के बड़े अधिकारी भी यहां पिछले दिनों से आए हुए हैं, जिन्होंने संभाग में हर जगह बसें भेजने की पूरी जिम्मेदारी संभाल रखी है। बसे संभाग से ही नहीं बल्कि राज्य के कई हिस्सों स मंगाई गई है।

वकील विरोध में:

हाईकोर्ट बैंच की मांग को लेकर अधिवक्ता मुख्यमंत्री के विरोध में उतरे हुए है। संभाग में हर जगह मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के विरोध का निर्णय किया गया है। गौरतलब है कि अधिवक्ताओं ने पहले ही 11 सितम्बर तक न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर रखा है। कलेक्टर को पत्र लिख कर पांच अधिवक्ताओं से राहुल गांधी से मिलने की अनुमति भी मांगी है। सूत्रों के अनुसार अगर अनुमति नहीं मिली तो तब भी अधिवक्ता राहुल की सभा में पहुंचेंगे और विरोध करेंगे। हालांकि इस बात का कोई खुलासा नहीं कर रहा है, लेकिन फिर भी पुलिस प्रशासन इस बात को लेकर सतर्क है कि राहुल गांधी की सभा में कोई भी अप्रिय घटना नहीं हो जाए।