पुलिसकर्मियों पर बदमाशों का हमला

एक कांस्टेबल की अंगुली चबाई, दूसरे का सिर Èोड़ा

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कपासन। रात्रि गश्त करते दो पुलिसकर्मियों पर बाइक सवार चार संदिग्ध युवकों ने हमला कर दिया। हमलावरों ने पीछा कर रहे पुलिसकर्मियों में से एक सिपाही की अंगुली चबा ली तथा दूसरे का सिर Èोड़ दिया।
पुलिस के अनुसार कांस्टेबल राजेंद्र कुमार मीणा व जितेंद्रकुमार गुर्जर गुरुवार रात सदर बाजार में गश्त कर रहे थे। इस दौरान रात लगभग ढाई बजे पुराना बस स्टैंड की तरÈ से एक बाइक आती दिखाई दी, जिसे दोनों कांस्टेबल ने रोकना चाहा। बाइक पर चार जने सवार थे, जो रोकने के बजाय बाइक की स्पीड बढ़ाकर भागे। मामला संदिग्ध लगने पर दोनों कांस्टेबलों ने बाइक से उनका पीछा किया। ये संदिग्ध तालाब की पाल पर होते हुए भूपालखेड़ा की ओर निकल गए। कांस्टेबल भी पीछा करते रहे। भूपालखेड़ा के पास संदिग्ध युवकों ने गाड़ी से कोई थैला अथवा वस्तु झाडिय़ों में Èेंका। कुछ आगे जाकर दोनों कांस्टेबलों ने उनको रोक लिया।
कांस्टेबल जितेंद्र ने उनकी बाइक की चाबी निकाल ली तथा पूछताछ शुरू की। कांस्टेबल राजेंद्र मीणा संदिग्धों द्वारा Èेंकी गई वस्तु को झाडिय़ों में ढूंढने लगा। इस दौरान संदिग्ध चारों युवकों ने मौका पाकर कांस्टेबल जितेंद्र गुर्जर से हाथापाई शुरू कर दी तथा एक ने उसकी अंगुली मुंह में चबा ली। बदमाशों ने जितेंद्र के हाथ से लठ भी छीन लिया। हाथापाई व मारपीट देख झाडिय़ों में तलाशी कर रहा कांस्टेबल राजेंद्र दौड़कर वहां पहुंचा, तो चारों बदमाशों ने उसके सिर पर भी लठ से वार किया, जिससे वह घायल हो गया। बदमाश दोनों के साथ मारपीट करते हुए भाग गए। घायल कांस्टेबल राजेंद्र व जितेंद्र ने थाने में सूचना दी। पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा तथा दोनों घायल कांस्टेबलों को लेकर अस्पताल पहुंचा। डीएसपी रामस्वरूप मीणा व थाना प्रभारी करणसिंह भी अस्पताल पहुंचे। नाकाबंदी करवाते हुए संदिग्धों की तलाश शुरू की गई। पुलिस ने चार अज्ञात बदमाशों के खिलाÈ मामला दर्ज किया।

सुदेश लहरी झलक दिखला जा में हंसाऊ चैन दिलवाएंगे

SUDESH-LEHRI-DPजैसा कि उनका कहना है, हँसी सबसे अच्छी दवा है… एक विशालकाय स्ट्रेस बस्टर! और झलक दिखला जा में हफ्तों की कड़ी मेहनत और अनंत रिहर्सलों से अधिक स्ट्रेसफुल कुछ नहीं है। हमारे 13 मासूम मुकाबलेबाजों को उनकी जिंदगीभर का एक अनुभव मिलने वाला है क्योंकि वे अपने सबसे बड़े प्रतियोगी – स्वयं खुद – से मुकाबला करेंगे और टेलीविजन पर सबसे सख्त जजों को प्रभावित करने के लिए दुगुनी कड़ी मेहनत करेंगे। लेकिन उनको पता नहीं है कि कलर्स ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि मुकाबलेबाजों को सफर इतना मीठा नहीं हो, अपनी बाजू में तुरुप का एक इक्का छिपा रखा है। चैनल ने एक ‘आगंतुक विदूषक’ के रूप में जाने-माने स्टैंड-अप कॉमेडियन सुदेश लहरी क® शामिल किया है ज® अन्यथा थकाऊ और प्रतिय®गी झलक डान्स फ्ल®र पर हंसाऊ चैन क® लेकर आएंगे।
सुदेश लहरी पूरे राष्ट्र में सुप्रसिद्ध स्टैंडअप कॉमेडियन हैं जिन्हें अनेक लोकप्रिय फिल्म करने का श्रेय भी हासिल है। रियल्टी शो में दिखाई देने के बाद जहां उन्होंने कई सीजन में दर्शकों का मनोरंजन किया है, सुदेश लहरी ऐसे समय पर पसलियों को गुदागुदा देने वाले प्रदर्शनों के बीच फुरसत को लेकर आएंगे जब मुकाबलेबाजों को मुकाबले का दबाव महसूस हो रहा होगा; ठीक उसी तरह जैसा पिछले सीजन में कपिल शर्मा ने किया था! निसंदेह इस सीजन में अलग फैक्टर, सुदेश लहरी का खासतौर पर डिज़ाइन किया गया कौतुक इस शो के दौरान मुकाबलेबाजों और जतों के लिए ताजी हवा के झोंके जैसा होगा।

बॉलीवुड की एक और अभिनेत्री को हुआ क्रिकेटर से प्यार

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मुंबई : बॉलीवुड अभिनेत्री श्रुति हसन को इंडस्ट्री में आए हुए ज्यादा वक्त नहीं हुआ कि वो अपने पर्सनल रिलेशन के कारण चर्चा में आ गई हैं। जी हां सुनने में आया है कि किक्रेटर सुरेश रैना और श्रुति की दोस्ती अब अफेयर में बदल गई है। हाल ही में श्रुति हासन आईपीएल-7 में रैना की टीम चेन्नई सुपर किंग्स के लिए चीयर करते हुए देखी गई थी।

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सूत्रों के मुताबिक रैना श्रुति हासन को अपने लिए लकी मानते हैं। अपने बिजी शेड्यूल के बावजूद भी दोनों एक दूसरे से मिलने के लिए वक्त निकाल लेते हैं। श्रुति और रैना अपने रिलेशन के लिए काफी सीरियस हैं
बता दें कि सिद्धार्थ से ब्रेक अप के एक साल बाद एक कॉमन फ्रेंड ने श्रुति की रैना से मुलाकात करवाई थी । यह मुलाकात पिछले साल एक पार्टी के दौरान हुई थी। जिसके बाद दोनों की दोस्ती बड़ गई।
फिलहाल दोनों अपने इस रिश्ते को निजी रखना चाहते हैं ,लेकिन श्रुति और रैना की बढ़ती नजदीकियां इस बात को सच साबित कर रही है।

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‘…तो वो मेरा एनकाउंटर कर देते’…कौन देगा उन 11 साल का हिसाब…. ?

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सो. – बीबीसी हिंदी

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गुजरात की अहमदाबाद सेंट्रल जेल के बाहर उस दिन मेला लगा हुआ था. मुफ्ती अब्दुल क़यूम को जेल से दरीपुर तक
स्थित अपने घर के दस किलोमीटर के सफ़र में तीन घंटे लग गए.
11 साल जेल में रहे क़यूम को अक्षरधाम मंदिर हमले में मौत की सज़ा सुनाई गई थी. अब उन्हें बेकसूर क़रार दिया गया है.क़यूम के दोस्त सलाम शेख कहते हैं, ”उनकी रिहाई के दिन अहमदाबाद के पुराने शहर बिस्तर में सैकड़ों किलो मिठाई बंटी.”
15 अगस्त 2003 यानी आज़ादी के 56वें वर्ष के जश्न के दो दिनों बाद ही पुलिस क़यूम को पकड़ ले गई । क़यूम अहमदाबाद के दरीपुर इलाके की मस्जिद में मुफ्ती थे. उस आजादी के दिन मस्जिद में उन्होंने तकरीर दी थी, ”आज़ाद भारत में मुसलमानों का उतना ही हक है, जितना और किसी का.”

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‘इनकार पर अत्याचार और बढ़ गया’

क़यूम कहते हैं, ”मुझे 17 अगस्त 2003 को क्राइम ब्रांच में ले जाया गया. मुझे हरेन पंड्या मर्डर और फिर अक्षरधाम मंदिर हमले के बारे में बताया गया.”
वे कहते हैं, ”मुझ पर वर्ष 2002 दंगों का बदला लेने के लिए अहमदाबाद में फिदायीन को शरण देने और हैदराबाद के कुछ लोगों के साथ मिलकर हमले के लिए जगह तलाशने का आरोप लगाया गया.”
क़यूम कहते हैं, ”मुझसे गुनाह क़बूल करने को कहा गया. मेरी उंगलियों में करंट लगाया गया. बेड़ियों से बांधकर डंडों से पिटाई की गई.”
जब क़यूम ने गुनाह क़बूल करने से इनकार कर दिया. तब अत्याचार और बढ़ गया. ”रोज मुझे मारा जाता. मैं बेहोश होता, उठता और फिर बेहोश हो जाता.”
वो बताते हैं, ”फिर एक दिन मुझे रात में कहीं ले जाया गया. देखकर लग रहा था कि ये अहमदाबाद एयरपोर्ट के पीछे का हिस्सा है.”
क़यूम ने बताया, ”वहां पहुंचकर कहा गया, ये कोतरपुर है. तेरे लतीफ को हमने यहीं मारा है. उन्होंने मेरे आसपास पांच गोलियां चलाईं. मुझे लगा कि अगर मैं नहीं माना तो यहीं एनकाउंटर हो जाएगा.” अब्दुल लतीफ अहमदाबाद का एक कुख्यात गैंगस्टर था. जिसका एनकाउंटर यहीं हुआ था. कोतरपुर वही जगह है, जहां 2004 में इशरत जहां और उसके तीन दोस्तों को फ़र्ज़ी मुठभेड़ में मार गिराया गया था.
वह कहते हैं, “हमारी नाराज़गी सिस्टम से हो सकती है लेकिन हम भी मुल्क के उतने ही हैं जितने हिन्दू. कौम के मुट्ठीभर लोगों की ग़लत हरकत के लिए सबको जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते.”

’11 साल का हिसाब मांगेंगे’
जेल में क़यूम के 11 साल बहुत ख़राब बीते. बकौल क़यूम, “जेल में कई बार आत्महत्या करने का मन किया. पर उम्मीद जग जाती थी कि सुप्रीम कोर्ट में तो न्याय मिलेगा ही. ”
वो कहते हैं, “पूरे केस में सबूत के तौर पर क्राइम ब्रांच ने केवल दो चिट्ठियां पेश कीं. जो उनके अनुसार मैने लिखकर फिदायीन को दी थीं, जिन्होंने क्लिक करें अक्षरधाम पर हमला किया. जब सुप्रीम कोर्ट ने फिदायीन की पैंट और पोस्ट मार्टम रिपोर्ट देखी तो पूछा कि इनकी लाशें खून और मिट्टी में लथपथ हैं, पैर में इतनी गोलियां लगीं हैं और चिट्ठियों पर खून का एक कतरा तक नहीं, ऐसा क्यों?”
वह कहते हैं,” क़ानून ने हमें बेगुनाह साबित कर दिया लेकिन उन 11 साल का हिसाब कौन देगा. जब मुझे फांसी की सजा हुई तो अख़बार में बड़े बड़े फोटो छपे जब रिहा हुआ तो कुछ ही अख़बारों और चैनलों ने ख़बर दिखाई.” क़यूम कहते हैं, “अब हम सोच रहे हैं कि जिन लोगों की वजह से हम 11 साल जेल में रहे उन पर मुक़दमा करें और हिसाब मांगें.”

प्रताप का संपूर्ण जीवन या व्यक्तित्व अनुकरणीय है-प्रो. एस. एस. सारंगदेवोत

20140530_122227जनार्दनराय नागरराजस्थानविद्यापीठ (डीम्ड)विश्वविद्यालय के संघटकसाहित्य संस्थानद्वारामहाराणाप्रतापकी 474वीं जयंतीके पूर्वदिवसपर’’16 वीं शताब्दी के संदर्भमेंमेवाड़’’विषय पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथिप्रो. एस. एस. सारंगदेवोत,वाइसचांसलर जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ(डीम्ड) विश्वविद्यालय,उदयपुर, अध्यक्ष, डॉ. राजशेखरव्यास, पूर्व जिलाशिक्षा अधिकारी एवंमुख्य वक्ता, प्रो. के. एस. गुप्ता, प्रसिद्ध इतिहास वेता एवं पूर्व अधिष्ठाता कला महाविद्यालय मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय, उदयपुरथे।
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए डॉ. राजशेखर व्यास ने 16वीं शताब्दी के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए हिन्दू स्थापत्य कला एवं चित्रकला में होने वाले सांस्कृतिक परिर्वतन की ओर ध्यान इंगित किया।इस अवसर पर उन्होने इतिहास के पुनर्लेखन की आवश्यकता पर भी बल दिया।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता इतिहास विद् प्रो. के. एस. गुप्ता ने मध्यकाल की दृष्टिसे 16 वीं शताब्दी को महत्वपूर्ण बताते हुए मुगल मेवाड़ संघर्ष व स्थानीय शक्तियों की प्रबल एकता की ओर संकेत करते हुए उदयसिंह से महाराणा प्रताप तक की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला।उनका यह कथन कि समग्र दृष्टिकोण से 16वीं शताब्दी का अपना विशेष महत्वहै,इतिहास और संस्कृति के अध्ययन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मुख्य अतिथि वाइस चांसलर प्रो. एस. एस. सारंगदेवोत,, ने कहा कि संपूर्ण भारत के इतिहाससे यदि मेवाड़ के इतिहास को निकाल दिया जाए तो इतिहास अपनी गौरव पूर्ण परम्परा से रिक्त हो जाएगा।आज के युवाओं को प्रताप के व्यक्तित्व का अनुकरण करते हुए अपनी कर्तव्य निष्ठता पर बल देना चाहिये क्योंकि उनका संपूर्ण व्यक्तित्व अनुकरणीय है।
इस अवसरपर प्रो. गिरीश नाथ माथुर ने अपने वक्तव्य में16वीं शताब्दी के मेवाड़ में राजनीति एवंसैन्य पद्वतियों में आए नए परिवर्तनों पर प्रकाश डाला।
संगोष्ठी में अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान निदेशक प्रो. ललितपाण्डेय ने 16वीं शताब्दी के इतिहास से संदर्भ में मेवाड़ का योगदान विषय के महत्व को बताया।
इस अवसर पर संस्थान के डॉ. महेश आमेटा ने महाराणा प्रताप पर काव्य पाठ किया। धन्यवाद ज्ञापन संस्थान के डॉ. प्रियदर्शी ओझा ने दिया एवंसंयोजनडॉ. कुलशेखरव्यास ने किया।

पर्यटकों के भाल पर हल्दीघाटी की माट्टी का तिलक

20140530_070859इस मिट्टी से तिलक करों, यह धरती है बलिदान की
पर्यटकों के भाल पर हल्दीघाटी की माट्टी का तिलक
झाला मान को किया नमन
उदयपुर,नगर निगम उदयपुर तथा मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के संयुक्त तत्त्वावधान में वीर षिरोमणी महाराणा प्रताप की 474 वीं जयन्ती समारोह के छठे दिन लॉयन्स क्लब महाराणा के कार्यकर्ताओं ने प्रातः सिट्टी रेलवे स्टेषन आने वाले पयर्टक के भाल पर हल्दीघाटी की बलिदानी माट्टी से तिलक किया। कार्यक्रम में लॉयन्स क्लब के चेतन चौधरी, अरविन्द लाठी, राजेष शर्मा, राजीव भारद्वाज, अषोक जैन, डॉ, राजेन्द्र सिंह जगत, प्रेमसिंह शक्तावत, दीलिप सिंह बान्सी, नरेन्द्र सिंह, कमलेन्द्र सिंह पंवार, घनष्याम सिंह भीण्डर सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।

प्रताप के प्रमुख सहयोगी झालामान पूजन एवं नमन

पहल संस्थान की और से आज प्रातः मोती मंगरी स्मारक प्रताप के प्रमुख सहयोगी झालामान की प्रतिमा पूजन एवं नमन कर पुष्पाजंली अर्पित की गयी। संस्थापक ज्योतसना झाला ने बताया कि हल्दीघाटी के मैदान में राष्ट्र-हित के लिये प्रबल बैरियों के व्यूह में धंसते हुए प्रचण्ड व्यक्तित्व के धनी वीर झाला मानसिंह का सैकड़ों शत्रुओं की बलि देते हुए स्वयं बलिदान हो जाना इस बलिदानी घटना से देष के मस्तक पर गौरव का चारु चन्दन आसमान पर चांद की तहर चमक उठा। हमें इनके बताये आदर्षों का अनुसरण करना चाहिए। इस अवसर पर सचिव षिवसिंह सोलंकी, डॉ. ललित भण्डारी, इस्माइल अली बोहरा, जगजीत सिंह निषाद, सरदार हाजि मोहम्मद, बालुसिंह कानावत, तेज सिंह बांसी, प्रेमसिंह शक्तावत, चन्द्रगुप्त सिंह चौहान, डॉ. राजेन्द्र सिंह जगत, दीलिप सिंह बांसी, तथा अमेरिका से एस. एस. जी. ग्रुप के कार्यकर्ताओं ने उनको नमन किया।

आज के आयोजन

वीरता शौर्य व स्वाभिन के प्रतीक महाराणा प्रताप की 474वीं जयन्ती शनिवार को संभागभर में धूम धाम से मनायी जायेगी। इस अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन होगा। नगर निगम तथा मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के संयुक्त तत्त्वावधान में सुबह 7.00 बजे मोती मंगरी स्थित प्रताप स्मारक पर मेवाड़ क्षत्रिय महासभा की और से पुष्पाजंली अर्पित की जायेगी।

प्रताप 30 मई

सुबह 8.00 बजे चेटक सर्कल से शोभा यात्रा रवाना होकर हाथीपोल, घण्टागर, बड़ाबाजार, अस्थल मंदिर, सूरजपोल चोराया, बापू बाजार, बैक तीराया व देहली गेट होते हुए समापन नगर निगम प्रागण में होगा। जहाँ सभागार में मुख्य समारोह आयोजित होगा।
डॉ. राजेन्द्र सिंह जगत
अध्यक्ष
मेवाड़ क्षत्रिय महासभा

चलती बस बनी पांच लोगों की चिता

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वर्धा. धुले से नागपुर की ओर आ रही एसी यात्री बस में आग लगने से गुरुवार को पांच लोग जिंदा जल गए। जबकि 14 लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। हादसा तड़के पांच बजे तलेगांव-श्यामजीपंत गांव के पास हुआ। बस में करीब 40 यात्री सवार थे। बाबा ट्रेवल्स की नागपुर की ओर आ रही बस में तलेगांव स्थित जैन मंदिर के पास आग लगी। आग लगने का पता चलते ही ड्राइवर ने बस रोक दी।
इसके बाद यात्री खुद को बचाने के लिए दरवाजे, खिड़कियों से बाहर निकलने का प्रयास करने लगे। इस भगदड़ में पांच यात्री खिड़की में ही फंसकर जल गए। घटना के बाद बस ड्राइवर राजेश व क्लीनर घटना स्थल से फरार हो गए। माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से यह हादसा हुआ। घायलों को कारंजा, आर्वी व नागपुर में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। मृतकों में से दो की ही शिनाख्त हो पाई है। इनमें बनारस निवासी 28 वर्षीय श्वेता व नौ माह का शामिल है।अन्य तीन मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई।

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ये भी झुलसे
हादसे में झुलसने वालों में अमितकुमार सोनी (27) रायपुर, राजेश अग्रवाल (53) रायपुर, अतुल रमेशराव घाटे (42) नागपुर, विष्णु किसनराव सूर्यवंशी (31) नागपुर, प्रवीण कोनेर (31), दिवानषु चक्रधर भगवन (10) जलगांव, आकाश शशिकांत जैन (23) जलगांव, प्रसाद प्रभाकर जोशी (39) जलगांव, संदीप ज्ञानेश्वर वंजारी (30), मयंक रामेश्वर शुक्ला (24) नागपुर, आशीष गणपत खिलारिया (30) नागपुर निवासी का समावेश है।

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प्रो. भवानीषंकर गर्ग – समाज रत्न से सम्मानित

IMG_0478उदयपुर, जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विष्वविद्यालय के चांसलर एवं भारतीय प्रौढ़ षिक्षा संघ नई दिल्ली के संरक्षक प्रो. भवानीषंकर गर्ग को षिक्षा एवं समाज में उल्लेखनीय कार्य के लिए मेवाड़ नन्दवाना विकास संस्थान की ओर से समाज रत्न से सम्मानित किया गया। महासचिव सुभाष बोहरा ने बताया कि एक सादगीपूर्ण समारोह में प्रो. गर्ग को शॉल, स्मृति चिन्ह एवं सम्मान पत्र देकर तथा उनकी उल्लेखनीय सेवाओं को रेखांकित करते हुए प्रो. गर्ग का समादरण किया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, संयेाजक श्यामसुन्दर नन्दवाना, सचिव डॉ. लक्ष्मीनारायण नन्दवाना, मोहनलाल सुखाडिया विष्वविद्यालय के डॉ. नवीन नन्दवाना, निजी सचिव कृष्णकांत नाहर सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रो. गर्ग ने कहा कि यह सम्मान पाकर वे अभिभूत है। व्यक्ति समाज का अंग है तथा उसे समाज, राज्य तथा राष्ट्र की सेवाअेां में योगदान देना चाहिए। समारोह के अंत में संयोजक श्यामसुन्दर नन्दवाना ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

बच्चों ने दिया पृथ्वी,बेटी और पर्यावरण बचाने का सन्देश

Press photoउदयपुर ,नारायण सेवा संस्थान के सेवा महातीर्थ बड़ी में 15 मई से चलाए जा रहे समर कैम्प के दौरान गुरूवार को पेन्टिग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। संस्थान निदेषक श्रीमती वन्दना अग्रवाल ने बताया कि 30 जून तक चलने वाले समर कैम्प में सेवा परमो धर्म ’अपना घर’ तथा संस्थान के आवासीय विद्यालय में पढने वाले निराश्रित, मूकबधिर, प्रज्ञाचक्षु व विमन्दित बालक-बालिकाएं भाग ले रहे हैं। जिन्हें मिट्टी के बर्तन,मोमबत्ती, जूट के पायदान, कपडे के बेग, लिफाफे, ग्लास पेटिंग ,फ्रेम पेटिंग,मेटिक वर्क, शोपिंग बेग बनाना , कॉलाज वर्क, इत्यादि का प्रषिक्षण दिया जा रहा है। पेन्टिग प्रतियोगिता की थीम ’बचाओ’ थी। जिसका उद्घाटन संस्थापक श्री कैलाष ’मानव’ ने किया। श्रीमती अग्रवाल ने बताया कि प्रतियोगिता में बच्चों ने अपनी पन्टिगों के माध्यम से पृथ्वी, पर्यावरण, बेटी, पेड़, संस्कृति आदि को बचाने का संदेष दिया। इस अवसर पर संस्थान संस्थापक श्री कैलाष ’मानव’ व अध्यक्ष श्री प्रषान्त अग्रवाल ने बच्चांे द्वारा बनाए गए चित्रों की प्रषंसा करते हुए कहा कि मौजूदा समय मे इन तमाम चीजों को बचाने पर ही मानव बच सकता हैं।
श्रीमती अग्रवाल ने बताया कि निर्णायक मण्डल द्वारा चुने गए बच्चो में प्रथम षिवम परमार, द्वितीय नवजीराम भील व तृतीय दिनेष परमार रहे। भाग लेने वाले सभी बच्चों को सांत्वना पुरस्कार दिये गये।

प्रजापति समाज ने उदयपुर एसपी को दिया ज्ञापन

20140529_120003-1अखिल भारतीय प्रजापति (कुंभकार) महासंघ की ओर से गुरूवार को प्रतिनिधि मण्डल ने एसपी को परिवाद प्रस्तुत किया। महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष बंशीलाल कुम्हार के नेतृत्व के बहुसख्य समाजजनो ने एसपी साहब को ज्ञापन देकर सुन्दरवास निवासी निरमा प्रजापत के हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार कर कडी से कडी सजा दिलाई जाने की मांग की
ज्ञातत्व है कि विगत दिनो सुन्दरवास निवासी निरमा प्रजापत पुत्री ऊँकारलाल प्रजापत की ससुराल में हत्या कर आत्महत्या की शक्ल देने का प्रयास किया गया था जिस पर समाज जनों ने एसपी साहब को पूर्व ने भी ज्ञापन दिया था लेकिन निरमा प्रजापत के सास, ससूर तथा ननद किसी की गिरफ्तार नहीं होने से समाज ने पुनः ज्ञापन देकर एसपी साहब से शीघ्र कार्यवाही की मांग की।
निरमा प्रजापत के पिता ऊँकारलाल प्रजापत ने बताया कि निरमा का ससुर सरकारी ऑडिट अधिकारी है तथा मामले से जुडे कई विभागों की ऑडिट उनके अधीनस्थ होनेे से जाँच प्रभावित हो रही है। यदि उसे गिरफ्तार कर लिया जाता तो वह प्रशासनिक अमले व गवाहों को प्रभावित नहीं कर पाता लेकिन अभी तक उसे सास व ननदो को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
ज्ञापन के दौरान समान से रमेश प्रजापत, कमलेश प्रजापत, शंकर प्रजापत, राजकुमार प्रजापत, छोटू लाल एवं समाज के कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।