ग्लैमर वर्ल्ड में बनाएं कॅरियर

fashion635230-10-2013-12-15-48W

Udaipur post. अगर आप में कुछ नया करने और जोखिम उठाने का साहस है, तो आप ग्लैमर वर्ल्ड में अपना कॅरियर तलाश सकते हैं। इसमें पैसे के साथ-साथ शोहरत भी खूब है। ग्लैमर वर्ल्ड यूं तो सभी को आकर्षित करता है, लेकिन आज का युवा अपने इस आकर्षण को कॅरियर के तौर पर अपनाने के लिए आगे आ रहा है। ऎसे में अगर आप रैंप, मॉडल्स और फैशन शोज के प्रति आकर्षण महसूस करते हैं और इस ग्लैमर वर्ल्ड का एक हिस्सा बनना चाहते हैं, तो फैशन कोरियोग्राफी में कॅरियर बना सकते हैं।

फैशन कोरियाग्राफी
आमतौर पर यूं तो फैशन कोरियोग्राफी को ही फैशन डिजाइनिंग समझ लिया जाता है, जबकि हकीकत में ऎसा नही है। कोरियोग्राफर पर पूरे शो की जिम्मेदारी होती fashion265330-10-2013-12-15-50Dहै। किस मॉडल को क्या पहनना है, रैंप पर कैसे आना है, कैसे जाना है, साथ ही शो स्टॉपर के साथ मॉडल्स की पोजीशंस को भी कोरियोग्राफर ही मैनेज करता है।

बढ़ती डिमांड
आज के दौर में फैशन शोज बहुत जल्दी-जल्दी होने वाला इवेंट बनता जा रहा है। ऎसे में ये इवेंट फैशन इंडस्ट्री में हो रहे अपडेट्स को जानने का भी एक बेहतरीन सोर्स बन गए हैं। ऎसे में फैशन कोरियोग्राफर्स की डिमांड, वर्क एरिया, अपॉच्र्युनिटीज के मौके भी बढ़ रहे हैं। इतना ही नहीं कॉलेज इवेंट्स के अलावा कॉरपोरेट इवेंट्स में भी फैशन शोज काफी पॉपुलर हो रहे हैं।

युवा के लिए आकर्षण
यूथ के लिए यह फील्ड काफी आकर्षक है, क्योंकि इसमें क्रिएटिविटी और इमेजिनेशन में ग्लैमर का तड़का लगाने की जरूरत होती है। युवा वर्ग हर बार कुछ नया करना चाहता है। इस फील्ड में इसी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। कॉलेज टाइम से ही युवा वर्ग बदलते फैशन ट्रेंड से रूबरू होते रहते हैं। फ्रेशर्स पार्टी, फेयरवेल पार्टी इसका जरिया बनते हैं। यही कारण है कि फैशन डिजाइनिंग के बाद अब फैशन कोरियोग्राफी का भी क्रेज बढ़ रहा है।

प्रैक्टिकल पर ज्यादा जोर
इस फील्ड की खास बात यह है कि इसमें थ्योरी से ज्यादा प्रैक्टिकल नॉलेज की महत्ता है। अगर आपमें क्रिएटिविटी है, तो किसी फैशन कोरियोग्राफर के साथ काम सीख सकते हैं। बेसिक्स के लिए फैशन डिजाइनिंग कोर्स कर सकते हैं। इसके ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन के लिए 50 फीसदी अंकों के साथ हायर सेकंडरी होना जरूरी है।

आमदनी भी है अच्छी खासी
कॅरियर की शुरूआत में आपको 15,000 रूपये से लेकर 20,000 रूपये तक वेतन के रूप में मिलते हैं। आगे चलकर जैसे-जैसे आपके शोज हिट होते जाते हैं, आपकी आमदनी भी वैसे-वैसे बढ़ती जाती है। आप चाहें तो आगे चलकर एक ब्रांड के रूप में भी काम कर सकते हैं। यह आपको अपनी एक अलग पहचान देगा।

सलेक्शन-कलेक्शन
फैशन कोरियोग्राफर में म्यूजिक के सेलेक्शन और कलेक्शन की समझ के साथ-साथ शो के लिए एक लुक तैयार करने की भी समझ होनी चाहिए। कोरियोग्राफर को एक ही वक्त पर कई सारे काम करने पडते हैं, जैसे मॉडल और डिजाइनर से ड्रेस की फिटिंग चेक कराना, म्यूजिक सेलेक्शन, शो को डायरेक्ट करना, डीजे म्यूजिक और लाइट इंजीनियर के साथ कोऑर्डिनेट करना।

कहां से करें कोर्स
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, हौज खास, नई दिल्ली
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पालदी, अहमदाबाद
स्कूल ऑफ फैशन टेक्नॉलॉजी, पुणे
एपीजी शिमला यूनिवर्सिटी, शिमला
इसके अलावा जरूरी है कि आप किसी फैशन कोरियोग्राफर के साथ काम सीखें, यह अनुभव आपके बहुत काम आएगा।

…निखरेगा तन-मन – NICC BEAUTY TIPS

NICC Director, Sweeti Chhabra
NICC Director, Sweeti Chhabra

शादी का दिन हर लड़की के लिए बेहद खास होता है। अगर आप भी दुल्हन बनने जा रही हैं तो इस खास दिन को और भी ज्यादा खास बनाने के लिए कुछ चीजों पर बेहद ध्यान देने की जरूरत है।

 

 

 

 

 

 

pariwar635217-11-2013-01-02-29W

बाल
हर दूसरे दिन धोने से, ड्रायर से सुखाने से बालों के सिरे दो मुंहे हो जाते हैं। इसलिए अगर शादी के समय आप स्वस्थ और चमकदार बाल चाहती हैं तो अपने खाने में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी लें। इसके अलावा मछली, नट्स, अंडा, शकरकंद, पालक, लेटिस आदि पोषक खाद्य पदार्थ शामिल करें। इसके साथ ही शादी से एक महीने पहले से ही आप रोजाना स्कैल्प मसाज और बालों की डीप कंडीशनिंग जरूर करें।
चेहरा
यूं तो शादी से छह महीने पहले से ही लड़कियों को अपने चेहरे का खास खयाल रखना शुरू कर देना चाहिए। अगर आपको मुंहासे की समस्या है तो त्वचा रोग विशेषज्ञ से जरूर मिलें। इसके अलावा आप स्पा ट्रीटमेंट और फेशियल भी जरूर करवाएं, ताकि मृत त्वचा हट सके और त्वचा में निखार आए।
आंखें
आंखें शरीर का बेहद नाजुक हिस्सा होती हैं, इसलिए आंखों का मेकअप सावधानीपूर्वक हल्के हाथों से हटाएं। भरपूर मात्रा में नींद लें, जिससे आंखें थकी-थकी न महसूस हों। इसके अलावा कम नमक का भोजन करें और खूब पानी पीएं।
बॉडी (शरीर)
शादी के दिन अंदर और बाहर दोनों तरफ से सुंदर दिखने के लिए शादी से पहले रोजाना योगा करें। जिससे शरीर और दिमाग दोनों स्वस्थ बनें, साथ ही मल्टीविटामिन्स सप्लीमेंट्स भी अवश्य लें। हाथों-पैरों की सुंदरता को बढ़ाने के लिए पैडीक्योर और मैनीक्योर जरूर करवाएं।

ऎसे आएगा अंदर से निखार
स्टेप 1 : शादी से पहले के कुछ महीनों में जंक फूड्स और सॉफ्ट ड्रिंक्स को पूरी तरह से न कहें। इनकी जगह आप पर्याप्त मात्रा में पानी, सूप और ढेर सारी हरी सब्जियां खाएं। इससे सभी शारीरिक क्रियाएं भी सही रहती हैं और आपकी त्वचा स्वस्थ बनने के साथ अंदर से दमकती है।
स्टेप 2 : भले ही आप अब तक कभी योग या मेडिटेशन न किया हो, लेकिन शादी के पहले इन्हें करना जरूर शुरू कर दें। योग और मेडिटेशन की कुछ मुद्राएं शरीर से टॉक्सिंस निकालने का काम करती हैं। इस तकनीक को शतकर्मास या शतक्रिया भी कहते हैं। इनसे शरीर में डीटॉक्सिफाइंग प्रक्रिया होती है, साथ ही पेट और मलाशय साफ करने में भी ये सहायक होती हैं।
स्टेप 3 : शादी से पहले स्पा ट्रीटमेंट तन और मन दोनों के लिए बहुत जरूरी होता है। स्पा ट्रीटमेंट से दिल और दिमाग दोनों ही तंदुरूस्त रहते हैं। इससे शरीर सुंदर बनता है और शरीर के सारे अंग भी सुचारू रूप से काम करते हैं।

ये है आपकी ब्राइडल डाइट
लहसुन : लहसुन से खून साफ होता है और यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है। यह एक्ने को साफ करने में भी मदद करता है।
एवोकेडो : यह त्वचा को नर्म और मुलायम बनाता है, साथ ही झुर्रियों से भी बचाव करता है। इसमें विटामिन ई की भरपूर मात्रा होती है।
केला : इसमें पोटेशियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। यह शरीर में जल संग्रहण की समस्या से निजात दिलाता है।

8 स्टेप्स में करें पेट की चर्बी कम

0

bellyfat635229-12-2013-02-52-47W

Udaipur post. हमारी गलत ईटिंग हैबटि्स का नतीजा है बैली फैट। बैली फैट न केवल आपका शरीर बेडोल बनाता है बल्कि कई बीमारियों का शिकार बनाता है।
इन आयुर्वेदिक टिप्स को अपनाकर आप बैली फैट से छुटकारा पा सकते हैं।

दिन की शुरूआत लेमन जूस से करें: बैली फैट कम करने का यह सबसे अच्छा तरीका है। एक गिलास में नींबू का रस निचोड़े और उसमें थोड़ा सा नमक डालें। इसे हर सुबह पीएं और अपने मैटाबालिज्म बूस्ट करें।

सफेद चावल से दूर रहें: सफेद चावल की जगह गेहूं से बनी चीजों का सेवन करें। ब्राउन राइस, ब्राउन ब्रेड, होलग्रेन्स, ओट्स आदि का इस्तेमाल करें।

चीनी से बनी चीजों से दूर रहें: मीठी चीजों से दूर रहें। मीठी चीजें और तेल का इस्तेमाल कम करें। इन चीजों का सेवन करने से आपके बॉडी का फैट बढ़ता विशेष रूप से पेट और थाईज का।

खूब पानी पीएं: बैली फैट से निजात पाने के लिए दिनभर में खूब पानी पीएं। दिनभर में समय-समय पर यदि आप पानी पीएंगे तो इससे आपके मैटबॉलिज्म को बूस्ट मिलेगा औश्र बॉडी का टॅक्सिन कम होगा।

कच्चा लहसुन खांए: हर सुबह दो या तीन लहसुन की कली को कच्चा चबाएं इसके बाद नींबू पानी पी लें। इससे आपका वेटलॉस डबल हो जाता है और साथ ही ब्लड सर्कुलेशन स्मूद हो जाता है।

नॉन वेज कम खाएं: बैली फैट कम करने के लिए जरूरी है कि आप नॉन वेज फूड कम खाएं।

फल और सब्जियों का सेवन करें: हर रोज एक बाउल फ्र्रूट्स सुबह या शाम को जरूर खाएं। इससे शरीर में एंटी ऑक्सिडेंट, मिनरल और विटामिन की कमी नहीं होगी।

स्पाइस अप यॉर कुकिंग: अपने भोजन में दालचीनी, अदरक, काली मिर्च आदि का इस्तेामल करें। इन सारे मसालों में स्वास्थ्य से जुड़ी सभी चीजें मौजूद होती हैं। इससे बापके बॉडी का शुगर लेवल भी कम होता है।

गाय के दूध से हारेगा एचआईवी

0

hiv635202-01-2014-12-18-99W

जनवरी में मेलबर्न विश्वविद्यालय ने शोध में पाया कि गाय का दूध एचआईवी के इलाज में मददगार हो सकता है। गर्भवती गाय को एचआईवी प्रोटीन का इंजेक्शन दिया गया।

प्रसव के बाद उसने जो दूध दिया वह उच्च स्तर की रोग प्रतिरोधक क्षमता वाला था जो नवजात बछड़े को बीमारी से बचाता है। खास बात: इस दूध से बनीं क्रीम महिलाओं को यौन बीमारियों से दूर रखेगी।

इतिहास रच कर 500 करोड़ क्लब में शामिल हुई “धूम-3”

dhoom-3

udaipur. बॉलीवुड मिस्टर परफेक्टशनिस्ट आमिर खान, कैटरीना कैफ स्टारर फिल्म “धूम-3” बॉक्सऑफिस जबरदस्त धूम मचा रही है। फिल्म रिकॉर्ड तोड़ कमाई करते हुए 500 करोड़ के क्लब में शामिल हो गई है। “धूम-3” अब तक 18 दिन में कुल 501.35 करोड़ बिजनेस कर चुकी है।

20 दिसम्बर को रिलीज हुई आमिर की धूम-3 ने घरेलु बॉक्स ऑफिस पर 351.29 करोड़ और विदेश में 150.06 करोड़ का कारोबार किया है।

उल्लेखनीय है कि फिल्म ने पहले ही दिन 34 करोड़ का बिजनेस किया था और पहले वीकेंड में 100 करोड़ के क्लब में शामिल हो गई थी। फिल्म में आमिर के अलावा कैटरीना कैफ, अभिषेक बच्चन, उदय चोपड़ा भी है। विजय कृष्ण आचार्य निर्देशित फिल्म में आमिर नेगेटिव रोल में है। इसमें आमिर ने डबल रोल अदा किया है।

ऑस्कर फिल्मों को प्लेटफॉर्म देता है: आमिर

अवॉर्ड फंक्शनस से दूर रहने वाले आमिर ने ऑस्कर के बारे में बताया, मेरे लिए ऑस्कर केवल अपनी फिल्म को ऑडियंस तक पहुंचाने का जरिया है। ऑस्कर में नामिनेट होने के बाद पूरी दूनिया के लोग आपकी फिल्म को देखना चाहते हैं। ऑस्कर फिल्मों को एक प्लेटफॉर्म देता है।

लगान हुई थी नोमिनेट

वर्ष 2001 में आमिर की फिल्म लगान को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया था। ये फिल्म आशुतोष गोवारीकर ने बनाई थी। इस फिल्म ने उस वक्त सफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। लगान को ऑस्कर में जगह मिली थी, लेकिन आमिर ऑस्कर को एक अवॉर्ड से ज्यादा कुछ नहीं मानते हैं। उनका कहना है कि फिल्म अच्छी है या बुरी ये सिर्फ ऑडियंस तय करती है। उसके लिए फिल्म को किसी अवॉर्ड की कसौटी पर खरा उतरना जरूरी नहीं है।

गुलाम से शुरू हुई अवार्ड की नाराजगी

मिस्टर परफेक्शनिस्ट को उनकी फिल्म गुलाम के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड नहीं मिलने से वो काफी नाराज हुए थे और उसके बाद आमिर ने अवॉर्ड फंक्शनस् से दूरी बना ली। अब आमिर अवॉर्डस् में नहीं केवल अपने काम में विश्वास रखते है।

विज्ञान क्लब का यूपीए सिस्टम हुआ खाक

u7janph-9

उदयपुर। मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय परिसर स्थित विज्ञान भवन में मंगलवार को प्रात: हुई आगजनी से लगभग ढाई लाख रूपये की कम्प्यूटर सामग्री एवं यूपीएस प्रणाली जलकर राख हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार प्रात: सुखाड़ीया विश्वविद्यालय के विज्ञान भवन में आग लगने से यूपीएस प्रणाली एवं कम्प्यूटर सामग्री जलकर राख हो गई। अवकाश का दिनहोने के कारण कोई जनहानि नहीं हुई। आग पर दो दमकलों ने नियंत्रण पाया।
विज्ञान भवन के निदेशक प्रो. वेणुगोपाल के अनुसार आगजनी से लगभग ढाई लाख रूपये की कम्प्यूटर सामग्री एवं यूपीएस पूर्णतया जल गया है। यह क्षति ज्यादा भी हो सकती थी यदि आग समीप स्थित कम्प्यूटर लेब पर पहुंचा जाती। उक्त कक्ष में महत्वपूर्ण दस्तावेजों के अतिरित्त* काफी संख्या में कम्प्यूटर बैट्रीज एवं अन्य सामग्री रखी गई थी। उन्होंने बताया कि संभवताया बैट्रीज के अत्यधिक गर्म हो जाने के कारण आग जली।

“Khushi” Adopts 75 Child Care Centres in India

Rajasthan (18), Odisha (35), Chattisgarh (10) and Tamil Nadu (12) – 2500 rural deprived children to benefit…

Child Care Centre in Rajasthan

Vedanta has a clear focus towards the care for the underprivileged children in India, the education should reach in deep rural areas. The company has been engaged in promoting various programs for the underprivileged children. In the same focus, Vedanta launched its child care awareness campaign, “Khushi”, in 2012, which has the objective to spread the message towards care for the underprivileged children, their education, nutrition and health, and give them a life of dignity. With more than 35,000 members on facebook, this project of Vedanta has now moved ahead and adopted 75 child care centres in Rajasthan, Tamil Nadu, Odisha and Chattisgarh. The campaign uploads success stories on the blog which is touching about 500,000 page views. The campaign connects people of similar minds and thoughts.

“The Khushi – Vedanta Child Care Centres” are located in deep rural areas and the intervention by Khushi project of Vedanta will bring awareness and motivate about 2500 rural children. The children are less and are not exposed to schools. Motivating these children to come to Khushi – Vedanta Child Care Centre will take a lot of efforts. Khushi has currently adopted 12 child care centres in Tamil Nadu, 18 centres in Rajasthan, 10 centres in Chattisgarh and 35 centres in Odisha”, said Pavan Kaushik, Head of Corporate Communication, Vedanta Group.

The children are below 6 years of age and would be provided nutrition, regular health check-up and will be taught through play-way method. These centres will also become a place for common immunization and knowledge sharing on health, nutrition and education issues.

“These children need to be exposed to colourful books, colourful posters, toys, cleanliness in terms of sanitation & hygiene, besides finally upgrading them to join formal schools”, says Pavan Kaushik.

The world largest child population lives in India and it is also true that nearly one third of the malnourished child population also lives in India. The country also accounts for largest child deaths and school dropouts. The condition of girls is even worse. Taking cognizance of the issue, Government of India has sanctioned Rs. 129,000 crore in the current plan to be spent under the Integrated Child Development Scheme (ICDS) within 3 years.

“Khushi” will also focus on enrolling as many girl children in the centres. “Khushi” is looking to have a minimum 50% girl child in each Centre and will ensure they are attended on priority. Each centre is expected to enroll about 30 children and right from the weight measurement, the height, an overall growth chart will be prepared of each child. The Centre would also keep their parents involved so that within the process they also learn the importance of education, health and nutrition in family.

These child care centres have been named as “Khushi – Vedanta Child Care Centres” and the community relations executives of the company are working door to door in villages for sending the children in the centres.

Recently, Vedanta’s “Khushi” has joined hands with NDTV and Priyanka Chopra for a campaign “Our Girls Our Pride” that has focus towards girl children in India. This event has also ensured education for about 2200 girl children. Vedanta has also adopted about 150 schools in Rajasthan to improve their infrastructure, provide teaching aids and other equipments. The company has already provided computers in schools and also associated with about 5,000 Anganwadi Centres in Rajasthan, Odisha, and Chattisgarh.

रेल लाइन पर होगा पर्यटन विकास, उदयपुर से जुड़ जाएंगे केरल और गोवा

9113_97

उदयपुर. लेकसिटी में पर्यटन विकास के लिए उदयपुर-अहमदाबाद रेल लाइन को ब्रॉडगेज किया जाना बेहद जरूरी है। यह परियोजना रेलवे बोर्ड की प्राथमिकता में शामिल नहीं है, लेकिन गुजरात और राजस्थान सरकार इसमें सहयोग करे तो इसको जल्दी पूरा किया जा सकता है।
आगामी 8 व 9 जनवरी को जयपुर में होने वाली कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में इस मामले को उठाकर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के ध्यान में लाया जा सकता है। इस रेलवे लाइन के ब्रॉडगेज होने पर केरल, गोवा, चेन्नई व हैदराबाद जैसे प्रमुख राज्य व शहर उदयपुर से सीधे जुड़ जाएंगे।
माल परिवहन बढऩे व खनिज बाहर जाने से मेवाड़ के खनन व्यापार में वृद्धि होगी। वर्ष 2008 में उदयपुर-अहमदाबाद रेल परियोजना को मंजूरी मिली थी। उस समय आमान परिवर्तन की लागत 800 करोड़ आंकी गई थी। रेलवे ने बड़ी रेल लाइन डालने पेटे अब तक कुल 25 करोड़ रुपए आबंटित किए हैं। फंड के अभाव में पिछले रेल बजट में स्वीकृत मावली-बड़ी सादड़ी आमान परिवर्तन का काम भी शुरू नहीं हो पाया है।
प्राथमिकता में क्यों नहीं
यह प्रोजेक्ट एक हजार करोड़ से अधिक होने के कारण अन्य परियोजना रेलवे बोर्ड की प्राथमिकता में है। राजस्थान व गुजरात के सांसदों की ओर से भी इस मामले को उचित तरीके से नहीं उठाया गया है।
क्या हो सकता है
उदयपुर व अहमदबाद के बीच लोगों की आवाजाही बहुत ज्यादा है। राजस्थान सरकार व गुजरात सरकार इसमें आर्थिक मदद करे तो यह परियोजना रेलवे की प्राथमिकता में आ सकती है।

डबोक टोल प्लाजा पर पथराव, टैक्स देने को लेकर तोड़-फोड़

0240_100उदयपुर. डबोक-मावली स्टेट हाईवे स्थित टोल प्लाजा पर टैक्स देने को लेकर सुबह साढ़े 10 बजे कार चालक, इसके साथियों और कर्मचारियों के बीच मारपीट हो गई। कुछ ही देर में दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया। आधा घंटा तक मारपीट और पथराव का माहौल बना रहा।

पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई। जहां देर शाम दोनों पक्षों में समझौता हो गया। पुलिस ने बताया कि सुंदरवास निवासी प्रवीण कुमार पुत्र राजकुमार पंवार रविवार शाम मावली गया था। जाते समय टोल टैक्स की रिटर्न पर्ची कटवाई थी। सुबह पत्नी के साथ वापस उदयपुर लौट रहा था।

वह सुबह 7.30 बजे टोल प्लाजा पहुंचा, कर्मचारी ने टैक्स मांगा तो प्रवीण ने रिटर्न पर्ची होने के कारण रुपए देने से मना कर दिया। इस पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। प्रवीण ने फोन पर साथियों को बुला लिया। इन्होंने टोल के 3 बूथ, सीसीटीवी कैमरे और टोल प्लाजा में रखे टीवी, टेबल तोड़े और जमकर पथराव किया। कर्मचारी टोल ऑफिस में छुप गए और जवाब में उन्होंने भी पथराव किया। घटना में प्रवीण, भरत जाट, गोटू बंजारा, डोरी लाल के मामूली चोटें आईं हैं।

 

एक माह का गेहूं देकर दो राशन टिकट ले रहा डीलर

9599_25उदयपुर. खाद्य सुरक्षा में भले ही राशन वितरण में पारदर्शिता बरतने का प्रयास किया जा रहा हो, लेकिन राशन डीलर चालाकी से गड़बड़ी कर रहे हैं। गोवर्धन विलास क्षेत्र की दुकान नंबर 90 पर राशन डीलर दिसंबर का गेहूं वितरित कर रहा है और बदले में दो माह के राशन टिकट ले रहा है। यह क्षेत्र के सैकड़ों लाभार्थियों के साथ हुआ है।

क्षेत्रवासियों ने बताया कि राशन डीलर कालू राम की दुकान चलाने वाला देवीलाल क्षेत्र के लाभार्थियों को दिसंबर माह का गेहूं दे रहा है, बदले में दो माह के राशन टिकट ले रहा है। उसका कहना है कि नवंबर माह में बिना राशन टिकट के गेहूं दिए थे, जिसका टिकट अभी लेना है।

लाभार्थियों को छह माह के राशन टिकट ही मिले थे। अभी दो टिकट देने की स्थिति में किसानों के पास मई में गेहूं लेने के लिए टिकट नहीं बचेगा। ऐसे में डीलर द्वारा बड़ी मात्रा में कालाबाजारी होने की आशंका है। इस दुकान से 400 लाभार्थियों के लिए 85 क्विंटल गेहूं वितरित होने के लिए पहुंचा है।