राजस्थान की 14 विभूतियों का फाउण्डेशन करेगा सम्मान

32nd MMFAA Logoउदयपुर, महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के 32वें वार्षिक सम्मान समर्पण समारोह 2013 के राज्य स्तरीय अलंकरणों की घोषणा बुधवार को की गई। आगामी 3 मार्च 2013, रविवार सायं 4 बजे फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविन्द सिंह जी मेवाड़ सिटी पैलेस प्रांगण उदयपुर में आयोजित विशेष समारोह में राज्य की इन विभूतियों को अलंकृत करेंगे। महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर अपने लक्ष्य एवं उद्देश्यों के अनुरूप अब तक 31 वार्षिक सम्मान समारोहों के तहत देश-विदेश के विभिन्न क्षेत्रों की 3832 विभूतियों एवं मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित कर चुका है।

महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के 32वें वार्षिक सम्मान समर्पण समारोह के संयोजक डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया किफाउण्डेशन द्वारा राज्य स्तर पर दिये जाने वाले अलंकरणों के अन्तर्गत इस वर्ष समाज में शैक्षिक, चारित्रिक, नैतिक, सामाजिकएवं आर्थिकउत्थान हेतु दी जाने वाली स्थायी मूल्य की सेवाओं के तहत दिया जाने वाला ‘‘महाराणा मेवाड़ सम्मान’’ मानव विज्ञान केविशिष्ट शोध क्षेत्र में अर्जित अन्तरराष्ट्रीय उपलब्धियों केसम्मान में जोधपुर निवासी डॉ. सुरेन्द्रमल मोहनोत तथा ज्योतिष कर्म क्षेत्र के समाज सेवाधर्मी जयपुर निवासी पं. पुरुषोत्तम गौड़ को उनके जल संग्रहण के भागीरथी प्रयत्न के लिए प्रदान किया जाएगा। पं. गौड़ ने सैंकड़ों शिवालयों में जलाभिषेक से व्यर्थ बह जाने वाले जल का संरक्षण करने के लिए मंदिरों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की एक नई पहल की है।

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संयोजक डॉ. गुप्ता ने बताया किफाउण्डेशन द्वारा दिये जाने वाले राज्यस्तरीय अन्य अलंकरणों के तहत ज्योतिष, वेद एवं कर्मकाण्ड में श्रेष्ठ योगदान के लिये जयपुर के जगद्गुरू रामानन्दाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के उप-कुलपति प्रो. रामानुज देवनाथन एवं अजमेर के वयोवृद्ध पं. सत्यनारायण शास्त्री को ‘‘महर्षि हारीत राशि सम्मान’’ प्रदान किया जाएगा। ज्योतिष एवं वैदिक संस्कृति के प्रकाण्ड पंडित एवं संस्कृत, तमिल, हिन्दी, अंग्रेजी, तैलगु, कन्नड़, मलयालम केसाथ ही उडिय़ा भाषा केज्ञाता व्याकरण शिरोमणि प्रो. देवनाथन संस्कृत अध्यापक से शुरू कर राजस्थान के एकमात्र संस्कृत विश्वविद्यालय के सर्वोज्ज पद पर कार्यरत है। आप वैदिकएवं संस्कृत शिक्षा केउत्थान के लिए पूर्ण रूप से समर्पित हैं तथा आपने अनेकानेक पुस्तकों का सृजन लेखन व सम्पादन किया है। इनके साथ ही राजकीय सेवा को त्याग भारतीय संस्कृति को जीवंत रखते हुए समाज को वैदिकसंस्कृति से जोडऩे हेतु ज्योतिष, कर्मकाण्ड एवं पौरोहित्य को चुनते हुए पं. सत्यनारायण शाी ने अनेकों शिष्यों को इसकी सफल शिक्षा-दीक्षा प्रदान की है।

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भारतीय संस्कृति, साहित्य व इतिहास के क्षेत्र में दिये जाने वाले ‘‘महाराणा कुम्भा सम्मान’’ के तहत इतिहास के क्षेत्र में दिल्ली में जन्मी और जयपुर में पली-बढ़ी इतिहासकार, पुरावेत्ता एवं लेखक डॉ. रीमा हुजा को इतिहास के शोधपूर्ण लेखन हेतु तथा राजस्थान के जाने माने साहित्यसृजक श्याम सुन्दर भट्ट को प्रदान किया जाएगा।

महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन द्वारा ललित कला के क्षेत्र में दिया जाने वाला ‘‘महाराणा सज्जनसिंह सम्मान’’ इस वर्ष हस्तशिल्प नक्काशी को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान का नाम रोशन करने वाले जयपुर निवासी पृथ्वीराज कुमावत को प्रदान किया जाएगा। श्री कुमावत लकड़ी, धातु के साथ रत्न-पत्थरों पर बारीक नक्काशी एवं महीन कटाई में सिद्धहस्त है।

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संगीत के क्षेत्र में दिया जाने वाला ‘‘डागर घराना सम्मान’’ भारतीय शास्त्रीय संगीत की प्रथम व्यावसायिक तबला-वादक पंडिता अनुराधा पाल को प्रदान किया जाएगा। युवा पंडिता पाल ने भारत के अनेको ख्यातनाम संगीतकारों के साथ राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में अपने हुनर का परिचय दिया है।

आदिवासी समाज केउत्थान के लिए दिया जाने वाला ‘‘राणा पूंजा सम्मान’’ इस वर्ष मेवाड़ की खेरवाड़ा तहसील में सुदूर पिछड़े आदिवासी अंचल में शिक्षा की अलख जगाने वाले सागवाड़ा पाल ऋषभदेव के कर्मठ और जागरूक शंकर लाल दामा के साथ ही आदिवासियों में व्याप्त अशिक्षा, गरीबी एवं कुपोषण के खिलाफ लडऩे वाली मही सागर फाउण्डेशन की संस्थापक अध्यक्ष श्रीमती प्रकृति खराड़ी को प्रदान किया जाएगा।

महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन द्वारा राज्य के खिलाडिय़ों को दिये जाने वाले ‘‘अरावली सम्मान’’ से जयपुर की युवा निशानेबाज अपूर्वी चंदेला एवं मेवाड़ को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले शक्तितोलक राजस्थान पुलिस सेवा में कार्यरत भूपेन्द्र कुमार व्यास को सम्मानित किया जाएगा।

इन अलंकरणों से सम्मानित होने वाली विभूतियों को पच्चीस हजार एक रू., रजत तोरण, शॉल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट किये जायेंगे।

डॉ. गुप्ता ने बताया कि फाउण्डेशन द्वारा इस वर्ष अपनी विशेषताओं से सभी का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करने वाले मेवाड़ के दो अलग-अलग हुनरमंदों चमन सिंह चौहान एवं विनय भाणावत को विशिष्ट अलंकरण प्रदान किये जाएंगे। श्री चौहान मेवाड़ अंचल में वन्यजीवों केसंरक्षण केलिए जाना पहचाना नाम है वहीं भाणावत ने भारतीय मुद्रा को उनके युनिक नम्बरों के साथ संग्रहित कर अपनी एक अलग पहचान बनाई है।

इन अलंकरणों से सम्मानित होने वाली विभूतियों को ग्यारह हजार एक रू., मेडल, शॉल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट किये जायेंगे।

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बंद में घाटा 1000 करोड़ का

IMG_0884उदयपुर, केन्द्रीय श्रम संगठनों का महंगाई व् भ्रस्टाचार के विरोध में राष्ट्र व्यापी दो दिवसीय ओध्योगिग बंद के आव्हान का असर उदयपुर संभाग में भी पूरी तरह रहा सभी श्रमिक संगठनों ने पूरी तरह काम काज ठप्प रखा और बंद का समर्थन देते हुए जिला कलेक्ट्री और सस्थानों कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन किया ।औद्योगिक बंद से परिवहन, औद्योगिक, ट्रांसपोर्ट, बैंकिंग, डाक सहित कई व्यवस्थाएं गड़बड़ा गई। पहले ही दिन करीब एक हजार करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित होने का अंदेशा जताया जा रहा है।

राष्ट्रव्यापी औद्योगिक बंद के आह्वान के तहत इंटक, भारतीय मजदूर संघ, सीटू, हिंद मजदूर सभा और एटक के संयुक्त तत्वावधान में बंद का नेतृत्व करने वाले सैकड़ों मजदूरों ने टाउन हॉल परिसर में दोपहर में सभा कर लंबित मांगों को पूरा करने के लिए प्रदर्शन किया। इसके बाद रैली के रूप में कलेक्ट्री पहुंचकर श्रमिकों ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया। रेली टाउन हॉल से शुरू हो कर सूरजपोल , झीनी रेत चौक , बड़ा बाज़ार , घंटाघर, हाथीपोल अश्विनी बाज़ार , देहली गेट होते हुए कलेक्ट्री पहुची जहाँ सभी श्रमिक नेताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों को गलत ठहराते हुए बदती महंगाई और देश में फेल रहे भ्रष्टाचार का विरोध किया ।

 

बैंकों में 500 करोड़ का कारोबार प्रभावित : यूनाइटेड फ़ोरम ऑफ बैंक यूनियंस की ओर से उदयपुर के सभी 40 सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंकों को भी बंद करा दिया गया। इससे करीब 125 करोड़ के नौ से दस हजार चैक और ड्राफ्ट अटक गए तथा करीब 500 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ। बैंक यूनियंस के संयोजक डीके जैन के नेतृत्व पीएफ खींची, ओपी मूथा, जीएल जोशी सहित कई कर्मचारी सुबह नौ बजे दुर्गा नर्सरी रोड स्थित एचडीएफसी बैंक के बाहर एकत्र हुए। यहां से समाशोधन गृह (क्लियरिंग हाउस) को बंद कराने के बाद विभिन्न निजी बैंकों को बंद कराते हुए अलग-अलग टोलियों में बापूबाजार स्थित बैंक तिराहा पहुंची। यहां काफी देर तक प्रदर्शन करने के बाद सभी हड़ताली कर्मचारी ट्रेड यूनियन की रैली में सम्मिलित हुए।

 

rodwayjआधी रात के बाद रोडवेज बसों के ड्राइवर और कंडक्टर भी हड़तालियों के साथ हो गए तथा रोडवेज बसों के चक्के थम गए। रोजाना उदयपुर के केंद्रीय रोडवेज बस स्टैंड से करीब 326 बसों की रवानगी होती है। इससे उदयपुर आगार को करीब 11.50 लाख रुपए की आय होती है, लेकिन बसों के चक्के थम जाने के कारण यात्रियों को भी खासी असुविधाओं का सामना करना पड़ा। यहां कुछ अफसरों ने हड़ताल से दूर रहने की घोषणा करते हुए बसें चलाने का दबाव बनाया, तो श्रमिक संगठनों से जुड़ी हड़ताली कर्मचारी दो गधे ले आए तथा अफसरों का घेराव कर मुंह काला करने लगे, लेकिन एन वक्त पर पुलिस द्वारा बीच-बचाव करने और अफसर द्वारा हड़ताल का समर्थन करने के बाद स्थिति सामान्य हो पाई। बसों का बेड़ा थमा रहने से अन्यत्र जाने वाले यात्रियों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।

औद्योगिक इकाइयों पर लटके ताले : कारखाना और श्रम विभाग के कर्मचारियों के भी हड़ताल में शामिल हो जाने के कारण पूरे मादड़ी, भामाशाह, गुड़ली, सुखेर, उमरड़ा और नाई औद्योगिक क्षेत्र में सुबह सात बजे से ही औद्योगिक इकाइयों पर ताले लटका दिए गए। राजस्थान इंटक के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय सचिव जगदीशराज श्रीमाली ने बताया कि उदयपुर के सभी छह औद्योगिक क्षेत्रों के करीब एक-एक लाख श्रमिक कार्य करते हैं। हड़ताल के चलते औद्योगिक इकाइयों में करीब 250 करोड़ रुपए का उत्पादन ठप रहा।

benkहॉस्टिपल, ऑटो और स्कूल को छूट : आवश्यक सेवाओं को हड़ताल से दूर रखा गया है। इसमें रोड पर चलने वाले सवारी ऑटो तथा स्कूली ऑटो के अलावा अस्पताल पर कार्यरत श्रमिकों को हड़ताल में शामिल नहीं किया गया है।

भामसं के लोकेंद्र सिंह, सीटू के पीएल श्रीमाली, एटक के सुभाष श्रीमाली, हिंद मजदूर सभा के राजेंद्र मिश्रा के अलावा केएल मालवीय, नारायण गुर्जर, अमरसिंह सांखला, रÈीक मोहम्मद, मेघराज तावड़, बीएल सिंघवी, हीरालाल सालवी, विजयशंकर कुमावत, प्रतापसिंह, खुशवेंद्र कुमावत, महेश उपाध्याय, वेणीराम सावली, मोहन सियाल, सुनील चौधरी, हिम्मतसिंह, रोशन गायरी, हनीÈ मोहम्मद, दयाल सिंह, सुरेश अजमेरा, मदन प्रजापत, कृष्णा तिवारी के साथ महिला कर्मचारी चौसर देवी, प्रेमलता सोनी, शांता देवी, सुंदर देवी, लक्ष्मी बाई, सुमन कुंवर ने भी हड़तालियों का नेतृत्व किया।

 

केन्द्रीय श्रम संगठनों की समन्वय समिति की ओर से सरकार की जनविरोधी नितियों के खिलाफ ह$डताल को देखते हुए जिले एवं शहर में कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए कार्यपालक मजिस्टे्रट नियुक्त किये गये है।

जिला मजिस्टे्रट विकास एस. भाले ने बताया कि उदयपुर शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों के लिए अलग-अलग मजिस्टे्रट लगाये गये है। इसके साथ ही जिले के सभी उपखंड अधिकारियों को उनके क्षेत्र का इस अवधि के दौरान कार्यपालक मजिस्टे्रट के तहत विभिन्न शक्तियां प्रदत्त की गई है।

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आधे से कम पार्षदों के बीच नगर परिषद बोर्ड ने किया दो अरब का बजट पारित

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समिति अध्यक्षों ने चयन को लेकर भाजपा पार्षद ने भी किया बैठक का बहिष्कार

प्रतिपक्ष कांग्रेस पार्षदों ने कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया

उदयपुर,  शहर विधायक गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता में मंगलवार को सम्पन्न नगर परिषद की साधारण सभा की बैठक में समिति अध्यक्षों के बदलाव वर्ष २०१३-१४ का बजट तो पारित हो गया लेकिन सत्ता पक्ष के कई पार्षद बैठक में शामिल नहीं हुए और प्रतिपक्ष कांग्रेसी पार्षदें ने भी बैठक का बहिष्कार कर कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दे दिया।

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वर्तमान बोर्ड में ऐसा पहली बार हुआ कि जब साधारण सभा की बैठक में सत्ता पक्ष के ही पार्षदों ने सभापति रजनी डांगी के तानाशाही रवैये की वजह से बैठक का बहिष्कार किया और ना पहुंचने के अलग अलग कारण बतायें।

बेठक शुरू होने के २० मिनट बाद कांग्रेसी पार्षद सदन में पहुंचे और थोडी देर में सबडिवीजन में होने वाले विकास कार्यो में पक्षपात रवैये को लेकर जवाब मांगने लगे। सभापति ने प्रतिपक्ष की बात को अनसुनी कर सदन की कार्यवाही आगे बढाने को कहा तो प्रतिपक्ष नेता दिनेश श्रीमाली सहित सभी कांग्रेस पाष्रद सदन का बहिष्कार कर चले गये । पहले बाहर खडे होकर नारेबाजी की बाद में कलेक्ट्री पहुंच गये और बैठक को निरस्त करने की मांग की है।

साधारण सभा की बैठक में वर्तमान बोर्ड के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि सभापति के तानाशाही और हठधर्मिता रवैये के चलते सत्ता पक्ष के पार्षदों उपसभापति महेन्द्र ङ्क्षसह शेखावत पार्षद अर्चना शर्मा, विजय आहुजा,मनोहर ङ्क्षसह पंवार, कल्पना लक्षकार सहित १४ पार्षद मिटिंग में नहीं पहुंचे सभी ने अलग अलग कारण बताये। अनुपस्थित पार्षद ओर सभापति के बीच समिति अध्यक्षा के बदलाव व बजट को लेकर विरोधाभास रहा।

सभा में उपस्थित २२ सत्ता पक्ष के पार्षदों के एक तिहाई बहूमत से १ अरब ९५ करोड ४८.४१ लाख का बजट पास किया जिसमें मुख्यतया सप*ाई कर्मचारी भर्ती एवं भिश्ती के पदों पर भत्तो हेतु जन स्वास्थ्य मद में प्रावधान रखा गया। तथा आपदा प्रबंधन से हाईड्रोलिक लेदर (प*ायर ब्रिगेड) हेतु ५ करो$ड रूपया क्रय करने हेतु प्रावधान रखा गया अण्डर ग्राउण्ड केबल के लिए २ करो$ड रूपये का प्रावधान रखा गया है। वृक्षारोपण हेतु ५० लाख का प्रावधान एवं सिटी बस क्रय हेतु २ करोडत्र रूपये का प्रावधान भी बजट में सम्मिलित किया गया। सुखाडिया सर्कल पर पू*ड कोर्ट हेतु एक करो$ड रूप्ये प*लाई ओवर निर्माण सहायता हेतु ५ करो$ड , मुख्यमंत्री आवास के अंतर्गत २.४० करो$ड रूपये का प्रावधान शहर के विभिन्न विकास कार्यो के लिए ३३ करो$ड ६० लाख रूपये का नगर परिषद प*ण्ड से विकास करने एवं ४० करो$ड ९५ लाख रूपया विशिष्ट सहायता एवं अनुदान मद से व्यय का प्रावधान रखा गया है। विभिन्न रख रखाव मद जैसे भवन, सडक नाली, धर्मशाला आदि हेतु १८ करोड ४२ लाख का प्रावधान रखा गया है।

साधारण सभा की बैठक में गुलाबबाग में चलने वाली बच्चों की टे्रन का शुल्क २० प्रतिशत बढाया गया तथा पिछोला व प*तहसागर में चलने वाली नौकाओं पर १० प्रतिशत किराया बढाने का प्रस्ताव पास किया गया।

प*तहसागर पर छह गोल्प* कार संचालन हेतु अधिकतम दर १८ लाख ६० हजार रूपये का अनुमोदनार्थ प्रस्ताव पारित किया गया। इधर समाचार लिखे जाने तक कांग्रेस पार्षदों का कलेक्ट्रेट के बाहर धरना जारी था।

 

दो दिवसिय अन्तरराष्ट्रीय कांफ्रेंस

उदयपुर, पेसिफिक युनिवर्सिटी के पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस स्टडीज कॉलेज एवं वण्डर सीमेंट के संयुक्त तत्वावधान में ’चेलेन्जेज फ़ोर इंडस्ट्रीयल सरवाईवल एण्ड ग्रोथ इन इण्डियन एंड ग्लोबल पर्सपेक्टिव’ विषय पर दो दिवसिय अन्तरराष्ट्रीय कांफ्रेंस २२ फरवरी को युनिवर्सिटी परिसर में शुरू होगी।

यह जानकारी कांफ्रेंस के डायरेक्टर व पीआईबीएस के निदेशक डॉ महेन्द्र सोजतिया ने मंगलवार को आयोजित पे्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि भारत एवं विश्व के लिए वर्तमान समय में औद्योगिक क्षैत्र में आ रही चुनोतियों कों कुशल प्रबंधन द्वारा किस प्रकार दूर किया जाए तथा औद्योगिक विकास की गति को किस प्रकार गति दी जाए इसी उद्देश्य को लेकर ’चैलेन्जेज फ़ोर इंडस्ट्रीयल सरवाईवल एण्ड ग्रोथ इन इण्डियन एवं ग्लोबल पर्सपेक्टिव’ विषय पर दो दिवसिय अंतरर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देश और दुनिया के एच आर में १३०, मार्केटिंग में १३०, तथा फाइनेन्स में १०७ से ज्यादा शिक्षाविद्,अध्यापक और विद्याथियों के रजिस्टे्रशन हो चुके है। कांफ्रेंस में बिजनेस डवलपमेंट में चुनौतियां, ह्यूमन रिसोर्स में चुनौतियॉ और इकोनोमी एवं फाइनेंस में चुनौतिया जैसे विषयों पर चर्चा होगी। इन्टरनेशनल कांफ्रेंस में फडरल डोरियों ग्रांडे युनिवर्सिटी ब्राजील से थेस एस्टीवम, एजीप्ट से विनाईका, खुलूड आयमन सहित इंग्लैण्ड, दुबई सहित देश भर के विश्वविद्यालयों से शोधार्थी एवं प्रोफेसर तीन तकनीकी सत्रों में पत्र वाचन करेंगे। अवसर पर स्मारिका का प्रकाशन किया जाएगा।जिसमें कांफ्रेंस से जुडे विशेषज्ञ तथा अनुभवी शोधपत्रों का प्रकाशन कर भारत सरकार एवं वर्ड इकॉनामिक फ़ोरम को भेजे जाएंगे। कांफ्रेंस का उदघाटन २२ फरवरी प्रात: पाहेर सचिव राहुल अग्रवाल करेगे। समारोह के मुख्य अतिथि सुखा$िडया विश्व विद्यालय के कुलपति आई वी त्रिवेदी एवं विशिष्ठ अतिथि डी पी सोमानी, वण्डर सीमेन्ट के एम डी होंगे।

पावर लिफ्टिंग , वेट लिफ्टिंग का जोर शुरू

images (2)उदयपुर, मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय की मेजबानी से अखिलभारतीय अन्तर विष्वविद्यालय पावर लिफ्टिंग , वेट लिफ्टिंग (महिला) एवं बेस्ट फिजिक (पुरूष) प्रतियोगिता गुरूवार से विश्वविद्यालय ऑडिटोरियम में आयोजित होगी।

यह जानकारी स्पोस्र्ट बोर्ड के चेयर मैन प्रो दरियाव सिंह चुण्डावत ने मंगलवार को आयोहत पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय स्वर्ण जयंति समारोह के अन्र्तगत पावर लिफ्टिंग, बेट लिफ्टिंग (महिला ) एवं बेस्ट फिजिक(पुरूष) प्रतियोगिता विश्व विद्यालय ऑडिटोरियम में आयोजित होगी। तीन दिवसिय प्रतियोगिता २१ २३ फरवरी तक बेस्ट फिजिक पुरूष प्रतियोगिता एवं २६ से २८ फरवरी तक महिला खिला$िडयों की पावर लिफ्टिंग, वेट लिफ्टिंग प्रतियोगिता होगी।जिसमें देश भर के १०४ विश्वविद्यालयों के खिलाडी भाग लेगे। प्रतियोगिता में पुरूर्ष वर्ग के तीनों वर्ग में ८-८ वेट केटेगरी में मुकाबले होगे जिसमें २४ गोल्ड, २४ सल्विर, २४ ब्रंास मेडिल दाव पर होगे।

उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के सफल आयोजन हेतु अन्तराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के वेट लिफ्टिंग में द्रोणाचार्य अवार्डी श्रीपाल सिं सन्धु, हंसा शर्मा, अर्जुन अवार्डी तारा शार्मा, पावर लिफ्टिंग में अर्जुन अवार्डी सुब्रतो दत्ता, वर्गीस जैन मोहन पीट, बेस्ट फिजिक नवीन यादव सहित ६० आफिशियल्स होगे। प्रतियोगिता में ९०० पुरूष एवं २०० महिला प्रतिभागी होगे। २१ फरवरी को आयोजित उदघाटन समारोह के मुख्य अतिथित पाहेर सचिव राहुल अग्रवाल, विशिष्ठ अतिथि इण्डियन वेट लिफ्टिंग टीम के पूर्व प्रशिक्षक श्रीपाल सिंह सन्धु एवं विश्वि विद्यालय के कुलपति प्रो आई वी त्रिवेदी की अध्यक्षता में होगा।

 

एडवांस कम्प्यूटिंग एंड क्रिएटिंग एंटरप्रिनर्स पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

छोटे विचारों से बडी रिसर्च संभव

अंधे व्यक्तियों के लिए बन रहे हैं नए प्रोजेक्ट

उदयपुर, गीतांजली इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नीकल स्टडीज, डबोक, कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया एवं आईईईई कम्प्यूटर सोसायटी चेप्टर इंडिया काउंसिंल के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल कैंपस में एडवांस कम्प्यूटिंग एंड क्रिएटिंग एंटरप्रिनर्स विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। समारोह की शुरूआत प्रुडु यूनिवर्सिटी (यू.एस.ए.) के प्रो. भरत भार्गव, बीपीसीएल के आईटी प्रमुख एम.डी. अग्रवाल, उदयपुर सांसद रघुवीर मीणा, गीतांजली गु्रप के सीईओ अंकित अग्रवाल, गीतांजली विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर आर.के. नाहर, गीतांजली इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नीकल स्टडीज, डबोक के डायरेक्टर प्रो. बी.एल. खमेसरा, प्राचार्य ए.रमन, आयोजन सचिव रिद्घीमा खमेसरा ने दीप प्रज्वलित कर व सरस्वती पूजन कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। गिट्स के प्राचार्या ए. रमन ने अतिथियों का स्वागत किया।

सम्मेलन की आयोजन सचिव गिट्स की रिद्घिमा खमेसरा ने कान्फ्रेन्स में पत्रवाचन व कार्यक्रम की रूपरेखा व आईईईई के प्रवक्ता सुमीत श्रीवास्तव ने आईईईई के बारे में बताया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि बीपीसीएल के आईटी प्रमुख एम.डी. अग्रवाल ने कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया के उद्देश्य व कार्यों के बारे में बताया। बाद में गिट्स के डायरेक्टर बी.एल. खमेसरा ने गिट्स की उपलब्धियों के बारे में विद्यार्थियों को अवगत कराया। सम्मेलन में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, चंडीगढ सहित देशभर के १०० प्रतिनिधिओं व विद्यार्थियों ने भाग लिया। सम्मेलन में मुख्य वक्ता प्रडु यूनिवर्सिटी (यू.एस.ए.) के प्रोफेसर भरत भार्गव ने विद्यार्थियों को बताया की किस तरह छोटे-छोटे विचारों से बडे-बडे रिसर्च करना संभव होता है। छोटे आइडियाज को इस्तेमाल कर सामाजिक कार्यों में सहयोग किया जा सकता है। उन्होंने बताया ऐसे ही कार्यों को बढावा देने के उद्देश्य से एडवांस कम्प्यूटिंग के माध्यम से अंधे व्यक्तियों के लिए इस तरह के प्रोजेक्ट तैयार किए जा रहे हैं जिससे व बॉस्केटबॉल खेलना, विमान उ$डाने, फुटबॉल खेलने व अन्य तरह के कई कार्य आसानी से कर सकते हैं। आज का युग ज्ञान को पाने का है। आपके ज्ञान से ही आपका आंकलन किया जा सकता है।

वही मुख्य अतिथि उदयपुर सांसद रघुवीर सिंह मीणा ने अपने उद्बोधन में कहा कि कम्प्यूटर क्षेत्र में नई तकनीकों से कई कार्य आसान होते जा रहे हैं। नई तकनीकों से हर क्षेत्र की पल-पल की जानकारियां मिल जाती है। बीपीसील के आईटी विभाग के प्रमुख एम.डी. अग्रवाल ने बारहवीं पंचवर्षीय योजना के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि सरकार विभिन्न योजना में सूचना प्रौद्योगिकी, कम्प्यूटर साइंस पर भारी बजट आवंटित करती हैं। बजट के माध्यम से नए रिसर्च किए जा सकते हैं। उन्होंने एडवांस कम्प्यूटिंग के क्षेत्र में हो रहे नए अविष्कार व रिसर्च के बारे में बताया।

 

देर रात तक तेज़ आवाज़ में साउंड बजने पर होटल लीला प्रबंधक के खिलाफ FIR

imagesउदयपुर, अम्बामाता थाना पुलिस ने होटल लीला प्रबंधकों के खिलाफ ध्वनि प्रदूषण फैलाने का मामला दर्ज किया।

शहर के झील किनारे स्थित होटल लीला वेंचर में सोमवार रात में मुंबई निवासी परिवार का विवाह समारोह आयोजित हुआ था। इस दौरान देर रात तक होटल परिसर में जोर जोर से साउण्ड सिस्टम बज रहा था। इससे परेशान होकर क्षेत्रवासियों की शिकायत पर अम्बामाता थाना एएसआई मांगीलाल मय टीम ने मोके पर पहुंचकर उपकरण जब्त कर मुंबई निवासी केतन को गिरफ्तार किया तथा होटल मेनेजर सहित तीन लोगों के खिलाफ ध्वनी प्रदूषण फैलाने का मामला दर्ज किया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद होटल परिसर में रात १० बजे बाद तेज आवाज में साउण्ड बज रहा था।

एक हाथ से नहीं पकड़ पाते पैन फिर भी यश को मिली दूसरी रैंक

8482_yashजयपुर.एक बार समझकर पढ़ लो। घर पर रिवाइज कर लो। दुबारा पढ़ने की जरूरत नहीं। न ही रट्टा लगाना पड़ेगा। टीचर की इस सीख का अनुसरण किया। कभी रट्टा नहीं लगाया। समझकर याद किया। मेरिट में स्थान हासिल करने में सफल रहा।

 

एनटीएसई के फर्स्ट लेवल पर राजस्थान में दूसरी रैंक प्राप्त करने वाले यश शर्मा एक हाथ से पैन पकड़ने में असमर्थ हैं। दोनों हाथ से पैन पकड़कर ठोड़ी के सहारे से लिखते हैं। पांच साल पहले पतंगबाजी करते हुए पतंग हाइटेंशन के तारों में उलझ गई थी। पतंग को सुलझाने के लिए आयरन रॉड का सहारा लिया। करंट का झटका लगा।

 

यश बताते हैं, बेहोशी से आंख खुली तो खुद को हॉस्पिटल में पाया। शरीर का काफी हिस्सा झुलस चुका था। हाथों ने काम करना बंद कर दिया था। उस वक्त वे नौ साल के थे। पांचवीं क्लास में पढ़ते थे। डॉक्टर्स ने हाथ काटने की सलाह दी थी। समझ नहीं आ रहा था, जिंदगी कैसे आगे बढ़ेगी? पापा किराने की दुकान करते हैं। उन्होंने न खुद हिम्मत हारी।

 

न ही मुझे हिम्मत हारने की सलाह दी। चार सर्जरी हुईं। पैरों से नसें निकालकर हाथों में डाली। धीरे-धीरे हाथों ने काम करना शुरू किया। अभी वे सीधे हाथ से कुछ नहीं पकड़ सकते। लिखते समय अंगुलियों में सूजन आ जाती है। बायां हाथ भी चालीस परसेंट ही काम करता है। लिखने में स्पीड नहीं है। टीचर्स ने सहयोग दिया। आत्मविश्वास और हौसले से आगे बढ़े। सफल रहे।

 

परीक्षा के समय साउंड सिस्टम तेज बजाने वालों पर पुलिस कार्रवाई करेगी

images (4)उदयपुर. पर्यावरण प्रदूषण रोकने और स्कूल, कॉलेजों में परीक्षाओं के समय शादियों में साउंड सिस्टम तेज बजाने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। इसके लिए नगर परिषद व पुलिस को संयुक्त रूप से अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही हर वाटिका पर ध्वनि प्रदूषण की वैधानिक चेतावनी का बोर्ड लगाया जाएगा।

 

सोमवार को पुलिस, प्रदूषण नियंत्रण मंडल, नगर परिषद, थाना प्रभारियों, उपखंड अधिकारियों की अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर की अध्यक्षता में बैठक रखी गई। इस बैठक में कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के अंतर्गत आने वाले नियमों पर चर्चा की गई।

 

शहर में नगर परिषद और गांवों में उपखंड अधिकारियों से मिलकर कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की गई। बैठक में यूआईटी सचिव आर.पी. शर्मा, खेरवाड़ा उपखंड अधिकारी मोहनलाल वर्मा, यूआईटी अधीक्षण अभियंता अनिल नेपालिया सहित शहर के थानाप्रभारी, वृत्ताधिकारी मौजूद थे। बैठक पर शहर की आंतरिक सुरक्षा को लेकर भी पुलिस अधिकारियों में चर्चा हुई।

 

यह करेंगे प्रयास

 

वाटिका संचालकों से पुलिस अधिकारी मिलकर समझाइश करेंगे। वहां वैधानिक चेतावनी का बोर्ड भी लगाएंगे। बोर्ड पर जुर्माना व कानूनी जानकारी भी दी जाएगी। पुलिस विभाग थाना क्षेत्र में आने वाली वाटिकाओं के संचालकों व प्रबुद्धजन को कानूनी जानकारी देंगे। कार्रवाई के दौरान नगर परिषद, उपखंड अधिकारी स्तर के अधिकारी मौजूद रहेंगे।

 

 

हर क्षेत्र के अपने नियम

 

प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने एचआर कसाना ने बताया कि कोलाहल नियंत्रण अधिनियम में अलग-अलग क्षेत्रों में नियम भी निर्धारित हैं। उसके अनुसार शोर पर सजा व जुर्माने का प्रावधान है। इसके लिए संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों को कार्रवाई के अधिकार दे रखे हैं। संबंधित पुलिस स्टेशन, कंट्रोल रूम, नगर परिषद, प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों की ओर से कार्रवाई की जा सकती है।

मदर मिल्क बैंक की पहली मिल्कडोनर बनेंगी सुमन

4456_sumanउदयपुर. मां के इस जज्बे को प्रणाम। बात हो रही है जयपुर की सुमन नवल की। वह उदयपुर के जिला अस्पताल में खोले जा रहे राजस्थान के पहले मदर मिल्क बैंक की सबसे पहली मिल्क डोनर या दूधदाता हैं।

 

इसे पन्नाधाय के इतिहास वाली मेवाड़ की धरती का पुण्यप्रताप कहा जाए या सुमन और उनके पति आनंद स्वरूप की शिशुओं को लेकर अतिसंवेदनशीलता। यह सच है कि उनका यह कदम कुपोषण के कारण मृत्यु का शिकार होने वाले शिशुओं की प्राणरक्षा के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।

 

सुमन फिलहाल उदयपुर में ही रहती हैं। उनके पति इनकमटैक्स विभाग में डिप्टी कमिश्नर हैं। वह खुद अर्थशास्त्र में एमए हैं और नेट क्वालीफाई कर चुकी हैं। इस संवाददाता को उन्होंने बताया कि उदयपुर में खुल रहे दिव्य मदर मिल्क बैंक के बारे में उन्होंने इस समाचार को पढ़ने के बाद उन्हें साल भर पहले खुद पर आया वह संकट याद आया जिससे वह काफी ज्यादा परेशान हुए थे।

 

सुमन ने बताया कि उनके बेटे अमन के जन्म के बाद दो दिनों तक वह अपने बच्चे को दूध नहीं पिला पाईं थी। उन्हें अपने शिशु को भूख से बिलखते हुए देखा था। तब उन्हें अहसास हुआ कि मां का दूध न मिलने से बच्चों को किस तरह की तकलीफ होती है।

 

ऐसे बहुत से शिशु होते हैं जिनकी मां नहीं होती या फिर उनकी मां अपना दूध पिलाने में सक्षम नहीं होती। लिहाजा उन्होंने और उनके पति आनंद ने तय किया कि वह मदर मिल्क बैंक के लिए दूध दान करेंगी। उनके पति आनंद स्वरूप का कहना है कि उन्हें अपनी पत्नी पर गर्व है कि दूसरे के शिशुओं को अपना दूध देने जैसा बड़ा काम करने जा रही है। उनके मुताबिक उनका पूरा परिवार सुमन के नजरिए को लेकर बेहद खुश है।

 

कौन कर सकता है दुग्धदान

 

ऐसी स्वस्थ माताएं जो अपने शिशुओं को दूध पिलाती हों और दूध दान करने से उनके शिशु के आहार में कोई कमी न आती हो.

 

 

फायदा क्या

 

 

कुपोषण के कारण मौत का शिकार होने वाले सौ शिशुओं में से 16 की जान बचाई जा सकती है

 

 

अब आगे क्या

 

 

रोटरी व लायन्स जैसे क्लबों, सामाजिक और धार्मिक संगठनों से जुड़ी महिलाओं को इस पवित्र उद्देश्य की पूर्ति के लिए आगे आना होगा ताकि कुपोषण के शिकार शिशुओं की प्राणरक्षा की जा सके।