सडक हादसे में पिता-पुत्र की मृत्यु

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उदयपुर, सुखेर थाना क्षेत्र में ट्रोले ने बाइक को चपेट में ले लिया । हादसे में पिता-पुत्र की मृत्यु हो गई तथा पत्नी घायल हो गई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार रविवार अपरान्ह सुखेर लक्ष्मणवाडी के समीप ट्रोले ने बाईक को चपेट में ले लिया। हादसे में सिंहाड थाना कुराबड निवासी होशियार सिंह (३०) पुत्र किशन सिंह राजपूत व उसके पुत्र विक्रम सिंह (३) की मौके पर मृत्यु हो गई तथा पत्नी पुनम कुंवर (२१) गंभीर घायल हो गई। हादसे को देख चालक ट्रोला छोड प*रार हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौक पर पहुंच मृतको के शव को एम बी चिकित्सालय मोचेरी मे रखवाया तथा घायल को उपचार के लिए भर्ती कराया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। पूछताछ में पता चला कि होशियार सिंह अपने ससुराल बडी आयाथा लौटते समय उद्योग विहार की तरफ से आ रहे ट्रोले ने बाइक को चपेट में ले लिया।

विदेशी महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु

उदयपुर, होटल ट्राइडेण्ट में ठहरी फ़्रांसिसी महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई।

पुलिस सूत्रो के अनुसार रविवार सवेरे होटल ट्राइडेण्ट की लॉबी में नाश्ता करते समय निचे गिरने पर फ़्रांसिसी महिला अल बोइस इटिगा यूरिको (६१) को होटल कर्मी नजदीकी अरावली चिकित्सालय उपचार के लिए ले गये। जहां से उसे रेफर करने पर एमबी चिकित्सालय लेकर पहुंचे तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस पर पुलिस ने मृतका का शव मोचेरी में रखवा होटल फ्रंट ऑफीसर मैनेजर मेथोडिस्ट कालोनी बेग पेंट हैदराबाद निवासी रोहन टूरिचेरिया पुत्र टूचीचोरिया की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर परिजनों को सूचना दी। जिनके आने पर उसका पोस्टमार्टम होगा। पूछताछ में पता चला कि फ़्रांसिसी महिला सेटग्रुप के साथ २ नवम्बर को होटल आई थी रविवार को सवेरे बुंदी जाने से पहले लॉबी में नाश्ता करने आई थी। इस दौरान अचानक निचे गिरने पर होटल कर्मी उसे चिकित्सालय उपचार के लिए ले गए।

एश्वर्या में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यषाला सम्पन्न

उदयपुर मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आई. वी. त्रिवेदी ने कहा कि इन कार्यशालाओं की सार्थकता तभी है जब प्रतिभागी कार्यशाला में हुए ज्ञान के आदान-प्रदान को अपने जीवन में भी उतारते हुए इसका आदान-प्रदान करें। प्रो. त्रिवेदी ऐश्वर्या कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला ‘‘व्यापार एवं सूचना प्रोद्योगिकी के लिए सफलता के मंत्र’’ विषयक के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।

इस अवसर पर ऐश्वर्या रिसर्च कम्यूनीकेशन जनरल ‘‘फोकस’’ त्रैमासिक शोध पत्रिका का विमोचन भी किया गया।

तकनीकी सत्रों में हुई विस्तार पूर्वक चर्चा

इससे पूर्व कार्यशाला के दूसरे दिन पहले तकनीकी सत्र में प्रबंधन के वैश्वीकरण विषय पर इग्नू के निदेशक प्रो. नवलकिशोर ने वैश्वीकरण एवं सफलता के मूल मंत्रों पर अपना व्याख्यान देते हुए कहा कि वर्तमान प्रतिस्पधात्मक एवं व्यावसायिक युग में केवल अच्छा सुनना और पढ़ना ही पर्याप्त नहीं है वरन् प्रभावित कर पाना भी अत्यन्त आवश्यक है। वैश्वीकरण पर प्रकाष डालते हुए बताया कि हमें उन्नति एवं विकास के लिए वैश्विक बाजार के सम्भावना को ध्यान में रखकर नीति निर्माण करना चाहिये।

द्वितीय सत्र में डॉ. अजिमुदीन खान ने विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों एवं उनमें आने वाली समस्याओं एवं समाधान पर प्र्रकाश डाला। उन्होंने व्यावसायिक बुद्धिमता एवं विश्लेषण के विभिन्न पहलुओं यथा अनुकूलतमता, पुर्वानुमान, मॉडलिंग एवं विश्लेषण के महत्व को विभिन्न जीवन्त व्यावसायिक उदाहरणों द्वारा व्यक्त किया। तृतीय सत्र में व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की प्रबंधन विद्यार्थियों से अपेक्षाएं विषय पर सीनियर एच.आर. मैनेजर जे. के. लक्ष्मी सीमेन्ट, पिडवाड़ा के श्री आसिफ करीम साहिर ने कहा कि सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक एवं दोनों में सामंजस्य होना ही वर्तमान युग में व्यवसाय की आशा है। अपने आप को कामयाब बनाने के लिए विषय वस्तु का पूर्ण ज्ञान एवं वाक्पटुता अत्यन्त आवश्यक हैं। उन्होने समूह रूप में कार्य एवं साक्षात्कार निपुणता पर भी प्रकाश डाला।

 

चतुर्थ तकनीकी सत्र में श्री मधुकर दुबे ने सूचना प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में नये आयाम क्लाउड कम्प्यूटिंग को लाभदायक माना। क्लाउड कम्प्यूटिंग को अपनाकर संसाधनों की विश्वसनीयता व गोपनीयता को बनाये रखा जा सकता है। इस तकनीक के माध्यम से लागतों में कमी लाई जा सकती है और संसाधनों का बहुआयामी उपयोग सम्भव

महिला ने सडक पर ही पुत्र को दिया जन्म

कागजों में चल रही है जननी सुरक्षा की योजनाएं

१०४ एम्बुलेंस नहीं हो रही कारगर

उदयपुर, सरकार जननी सुरक्षा के कितने ही दावे करें योजनाएं बनाये 104 जननी एक्सप्रेस चलाये लेकिर फिर भी ना ठीक से जननी सुरक्षा की सुरक्षा हो पाती है ना देखभाल। 104 एम्बुलेंस के संचालकों की मनमानी के चलते शुक्रवार रात डेढ बजे एक महिला ने स$डक पर ही बच्चे को जन्म देना पडा।

सूत्रों के अनुसार आवरीमाता कच्ची बस्ती निवासी गर्भवती महिला मंजु पत्नी जगदीश मेघवाल को रात डेढ बजे प्रसव पीडा हुई। पति जगदीश पास में रहने वाली दाई को बुला लाया लेकिन गर्भ 7 माह का होने की वजह से दाई ने अस्पताल ले जाने की सलाह दी। महिला के पति ने 104 को फ़ोन किया तो देर तक फ़ोन किसी ने नहीं उठाया। जब उठाया तो बस्ती के बारे में जानने से इंकार कर दिया। इस पता समझाया गया तो आधे घंटे बाद आने का कहा। इसी बीच महिला को प्रसव दद बढ गया। आस पडौस की महिलाएं भी एकत्र हो गई। उन्होंने 104 का इंतजार नहीं कर टेम्पों में हॉस्पीटल ले जाने की बात कही। महिला व उसका पति पैदल टेम्पों स्टेण्ड तक चल प$डे। 100 मीटर ही दूरे गये होंगे कि प्रसव पी$डा तेज होने से महिला वहीं बैठ गई। आस प$डौस की महिलाएं वहीं दौड कर आई और पडौसी और मातृत्व धर्म निभाते हुए महिलाओं ने प्रसुता को मौके पर ही प्रसव करवाया और प्रसुता को पुत्र प्राप्ति हुई। बाद में प्रसूता और बच्चे को एमबी चिकित्सालय ले जाकर भर्ती करवाया।

घटना के लिये सीएमएचओ से पूछने पर बताया कि घटना की जानकारी मिली है जांच करवाई जायेगी और वैसे १०४ गांवों के लिये है, शहरों के लिये नहीं।

महिला लेखिकाओं ने सदियों से साहित्य और संस्कृति को गौरवशाली बनाया: डॉ. कमला

उदयपुर, राजस्थान साहित्य अकादमी और सुखाडिया विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय राजस्थान लेखिका सम्मेलन का शनिवार को गुजरात की राज्यपाल डॉ. कमला ने शुभारंभ किया।

इस अवसर पर उद्बोधन में राज्यपाल ने कहा कि लेखनी और लेखक का संबंध जीव और आत्मा के समान है। साहित्य हमारे समूचे जीवन पर सदैव प्रभावी रहा है। हमारे विद्वान लेखकों व लेखिकाओं ने अपने महत्वपूर्ण साहित्यिक अवदान से हमारी सभ्यता और संस्कृति के गौरव को ब$ढाया है।

राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष वेद व्यास ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि साहित्य में लेखक, लेखिका का कोई भेद नहीं होता। हम महिलाओं को समाज व राष्ट्र के विकास की मुख्यधारा से जो$डना चाहते हैं। यह लेखिका सम्मेलन नई सोच, नया विचार तथा समाज को नयी दिशा देने वाला सार्थक सम्मेलन सिद्घ होगा ।

उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए सुविवि के कुलपति प्रो. आई.वी. त्रिवेदी ने कहा कि महिलाएं स्वयं एक शक्ति है, ताकत है। यदि वे पूरी शक्ति के साथ जुट जाए तो हिंसा, युद्घ, बीमारी, राजनीतिक उठा-पटक आदि कई समस्यों को मिटा सकती है। स्त्री मातृ शक्ति है, वह संतान का पालन-पोषण करती है। दया, करुणा प्रेम का रूप है। उद्घाटन सत्र के कार्यक्रम का प्रभावी संचालन डॉ. सरवत खान ने किया।

पत्रवाचन: सम्मेलन के प्रथम सत्र में ’स्त्री लेखन में पितृसत्ता का सवाल‘’ विषय पर पत्रवाचन और चर्चा की गई। इस सत्र की अध्यक्षता करते हुए डॉ. जैनब बानू ने कहा कि हमारे समाज में महिलाओं का स्थान सदैव दोयम दर्जें का रहा है अत: उनको प्रथम दर्जें पर लाना होगा।

प्रो. मधु अग्रवाल ने विज्ञापन में नारी के देह सौन्दर्य को दिखाने के संबंध में आवाज उठाने की बात कही। सत्र का संचालन डॉ. प्रमिला सिंघवी द्वारा किया गया।

सम्मेलन के द्वितीय सत्र ‘स्त्री लेखन की बदलती सौन्दर्य दृष्टि‘ पर आयोजित किया गया। इसकी अध्यक्षता जेबा रशीद, जोधपुर द्वारा की गई तथा बीज वक्तव्य डॉ. अपर्णा मनोज द्वारा प्रस्तुत किया गया।संचालन डॉ. मंजु त्रिपाठी द्वारा किया गया।

तृतीय सत्र ‘टकराती अस्मिताएं: स्त्री, जाति एवं धर्म‘ विषय पर आयोजित किया गया। इसकी अध्यक्षता डॉ. रमणिका गुप्ता द्वारा की गई तथा बीज- वक्तव्य सरूप ध्रुव, अहमदबाद द्वारा दिया ग। चर्चा में भागीदारी डॉ. क्षमा चतुर्वेदी, डॉ. सरवत खान, देवयानी भारद्वाज और डॉ. निर्मल गर्ग द्वारा की गई। इस लेखिका सम्मेलन में केवल राजस्थान बल्कि राजस्थान से बाहर की लेखिकाएं भागीदारी कर रही है। डॉ. प्रज्ञा जोशी द्वारा संचालन किया गया।

आतिशी नजारों के दीपावली दशहरे मेले का आगाज

उदयपुर 3 नवंबर। नगर परिषद द्वारा आयोजित दशहरा-दीपावली मेले की शुरूआत रविवार को शाम 7.30 बजे आतिशी नजारों के साथ होगी। हर वर्ष आयोजित होने वाले दस दिवसीय मेले में इस बार सांस्कृतिक कार्यक्रम केवल 7 दिन ही होंगे। वहीं दीपावली के दिन होने वाली आतिशबाजी को भी उद्घाटन समारोह के दौरान ही सम्पन्न कर दी जायेगी। उद्घाटन अवसर पर किया गया है। उद्घाटनकर्ता पूर्व गृहमंत्री व नगर विधायक गुलाबचंद कटारिया होंगे। कार्यक्रम खादी ग्रामोद्योग बोर्ड क पूर्वअध्यक्ष भानुकुमार शास्त्री के मुख्य आतिथ्य व उदयपुर सांसद रघुवीर मीणा की अध्यक्षता में होगा। मेले के विशिष्ट अतिथि उदयपुर ग्रामीण विधायक सज्जन कटारा, संभागीय आयुक्त सुबोधकान्त अग्रवाल, जिला कलेक्टर विकास एस भाले, वेदांता हिन्दुस्तान जिंक लि. के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अखिलेश जोशी व समाज सेवी दिनेश भट्ट सम्मानिय अतिथि होंगे। परिषद् सभापति रजनी डांगी ने बताया कि झीलों की नगरी में जनता के स्वच्छ व सुंदर मनोरंजन के लिए परिषद् द्वारा इस मेले का आयोजन प्रतिवर्ष किया जा रहा है और हर वर्ष मेले को आकर्षक बनाने का प्रयास किया जाता है। इस बार परिषद् द्वारा मेले के उद्घाटन अवसर पर भी भव्य आतिशबाजी की जाएगी जिसका शहरवासी भरपूर आनंद ले सकेंगे। जनता के लिए आयोजित यह मेला पूर्ण रूप से नि:शुल्क रहेगा और इस मेले में उदयपुर शहरवासी शामिल हो मेले का लुफ्त उठा सकेगा। उन्होंने शहर की जनता से अपील की है कि यह मेला आमजन के लिए है और जनता के स्वस्थ्य व स्वच्छ मनोरंजन के लिए मेले का आयोजन किया गया है। मेला व सांस्कृतिक संध्याओं में प्रवेश पूर्ण रूप से नि:शुल्क रखा गया है। प्रतिदिन आयोजित होने वाली सांस्कृतिक संध्याओं का शुभारंभ गणपति, राम दरबार की पूजा अर्चना व दीप प्रज्जवलन से किया जाएगा। पूजा अर्चना के बाद अतिथियों का माल्यार्पण व स्वागत होगा। सांस्कृतिक संध्याओं की शृंखला में पहले दो दिन स्थानीय कलाकारों को मौका दिया गया है। स्थानीय प्रतिभाओं को दो दिन का अवसर दिए जाने के पीछे परिषद् का उद्देश्य यह है कि इस मंच से कोई राष्ट्रीय प्रतिभा उभर कर सामने आए और उदयपुर शहर का नाम रोशन करे। उपसभापति महेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि मेले का संचालन सुचारू रूप से हो इसके लिए मेला प्रशासनिक समिति व सांस्कृतिक समिति एवं कलाकार चयन कमेटी के अलावा 14 समितियों का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि जनता के मंनोरजन के लिए परिषद प्रांगण में बच्चों व बडों के कई झुले लगाए गए हैं जिनका शहरवासी लुफ्त ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि मेले में इस बार सलम्बो, ब्रेकडांस, कोलमबस, आसमानी डोलर सहित कई बच्चों के झुले लगाए गए है। उन्होंने बताया कि मेले में सभी समिति के संयोजक अपने-अपने समिति सदस्यों के साथ मेले का सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। सांस्कृतिक समिति व कलाकार चयन समिति के धनपाल स्वामी ने बताया कि उन्होंने बताया कि 4 को 5 नवंबर को स्थानीय प्रतिभा नाईट, ६ नवंबर को कपिल व भारती की लाफ्टर नाईट, 7 नवंबर को वर्षा कुलकर्णी की स्टार संगीत नाईट,8 नवंबर को कवि सम्मेलन, 9 नवंबर को संभावना सेठ की बालीवुड नाईट व 10 नवंबर को हंसराज ‘हंस‘ पंजाबी नाईट का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि इस बार दर्शकों के लिए मंच के ठीक ऊपर एक बडी एलईडी टीवी लगाई जाएगी जिसमें कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण होगा। मेला प्रशासनिक समिति व प्रतिपक्ष के नेता दिनेश श्रीमाली ने बताया कि मेले को लेकर सभी कांग्रेस व भाजपा पार्षद पूरे मन से लगे हुए हैं और इसको सफल बनाने में लगे हुए है। उन्हानें बताया कि सभी पार्षदगण संपूर्ण मेला परिसर में होने वाली सभी गतिविधियों पर अपनी नजर रखेंगे।

पांचवां मुस्लिम प्रतिभा सम्मान समारोह आज

उदयपुर, मुस्लिम महासभा राजस्थान जिला एवं यूथ कमेटी के तत्वावधान में रविवार को अशोक नगर स्थित विज्ञान समिति के सभागार में पांचवां मुस्लिम प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया जायेगा।

जिलाध्यक्ष मोहम्मद इलियास मुल्तानी के अनुसार सम्मान समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ मुस्लिम समाजसेवी डी.आई. खान करेंगे जबकि भाजपा उद्योग प्रकोष्ठ के सह प्रदेश संयोजक धीरेन्द्र सच्चान तथा गिर्वा प्रधान सुखबीर कटारा विशिष्ट अतिथि होंगे। समारोह में हाजी फ़िरोज़ खान साम्प्रदायिक सदभावना अवार्ड, हाजी अब्दुल सत्तार मक्कड दीनी खिदमत अवार्ड आदि पुरस्कारों सहित 100 से अधिक प्रतिभाओं को सम्मानित किया जायेगा।

एश्वर्या में जाने सफलता के मन्त्र

उदयपुर, वॉलकेम इण्डिया लिमिटेड के अध्यक्ष सत्येन्द्र महाजन ने कहा कि मनुष्य का जीवन एक स्कूल है जहां हर पडाव एक इम्तिहान की तरह है जहां हमें सफल होना है। महाजन ऐश्वर्या कॉलेज में आयोजित ‘‘व्यापार एवं सूचना प्रोद्योगिकी के लिए सफलता के मंत्र‘‘ विषयक राष्ट्रीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने नेतृत्व के गुणों के विकास पर जोर देते हुए इसकी सफलता के लिए ९ सूत्रों-जिज्ञासा, क्रियाशीलता, वाक्पटुता, चरित्र, प्रोत्साहन, दृढ विश्वास, पर्याप्तता आदि का विस्तार पूर्वक विवेचन किया।

समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ. आर. पी. सिंह ने इस प्रतिस्पर्धात्मक युग में अपने आप को कायम रखने के लिए विद्यार्थियों को अपनी गुणवता में सुधार लाने पर बल दिया। मुख्य वक्ता प्रो. करूनेश सक्सेना ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा सीख कर ही व्यक्ति अपने आप को साबित कर सकता है। उन्होने कहा कि जीवन में बाधाएं आती रहती है लेकिन उनका मुकाबला करके ही व्यक्ति स्वयं को साबित कर सकता है। इससे पूर्व उद्घाटन सत्र का प्रारम्भ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। तद्पश्चात् कार्यशाला समन्वयक श्री कपिल श्रीमाल ने अतिथियों का स्वागत किया। एम.सी.ए. विद्यार्थी रितेश चौहान ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यशाला में देशभर से २०० से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे है।

तकनीकी सत्र : प्रो. करूनेश सक्सेना ने दो दिवसीय कार्यशाला के प्रथम तकनीकी सत्र में भावनात्मक बुद्विमता पर अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि सामान्य ज्ञान व बुद्घिमता से व्यक्ति केवल नौकरी प्राप्त कर सकता है लेकिन भावनात्मक बुद्घिमता उसे सफलता प्रदान कराती है। उन्होंने बताया कि बेहतर तरीके से भावनाओं का प्रबंधन करना ही भावनात्मक बुद्घिमता है। द्वितीय सत्र में ‘‘२१वीं सदी में योग्य प्रबंधक समय की मांग‘‘ विषय पर बोलते हुए जे. के. सीमेन्ट, निम्बाहेडा में सहायक उपाध्यक्ष (एच.आर. एण्ड आर.टी. सी.) डॉ. आर. पी. सिंह ने कहा कि २१वीं सदी में योग्य प्रबंधक की बहुत आवश्यकता है इसलिए शैक्षणिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान अति महत्वपूर्ण है। इस हेतु विद्यार्थी अपने व्यावहारिक ज्ञान में भी वृद्घि करते रहे। तृतीय तकनीकी सत्र में निरमा युनिवर्सिटी, अहमदाबाद से आये वरिष्ठ एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नित्येश भट्ट ने सूचना एवं प्रोद्योगिकी में संसाधनों का प्रबन्धन विषय पर बोलते हुए कहा कि सूचना एवं प्रोद्योगिकी के संसाधनों के प्रबंधन में ध्यान रखने की आवश्यकता है। कम्पनी में संसाधनों को अलग-अलग जोडकर सही ढाचे में उपयोग किया जाना चाहिए।

’मेरे पिया की हो लंबी उम्र’

उदयपुर, परिवार की समृद्घि और सुहाग की लंबी आयु की कामना को लेकर महिलाओं ने शुक्रवार को करवा चौथ का पत रखा। रात्रि में चन्द्रमा के दर्शन कर अपनी पति के हाथों जल ग्रहण अपने निराहार पत खोला।

करवा चौथ पर महिलाओं द्वारा अपने पति की दीर्घायु एवं खुशहाली और समृद्घि की कामना के लिए आज प्रात: से ही निराहार रही। रात्रि करीब ८ बजकर २० मिनट के शुभ मुहूर्त में चन्द्रमा को अघ्र्य देकर अपने पति के हाथों जल ग्रहण कर अपने पत खोला। वैसे तो इस दिन केवल सुहागिनों द्वारा इस पत को रखा जाता है परन्तु कई विवाहित पुरूषों ने भी पत्नि का साथ देने निराहार रहकर पत रखा एवं रात्रि में चन्द्र दर्शन के साथ ही पत्नी के साथ जल एवं भोजन ग्रहण किया।

सजना के लिए सजी: शहर के कई ब्यूटी पालर्स पर सुहागिनों की भीड देखी गई है। वहीं देहलीगेट एवं हाथीपोल क्षेत्र में खडे चुडी बेचने वालों के थैलों पर भी महिलाओं की खासी भीड रही। करवा चौथ के दिन सज-धज कर हाथों में मेहंदी लगाई।

फूल माली समाज के तत्वावधान में करवा चौथ पर सामूहिक उद्यापन का आयोजन १०० फीट रोड स्थित नंद भवन में किया गया। इस अवसर पर २०६ महिलाओं ने सामूहिक रूप से पूजा अर्चना की।

बेची गई जमीन को दोबारा बेच दी

उदयपुर, बेचान की गई जमीन का दुबारा विक्रय इकरार कर १२ लाख ५१ हजार रूपये की धोखाधडी करने वाले चार बदमाशों के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया।

हिरणमगरी थानान्तर्गत् पानेरियों की मादडी निवासी भंवरलाल पुत्र हकरा मीणा ने धोल की पाटी निवासी निर्भय कुमार पुत्र भैरा भील, पारसोला निवासी केरिंग पुत्र धर्मा, चेतन पुत्र प्रभूलाल नागदा तथा रूपावली वल्लभनगर निवासी रमेश पुत्र उदा डांगी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवया कि निर्भय व केरिन के नाम पर तितरडी में स्थित ०.७९ रकबा जमीन सौदा तय होने पर १० अप्रेल १२ को आरोपियों को १२ लाख ५१ हजार रूपये नकद भुगतान कर विक्रय इकरार किया। नियत समय पर आरोपियों द्वारा रजिस्ट्री नहीं करवाने पर की गई पूछताछ में उक्त जमीन अन्य के नाम दर्ज होने की जानकारी मिली। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।