उदयपुर। प्रतापनगर चौराहे पर पुराने आरटीओ कार्यालय के समीप स्थित पेट्रोलपंप के पास एक ट्रोले ने मोटरसाइकिल सवार तीन युवकों को अपनी चपेट में ले लिया। घटना में दो युवकों की मौके पर मौत हो गई जबकि एक घायल हो गया।
जानकारी के अनुसार प्रतापनगर चौराहे पर नागदा पेट्रोलपंप के समीप एक अनियंत्रित ट्रोले ने मोटरसाइकिल पर अपने गांव रेबारियों की घाटी जा रहे हरीश (20) पुत्र बालूदास वैष्णव, जितेन्द्र (26) पुत्र रामचरण निवासी केशवपुरा कोटा व नरेश (18) पुत्र बालूदास वैष्णव को चपेट में ले लिया। घटना में हरीश व जितेन्द्र की मौके पर ही मौत हो गई जबकि नरेश घायल हो गया। घटना के बाद ट्रोला चालक ट्रोले को मौके पर ही छो$ड भाग गया। पुलिस ्रने ट्रोला जब्त कर मृतक के शवों और घायल को चिकित्सालय पहुंचाया।
ट्रोले ने बाइक को चपेट में लिया, दो युवक की मौत
बलात्कारियों को शेर के पिंजरों में बंद करो
उदयपुर,। विनोबा संदेश सेवा संस्थान के संस्थापक समाजसेवी मनोहरलाल सरूपरिया ने केन्द्र सरकार को एक ज्ञापन देकर मांग की है कि बलात्कारियों को शेर के पिंजरे में बंद कर उन्हें सप्ताह में तीन दिन भूखा रखा जाए।
जस्टिस वर्मा की रिपोर्ट आने के बाद सरूपरिया ने कहा कि दुष्कर्म एक जघन्य अपराध है यदि उन्हें फांसी की सजा नहीं दी जाती है तो कम से कम उनमें भय व्याप्त करने की दृष्टि से शेर के पिंजरे में बंद कर यातनाएं दी जाए। उम्र कैद की सजा का भार तो आम आदमी पर ही पडेगा।
सरूपरिया ने एक विज्ञप्ति में कहा कि प्रतीकात्मक तौर पर संस्थान ने एक ऐसा पिंजरा बनवाया है, जिसमें दो हिस्से है। एक हिस्से में शेर अथवा जंगली जानवर को रखा जाए तथा दूसरे हिस्से में बलात्कारियों को तीन दिन भूखों रखा जाए। ताकि जंगली जानवरों का सामना करते हुए उन्हें अहसास हो सके कि बलात्कार को पीडिता ने कैसी यातना झेली है। उन्होंने विज्ञप्ति में कहा है कि सम्पूर्ण विश्व में भारत की छवि एक अहिंसावादी देश के रूप में है। शायद यही सोच जस्टिस वर्मा की रही हो और उन्होंने फांसी की सजा देने की सिफारिश नहीं की है, किन्तु सामूहिक यंत्रणापूर्वक बलात्कार एक ऐसा जघन्य अमानवीय अपराध है कि बलात्कारी को जिंदा रहने का अधिकार भी नहीं है। इसलिए उनमें खौफ पैदा करने के लिए शेर के पिंजरे में बंद रखना जरूरी है। ताकि वे भय के समक्ष तिल-तिल मरने के लिए तत्पर रहे। इससे मानवाधिकारों का हनन भी नहीं होगा। विज्ञप्ति में कहा गया है कि हमारे देश के नेतृत्व वर्ग की भी यह जिम्मेदारी बनती है कि दुष्कर्म की घटनाओं को राजनीति की मोम चढी आंखों से नहीं देखें और पीडिता एवं उसके परिवारजनों को न्याय दिलाने में ईमानदारी के साथ सख्ती के साथ कदम उठाएं। ऐसी घटनाएं किसी के साथ भी हो सकती है।
स्कूली स्तर से ही पढाया जाए लैंगिक संवेदना का ज्ञान: लाडकुमारी
उदयपुर, । राज्य महिला आयोग की प्रो.लाड कुमारी जैन ने बालिका शिक्षा पर जोर देते लैंगिक समानता के पहल की बात कही। उन्होंने पहली कक्षा से कॉलेज स्तर पर इसकी व्यवस्था करने की बात कही।
उन्होंने बताया कि महिला आयोग ने प्रस्ताव तैयार कर यूजीसी, बार काउंसिल ओैर पाठ्यक्रम संचालित करवाने वाली एजेंसियों से मार्गदर्शन मांगा है। इसके लिए खुद राज्य महिला आयोग ने पहल करते हुए इसकी रूपरेखा भी तैयार की है। यह जानकारी आयोग अध्यक्ष लाड कुमारी जैन ने बतौर मुख्य अतिथि राजस्थान विद्यापीठ मे दी। वे यहां विद्यापीठ के श्रमजीवी महाविद्यालय के राजनीतिक एवं लोक प्रशासन द्वारा हुई एक दिवसीय कार्यशाला में बतौर मुख्य वक्ता दिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली दुष्कर्म जैसे ममलों से प्रेरित होकर यह निर्णय लिए गए है।
कानूनों पर आधारित हो व्यवस्था : जैन ने कहा कि महिलाओं के लिए कानून बनाए गए हैं। जो उनकी प्रति होने वाले अत्याचार और प्रताडना के खिलाफ तैयार किए हैं। आवश्यकता यह है कि इन कानूनों की सख्ती से पालना करवाई जाए। इसके लिए भी महिलाओं को ही पहल करनी होगी।
शिक्षित होना जरुरी : कार्यशाला में विवि के कुलति प्रो. एसएस सारंदेवोत ने कहा कि वर्तमान दौर में महिलाओं का शिक्षित होना बेहद आवश्यक है। इससे उनमें जागरुकता तो आती ही है, साथ ये छात्राएं अपनी भावनाओं को भी अभिव्यक्त कर सकेगी। वर्तमान में इन महिलाओं ने शिक्षा और सशक्ति करण के कई मसालों के खुद ने ही उजागर किया। इस कारण जरुरी हो जाता है अधिक से अधिक संख्या में शिक्षित किया जाना चाहिए।
पत्नी बनकर हडपे तीन लाख रूपए
– मुम्बई प्रवासी से ठगे रुपए और लगाया सामूहिक बलात्कार का आरोप
-राजनगर पुलिस ने महिला सहित दो के खिलाफ दर्ज किया मामला
राजसमन्द,। आर्थिक प्रतिस्पद्र्घा के दौर में रूपए कमाने के लिए कतिपय बे-ईमान लोगों द्वारा किस तरह के हथकण्डे उपयोग किए जाते है इसका उदाहरण कानादेव का गुडा निवासी मनोहर सिंह के साथ हुई घटना से मिलता है। इस घटना में न केवल मनोहर सिंह को आर्थिक नुकसान हुआ वरन बे-ईमान पत्नी द्वारा केलवाडा थाने में दर्ज करवाई गई बलात्कार के झूठे मामले से महिला वर्ग के प्रति घृणित भाव रखने लगा है। मनोहर सिंह ने अपने साथ हुई घटना के सम्बन्ध में अदालत में परिवाद प्रस्तुत किया है जिस पर राजनगर थाना पुलिस ने दो जनों के खिलाफ मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।
फरारा ग्राम पंचायत के कानादेव का गुडा निवासी तथा मुम्बई प्रवासी मनोहर सिंह पुत्र नाथू सिंह खरवड ने अदालत में पेश किए इस्तगासा में उल्लेख किया कि आठ-नौ माह पूर्व बल्ला का गुडा बडगुल्ला निवासी श्रीमती प्रेम कुंवर ने उसे फोन से बात कर अपने पति से परेशान होने की बात कही और शादी करने की इच्छा जाहिर की। इस पर दोनों की रजामंदी के के बाद गत वर्ष १७ जून तथा २३ जून को प्रेम कंवर ने शपथ पत्र पर साथ रहने एवं जीवन बसर करना निष्पादित किया। इसके बाद से वह दोनों पति-पत्नी के तौर पर रह रहे है। इसके बाद २. जुलाई को प्रेमकंवर के पहले पति विजय सिंह ने उसके व अन्य लोगों के खिलाफ प्रेम कंवर को भगा ले जाने का मामला दर्ज करवाया। इसकी जानकारी होने पर प्रेम कंवर ने समाज में होने वाले नाता विवाह का हवाला देते हुए विजय सिंह को तीन लाख रुपए देने की बात कही।
मनोहर सिंह ने बताया कि इस पर वह अगस्त माह में राजसमंद आया और तीन अगस्त को गवाहों के सामने तीन लाख रुपए विजय सिंह को दिए। उस वक्त यह भी समझौता हुआ कि विजय सिंह थाने में दर्ज करवाया मामला उठा लेगा। इस समझौते के अनुरूप पुलिस थाना राजनगर में प्रेम कंवर ने स्वैच्छा से मनोहर सिंह के साथ जाने की बात कही इस पर राजनगर पुलिस ने उक्त मामले में एफआर लगा दी।
मनोहर सिंह ने बताया कि इसके बाद प्रेम कंवर उसके साथ मुम्बई में रहना शुरू कर दिया लेकिन कुछ समय बाद उसने पुन: अपने पहले पति विजय सिंह से सेलफोन से सम्पर्क करना शुरू कर दिया। उसे कई बार समझाया लेकिन वह नहीं मानी। बताया गया कि गत तीन जनवरी को मुम्बई में कांदीवली निवास स्थान से प्रेम कंवर गायब हो गई। उसकी खोज करते हुए वह छह जनवरी को बल्लो का गुडा पहुंचा जहां प्रेम कंवर मौजूद थी। मनोहर सिंह ने बताया कि उसने प्रेम को साथ चलने को कहा तो उसने आने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसने प्रेम से सोने के आभूषण तथा मुम्बई से साथ लाई १५ हजार रुपए देने के लिए कहा तो उसने बल्लो का गुडा से चले जाने के लिए कहा अन्यथा उसके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करवाने की बात कही। इस घटना के वक्त मनोहर सिंह के साथ लाल सिंह व दौलत सिंह भी था। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। मनोहर सिंह ने बताया कि हाल ही में प्रेम कंवर ने केलवाडा थाने में अपहरण कर मुम्बई ले जाने तथा वहां सामूहिक बलात्कार करने तथा एबोर्शन करवाने का झूठा मामला दर्ज करवाया।
एन सी सी नेवल का 10 दिवसीय केम्प आरम्भ
उदयपुर ।1 राज नेवल युनिट एनसीसी, उदयपुर के तत्तवावधान में संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (लेफ्ट ऑवर कैडेट) 30 जनवरी से आरएसी बटालियन देबारी, के परिसर में प्रारम्भ हुआ ।
कैम्प कमाण्डेन्ट कमाण्डर के के मेहता ने बताया कि शिविर में पिछले वर्ष कैम्प करने से वंचित रहे लगभग 425 कैडेट भाग ले रहे हैं । लेफ्ट ऑवर कैम्प होने से इस शिविर में एनसीसी की तीनो विंग यथा आर्मी, नेवल एवं एयरविंग के कैम्प करने से वंचित रहे कैडेट भाग ले रहे हैं । इस शिविर में उपस्थित पी आई स्टाफ एवं एनसीसी अधिकारी कैडेटों को सामुदायिक सेवा, निशानेबाजी, नेवीगेशन, परेड डेरिल, आत्मरक्षा, स्वास्थय शिक्षा, प्राथमिक उपचार आदि का प्रशिक्षण देंगे ।
गुरूवार को उदयपुर ग्रुप के ग्रुप कमाण्डर महोदय कर्नल आई एस सहदेवा (वीएसएम) द्वारा कैम्प का निरीक्षण किया गया । इस अवसर पर कर्नल सहदेवा ने कैडेट्स को सम्बोधित करते हुए कहा कि एकता व अनुशासन जो एनसीसी की आत्मा हे वह वर्तमान में देश के लिये अति आवश्यक है । कमाण्डर मेहता ने बताया कि शिविर में भाग लेने वाले कैडेटों में सहनशक्ति, कर्तव्यनिष्ठा, देशभक्ति व स्वाभिमान की भावना कूट कूट कर भरी जाती हे।
पुरुष के आधार कार्ड पर महिला का फोटो, गलती पर सभी हैरान
उदयपुर. आधार कार्ड को भारतीय नागरिक की पहचान का सबसे अहम दस्तावेज माना जा रहा है, लेकिन इसमें ऐसी गलती भी हो सकती है कि नाम आपका और फोटो किसी दूसरे का हो। उदयपुर में ऐसा मामला सामने आया है।
इसमें आधार कार्ड पुरुष का है, लेकिन फोटो महिला का। आमतौर पर मतदाता फोटो पहचान पत्रों में ऐसी गलतियां देखने को मिली थी।
शहर के नागा नगरी (चांदपोल) निवासी एजाज मोहम्मद ने 12 अक्टूबर 2011 को आधार पंजीयन करवाया था। करीब 14 माह बाद कार्ड बनकर आया, लेकिन देखकर चौंक गए। कार्ड में नाम, पता आदि सब कुछ सही था, लेकिन फोटो किसी महिला का था।
आधार कार्ड मिले 15 दिन हो गए, तब से जिला प्रशासन और आधार एजेंसी दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन गलती में सुधार को लेकर संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा। एक बार आधार कार्ड बन जाने के बाद दोबारा पंजीयन नहीं हो पाने से वे परेशान हैं।
नाम-पते गलत छपना आम बात
आधार कार्ड में नाम और पते में गलती छपना आम बात हो रही है। शहर के भोईवाड़ा क्षेत्र के कई लोगों के आधार कार्ड में क्षेत्र का नाम ही गलत था। कई लोगों के नाम में स्पेलिंग की गलती होना सामने आया है। ऐसे में आधार कार्ड होने के बावजूद उसका उपयोग नहीं कर पाने को लेकर लोगों में मलाल है। आधार कार्ड में गलती नहीं छपे, इसके लिए पंजीयन कराने के बाद भी चार दिन के दरमियान सुधार करवाया जा सकता है।
यह सामान्य बात नहीं है
प्रदेश में डेढ़ करोड़ आधार कार्ड बने हैं। ऐसा पहली बार सुन रहा हूं कि पुरुष के आधार कार्ड पर महिला का फोटो छपा है। यह सामान्य बात नहीं है। सुधार के लिए बैंगलोर भेजा जाएगा।
न्यूरोथेरेपी विशेषज्ञ करन वर्मा से भेंटवार्ता शुक्रवार को
उदयपुर, / आकाशवाणी के एफ.एम. लेकसीटी चैनल 101.9 पर शुक्रवार को प्रात: 9.20 बजे आर्थेवेद न्यूरोथेरेपी के प्रबन्धक एवं प्रख्यात न्यूरोथेरेपी विशेषज्ञ करन वर्मा एवं हूमा खान से सजीव भेटवार्ता प्रसारित की जायेगी।
केन्द्र महानिरीक्षक श्री माणिक आय्र ने बताया कि इस भेटवार्ता में न्यूरो थेरेपी से उपचार तथा समस्याओं तथा जिज्ञासाओं और सामान्य बिमारियों और वर्तमान युग में अच्छे स्वास्थ्य के लिए जीवन शैली आदि महत्वपूर्ण विषयों पर विशेषज्ञ सीधे बिमारियों के बचाव आदि की जानकारी श्रोताओं को देगें ।
उन्होंने बताया कि श्रौताओं के मुख्यत: कमर दर्द, घूटना दर्द, गर्दन दर्द, शायटिका, स्लिपडिस्क, डायबिटीज, उच्च रक्त चाप, थायराईड आदि पर सीधा संवाद कर सकेंगे। न्यूरो थैरेपी पूरी तहर भारतीय संस्कृत पर आधारित यह पद्घति बहुत कम खर्चे में लोगों को बिना किसी दवाई सफल काम कर रही है। श्रौतागण प्रख्यात न्यूरोथेरेपिस्ट करन वर्मा एवं हूमा खान, से सीधे 0294-2428684 एवं 0294-2428685 दूरभाष पर न्यूरो थेरेपी संबंधी समस्याओं एवं समाधान प्राप्त कर सकेंगे।
आखिर हैवान कब इंसान कहलायेगा ????
पोस्टर बना आकर्षण का केन्द्र
उदयपुर, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहीद दिवस पर राजकीय गुरू गोविन्द सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा बनाया गया आखिर हैवान कब तक ईंसान कहलायेगा ङ्ग सूचना केन्द्र पर आकर्षण का केन्द्र बना।
राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी संजय बडाला ने बताया कि आज देश में महिला अत्याचार व दुष्कर्म की घटनाएं चिन्ता का विषय बन चुकी है। इन घटनाओं को रोकने के लिए व महिलाओं के प्रति स मान की भावना पैदा करने के लिए पोस्टर में गांधीजी के तीन बंदरों के साथ चौथे बंदर की भी कल्पना की गई हैं।
बडाला ने बताया कि गांधीजी के सिद्घान्त आज भी प्रासंगिक है जहां पहला बंदर मुंह पर हाथ रखकर बुरा मत बोलों की बात करते हुए आज यह संदेश दे रहा है आप महिलाओं को बुरा मत बोलो, दूसरा बंदर कान पर हाथ रखकर कह रहा है कि बुरा मत सुना और आज महिलाओं को संदेश दे रहा है कोई बुरा कहता है तो कान पर हाथ न रखकर प्रतिरोध करे।
तीसरा बंदर कह रहा कि बुरा मत कहों आज यह संदेश सभी लोगों को दे रहा है कि आपके आसपास महिला उत्पीडन व अत्याचार हो रहा है तो आप आंखे बंद मत करों और महिला अत्याचार को रोकों।
इस पोस्टर में चौथे बंदर की भी कल्पना की है जो दोनो हाथ को समेटे हुए बैठा है आपको यह संदेश दे रहा है कि बुरा मत करो यानि दुष्कर्म से बचे।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों ने राम धुन रघुपति राघव राजा राम देख तेरे संसार की हालत क्या हो गई भगवान कितना बदल गया इंसान, इंसान का इंसान से हो भाईचारा यही पैगाम हमारा इत्यादि गीत गाकर नारी के प्रति श्रद्घा को प्रकट किया।
बाप के वहशीपन से डरी हुई मासूम अब नहीं जाना चाहती घर
उदयपुर.सौतेले पिता के वहशीपन से भयभीत दस वर्षीय बालिका को सगी मां के साये पर भी यकीन नहीं रहा। बालिका कोर्ट के इजलास में उस वक्त फफक पड़ी, जब उससे पूछा गया कि ‘क्या वह अपनी मां के साथ घर जाना चाहती है?’ इस पर रोते हुए बालिका ने कहा कि ‘मैं मां के साथ तो जाना चाहती हूं, लेकिन सौतेले पिता के घर हर्गिज नहीं।’ चौथी कक्षा में पढ़ने वाली यह बालिका पूरी तरह डरी और सहमी हुई थी।
सौतेले पिता रमेश सालवी ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया था, तब से वह चित्रकूट नगर स्थित राजकीय बालिका गृह में रह रही थी। बालिका की मां मीरा मेघवाल ने अपनी बेटी को लेने के लिए अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-2 मीनाक्ष जैन की कोर्ट में अर्जी लगाई थी। बालिका के बयानों के बाद उसकी मां की अर्जी खारिज कर दी गई। अदालत ने बालिका की मनोदशा सही न मानते हुए वापस बालिका गृह भेजने के आदेश दिए।
यह थी घटना
रमेश ने 8 जनवरी को बालिका के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया था। बाल कल्याण समिति के अनुरोध पर बालिका की सुरक्षा के मद्देनजर अदालत ने उसे चित्रकूट नगर स्थित राजकीय बालिका गृह भिजवा दिया था।
बाल कल्याण समिति के सदस्य भगवत सिंह राजपूत ने बालिका के सौतेले पिता रमेश सालवी के खिलाफ दुष्कर्म के प्रयास की रिपोर्ट अंबामाता थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस में शिकायत धारा 376/511 एससी एसटी एक्ट 3 (1)(11) एवं धारा 7-8 प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल आफेंस एक्ट के अंतर्गत दर्ज किया ग