। शिवराज सिंह चौहान ने तीसरी बार मध्यप्रदेश की सत्ता संभाल ली है। राÓयपाल रामनरेश यादव ने चौहान को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को सभी ने बधाई दी। मैदान में मौजूद लोगों ने भी शिवराज के जयकारे लगाए। ताजपोशी के मंच पर भावी एनडीए की तस्वीर भी दिखाई दी। शपथ से पहले उन्होंने भाजपा के तमाम नेताओं और तेदेपा अध्यक्ष चन्द्रबाबू नायडू, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से हाथ मिलाकर जनता का अभिवादन किया।
शिवराज ने ली शपथ, तीसरी बार संभाली सत्ता
शपथ लेते ही राजस्थान सरकार की वेबसाईट अपडेट
उदयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शपथ लेते ही प्रदेश के अधिकतर विभागों की वेबसाइट पर तत्परता से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का फोटो लगा दिया गया, लेकिन राजस्थान सरकार की अधिकारिक वेबसाइट भी आज अपडेट कर दी गई। विधानसभा चुनाव के चलते सभी सरकारी वेबसाइट से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का फोटो हटाकर राज्यपाल मार्गेट अल्वा के फोटो लगा दिए गए थे। शुक्रवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जैसे ही शपथ ली। उसके एक घंटे के भीतर राजथान रोडवेज की, विद्युत निगम, राजस्थान आवासन मंडल की साइट, राजस्थान फाउंडेशन, शिक्षा से जुड़ी राज शिक्षा की साइट घंटेभर बाद ही अपडेट होना शुरू हो गई और अधिकतर साइटों पर वसुंधरा राजे की तस्वीर लगा दी गई। राजस्थान पुलिस की वेबसाइट तो शुक्रवार सुबह शपथ ग्रहण के पहले ही अपडेट हो गई थी, जहां राजे का फोटो और जानकारी अपडेट कर दी गई थी, राजस्थान सरकार की आधिकारिक मुख्य साइट अभी अपडेट कर दी गई। इस पर राज्यपाल मार्गेट अल्वा व नई मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का फोटो लगाकर मुख्यमंत्री और प्रशासनिक अधिकारियों की नई जानकारी अपडेट कर दी गई है।
लालू यादव को सुप्रीम कोर्ट से मिली ज़मानत
इससे पहले उनकी ज़मानत याचिका को झारखंड उच्च न्यायालय ने ख़ारिज कर दिया था.
सीबीआई की विशेष अदालत ने चारा घोटाले से जुड़े चाइबासा ट्रेज़री से 37.7 करोड़ रुपए निकालने के मामले में 30 सितंबर को लालू प्रसाद यादव, जगन्नाथ मिश्र और आरके राना समेत 43 अभियुक्तों को दोषी क़रार दिया था.
रांची की अदालत ने लालू प्रसाद यादव को पांच साल की सज़ा सुनाई थी. इसके बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता से भी अयोग्य क़रार दे दिया गया था.
लालू प्रसाद यादव के वकीलों ने दलील दी कि इस मामले के सारे दोषियों को ज़मानत मिल चुकी है और सिर्फ़ लालू ही ऐसे हैं जिन्हें ज़मानत नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि ऐसे में लालू प्रसाद यादव के साथ अलग व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए.
फैसले पर प्रतिक्रिया
ज़मानत मिलने का फ़ैसला आने के बाद लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा, “हमें अदालत पर पूरा भरोसा था.”
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव चुनाव प्रचार में हिस्सा लेंगे. उन्होंने कहा कि आम चुनाव में उनकी पार्टी की सीधी लड़ाई भारतीय जनता पार्टी से होगी.
राबड़ी देवी ने कहा कि देश भर में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की कोई लहर नहीं है. उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर बहुत से दूसरे मुद्दे हैं.
इस मामले में शिवानंद तिवारी, सरयू राय, राजीव रंजन सिंह और रविशंकर प्रसाद ने पटना हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी.
पटना हाईकोर्ट ने 11 मार्च 1996 को 950 करोड़ रुपए के कथित चारा घोटाले के मामलों की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था.
चाइबासा तब अविभाजित बिहार का हिस्सा था. चारा घोटाले में विशेष अदालतें 53 में से 44 मामलों में पहले ही फ़ैसले सुना चुकी हैं.
सो. बी बी सी
मां का इलाज करवाने आया युवक नहाते समय हौज में डूबा
उदयपुर. सुखेर थाना क्षेत्र में भीलों का बेदला गांव स्थित निजी अस्पताल में तीन दिन पहले अपनी मां का इलाज करवाने का आए युवक की हौज में डूबने से मौत हो गई। हादसा गुरुवार सुबह हुआ, जब वो नहाने गया था।
सुखेर थाने के निर्भय शंकर ने बताया कि सिणधरी बालोतरा (बाड़मेर) निवासी तुलसीराम (25) पुत्र मूलाराम जीनगर अपनी मां विद्यादेवी को इस अस्पताल में लाया था। निमोनिया से पीडि़त महिला को पित्ताशय में परेशानी भी थी।गुरुवार सुबह तुलसीराम अस्पताल के निर्माणाधीन हिस्से में पानी से भरे हौज पर नहाने गया।
उसने पानी से भरी बाल्टी खुद पर उंडेली कि कंपकंपी के बाद असंतुलित होकर हौज में जा गिरा। डूबने से उसकी मौत हो गई। पता चलते ही अस्पतालकर्मियों ने युवक को निकाला। सूचना पर थानाधिकारी गजेन्द्रसिंह नरूका जाप्ता लेकर पहुंचे।शिनाख्त के बाद मृतक के परिजनों को सूचना दी और शव को एमबी चिकित्सालय के मुर्दाघर में रखवाया। शाम को परिजनों के आने पर पोस्टमार्टम किया गया।
छह महीने पहले हुई थी शादी
परिजनों ने बताया कि तुलसीराम की शादी छह महीने पहले ही हुई थी।वह तीन दिन पूर्व उदयपुर में अपनी मां के इलाज के लिए आया हुआ था।
पहले हाथ मिलाने के लिए बच्ची को किया मजबूर, मना करने पर दी सजा
उदयपुर. जिला न्यायालय की एक महिला वकील की नाबालिग बेटी को हाथ मिलाने के लिए मजबूर करने के आरोपी किराना व्यवसायी को जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम चंद्र सिंह झाला ने बालकों का यौन अपराध से संरक्षण अधिनियम-2012 (पोक्सा एक्ट) के तहत 2 वर्ष की कड़ी कैद व 5 हजार रुपए जुर्माने की सजा गुरुवार को दी।
शहर के लखारा चौक निवासी अधिवक्ता संगीता अरोड़ा ने 6 मई 2013 को किराना व्यवसायी हरीश जैन के खिलाफ धान मंडी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में संगीता ने बताया कि वह नियमित रूप से वकालात की प्रैक्टिस करने कोर्ट जाती है। उसकी गैर मौजूदगी में दोनों बेटियों की देखरेख गट्टू बाई तेली करती है।
लखारा चौक में मारू किराना स्टोर का मालिक नाई निवासी हरीश जैन उसकी बेटियों पर बुरी नजर रखता है व इशारे करता है। 6 मई को अपराह्न साढ़े 3 बजे प्रार्थिया की 12 वर्षीय बड़ी बेटी गट्टू बाई की छत पर थी। अभियुक्त सुरेश ने छत पर पहुंच कर बालिका से जबरन हाथ मिलाने का प्रयास किया था।
किशोरी के मना करने पर आरोपी ने उसे 20 मिनट तक धूप में खड़े रहने की सजा दी। मजबूर होकर बालिका के हाथ मिलाने पर सहमत होने पर उसने छत से उतरने दिया।
लोक अभियोजक प्रणय सनाढ्य ने अभियुक्त के खिलाफ आठ गवाह और पांच दस्तावेज अदालत में प्रदर्शित कराए थे। सुनवाई पूरी करते हुए न्यायाधीश झाला ने आरोपी हरीश को दोषी माना और दो साल कैद की सजा सुनाई।
सरकार देती है प्रति छात्र चार रुपए परीक्षा शुल्क
उदयपुर। महंगाई के इस युग में राज्य सरकार अद्र्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षा का खर्चा महज चार रुपए प्रति विद्यार्थी देती है। शहर के कई स्कूलों में तो यह राशि भी अब तक बकाया चल रही है। इस सत्र की राशि तो राज्य सरकार ने जारी ही नहीं की, जबकि कल से अद्र्धवार्षिक परीक्षा प्रारंभ हो रही है। कई संस्था प्रधान इस राशि को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। यह राशि स्कूल स्तर पर होने वाली तीसरी से आठवीं तक की कक्षाओं के लिए दी जाती है। इस राशि से दोनों परीक्षाओं का आयोजन कराना संस्था प्रधानों के लिए मुश्किल होता जा रहा है। दो साल से आठवीं तक की परीक्षा स्कूल स्तर पर आयोजित की जा रही है। तब से यह परेशानी खड़ी हुई है। संस्था प्रधानों ने शिक्षा विभाग की वाक्पीठ संगोष्ठियों और अन्य बैठकों में इस मुद्दे को कई बार उठाया, लेकिन सरकार ने अब तक इस राशि को बढ़ाने पर कोई ध्यान नहीं दिया है। संस्था प्रधानों और कई वरिष्ठ शिक्षकों का कहना है कि इस राशि को बढ़ाकर 50 रुपए किया जाना चाहिए। यह राशि भी परीक्षा से पहले स्कूलों के खाते में पहुंचनी चाहिए। पिछले साल की राशि जिन स्कूलों में नहीं पहुंची, उसे भी जल्दी जारी किया जाए। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अधिकारी कहते हैं कि इस संबंध में विभाग की बैठकों में कई बार मुद्दा उठा है, लेकिन बजट बढ़ाने का निर्णय सरकार के स्तर पर होना है। संस्था प्रधानों का कहना है कि कक्षा तीन से पांच तक चार पेपर हिंदी, अंग्रेजी, गणित व पर्यावरण के होते हैं। दोनों परीक्षाओं के कुल आठ पेपर हो गए। इसी प्रकार कक्षा छह से आठ तक छह पेपर हिंदी, अंग्रेजी, गणित, सामाजिक, विज्ञान व संस्कृत के होते हैं। दोनों परीक्षाओं के कुल 12 पेपर हो गए। इसके अलावा परीक्षा पुस्तिका, कॉपियां बांधने की डोर, अंक तालिका सहित अन्य खर्च भी होता है। कई बार तो संस्था प्रधानों को परीक्षा का खर्चा स्कूलों को दिए जाने वाले दूसरे अन्य बजट से एडजस्ट करना पड़ता है।
डायन कहकर प्रताडि़त करने का मामला दर्ज
उदयपुर। बेकरिया थाना क्षेत्र के मालवा का चौरा गांव की एक विवाहिता ने पीहर पक्ष के लोगों पर डायन कहकर मारपीट करने के मामला दर्ज कराया। पुलिस के अनुसार मालवा का चौरा, बेकरिया निवासी भगवती पत्नी मनोज गरासिया ने रिपोर्ट में बताया कि बताया कि वह पांच दिसम्बर को अपने पीहर में अपने पुत्र को दूध पिला रही थी। इसी दौरान आरोपी रतना पुत्र भैरा गरासिया, तारमा पुत्र हुसा गरासिया, नारायण पुत्र रतना गरासिया, इसका भाई अमरा गरासिया, ललित गरासिया, शादा पुत्री तारमा गरासिया, शांति पुत्री रतना गरासिया, तेजकी पुत्री रतना गरासिया इसके घर में घुस गए और डायन कहते हुए मारपीट शुरू कर दी। इस पर विवाहिता के पिता ने आरोपी का विरोध किया, तो आरोपियों ने उनके साथ भी मारपीट शुरू कर दी। मारपीट के कारण विवाहिता को गंभीर चोटे आई। जिसके चलते उसे उदयपुर के एमबी अस्पताल में भर्ती करया गया। जहां उपचार के बाद उसे छट्टी दे दी गई। इस पर विवाहिता ने उसके पीहर जाकर आरापियों के खिलाफ डायन बताकर मारपीट का मामला दर्ज कराया।
पांच हजार के लिए कर दी वृद्ध की हत्या
उदयपुर। चित्रकूटनगर स्थित श्मशान में मिले शव के मामले में सुखेर पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए भुवाणा निवासी प्रकाश उर्फ पकरिया डांगी और सूरजपोल निवासी प्रदीप उर्फ विक्की को गिरफ्तार किया है। पुलिस को इस मामले में मुख्य आरोपी शेरू की तलाश है। इन आरोपियों को आज न्यायालय में पेश किया जाएगा।
पुलिस के अनुसार पिछले दिनों भुवाणा श्मशान की दीवार के पास एक शव मिला था। सिर में चोट और पास में शराब की बोतल पड़ी थी। उसकी शिनाख्त भुवाणा निवासी खेमराज के रूप में हुई थी। उस दौरान मृतक के अंगुठे पर लगे स्याही के निशान को देखकर उसके बेटे ने हत्या की आशंका जताई थी। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करके जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि मृतक खेमराज का शुरू नाम के एक व्यक्ति से जमीन का सौदा चल रहा था, जो कि लगभग पांच लाख रुपए का था। शेरू ने मृतक से रजिस्ट्री करवाकर उसकी हत्या की सुपारी पांच हजार रुपए में दी थी। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए भुवाणा निवासी प्रकाश उर्फ पकरिया डांगी और सूरजपोल निवासी प्रदीप उर्फ विक्की को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने खेमराज की हत्या करना कबूल किया।
स्वामी विवेकानंद कठपुतली नाटिका देशभर में मचा रही है धूम
उदयपुर। भारतीय लोककला मंडल द्वारा स्वामी विवेकानंद की जीवनी पर निर्मित कठपुतली नाटिका इन दिनों पूरे देश में धूम मचा रही है। अब तक देश के विभन्न शहरों में इस नाटिका के 70 मंचन हो चुके हैं। उल्लेखनीय है कि स्वामी विवेकानंद के 150वेें जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में रामकृष्ण मिशन के सौजन्य से लोक कला मंडल के सहायक निदेशक श्याम माली के निर्देशन में इस नाटिका को कला मंडल के सिद्घ हस्त कलाकारों द्वारा निर्मित किया गया है। लगभग 72 मिनट की इस नाटिका मे स्वामी विवेकानंद के बाल्यकाल से ब्रह्मलीन होने तक के जीवनवृत का काठ से बनी पुतलियों के माध्यम से सजीव प्रस्तुतीकरण किया गया है। काठ से बनी बेजान पुतलियों में प्राण फूंकती कलाकारों की अंगुलियां प्रत्येक आयु वर्ग के दर्शक को प्रस्तुती के अंत तक बांधे रख कर आज के आधुनिक मनोरंजन के साधनों को फिर चुनौती देती प्रतीत होती है।
कठपुतली नाटिका के पात्र अपनी भाव भंगिमाआें से संवाद के साथ सामंजस्य करते हुए एेसा प्रदर्शन करते हैं, मानो कोई सजीव पात्रा संवाद कर रहे हो और यह दृश्य दर्शकों में इसके प्रति उत्सुकता पैदा कर देते हैं।
नाटिका का कथानक, संवाद, पात्रों की वेशभूषा तथा प्रभावी श्रव्य-दृश्य मिश्रण के कारण दर्शक इसे बार-बार देखने को उत्सुक होता है। एेसे मे लुप्त होती यह कठपुतली कला आधुनिक मनोरंजन के साधनों के समक्ष पुन: चुनौती देती दिख रही है।
इस नाटिका के राजस्थान सहित दिल्ली, गुजरात, सौराष्ट्र, पंजाब तथा झारखंड राज्य के विभिन्न शहरों में अब तक 70 मंचन हो चुके हैं तथा आगामी जनवरी 2014 के अंत तक बंगाल, बिहार और छत्तीस गढ राज्यों के विभिन्न शहरों में 30 से अधिक प्रदर्शन प्रस्तावित है।
बाल अधिकारों पर अधिवक्ताओं का अभाव: बेनीवाल
हर कार्य में बच्चों का उपयोग करना बाल अधिकारों का हनन
बाल मजदूरी समाप्त करने में समाज के योगदान की आवष्यकता
विश्वविद्यालय विधि महाविद्यालय द्वारा आयोजित ‘‘विस्तार व्याख्यानमाला’’ में आज राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य गोविन्द बेनीवाल ने बालकांओ के अधिकारों एवं उनसे सम्बन्धित कानूनी प्रावधानों पर विस्तार से विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज हर कार्य में चाहे वह चुनाव आयोग द्वारा इस बार चलाया गया मतदाता जागरूकता अभियान हो, या किसी मंत्री या अधिकारी या नेता का कोई कार्यक्रम हो या फिर अन्य कोई भी कार्यक्रम जिसमें बच्चों का उपयोग किया जाता है खुलम-खुला बाल अधिकारों का उल्लंघन है। वर्तमान में बालक अधिकारों के संरक्षण से सम्बन्धित विभिन्न कानूनी एवं संवैधानिक अधिकार उपलब्ध होने के बावजुद भी हमारे समाज में पर्याप्त जानकारी एवं सजगता का अभाव पाया जाता है। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग बालकों के अधिकारों के रक्षा हेतु सतत् रूप से राजस्थान मेें कार्यरत है। वर्तमान में देष भर मेें 23 राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग कार्यरत है। गोविन्द बेनीवाल में अपने उद्बोधन मंे बालकों से सम्बन्धित कानूनों के तहत चलाये जा रहे विभिन्न बाल संरक्षण गृहों, बाल सुधार गृहों की जानकारी दी ओर बताया कि शीघ्र ही देश भर में बाल न्यायालय का गठन किया जायेगाा। राज्य के निजी विद्यालयों में शिक्षा के अधिकार के तहत् 25 प्रतिशत आरक्षित स्थान समाज के पिछडें बच्चों को वास्तव में लाभ नहीं मिल रहा है जो दुःखद स्थिति है। परिवार एवं अन्य स्थानों में बच्चों के साथ हो रहे अन्याय एवं अत्याचार के लिए कोई अलग से अधिनियम नहीं है। बालकों की आयु अलग-अलग अधिनियमों में अलग-अलग है इसको अन्तर्राष्ट्रीय मानदण्डों के अनुरूप 18 वर्ष किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में विधि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आनन्द पालीवाल, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. शिल्पा सेठ एवं राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राजश्री चौधरी एवं अन्य संकाय सदस्य तथा शोधार्थी तथा छात्र संघ अध्यक्ष अक्षय सिंह राणावत अन्य छात्र-छात्राऐं उपस्थित थे।