उदयुपर। क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार उदयपुर द्वारा उदयपुर जिले में कम मतदान प्रतिशत वाले क्षेत्रों के मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से चलाये जा रहे मतदाता जागरुकता अभियान का शुभारंभ मंगलवार को एडीएम मो. यासीन पठान ने प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर किया। क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी रामेश्वरलाल मीणा ने बताया कि यह प्रचार वाहन उदयपुर जिले की गोगुंदा, सलूंबर, खेरवाड़ा तथा उदयपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के उन गांवों में प्रचार-प्रसार करेगा, जहां मतदान का प्रतिशत कम रहा। मतदाता जागरुकता अभियान के तहत आज गोगुंदा विधानसभा क्षेत्र के सायरा एवं नान्देशमा में मतदान जागरुकता रैली निकालकर तथा मतदान पर आधारित फिल्मों का प्रदर्शन कर लोगों को अधिक से अधिक मतदान करने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर सायरा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के बूथ लेवल आफिसर लक्ष्मण लाल मेघवाल तथा नान्देशमा के प्रधानाचार्य बीएस चौहान ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में स्कूली छात्र-छात्राओं के अलावा अध्यापकगण ने भी हिस्सा लिया।
जनता से धोखाधड़ी में चुनाव आयोग शामिल
चुनाव आयोग जनता के साथ राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा की जा रही धोखाधड़ी में शामिल है। चुनाव लडऩे वाले अधिकतर उम्मीदवार अपनी संपत्ति के बारे में झूठा शपथ-पत्र प्रस्तुत करते रहे हैं। यह सिलसिला आज भी चल रहा है। इसी प्रकार चुनाव खर्च का गलत ब्योरा देने वाले दस्तावेज भी चुनाव आयोग स्वीकार करता रहा है। चुनाव आयोग ने आज तक कभी भी यह पड़ताल नहीं की है कि उम्मीदवारों के शपथ पत्र में दिए गए आंकड़े सही भी है अथवा नहीं! इसी प्रकार चुनाव लडऩे वाले अधिकतर उम्मीदवार चुनाव खर्च की अधिकतम सीमा से कई गुना अधिक राशि खर्च कर रहे हैं, लेकिन क्रमॉनीटरिंगञ्ज करने वाले अधिकारियों ने आज तक कोई केस दर्ज करके किसी भी प्रत्याशी को सजा नहीं दिलवाई। वैसे कानून में ऐसे लोगों को दंड देने के लिए पर्याप्त प्रावधान है। यदि कोई व्यक्ति झूठा-शपथ पत्र पेश करता है, तो उसे साढ़े पांच साल तक की बामशक्कत कैद की सजा दी जा सकती है। लेकिन आज तक एक भी केस दर्ज करके छानबीन करने की नज़ीर मौजूद नहीं है।
अत: यह तथ्य स्थापित हो जाता है कि क्रकाले धन की अर्थव्यवस्था चलाने में इस संवैधानिक निकाय की मौन सहमति है।ञ्ज वैसे काले-धन की समस्या कोई जटिल समस्या नहीं हैं। देश विदेश में चल रहा क्रकाला धनञ्ज मात्र अपनी करेंसी बदलकर एक हफ्ते में समाप्त किया जा सकता है। हालांकि यह आयोग का काम नहीं है, लेकिन उसके सामने पेश कानूनी दस्तावेजों में अंकित तथ्यों की जांच करके झूठे शपथ-पत्र प्रस्तुत करने वालों को सींखचों के पीछे धकेलने का काम तो चुनाव आयोग को ही करना है। फिर ऐसा क्यूं नहीं किया जा रहा है? इसका जवाब चुनाव आयोग को तुरंत देना चाहिए।
‘गुत्थी’ की शैतानियों को मिस करेंगे आप
कॉमेडी नाइट्स विद कपिल , का साथ गुत्थी ने छोड़ दिया हे गुत्थी का किरदार निभाने वाले सुनील ग्रोवर और कपिल शर्मा असल जीवन में भी बड़े अच्छे दोस्त हैं?हालांकि सुनील के ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’ को छोड़ने की खबर इन दिनों आ रही है।सुनील ग्रोवर के सभी फैंस इस खबर से दुखी हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि यह केवल अफवाह ही हो।
फैंस का कहना है कि अपने पॉपुलर कैरेक्टर गुत्थी के बिना यह शो अपनी चमक खो देगा।
इस मामले की सच्चाई जानने के लिए जब कपिल शर्मा से संपर्क किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ था।
यह अफवाहें भी हैं कि शो के लिए सुनील ने और ज़्यादा फीस की मांग की थी जिसके लिए उन्हें मना कर दिया गया।
वहीं सुनील ग्रोवर और कपिल शर्मा के बीच मतभेदों की अफवाहें भी आ रही हैं।
वजह चाहे जो भी हो, दर्शकों और गुत्थी के फैंस के लिए यह एक नुकसान जैसा ही है।हर वीकेंड पर गुत्थी को न देख पाना सचमुच दुखद होगा।
अकीदत और एहतराम के साथ मनाया जा रहा है मुहर्रम
उदयपुर। कर्बला के शहीदों की याद में मातमी महौल में मुहर्रम पर्व बड़े अकीदत और एहतराम के साथ मनाया जा रहा है। मुहर्रम की आज आठ तारीख है और शहर के हर मुस्लिम गली-मोहल्लों में सबीलें सजाई जा रही है। प्यासों को शरबत खीर, पिलाई जा रही है। हर घर में हजरत मोहम्मद साहब के प्यारे नवासे हुसैन की याद में फातेहा लगाईं जा रही है। मोहल्लों में न्याज के आयोजन किए जा रहे हं। हलीम और पुलाव हर खास-ओ-आम को खिलाया जा रहा है। हजऱत हुसैन, हसन और अली की शहादत और बलिदान के किस्से रात मजलिसों में सुनाए जा रहे हैं।
कल होगा छड़ी मिलन: कल मुहर्रम की 9वीं रात है और कल के दिन बड़े ताजिए को जियारत के लिए धोली बावड़ी, पलटन, और अलीपुरा में मस्जिदों के पास चौक में लाइटों से सजा कर रखें जाएंगे। रातभर सबीलों और आयोजनों का दौर चलता रहेगा व रात एक बजे भड़भूजा घाटी पर पारम्परिक रस्म छड़ी मिलन होगा, जिसको देखने और शिरकत करने हजारों की संख्या में लोग आते हं। पिछले साल छड़ी मिलन को आपस में लड़ाई-झगड़े की वजह से नहीं किया था, लेकिन इस बार फिर समाज के प्रबुद्धजनों ने पारम्परिक रस्म बंद ना हो इसलिए प्रशासन के सामने अपनी जिम्मेदारी पर शांति पूर्वक अदा करने की अनुमति ली है।
मिठू को मिला इलाज
उदयपुर। हादसे में घायल होने के बाद इलाज को तरस रहे मिठू को समाचार में प्रकाशित होने के बाद मंगलवार को इलाज मिल गया। मंगलवार दोपहर को भाजयुमो के जिलाध्यक्ष जिनेंद्र शास्त्री व सुंदरसिंह भंडारी मंडल के अध्यक्ष हेमंत दया ने मिठू को एमबी अस्पताल के वार्ड १८ में भर्ती कराया। गौरतलब है कि कानोड़ हाल सविना निवासी मिठू (२७) कुछ समय पूर्व सवीना में सड़क का पार करते समय अज्ञात वाहन की चपेट में आकर घायल हो गया था। बाद में उसे एमबी अस्पताल के ट्रोमा वार्ड में भर्ती कराया गया। जहां एक माह भर्ती रहने के बाद उसके पेट के घाव का इलाज करवाना था। इस इलाज के लिए मिठू सर्जिकल वार्ड के पिछले तीन दिन से चक्कर काट रहा था, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही थी। ।
भाजयुमो के जिलाध्यक्ष जिनेंद्र शास्त्री और भंडारी मंडल के हेमंत दया ने उसे सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया।
छत्तीसगढ़: कांग्रेस ने उतारी सबसे ज़्यादा महिलाएं
छत्तीसगढ़ में 19 नवंबर को विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 72 सीटों पर किस्मत आज़मा रहे उम्मीदवारों में से 98 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
छत्तीसगढ़ इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म नाम की संस्था ने दूसरे चरण में हिस्सा ले रहे कुल 843 उम्मीदवारों में से 840 की ओर से दिए गए शपथ पत्रों का विश्लेषण किया.
अपने ख़िलाफ़ आपराधिक मामलों की जानकारी देने वाले उम्मीदवारों में से 60 के ख़िलाफ़ हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और महिलाओं के विरुद्ध अपराध से जुड़े गंभीर अपराधों के आरोप हैं.
कांग्रेस ने आपराधिक मामलो में घिरे सबसे ज़्यादा 16 उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं जबकि भाजपा ने ऐसे 10 उम्मीदवार उतारे हैं.
अमीर उम्मीदवार
इनमें 12 उम्मीदवार बहुजन समाज पार्टी के है जबकि नौ उम्मीदवार छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के हैं.
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पुत्र और मारवाही सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार अमित ऐश्वर्य जोगी ने अपने खिलाफ हत्या से जुड़ा मामला होने की बात कही है.
840 उम्मीदवारों में से 188 करोड़पति हैं. बात सभी उम्मीदवारों की औसत आमदनी की करें तो ये 1.56 लाख रुपए के आसपास है.
इस चरण में सबसे अमीर उम्मीदवार अंबिकापुर सीट से कांग्रेस के त्रिभुनेश्वर शरण सिंह है जिन्होंने अपनी 561.50 करोड़ की संपत्ति घोषित की है.
इसके बाद सक्ती सीट से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सुरेंद्र बहादुर सिंह 46.10 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ दूसरे नंबर पर हैं और इस सूची में तीसरा स्थान कसडोल सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार राजकमल सिंघानिया को मिला है जिन्होंने 33.31 करोड़ रुपए की संपत्ति की घोषणा की है.
महिला उम्मीदवार
इन 840 उम्मीवारों में से 275 उम्मीदवारों के पास स्नातक या उससे ऊंची डिग्री है जबकि 537 उम्मीदवारों की शिक्षा बारहवीं या उससे कम है.
इस चरण में कुल 70 महिलाएं किस्मत आजमा रही हैं. सबसे ज़्यादा 11 महिलाओं को कांग्रेस ने चुनावी मैदान में उतारा है जबकि भाजपा के टिकट पर नौ महिलाएं चुनाव लड़ रही हैं.
पहले चरण के मतदान में 11 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं जिनमें कांग्रेस की ओर से तीन और भाजपा की ओर से दो महिलाओं को टिकट दिए गए हैं.
पहले चरण में राज्य विधानसभा की 12 सीटों पर 11 नवंबर को वोट डाले गए थे.
सो. बी बी सी
पार्टी प्रत्याशियों को नहीं मिली राहत, टक्कर देने मैदान में उतरे बागी
उदयपुर। नामांकन के अंतिम दिन मंगलवार को मेवाड़ में कई जगह बागियों ने ताल ठोक कर प्रमुख पार्टियों को मुश्किल में डाल दिया है। उदयपुर जिले की वल्लभनगर सीट खासी चर्चा में है। यहां पूर्व विधायक रणधीरसिंह भींडर ने हजारों समर्थकों के साथ भाजपा से बागी होकर नामांकन भरा।
इस सीट पर कांग्रेस से आए गणपतलाल मेनारिया को भाजपा का टिकट देने से भींडर समर्थकों में नाराजगी है। राजसमंद की भीम सीट से पूर्व मंत्री लक्ष्मणसिंह रावत ने भी बागी होकर हजारों समर्थकों की भीड़ जुटाकर नामांकन भरा। यहां कांग्रेस ने लक्ष्मणसिंह का टिकट काटकर गोपालसिंह पीटीआई को टिकट दिया है।
प्रतापगढ़ की धरियावद सीट पर नारायणलाल ने भाजपा से बागी होकर नामांकन भरा। यहां भाजपा ने पूर्व विधायक गौतमलाल मीणा को टिकट दिया है। प्रतापगढ़ से लगी बड़ीसादड़ी सीट से पूर्व प्रधान भगवती झाला ने भाजपा से बागी होकर नामांकन भरा है। बेगूं में जितेंद्रसिंह ने ताल ठोक दी है।
वल्लभनगर : बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ आए भींडर
वल्लभनगर सीट से भाजपा के बागी पूर्व विधायक रणधीरसिंह भींडर ने भोपालपुरा के समीप बेड़च नदी के किनारे से समर्थकों की भारी भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन किया। यहां से पत्नी दीपेन्द्र कंवर के साथ जुलूस के रूप में एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जुलूस में 10 हजार से ज्यादा समर्थक थे। भींडर के समर्थक भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया के खिलाफ आरोप लगाते हुए नाराजगी जताते रहे।
उदयपुर के ये नेता भी साथ दिखे
भींडर के नामांकन जुलूस में उदयपुर से कटारिया के पुराने सहयोगी भाजपा के पूर्व शहर जिलाध्यक्ष ताराचंद जैन, डिप्टी मेयर महेंद्र सिंह शेखावत, पार्षद मनोहर सिंह पंवार, पूर्व मंडल अध्यक्ष अनिल सिंघल, भगवान वैष्णव, दिनेश माली, युवा मोर्चा के पूर्व शहर जिलाध्यक्ष जगदीश शर्मा आदि भी शामिल हुए।
लाखों की संपत्ति
पूर्व विधायक भींडर के पास नकद 2.19 लाख रुपए है, जबकि पत्नी के पास 1.69 लाख व संयुक्त परिवार के कर्ता के रूप में एक लाख 50 हजार 529 रुपए हैं। स्वयं के खाते में 2 लाख 26 हजार 213, पत्नी के 1 लाख 70 हजार 870 व संयुक्त कर्ता के रूप में 1 हजार 171 रुपए हैं। इन्होंने 17.28 लाख और पत्नी के नाम पर 6.21 लाख तथा संयुक्त परिवार कर्ता के रूप में 17 लाख 18 हजार 600 रुपए लोन ले रखे हैं। भींडर ने वाहन, घरेलू सामग्री व अन्य संपत्ति भी लाखों में दर्शाई है।
भीम : सीपी और यहां के सांसद मुझसे डर गए हैं : लक्ष्मण सिंह
भीम त्न इस सीट से कांग्रेस से बागी हुए पूर्व मंत्री लक्ष्मणसिंह रावत ने नामांकन से पहले सदर बाजार में सभा की। कहा इस चुनाव में मुझसे डरकर डॉ. सी.पी. जोशी ने मेरा टिकट कटवा दिया सांसद गोपालसिंह ईडवा ने मिलकर लाखों में टिकट का सौदा कर दिया। उन्होंने कहा कि न तो भाजपा अटल बिहारी वाजपेयी के जमाने की पार्टी रही है न ही कांग्रेस राजीव गांधी की। तानाशाही और स्वार्थ सिद्ध करने के लिए मेरा टिकट काटा गया। सभा में देवगढ़ कांग्रेस नगर अध्यक्ष नरपतसिंह, कांग्रेस प्रदेश सचिव शीला पोखरना, देवगढ़ कांग्रेस प्रधान हमीरसिंह रावत, पूर्व भाजपा मण्डल अध्यक्ष मोतीसिंह रावत, भाजपा पूर्व जिला परिषद सदस्य डूंगरसिंह रावत आदि मौजूद थे।
87 लाख के मालिक
निर्दलीय तथा कांग्रेस के बागी के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले पूर्व गृह राज्य मंत्री लक्ष्मणसिंह रावत 87 लाख रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। उन्होंने खुद की संपत्ति 44 लाख और पत्नी की 43 लाख रुपए की बताई है। लक्ष्मणसिंह ने खुद तथा पत्नी की संपत्ति के रूप में 7 लाख 58 हजार रुपए नकद, ब्यावर स्थित एक बैंक में 63 हजार 362 रुपए जमा सहित अन्य संपत्ति बताई है। उनकी पत्नी व पूर्व जिला प्रमुख बसंता रावत के नाम 43 लाख की संपत्ति है।
धरियावद : भाजपा के बागी नारायण भाई मीणा ने भरा पर्चा
धरियावद. भारतीय जनता पार्टी से तीन बार विधायक रह चुके नारायण भाई मीणा ने मंगलवार को कार्यकर्ताओं के साथ जुलूस निकाल नामांकन पत्र दाखिल करवाया। जुलूस में दावेदारी कर चुके पूर्व सरपंच खेतसिंह मीणा, पूर्व कुलदीप मीणा, सरकारी नौकरी से वीआरएस लेने वाले रतनलाल मीणा, केसरियावाद के पूर्व सरपंच शंकरभाई मीणा तथा पूर्व सरपंच पृथ्वीराज मीणा नाड़ मौजूद थे। जुलूस में नारायणलाल ने कहा कि धरियावद विधानसभा सीट बनने के बावजूद स्थानीय प्रत्याशी को मौका नहीं दिया जा रहा है। वे इसी मुद्दे पर चुनाव में उतरे हैं और इसी मुद्दे पर जनता से वोट मांगेंगे।
58 लाख के मालिक
नारायण भाई के पास नकदी 51 हजार रुपए, बैंक में 4900 रुपए, बोलेरो जीप, कीमत 5 लाख 55 हजार रुपए, ट्रैक्टर कीमत 2 लाख 40 हजार रुपए है। सेवानगर में 25 बीघा 23 बिस्वा जमीन (20 लाख) तथा एक मकान सेवानगर व 1 मकान उदयपुर सेक्टर 9 में है, जिनकी कीमत 30 लाख है। बैंक व वित्तीय संस्थाओं से 3 लाख 10 हजार रुपए का लोन लिया हुआ है। पत्नी के पास २५ हजार रुपए नकद व 2 तोला सोना जिसकी कीमत 60 हजार रुपए है। उनके पास 2 किलो चांदी है जिसकी कीमत 1 लाख रुपए है।
छात्रा ने जहर खाकर आत्महत्या की, दोस्त ने भी की कोशिश
उदयपुर। प्रतापनगर थाना क्षेत्र के कालका माता रोड निवासी युवती ने घर में जहर खाकर खुदकुशी कर ली। युवती एमएलएसयू से प्राइवेट बीकॉम कर रही थी। उसके दोस्त ने भी आत्महत्या की कोशिश की। वह अस्पताल में भर्ती है।
पुलिस ने बताया कि आदर्श नगर (कालका माता रोड) निवासी कोमल (20) पुत्री शंकर सिंह रावत सोमवार दोपहर घर में अकेली थी।
मां बाजार गई थी और पिता काम से गए हुए थे। कोमल ने आखिरी फोन अपने दोस्त को किया। दोस्त ने छात्रा को बचाने के लिए उसके परिजनों को फोन किया। मां घर पहुंची, तब कोमल कमरे में बेहोश मिली। परिजनों ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया, जहां मंगलवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि कोमल के दोस्त ने भी मंगलवार को जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। परिजनों ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
कोई सर्द रात जमा न दे जिंदगी
उदयपुर। सर्द होती रातों के बीच एमबी अस्पताल के अहाते में मिट्ठू की सांसें जम न जाएं… यह चिंता कई रोगियों के परिजनों को भी सताने लगी है। यूं तो कई लोग हैं जो अस्पताल परिसर में रातें गुजारते हैं, लेकिन युवा मिट्ठू के लिए अपने जख्म के साथ सिर छिपाना मुश्किल हो गया है। ऑटो खलासी इस लावारिस युवा को जितना इलाज ट्रोमा सेंटर में दिया जा सकता था, मिल गया। अब पेट के नीचे बने घाव पर पट्टी कराने के लिए रोज अस्पताल आने की नसीहत दी गई है। मिट्ठू का कहना है कि पिता को सिर्फ फोटो में देखा और मां की मौत कैंसर से हो गई। बहिन की मौत गुर्दे की बीमारी से होने के बाद वह परिवार में अकेला रह गया।
खलासी का काम करते हुए सड़कों पर जिंदगी बिताने वाले इस व्यक्ति को अब सिर छिपाने के लिए छत का इंतजार है। बीते 14 अक्टूबर को सवीना पेट्रेल पम्प के पास दुर्घटना का शिकार हुए इस व्यक्ति को एम्बुलेंस एमबी अस्पताल छोड़ गई और चिकित्सकों ने इस लावारिस के हाथ व पैर के दो ऑपरेशन भी कर दिए। पेट के नीचे के घाव की सुध आने पर ट्रोमा सेंटर से सर्जरी विभाग में रेफर किया गया, जहां इसे भर्ती करने के बजाय प्रतिदिन पट्टी करवाने के लिए आने की सलाह दी गई। रहने का कोई ठिकाना नहीं होने से मिट्ठू ने अस्पताल की सड़कों पर ही डेरा डाल लिया है और भीख मांग पर पेट भर रहा है।
कई बेबस तोड़ते हैं दम
अस्पताल में आए दिन लावारिसों और बेबसों का डेरा अस्पताल प्रशासन ही नहीं चिकित्सकों के लिए भी समस्या का विषय बन गया है। कोई साथ नहीं होने से इन्हें वार्ड में भर्ती करना मुश्किल हो जाता है जबकि बाहर ये इलाज के अभाव में भूख से दम तोड़ देते हैं। बीते महीनों में ऎसे लावारिसों के तीन से चार मामले सामने आए जिन्होंने अस्पताल परिसर में दम तोड़ दिया और उन्हें कोई मदद नहीं मिल सकी। उल्लेखनीय है कि विगत माह एक लावारिस मौत के चार घंटे बाद तक रेम्प पर पड़ा रहा जिसका शव नर्सिगकर्मियों की सूचना पर उठाया गया।