मीरा कन्या महाविद्यालय में होगी रविवार को मतगणना

Election_2_7-12-13मतगणना की सभी तैयारियां पूर्ण, जिला निर्वाचन अधिकारी ने किया निरीक्षण
आठ विधानसभा के लिए 60 अभ्यर्थियों के भाग्य का फैसला आज
उदयपुर, विधानसभा आम चुनाव 2013 के तहत उदयपुर जिले की सभी 8 विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना का कार्य रविवार को ठीक प्रात: 8 बजे राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय में शुरू होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने शनिवार को मतगणना स्थल के विभिन्न कक्षों का निरीक्षण किया और सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए की गई मतगणना संबंधी व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिले की 149-गोगुन्दा विधानसभा के मतों की गणना महाविद्यालय के कमरा संख्या 135(प्रथम तल) में की जायेगी। इस कक्ष में 12 टेबल लगाये गये और 22 राउण्ड में मतगणना होगी। 150-झाडोल विधानसभा क्षेत्र की मतगणना कमरा संख्या 5(भू तल) 12 टेबल पर होगी और 22 राउण्ड में मतगणना सम्पन्न होगी। इसी तरह से 151-खेरवा$डा विधानसभा क्षेत्र की मतगणना कमरा संख्या 16(भू तल) 14 टेबल पर 21 राउण्ड में पूरी होगी।
इसी तरह से 152-उदयपुर ग्रामीण विधानसभा की मतगणना कमरा संख्या 22 (भू तल) 12 टेबल्स पर 20 राउण्ड में तथा 153-उदयपुर विधानसभा की मतगणना कमरा संख्या 133(प्रथम तल) 12 टेबल्स पर 19 राउण्ड में पूरी होगी। 154-मावली क्षेत्र के मतगणना कमरा संख्या 7 (भू तल) 10 टेबल्स पर 24 राउण्ड में पूरी होगी। इसी प्रकार 155-वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र की मतगणना कमरा संख्या 116(प्रथम तल) 10 टेबल्स पर 27 राउण्ड में पूरी होगी तथा 156-सलूम्बर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की मतगणना कमरा संख्या 108(प्रथम तल) 10 टेबल्स पर 27 राउण्ड में पूरी होगी ।
Election_7-12-13 (1) उन्होंने बताया कि विधानसभा वार जो मतगणना एजेन्ट जहां नियुक्त किये गये है वे वही बैठेंगे। वे अन्य टेबल व विधानसभा गणना स्थल में आ-जा नहीं सकेंगे।
कडी सुरक्षा व्यवस्था से गुजरना होगा
मतगणना स्थल पर केवल सुरक्षा प्रवेश पासधारियों को ही मतगणना स्थल पर प्रवेश दिया जायेगा इस दौरान सभी पासधारियों को मेटल डिटेक्टर से गुजरना होगा। मतगणना स्थल पर मोबाइल पूर्णत: वर्जित रहेगा। इसके साथ ही कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की सामग्री, बीडी, गुटखा, माचिस आदि ले जाना पूर्णत: वर्जित है।
ताजा परिणामों की जानकारी :- राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय में होने वाली मतगणना के ताजा रुझानों एवं परिणामों की जानकारी का प्रसारण माइक एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से दी जाएगी। इसके साथ ही सूचना केन्द्र से ताजा परिणामों एवं रूझानों का प्रोजेक्टर एवं माइक के माध्यम से प्रसारण किया जाएगा।
कडी चौकसी में ईवीएम :- मीरा कन्या महाविद्यालय में सभी विधानसभा क्षेत्रवार ईवीएम को अलग-अलग कमरों में संग्रहीत किया गया है। 24 घण्टे सशस्त्र बल के कडे पहरे में ईवीएम को सुरक्षित रखा जा रहा है। साथ ही पूरे महाविद्यालय परिसर को कडे सुरक्षा के घेरे में रखा गया है। मतगणना ठीक 8 बजे शुरू होगी। सर्वप्रथम पोस्टल बेलेट्स की मतगणना होगी।
60 अभ्यर्थियों के भाग्य का होगा फैसला :- गोगुन्दा विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के चम्पाराम गरासिया, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रतापलाल भील, इण्डियन नेशनल कांग्रेस (कांग्रेस) के मांगीलाल गरासिया, सीपीआई के मेघराज तावड, झाडोल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के नीमालाल, सीपीएम के प्रेमचन्द पारगी, भाजपा के बाबूलाल खराडी, कांग्रेस के हीरालाल दरांगी, समाजवादी पार्टी (सपा) के कमजीभाई भील, जेजीपी के कालूलाल, एनपीईपीटी के धमेन्द्र वडेरा और बीवाईएस के लादूराम एवं निर्दलीय कन्हैयालाल चुनाव मैदान में है।
इसी तरह खेरवाडा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के दयाराम परमार, भाजपा के नानालाल अहारी, बसपा से सविता मीणा, एनपीपी से कांतिलाल दरंगा, जेडी (सेक्यूलर) से लक्ष्मीचन्द मीणा, निर्दलीय खेमराज डामोर, उदयपुर ग्रामीण से निर्दलीय देवेन्द्र कुमार मीणा, बसपा से लक्ष्मण लाल गमेती, भाजपा से फूलसिंह मीणा, एनपीपी से पूनमचन्द, कांग्रेस से सज्जन कटारा, उदयपुर शहर से भाजपा के गुलाबचन्द कटारिया, बसपा से तीर्थ सिंह, कांग्रेस से दिनेश श्रीमाली, सीपीआई(एम) से राजेश सिंघवी, भारतीय युवा शक्ति से भुवनेश्वरी गहलोत, जागो पार्टी से रमेश सुवालका, निर्दलीय कालूलाल सालवी, गोविन्द लाल ओड, मोहम्मद इम्तियाज एवं मोहम्मद सईद सक्का, विधानसभा क्षेत्र मावली से सीपीआई से जीवराज शर्मा, भाजपा से दलीचन्द डांगी, कांग्रेस के पुष्करलाल डांगी, बसपा से राजकुमार श्रीमाली, नेशनल पीपुल्स पार्टी से तेजसिंह राणावत, भारतीय युवा शक्ति से निर्भयसिंह, समाजवादी पार्टी से भंवरलाल वैरागी, मेघदेशम पार्टी से रामलाल मेघवाल एवं निर्दलीय संतोष जोशी चुनाव मैदान में है।
वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र से कांगे्रस के गजेन्द्र सिंह शक्तावत, भाजपा से गणपत लाल मेनारिया, बसपा से जगदीश, सीपीआई(एम) से भीमसिंह, भारतीय युवा शक्ति से देवीलाल, सोशलिस्ट पार्टी (इण्डिया) से भेरूलाल कालबेलिया, नेशनल पीपुल्स पार्टी से भंवरलाल रावत एवं निर्दलीय रणधीर सिंह भीण्डर तथा सलुम्बर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के अमृत लाल, सीपीआई के गोविन्द, कांग्रेस से बसन्ती, बसपा से शंकर, नेशनल पीपुल्स पार्टी से अर्जुन लाल मीणा, जागो पार्टी से रूपा, भारतीय युवा शक्ति पार्टी से शंकरलाल, सीपीआई(माक्र्ससिस्ट लेनिनिस्ट)(लिबरेशन) से शंकरलाल मीणा एवं समाजवादी पार्टी से सविता के भाग्य का फैसला रविवार को होने वाली मतगणना से होगा।

अंतर महाविद्यालयी टेबल टेनिस पुरुश/महिला प्रतियोगिता 09 दिसम्बर से।

विश्वविद्यालय वाणिज्य महाविद्यालय की मेजबानी में आयोजित अंतर महाविद्यालयी टेबल टेनिस पुरुश महिला प्रतियोगिता का उद्घाटन 09 दिसम्बर को प्रातः 09:30 बजे मेनेजर मिटिंग विष्वविद्यालय बेडमिंटन हॉल में आयोजित कि जाएगी।
आयोजन सचिव हेमराज चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि दो दिवसीय इस प्रतियोगिता में जो भी टीम भाग लेना चाहती है वह 09:30 बजे विष्वविद्यालय बेडमिंटन हॉल में सर्म्पक करें।

दूसरे ‘गांधी’ भी दुनिया से विदा: घर छोड़ने के बाद चौकीदारी करनी पड़ी थी नेल्‍सन मंडेला को

1386307641_largeजोहान्सबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार रात जोहान्सबर्ग में निधन हो गया। मंडेला पिछले दो साल से फेफड़े की बीमारी से ग्रस्त थे। नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्त 95 वर्षीय मंडेला ने अपने घर में अंतिम सांस ली। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने उनके निधन की घोषणा करते हुए कहा कि राष्ट्र ने अपने सबसे महान बेटे को खो दिया है। हमारे लोगों ने अपने पिता को खो दिया। साथियो, नेल्सन मंडेला ने हमें एकजुट किया और हम सब साथ मिलकर उन्हें विदाई देंगे।’

विश्व भर के नेताओं ने उनके निधन पर गहरा शोक जाताया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा कि मंडेला न सिर्फ अपने समय के महानतम नेता थे बल्कि वो इतिहास के महानतम नेताओं में शामिल हैं। मंडेला के निधन पर शोक जताने वालों  में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा, प्रिंस विलियम्स सहित देश और दुनिया के कई नेता शामिल हैं।

दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति को रंगभेद के खिलाफ आवाज उठाने वाले प्रिय नेता के रूप में जाना जाता रहेगा।  उनके जन्मदिन को संयुक्त राष्ट्र ‘नेल्सन मंडेला डे’ के रूप में मनाता रहा है। इसका मकसद पूरी दुनिया में शांति, स्वतंत्रता और समानता का संदेश फैलाना है। वो दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति थे। मंडेला को 1990 में भारत सरकार ने भारत रत्न से भी सम्मानित किया था। मंडेला ऐसे दूसरे गैर भारतीय थे, जिन्हें यह सम्मान मिला। उनके अतरिक्त पाकिस्तान के खान अब्दुल गफ्फार खान को भी 1987 में ‘भारत रत्न’ मिला था।

कौन हैं नेल्सन मंडेला

नेल्सन मंडेला का जन्म 18 जुलाई, 1918 को कुनू गांव के थेंबु शाही परिवार में हुआ। उनके बचपन में नाम ‘रोहिल्लाहल्ला मंडेला था। जिसे बाद में एक टीचर ने स्कूल में नेल्सन कर दिया। 1964 में सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर रोबेन द्वीप जेल में उम्र कैद की सजा काटने के लिए भेज दिया। 27 साल जेल में बिताने के बाद 1990 में रिहा हुए। 1993 में उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिला। 1994 में दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने।

2004 में उन्होंने सार्वजनिक जीवन से भी रिटायरमेंट की घोषणा की। नेल्सन मंडेला के बड़े बेटे मैकगाथो की मौत 2005 में एड्स से हुई। इसके बाद उन्होंने एड्स के खिलाफ बड़े अभियान की अपील की थी।

नेल्सन मंडेला ने 2010 में दक्षिण अफ्रीका में फुटबॉल वर्ल्ड कप के आयोजन के निर्णय में प्रमुख भूमिका निभाई थी और इसकी क्लोजिंग सेरेमनी में वह शामिल भी हुए थे। दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने नवंबर 2012 में उनकी तस्वीर वाले नोट भी जारी किए थे।
 13 बच्‍चों में तीसरी संतान थे मंडेला, पिता ने की थी तीन शादियां 
नेल्‍सन मंडेला का पूरा नाम ‘नेल्सन रोहिल्हाला मंडेला’ रखा गया था, लेकिन दुनिया उन्‍हें नेल्‍सन मंडेला के नाम से जानती है। मंडेला का जन्म दक्षिण अफ्रीका की बासा नदी के किनारे ट्रांस्की के मवेजों गांव में 18 जुलाई, 1918 को हुआ था। उनके पिता ने उन्हें नाम दिया ‘रोहिल्हाला’ यानि पेड़ की डालियों को तोड़ने वाला या फिर प्यारा शैतान बच्चा। नेल्सन के पिता ‘गेडला हेनरी’ गांव के प्रधान थे। नेल्सन के परिवार का संबंध क्षेत्र के शाही परिवार से था। अठारहवीं शताब्दी में यह इस क्षेत्र का प्रमुख शासक परिवार रहा था, जब तक कि यूरोप ने इस क्षेत्र पर अधिकार नहीं कर लिया। नेल्सन मंडेला के पिता ने तीन शादियां की थीं और वह तीसरी पत्‍नी की संतान थे। उनकी मां का नाम ‘नेक्यूफी नोसकेनी’ था। वह 13 भाइयों में तीसरे थे। नेल्सन के सिर से पिता का साया 12 साल की उम्र में ही उठ गया था।
 विद्यार्थी जीवन में हुआ ‘रंगभेद’ से सामना 
 नेल्‍सन मंडेला को विद्यार्थी जीवन में रोज याद दिलाया जाता कि उनका रंग काला है और सिर्फ इसी वजह से वह यह काम नहीं कर सकते। उन्हें रोज इस बात का एहसास करवाया जाता कि अगर वे सीना तान कर सड़क पर चलेंगे तो इस अपराध के लिए उन्हें जेल जाना पड़ सकता है। ऐसे अन्याय ने उनके अंदर असंतोष भर दिया। उन्होंने हेल्डटाउन से अपनी स्नातक शिक्षा पूरी की। हेल्डटाउन अश्वेतों के लिए बनाया गया एक विशेष कॉलेज था। यहीं पर उनकी मुलाकात ‘ऑलिवर टाम्बो’ से हुई, जो जीवन भर के लिए उनके दोस्त और सहयोगी गए।
 1940 तक नेल्सन मंडेला और ऑलिवर टाम्बो ने कॉलेज कैंपस में अपने राजनीतिक विचारों और कार्यकलापों से लोकप्रियता पा ली। कॉलेज प्रशासन को जब इस बात का पता लगा तो दोनों को कॉलेज से निकाल दिया गया और परिसर में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया। ‘फोर्ट हेयर’ उनके क्रियाकलापों के मूर्त गवाह के रूप में आज भी खड़ा है। कॉलेज से निकाल दिए जाने के बाद मंडेला माता-पिता के पास ट्रांस्की लौट आए। उन्हें क्रांति की राह पर देखकर परिवार परेशान था और चाहता था कि वह हमेशा के लिए घर लौट आएं। जल्दी ही एक लड़की पसंद की गई, जिससे नेल्सन को पारिवारिक जिम्मेदारियों में बांध दिया जाए। घर में विवाह की तैयारियां जो-शोर से चल रही थीं, दूसरी ओर नेल्सन का मन उद्वेलित था और आखिर में उन्होंने अपने निजी जीवन को दरकिनार करने का फैसला किया और घर से भागकर जोहान्सबर्ग आ गए। वह जोहान्सबर्ग की विशाल सड़कों पर भटक रहे थे। नेल्सन ने एक सोने की खदान में चौकीदार की नौकरी करना शुरू कर दिया। जोहान्सबर्ग की एक बस्ती अलेक्जेंडरा उनका ठिकाना थी। नेल्सन ने अपनी मां के साथ जोहान्सबर्ग में ही रहने का इरादा किया। इसी जगह पर उनकी मुलाकात ‘वाल्टर सिसुलू’ और ‘वाल्टर एल्बरटाइन’ से हुई। नेल्सन के राजनीतिक जीवन को इन दो हस्तियों ने बहुत प्रभावित किया। नेल्सन ने जीवनयापन के लिए एक कानूनी फर्म में लिपिक की नौकरी कर ली, लेकिन वह लगातार खुद से लड़ रहे थे। वह देख रहे थे कि उनके अपने लोगों के साथ इसलिए भेद किया जा रहा था, क्योंकि कुदरत ने अश्‍वेता बनाया है। उन्‍हें लगा कि अश्वेत होना मानो कोई अपराध है, लेकिन वह सम्मान चाहते थे और उन्हें लगातार अपमानित किया जाता था।

शिमला मिर्च के कुछ ऐसे गुण जिन्हें जानकर आपका मुंह खुला रह जाएगा!

images (6)शिमला मिर्च एक ऐसी सब्जी है जो कि न सिर्फ सलाद के रूप में बल्कि सब्जी बनाकर भी बहुत चाव से खाई जाती है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि ये सब्जी केवल स्वाद ही नहीं है इसके अलावा इसे खाने के कुछ हेल्दी फायदे भी हैं। आज हम आपको परिचित करवाने जा रहे हैं शिमला मिर्च खाने के कुछ ऐसे ही अनोखे गुणों से…..
एंटीआक्सीडेंट की तरह काम करता है-शिमला मिर्च में विटामिन ए और सी होता है जो कि बहुत ही पावरफुलएंटीऑक्सीडेंट हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट शरीर को हार्ट अटैक, ओस्टीपुरोसिस, अस्थमा और मोतियाबिंद से लडऩे में सहायता करता है।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करता है- इसके अंदर बिल्कुल भी कैलोरी नहीं होती इसलिए यह खराब कोलेस्ट्रॉल को नहीं बढ़ाती। साथ ही यह वजन को मेंटेन करने के लिये भी योग्य है।
अस्थमा और कैंसर में फायदेमंद- शिमला मिर्च को कई पुराने सालों से अस्थमा और कैंसर जैसी बीमारियों को ठीक करने के लिये प्रयोग किया आता जा रहा है। शिमला मिर्च में पाए जाने वाले विटामिन सी, विटामिन ए और बीटा कैरोटीन भरा पड़ा होता है। इसीलिए इन बीमारियों में फायदेमंद होती है।
बॉडी का मेटॉबालिज्म बढ़ाए- यह शरीर में समाए ट्राइग्लिसराइड के लेवल को कम करती है, जिससे कैलोरी को बर्न करने में मदद मिलती है।
दर्द निवारक- इसमें एक तत्व पाया जाता है, जो कि माना जाता है कि वह दर्द को त्वचा से स्पाइनल कॉर्ड तक जाने से रोक देती है। इससे दाद, नसों के दर्द के इलाज आदि में प्रयोग किया जा सकता है।
शक्ति बढ़ाएं- इसमें विटामिन सी होता है इसलिये यह वाइट सेल को इंफेक्शन से लडऩे में उत्तेजित करती है। इससे इम्युन सिस्टम मजबूत होता है। साथ ही शिमला मिर्च सास संबंधित समस्याएं जैसे फेफड़े का इंफेक्शन, अस्थमा आदि से बचाव करती है।

सर्द हो रहीं है रातें

SARDIउदयपुर। बर्फीली हवाएं उदयपुर में ठंड बढ़ा रही हैं। बर्फीली हवाओं ने उदयपुर का रात का पारा लुढ़काकर ८.५ डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा दिया है, वहीं दिन का टेंप्रेचर २७.० डिग्री सेल्सियस हो गया है। रात का टेंप्रेचर नॉर्मल से तीन डिग्री नीचे रहने की वजह से लोगों को ठंड ज्यादा लग रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दिन के लगातार छोटे होने से दोपहर की धूप कम हो रही है और इसकी वजह से ठंड बढ़ रही है।
छोटा हो रहा है दिन
> दिन का समय सूरज के दक्षिणायन होने की वजह से 22 सितंबर से लगातार घट रहा है, वहीं रातें लंबी हो रही हैं। यह सिलसिला 22 दिसंबर तक चलेगा। डे बाय डे दिन का टाइम पीरियड घटने से दोपहर में सूरज की रोशनी धरती को कम मिल रही है। यही वजह है कि शहरवासियों को ठंड महसूस हो रही है।
साफ रहेगा आसमान
> अगले दो दिनों तक उदयपुर का दिन का टेंप्रेचर 24 डिग्री सेल्सियस और रात का सात डिग्री सेल्सियस के करीब रहेगा। आसमान साफ रहेगा, जिससे लोगों को ठंड महसूस होगी। सुबह में कुहासा रहेगा और विजिबिलिटी कम रहेगी। ठंड जैसी है, वैसी ही रहेगी। दोपहर में इसका अहसास कम होगा, पर सुबह और शाम में इसका असर ज्यादा दिखेगा।

नाबालिग को भगा ले जाने का मामला

elopingउदयपुर। चांदपोल निवासी एक विवाहिता ने एक युवक के खिलाफ उसकी नाबालिग पुत्री को भगा ले जाने का मामला दर्ज कराया है। पुलिस के अनुसार चांदपोल निवासी एक विवाहिता ने वीरपुरा गोगुंदा निवासी जितेश पुत्र वरदीचंद मेघवाल के खिलाफ उसकी नाबालिग पुत्री को भगा ले जाने का मामला दर्ज कराया। विवाहिता ने रिपोर्ट में बताया कि उसकी १५ वर्षीय पुत्री बाजार गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों ने तलाश की, लेकिन पता नहीं चला। अंतिम बार उसे जितेश के साथ देखा गया। विवाहिता की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कराकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

पर्चा आउट मामले में परीक्षा कंट्रोलर ने नहीं की कार्रवाई

nursesउदयपुर। राजस्थान स्वास्थ्य विश्वविद्यालय की बीएससी नर्सिंग परीक्षा प्रथम वर्ष एनाटोमी व फिजियोलॉजी का पर्चा कल आउट हो गया। यह पर्चा बाजार दो से दस हजार रुपए में बिका, जिसको क्रमददगारञ्ज ने समाचार के साथ प्रकाशित किया, लेकिन अभी तक नर्सिंग परीक्षा कंट्रोलर ने इस पर कोई कारवाई नहीं की है।
उल्लेखनीय है कि कल बीएससी नर्सिंग के प्रथम वर्ष एनाटोमी व फिजियोलॉजी का पर्चा आउट हो गया था। क्रमददगारञ्ज के पास वह पर्चा कल सुबह 11 बजे ही आ गया था, जिसकी परीक्षा दो बजे होनी थी। उक्त विषय के क्रएञ्ज और क्रबीञ्ज पार्ट में चार-चार प्रश्न आते हैं, जिसमें से तीन-तीन प्रश्न करने होते हैं। कल लीक हुए पर्चे में दोनों पार्ट के तीन-तीन प्रश्न थे, जो शाम को पांच बजे परीक्षा समाप्त होने पर मिलान किया गया, तो सामान पाए गए। पर्चे के लीक होने को लेकर नर्सिंग के छात्र अब संशय में है कि परीक्षा दोबारा होगी या नहीं। क्योंकि परीक्षा कंट्रोलर की तरफ से अभी तक कोई आदेश नहीं आए हंै। इससे पूर्व भी तीन वर्ष से लगातार पर्चा आउट हो रहा है।
-इस मामले में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। आपके पास यह पर्चा कब आया था। हमे मेल कर दो पूर्व में भी हमने एफआईआर दर्ज करवाई थी, इस बार भी अगर हुआ, तो एफआईआर दर्ज करवा कर कारवाई करेंगे
-विनोद भियानी, एग्जाम कंट्रोलर
ऑफ राजस्थान हेल्थ यूनिवर्सिटी

साहित्य अकादमी ने की बेरोजगारों से धोखाधड़ी

0

download (3)उदयपुर। राजस्थान साहित्य अकादमी में न केवल वित्तीय अनियमितताएं हुई है, वरन इस पवित्र संस्था के जरिए बेरोजगारों की भावनाओं से भी खिलवाड़ किया गया है। आरोप तो यहां तक है कि अकादमी के कर्ता-धर्ताओं ने बेरोजगारों से धोखाधड़ी करते हुए उन्हें सरेआम लूटा है।
बताया गया है कि अकादमी की ओर से आधा दर्जन पद शिक्षित बेरोजगारों के लिए विज्ञापित किए गए, जिनकी राज्य सरकार से कोई स्वीकृति प्राप्त नहीं थी। ये पद हैं-उपसचिव, प्रकाशन अधिकारी, कार्यक्रम अधिकारी, प्रकाशन सहायक, कनिष्ठ लिपिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी। यह विज्ञापन ३० अगस्त, २०१३ को प्रचारित-प्रसारित किया गया। इसके लिए आवेदन पत्र अकादमी की वेबसाइट
222.ह्म्ह्यड्डह्वस्रह्म्.शह्म्द्द पर उपलब्ध कराए गए।
साथ ही आवेदकों से तीन सौ रुपए का डिमांड ड्रॉफ्ट अकादमी के पक्ष में मांगा गया। एससी, एसटी, ओबीसी एवं निशक्त जन श्रेणी वाले आवेदकों के लिए यह राशि १५० रुपए रखी गई। आवेदन की अंतिम तिथि ३० सितंबर २०१३ थी। सैंकड़ों आवेदन प्राप्त हुए, जिनके साथ मिले डिमांड ड्राफ्ट अकादमी के खाते में जमा हो गए। विज्ञापन में यह उल्लेख किया गया कि उक्त सभी पदों पर नियुक्तियां राजस्थान सरकार जयपुर से बजट प्रावधान स्वीकृत होने के बाद ही की जाएगी। यानि जो पद सरकार द्वारा स्वीकृत ही नहीं थे और जिनका बजट में कोई प्रावधान ही नहीं है, उन्हें विज्ञापित करके बेरोजगारों से भारी भरकम राशि आवेदन शुल्क के नाम से बटौरी गई। अकादमी की खराब नीयत तो उसी समय सामने आ गई, जब विज्ञापन में यह लिखा गया कि क्रआवेदन शुल्क वापसी योग्य नहीं है।ञ्ज समझा जाता है कि अध्यक्ष द्वारा प्रतिमाह ३९ हजार रुपए अवैधानिक रूप से उठाए जाने को समायोजित करने के लिए बेरोजगारों को लूटा गया। अध्यक्ष ने करीब ढाई लाख रुपए वेतन-भत्तों के रूप में उठाए है, जिन्हें सरकार ने स्वीकृति देने से इनकार कर दिया है। अकादमी के पूर्व कोषाध्यक्ष शरतचंद्र भी इस भ्रष्टाचार में शामिल पाए गए हैं, जो चैक जारी करने में शामिल है। अकादमी सचिव का कहना है कि उनकी आपत्तियों को नहीं माना गया और उन्हें हस्ताक्षर करने के लिए बाध्य किया गया।

अनियंत्रित ट्रोल कार पर जा गिरा, आस्ट्रेलियन दम्पत्ति की मौत

0

उदयपुर। डबोक थाना क्षैत्र में शुक्रवार को एक अनियंत्रित ट्रोला कार पर जा गिरा। हादसे में आस्टे्रलियन दंपत्ति की मौत हो गई तथा कार चालक घायल हो गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार शुक्रवार दोपहर में डबोक थाना क्षैत्र सिसम घाटी रिलायन्स पेट्रोलपम्प के सामने अनियंत्रित ट्रोला कार पर जा गिरा। हादसे में कार चालक सीसवी नाथद्वारा निवासी सुरेश पुत्र शंकरलाल पुरोहित, आस्टे्रलिया निवासी जैम्स ग्रांट ग्रिगोरा ी(६९)एवं उसकी पत्नी मेरी ग्रान्ट पेट्रीसिया (६८) गंभीर रूप से घायल हो गये। जिन्हें उपचार के लिए समीप स्थित मां भगवती चिकित्सालय में भर्ती करवाया। जहां आस्ट्रेलियन दंपति की मौत हो गई। लेक पेलेस हॉटल से कार में सवार आस्ट्रेलियन दंपति दिल्ली जाने के लिए डबोक एयरपोर्ट जा रहे थे। बीच रास्ते सिसम घाटी रिलायन्स पेट्रोल पंप के सामने चित्तो$डगढ की तरप* से आ रहा ट्रोला अनियंत्रित होकर डिवाईडर पर च$ढने के बाद कार पर जा गिरा। हादसे में की सूचना मिलने पर डबोक थानाधिकारी जितेन्द्र ऑचलिया, ए एस आई रघुनाथसिंह मय जाप्ता ने मोके पर पहुच कर आस्ट्रेलियन दंपत्ति एवं कार चालक को बाहर निकाल निजी चिकित्सालय पहुचाया। पुलिस ने मृतक आस्टे्रलियन दंपत्ति के शवों को एम बी चिकित्सालय मोर्चरी में रखवा दूतावास को सूचना दी है। जहां से प्रतिनिधी अथवा मृतक के परिजनों के आने पर पोस्टमार्टम होगा।

ट्रांसपोर्ट ऑर्गेनाईजेशन के चुनाव २२ को

13200उदयपुर, दी उदयपुर ट्रांसपोर्ट ऑर्गेनाईजेशन के द्विवार्षिक चुनाव २२ दिसम्बर को होंगे। इसके लिए अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री, सहसचिव एवं कोषाध्यक्ष पद के लिए चुनाव होंगे।
चुनाव अधिकारी एडवोकेट जयकृश्ण दवे ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया प्रारम्भ हो चुकी है और नामांकन पत्र प्रस्तुत किये जा चुके हैं। दी उदयपुर ट्रांसपोर्ट ऑर्गेनाईजशन के जनवरी, २०१४ से दिसम्बर, २०१५ तक के लिए उपरोक्त पदों हेतु २२ दिसम्बर प्रात: ११ बजे से ४ बजे तक प्रतापनगर ट्रांसपोर्ट नगर स्थित संगठन कार्यालय पर मतदान होगा। इस हेतु ६ दिसम्बर को सम्पन्न नामांकन पत्रों के प्रस्तुतिकरण में चंचल कुमार अग्रवाल, इन्द्रसिंह चोर$िडया, नवीन नागौरी ने अध्यक्ष पद पर नामांकन प्रस्तुत किए। इसके अलावा २० अन्य उम्मीदवारों ने विभिन्न पदों हेतु नामांकन पत्र प्रस्तुत किए। १० दिसम्बर को नाम वापसी का अंतिम दिन है तत्पश्चात २२ को मतदान एवं उसी दिन मतगणना होगी।