सांस्कृतिक संध्या एवं पूर्व-स्नातक स्नेहमिलन

B.ED_Progo_Photo_0002उदयपुर , ऐष्वर्या षिक्षक प्रषिक्षण महाविद्यालय के छात्राध्यापकों का वार्षिकोत्सव के अवसर पर एक भव्य रंगारंग सांस्कृतिक संध्या एवं पूर्व-स्नातक स्नेहमिलन ;।सनउदप डममजद्ध का आयोजन धूमधाम से किया गया। यह जानकारी देते हुए प्राचार्य डॉ. कय्यूम अली बोहरा ने बताया कि इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा वन्दना-नृत्य, लिलिपुट नृत्य, वागडी नृत्य, राजस्थानी एवं पाष्चात्य फ्यूजन नृत्य एवं अन्य गीतों पर मनमोहक प्रस्तुतियो पर सम्पूर्ण दर्षक वर्ग झूम उठा।

B.ED_Progo_Photo_0001किशनलाल राणा व ग्रुप ने लिलिपुट नृत्य व जागृति अखाडी के दल द्वारा वागडी नृत्य, भूपेन्द्र व समूह का नाग-सपेरा नृत्य, स्वाति जोषी का सरस्वती वन्दना पर षास्त्रीय नृत्य, विनिता राज की गज़ल एवं षबनम खान का पाष्चात्य फ्यूजन नृत्य समारोह की आकर्षक प्रस्तुतियाँ रही। पूर्व छात्रसंघ के ( ।सनउदप) विद्यार्थियों ने भी अपने अनुभव वर्तमान अध्ययनरत विद्यार्थियों को बताये व अपनी प्रस्तुतियाँ भी दी। सभी पूर्व विद्यार्थियों ने एक दूसरे से मिलकर अपने पुराने अनुभवों को याद किया।

इस समारोह के मुख्य अतिथि श्रीमान के.सी. मालू पूर्व निदेषक एस.आई.ई.आर.टी. थे। मुख्य अतिथि श्रीमान मालू ने ऐसे आयोजनों को भावी षिक्षकों के व्यंिक्तत्व विकास के लिये आवष्यक बताया और इसे षिक्षक प्रषिक्षण का एक अभिन्न अंग बताया। विद्यार्थियों को आषीर्वाद देते हुए इस कार्यक्रम की प्रषंसा की एवं ऐष्वर्या षिक्षक प्रषिक्षण महाविद्यालय को मोहन लाल सुखाड़िया विष्वविद्यालय के श्रेष्ठ महाविद्यालयों में से श्रेष्ठ बताया। पूर्व में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बोहरा ने अतिथियों का स्वागत किया एवं महाविद्यालय प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। छात्र संघ अध्यक्ष श्री विष्वेन्द्र सिंह नीदरवाल व रीना मीणा ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा धन्यवाद ज्ञापित किया।

जन गन मन की ऐसी लागी लगन ,के सब हो गये मगन

_DSC0833उदयपुर ,१० बजते ही देश के सुर में सुर मिलाते जब हजारो बच्चे बूढ़े अमीर गरीब हर एक के दिल से हो कर जब जुबान पर जन गन मन की सदा गूंजी तो मनो एक बार वक़्त ठहर गया हो हवाएं रुक गयी हो और हर एक जर्रा जर्रा राष्ट्र गान के सम्मान में वहीँ ठहर कर जन गन मन गा रहा हो शहर के बिच कलेक्ट्री का रोड का माहोल एक बारगी तो देश भक्ति और राष्ट्र गान के रंग में रंग गया । राष्ट्रगान के सौ वर्ष पूर्ण होने पर एक ही समय में पुरे देश वासियों के साथ विश्व रिकोर्ड में भागीदारी आज सुबह कलेक्ट्रेट के बाहर परफेक्ट इवेंट की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के सैंकड़ों बच्चों ने राष्ट्रगान गाया। जिसमे हजारों बच्चों ने शिरकत की सहारा ग्रुप द्वारा भी आज का दिन भारत भावना दिवस के रूप में मनाया व् सहारा कार्यालय में राष्ट्र गान गया गया । कार्यक्रम में दिवाना गु्रप के शाहनवाज खान ने राष्ट्रगान गाया, जिसका सभी ने अनुसरण किया।

_DSC0874भारतीय राष्ट्र गान के सौ वर्ष पुरे होने पर समूचे हिन्दुस्तान में करोड़ों भारतीय द्वारा एक साथ राष्ट्र गान गाने के भागिदार लेक सिटी वासी भी भागिदार बने । सुबह ९ बजे से ही कलेक्ट्री के बहार माहोल तिरंगा मई हो गया था हजारों स्कूली बच्चे और महाविद्यालय के छात्र अपने हाथों में तिरंगा और दिल में जन गन मन लिए सामूहिक राष्ट्र गान के भागिदार बनने के लिए चले आये साथ ही कई संगठनों के कार्य करता व् आम नागरिक भी इसमें भागीदारी करने मन से चले आये ।

_DSC0851परफेक्ट इवेंट के सूर्य प्रकाश सुहालका ने बताया कि इस विश्व रिकोर्ड में आलोक स्कूल फतह पूरा एवं पञ्चवटी , सेंत पौल स्कूल , सेन्ट्रल स्कूल भूपालपुरा ,गुरुनानक , स्कोलर एरिना ,सिपिएस के करीब दो हजार छात्र । नारायण सेवा संसथान , कल्पतरु नर्सिंग , बार एसोसिएशन , छात्र संघर्ष समिति , धर्मोत्सव समिति , मवाद शिव सेना , महावीर युवा संसथान आदि संगठनों से करीब एक हज़ार राष्ट्र प्रेमियों ने जन गन मन के सुर में सुर मिलाया ।

_DSC0853कार्यक्रम में तिरंगा लहराते घुड सवार ख़ास आकर्षण रहे चीन और पकिस्तान पे रोष जताते हुए छात्रों ने सीमा पर तैनात जवानों को सलाम किया ।

तारा ज्वेलर्स ने राजस्थान के उदयपुर में अपने पहले स्टोर का शुभारंभ किया

Media Invite-Tara Jewellers launches new store in Udaipurउदयपुर, । तारा ज्वेलर्स का झीलों की नगरी उदयपुर में पहले स्टोर का षुभारंभ महाराज कुमार साहब श्री लक्षराज सिह जी मेवांड द्वारा दीया जला कर किया गया। इस अवसर पर तारा ज्वेलर्स के कार्यकारी निदेषक एवं ब्म्व् विक्रम रायजादा भी उपस्थित थे । तारा ज्वेलर्स का यह खोजपरक एवं अत्याधुनिक स्टोर नंबर-१, ग्राउंड फ्लोर, सिटी सेंटर १९-बी, भट्ट जी की बाडी, उदयपुर में स्थित है।

From left Vikram Raizada ED&CEO Retail Tara Jewellers, Maharaj Kumar Lakshyaraj Singhji Mewar , Mangilal Lunawat (1)यह ब्रांड खुदरा क्षेत्र में निरंतर विस्तार कर रहा है और अब उत्तर, मध्य एवं पष्चिम भारत के ३७ षहरों में इसके स्टोर्स की संख्या ५० पहुंच चुकी है। स्टोर फॉर्मेट से लेकर आभूशणों के प्रदर्षन तक तारा ज्वेलर्स ग्राहक केन्द्रित खरीदारी अनुभव की पेशकश करता है।

 

रैम्प पर जब उतरा आर्यन-मुगल कालीन फैशन

_DSC0260उदयपुर। पेसिफिक विवि के पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी एंड मास कम्युनिकेशन के रविवार को आयोजित वार्षिकोत्सव में आर्य कालीन, मुगलकालीन और खादी से ब्राइडल थीम पर तैयार परिधानों को पहनकर जब भारत की जानी मानी मॉडल्स ने रैंप पर वॉक किया तो उन लम्हों को कैद करने की होड़ सी मच गई।

_DSC0107 _DSC0138 _DSC0087 _DSC0140 _DSC0187 _DSC0268 _DSC0269पेसिफिक के विद्यार्थियों द्वारा ट्रेंडी और वेस्टर्न की जुगलबंदी के आधार पर तैयार किए गए आउटफिट्स को देखकर फैशन प्रेमियों और अन्य दर्शकों के होश उड़ गए। सुखाडिय़ा रंगमंच पर हुए इस समारोह के अतिथि आर्किटेक्ट वेणुगोपाल, पाहेर के वित्त सचिव आशीष अग्रवाल, लीला अग्रवाल, शीतल अग्रवाल एवं अंकित अग्रवाल ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

‘‘रोमियो जुलियट एण्ड सेवन क्लाउन्स’’

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उदयपुर, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित मासिक नाट्य संध्या ‘‘रंगशाला’’ में नाटक ‘‘रोमियो जुलियट एण्ड Romeo_Juliet-1सेवन क्लाउन्स’’ का मंचन किया गया जिसमें क्लाउन्स के जरिये मोहब्बत की दास्तां को रोचक अंदाज में दिखाया गया।
शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में रविवार शाम चंडीगढ़ के रंगकर्मियों द्वारा युवा नाट्य निर्देशक सुखमनी कोहली द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘रोमियो जुलियट एण्ड सेवन क्लाउन्स’’ का मंचन किया गया। नाटक के प्रमुख किरदार क्लाउन्स थे जो खेल खेल में रोमियो जुलियट की प्रेम कथा खेलने लगते हैं। हर इंसान में एक क्लाउन छिपा होता है जो बार बार एक नकाब को हटाता जाता है। नाटक के पात्रों ने इसी फलसफे को साकार किया। रंगबिरंगी मंच सज्जा तथा बेहतरीन तालमेल के साथ रंगमंच पर ठिठोली करते क्लाउन्स ने कहानी को शेक्सपियर की रोमांस कथा रोमियो जुलियट की ओर मोड़ दिया जिससे प्रस्तुति रोचक बन सकी। सुखमनी कोहली ने प्रस्तुति में अपने निर्देशन की छाप छोड़ी वहीं रोमियो जुलियट बने पात्रों ने अपने अभिनय से दर्शकों को सम्मोहित सा कर दिया।
प्रस्तुति में मंच सज्जा जहां आकर्षक बन सकी वहीं बुले शा के सूफी गीतों के समावेश ने प्रस्तुति को स्वरों का रंग प्रदान किया।

 

Romeo_Juliet-2

सत्तर और अस्सी के तरानों से यादगार हुई उदयपुरवासियों की शाम

3-सेलिब्रेशन मॉल में फिल्मी सण्डे के तहत रेट्रो डांस की प्रस्तुति-

 

उदयपुर , सेलिब्रेशन मॉल एवं पैसिफिक यूनिवर्सिटी की ओर से उदयपुरवासियों के समर वेकेसन्स को शॉपिंग के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों से यादगार बनाने की कड़ी में रविवार की शाम को फिल्मी सण्डे के तहत रेट्रो डांस का आयोजन हुआ। अहमदाबाद के ओरा डांस ट्रूप ने सत्तर और अस्सी के दशक के फिल्मी तरानों पर उस समय के पहनावे और डांस से उदयपुरवासियों की वीकेण्ड की शाम के उत्साह को दूगुना कर दिया।

412इस डांस ट्रूप ने ओ हसीना जुल्फों वाली, आ जाने जा से कार्यक्रम की शुरूआत की। इसके बाद समा बंध गया। मेरे सपनों की रानी कब आयेगी तू, ताथैया ताथैया ओ ओ, प्यार में दिल पर मार दे गोली जैसे पुराने गानों पर मंच पर प्रस्तुति देते कलाकारों के साथ-साथ मॉल में मौजूद युवा जहां थिरकते दिखे वहीं महिलाओं और बुजुर्गों की भी पुरानी यादें ताजा हो गई। आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर जुबान पर, देखा ना हाय रे सोचा ना के बाद डांस ट्रूप ने क्लासिकल मुजरा मेडले में इन आंखों की मस्ती, इन्हीं लोगों ने ले लीना दुपट्टा मेरा, चलते-चलते यू ही कोई मिल गया था पर प्रस्तुति दी तो वहां मौजूद हर शक्स इसे इन्जोय करने के साथ ही तालियों के साथ कलाकारों का उत्साहवर्धन करता दिखा।

मॉल प्रबंधन के अनुसार समर वेकेशन्स में उदयपुरवासियों के लिए कुछ खास करने के संकल्प के तहत उदयपुर कार्निवाल का आयोजन किया जा रहा है। कार्निवाल के दौरान मॉल आने वाले लोग मिस्टर एण्ड मिसेज बड्डी से मिलने एवं खरीददारी कर विभिन्न ब्रांड के गिफ्ट वाउचर और पुरस्कार जीतने का लाभ उठा रहे हैं।

 

गिरिजा व्यास पर जानलेवा हमला

Girija Vyas_PTIउदयपुर. चित्तौड़ की सांसद और महिला आयोग की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. गिरिजा व्यास की कार को शनिवार को एक अज्ञात कार चालक ने टक्कर मार दी। जानकारी अनुसार गिरिजा व्यास शनिवार दोपहर कोटा से रावतभाटा में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने जा रही थी।

 

इसी दौरान कोटा रावतभाटा मार्ग पर बिना नंबर की एक अज्ञात कार ने गिरिजा व्यास के काफिलेे में घुस कर व्यास की कार को टक्कर मार दी। अचानक हुई इस टक्कर के चलते व्यास के काफिले में शामिल अन्य लोग सन्न रह गए। हालांकि इस दुर्घटना में व्यास को कोई चोट नहीं लगी।

 

व्यास की कार को टक्कर मारने के बाद कार चालक मौके से भाग निकला। उसने मुंह पर नकाब भी बांध रखा था। हालांकि पुलिस इलाके की नाकाबंदी कराकर अज्ञात नकाबधारी कार चालक की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी है।

 

कार्यकर्ताओं ने ली घटना की जानकारी

 

जैसे ही गिरिजा व्यास की कार को टक्कर मारने की खबर मिली व्यास के समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे से घटना की जानकारी ली। जब यह सूचना मिली की व्यास सुरक्षित है तब सभी ने राहत की सांस ली।

 

कांग्रेस के मीडिया सेंटर अध्यक्ष पंकज शर्मा ने बताया कि घटना के बाद व्यास ने निर्धारित कार्यक्रम अनुसार रावतभाटा में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया।

ग्रीष्मकालीन दीनी तालीम शिविर में समुह चर्चा, नात शरीफ, हम्द

deeni talim shivir me mojud paribhagiउदयपुर, बोहरा यूथ की इकाई स्कूल ऑफ दीनी तालीम के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय ग्रीष्मकालीन दीनी तालीम शिविर में रविवार को कम्युनिटी हॉल में मालेगांव से पधारे प्रोफेसर मुल्ला मेहन्दी हसन ने कुरआन, नमाज़ और वजुह के बारे में शिविरार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारियां दी । इसी दिन शाम को कम्युनिटी हॉल में शिविरार्थियों द्वारा तैयार मॉडल का प्रदर्शन किया गया । साथ ही बच्चों ने समुह चर्चा, नात शरीफ, हम्द आदि में हिस्सा लिया।

deeni talim shivir me nat pesh karte hueparibagi deeni talim shivir me nat a klam pesh karte hue DSC_4195यह जानकारी देते हुए स्कूल के प्रवक्ता अनीस मियाजी ने बताया कि बोहरवाडी स्थित कम्युनिटी हॉल में मॉर्डन उम्र में मजहबी तालीम की जरूरत क्यों है? विषय पर समूह चर्चा का आयोजन किया गया । फिर बच्चों ने नात-शरीफ कलामे इलाही और दीनी मसलों के उपर नाटक पेश किये।

दीनी तालीम शिविर का समापन सोमवार को होगा।

 

मोटापा घटाने व पेट को अंदर करने के 10 रामबाण आदिवासी तरीके

मोटापा ना सिर्फ मधुमेह जैसे रोगों को आमंत्रित करता है अपितु समानांतर रोगों का जन्म कारक भी है। क्या वजह है, जो आदिवासियों में मोटापा, मधुमेह, उच्च या निम्न रक्तचाप जैसी समस्याएं देखने नहीं मिलती? अपने अनुभवों के आधार पर मैने पाया है कि आदिवासियों का खान-पान, जीवनशैली और वनौषधियां इन सब रोगों को उनके आस-पास तक भटकने नहीं देती। जानने की कोशिश करते हैं आदिवासियों के कुछ चुनिंदा हर्बल नुस्खों को जिन्हें अपनाकर आप भी अपने शरीर की चर्बी को कम कर सकते है, लेकिन इन नुस्खों को अपनाने के साथ-साथ ये भी जानना जरूरी है कि अपनी जीवनशैली को नियंत्रित करना आपके अपने हाथ में है।
मोटापा ना सिर्फ मधुमेह जैसे रोगों को आमंत्रित करता है अपितु समानांतर रोगों का जन्म कारक भी है। क्या वजह है, जो आदिवासियों में मोटापा, मधुमेह, उच्च या निम्न रक्तचाप जैसी समस्याएं देखने नहीं मिलती? अपने अनुभवों के आधार पर मैने पाया है कि आदिवासियों का खान-पान, जीवनशैली और वनौषधियां इन सब रोगों को उनके आस-पास तक भटकने नहीं देती। जानने की कोशिश करते हैं आदिवासियों के कुछ चुनिंदा हर्बल नुस्खों को जिन्हें अपनाकर आप भी अपने शरीर की चर्बी को कम कर सकते है, लेकिन इन नुस्खों को अपनाने के साथ-साथ ये भी जानना जरूरी है कि अपनी जीवनशैली को नियंत्रित करना आपके अपने हाथ में है।

मोटापे की समस्या से निजात पाने के कुछ प्राकृतिक नुस्खे बता रहे हैं डॉ दीपक आचार्य (डायरेक्टर-अभुमका हर्बल प्रालि. अहमदाबाद)। डॉ. आचार्य पिछले 15 सालों से अधिक समय से भारत के सुदूर आदिवासी अंचलों से आदिवासियों के पारंपरिक ज्ञान को इकट्ठा करने का काम कर रहे हैं।

 

पढ़ें मोटापा कम करने के 10 देसी नुस्खे…

आधा चम्मच सौंफ लेकर एक कप खौलते पानी में डाल दी जाए और 10 मिनिट तक इसे ढांककर रखा जाए और बाद में ठंडा होने पर पी लिया जाए। ऐसा तीन माह तक लगातार किया जाना चाहिए, वजन कम होने लगता है।
आधा चम्मच सौंफ लेकर एक कप खौलते पानी में डाल दी जाए और 10 मिनिट तक इसे ढांककर रखा जाए और बाद में ठंडा होने पर पी लिया जाए। ऐसा तीन माह तक लगातार किया जाना चाहिए, वजन कम होने लगता है।
गुग्गुल गोंद को दिन मे दो बार पानी में घोलकर या हल्का गुनगुना कर सेवन करने से वजन कम करने में मदद मिलती है।
गुग्गुल गोंद को दिन मे दो बार पानी में घोलकर या हल्का गुनगुना कर सेवन करने से वजन कम करने में मदद मिलती है।
लटजीरा या चिरचिटा के बीजों को एकत्र करके, किसी मिट्टी के बर्तन में हल्की आंच पर भून लिया जाए और एक-एक चम्मच दिन में दो बार फांकी मार ली जाए, बस देखिए कितनी तेजी से फायदा होता है।
लटजीरा या चिरचिटा के बीजों को एकत्र करके, किसी मिट्टी के बर्तन में हल्की आंच पर भून लिया जाए और एक-एक चम्मच दिन में दो बार फांकी मार ली जाए, बस देखिए कितनी तेजी से फायदा होता है।
हर्रा या हरड और बहेडा के फल का चूर्ण एक एक चम्मच लेकर 50 ग्राम परवल का जूस (1 गिलास) के साथ मिलाकर प्रतिदिन लिया जाए, वजन तेजी से कम होने लगता है तथा शारीरिक थकान में भी कमी आती है।
हर्रा या हरड और बहेडा के फल का चूर्ण एक एक चम्मच लेकर 50 ग्राम परवल का जूस (1 गिलास) के साथ मिलाकर प्रतिदिन लिया जाए, वजन तेजी से कम होने लगता है तथा शारीरिक थकान में भी कमी आती है।
 करेले की अध कच्ची सब्जी भी वजन कम करने में काफी मदद करती है, उत्तर मध्यप्रदेश के आदिवासी सहजन या मुनगा की फलियों की सब्जी को मोटापा कम करने में असरकारक मानते हैं।

करेले की अध कच्ची सब्जी भी वजन कम करने में काफी मदद करती है, उत्तर मध्यप्रदेश के आदिवासी सहजन या मुनगा की फलियों की सब्जी को मोटापा कम करने में असरकारक मानते हैं।
सोंठ, दालचीनी की छाल और काली मिर्च (3 ग्राम प्रत्येक) लेकर कुचल लिया जाए और चूर्ण बनाया जाए। इस पूरे चूर्ण को दो हिस्सों में बांटकर एक हिस्सा सुबह खाली पेट और दूसरा रात सोने से पहले लिया जाना चाहिए। चूर्ण को एक पानी में डालकर, घोलकर पिया जा सकता है।
सोंठ, दालचीनी की छाल और काली मिर्च (3 ग्राम प्रत्येक) लेकर कुचल लिया जाए और चूर्ण बनाया जाए। इस पूरे चूर्ण को दो हिस्सों में बांटकर एक हिस्सा सुबह खाली पेट और दूसरा रात सोने से पहले लिया जाना चाहिए। चूर्ण को एक पानी में डालकर, घोलकर पिया जा सकता है।
शहद एक काम्पलेक्स शर्करा की तरह है, जो मोटापा कम करने में काफी हद तक मदद करता है। गर्म पानी में एक चम्मच शहद प्रतिदिन सुबह खाली पेट पीने से कुछ ही समय में परिणाम दिखने लगते हैं, कुछ जगहों पर लोग इसी मिश्रण में एक चम्मच नींबू रस भी डाल देते है, दोनों फार्मूले हितकर हैं। कई लोग दिन भर सिर्फ नींबू पानी और शहद का मिश्रण पीकर उपवास भी करते है। माना जाता है कि यह एक कारगर देसी फार्मूला है
शहद एक काम्पलेक्स शर्करा की तरह है, जो मोटापा कम करने में काफी हद तक मदद करता है। गर्म पानी में एक चम्मच शहद प्रतिदिन सुबह खाली पेट पीने से कुछ ही समय में परिणाम दिखने लगते हैं, कुछ जगहों पर लोग इसी मिश्रण में एक चम्मच नींबू रस भी डाल देते है, दोनों फार्मूले हितकर हैं। कई लोग दिन भर सिर्फ नींबू पानी और शहद का मिश्रण पीकर उपवास भी करते है। माना जाता है कि यह एक कारगर देसी फार्मूला है
पुदीना की ताजी हरी पत्तियों की चटनी बनाई जाए और चपाती के साथ सेवन किया जाए, असरकारक होती है। आदिवासी पुदीना की चाय भी पीने की सलाह देते हैं।
पुदीना की ताजी हरी पत्तियों की चटनी बनाई जाए और चपाती के साथ सेवन किया जाए, असरकारक होती है। आदिवासी पुदीना की चाय भी पीने की सलाह देते हैं।
गाजर का भरपूर सेवन किया जाना चाहिए खास तौर से खाना खाने से पहले। आधुनिक विज्ञान भी गाजर को मोटापा कम करने में कारगर मानता है।
गाजर का भरपूर सेवन किया जाना चाहिए खास तौर से खाना खाने से पहले। आधुनिक विज्ञान भी गाजर को मोटापा कम करने में कारगर मानता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

सिख समुदाय ने जताया गुस्सा

u3mayph-4उदयपुर, ।१९८४ में इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद दिल्ली में हुए दंगों में कथित रूप से सिक्खों की हत्या करने के आरोपी सज्जन कुमार को बरी करदेने व सबरजीत की पकिस्तान में हत्या कर देने से असंतुष्ट सिख समुदाय ने शुक्रवार को कलेक्ट्री के बाहर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया ।

बडी संख्या में जमा हुए सिक्ख समुदाय के लोगों ने जिला कलेक्ट्री पर एक घंटे तक जम कर प्रदर्शन किया । और केंद्र सरकार के खिलाफ नारे बाजी की ।

सिक्ख समुदाय के वरिष्ठ जनों ने कहा की केंद्र सरकार गुनाहगारों को माफ कर रही है और निर्दोष जो पकिस्तान की जेल में २३ वषों से कैद था उसे छुडा नहीं पायी एसा लगता है की सरकार ने चुदियाँ पहन रखी है । प्रदर्शन के बाद समाज की ओर से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। प्रदर्शन के दौरान समाज के प्रमुख लोगों में मनोहर सिंह सच्चर, देवेंद्र सिंह सोखी, देवेंद्रसिंह पावा, परमजीत सिंह, रणवीर सिंह, तेजेंद्रसिंह रोबिन, सरदार जसबीरसिंह, गुरू बक्श सिंह, अमरजीतसिंह के साथ ही महिलाओं में राजेंद्र कौर, जसविंदर कौर आदि मौजूद थीं।

सबरजीत को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दी श्रद्घांजलि : पकिस्तान कडीयों के बर्बर हमले में बुरी तरह घायल होने के एक सप्ताह बाद लाहौर के अस्पताल में बुधवार को दम तोडने वाले भारतीय नागरिक सबरजीत सिंह को नेता प्रतिपक्ष दिनेश श्रीमाली व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोमबत्ती जल कर व दो मिनट का मौन व्रत रख कर श्रद्घाजंलि अर्पित की ।