बीज वितरण कार्यक्रम

Seed Distribution 17.11.13उदयपुर | जावरमाइन्स में सोमवार को स्थानीय ग्रामीण संसाधन केन्द्र में को उन्नत किस्म के बीज वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया । इस कार्यक्रम में अंगीकृत गॉवों के 50 किसानों को निःशुल्क का गेहू के बीज प्रति किसान 20 किलोग्राम के अनुसार वितरण किया ।

इस अवसर पर श्री के. के. दवे, उपाध्यक्ष एवं संस्थापन प्रमुख ने उपस्थित सभी किसानों को उन्नत किस्म कें गेहूं के बीज के थेले वितरित किये ।

कार्यक्रम के अन्त में श्री अशोक कुमार सोनी, सी.एस.आर. ने शिविर में उपस्थिति सभी किसानों को सी.एस.आर. गतिविधियों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई एवं कार्यक्रम के अन्त में धन्यवाद ज्ञापित किया ।

HZL ने बाल कल्याण केंद्र पर मनाया बाल दिवस

DSCN5193जावरमाइन्स सोमवार को स्थानीय बाल कल्याण केन्द्र ‘‘परवरिश’’ पर आसपास के ऑगनवाड़ी केन्द्रों एवं बाल कल्याण केन्द्रों के करीबन 200 बच्चों के साथ बाल दिवस बडे़ ही उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया गया । इस अवसर पर श्री के. के. दवे, उपाध्यक्ष एवं संस्थापन प्रमुख ने उपस्थित थे । कार्यक्रम के दौरान महिला पर्यवेक्षक, महिला एवं बाल विकास विभाग भी उपस्थित थी ।

DSCN5184बच्चों ने आकर्षक वेशभुषा में रंगारंग कार्यक्रमों में प्रस्तुतति दी जैसे गुबार प्रतियोगिता, जलेबी रेस, नृत्य एवं कविता पाठ कर उपस्थित जन समूह का मन मोह लिया । कार्यक्रम के अन्तर्गत महिलाओं के लिये भी एक बिन्दी प्रतियोगिता का आयोजन किया जिसे उपस्थित महिलाओं ने उत्साह के साथ भाग लिया एवं विजेता बनी । इसी अवसर पर संस्थापन प्रधान एवं महिला पर्यवेक्षक ने विभिन्न कार्यक्रमों में प्रथम एवं द्वितीय आये बच्चों को उपहार दे कर सम्मानित किया । एवं बाल कल्याण केन्द्र के 35 बच्चों को स्कूल डेªस उपलब्ध कराई ।

श्री दवे सा. ने अपने उद्बोधन में उपस्थित बच्चों एवं उनके माता-पिता को बच्चों के भविष्य के बारे में और अधिक सजग एवं होनहार बनाने के लिये आव्हान किया और कहा कि हिन्दुस्तान जिंक अपने सामाजिक सरोकार कार्यक्रम के प्रति सजग है और विकास की अनवरत धारा में सहयोग के लिये हमेशा की तरह समर्पित है एवं रहेगा ।

इस अवसर पर वेदान्ता बाल शक्ति परियोजना के कर्मचारी भी अपनी टीम के साथ उपस्थित रहे थे। कार्यक्रम के अन्त में श्री अशोक कुमार सोनी, सी.एस.आर. की ओर से उपस्थित जन समूह को धन्यवाद ज्ञापित किया ।

ब्राह्मणों के साथ ही राजपूत भी नाराज

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images (3)उदयपुर। विधानसभा चुनाव के लिए शहर की तस्वीर साफ हो गई है। यहां कांग्रेस और भाजपा की सीधी टक्कर मानी जा रही है। कांग्रेस के युवा प्रत्याशी दिनेश श्रीमाली के साथ जहां एक-एक करके बड़े नेता शामिल हो रहे हंै और दिनभर दौरे करके सभी को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं कटारिया की मुश्किलें कम होती नहीं लग रही है, वे रूठे समाजों की मान मनव्वल में कई मीटिंग कर रहे हैं। मुख्यत: ब्राह्मण और राजपूत भाजपा उम्मीदवार कटारिया से नराज चल रहे है, जिनको मनाने में कटारिया लगे हुए हैं। पता चला है कि रविवार को भी कटारिया ने नाराज चल रहे राजपूत समाज के गणमान्य लोगों के साथ एक गुप्त वार्ता रखी, जो बेनतीजा रही।

सूत्रों के अनुसार गुलाबचंद कटारिया ने कल सुबह राजपूत समाज के प्रबुद्ध लोगों के साथ बीएस कानावत के निवास पर एक गुप्त बैठक रखी गई, जिसमें तेजसिंह बांसी, प्रेमसिंह शक्तावत, गजेंद्रसिंह शक्तावत आदि करीब 25-30 राजपूत समाज के प्रबुद्ध लोग शामिल थे। ये सभी लोग सामाजिक स्तर पर किसी न किसी संगठन से जुड़े हैं। उनको बुलाकर कटारिया ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन ये लोग नहीं माने। यहां कटारिया को काफी खरी खोटी सुनने को मिली और किसी ने भी कटारिया से किसी प्रकार का वादा नहीं किया और जो समाज का निर्णय होगा। वहीं मान्य होगा। यहां पर कटारिया ने यह भी कहा कि उन्होंने किसी का टिकट नहीं कटवाया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका किसी समाज से कोई विरोध नहीं है।

इधर, मीरा मेदपाट भवन में रविवार को क्षत्रिय महासभा, करणी सेना व अन्य संगठनों तथा राजपूत युवाओं की एक बैठक रखी गई, जिसमें 200 से अधिक युवाओं ने भाग लिया। हालांकि इसमें समाज का कोई बड़ा चेहरा नजर नहीं आया, लेकिन फिर भी बैठक में कटारिया के प्रति युवाओं का आक्रोश साफ नजर आया। बैठक में सभी ने अपने समाज के 100 प्रतिशत वोट डलवाने का प्रण लिया तथा अपने समाज के वोटर्स को जागरूक करने का भी अभियान चलाने का आह्वान किया। क्षत्रिय महासभा के प्रवक्ता भवानीप्रताप सिंह ने कहा कि उनका किसी पार्टी से कोई विरोध नहीं है। वे क्षत्रिय समाज के सभी मतदाताओं को जागरूक करना चाहते हैं। इस बार मेवाड़ में सभी राजपूत एक साथ होकर वोट करेंगे, जहां-जहां पर जो राजपूत प्रत्याशी खड़े हुए है, उनका पूरा समर्थन किया जाएगा। यहां पर भी कटारिया का नाम लिए बिना ही विरोध प्रदर्शित किया

अन्नकू ट की आड़ में शुरू की भोज की राजनीति

DSC0056उदयपुर। गणगौर घाट के हनुमान मंदिर पर हुए अन्नकूट का आयोजन भाजपा ने वोटरों को प्रभावित करने के लिए किया। यह आरोप कांग्रेस के प्रत्याशी दिनेश श्रीमाली ने लगाया है। उनका कहना है कि भाजपा की ओर से लगतार धार्मिक आयोजन व कार्यकर्ता सम्मेलन की आड़ में राजनीतिक भोज कराए जा रहे हैं, जो आचार संहिता का उल्लंघन है। इसके साथ ही आयोजकों द्वारा भयानक अपराध यह किया गया है कि अन्नकूट के बाद बची गदंगी को झील में डाल दिया गया और गंदे बर्तन भी झील में ही धोए गए हैं।
पता चला है कि गणगौर घाट पर बीती रात हनुमान मंदिर पर अन्नकूट का आयोजन किया गया। यह अन्नकूट रतन वैष्णव की तरफ से रखा गया था। करीब ढाई हजार लोगों को आमंत्रित किया गया था। इधर, दिनेश श्रीमाली का कहना है कि रतन वैष्णव भाजपा कार्यकर्ता है और धार्मिक आयोजन की आड़ में वोटर्स को प्रभावित किया जा रहा है। भाजपा की तरफ से यह तीसरा आयोजन है। इससे पूर्व भाजपा द्वारा बड़े भोज आयोजित करके वोटर्स को प्रभावित किया गया है। उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत जिला कलेक्टर आशुतोष पेढणेकर से की गई है। इधर, आयोजनकर्ता रतन वैष्णव का कहना है कि दिनेश श्रीमाली का यह आरोप बेबुनियाद है। यह कार्यक्रम पार्टी का नहीं, बल्कि हनुमान मंदिर में गडिय़ा देवरा गणगौरघाट नवयुवक मंडल के सभी कार्यकर्ताओं ने मिलकर किया था। उन्होंने कहा कि झील में डाली गई गदंगी की उन्हें जानकारी नहीं है। यह खेदजनक है। उन्होंने क्रमददगारञ्ज से वादा किया कि झील में डाली गई गदंगी को वे साफ करवाएंगे।

:झील में गदंगी डालना गंभीर अपराध है। आयोजनकर्ता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और जुर्माना वसूला जाएगा।
-आशुतोष पेढ़णेकर, कलेक्टर

वर्कआउट विथ फन के साथ ही बनेगी बॉडी

jim-300x197उदयपुर। स्लिम और फिट दिखना तो हर कोई चाहता है, लेकिन बोरिंग जल्द ही इन्हें थका देती हैं। इसीलिए फिटनेस सेंटर में फ्यूजन वर्कआउट का कलचर इंट्रोड्यूज किया गया है। वर्कआउट विथ फन के इस ट्रेंड को यंगस्टर्स खूब लाइक कर रहे हैं…
वर्कआउट का जबरदस्त क्रेज: लाइफ में हमेशा कुछ नया होते रहना चाहिए, वरना सबकुछ थमा-थमा सा लगने लगता है। ये फॉर्मूला जब हर जगह लागू हो रहा है, तो जिम कैसे छूट जाते, फिटनेस के लिए एक्सरसाइज करने वालों में इन दिनों फ्यूजन वर्कआउट का जबरदस्त के्रेज बढ़ा है। ट्रेडिशनल और मॉडर्न एक्सरसाइज को मिलाकर तैयार किए गए इस ट्रेंड को जिम फॉलो कर रहे हैं। जिसका मकसद बॉडी को फिट रखने के साथ-साथ प्रतिरोधक क्षमता को भी इम्प्रूव करना है। इसमें इंस्ट्रूमेंट के अलावा मार्शल आर्ट, म्यूजिक और डांस को भी बखूबी मिक्स किया गया है।
इंटरेस्ट बढ़ाने का जरिया: अभी तक मार्केट में दो तरह की एक्सरसाइज को लोग फॉलो कर रहे थे। इसमें ट्रेडिशनल और मॉर्डन दोनों अलग-अलग थीं। फिलहाल सिटी की जिमों ने मेट्रो सिटीज की तर्ज पर एक नए ट्रेंड को फॉलो करना शुरू कर दिया है, जिसे फ्यूजन वर्कआउट कह सकते हैं। इसमें लोग मशीनों के साथ-साथ एक्सरसाइज के लिए दूसरी चीजों का भी सहारा ले रहे हैं। इससे वे जिम में हार्ड वर्किंग के दौरान एग्जास्ट होने से बच जाते हैं और उनमें इंट्रेस्ट भी क्रिएट होता है।
एक साथ कई फायदे: अब वह जमाना गया जब लोग अपना वजन कम करने के लिए महीनों एक्सरसाइज करते थे। अब उन्हें पलक झपकते ही रिजल्ट चाहिए, ऐसे में फ्यूजन वर्कआउट में एक्सरसाइज को बालीवुड रिमिक्स सांग्स के साथ करवाया जाता है। डांस फॉर्म में कनवर्ट एक्सरसाइज को करने से कैलोरी बर्न होती है और वेट तेजी से कम होता है। इसी तरह बॉडी के प्रत्येक मसल्स के लिए अलग-अलग एक्सरसाइज इंट्रोड्यूस की जाती है। इससे बॉडी को बेहतरीन शेप मिलता है।
सभी को जवान दिखने की चाहत: अगर आप खुद को फिट रखते हैं तो आप अपनी रियल एज से 10 से 15 साल कम ही नजर आएंगे। जिम ट्रेनर्स कहते हैं कि इसके लिए जरूरी है कि आपका बॉडी के साथ दिमागी नियंत्रण भी पूरी तरह हो। इसके लिए फ्यूजन वर्कआउट में फ्यूजन योगा को इंट्रोड्यूस किया गया है। यह मार्शल आर्ट और योगा को मिलाकर बनाया गया है। फ्यूजन योगा में योगा क्रियाएं पुरानी ही हैं, लेकिन इन्हें नए अंदाज में पेश किया जा रहा है, जिससे इनको लोग पसंद कर रहे हैं।
मिलती है स्वयं सुरक्षा की ट्रेनिंग: फिलहाल ताइक्वांडो, बॉक्सिंग और चाइनीज मार्शल आर्ट वुशू को मिलाकर स्पेशल एक्सरसाइज तैयार की जा रही है। इसके कई फायदे हैं, पहला यह कि नए पॉश्चर और एक्सरसाइज के प्रति यंगस्टर्स में इंट्रेस्ट बढ़ेगा और गल्र्स में सेल्फ कांफिडेंस में भी बढ़ोत्तरी होगी। कुछ साल पहले यह मेट्रो सिटीज में काफी पॉपुलर था और अब ये ट्रेंड दूसरे शहरों में अपने पैर जमा रहा है।

मिलती है स्वयं सुरक्षा की ट्रेनिंग: फिलहाल ताइक्वांडो, बॉक्सिंग और चाइनीज मार्शल आर्ट वुशू को मिलाकर स्पेशल एक्सरसाइज तैयार की जा रही है। इसके कई फायदे हैं, पहला यह कि नए पॉश्चर और एक्सरसाइज के प्रति यंगस्टर्स में इंट्रेस्ट बढ़ेगा और गल्र्स में सेल्फ कांफिडेंस में भी बढ़ोत्तरी होगी। कुछ साल पहले यह मेट्रो सिटीज में काफी पॉपुलर था और अब ये ट्रेंड दूसरे शहरों में अपने पैर जमा रहा है।
:समय के  हिसाब से चेजेंज करना जरूरी रहता है। एक समय के बाद नई तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे ट्रेनिंग पर आने वालों को कुछ नया मिल सकें।
– शाहरूख,  जिम ट्रैनर – फाइव टाऊन जिम

: जिम में अब कई तरीके के नए ट्रैंड आ रहे है जिसमें फ्युजन भी है। जिम टै्रनर को समय और लोगों की मांग के हिसाब से चेंजेज करना आवश्यक रहता है। मॉर्डन लोगों के लिए ऐसे नए तरीके अपनाने पड़ते है जिससे उनको सुविधा मिले।
–  असमलम जिम टै्रनर

खूब लगे ठहाके

DSC0091-300x198DSC0104-300x198उदयपुर। लोक कला मंडल में आयोजित अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन में गत रात हंसी के खूब ठहाके लगे। इसी दौरान कवि सम्मेलन में उपस्थित कवि एवं प्रस्तुति देते हास्य कवि सुरेन्द्र शर्मा। कवि सम्मेलन में कवियों ने श्रोताओं को आधी रात तक बांधे रखा । ठंड के बावजूद श्रोतागण कवि सम्मेलन में टिके रहे।

घूंघट में महिलाओं की सियासी दिलचस्पी-बच्चों के सिर नेताओं की टोपी

घूंघट में स्वागत
घूंघट में स्वागत

उदयपुर ग्रामीण सीट की प्रत्याशी सज्जन कटारा रविवार को शहर के करीबी भोइयों की पंचोली में प्रचार के लिए पहुंचीं। चौपाल पर कुछ महिलाएं आगे आईं। गांव के बुजुर्गों के आगे ये घूंघट में थीं। इन्होंने ऐसे ही कटारा का स्वागत किया।

 

काकी! ई है नेता जी...
काकी! ई है नेता जी…

भोइयों की पंचोली में जो महिलाएं चौपाल पर नहीं पहुंचीं, वे दूर से नेताजी का नजारा करती रहीं। घूंघट की ओट में महिलाओं के बीच बातचीत का मुद्दा भी चुनाव और प्रत्याशी का ही था।

7985_42भोइयों की पंचोली में रविवार को प्रत्याशी के पहुंचने पर चुनावी रंगत दिखी। पार्टी की टोपियां और दुपट्टे बंटे थे। इन्हें लेने का सबसे ज्यादा जोश उनमें दिखा, जो मतदान भी नहीं करेंगे

जो दिखे, वही वोट!
जो दिखे, वही वोट!

राजसमंद. भाजपा प्रत्याशी किरण माहेश्वरी प्रचार के लिए शहर से १८ किमी दूर खटामला गई थीं। रास्ते में बैलगाड़ी पर आता किसान दिखा। प्रत्याशी ने कार रुकवाई और क्रराम-रामञ्ज के साथ वोट के लिए अपील की।

गहलोत ने गिनाए काम, कहा मोदी, राजे तो एक जैसे

ashokgehlot6351917-11-2013-08-35-09Nमुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक जैसा बताते हुए कहा है कि दोनों के ही पास राज्य में हुए कामों के बारे में बोलने के लिए कुछ भी नहीं है।

रविवार को कांग्रेस घोषणापत्र जारी करने के मौके पर गहलोत ने कहा कि मोदी लच्छेदार भाषण भले ही दें, लेकिन उन्हें तथ्यों के बारे में पता नहीं है। भाषणों से देश नहीं चलता।

गहलोत ने यहां कहा कि मोदी देश को खण्डित करना चाहते हैं। गुजरात में दंगों के दौरान नरसंहार हुआ, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी कहा था कि राजधर्म का पालन वहां नहीं हुआ। गुजरात के गांवों में जाओ तो विकास की सारी पोल खुल जाती है।

गुजरात को नहीं बल्कि राजस्थान को देश के लिए रॉल मॉडल बताया और कहा कि गुजरात का विकास आजादी के वक्त लगाए गए कारखानों की वजह से हुआ है।

मोदी अब युवाओं की बात कर रहे हैं, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने तो बहुत पहले ही युवाओं के विकास की योजना पर काम शुरू कर दिया है।

उन्होंने यहां अपनी सरकार के दौरान कराए गए कार्यो को गिनाया और कहा कि भाजपा के पास इस बारे में बोलने के लिए कुछ है ही नहीं। गहलोत ने कहा कि एसोचैम, आरबीआई सभी ने राजस्थान में हुए कार्यो की तारीफ की है। राज्य में 1.7 लाख नौकरियां दी गई हैं, एक लाख की प्रक्रिया जारी है। राज्य में चालीस हजार पांच सौ करोड़ रूपए का निवेश आया है।

राजे ने कहा कि अब वह जनता के लिए पीले चावल लेकर न्योता देने आई हैं

Vasundhara rajes6352217-11-2013-08-47-43Nटोंक/बांसवाड़ा/चितौडगढ़। शिक्षा, महिला सुरक्षा समेत तमाम मुद्दों पर कांग्रेस सरकार को विफल बताते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने जनता से आह्वान किया कि राजस्थान का सेमीफाइनल जीतने बाद अब केन्द्र में मोदी की सरकार बना कर फाइनल जीतना है।

राजे ने रविवार को विभिन्न चुनावी सभाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा को घेरने और भितरघाात करने के लिए कांग्रेस की कई टीमें बनाई हैं। मुख्यमंत्री के घर में बैठकर टिकट दिए गए हैं, लेकिन लेकिन ईश्वर और जनता का आशीर्वाद भाजपा के साथ है।

राजे ने रविवार को टोंक जिले के निवाई, बांसवाड़ा के गढ़ी और चितौडगढ़ के कपासन विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सभाओं को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान अब पुराने ढर्रे पर नहीं चलेगा। कांग्रेस ने युवाओं को नौकरी नहीं दी। नौजवानों के लिए टेट की बाधा खड़ी कर दी। पांच सालों में महिलाओं पर अत्याचार हुए हैं। बिजली, पानी जनता को नहीं मिले। इन सबका जबाव लिया जाएगा। भाजपा की सरकार बनने पर ये सभी समस्या समाप्त होंगी।

राजे ने भाजपा को वोट देने की अपील करते हुए कहा कि अब वह जनता के लिए पीले चावल लेकर न्योता देने आई हैं।

तीन बड़े मुद्दे जिनका जनप्रतिनिधियों के पास बीस साल बाद भी नहीं है जवाब

7777_39उदयपुर। बीस साल गुजर गए। क्षेत्र के मुद्दे वहीं खड़े हैं। पिछले चार चुनावों में जिन मुद्दों के सहारे प्रत्याशी विधानसभा तक पहुंचे, उन्हें हल नहीं कर सके। अगले चुनाव में 13 दिन बाकी हैं, मगर प्रत्याशियों ने अहमदाबाद आमान परिवर्तन, हाईकोर्ट बेंच, आयड़ विकास जैसी योजनाओं का नाम तक नहीं लिया।

 

एक-दो मौकों पर मतदाताओं ने सवाल किए तो प्रत्याशियों ने घुमा-फिराकर जवाब दे दिया। मोहल्लों, कॉलोनियों और वार्डों में प्रत्याशियों के दौरों में इन मुद्दों पर कोई जिक्र नहीं हो रहा है।

तीन बड़े मुद्दे जिन पर जनप्रतिनिधियों के पास जवाब नहीं

ब्राडगेज

उदयपुर अहमदाबाद के बीच रेलवे लाइन का आमान परिवर्तन (ब्राडगेज) सबसे बड़ा मुद्दा है। मेडिकल, पर्यटन, शिक्षा व रोजगार के लिहाज से अहमदाबाद से कनेक्टिविटी जरूरी है। केंद्र सरकार ने योजना स्वीकृत कर दी है, लेकिन बजट के अभाव में काम धीमी गति से हो रहा है। संभाग के एमएलए राज्य सरकार से इस परियोजना में बजट दिलवा दे तो योजना की गति बढ़ सकती है। राज्य सरकार ने रतलाम-डूंगरपुर रेलवे लाइन के लिए पचास फीसदी राशि दी है।

हाईकोर्ट बेंच

मेवाड़ में हाईकोर्ट बेंच के लिए तीस सालों से आंदोलन जारी है। भाषणों में एमएलए और एमपी यहां हाईकोर्ट बेंच स्थापना करवाने के वादे कर चुके हैं। संभाग में आंदोलन के बावजूद इन चुनावों में इस मुद्दे पर सबने चुप्पी साध ली है। इससे पहले चुनावों में कई नेता हाईकोर्ट बेंच स्थापना के लिए वादे कर चुके हैं। हर माह की सात तारीख को अब भी अधिवक्ता इस मांग को लेकर न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर रहे हैं। प्रतापगढ़ को रेलवे लाइने से जोडऩा, नाथद्वारा-मारवाड़ के बीच आमान परिवर्तन भी प्रमुख मुद्दा है।

 

मार्बल मंडी

दक्षिणी राजस्थान में खनन और मार्बल उद्योग यहां का आर्थिक आधार है। राजसमंद में मार्बल मंडी स्थापना की मांग कई बरसों से की जा रही है। हर बार चुनावों के मौसम में प्रत्याशी इसका वादा भी करते आए हैं, मगर अब तक मंडी की स्थापना नहीं हो सकी है। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत कई बार क्षेत्र में खनन पर रोक लगाई गई। अब भी बजरी सहित खनन पर संकट बरकरार है। लेकिन किसी भी पार्टी की ओर से खनन उद्योग को इस संकट से उबारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। यह मुद्दा अब तक सवाल बना हुआ है।

 

3 मुद्दे जो बने हुए हैं सवाल

आयड़ विकास : चुनावों में आयड़ विकास का मुद्दा हावी रहता है, लेकिन अब तक आयड़ का विकास नहीं हुआ। काम शुरू करवाना तो दूर, अब तक नदी को गंदे पानी से ही मुक्त नहीं किया जा सका है।

एलिवेटेड रोड : उदियापोल से कोर्ट चौराहे तक एलिवेटेड रोड बनाने की योजना को दस साल हो गए हैं। लेकिन अब तक इसका खाका भी तैयार नहीं हो सका है और योजना कागजों में है।

प्रतापनगर चौराहे पर ओवरब्रिज : डेंजर जोन बन चुके प्रतापनगर चौराहे पर ओवरब्रिज निर्माण के लिए भाजपा व कांग्रेस सरकार के दौरान यूआईटी ने योजना बनाई, लेकिन मूर्तरूप नहीं ले सकी।