स्वागत नए साल का

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ऑस्ट्रेलिया का शहर सिडनी दुनिया के उन चंद शहरों में से एक है जहां नव वर्ष ने सबसे पहले दस्तक दी.
ऑस्ट्रेलिया का शहर सिडनी दुनिया के उन चंद शहरों में से एक है जहां नव वर्ष ने सबसे पहले दस्तक दी.
ऑस्ट्रेलिया के कई शहरों में नव वर्ष के स्वागत में जबर्दस्त आतिशबाज़ी की गई
ऑस्ट्रेलिया के कई शहरों में नव वर्ष के स्वागत में जबर्दस्त आतिशबाज़ी की गई
लोगों ने आतिशबाज़ी का खूब लुत्फ उठाया.
लोगों ने आतिशबाज़ी का खूब लुत्फ उठाया.
आतिशबाज़ी से जगमगाता यह स्कॉटलैंड का आसमान है.
आतिशबाज़ी से जगमगाता यह स्कॉटलैंड का आसमान है.
रौशनी में नहाया हांगकांग.
रौशनी में नहाया हांगकांग.
जापान की राजधानी टोक्यो के प्रिंस पार्क में नए साल का जश्न इस तरह मनाया गया.
जापान की राजधानी टोक्यो के प्रिंस पार्क में नए साल का जश्न इस तरह मनाया गया.
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में नए साल का स्वागत इस तरह किया गया.
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में नए साल का स्वागत इस तरह किया गया.
रेत से तस्वीरें उकेरने वाले वाले भारतीय कलाकार सुदर्शन पटनायक ने पुरी के तट पर नव वर्ष का स्वागत इस तरह किया.
रेत से तस्वीरें उकेरने वाले वाले भारतीय कलाकार सुदर्शन पटनायक ने पुरी के तट पर नव वर्ष का स्वागत इस तरह किया.
भारत में नए साल का जश्न हर साल के मुकाबले फीका रहा. बलात्कार की शिकार लड़की को स्कूली बच्चों ने इस तरह श्रद्धांजलि दी.
भारत में नए साल का जश्न हर साल के मुकाबले फीका रहा. बलात्कार की शिकार लड़की को स्कूली बच्चों ने इस तरह श्रद्धांजलि दी.
बर्मा में नये साल का जश्न सही मायने में पहली बार मना. सैन्य शासकों ने लोगों के एकजुट होने पर रोक लगा रखी थी.
बर्मा में नये साल का जश्न सही मायने में पहली बार मना. सैन्य शासकों ने लोगों के एकजुट होने पर रोक लगा रखी थी.           

सो .बी बी सी

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

खुशियाँ समेटे रहा , लेकिन जाते जाते दर्द दे गया

उदयपुर , वर्ष की अंतिम शाम डूबते सूरज की मनमोहक लालिमा बिखेरते हुए वर्ष 2012 को अलविदा कह गयी । अनेक खुशगवार और दुख के पल अपने में समेटे हुए यह वर्ष भी चला गया एक नए सूरज की किरण के साथ आने का वादा लेकर यही सिलसिला सदियों से चलता आया है और चलता रहेगा ।

आइये हम मिलते है हमारे शहर की उन माँ शक्तियों से जिन्होंने अपने क्षेत्र में कामयाबी के नए आयाम रचे है जो इस श्रश्ठी की रचना में अपना अहम् योगदान रखती है । जानते है उन्ही से कैसा रहा वर्ष 2012 और 2013 से क्या अपेक्षा रखती है ।

 

सीमा सिंह – मेनेजिंग डायरेक्टर , एश्वर्या कॉलेज ।

2012 हर लिहाज से अच्छा रहा काफी संतोष जनक रहा कार्य में प्रगति हुई कॉलेज में नए नए विचारों के साथ कई कार्यक्रम हुए जिसका सभी ने दिल खोल केseema singh स्वागत किया लेकिन साल के अंत में एक घटना ( देहली गेंग रेप ) ने अन्दर तक आत्मा को झकझोर दिया और दिल से एक ही आवाज़ निकली चाहे कोई भी वर्ष हो कोई भी उपलब्धि मिले या न मिले लेकिन ऐसी घटना दोबारा नहीं हो ।

वर्ष 2013 के लिए में आशा करती हूँ की परिवार के सदस्य दोस्तों और सभी शहर वासियों के लिए की खुशियों भरा हो जो हमारे सपने है पुरे हों । उदयपुर शहर राजस्थान का कश्मीर है यह किसी जन्नत से कम नहीं और झीलें इस जन्नत की रोनक । इस जन्नत की रोनक हमेशा बनी रहे सभी इसको संभाल कर रखे ।

 

 

 

श्रद्धा गट्टानी – मेनेजिंग डायरेक्टर ,ओरियंटल पैलेस रिसोर्ट

shraddha gattaniवक़्त दर वक़्त गुजर जाता है छोड़ जाता है मधुर यादें कुछ यादगार लम्हे जो दिल को छु लेने वाली बातें बन जाती है और कुछ अनसुलझे सवाल और कडवी यादे बस ऐसे ही कुछ अच्छा और जाते जाते कुछ बुरा रहा 2012 , साल के अंत की देहली गेंग रेप की घटना ने सोचने पर मजबूर कर दिया और महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान पर एक प्रश्न चिन्ह लगा दिया ।

2013 में परिवार दोस्तों शहर वासियों के लिए सुख और कामयाबी के लिए दुआ के साथ साथ नगर निकाय से आग्रह है कि उदयपुर विश्व के पर्यटन क्षेत्र में अपना महत्त्व रखता है और इस महत्त्व को कम नहीं होने दें इसको बनायें रखे झीलें शहर का ताज है इन्हें सजा कर रखे गंदा नहीं करे ।

हर शहर वासी से ही नहीं देश के हर नागरिक से आग्रह है की महिलाओं के सम्मान को अपनी आदत बना लें सोच बदले और अपनी निगाह में इतनी सच्चाई रखे की किसी वर्ष देहली गेंग रेप जैसी कोई घटना दोहराई नहीं जाए ।

 

 

 

तरु श्री शर्मा – महिला पत्रकार , राजस्थान पत्रिका

2012 अच्छा रहा कामयाबी भरा रहा पत्रकारिता के क्षेत्र में श्रेष्ठ “झाबरमल पुरस्कार ” से सम्मानित होने का अवसर प्राप्त हुआ काम के नजरिये से संतुष्ठी taru shri1भरा साल रहा लेकिन शहर को देखे तो कुछ ज्यादा ख़ास नहीं रहा सपने अधूरे रहे, विकास अधुरा रहा, और पूरा बर्ष ट्राफिक में उलझे रहे । ओवरब्रिज की सख्त आवश्यकता रही लेकिन उसका निर्माण तो दूर उसका प्लान भी तैयार नहीं किया ।

2013 में चाहुगी करियर को आगे बढाने के साथ साथ अपनी पत्रकारिता और लेखनी से महिलाओं के लिए कुछ ऐसी अलख जगाना चाहती हु जिससे महिलाये अपनी सुरक्षा और मान सम्मान की रक्षा खुद कर सकें ।

समाज से यही कहना है की हर बात के लिए सरकार पर निर्भरता ठीक नहीं जो काम हम यूनिटी में एक हो कर कर सकते है वह हम खुद करने की कोशिश करे ।

 

 

 

सुषमा कुमावत – समाज सेविका ,

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सुषमा कुमावत

2012 मिला जुला रहा भ्रष्टाचार उजागर करने का साल रहा सरकार नाकाम रही वर्ष भर सिर्फ लिपा पोती भरी बाते ही करती रही महिलाओं के लिए आर्थिक तंगी भरा रहा पेट्रोल के दामों में भरी वृधि से सारे समीकरण बिगड़ से गए महिलाओं पर अत्याचार कम करने के एक्ट बने फिर भी महिलाओं का शोषण होता रहा कानून का दुरूपयोग हुआ । घरेलू हिंसा की वारदातें बड़ी है और जबतक महिलाओं को न्याय मिलता है तब वह बूढी हो जाती है ।

2013 के लिए ये सोच है की महिला को न तो सती बनाओ न ही देवी बनाओ न परी बनाओ न ही दासी बनाओ महिला को महिला ही रहने दो उसका सम्मान करो महिलाओं को भी अपना आत्म सम्मान करना होगा स्वतंत्रता और स्वछंदता में फर्क करना होगा ।

उदयपुर हमारे देश का सबसे अच्छा शहर है हर कार्य के लिए नगर परिषद् और अन्य निकायों को दोष नहीं दे झीलों की सफाई का स्वयं ध्यान रखे हर व्यक्ति को स्वीक सेन्स की समझ होनी चाहिए ।

 

 

 

अलका शर्मा
अलका शर्मा

 – मेनेजिंग डायरेक्टर , सी पी एस स्कूल ,

2012 मिला जुला रहा , शिक्षा के क्षेत्र में काफी अच्छे प्रयास हुए लेकिन उनका लाभ ठीक से नहीं उठा पाए । आर टी इ के अंतर्गत जरूरत मंद बच्चों को लाभ मिला लेकिन क्या सही में जो लोग जरूरत मंद थे उन्होंने इसका लाभ लिया ? और सबसे बड़ा आघात देहली गेंग रेप ने दिया ।

2013 से काफी उम्मीद है आर टी इ के रूप में जो एक नयी सोच मिली है उसका सही उपयोग हो, जो लोग सही मानों में जरूरत मंद है उनको इसका लाभ मिले । महिलाओं की रक्षा में कुछ नए और कड़े क़ानून बने । और सबसे ख़ास लड़का हो या लड़की उनका चरित्र निर्माण जरूरी है और इसके लिए में अपना हर संभव प्रयास करूगीं । बच्चे हो यां बड़े रिश्तों को पहचाना सीखे । बच्चों को लेकर चिंता है उनको शिक्षा के साथ साथ पेरेंटिंग भी सिखानी होगी आज एक पिता पिता नहीं है माँ , माँ नहीं है सभी अपने बच्चों के दोस्त बनाने की दौड़ में है । क्यों हम माँ और पिता बन कर बचों का विश्वास हासिल नहीं कर सकते ।

 

 

 

स्वीटी छाबड़ा – मेनेजिंग डायरेक्टर , एन आई सी सी

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स्वीटी छाबड़ा

गुजरा साल कुछ हादसों को छोड़ कर बेहतरीन रहा खट्टी मीठी यादों को समेटे वक्त गुजर गया । हम वेसे भी शांत शहर में रहते है जहाँ अमन पसंद लोग निवास करते है । सुदूर पूर्व प्रदेश में उठने वाली लपटों से सदैव हम अछूते रहते है । हमने इतिहास से सबक लिया है और आज को दिल से जिया है । सुन्दरता हमारे अन्दर तक बसी हुई है ।

2013 दस्तक दे चूका है यह साल सभी के लिए खुशियाँ लाये वतन में अमन और चैन हो मेरे शहर की झीलें हमेशा भरी रहे और शहर का सोन्दर्य पुरे विशव में फैले अरावली के वादियाँ यु ही मुस्कराती रहे हम सब अपने लक्ष्य को छुए और यह कामना करें कि अब कोई “दामनी” असुरों की शिकार नहीं बने इन्ही कामनाओं के साथ सभी को नया साल मुबारक ।

 

 

 

 

अनुराधा दीक्षित – एन आर आई

मै दूर दुसरे मुल्क में रहती हूँ लेकिन दिल में हमेशा हिन्दुस्तान बसता है । हर वक़्त मुझे मेरे झीलों के शहर का एहसास होता है । 2012 खुशियों भरा रहा anuradha dikshitपरिवार कुछ खट्टी मीठी यादें छोड़ गया जैसे मुझे अपने परिवार की चिंता लगी रहती है ऐसे ही मुझे अपने शहर उदयपुर की झीलों की फिकर होती है और हर शहर वासी से यही आग्रह करती हूँ इनकी खूबसूरती बनाये रखे इनको गन्दा होने से बचाए ।

2013 के लिए सभी को मुबारक और दुआ की सबको उनकी मनचाही ख़ुशी मिले ।

देश के कीसी भी कोने में किसी भी सड़क पर कही भी “दामिनी” को दोहराया नहीं जाए ।

 

साल 2012 हम सबसे अलविदा कह रहा है

मगर यह लहू कैसा जो उसकी आँखों से बह रहा है ?

क्या यह तुम्हारी दामिनी का है ?

या हमारे उन् मासूम विद्यार्थियों का ?

कैसे जान पाऊँगी यह गोरों का है या भारतीयों का

कितना कुछ दिया इस साल ने और कितना ले गया

हैवानियत भी देखि मैने और देखि दया

अगला बरस आप सबके घर खुशियाँ लेकर आये

कोई मासूम का दिल चलनी ना हो

कोई दामिनी ना कहलाये

दिवाली पर आप अपने अन्दर के रावण को जलाएं

और समस्त स्त्री जाती को लक्ष्मी की जगह बैठाएं

2013 आपके लिए अत्यंत ही मंगलमय हो

हैवानियत की पराजय और इंसानियत की जय हो !!

HAPPY NEW YEAR अनुराधा दीक्षित

 
मंजीत बंसल –
manjit bansal२०१२ उतार चडाव भरा वर्षा रहा अज़ीज़ लोगों को खोया जिनकी भरपाई जीवन में कभी नहीं हो सकती और जाते जाते देश की और आत्मा की नींव तक हिला गया और सब को जगा गया ।उम्मीद है आने वाला बर्ष २०१३ महिलाओं के लिए सुरक्षित और बैखोफ हो कि महिलाए आत्म निर्भर बने निडर बने ।
गेंग रेप जेसी घटना के दोषियों को सीधे फंसी ही हो ।
महिलाओं के लिए इंटरनेश्नल लेवल पर एक ऐसा अभियान सुरक्षा कि द्रष्ठी से चलाना चाहती हु जिसके बाद महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करे ।
सभी शहर वासियों को २०१३ कि शुभ कामनाएं

 

 

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छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री पैलेस देख हुए अभिभूत

उदयपुर, । दो दिवसीय उदयपुर प्रवास पर आए छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री रमनसिंह ने सोमवार सुबह बेटे एवं पुत्रवधू के साथ सिटी पैलेस संग्रहालय एवं दी फतहप्रकाश कन्वेशन हॉल स्थित क्रिस्टल गैलेरी का भ्रमण किया।

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महाराणा मेवाड चेरिटेबल फाउण्डेशन के उपसचिव डॉ. मयंक गुप्ता ने रमनसिंह का स्वागत किया। सिटी पैलेस संग्रहालय भ्रमण के दौरान उन्हें संग्रहालय के इतिहास एवं वर्तमान में उनके संरक्षण की जानकारी दी गई। उन्होंने संग्रहालय की विजिटर्स बुक में लिखा है कि उन्हें यह सुंदर महल बहुत अच्छा लगा तथा इस विशाल महल की देखभाल अच्छी तरीके से की गई है। यह गौरव, सम्मान एवं वीरता का प्रतीक है। इसके बाद उन्होंने फतहप्रकाश पैलेस कन्वेशन सेंटर स्थित क्रिस्टल गैलेरी का अवलोकन किया।

तैलिक साहू समाज खेल के पारितोषिक एवं समापन समारोह

DSC_2533उदयपुर श्री तैलिक साहू मेवाड बैठक सेवा समिति उदयपुर द्वारा शीतकालीन खेलकूद कार्यक्रम के पारितोषित वितरण समारोह स्थानीय हुम$ड भवन तेलीवाड में आयोजित किया गया इसमें साहू मेवाड कप विजेता मेवा$ड बैठक एवं उपविजेता भुवाणा बैठक के सभी खिलाडियो को नकद पुरस्कर एवं ट्रॉफी प्रदान की गई तथा साथ ही रक्तदान देने वाले रक्तदाताओं का सम्मान किया गया एवं विभिन्न प्रतियोगिता चेयररेस, सामान्य ज्ञान प्रश्नोतरी, ड्राइंग प्रतियोगिता, स्टेट ओपन चेस प्रतियोगिता के सभी प्रथम, द्वितीय, तृतीय प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किये गये।

महिलाओ के लिए विशेष खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमे रस्साकस्सी, चेयर रेस, अण्टी रेस, दौड इत्यादि थे जिसमे सभी महिलाओ ने बढ चढ कर हिस्सा लिया। सभी को पुरस्कार प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया।

खेल संयोजक लोकेश पण्डियार ने बताया कि विजेता मेवाड बैठक के सभी खिलाडियो को नकद पुरस्कार से नवाजा गया तथा प्रतियोगिता में भाग लेने वाली सभी टीमो केा प्रमाण पत्र तथा ट्राफी प्रदान कर उनकी हौंसला अफजाई की गई।

पेंशनर्स के लिए आधार कार्ड अनिवार्य

aadhaar-uidउदयपुर, पेंशनर्स क लिए अब आधार कार्ड पंजीयन अनिवार्य होगा जिससे आने वाले समय में भविष्य निधी एवं पेंशन आदी का भुगतान आधार कार्ड के पंजीयन के आधार पर ही किया जाएगा।

भारत सरकार द्वारा जारी निर्देश के तहत कर्मचारी भविष्य निधि प्रकिर्ण अधिनियम १९५२ के तहत आवृत समस्त संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए आधार कार्ड का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है।

क्षेत्रिय भविष्य निधि आयुक्त द्वितीय अरूण कुमार ने बताया कि समस्त नियोत्त*ा उनके संस्थान मे कार्यरत समस्त कर्मचारियों के आधार कार्ड का पंजीयन करवा कर उसकी सूचना प्रति कार्यालय को भिजवाएं तथा ईसी तरह सभी ईपीएस पेंशनर अपना जीवित प्रमाण पत्र बैंक में प्रस्तुत करते समय आधार कार्ड पंजीयन संख्या का इन्द्राज करवा कर आधार कार्ड की प*ोटो कापी संलग्न करें ताकि पेंशनर को भविष्य में पेंशन सीधे उनके खाते में भिजवाई जा सके।

 

’’आप’’ की जिला कार्यकारिणी घोषित

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Aam-Admi-Party-Arvind-Kejriwalउदयपुर, सोमवार को आम आदमी की पार्टी उदयपुर जिला कार्यकारिणी की बैठक पार्टी जिला कार्यालय रंग भवन में आयोजित हुई। जिसमें सर्वसम्मति से जिला कार्यकारिणी को कार्यभार सौंपा गया।

केन्द्रीय पर्यवेक्षक राघव तिवारी ने बतायाकि उदयपुर जिला कार्यकारिणी के लिए ११ सदस्यों में से १० कार्यकर्ता सदस्यों का अनुमोदन राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा किया गया तथा सोमवार को हुई बैठक में १० कार्यकारिणी सदस्यों को अपने अपने दायित्वों को उनकी योग्यता कार्यक्षमता के आधार पर सोंपा गया जिसमें सुधीर माहेश्वरी को जिला संयोजक शकुन टंडन को सह जिला संयोजक भरत कुमावत को जिला सचिव, विजय गोयल को सदस्य, खेमराज कुमावत को कार्यकारिणी संयोजक, जगदीश चन्द्र साहू, राधेश्याम शर्मा व लक्की बोराणा को संगठन प्रभारी व महेश पालीवाल को जिला कोषाध्यक्ष मीडिया प्रभारी तथा मोहित कोठारी को ईमेल मैनेजर नियुत्त* किया गया। तिवारी ने बताया कि कार्यकारिणी सम्पूर्ण जिले के हर गांव, मौहल्ला,कालेज में युनिटों का गठन कर आम आदमी पार्टी को मजबूती प्रदान करेगें।

 

स्वतंत्रता सेनानी चौबे के निधन पर शोक

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वयोवृद्घ स्वाधीनता सेनानी जगन्नाथ प्रसाद चौबे का अंतिम संस्कार पूर्ण राजकीय सम्मान से सोमवार को उदयपुर के अशोकनगर स्थित मोक्ष धाम पर किया गया। उनकी पार्थिव देह को ज्येष्ठ पुत्र राजकुमार ने मुखाग्नि दी। श्री चोबे का रविवार रात को निधन हो गया था।
उनकी पार्थिव देह पर उनके निवास स्थान पर राजस्थान सरकार की ओर से अति. जिला कलक्टर (शहर) मो. यासीन पठान ने पुष्प चक्र अर्पित किए गए। इस मौके पर अति. जिला पुलिस अधीक्षक तेजराज सिंह, समाजसेवी पंकज शर्मा, रामचन्द्र शर्मा, जगदीश अग्रवाल सहित बडी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।
चौबे की राष्ट्रीय ध्वज में लिपटी पार्थिव देह की अंतिम यात्रा ११ बजे उनके धोलीबावडी स्थित निवास से आरम्भ होकर अशोक नगर मोक्ष धाम पहुंची। बीच राह आम जन ने श्रद्घासुमन अर्पित किये। मोक्ष धाम पर सशस्त्र पुलिस बल ने उनके सम्मान में गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

राजस्थान राज्य क्रीडा परिषद् के पूर्व अध्यक्ष धर्मनारायण जोशी, पूर्व पार्षद विजय प्रकाश विप्लवी, नरेश पंवार, भाजयुमो नेता गोविन्द दीक्षित, जिला उपाध्यक्ष प्रदीप श्रीमाली ने स्वतंत्रता सेनानी पं. जगन्नाथ प्रसाद चौबे के निधन पर शोक व्यक्त किया है। इन नेताओं ने कहा है कि समाज सेवा के क्षेत्र में एक पूर्णत समर्पित व्यक्तित्व के रूप में चौबे की सेवाएं अविस्मरणीय रहेगी।

 

आखरी दिन हर कोई थिरका, उमड़ी भीड़

shilpgram14उदयपुर, शिल्पग्राम उत्सव के समापन अवसर पर मुख्य रंगमंच पर कार्यक्रम ‘‘माटी के रंग’’ की शरूआत कचरे खां मांगणियार के गायन से हुई इसके बाद हिमाचल का नाटी पेश किया गया। इस अवसर पर मणिपुर का पुंग चोलम में नर्तकों की तारतम्यता व पुंग वादन श्रेष्ठ बन सकी। मणिपुर के ही कलाकारों ने स्टिक डांस में तीन लकड़ियों को संतुलन के साथ उछाल कर दर्शकों को लुभाया।

कार्यक्रम में गुजरात का सिद्दि धमाल तथा फोक सिम्फनी झंकार प्रमुख आकर्षण रहा। लोक वाद्य मुगरवान, मसीण्डो, ताशा की थाप पर शंख ध्वनि के साथ ‘‘शोबिला हे शो बिला…’’ गीत पर अफ्रीकी मूल के सिद्दि कलाकारों ने अपनी थिरकन तथा भाव भंगिमाओं से दर्शकों को न केवल रिझाया वरन उनहे अपने साथ थिरकाया भी। समापन पर ही देश की माटी से जुड़े लोक वाद्यों की सिम्फनी ‘झंकार’ ने कला प्रेमियों के कानों में लोक संगीत के सुर ताल संगम से रूबरू करवाया। समापन अवसर पर ही पाइका, भपंग, कालबेलिया की प्रस्तुति दर्शनीय बन सकी वहीं उत्तर प्रदेश का मयूर नृत्य कार्यक्रम की मोहक प्रस्तुति रही।

इससे पूर्व दस दिवसीय उत्सव के अंतिम दिन शिल्पग्रा परिसर में लोगों का मानो सैलाब सा आ गया। दोपहर स ेले कर देर शाम तक शहरवासियों का रेला मानो शिल्पग्राम में निकल पड़ा। लोगों ने आखिरी दिन भी खूब खरीददारी की तथा मेले का आनन्द उठाया।

संस्कृति मंत्री श्रीमती चन्द्रेश कुमारी कटोच ने कहा कि कला और संस्कृति से देश में एकजुटता को बढ़ावा मिलता है। यह बात उन्होंने रविवार शाम पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित राष्ट्रीय हस्त शिल्प एवं लोक कला उत्सव ‘‘शिल्पग्राम उत्सव-2012’’ के समापन अवसर पर कही। दस दिवसीय उत्सव के समापन अवसर पर शिल्पकारों ने कलात्मक वस्तुओं की दिल खोल कर बिक्री की वहीं रंगमंच पर लोक कलाकारों की धमाल से दर्शक व कला प्रेमी झूम उठे। इस अवसर पर लोक वाद्य यंत्रों की सिम्फनी में तार वाद्य, फूँक वाद्य, ताल वाद्यों ने अपने सुर ताल के संगम से दर्शकों को थिरकाया।

समापन पर ही श्री दशोरा ने उत्सव को सफल बनाने में योगदान देने वाले जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, नगर विकास प्रन्यास, नगर परिषद्, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, एक्सिस बैंक, आई.डी.बी.आई. बैंक इत्यादि के प्रति आभार प्रदर्शित किया। इस अवसर पर शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती निलीमा सुखाड़िया भी मौजूद थी।

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बलात्कार पीड़िता का अंतिम संस्कार

दिल्ली की बलात्कार की शिकार युवती का शव सिंगापुर से रविवार सुबह विशेष विमान से दिल्ली लाया गया.
दिल्ली की बलात्कार की शिकार युवती का शव सिंगापुर से रविवार सुबह विशेष विमान से दिल्ली लाया गया.
युवती का शव तड़के दिल्ली के एक शवदाह घाट ले जाया गया जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया.
युवती का शव तड़के दिल्ली के एक शवदाह घाट ले जाया गया जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया.
दो सप्ताह पहले युवती का दिल्ली में चलती बस में सामूहिक बलात्कार हुआ था और उसे गंभीर चोटें आईं. उसका इलाज पहले दिल्ली के सफ़दरजंग अस्पताल और फिर सिंगापुर के एक अस्पताल में हुआ.
दो सप्ताह पहले युवती का दिल्ली में चलती बस में सामूहिक बलात्कार हुआ था और उसे गंभीर चोटें आईं. उसका इलाज पहले दिल्ली के सफ़दरजंग अस्पताल और फिर सिंगापुर के एक अस्पताल में हुआ.
दिल्ली में युवती का शव आने से पहले उसके घर के बाहर पुलिसकर्मी तैनात थे.
दिल्ली में युवती का शव आने से पहले उसके घर के बाहर पुलिसकर्मी तैनात थे.
इस घटना के खिलाफ़ राजधानी दिल्ली समेत देश भर में लोगों के विरोध प्रदर्शन हुए.
इस घटना के खिलाफ़ राजधानी दिल्ली समेत देश भर में लोगों के विरोध प्रदर्शन हुए.
युवती के परिवार की निजता का सम्मान करते हुए इस मामले में कहीं भी उसका नाम नहीं लिया गया.
युवती के परिवार की निजता का सम्मान करते हुए इस मामले में कहीं भी उसका नाम नहीं लिया गया.
बलात्कार पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया
बलात्कार पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया
लोगों के आक्रोश सड़कों पर विरोध प्रर्दशनों के रूप में नज़र आया. सरकार ने इनसे निपटने के लिए युवती के इलाज और फिर अंतिम संस्कार के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए.
लोगों के आक्रोश सड़कों पर विरोध प्रर्दशनों के रूप में नज़र आया. सरकार ने इनसे निपटने के लिए युवती के इलाज और फिर अंतिम संस्कार के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए.

 

 

 

 

 

 

 

 
सो .बी बी सी

अपनों की बुरी नज़र का शिकार होती बेटियां

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sad-and-alone-emo-girlदो हफ़्ते पहले दिल्ली में एक चलती बस में एक 23 वर्षीय लड़की का बलात्कार करने वाले लोग भले ही उसकी जान-पहचान के न हों लेकिन सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 10 में से नौ बलात्कारी पीड़िता के दोस्त या घर के लोग ही होते हैं.

ताज़ा खबरों के मुताबिक अपनों की बुरी नज़र का शिकार होने की दो घटनाएं राजस्थान में प्रकाश में आई हैं. एक ओर जहां जयपुर में पुलिस ने एक पिता को अपनी 13 साल की बेटी के बलात्कार के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है. वहीं कोटा में एक जीजा को अपनी नाबालिग साली के साथ बलात्कार करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है.

राजस्थान की इन दोनों घटनाओं को छोड़ दें तो नज़दीकी रिश्तेदारों के हाथों यौण शोषण के मामले सामने नहीं आ पाते हैं.

विशेषज्ञ कहते हैं कि बलात्कार के अधिकतर मामले पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज़ किए ही नहीं जाते. फिर भी दर्ज़ किए गए अपराधों में बलात्कार का अपराध दूसरे ज़ुर्मों के मुकाबले सबसे तेज़ी से बढ़ रहा है.

चिंता की बात यह है कि इसमें सज़ा दूसरे अपराधों की तुलना में सब से कम हो रही है.

सरकार कहती है

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2010 में बलात्कार के 20,262 मुकदमे दर्ज़ किए गए जबकि 2011 में इस से चार हज़ार ज़्यादा.

आंकड़ों पर नज़र डालें तो बलात्कार के मामलों में मध्य प्रदेश सब से आगे है. पिछले साल राज्य में बलात्कार के 3,406 मुक़दमे दर्ज किये गए थे. अगर शहरों की बात करें तो वर्ष 2011 में बलात्कार के 507 मामलों के साथ दिल्ली सबसे आगे रही. उसी साल मुंबई में 117 मुक़दमे दर्ज किये गए.

पीड़ितों के बीच काम करने वाली संस्था शक्ति वाहिनी के अध्यक्ष रवि कांत कहते हैं कि बलात्कार के मामले तेज़ी से इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि पुलिस वालों और पुलिसिंग दोनों में कई खामियां हैं.

वह कहते हैं, “पुलिस महकमे को महिलाओं पर अत्याचार के प्रति संवेदनशील बनाने की ज़रुरत है. जांच की खामियों को दूर करना होगा व कानून को और मज़बूत करना होगा”